>>: Digest for August 02, 2021

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निवाई. ग्राम पंचायत चैनपुरा रविवार को भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। सरपंच मदनलाल मीणा ने बताया कि गांव चैनपुरा में पंचायतीराज के दो एनिकट तथा गांव संग्रामपुरा में एक एनिकट टूट गया, जिससे सारा पानी भांवती के मॉडल तालाब में चला गया, जिससे तालाब टूटने के कगार पर आ गया है। ललवाड़ी रोड पर पानी के तेज बहाव के चलते रास्ता बंद हो गया।

एनिकटों टूटने से ग्राम पंचायत में बाबूलाल की ढाणी व रामजीवण की ढाणी पानी से लबालब हो गई, जिससे दोनों ढाणियों में करीब दस परिवार फंस गए। सूचना पर एडीएम मुराली लाल, एएसपी सुभाष मिश्रा, उपखंड अधिकारी त्रिलोकचंद मीणा, विकास अधिकारी डॉ.सरोज बैरवा, थानाधिकारी अजय कुमार मौके पर पहुंचे।

पानी को बहाव को दिखते हुए एसडीओ ने जिला मुख्यालय से रेस्क्यू टीम को बुलवाया गया। ग्रामीणों के सहयोग से दो तीन घंटे की मशक्कत के बाद करीब 11 जनों को सुरक्षित निकाल लिया गया। एसडीआरएफ की टीम आने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन कर सभी परिवारों को तेज बहाव में फंसे 50 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।

दस घंटे बिजली रही बंद

मूसलाधार बारिश से रेलवे स्टेशन के समीप विद्युत सब ग्रिड स्टेशन में करीब तीन फीट पानी भर गया, जिससे आधी निवाई शहर की बिजली आपूर्ति सुबह 6 बंद कर दी गई। इस एसडीओ त्रिलोकचंद मीणा ने नगरपालिका से जेसीबी मशीन मंगवाकर पानी की निकासी करवाने के निर्देश दिए। पानी की निकासी के शाम पांच तक होने के बिजली सप्लाई शुरू की गई। रेलवे ट्रैक के समीप पानी एकत्रित हो जाने से कुंजबिहारी आश्रम के समीप से ट्रेनें धीरे गति से चली।

मालपुरा. मुख्यालय सहित क्षेत्र में शुक्रवार व शनिवार की रात्रि से शुरु हुई वर्षा का दौर दिनभर चलत रहा है। वही शहर की सडक़ों, नालियों, व घरों में पानी भर जाने से लोगों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ा। सिचांई विभाग के सुत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मालपुरा में सुबह 8 बजे तक 54 एमएम, चान्दसैन में 100 एमएम, टोरडी सागर में 50 एमएम एवं लाम्बाहरिङ्क्षसह में 22 एमएम वर्षा दर्ज की गई।

वही वर्षा के चलते शहर के महावीर, मार्ग, नवीन मण्डी, बस स्टेण्ड, सिंधी कालोनी, बृजलालनगर जैन मन्दिर क्षेत्र में जगह-जगह पानी भर गया जिससे महावीर मार्ग के घरों व दुकानों में पानी घुस गया। वही नागरिकों को आवाजाही में भारी परेशानी उठानी पड़ी। वही लगातार वर्षा होने से जलस्त्रोतो में पानी की आवक हुई तथा किसानों के चेहरे में खुशी की लहर नजर आई। वही मुख्यालय पर पुरानी तहसील में सीताराम आरेडिया का कच्चाा मकान ढह गया।


अतिक्रमण से पानी की निकासी अवरुद्ध
टोडारायसिंह. शहर समेत ग्रामीण क्षेत्र में शुक्रवार देर रात शुरू हुआ रिमझिम बरसात का दौर शनिवार शाम तक जारी रहा। दिनभर बरसात का दौर जारी रहने से जनजीवन प्रभावित रहा। गेदिया निवासी कानसिंह ने बताया कि रामावि में अतिक्रमण से पानी की निकासी अवरुद्ध हो रखी है।

बारिश का पानी निकास नहीं होने से परिसर में पानी भरा रहता है। आंगनबाड़ी केन्द्र में भी निकासी नहीं होने से पानी घुस गया। शहर के अलावा बस्सी, भासू, थड़ोली, बासेड़ा, कूकड़, मोर, बावड़ी, हमीरपुर, बरवास, भांवता, लक्ष्मीपुरा, पंवालिया, मांदोलाई, दतोब समेत अन्य पंचायत क्षेत्रो में सुबह में रूक रूक कर रिमझिम बरसात का दौर जारी रहा।


मकान पर गिरा नीम का पेड़, पट्टियां टूटी हादसा टला
राजमहल। कस्बे में शुक्रवार से शुरू हुआ कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश का दौरान शनिवार को दिनभर जारी रहा। शनिवार को तेज हवाओं के साथ हुई बारिश से कई खेलूू पोस मकान व पेड़ धराशाही हो गये। बारिश व तेज अंधड़ के चलते रैगर मौहल्लेे में बैवा बसंती देवी रैगर के मकान में नीम का पेड़ उखडकऱ मकान के छज्जों व छत्त पर गिर पड़ा।

जिससे मकान का छज्जा व पट्टियां टूट गई जिसकों लेकर हजारों का नुकसान हो गया। घटना के दौरान परिजन दूसरे कमरे में होने से बड़ा हादसा होने से टल गया। इसी प्रकार एक खेलू पोस मकान के खेलू उड़ गये जिससे पिडि़त परिवार को टपकती छत्त के साथ खूले आसमान के नीचे रात गुजारनी पड़ी। इसी प्रकार देवली व संथली सडक़ मार्ग पर कई जगह पेड़ उखडकऱ सडक़ के बीच गिरने से आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा।

टोंक. चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के प्रभार वाले टोंक जिले के सबसे बड़े सआदत अस्पताल में दो में से एक एम्बुलेंस को कण्डम घोषित कर दिया गया है, जबकि दूसरी एम्बुलेंस भी 10 साल की समयावधि पूरी कर निर्धारित 2 लाख से अधिक किलोमीटर का सफर तय कर चुकी है। नियमानुसार यह एम्बुलेंस भी अब सडक़ पर चलने के लिए प्रतिबंध की श्रेणी में आ चुकी है।

फिर भी विभाग की ओर से आपातकालीन सेवाओं सहित चिकित्सकों को ऑन कॉल पर लाने व ले जाने के लिए इस एम्बुलेंस को काम में लिया जा रहा है। इस एम्बुलेंस के भी आए दिन खराब होने से डॉक्टर्स को विशेष रूप से अस्पताल लाने के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही सदादत अस्पताल में वाहन चालक के स्वीकृत दो पदों को भी सरकार की ओर से 2018 में खत्म कर दिए जाने पर विभाग की ओर अन्य स्थान से उधारी (डेपुटेशन) पर चालकों को लेकर इन एम्बुलेसों का संचालन करवाया जा रहा है।

दुर्घटना में हुई क्षतिग्रस्त
राजकीय सआदत अस्पताल टोंक के लिए वर्ष 2005 में तत्कालीन सांसद कैलाश मेघवाल ने अपने सांसद कोटे से एक एम्बुलेंस उपलब्ध कराई थी, लेकिन वर्ष 2010 में चाकसू के नजदीक एक्सीडेंट में यह एम्बुलेंस पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी थी, जिसके बाद से ही यह सआदत अस्पताल टोंक में खड़ी है जिसका न तो अभी तक निस्तारण किया गया न ही उसको ठीक कराया गया। यह एंबुलेंस 99 हजार 395 किमी ही चल पाई थी।


जकिया ने दी थी दो एम्बुलेंस
सआदत अस्पताल टोंक के लिए तत्कालीन विधायक जकिया ने वर्ष 2011 में एम्बुलेंस के लिए विधायक कोटे से पांच लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई थी। उस समय शहर की तंग गलियों को ध्यान में रखते हुए चिकित्सा विभाग ने दो वैन एम्बुलेंस की खरीद की थी। इसके बाद आज तक कोई भी नई एम्बुलेंस अस्पताल को नहीं मिली है।


चालक की नहीं है पोस्ट
टोंक सआदत अस्पताल में वर्तमान में एक भी अधिकृत एम्बुलेंस नहीं है। इतना ही नहीं सआदत अस्पताल टोंक में पूर्व में दो चालक के पद स्वीकृत थे, लेकिन वर्ष 2018 में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने स्वीकृत दोनों चालकों के पदों को भी खत्म कर दिए जाने से अब चालक का कोई पद नहीं है जबकि यह जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है।

वर्तमान में सआदत अस्पताल टोंक में स्वयं की एक भी एम्बुलेंस नही है। पूर्व में दो वैन एम्बुलेंस का संचालन किया जा रहा था। उनकी भी समय सीमा पूरी होने व निर्धारित किलोमिटर से अधिक चलने के कारण कण्डम हो गई है। अस्पताल के लिए वाहन चालक के पद स्वीकृत करने व नई एम्बुलेंस की व्यवस्था के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत कराया हुआ है।
डॉ खेमराज बंशीवाल, पीएमओ ,सआदत अस्पताल टोंक।

राजमहल. बीसलपुर बांध सहित करीबी क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से लगातार जारी मानसून की मेहरबानी के चलते हो रही बारिश के कारण बांध में पानी की आवक जारी है। बांध क्षेत्र में बीते 24 घंटों के दौरान लगातार जारी बारिश के चलते बांध के गेज में जलापूर्ति के लिए हो रही पानी की निकासी के बाद 5 सेमी पानी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

बीसलपुर बांध परियोजना के सहायक अभियंता प्रतीकचौधरी ने बताया कि बांध का गेज शनिवार सुबह 6 बजे 309.39 आरएल मीटर दर्ज किया था। इसमें 9.137 टीएमसी पानी का कुल भराव था। बांध के करीबी क्षेत्र में हुई बारिश के कारण बांध का गेज रविवार सुबह 10 बजे तक पांच सेमी की बढ़ोतरी के साथ बांध का गेज 309.44 आरएल मीटर हो गया।

इसमे 9.4 टीएमसी पानी का भराव हो गया है। बाढ़ नियंत्रण केन्द्र बीसलपुर देवली की गेज रिपोर्ट के अनुसार बांध के जलभराव में सहायक बिगोद स्थित त्रिवेणी का गेज मानसून भी पिछले चार दिनों से उपर निचे घटत बढ़त के 3 मीटर पर स्थिर पहुंच गया है। जिसमें 8.40 क्यूमेक्स पानी का डिस्चार्ज जारी है।

बांध क्षेत्र में बीते 24 घंटों के दौरान कुल 47 एमएम बारिश दर्ज की गई है। सीजन की अब तक कुल 355 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी है। इसी प्रकार बांध परियोजना के अधिन आने वाले धुवां स्थित मोती सागर बांध में बीते 24 घंटों के दौरान हुई 74 एमएम बारिश के चलते बांध के गेज में 3 फीट 49 इंच पानी की आवक दर्ज की गई है।

कुल 17 फीट भराव क्षमता वाले मोती सागर बांध का गेज शनिवार को 4 फीट 11 इंच था तो रविवार 7 फीट 6 हो गया है। इसी प्रकार दाखियां बांध में एक फिट 3 इंच पानी की आवक दर्ज की गई है।

बीसलपुर बांध पर उमड़ी भीड़, पुलिस ने खदेड़ा

राजमहल. बीसलपुर बांध सहित आस पास के क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से कभी रिमझिम तो कभी झमाझम बारिश का दौर जारी रहने के बाद के बाद रविवार को मौसम साफ होने के साथ ही बीसलपुर में पिकनिक मनाने पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ी।

रविवार को छुट्टी का दिन होने से बीसलपुर में पिकनिक मनाने निकटवर्ती गांव कस्बों सहित जयपुर, कोटा, अजमेर, भीलवाड़ा आदि जिलों से दिनभर पर्यटकों की आवाजाही जारी रही। पर्यटकों ने बीसलपुर बांध के करीबी पहाड़ी क्षेत्र में गिरते झरनों में तो कई लोगों ने पवित्र दह में नहाने का लुत्फ उठाया।

लोगों ने गोकर्णेश्वर महादेव मंदिर में फूल मालाओं के साथ विल्व पत्रों से सजाई गई शिव पार्वती की झांकी के दर्शन कर मन्नते मांगी। कई पर्यटकों ने पवित्र दह में नौकायन का लुत्फ उठाया। कई लोगों ने बांध के जलभराव को निहारा। पवित्र दह के गहरे पानी में पिकनिक मनाते कई युवाओं को हादसे की आशंका के चलते बार बार बीसलपुर पुलिस चौकी के जवानों को खदेडऩा पड़ा।

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