>>: Digest for August 06, 2021

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Table of Contents

बाड़मेर। जिले में चिकित्सा, शिक्षा, विद्युत क्षेत्र से जुड़ी सेवाओं का विस्तार करने तथा ग्राम पंचायतों एवं ग्राम सेवा सहकारी समितियों के सुदृढी़करण के लिए विभिन्न विभागों को भूमि का आवंटन की स्वीकृतियां जारी की गई है।
जिला कलक्टर लोक बंधु ने बताया कि जिले में एक नवीन कृषि महाविद्यालय, दो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, चार उप स्वास्थ्य केन्द्र, सोलह पशु चिकित्सा उपकेन्द्र, तीन 33/11 केवी विद्युत सब स्टेशन, एक विद्यालय भवन, दो छात्रावास, दो पंचायत घर तथा एक ग्राम सेवा सहकारी समितियों के गोदाम सहित 32 संस्थानों को विभिन्न स्थानों पर भूमि का आवंटन किया गया है।
शिक्षा क्षेत्र
बायतु के ग्राम नया बाटाडू में नवीन कृषि महाविद्यालय की स्थापना को 30 हेक्टेयर भूमि कृषि विभाग को नि:शुल्क आवंटित की गई है। इसी प्रकार कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय टाइप-4 के छात्रावास भवन के लिए ग्राम सिणधरी चारणान में 1.0032 हेक्टेयर भूमि, ग्राम खरड़ में 6.04 बीघा भूमि, बायतु के ग्राम जूना सोमेसरा में रामावि गवाई बस्ती नया सोमेसरा के भवन निर्माण को 7 बीघा भूमि का नि:शुल्क आवंटन किया गया है।
चिकित्सा क्षेत्र
गुड़ामालानी के ग्राम बाण्ड में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन निर्माण को 4 बीघा, सेड़वा के ग्राम गौहड़ का तला में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन निर्माण 5 बीघा, गडरारोड़ के ग्राम मीरूवाणी में उप स्वास्थ्य केन्द्र भवन निर्माण 2 बीघा, बाण्डासर में उप स्वास्थ्य केन्द्र निर्माण 1 बीघा, रावतसर में उप स्वास्थ्य केन्द्र निर्माण 2 बीघा तथा सेड़वा के ग्राम पाण्डरवाली में उप स्वास्थ्य केन्द्र निर्माण को 3 बीघा भूमि का मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बाडमेर को नि:शुल्क आवंटन किया गया है।
पशु चिकित्सा क्षेत्र
जिला कलक्टर ने बताया कि पशु चिकित्सा उपकेन्द्र के भवन निर्माण को गिडा के ग्राम कानोड़ में 0.4852 हेक्टेयर, पचपदरा के ग्राम नेवरी में 1 बीघा, ग्राम मण्डली में 1 बीघा, ग्राम उमरलाई खालसा में 1 बीघा, धोरीमन्ना के जालबेरी में 0.0809 हेक्टेयर, सिवाना के ग्राम गोलिया में 0.4856 हेक्टेयर, सिणधरी के लोलावा में 0.1618 हेक्टेयर, बायतु के ग्राम नौसर में 0.1618 हेक्टेयर, रामसर के ग्राम इन्द्रोई में 3.15 बीघा, ग्राम बुठिया में 3.15 बीघा, गडरारोड के ग्राम मालाणा में 1 बीघा, ग्राम ताणूमानजी में 2 बीघा, ग्राम झणकली में 2 बीघा, ग्राम आचाराणियों की ढाणी मे 2 बीघा, सेड़वा के बीसासर में 1 बीघा तथा ग्राम बावरवाला में 1 बीघा भूमि का नि:शुल्क आवंटन संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग बाड़मेर को किया गया है।
विद्युत विभाग
जिले में 33/11 केवी विद्युत सब स्टेशन के निर्माण के लिए शिव के ग्राम अंतरा में 1.10 बीघा, गुड़ामालानी के ग्राम गांधव खुर्द में 1 बीघा तथा गडरारोड़ के ग्राम रोहिडी में 1.10 बीघा भूमि संबंधित सहायक अभियन्ता विद्युत विभाग को कीमतन आवंटन की गई है।
ग्राम पंचायत क्षेत्र
सिणधरी के ग्राम सड़ेचा में पंचायत घर निर्माण को 0.4045 हेक्टेयर, डोली राजगुरां में पंचायत घर निर्माण को 2.03 बीघा भूमि नि:शुल्क आवंटित की गई है। सिवाना के ग्राम कोटडी में सार्वजनिक श्मशान के लिए 2.10 बीघा भूमि आरक्षित करने की स्वीकृति दी गई है।
ग्राम सेवा सहकारी समिति
सेड़वा के ग्राम गुले की बेरी में गोदाम निर्माण को 0.10 बीघा भूमि ग्राम सेवा सहकारी समिति लि. के व्यवस्थापक को नि:शुल्क आवंटित की गई है।

बाड़मेर. आम जनता को समुचित पेयजल मुहैया करवाने के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में विशेष अभियान चलाकर पेयजल की निर्बाध आपूर्ति के लिए ग्रामीण इलाकों में बढ़ रहे अवैध कनेक्शनों के खिलाफ कार्रवाई की। जलदाय विभाग नगर खण्ड के अधिशासी अभियंता सतवीर यादव ने बताया कि जिले भर में विभाग अलग-अलग अभियान शुरू किए गए है। बीते सप्ताह भर से बाड़मेर ग्रामीण में कई ढाणियों और मोहल्लों में अवैध जल कनेक्शनों की शिकायते मिल रही थी जिस पर गुरुवार को बाड़मेर गादान, मेघवालों की ढाणी, मथरानियों की ढाणी और उसके के आसपास के क्षेत्र में जलदाय विभाग ने 28 अवैध नल कनेक्शन काटे गए। जल कनेक्शन काटने के साथ साथ 23 उपभोक्ताओं पर जुर्माना लगाकर राशि वसूली गई।
पानी चोरी की सूचना विभाग को देने की अपील
नगर खण्ड के कनिष्ठ अभियंता पवन जांगिड़ ने बताया कि शहर में अवैध जल कनेक्शनों के साथ साथ उन जल माफिया के खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी जो घरेलू पानी को एकत्रित कर महंगे दामों में पानी बेचते है। कनिष्ठ अभियंता पवन जांगिड़, जलदाय कार्मिक बाबूलाल,चंपा लाल ने अवैध जल कनेक्शनों पर कायज़्वाई को अंजाम दिया। जनता से किसी भी अवैध कनेक्शनों और जल माफिया की शिकायत विभाग से करने की अपील की है। जलदाय विभाग की कार्यवाही का दौर आगे भी जारी रहेगा।

बाड़मेर. श्री माता राणी भटियाणी चैरिटेबल संस्थान बाड़मेर ने गुरुवार को शिवकर मार्ग कल्याणपुरा, करमूजी की गली, महावीर सर्किल के पास जीएसटी अधिकारी अहमदाबाद पुखराज सिंघवी, संस्थान उपाध्यक्ष मुरलीधर संखलेचा एवं अभियान संयोजक मुकेश बोहरा अमन की उपस्थिति में पौधरोपण किया।

पुखराज सिंघवीं ने कहा कि बाडमेर शहर में एक घर एक पौधा अभियान के माध्यम से पौधे लगाने का बहुत ही शानदार कार्य किया जा रहा है। प्रकृति के साथ सन्तुलन बहुत जरूरी है। पर्यावरण प्रदूषण जैसी भयानक व विकराल समस्या पर रोकथाम के लिए पौधरोपण आवश्यक हो गया है। पौधरोपण से प्रकृति की मौलिकता व सुन्दरता बच पाएगी। मुकेश बोहरा अमन ने कहा कि पंचवर्षीय अभियान के माध्यम से थार नगरी बाड़मेर में 11000 पौधे लगाएं जाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

संस्थान के प्रचार मंत्री जितेन्द्र श्रीश्रीमाल ने बताया कि जिन घरों के आगे पौधे लगाए गए उन परिवारजनों को पौधों के संरक्षण का जिम्मा सौंप शपथ दिलाई गई। संस्थान कोषाध्यक्ष सुरेश श्रीश्रीमाल तेजमालता, हरीश बोथरा, पारसमल वडेरा, महेश सिंघवी आदि उपस्थित थे।

बाड़मेर. राजस्थान शिक्षक संघ अंबेडकर जिला शाखा बाड़मेर ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद ,बाड़मेर को रीट-2018 में चयनित अभ्यर्थियों के स्थायीकरण के लिए जिलाध्यक्ष संतोष कुमार नामा के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा।

जिला उपाध्य्क्ष गिरधारीराम सेजू ने बताया कि रीट -2018 में चयनित अभ्यर्थियों के जिला परिषद ,बाड़मेर में निर्धारित तिथिा से पूर्व समय पर आवेदन करने के बावजूद भी शिक्षकों के स्थायीकरण नहीं किए जा रहे हैं। जिला महामंत्री हीरालाल खोरवाल ने बताया कि जिन शिक्षकों के राजस्थान राज्य से बाहर अन्य राज्यों से शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक योग्यता अर्जित की हुई है, उन शिक्षकों ने नियुक्ति के समय राज्य से बाहर अर्जित की गई योग्याताओं के सत्यापन के लिए निर्धारित शुल्क जमा करवा दिया था ,फिर भी सवा 2 साल बीतने के बाद भी विभाग की ओर से सत्यापन नहीं करवाने के कारण स्थायीकरण समय पर नहीं हो रहे हैं।

ओमप्रकाश सेजू ने बताया कि जिन शिक्षकों ने अन्य राज्य से शैक्षणिक- प्रशैक्षणिक योग्यता प्राप्त की है ,उनके दो साल का परिवीक्षा काल पूरा होने के बावजूद शाला दर्पण के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करने पर इनके आवेदन निरस्त किए जा रहे हैं ,इस कारण सीमावर्ती और दूरदराज इलाकों में कार्यरत शिक्षकों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।

जिला उपाध्य्क्ष सुरेश लीलावत, जिला कोषाध्यक्ष रमेश कुमार, जिला प्रवक्ता भंवरलाल खोरवाल, संगठन मंत्री डालूराम सेजू,शोभा मेघवाल,हरिशंकर सामरिया, बाड़मेर ब्लाक अध्यक्ष चैनाराम तंवर उपस्थित थे।

बाड़मेर. लायंस क्लब बाड़मेर के सहयोग से एवं इंडियन एकेडेमी ऑफ पीडियाट्रिक्स बाडमेर शाखा के तत्वावधान में आयोजित होने वाले विश्व स्तनपान सप्ताह के अन्र्तगत गुरुवार को राजकीय मेडिकल कालेज प्रांगण में कार्यक्रम आयोजित हुआ।

कॉलेज के द्वितीय बैच के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए बाड़मेर शाखा अध्यक्ष डॉ. आर के माहेश्वरी ने कहा कि मां के जीवन का सबसे सुखद अहसास अपने शिशु को स्तनपान कराने से होता है। उन्होने समाज में चल रही विभिन्न भ्रांतियो को दरकिनार करते हुए मां के बच्चे को पूर्ण स्तनपान कराने पर बल दिया।

डॉ. माहेश्वरी ने मां के दूध के विभिन्न गुणों से अवगत कराया एवं विद्यार्थियों को संकल्प दिलाया कि वे अपने परिवार एवं समाज में माताओं को स्तनपान के लिए प्रेरित करेंगे।

उन्होंने बताया कि सभी माताएं प्रसव के पश्चात पहले आधे घंटे में दूध पिलाना शुरू करें व प्रथम छह माह तक सिर्फ अपना दूध ही पिलाएं। उन्होने प्रसव के बाद पहले दो-तीन दिन तक निकलने वाला गाढा दूध जिसे खीस कहते है के बारे में समझाया कि इसे फेंकना नहीं चाहिए शिशु को अवश्य देना चाहिए।

खीस लाभदायक तत्वों से भरपूर होता है व यह शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाता है। संचालन डॉ. दीपक तंवर ने किया । इस अवसर पर लायंस क्लब के अध्यक्ष मुकेष जैन, किशन वडेरा एवं सचिव संजय संकलेचा उपस्थित थे।

बाड़मेर. कोरोना ने दिहाड़ी मजदूरों को बेगारी का दंश सहने को मजबूर कर दिया है। शादियों के सीजन में काम नहीं मिला तो कोरोना लॉकडाउन के चलते शहरों में निर्माण कार्य बंद हो गए।

रही-सही कसर बारिश की कमी ने पूरी कर दी। बारिश के अभाव में खेतों में भी काम नहीं है। इस पर दिहाड़ी मजदूरों के लिए परिवार का खर्चा चलाना मुश्किल हो रहा है। स्थिति यह है कि काम नहीं मिलने पर अब मजदूर शहर आने से भी कतरा रहे हैं और घरों में बेकार बैठे हुए हैं।

थार नगरी बाड़मेर आसपास के गांवों के लोगों को रोजगार देने का कार्य करती है। यहां सुबह होते ही करीब पचास गांवों से हर दिन तीन-चार हजार मजदूर दिहाड़ी मजदूर के लिए आते हैं। इन मजदूरों में से अधिकांश निर्माण कार्य जिसमें हमाली, कमठा मजदूरी, कारीगरी आदि का काम करते हैं।

इनको कोरोनाकाल से पहले कार्य मिल रहा था, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर का असर हुआ तो लॉकडाउन को लेकर पाबंदियां लग गई जिस पर शहर में काम बंद हो गया।

इधर, शादी समारोह स्थगित हुए तो टेंट मजदूर भी बेकार हो गए। करीब तीन माह तक यह स्थिति रही जिसके बाद सरकार ने पाबंदी तो हटा दी, लेकिन कोरोना के चलते मंदी की मार बाजार पर पड़ी जिसका असर निर्माण कार्यों पर हुआ और कमठा मजदूरी कम हो गई। एेसे में गांवों से आने वाले मजदूरों को रोजगार भी नहीं मिल रहा। स्थिति यह है कि अधिकांश कमठा मजदूर अब शहर आ ही नहीं रहे।

बारिश ने भी दिया दगा, बेगारी बढ़ी- इधर, बारिश ने भी कमठा व दिहाड़ी मजदूरों की किस्मत पर कुठाराघात किया है। अमूमन जून-जुलाई में बारिश होने पर खुद के खेतों या आसपड़ोस में काम मिल जाता है, लेकिन इस बार बारिश नहीं होने से अधिकांश गांवों में खेतों की जुताई हुई नहीं है। एेसे में गांवों में भी रोजगार नहीं मिल रहा।

गुजरात की राह और दूसरे काम धंधे- कमठा मजदूरी में कमी आने पर ग्रामीण इलाके से मजदूर गुजरात जा रहे हैं। वहां रोजगार मिलने की उम्मीद है। वहीं, दूसरे धंधे पकड़ रहे हैं जिसमें कोई खलासी का काम कर रहा है तो किसी ने चौकीदारी शुरू की है। घर का चूल्हा चौका चलाना मुश्किल- दिहाड़ी मजदूरों का दर्द यह है कि रोजगार नहीं मिलने पर वे अब काम करे तो भी क्या, विशेषकर वे जो एकल परिवार के हैं जो बच्चों को छोड़ अन्यत्र काम पर जा नहीं सकते और बाड़मेर में काम नहीं मिल रहा। एेसी स्थिति में घर का चूल्हा चौका चलाना उनके लिए मुश्किल हो रहा है। उधारी के भरोसे काम चल रहा है।

लम्बे समय से काम नहीं- पहले तो टेंट, कमठा कार्य पर मजदूरी मिल जाती थी, लेकिन अब शहर में निर्माण कार्य कम हो रहे हैं, जिस पर कार्य नहीं मिल रहा। लम्बे समय से काम नहीं मिलने से घर चलाना मुश्किल हो रह है।- एहसानखां, दिहाड़ी मजदूर

एक-एक दिन भारी- बिना काम के बैठे रहना भारी पड़ रहा है। बारिश नहीं होने से खेत भी सूने हैं तो शहर में रोजगार नहीं। एक-एक दिन भरी पड़ रहा है।- बाबूराम, दिहाड़ी मजदूर

सरकार करे प्रबंध- सरकार को एेसा कोई प्रबंध करना होगा जिससे कि दिहाड़ी मजदूरों को संबंध मिले। अब काम नहीं होने स घर परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है।- लक्ष्मण बडेरा, जिलाध्यक्ष कमठा मजदूर यूनियन बाड़मेर

जसोल (बाड़मेर) . सीमावर्ती बाड़मेर जिले में एक सडक़ हादसे में दो युवकों की मौत हो गई। घटना गुरुवार दोपहर एक बजे के आसपास की है।
जिले के बालोतरा- जालोर- सांडेराव नेशनल हाइवे 325 पर काठाड़ी- बालवाड़ा फाटक मार्ग पर गुरुवार दोपहर एक बजे रोडवेज बस से एक मोटरसाइकिल की भिंड़त हो गई।

बाइक पर दो युवक सवार थे। बाइक की भिडं़त में दोनों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि रोडवेज व मोटर साइकिल की टक्कर में जिले के जसोल निवासी स्वरूपसिंह (22) पुत्र मनोहरसिंह व गुड़ामालानी निवासी जगदीशसिंह (20) पुत्र राणसिंह की मौत हुई है।

वे मोटरसाइकिल पर जा रहे थे कि सामने से आ रही रोडवेज बस से भिड़त हो गई। स्वरूपसिंह बचपन में मां की मृत्यु के बाद घर की जिम्मेदारी संभाल रहा था। एेसे में उसके घर में कोहराम मच गया। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और युवकों को अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित किया। इसके बाद शव परिजन को सौंपे गए।

बाड़मेर. बाड़मेर ग्रामीण इलाको में बढ़ रहे जल माफियाओं के खिलाफ जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की कार्यवाई चल रही है।

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के नगर खण्ड के अधिशासी अभियंता सतवीर यादव ने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षक अभियंता सुरेश चंद्र जैन के निर्देशानुसार बाड़मेर ग्रामीण में कई ढाणियों और मोहल्लों में अवैध जल कनेक्शनों की शिकायते मिल रही थी जिस पर गुरुवार को गुरुवार को बाड़मेर गादान, मेघवालों की ढाणी, मथरानियों की ढाणी और उसके के आसपास के क्षेत्र में जलदाय विभाग के अमले ने 28 अवैध नल कनेक्शन काटे। जल कनेक्शन काटने के साथ 23 उपभोक्ताओं पर जुर्माना लगाकर जुर्माना राशि वसूली गई।

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के नगर खण्ड के कनिष्ठ अभियंता पवन जांगिड़ ने बताया कि शहर में अवैध जल कनेक्शनों के साथ साथ उन जल माफियाओ के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी जो घरेलू पानी को एकत्रित कर महंगे दामों में पानी बेचते हैं।

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