>>: Digest for August 06, 2021

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Table of Contents

अजमेर. महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के योग प्रशिक्षक हटाए जाने पर राजभवन ने रोक लगाई है। हाल में एकेडेमिक कौंसिल ने चार साल पूर्व एमओयू समाप्त होने के बाद योग एवं मानविकी विभाग को विश्वविद्यालय का हिस्सा बनाने का फैसला किया। इसको लेकर योग शिक्षक राजभवन पहुंचे थे।

विधायक ने वासुदेव देवनानी ने कहा कि विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान बेंगलूरू एवं विश्वविद्यालय के बीच हुए अनुबंध के तहत कई सालों से योग प्रशिक्षक सेवाररत हैं। विद्या परिषद की बैठक में सुनियोजित तरीके से योग प्रशिक्षकों को हटाने का निर्णय हुआ। यह निर्णय तब लिया गया है जब कोरोनाकाल में योग को सशक्त विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।

राजभवन ने लगाई रोक
योग प्रशिक्षकों के राजभवन जाने पर कुलाधिपति कलराज मिश्र ने प्रशिक्षकों को हटाने के निर्णय पर रोक लगाई है। विश्वविद्यालय में योग एवं मानवीय चेतना केंद्र संचालित रहेगा। मालूम हो सात अप्रेल को हुई एकेडेमिक कौंसिल की बैठक में योग एवं मानवीय चेतना विभाग को विवि के अधीन करने, गेस्ट फेकल्टी से अध्ययन कराने और यहां के शिक्षक को इसका विभागाध्यक्ष बनाने का फैसला हुआ था।

कुलाधिपति के आदेशानुसार पालना की जाएगी। यह निर्णय एकेडेमिक कौंसिल में निर्णय लिया गया है।
ओम थानवी, कुलपति मदस विश्वविद्यालय

अजमेर.

राजस्थान लोक सेवा आयोग ने सहायक परीक्षण अधिकारी , अधीक्षक उद्यान और विधि रचनाकार संवीक्षा परीक्षा-2021 की प्रतियोगी परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों को ऑनलाइन संशोधन का विकल्प दिया है। अभ्यर्थी 14 अगस्त तक ऑनलाइन संशोधन कर सकेंगे।

सचिव शुभम चौधरी ने बताया कि विधि रचनाकार, अधीक्षक उद्यान और सहायक परीक्षण अधिकारी संवीक्षा परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी नाम, परीक्षा केन्द्र, फोटो, हस्ताक्षर एवं विषय के अतिरिक्त सभी प्रकार के संशोधन ऑनलाइन कर सकेंगे। इसके लिए 300 रुपए शुल्क देना होगा।

योग टीचर्स को हटाने पर राजभवन ने लगाई रोक

अजमेर. महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के योग प्रशिक्षक हटाए जाने पर राजभवन ने रोक लगाई है। हाल में एकेडेमिक कौंसिल ने चार साल पूर्व एमओयू समाप्त होने के बाद योग एवं मानविकी विभाग को विश्वविद्यालय का हिस्सा बनाने का फैसला किया। इसको लेकर योग शिक्षक राजभवन पहुंचे थे।
विधायक ने वासुदेव देवनानी ने कहा कि विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान बेंगलूरू एवं विश्वविद्यालय के बीच हुए अनुबंध के तहत कई सालों से योग प्रशिक्षक सेवाररत हैं। विद्या परिषद की बैठक में सुनियोजित तरीके से योग प्रशिक्षकों को हटाने का निर्णय हुआ। यह निर्णय तब लिया गया है जब कोरोनाकाल में योग को सशक्त विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।

अजमेर.

महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय ने सौ रुपए विलंब शुल्क से सालाना परीक्षा फार्म भरने की तिथि बढ़ा दी है। विद्याथी 12 अगस्त तक सौ रुपए विलंब शुल्क देकर ऑनलाइन फार्म भर सकेंगे।

बुधवार को निजी कॉलेज संचालकों ने तय सीट से ज्यादा प्रवेश पर 15-15 हजार रुपए जुर्माना लगाने, सम्बद्धता के बकाया प्रकरण को लेकर प्रदर्शन किया था। कॉलेज संचालकों ने विद्यार्थियों के हित में परीक्षा फॉर्म भरने का आग्रह किया। इसके तहत विश्वविद्यालय ने 12 अगस्त तक सौ रुपए विलंब शुल्क देकर फॉर्म भरने की तिथि बढ़ाई है।

परीक्षा नियंत्रक प्रो. शिवदयाल सिंह ने बताया कि स्नातक स्तर की पास/ऑनर्स तथा स्नातकोत्तर कक्षाओं के नियमित, स्वयंपाठी और पूर्व विद्यार्थी, विवि के प्रथम, तृतीय और पंचम सेमेस्टर, बीएससी एवं बीए बीएड (रीजनल कॉलेज), बीपीएड और बीबीए वार्षिक स्कीम के विद्यार्थी परीक्षा फॉर्म भर सकेंगे।

बीएड-विधि संकाय के फॉर्म आज से
प्रो. सिंह ने बताया कि दो वर्षीय बीएड, बीएससी एवं बीए बीएड, एमएड (रीजनल कॉलेज के अतिरिक्त), लॉ प्रथम और एलएलएम पार्ट प्रथम (स्वयंपाठी) , लॉ द्वितीय और तृतीय वर्ष (नियमित एवं स्वयंपाठी), एलएलएम पार्ट प्रथम-द्वितीय (विवि कैंपस), एलएलएम पार्ट द्वितीय और तृतीय (नियमित एवं स्वयंपाठी) विद्यार्थी 6 से 16 अगस्त तक बगैर विलंब शुल्क फॉर्म भर सकेंगे। जबकि 17 से 20 अगस्त तक सौ रुपए विलंब शुल्क से फॉर्म भर सकेंगे।

अजमेर. वर्षो से प्यासी अजमेर विकास प्राधिकरण की पृथ्वीराज नगर योजना तथा पहली रेरा रजिस्टर्ड विजयाराजे सिंधिया नगर योजना में पानी पहुंचे का रास्ता साफ हो गया है। प्राधिकरण ने इसके लिए 25.42 करोड़ की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति जारी कर दी है। वहीं जलदाय विभाग ने भी कार्य की तकनीकी स्वीकृति जारी कर दी है। दोनो ही योजनाओं में 4- 6 महीने में पानी पहुंचने की उम्मीद है। पृथ्वीराज नगर में पानी की टंकी बनाने के लिए प्राधिकरण पहले ही जलदाय विभाग को जमीन नि:शुल्क आवंटित कर चुका है। प्राधिकरण की पृथ्वीराज नगर योजना 2007 में लांच हुई थी। जबकि विजयाराजे की लांचिग को तीन साल हो चुके हैं।

होकरा व सूरजकुंड योजना को करवाया रेरा रजिस्टर्ड

अजमेर. अजमेर विकास प्राधिकरण ने पुष्कर के होकरा में रिसोर्ट योजना की रिजर्व प्राइज 4910 वर्गगज तथा सूरजकुंड में प्रस्तावित रिसोर्ट योजना फेस वन की आरक्षित दर 3300 वर्ग गज तय करने के बाद इसे मंगलवर को रेरा रजिस्टर्ड करवा दिया है। जल्द ही इस योजना की लॉंचिंग की जाएगी। इससे पुष्कर में होटल रिसोर्ट के लिए जमीन तलाशने वालों की मांग जल्द पूरी होगी। प्राधिकरण ने इकोलॉजिकल हाउसिंग/ फार्म हाउस योजना के लिए 1650 वर्गगज की दर मंजूर की गई। प्राधिकरण इसके लिए भी रेरा रजिस्ट्रेशन की तैयारी में है।

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अजमेर.

मौसम का मिजाज गुरुवार को बदल गया। सुबह आसमान में बादल उमड़ते-घुमड़ते रहे। बादलों के छितराने पर सूरज नजर आया। दिनभर धूप और उमस के चलते गर्माहट बनी रही। दौर चला। अधिकतम तापमान 32.4 और न्यूनतम 25.0 डिग्री रहा। पिछले तीन दिन में तापमान में 4.1 डिग्री की बढ़ोतरी हो गई है।

सुबह से घनघोर बादलों ने अजमेर के आसमान पर डेरा जमा लिया। सूरज बादलों की ओट में दुबका रहा। बादल छितराए तो धूप निकली। इससे मौसम में गर्माहट हो गई। शाम तक धूप और गर्मी ने लोगों को परेशान किया।

अभी औसत आंकड़े से दूर
जिले और शहर की औसत बारिश 550 मिलीमीटर मानी गई है। मौसम विभाग के अनुसार अजमेर शहर में 1 जून से अब तक 344.0 और सिंचाई विभाग के अनुसार 307 मिलीमीटर हो चुकी है। उधर सिंचाई विभाग के अनुसार जिले में अब तक 314.2 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है। औसत आंकड़े के लिए करीब 225 मिलीमीटर बरसात की जरूरत है। मानसून के 56 दिन बाकी है।

अजमेर. रक्षाबंधन के त्यौहार की प्रतीक्षा हर भाई-बहन को होती है। जो बहनें, लम्बी दूरी होने के कारण रक्षाबंधन के त्यौहार पर अपने भाइयों के पास नहीं जा सकती हैं, वो डाक से अपने भाइयों को राखी भेजती हैं। अजमेर डाक मंडल के प्रवर अधीक्षक आई. एल. सांखला ने बताया कि डाक विभाग ने विशेष और अत्यधिक आकर्षक राखी लिफाफे जारी किए हैं, जो पूरी तरह वाटरप्रूफ हैं। अजमेर डाक मंडल के सभी डाकघरों में ये राखी लिफाफे पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।सांखला ने यह भी बताया कि रक्षाबंधन के पर्व पर बड़े पैमाने पर डाक के माध्यम से राखियां भेजी जाती हैं और लोगों की भावनाएं इससे जुड़ी होती हैं, ऐसे में डाक विभाग द्वारा प्रतिवर्ष डाक-राखियों के समय पर वितरण हेतु विशेष प्रयास किए जाते हैं।राखी डाक वितरण को सर्वोच्च प्राथमिकताइस बार कोरोना महामारी के चलते भी राखी-डाक में और अधिक वृद्धि की सम्भावना है। इसके लिए अजमेर डाक मंडल में सभी तैयारियां कर ली गयी हैं और मंडल के सभी वितरण डाकघरों को राखी-डाक के वितरण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

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अजमेर. भारतीय डाक विभाग द्वारा परिचालित डाक जीवन बीमा (पीएलआई) एवं ग्रामीण डाक जीवन बीमा (आरपीएलआई) मे प्रीमियम राशि जमा करने के लिए ऑनलाइन एवं ऑफलाइन जमा की सुविधा उपलब्ध है। जिसमे प्रगति करते हुए विभाग द्वारा एक और पहल की गई है, जिसके तहत कोई भी डाकघर बचत खाता धारक अपने बचत खाते को अपनी पॉलिसी से लिंक करवा सकते है। पॉलिसी के बचत खाते से लिंक होने के बाद प्रत्येक माह को देय होने वाले प्रीमियम की कटौती स्वत: बचत खाते से ही हो जाएगी। इसके लिए ग्राहक को केवल खातें मे पर्याप्त राशि रखनी होगी। यह सुविधा वर्तमान व नए पॉलिसी धारक किसी भी डाकघर मे बचत खाता खुलवाकर ले सकते है। इससे पूर्व ग्राहको द्वारा डाकघर मे व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर प्रीमियम राशि जमा करानी होती थी और देरी की दशा मे डिफ ाल्ट/ पेनलटी की राशि चुकानी पड़ती थी लेकिन अब इस सुविधा के उपयोग से व्यक्तिगत उपस्थिती की अनिवार्यता नहीं रहेगी व प्रीमियम भी समय से जमा किया जा सकेगा। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए ग्राहको को केवल एक बार अपने निकटतम डाकघर से संपर्क एक फार्म के द्वारा उक्त सुविधा को उपयोग करने के लिए निर्देश देने होंगे।

वर्तमान समय में बीमा भी जरूरी

पूर्व मे डाक जीवन बीमा का लाभ केवल सरकारी/अद्र्धसरकारी कर्मचारियो द्वारा ही लिया जा सकता था परंतु अब इस क्षेत्र मे निजी कंपनी / गैर सरकारी के कर्मचारी एवं डिग्रीधारी भी शामिल किये गए है। सभी योग्य वर्गो द्वारा आर्थिक सुरक्षा के प्रयोजन से डाक जीवन बीमा का अधिकतम लाभ उठाया जा सकता है।

इनका कहना है

पीओएसबी बचत खातों के माध्यम से डाक जीवन बीमा एवं ग्रामीण डाक जीवन बीमा की प्रति माह जमा होने वाले राशि को जमा करने की सुविधा से ग्राहको को अब ना तो डाकघर जाना पड़ेगा और ना ही कतार मे खड़े रह कर प्रतीक्षा करनी की आवश्यकता हो। इसके लिए ग्राहको को किसी भी तरह का अतिरिक्त सुविधा शुल्क भी नहीं देंना पड़ेगा। इसके अतिरिक्त ग्राहको द्वारा उक्त प्रीमियम मोबाइल बैंकिंग ऐप द्वारा घर बैठे भी जमा किया जा सकता है।

कर्नल सुशील कुमार, पोस्टमास्टर जनरल, राजस्थान दक्षिणी क्षेत्र

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अजमेर. राजस्व मंडल के तत्वाधान में राजस्व निर्णयों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से जारी करने के उद्देश्य को लेकर 'राज्य स्तरीय निर्णय लेखनÓ कार्यशाला का आयोजन 12 व 13 अगस्त को अजमेर के राजस्व अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (आरआरटीआई) परिसर में किया जाएगा। राजस्व मंडल के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह ने बताया कि कार्यशाला में समूचे राजस्थान के सभी अतिरिक्त संभागीय आयुक्त(एडीसी), राजस्व अपील अधिकारी (आरएए) एवं भू प्रबंध अधिकारी शामिल होंगे।इसके उपरांत प्रत्येक जिले से मनोनीत एक अतिरिक्त जिला कलेक्टर व एक उपखंड अधिकारी को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित करने के लिए पृथक-पृथक कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा । यह जिलास्तर पर भविष्य में आयोजित होने वाली कार्यशाला में प्रशिक्षण प्रदान करने का कार्य करेंगे। राज्य एवं जिला स्तरीय कार्यशालाओं के आयोजन का कार्य आगामी 2 अक्टूबर से आरंभ होने जा रहे 'प्रशासन गांवों के संग अभियानÓ से पूर्व दिया जाएगा ताकि अभियान के दौरान व उसके बाद भी राजस्व न्यायालयों में उत्कृष्ट, गुणवत्तापूर्ण व विधिसम्मत निर्णय लेखन की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित किया जा सके।

लगातार उठती रही मांग, पूर्व में निर्देश भी दिए गए

राज्य में कई बार निचली राजस्व अदालतों के पीठासीन अधिकारियों के द्वारा पारित किए गए निर्णयों को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। अपीलों की सुनवाई के दौरान भी राजस्व मंडल के कई वरिष्ठ सदस्यों ने इन पर प्रतिकूल टिप्पणी करते हुए ऐसे पीठासीन अधिकारियों को प्रशिक्षण दिए जाने के निर्देश दिए जा चुके है। ऐसे निर्णयों की प्रति सरकार तथा डीओपी को भी भेजी जा चुकी है। पूर्व के कई मामलों में तो कई पीठासीन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए थे।

read more: अब बचत खातों से सीधे ही डाक जीवन बीमा प्रीमियम हो सकेगा जमा पीएलआई,आरपीएलआई का

चित्तौडग़ढ़ और भीलवाड़ा और बीसलपुर बांध के आस-पास कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश से बांध में पानी की आवक लगातार बनी हुई है। बीते 36 घंटे में बांध में 63 सेंटीमीटर पानी की आवक हुई है। बुधवार शाम 6 बजे तक बांध का जलस्तर 309.98 आरएल मीटर हो गया है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस मानसून सत्र के सात दिन में 10.5 टीएमसी पानी आया है। त्रिवेणी नदी अभी साढ़े चार मीटर के स्तर पर बह रही है और 4800 क्यूसेक पानी प्रति सैकंड फ्लो-रेट के हिसाब से बांध में आ रहा है।


सात दिन की बारिश में ही आधे भर गए बांध
प्रदेश में देरी से ही सक्रिय हुए मानसून ने रीते बांधों को सप्ताह भर में ही तर कर दिया है। बीते सात दिन की बारिश से ही प्रदेश के बांध अपनी कुल भराव क्षमता के आधे भर चुके हैं। जबकि बीते साल 4 अगस्त के मुकाबले इस बार बांधों में पानी की आवक 9 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है। बुधवार को प्रदेश में ज्यादा या कम भराव क्षमता के 26 बांध पानी की अच्छी आवक होने से लबालब हो गए। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बारिश का दौर भले ही थमा गया है लेकिन अब भी पानी की आवक जारी है।

ज्यादा और कम भराव क्षमता के 272 बांध

जल संसाधन विभाग के अनुसार प्रदेश के ज्यादा और कम भराव क्षमता के 272 बांध हैं। इनकी कुल भराव क्षमता 12626.32 मिलियन क्यूबिक मीटर है। बीते सात दिन में बांधों में 6300 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी आवक हुई है और बांधों में पानी आधी भराव क्षमता 6241.59 मिलियन क्यूबिक मीटर तक पहुंच गया है। जबकि बीते 20 जून को प्रदेश के बांधों में कुल भराव क्षमता के 4318.25 मिलिय क्यूबिक मीटर पानी था कुल भराव क्षमता का 34.20 प्रतिशत था। 4 अगस्त को प्रदेश के बांधों में कुल भराव क्षमता के 49.43 प्रतिशत पानी है। बीते 12 घंटे के दौरान प्रदेश के बांधों में 444.18 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी की आवक हुई।

एक दिन में ही लबालब हुए 26 बांध
झमाझम बारिश के बाद बांधों में तेजी से पानी की आवक शुरू हो गई है। 3 अगस्त को प्रदेश के 727 बांधों में से पूर्ण भरे हुए बांध 57 थे। 4 अगस्त को इन पूर्ण भरे बांधों की संख्या 81 हो गई यानी एक दिन में ही 26 बांध लबालब हो गए। 20 जून को जहां प्रदेश में 537 बांध रिक्त थे वहीं अब 4 अगस्त को इनकी संख्या 287 ही रह गई है।

अजमेर. लम्बे समय के बाद सरकार ने राजस्व मंडल में सरकारी वकीलों के सभी पदो को नियुक्ति के जरिए भर दिया। राजस्व विभाग (गु्रप-1) के संयुक्त शासन सचिव सीताराम जाट द्वारा जारी आदेशों के अनुसार राजस्व मंडल के राजकीय अधिवक्ता के पद पर राज्य सरकार ने शंकर लाल जाट को नियुक्त किया गया है। जबकि अतिरिक्त राजकीय अधिवक्ता के पद पर हनुमान प्रसाद गुनार्डिया को नियुक्त दी। इनके अलावा करण सिंह गुर्जर, खुर्शीद अनवर,अजीत सिंह, सविता चौहान, अशोक मंघवंशी तथा धर्मेन्द्र सिंह टांक को उपराजकीय अधिवक्ता बनाया गया है। राजस्व मंडल में राजकीय अधिवक्ता का लम्बे समय से रिक्त था जबकि अप्रैल में पूनम माथुर के हटाए जाने के बाद से अतिरित राजकीय अधिवक्ता का पद भी रिक्त चल रहा था।

उपराजकीय अधिवक्ता के स्वीकृत 11 में से 6 पद रिक्त थे। लेकिन अब राजस्व मंडल में राजकीय अधिवक्ताओं के सभी पदों का सरकार ने भर दिया है। इससे राजस्व मंडल में सरकार के मुकदमों की सुनवाई में तेजी जाएगी। जबकि सर्किट बेंचों में भी मुकदमों की सुनवाई के दौरान सरकार का पक्ष रखा जाएग। राजस्व मंडल में करीब 64 हजार मुकदमें लम्बित हैं।

अध्यक्ष व रजिस्ट्रार से की मुलाकात

पदभार ग्रहण करने के बाद राजकीय, अतिरक्त तथा उप राजकीय अधिकवक्ताओं ने राजस्व के अध्यक्ष सुरेन्द्र शर्मा के साथ मंडल चेयरमैन राजेश्वर सिंह तथा निबन्धक एम.एल.मीणा से से मुलाकात की। इस दौरान राजस्व बार के कई पदाधिकारी तथा सदस्य उपस्थित थे।

सदस्यों के 12 पद अभी भी रिक्त

सरकार ने राजनीतिक नियुक्त के तहत भले ही राजकीय अधिवक्ताओं के सभी पदों को भर दिया है लेकिन राजस्व मंडल में मुकदमों की सुनवाई के लिए 20 के मुकाबले केवल 8 सदस्य ही उपलब्ध हैं। सदस्यो के 12 पद रिक्त होने से मुकदमों की सुनवाई प्रभावित है। एकल व खंडपीठ गठित करने,सर्किट बेंच तथा पुराने मुकदमों की सुनवाई प्रभावित है।

कर्मचारियों के 314 पद रिक्त

राजस्व मंडल में सदस्यों के अलाव कर्मचारियों-अधिकारियों के स्वीकृत 771 पदों में से 457 पदों पर कर्मचारी अधिकारी कार्यरत है 314 पद रिक्त चल रहे हैं। देखा जाए तो 59 प्रतिशत पदों पर ही कर्मचारी कार्य कर रहे हैं और उनको रिक्त चल रहे 40 प्रतिशत अन्य कर्मचारियों का कार्य भी करना पड़ रहा है तो ऐसी स्थिति में राजस्व मंडल का कामकाज पहले ही प्रभावित है। राजस्व बोर्ड में गजेटेड अधिकारियों की स्वीकृत संख्या 169 है जिसमें से 93 अधिकारी ही कार्यरत हैं 76 पद रिक्त चल रहे हैं।

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अजमेर. जिले के ई.मित्र कियोस्क का एक ही दिन में निरीक्षण कर एक लाख से अधिक का जुर्माना वसूला गया। जिले में एक दिन में 308 ई- मित्र कियोस्क का निरीक्षण कर राज्य स्तरीय रिकॉर्ड बनाया गया। डीओआईटी की टीमों द्वारा 127 शहरी ई-मित्र कियोस्क तथा 181 ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत ई-मित्र कियोस्क का औचक निरीक्षण किया गया। औचक निरीक्षण के दौरान शर्तो के अनुसार कार्य नहीं कर रहे 128 ई-मित्र कियोस्क पर 1 लाख 11 हजार 500 रूपए शास्ति आरोपित की गई। इनमें 95 ई-मित्र कियोस्क धारको पर ई-मित्र रेटलिस्ट और बैनर नहीं होने के कारण एक- एक हजार रूपए प्रत्येक कियोस्क पर जुर्माना लगाया गया। इसी प्रकार 33 ई-मित्र कियोस्क पर तय राशि से अधिक राशि वसूलने के कारण 500 रूपए प्रति कियोस्क धारक शास्ति आरोपित की गई।

राज्य स्तर पर बनाया रिकॉर्ड सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के अतिरिक्त निदेशक अखिलेश मित्तल ने बताया कि ई-मित्र के माध्यम से दी जा रही सेवाओं के आमजन को सुचारू रूप से प्राप्त होने की उदेश्य को देखते हुए जिला एवं ब्लॉक कार्यालयों द्वारा जिले के 300 से अधिक ई-मित्र कियोस्क का औचक निरीक्षण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। इसके लिए रणनीति बनाकर टीमों का गठन किया गया। इसमें अजमेर जिले से एक दिन में सर्वाधिक 308 ई-मित्र कियोस्क का औचक निरीक्षण किया गया। राज्यस्तर पर एक दिन में किए गए ईञमित्र कियोस्क निरीक्षण का रिकार्ड भी स्थापित किया है।

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Ajmer अजमेर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोड,अजमेर्र की ओर से निर्धारित फार्मूले के तहत दसवीं व बारहवीं में प्रमोट किए 93 नियमित विद्यार्थियों ने स्वयंपाठी विद्यार्थियों के साथ लिखित परीक्षा देने की इच्छा जताई है। इसके लिए उन्होंने बोर्ड में आवेदन किया है। बोर्ड ने उनका पूर्व में घोषित परिणाम निरस्त कर दिया है। परीक्षा 12 अगस्त से शुरू होंगी।

माशिबो की ओर से इस बार बिना परीक्षा के जारी किया दसवीं व बारहवीं का परिणाम 99 प्रतिशत से भी अधिक रहा है। दसवीं और बारहवीं में 21 लाख से अधिक विद्यार्थी प्रमोट प्रक्रिया में शामिल हुए। इनमें से दसवीं में 53 और बारहवीं में 40 विद्यार्थियों ने परिणाम से असंतुष्ट होकर या अन्य कारणों से लिखित परीक्षा के लिए आवेदन किया है।

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. डी. पी. जारोली ने बताया कि दसवीं की परीक्षा में शामिल 12 लाख 67 हजार 481 नियमित विद्यार्थियों का निर्धारित फार्मूले के तहत परिणाम घोषित किया गया था। इसमें से 53 विद्यार्थियों ने लिखित व सैद्धांतिक परीक्षा देने के लिए आवेदन किया है।

इसी प्रकार बारहवीं की परीक्षा में शामिल 8 लाख 59 हजार 994 विद्यार्थियों का परिणाम घोषित किया गया था। इनमें से 40 विद्यार्थियों ने सैद्धांतिक परीक्षा देने के लिए आवेदन किया है। उन्होंने बताया कि जो विद्यार्थी लिखित परीक्षा देंगे उनका पूर्व घोषित परिणाम निरस्त कर दिया गया है।

परीक्षा कार्यक्रम घोषित

गौरतलब है कि स्वयंपाठी विद्यार्थियों की परीक्षा 12 अगस्त से शुरू होकर 25 अगस्त को संपन्न होगी। बोर्ड ने परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर दिया है। करीब 50 हजार परीक्षार्थी प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर 111 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षाएं देंगे।

अजमेर/हिण्डौनसिटी. उपखंड के सूरौठ कस्बे के उदासी का बाग मोहल्ला में गुरुवार सुबह विवादित भूमि को लेकर दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। धारदार हथियार व लाठी, डंडों के हमले में छह महिलाओं समेत 15 जने घायल हो गए। सभी घायलों को सूरौठ अस्पताल से हिण्डौन राजकीय चिकित्सालय के लिए रैफर किया गया। घटना के बाद सरौठ थाना पुलिस ने मौके पर पहुंच मामले की जानकारी ली। साथ ही 11 जनों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया

। पुलिस के अनुसार उदासी का बाग निवासी दौजी माली व देवीलाल माली के परिवारों के बीच जमीन को लेकर पिछले कई वर्षों से विवाद चला आ रहा है। विवादित भूमि पर न्यायालय की ओर से स्टे भी लगा हुआ है। इसके बावजूद भूमि पर कब्जे को लेकर गुरुवार सुबह दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए। दोनो पक्षों के लोगों ने धारिया, फरसा, व लाठी-डंडे लेकर एक-दूसरे पर हमला कर दिया।
आधा घंटा भिड़े दोनों पक्ष

करीब आधा घंटे तक चले खूनी संघर्ष में एक पक्ष के प्रकाश चंद, विष्णु, भूरसिंह, राजेश, मंतो, मीना बाई, विनीता, फूलनदेवी और मीना देवी घायल हो गए। वहीं दूसरे पक्ष के मंगतीराम, घनश्याम, पंकज, भीमसिंह, सौरभ और ममता देवी घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया।
मेडिकल ज्यूरिस्ट डॉ. ओपी मीणा ने बताया कि गंभीर घायल होने पर दोनों पक्षों के सात जने मानसिंह, विष्णु, प्रकाश, भीम सिंह, मंगती, भंवर व दिनेश को भर्ती कर लिया। जबकि अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।

पुलिस के अनुसार भूमि विवाद के चलते झगड़ा कर शांति भंग करने के आरोप में सूरौठ निवासी हरीराम, जलसिंह, बनवारी, गणेश, फूलसिंह, हरीचरण, देवीलाल, अंकित, घनश्याम, राजवीर व राहुल माली को गिरफ्तार किया है। (पत्रिका संवाददाता)
फोटो केप्शन-हिण्डौनसिटी. राजकीय चिकित्सालय में घायलोंं का उपचार करते चिकित्सक।

हिण्डौनसिटी. राजकीय चिकित्सालय में भर्ती सूरौठ निवासी घायल।

Ajmer अजमेर. आमजन में टीकाकरण के प्रति उत्साह से अजमेर जिले ने 15 लाख डोज वैक्सीनेशन का आंकड़ा छू लिया। यह जिले की उपलब्धि है। हालांकि अभी 4 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जानी शेष है। गुरुवार तक पहली डोज के रूप में 15.37 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। टीकाकरण के अंतर्गत अभी भी दूसरी डोज का लोगों को इंतजार है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. सोनी ने बताया कि टीकाकरण की प्रभावी रणनीति कारगर साबित हुई है। जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित की ओर से वैक्सीनेशन की मॉनिटरिंग का असर रहा कि वैक्सीनेशन कार्य ने गति पकड़ी।

उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा टीकाकरण अभियान आरम्भ करने के साथ ही जिले के अधिकतम लोगों को प्रतिरक्षित करने के लिए प्रत्येक स्तर पर कार्य किया गया। इसके लिए उपखण्ड अधिकारी को इंसीडेन्ट कमाण्डर नियुक्त कर वैक्सीनेशन की मॉनिटरिंग के लिए निर्देशित किया गया।

टीकाकरण की फैक्ट फाइल

-15.37 लाख से अधिक व्यक्तियों का टीकाकरण।-11.72 लाख को टीके की प्रथम खुराक दी चुकी है।

- 3.64 लाख को दूसरी डोज लगाई।

वैक्सीन अनुसार यह है आंकड़ा

12.21 लाख से अधिक व्यक्तियों को कोविशिल्ड3.15 लाख को कोवैक्सीन लगाई

7.81 लाख पुरुष लाभान्वित7.55 लाख से अधिक महिलाएं प्रतिरक्षित

3.89 लाख 60 वर्ष से अधिक4.64 लाख 45 से 59 वर्ष

6.83 लाख 18 से 44 वर्ष

लक्ष्य के साथ कर रही टीमें काम

वैक्सीनेशन के लिए लक्ष्य के आधार पर टीमें देर शाम तक काम कर रही हैं। वैक्सीन का स्लॉट मिलने के साथ एक ही दिन में सभी वैक्सीन लगाई जा रही हैं। ताकि वेस्टेज रोकने के साथ लोगों को जल्द रिस्क जोन से बाहर लाया जा सके।

धौलपुर. चंबल का जलस्तर का घटना शुरू हो गया। गुरूवार को चंबल का जलस्तर करीब दो मीटर नीचे पहुंच गया। हालांकि अभी भी चंबल खतरे के निशान से करीब १३ मीटर के ऊपर चल रही है। गुरूवार देर शाम जलस्तर १४२.५० पहुंच गया, जबकि बुधवार को जलस्तर १४४.६० था। चंबल नदी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से राहत के प्रयास और तेज कर दिए गए है। वहीं, जिला प्रशासन के अधिकारियों ने चंबल के जलस्तर जल्द और कम हो जाने की बात कही है। उल्लेखनीय है कि चंबल का जलस्तर बढऩे के साथ ही गांवों में बाढ़ की स्थिति बन चुकी है। धौलपुर, सरमथुरा, बाड़ी, राजाखेड़ा, सरमथुरा व बसेड़ी क्षेत्र के सौ से अधिक गांवों में अभी भी पानी भरा हुआ है। बाढ़ की स्थिति जिले सभी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

कलक्टर जायसवाल ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों राजाखेड़ा, बाड़ी व सरमथुरा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांव में राहत पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने जिले के तहसीलदार, ग्राम विकास अधिकारी तथा पटवारी को पूरी तरह से अलर्ट रहने के निर्देश दिए। साथ ही चिकित्सा अधिकारियों को मेडिकल टीम अलर्ट मोड़ पर रखने के निर्देश दिए। गर्भवती महिलाओं तथा बच्चों, बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। आमजन को आवश्यक दवा किट उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए

धौलपुर. अरे साहब...जब-जब चंबल नदी में पानी आता है...तब-तब गांव को खाली करना पड़ता है....कई वर्षों से ऐसा ही होता आ रहा है...पानी जब-जब उतरता है...बर्बादी के निशां छोड़ जाता है। यह कहना है शहर के समीपवर्ती चंबल के तटवर्ती गांव में रहने वाले गंधर्व सिंह का।

सिंह ने बताया कि चंबल में पानी आने पर गांव में पानी भर जाने पर गांव वाले तो सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाते है, ऐसे में लोग जैसे-तैसे अपने खाने-पीने की व्यवस्था तो कर लेते है, लेकिन पशुओं को इस दौरान समस्या बड़ी हो जाती है। एक ओर खेतों में पानी की वजह से चारा नष्ट होता है, तो वहीं चारे के लिए पशुओं को दर-दर भटकना पड़ता है। बाढ़ की स्थिति में गांव में सांप, बिच्छू सहित कई जहरीले कीड़ें भी बाहर जाते है, जिनसे पशुओं का बचाव करना ही सबसे बड़ी समस्या है।

गांव भमरौली निवासी मुन्ना गुर्जर बताते है कि गांव में वर्षों से यह चला आ रहा है कि जब-जब तेज बारिश होती है, ग्रामीण स्वयं के स्तर पर ही सुरक्षा के व्यवस्थाएं जुटाना शुरू कर देते है। ऐसे में गांव के लोग अपने-अपने घरों में टूयूबों में हवा भर कर रख लेते है, ताकि बाढ़ की स्थिति में अपने परिवार को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा सके। गांव वालों ने चंबल नदी के ऊंचाई क्षेत्र के जंगल क्षेत्र में सुरक्षित रहने के लिए ठिकाने भी बना लिए है, लेकिन सबसे बड़ी समस्या पशुओं के चारे की रहती है।

गांव के प्रकाश गुर्जर बताते है गांव में पानी प्रवेश कर जाने की स्थिति में सभी गांव वालों में डर का माहौल रहता है, पहले बाढ़ की स्थिति के दौरान गांव में कई बार मगरमच्छ तक आ चुके है, बिलों में पानी भर जाने पर जहरीले सांप व अन्य कीड़ों का प्रकोप बढ़ जाता है। बाढ़ के आने और जाने के बाद भी गांव के लोग भयभीत बने रहते है। प्रकाश ने बताया कि गांव में बाढ़ की स्थिति के दौरान प्रशासन की ओर से दवाईयां, छिड़काव सहित अन्य व्यवस्थाएं तो करा दी, लेकिन पशुओं के चारे के लिए ग्रामीणों को परेशानी का सामना लम्बे समय तक करना पड़ता है।

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