>>: Digest for August 08, 2021

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Table of Contents

कोटा. बाढ़ के कारण हालत बिगड़ते की लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला दिल्ली से कोटा पहुंचे और शनिवार को सुबह से ही तेजी से राहत कार्य शुरू कराए। उन्होंने हैलीकॉप्टर से पहले सांगोद और बाद में केशवरायपाटन क्षेत्र के हालात का जायजा लिया। हर तरह के नुकसान को बरीकी से देखा और अधिकारियों को तेजी से हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। सामाजिक कार्यकर्ताओं से भी मदद करने का अनुरोध किया। बिरला सांगोद में हालात का पूरा जायजा लेने के बाद केशवरायपाटन पहुंचे। यहां पिछले दिनों घर ढहने से 7 जनों की मृत्यु हो गई थी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और अधिकारियों को परिवार की मदद के निर्देश दिए। लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने घटनास्थल का भी निरीक्षण किया। लोकसभा अध्यक्ष रविवार को हैलीकॉप्टर से इटावा क्षेत्र का जायजा लेंगे। बिरला को दिल्ली में जैसे ही कोटा-बूंदी में बाढ़ हालात की जानकारी मिली तो वे तत्काल सक्रिय हो गए। उन्होंने केन्द्रीय गृहमंत्री, राजस्थान के गृह सचिव और आपदा विभाग के अधिकारियों से राहत पहुंचाने के लिए बात की। दिल्ली से कोटा आते समय भी ट्रेन में अधिकारियों से फीडबैक लेते रहे। बिरला ने कहा, बाढ़ में बहुत से परिवारों के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पशु और फसल की हानि हुई है। कोटा-बूंदी के लोग उनका परिवार है, वे दु:ख की इस घड़ी में उनके साथ हैं। हर संभव मदद की जाएगी।

घरों का निर्माण करवाएंगे: बिरला
बिरला ने पत्रिका से बातचीत में कहा, ग्रामीण क्षेत्र में बहुत से लोगों के घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जो परिवार प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए चयनित हैं, उनके घर जल्द बनवाएंगे। जो परिवार इस योजना के दायरे से बाहर हैं उनके घर भी जन सहयोग से फिर से बनवाएंगे। किसी को भी किसी भी तरह की परेशानी होने पर लोकसभा अध्यक्ष से कोटा स्थित कैंप कार्यालय में संपर्क कर सकेंगे और फोन पर भी सूचना दे सकेंगे। उन्होंने कहा, जरूरतमंदों की मदद करना सामूहिक जिम्मेदारी है, इसलिए राज्य सरकार को भी आगे आना चाहिए।

हर नुकसान का सर्वे हो

बिरला ने कहा, वे यह प्रयास कर कर रहे हैं कि फसलों के नुकसान, क्षतिग्रस्त घर और अन्य नुकसान का सर्वे जल्द हो और मुआवजे की प्रक्रिया जल्द पूरी हो। बीमा कंपनियों के जल्द रिपोर्ट जाए ताकि किसानों को मुआवजा मिल सके।

रात से ही प्रयासों में जुटे रहे
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, सांगोद क्षेत्र में दो गांवों के टापू बनने की सूचना मिलते ही केन्द्रीय गृह मंत्रालय और राज्य के आपदा विभाग से बात की। रात में ही मौके पर एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई, लेकिन रात में रेस्क्यू कार्य नहीं हो सका है। सुबह फिर प्रयास शुरू किए। अब बचाव दलों के माध्यम से राहत दी जा रही है।

बारिश का कहर : हाड़ौती अंचल में कई गांव जलमग्न

बिरला के दौरे से बंधी उम्मीद
लोकसभा अध्यक्ष के बाढग़्रस्त क्षेत्र में दौरे किए जाने से लोगों को सहायता की उम्मीद बंधी है। उनके दौरे के दौरान लागों ने कहा, अब उनके परिवार के सदस्य और सांसद उनके बीच आ गए हैं, जल्द उन्हें राहत मिलने की उम्मीद जगी है।

कोटा. कैथूपीपोल थाना क्षेत्र में घर से बाहर खड़ी बाइक चुराने वाले शातिर बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। कैथूनीपोल थानाधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि कैथूनीपोल निवासी मनीष सोनी ने थाने में रिपोर्ट दी थी कि उसकी बाइक घर के बाहर खड़ी थी, जिसे कोई अज्ञात व्यक्ति ले गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान किया।

टीम गठित कर घटना स्थल के आसपास सीसीटीवी फुटेज खंगाले। मुखबिरों व पूर्व के चालानशुदा अपराधियों से पूछताछ की। बाइक चोरी करने वालों पर निगरानी रखी गई। शक के आधार पर आदतन चोर छावनी निवासी शिवशंकर उर्फ कालू (30) से पूछताछ की गई। कड़ाई से पूछताछ में उसने बाइक चुराना कबूल लिया। कालू को 6 अगस्त को गिरफ्तार कर चोरी की बाइक भी बरामद कर ली। आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया। थानाधिकारी ने बताया कि आरोपी शातिर बदमाश है।

इसके खिलाफ 14 मामले थानों में दर्ज हैं। अकेले गुमानपुरा थाने में ही आरोपी के खिलाफ १२ मामले तथा एक बोरखेड़ा थाने में दर्ज है।

बरुन्धन(बूंदी). कस्बे में उफनी घोड़ापछाड़ नदी का पानी लोगों को नुकसान देने के साथ ही सात समंदर पार के दोस्तों की दास्तां को भी धो गया। राउमावि विद्यालय की अध्यापिका शोभाकंवर ने बताया कि सात समंदर पार केलिफोर्निया के ओलिवयन पायोनियर स्कूल में अध्ययनरत छात्रों से यहां के विद्यार्थियों की वर्षों से दोस्ती चली आ रही हैं। दोनों तरफ से पेन फैं्रड बने दोस्त आपस में खतों के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े हैं। बारिश से विद्यालय में आए पानी खत वाले संदूक में भर गया। जिससे 300-400 खत गल गए।
साल में 4-5 बार आते-जाते थे पत्र
बच्चों के बीच साल में चार-पांच बार पत्र आते-जाते हैं। इन खतों में बच्चे अपने स्कूल और देश में हो रही गतिविधियों के बारे में बातें लिखते हैं। इन खतों के जरिये वहां के बच्चे थोड़ी हिंदी सीख गए हैं, तो यहां के बच्चे अंग्रेजी सीख रहे हैं। यादों को सहेजते हुए पिछले सात वर्षों के दौरान लिखे सभी खतों को सम्भालकर एक सन्दूक में एकत्रित कर रहे थे। जो भी अधिकारी विद्यालय विजिट पर आते थे, इन खतों को जरूर देखते थे। इस बार इन खतों को लेकर वल्र्ड रिकॉर्ड बुक में इनकी स्टोरी भी छपने वाली थी, लेकिन गुरुवार को विद्यालय में बाढ़ का पानी घुसने से खतों वाले सन्दूक में पानी भर गया। जिसके चलते सन्दूक में रखे करीब तीन-चार सौ खत पूरी तरह गल गए। उनमें से एक भी सुरक्षित नहीं बचा।
यह भी हो गया नष्ट
इसके अलावा छात्र उपस्थित रजिस्टर, स्माइल दैनिक डायरी, बच्चों के खिलौने, पुस्तकें, स्टेशनरी, रिजल्ट व अन्य सामान भी पूरी तरह नष्ट हो गया। उमंग द्वारा बनवाई गई वॉल पेंटिंग को भी नुकसान हुआ।

उजाड़ नदी की बाढ़ के विकराल रूप धारण करने के बाद सांगोद कस्बे (Kota ) में पानी भर गया। इससे कई कॉलोनियां और बस्तियां जलमग्न हो गई। वहीं दो गांव टापू बन गए। हींगी आवासीय स्कूल में भी पानी भर गया और उसका स्तर बढ़ता चला गया। इससे यहां मौजूद शिक्षक और कुछ छोटे बच्चों सहित करीब 32 जने स्कूल की छत पर कैद होकर रह गए।

Salute to Army  : सांगोद में सेना से संभाला मोर्चा, 141 जने किए रेस्क्यू

सूचना पर जिला कलक्टर उज्ज्वल राठौड़ और पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी सहित अन्य अधिकारी वहां पहुंचे। एसडीआरफ का दल भी उनके साथ था, लेकिन काफी प्रयास के बाद एसडीआरएफ की टीम आवासीय स्कूल तक नहीं पहुंच पाई। उसके बाद सेना बुलाई गई। सेना रात में सांगोद पहुंची, लेकिन आवासीय विद्यालय में फंसे लोगों का रेस्क्यू नहीं हो पाया। सेना ने रात करीब 12 बजे से ही सांगोद में अलग-अलग जगह पानी में फंसे लोगों को रेस्क्यू करना शुरू किया। सांगोद में सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिसकर्मियों ने मिलकर करीब 141 लोगों को रेस्क्यू किया। सुबह 8.30 बजे खानपुर के रास्ते से आई एसडीआरएफ की टीम ने हींगी के आवासीय विद्यालय में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने के लिए ऑपरेशन शुरू किया और सुबह 11 बजे तक सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया। इस दौरान संभागीय आयुक्त के.सी. मीना और आईजी रविदत्त गौड़ भी यहां रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे।

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Salute to Army  : सांगोद में सेना से संभाला मोर्चा, 141 जने किए रेस्क्यूSalute to Army  : सांगोद में सेना से संभाला मोर्चा, 141 जने किए रेस्क्यू

सेना ने 9 बच्चों सहित 34 को बचाया- Army rescue in flood
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान सेना ने 34 लोगों को बचाया। गांडीव इनफ्रेंट्री डिवीजन के तीन कॉलम ने रात में कोटा से सांगोद के लिए कूच किया। सांगोद पहुंचकर रात से ही जिला कलक्टर और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर पानी में फंसे लोगों को रेस्क्यू करना शुरू कर दिया। सेना ने करीब 34 लोगों को बचाया। इनमें 10 पुरुष, 15 महिलाएं और 9 बच्चे शामिल हैं।

141 लोगों को सांगोद क्षेत्र से रेस्क्यू किया

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32 जने हींगी आवासीय विद्यालय में फंसे हुए थे

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ये संसाधन जुटे

100 सेना के जवान

40 एनडीआरफ के जवान

50 एसडीआरएफ

20 स्थानीय पुलिसकर्मी

Salute to Army  : सांगोद में सेना से संभाला मोर्चा, 141 जने किए रेस्क्यू

पूरी तैयारी के साथ पहुंची सेना-

सांगोद क्षेत्र के बाढ़ से घिरने के बाद सेना पूरी तैयारी के साथ पहुंची। करीब 13 ट्रकों में 100 जवान गए। उनके पास नाव और अन्य सामग्री थी। पीने का पानी तक वे साथ लेकर गए।

ऐसे चला रेस्क्यू ऑपरेशन-
रात 11.30 बजे सांगोद सेना पहुंची, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम भी वहां पहले से ही थी।

रात 12 बजे से कस्बे में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया
सुबह 8.30 बजे हींगी आवासीय विद्यालय में फंसे लोगों का रेस्क्यू शुरू किया

सुबह 11 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन समाप्त हुआ

कोटा. कोटा शहर में पिछले दिनों से लगातार बारिश के चलते कई कॉलोनियों जलमग्न हो गई। देवली अरब रोड स्थित कई कॉलोनियों में चौथे दिन शुक्रवार को भी बाढ़ का पानी भरा रहा। बाढ़ के पानी ने कई परिवारों को बेघर कर दिया तो अथिकांश मकानों में तीन से चार फीट तक पानी भरने से घरेलू सामान खराब हो गया और मकानों में मलबे की परत जमा हो गई। जिन मकानों में पानी उतर गया वहां लोग साफ सफाई में जुटे रहे। प्रेमनगर प्रथम में नाले के किनारे बने कई मकान ढह गए और घर का सामान तेज बहाव में बह गया।

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मकान ढहा, सामान पानी में बहा
प्रेमनगर प्रथम निवासी कमला बाई (80) ने बताया बेटा न जस्या तस्या मकान बणायो छो पण राम रुठग्यो, पाणी मं मकान धराशायी हो ग्यो और सारा सामान भ'ग्या...यह कहते हुए वह रोने लग गई। बेटे भोलाप्रकाश शर्मा ने बताया कि बुधवार को पानी के तेज बहाव में उनका टीनशेड का मकान पूरी तरह धराशाही हो गया। घर में पानी भरने लगा तो छोटा मोटा सामान ही बाहर निकाल पाए थे की अचानक पूरे मौहल्ले में घरों में तीन से चार फीट पानी भर गया। पानी का बहाव इतना तेज था उनका मकान ढह गया और घर में रखा कूलर, बक्सा, बर्तन सहित अन्य सामान बह गए। मकान की जगह अब पत्थरों का मलबा नजर आ रहा है। उन्होंने बताया कि पड़ौस में एक कमरा किराए पर लेकर रह रहे है। उन्होंने बताया पानी का बहाव का अंजादा इसी से लगा सकते है कि गली की सीसी रोड भी उखड़ गई और सड़क पर गड्ढा बन गया।

दो कमरे नाले में गिरे
प्रेमनगर प्रथम निवासी भरोसी बाई प्रजापति ने बताया कि उनका मकान वहां से गुजर रहे नाले के किनारे ही बना हुआ है। मकान में नाले के किनारे बने दो कमरे पानी के तेज बहाव से ढह गए और कमरों में रखे पलंग सहित अन्य सामान बह गया। उन्होंने बताया कि मकान में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया था। पानी भरने से घर में रखा सामान भी खराब हो गया। गनीमत यह रही कि मकान के आगे के दो कमरे सही सलाम है।

सीसी रोड उखड़ी
कैलाश प्रजापति ने बताया कि पानी का बहाव इतना तेज था कि गली में बनी सीसी रोड भी पानी के बहाव से उखड़ गई और सड़क पर गड्ढे पड़ गए. गलियों में कीचड़ व मलबा जमा हो जाने से रास्ता बंद हो गया। नगर निगम की जेसीबी से सीसी रोड़ पर पड़े गड्ढे को सड़क पर जमा मलबे व पत्थरों से भरा गया और गलियों में जमा मलबे को जेसीबी मशीन से हटाया जा रहा है।

घर में जमा कीचड़, खराब हुआ सामान
देवली अरब रोड स्थित कौटिल्य नगर निवासी दिनेश कुमार सुलोडिया ने बताया कि बाढ़ का पानी मकान 2 से 3 फीट तक भर गया। सामानों के पलंग व बक्शों के ऊपर रखकर बचाने का प्रयास किया, लेकिन पलंग व गद्दे खराब हो गए। पूरे मकान में कीचड़ जमा हो गया। मकान के अन्दर का पानी तो उतर गया, लेकिन शुक्रवार को चौथे दिन भी कॉलोनी में 4 फीट से ज्यादा पानी भरा हुआ है। दिन में एक बार मकान पर जाकर वहां रखे सामानों को देखकर आ जाते है। कॉलोनी का पानी धीरे धीरे उतर रहा है लेकिन दुबारा से बारिश शुरू होने से अब चिंता बढ़ रही है।

छबड़ा (बारां). Salute to Army

मध्यप्रदेश एवं राजस्थान की सीमा पर बह रही पार्वती नदी की दो धाराओं बीच मध्यप्रदेश की ओर बसे सोडा गांव के 50 से अधिक परिवारों के 187 लोगों को शनिवार को Indian Army रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर निकाला गया। राजस्थान और मप्र के साझा अभियान के तहत बचाव कार्य में सेना (Rescue in flood ) के हेलिकॉप्टर और एनडीआरएफ (NDRF ) की बोट की भी मदद ली गई।

Salute to Army : मध्यप्रदेश एवं राजस्थान की सीमा पर 6 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन, 187 को बाढ़ से बचायाSalute to Army : मध्यप्रदेश एवं राजस्थान की सीमा पर 6 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन, 187 को बाढ़ से बचाया

क्षेत्र में भारी बारिश के बाद पार्वती नदी में आए उफान के कारण मध्यप्रदेश के जिला मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ था। 48 घंटों से लगातार गांव में पानी बढऩे के बाद यहां रहने वाले 50 से अधिक परिवारों के 200 लोगों की जान जोखिम में आ गई थी। विधायक एवं मप्र के कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया के निर्देश पर गुना कलक्टर फ्रैंक नोवल और एसपी राजीव मिश्रा शुक्रवार को ही छबड़ा पहुंच गए। शनिवार को स्थानीय अधिकारियों के साथ साझा रणनीति बनाकर सोडा गांव के समीप क्षेत्र के भुआखेड़ी पंचायत के कैलाशपुरी गांव में बेस कैंप बनाया गया। यहां से ग्रामीणों को एनडीआरएफ एवं सेना (Indian Army ) के हेलीकॉप्टर के जरिए एयरलिफ्ट करने की योजना बनाई गई।

Salute to Army : मध्यप्रदेश एवं राजस्थान की सीमा पर 6 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन, 187 को बाढ़ से बचाया

शनिवार सुबह कैलाशपुरी से शुरू हुए इस अभियान के तहत सुबह 6 से दोपहर 12 बजे तक हेलिकॉप्टर एवं एनडीआरएफ की टीमों द्वारा पार्वती नदी के उफान के बीच सोडा गांव के 187 लोगों को रेस्क्यू करके निकाला गया। इस दौरान सेना के हेलीकॉप्टर ने 6 उड़ान में ग्रामीणों को निकाला।

Salute to Army : मध्यप्रदेश एवं राजस्थान की सीमा पर 6 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन, 187 को बाढ़ से बचाया

मध्यप्रदेश एवं राजस्थान से आई एनडीआरएफ की दो टीमों के 55 जवान भी ग्रामीणों को सुरक्षित निकालने के अभियान में लगे रहे। सोडा गांव से रेस्क्यू कर कैलाशपुरी गांव लाए गए ग्रामीणों को भुआखेड़ी स्थित स्कूल में ठहराया गया है।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर ब्रजमोहन बैरवा, उपखंड अधिकारी मनीषा तिवारी, डीवाईएसपीओ महेंद्र सिंह शेखावत, तहसीलदार जतिन दिनकर मौके पर डटे रहे। रेस्क्यू अभियान के दौरान एनडीआरएफ के जवान एक 10 दिन की प्रसूता एवं उसके बच्चे को भी पार्वती के उफान में बोट के सहारे निकाला। रेस्क्यू अभियान की समाप्ति के बाद मध्यप्रदेश के राघोगढ़ से विधायक जयवर्धन सिंह भी बेस कैंप कैलाशपुरी पहुंचे।

कोटा. भामाशाह मंडी में शनिवार को विभिन्न कृषि जिंसों की 15 हजार बोरी आवक हुई। सोयाबीन में 50 रुपए की तेजी रही वहीं सरसों 50, चना 50, धनिया 100 रुपए प्रति क्विंटल भाव मंदे रहे। लहसुन की आवक करीब 5,000 कट्टे की रही। लहसुन 1600 से 7500 रुपए प्रति क्विंटल बिका। किराना बाजार में भाव स्थिर रहे।

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भाव : गेहूं मील 1650 से 1761, गेहूं टुकड़ी एवरेज 1760 से 1851, गेहूं बेस्ट टुकड़ी 1851 से 1951, सोयाबीन 7500 से 9750, सरसों 6700 से 7001, धान सुंगधा 1800 से 2200, धान (1509) 1800 से 2300, धान पूसा वन 2300 से 2530, धान (1121) 2100 से 2601, मक्का 1600 से 1840, अलसी 6800 से 7300, तिल्ली 6500 से 7850, ग्वार 3000 से 4000, मैथी 5500 से 6500, कलौंजी 16000 से 19100, जौ 1500 से 1800, ज्वार 1300 से 3000, मसूर 5000 से 5400, मूंग हरा 5500 से 6250, चना 4400 से 4601, चना गुलाबी 4200 से 4500, चना मौसमी 4200 से 4500, चना कांटा 4200 से 4400, उड़द 3000 से 6550, धनिया पुराना 4500 से 6000, धनिया नया बादामी 6000 से 6200, धनिया ईगल 6400 से 6600, धनिया रंगदार नया 6500 से 7500 रुपए प्रति क्विंटल रहे।

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खाद्य तेल (भाव 15 किलो प्रति टिन): सोया रिफाइंड: फॉच्र्यून 2450, चम्बल 2425, सदाबहार 2365, किचन लाइट 2240, दीपज्योति 2390, सरसों स्वास्तिक 2675, अलसी 2540 रुपए प्रति टिन।
मूंगफली: ट्रक 2810, स्वास्तिक निवाई 2570, कोटा स्वास्तिक 2510, सोना सिक्का 2640 रुपए प्रति टिन।

देसी घी: मिल्क फूड 5900, कोटा फ्रेश 5800, पारस 5900, नोवा 5800, अमूल 6250, सरस 6550, मधुसूदन 6400 रुपए प्रतिटिन।
वनस्पति घी: स्कूटर 1730, अशोका 1730 रुपए प्रतिटिन।
चीनी: 3540-3590 प्रति क्विंटल।

चावल व दाल: बासमती चावल 5600-7200, पौना 4500-5200, डबल टुकड़ी 3800-4300, टुकड़ी 2400-3000, गोल्डन बासमती साबुत 5200-7000, पौना 3000-3800, डबल टुकड़ी 2500- 3000, कणी 2000-2500, तुअर 8500-9800, मूंग 7000-7400, मूंग मोगर 7500-8500, उड़द 7500-8300, उड़द मोगर 7500-9500, मसूर मलका 7400-8000, चना दाल 6000-6200, पोहा 2700-3700 रुपए प्रति क्विंटल।

सोने-चांदी में मंदी
कोटा. स्थानीय सर्राफा बाजार में शनिवार को सोने-चांदी के भावों में मंदी रही। चांदी 1000 रुपए मंदी के साथ 67,000 रुपए प्रति किलो बोली गई, जबकि जेवराती सोना 600 रुपए मंदी के साथ भाव 48,400 रुपए प्रति दस ग्राम रहे।
भाव: चांदी 67,000 रुपए प्रति किलोग्राम, कैडबरी सोना प्रति 10 ग्राम 48,400 रुपए, शुद्ध सोना प्रति 10 ग्राम 48,650 रुपए बिका। टैक्स व अन्य खर्चे अलग।

अंडा बाजार
कोटा. अंडा कारोबार में फार्मी अंडा 460 रुपए प्रति सैकड़ा, 150 रुपए प्रति प्लेट, 70 रुपए दर्जन।

कोटा. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला शनिवार को संसदीय क्षेत्र के दौरे के दौरान सांगोद क्षेत्र में कमर तक के पानी में चलते हुए प्रभावितों तक पहुंचे। आमजन को हुई क्षति की पीड़ा लोकसभा अध्यक्ष बिरला के चेहरे पर साफ नजर आ रही थी। सबसे पहले हैलीकॉप्टर में बैठकर सांगोद व खानपुर क्षेत्र का करीब 20 मिनट तक हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद एनटीपीसी अंता स्थित हैलीपेड पर उतर कर वे सडक़ मार्ग से सांगोद गए। सांगोद में गांधी चौक तथा आसपास के क्षेत्र का नाव में बैठकर निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने घर में फंसे लोगों तथा व्यवसायियों से बात करके नुकसान का जायजा लिया। जहां पर नाव नहीं जा पा रही थी, वहां बिरला नाव से उतर कर कमर तक के पानी में चलते हुए प्रभावित लोगों तक पहुंचे और उनकी कुशलक्षेम जानी।

हमारा तो कुछ नहीं बचा
जलस्तर बढऩे से हुए नुकसान का जायजा लेने के दौरान लोगों ने लोकसभा अध्यक्ष बिरला को बताया कि पानी इतना बढ़ सकता है इसका कभी अंदाजा नहीं था। घर और दुकानों में पानी भरने से हुए नुकसान ने उन्हें बर्बाद कर दिया है। स्टेशनरी व्यापारी गोविंद सिंह ने दुकान में गल चुकी किताबें और कॉपियां बाहर फेंकते हुए कहा कि देखते ही देखते सबकुछ तबाह हो गया। वहां खाद के एक व्यापारी ने बताया कि दुकान में रखी यूरिया की बोरियां पानी में मिल गईं।

लोकसभा अध्यक्ष ने दु:ख बांटा, राहत कार्य तेजी से शुरू कराया

लोगों के लिए भोजन का इंतजाम
लोकसभा अध्यक्ष बिरला सांगोद में पानी भरने के कारण हुए नुकसान पर दिल्ली से ही नजर रखे हुए थे। उन्होंने सांगोद पहुंचने से पहले ही भाजपा नेता हीरालाल नागर से कहकर जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करवा दी थी।

कोटा. राजस्थान के कई जिलों में कोरोना संक्रमित रोगी आने लगे हैं, इस बीच कोटा में भी शनिवार को एक करोना संक्रमित रोगी सामने आया है। प्रदेश में एक दिन में 19 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। कोटा में अब एक एक्टिव केस है। कोटा जिले में अब तक 7 लाख 41 हजार 198 नमूनों की जांच की जा चुकी है। पहली और दूसरी लहर में 57051 पॉजिटिव रोगी सामने आ चुके हैं। कोटा जिले में पहली और दूसरी लहर में 449 कोरोना रोगियों की मौत हो चुकी है। कोटा में पिछले दिनों शून्य केस हो गए थे, लेकिन एक रोगी के आने से फिर से कोरोना संक्रमण की दस्तक सामने आई है। झालावाड़ जिले में भी एक कोरोना रोगी सामने आया है। राज्य में कोरोना से अब तक 8 हजार 954 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी राज्य के 22 जिलों में एक्टिव केस हैं। इनमें जयपुर में 67 और उदयपुर में 60 एक्टिव केस सर्वाधिक हैं। राज्य में कुल 237 एक्टिव केस हैं। राज्य में अब तक 9 लाख 53 हजार 812 कोरोना रोगी सामने आ चुके हैं। चिकित्सकों का कहना है कि यदि सतर्कता नहीं बरती गई तो कोरोना के मामले तेजी से बढ़ेंगे। इस तरह तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है। राज्य के ज्यादातर जिलों में अभी ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने का कार्य पूरा नहीं हो पाया है। बाजारों में भीड़ उमड़ रही है। उधर, कोरोना संक्रमण को देखते हुए रेल प्रशासन की ओर से रेल यात्रियों को मास्क पहनने के लिए निरंतर जागरूक किया जा रहा है। इसके बावजूद कई लोग नहीं मान रहे हैं। ऐसे में बना मास्क पाए जाने पर ऐसे लोगों से नियमानुसार जुर्माना वसूला जा रहा है। रेलवे अधिकारियों ने शनिवार को बिना मास्क वाले यात्रियों से जुर्माना वसूला। स्टेशन पर 38 लोगों पर कार्रवाई की गई तथा उनसे कुल 3800 रुपए जुर्माना वसूला गया।

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