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सतर्क रहिए, क्योंकि चिकित्सा विभाग की रिपोर्ट से कहीं अधिक हुई है कोरोना से मौतें! Tuesday 10 August 2021 04:07 AM UTC+00 ![]() नागौर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार जिले में कोरोना महामारी से अब तक 177 मौत हुई है, जबकि हकीकत कुछ और है। पत्रिका द्वारा की गई पड़ताल में कोरोना से मरने वालों के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिला मुख्यालय के अकेले जेएलएन अस्पताल से कोरोना काल के दौरान 412 डेड बॉडी कवर (लीक प्रूफ बैग) उपयोग लिए गए। गौरतलब है कि डेड बॉडी कवर कोरोना मरीजों के शव को पैक करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। जयपुर, जोधपुर, बीकानेर व अजमेर के अस्पतालों में मरने वालों कोरोना मरीजों का आंकड़ा इसके अतिरिक्त है, वहीं कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जिले के सीएचसी एवं पीएचसी स्तर पर ही मौतों का आंकड़ा इसमें जोड़ दिया जाए तो जिले में कुल मौतों का आंकड़ा 600 के पार हो रहा है, ऐसे में हमें कोरेाना की तीसरी लहर को लेकर सकर्त रहने की आवश्यकता है। चिकित्सा विभाग द्वारा रोजाना जारी की जाने वाली रिपोर्ट के अनुसार अब भी कोरेाना के मरीज सामने आ रहे हैं। गत दिनों जिले में जहां मात्र छह मरीज रह गए थे, वहीं 5 अगस्त को एक साथ 4 मरीज सामने आने से मरीजों का आंकड़ा अब वापस 12 हो गया है। यानी कोरोना महामारी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है, इसके बावजूद लोगों ने मास्क लगाना व सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करना बंद कर दिया है, यह लापरवाही जिले के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। आरटीआई में हुआ खुलासा 326 तो केवल पुरुष ही हैं संक्रमण को रोकने के लिए बरती सतर्कता |
ओबीसी वर्ग को सरकारी क्षेत्र में मिले समुचित प्रतिनिधित्व - सांसद बेनीवाल Tuesday 10 August 2021 03:23 PM UTC+00 ![]() नागौर. लोकसभा में मंगलवार को पारित हुए संविधान (127वां संशोधन) विधेयक-2021 की चर्चा में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी भाग लिया। सांसद ने ओबीसी के हितों से जुड़ी विभिन्न बातों को सदन में रखाते हुए कहा कि एक बहुत बड़े संघर्ष के बाद सामाजिक न्याय के पुरोधा इस देश में मंडल आयोग की सिफारिशें लागू करवा पाए। उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि मंडल आयोग में 27 प्रतिशत आरक्षण की बात की गई थी, लेकिन मंडल आयोग के दो दशक से अधिक बीत जाने पर भी आज तक ओबीसी वर्ग का सरकारी सेवाओं में प्रतिनिधित्व तकरीबन 20 प्रतिशत तक ही पहुंचा है, जो के सामाजिक न्याय के प्रति सरकार के उदासीन रवैए को दर्शाता है। इन मुद्दों पर भी होनी चाहिए थी चर्चा आरक्षण आंदोलनों को दमन से कुचलने का प्रयास धौलपुर-भरतपुर के जाटों को केंद्र में मिले आरक्षण किसान आंदोलन पर गौर करे सरकार |
पशु, पक्षियों व निराश्रितों की सेवा करने वालों को ही अक्षय धन मिलता है Tuesday 10 August 2021 03:45 PM UTC+00 ![]() नागौर. जयमल जैन पौषधशाला में जयमल जैन श्रावक संघ के तत्वावधान में मंगलवार को प्रवचन में साध्वी बिंदुप्रभा ने कहा कि दान देने से देनेवाले की पुण्यवाणी तो बढ़ती ही है। इसे पाने वाले की आवश्यकता की पूर्ति भी हो जाती है। धन की तीन गतियाँ बताई गई है। इन तीन गतियों में दान, भोग और नाश है। उत्कृष्ट भावों से योग्य पात्र को दिया हुआ दान ही शुभ परिणाम देता है। दानों में श्रेष्ठ अभयदान है। इसमें सभी प्रकार के प्राणियों को भय से मुक्त कर दिया जाता है। धर्म ध्यान की श्रेणी में आने वाले सुपात्र दान का महत्व समझाते हुए साध्वी ने कहा कि दान देते समय यदि द्रव्य, भाव और पात्र की शुद्धि है तो सहज में सम्यक्त्व की प्राप्ति हो सकती है। नाम कर्म की सर्वोत्कुष्ट प्रकृति तीर्थंकर गोत्र का उपार्जन भी दान के द्वारा किया जा सकता है। प्राणी मात्र के प्रति अनुकंपा दर्शाते हुए श्रावक सेवा भाव से पशु-पक्षियों की सेवा करता है। ऐसे मनुष्य के पास ही लक्ष्मी स्थिर रहती है। जैनागमों में अनेक राजकुमारों एवं ॠद्धि-संपन्न महापुरुषों का उल्लेख मिलता है कि पूर्व भवों में उच्च भावों से मुनिराजों को आहार दान दिया था। परिणामस्वरूप सुख-समृद्धि प्राप्त की थी। एक आदर्श श्रावक को भी प्रतिदिन कुछ ना कुछ दान करने की भावना रखनी चाहिए। इससे उसके कर्म हल्के हो सके। धर्म के चार स्तम्भ एवं मोक्ष के चार द्वार - दान, शील, तप, भाव में भी दान का प्रथम स्थान है। |
वीडियो : नागौर में उठी जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग, प्रदेशभर की महिलाएं जुटी Tuesday 10 August 2021 03:49 PM UTC+00 ![]() नागौर. 'मानव अस्तित्व को वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सबसे बड़ा खतरा बढ़ती जनसंख्या से है। भातर में यह खतरा और अधिक गंभीर हो जाता है, क्योंकि विश्व का केवल 2.4 प्रतिशत भू-भाग हमारे पास है, जबकि विश्व की कुल जनसंख्या का 17.74 प्रतिशत भार भारत की भूमि पर है। भारत की जनसंख्या आज 138 करोड़ को पार कर चुकी है, कम क्षेत्रफल होने के बावजूद इतनी अधिक आबादी का ही परिणाम है कि उपलब्ध प्राकृतिक संसाधन बहुत तेजी से कम पड़ते जा रहे हैं तथा सामाजिक, आर्थिक एवं पर्यावरणीय स्थितियां विस्फोटक होती जा रही है।' यह बात जनसंख्या समाधान फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी ने मंगलवार को नागौर में आयोजित महिला विंग की राज्य स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए कही। राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने में आज का दिन टर्निंग प्वाइंट साबित होगा। उन्होंने कहा कि वे जाति, धर्म व भाषायी बंधनों से ऊपर उठकर देशहित को सर्वोपरि मानते हुए समान कानून और जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग कर रहे हैं। चौधरी ने कहा कि जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, वे लोगों को अनपढ़, गंवार रखकर उन्हें अपना वोट बैंक बनाकर रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून में ऐसे प्रावधान किए जाएं कि जो व्यक्ति इस कानून को न माने, उनकी सरकारी सुविधाएं बंद हो और उनसे मताधिकार का हक छीना जाए। हमें अपने बच्चों को नाली के कीड़े नहीं बनाना - शर्मा देश की स्वतंत्रता व अखंडता को बनाए जरूरी ये रहे उपस्थित |
10वीं व 12वीं के स्वयंपाठी विद्यार्थियों की बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में लगा शिक्षा विभाग Tuesday 10 August 2021 03:59 PM UTC+00 ![]() नागौर. 10वीं एवं 12वीं की स्वंयपाठी एवं अंक सुधार कराने के इच्छुक अभ्यर्थियों की बोर्ड परीक्षा 12 अगस्त से होगी। इसमें जिले भर से करीब डेढ़ हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। परीक्षा के लिए जिले में कुल चार केन्द्र बनाए गए हैं। शिक्षा विभाग परीक्षा को सकुशल कराने की तैयारियों में जुट गया है। उल्लेखनीय है कि स्कूल के नियमित अध्ययन के विद्यार्थियों में 10वीं एवं 12वीं के परीक्षार्थियों का गत दिवस परिणाम आ चुका है। इनके परिणाम घोषित होने के बाद बोर्ड अब इनकी परीक्षा कराने की तैयारियों में जुट गया है। जिला स्तर पर शिक्षा विभाग ने इसके लिए बने केन्द्रों की व्यवस्था चाक-चौबंद करने के निर्देश केन्द्र व्यवस्थापकों को दे दिए हैं। नागौर के चार परीक्षा केन्द्रों में सेठ किशनलाल कांकरिया राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, बख्तासागर विद्यालय एवं गिनाणी विद्यालयों में परीक्षार्थियों के लिए व्यवस्थाएं करने का काम तेजी से करने में विभाग लग गया है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार परीक्षा को सफलतापूर्वक कराने के लिए अलग से टीम बनाई गई है। यह परीक्षा की तैयारियों के साथ ही परीक्षा के दौरान गतिविधियों पर भी पूरी नजर रखेगी। जिला माध्यमिक शिक्षा सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि परीक्षा से जुड़े सभी बिंदुओं पर चर्चा कर रूपरेखा तैयार कर ली गई है। इस पर काम भी शुरू कर दिया गया है। हालांकि बच्चों की संख्या ज्यादा नहीं है, फिर भी गतिविधियों पर पूरी तरह से नजर रखी जाएगी। परिषद वृद्ध दंपत्तियों की करेगा मदद |
सत्संग से व्यक्ति कृतार्थ हो सकता है Tuesday 10 August 2021 04:07 PM UTC+00 ![]() नागौर. रामद्वारा केशव दास महाराज बगीची बख्तसागर में भागवत कथा पर प्रवचन करते हुए महंत जानकीदास नें जड भरत चरित्र का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि मन में विषयों का चिंतन करता है। यही बंधन का कारण भी होता है। मन के ऊपर भक्ति का अंकुश रखना चाहिए। मन से ही बंधन व मुक्ति है। उद्धरण देते हुए समझाया कि पानी के बिना कीचड़ नहीं होता। कीचड़ का कारण पानी है। कीचड़ धोने का कारण पानी से ही कीचड़ धोया जाता है, और इसी से ही कीचड़ बनता है। ज्ञान और भक्ति वैराग्य से दृढ़ होते हैं। वैराग्य के बिना ज्ञान और भक्ति दृढ़ नहीं होती। यह जीव संसार रूपी जंगल में अनादि काल से घूम रहा है। इसका कोई अंत नहीं है। संसार रूपी जंगल में जीव को धूमने के दौरान छह चोर मिलते हैं। यह चोर उसका विवेक रूपी धन लूट कर उसको गड्ढे में फेंक देते हैं। इसे समझाते हुए कहा कि इनमें चोर तो पांच ज्ञानेंद्रियां और छठा चोर मन है। यह विवेक रूपी धन को लूट लेता है। संसार रूपी गड्ढे में फेंक देते हैं। वासना के अधीन होकर के जीव सुख भोगता है सुख भोगने से वासना की गांठ पक्की होती है। शरीर बिगडऩे पर इसका एहसास होता है। सत्संग से ही व्यक्ति कृतार्थ हो सकता है। इसलिए जीवन में अच्छे लोगों का संग हमेशा करना। चाहिए महंत ने बताया कि अच्छे लोगों का संग मिलना भी दुर्लभ है, परंतु दुर्जन लोगों से दूर ही रहना चाहिए। दुर्जनों से वाद-विवाद न करके केवल मन से दूरी बनाए रखने में ही हमारी भलाई है। इसमें किशन जांगिड़ ,अक्षय कुमार, सत्यनारायण सेन ,ज्ञानचंद कच्छावा ,मदनलाल कच्छावा, सोहनलाल कच्छावा, किशोर राम चौधरी ,सत्यनारायण सांखला आदि मौजूद थे।
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