>>: Digest for August 14, 2021

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Table of Contents

बड़ाखेड़ा. पत्थर से आवाज नहीं आती, लेकिन सदियों बाद भी बोलते हैं। अपने समय का इतिहास व संस्कृति आपके सामने लाकर रख देते हैं। ऐसी एक प्राचीन धरोहर कस्बे के बीच में अपने अतीत की यादों के सहारे अपने दिन गिन रहीं हैं, जिसे ग्रामीण महल के नाम से जानते हैं। महल धीरे धीरे जमींदोज होता जा रहा है। अब केवल उसका कुछ भाग शेष है। दो मंजिल की इमारत में आज भी झरोखे आदि बचे हुए हैं। इस प्राचीन भवन का निर्माण कस्बे के ब्राह्मण परिवार ने करवाया था। जिनको पुरोहित जी के नाम से जाना जाता था।
निर्माण कब हुआ, किसने करवाया, यह सब अज्ञात है, लेकिन वर्षों पहले एक वृद्ध दम्पती इसी के पास बने एक कच्चे घर में रहते थे। उनके स्वर्गवास के बाद इसमें आने जाने का रास्ता बंद हो गया। बंबूलों का जंगल उग चुका है। यह महल कस्बे की सबसे पुरानी विरासत है।

महल की विशेष पहचान
वर्ष 1960 में तत्कालीन सरपंच बद्रीलाल दाधिच ने महल को ग्राम पंचायत भवन का दर्जा दिया था। अब महल ग्राम पंचायत के राजकार्य का साक्षी बनने लगा, लेकिन कुछ वर्षों बाद ग्राम पंचायत अपने खुद के भवन में चली गई। यहां जहरीले कीड़ों के डर से कोई नहीं जाता।

महल से ग्रामीणों को खतरा
यह महल कस्बे के आम रास्ते पर है। इसके नीचे आधी आबादी रोज गुजरती है। बदहाल इमारत कभी भी गिर सकती है। इसकी नींव तो सुरक्षित है, लेकिन पुराने खण्डहर भवन ढहने का खतरा बना हुआ है। इसका निर्माण चूने व लाल ईंटों से हुआ है।

विरासत को संरक्षण की दरकार
ग्रामीण बताते हैं कि इस प्राचीन धरोहर को संरक्षण की दरकार है। अगर इसको संरक्षण मिल जाए तो यह जमींदोज होने से बच सकती है। इसके आसपास मंदिर भी है। प्रशासन को इसकी सुध लेनी चाहिए, ताकि नष्ट होती धरोहर को बचाया जा सके।

देई. जैतपुर तलवास सडक़ मार्ग पर स्थित धुंधलेश्वर महादेव के स्थान से बुधवार रात को चोर दो दानपेटियां चुराकर ले गए। सूचना पर देई थानाधिकारी शंकरलाल गुर्जर पुलिस जाप्ता सहित मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना किया। दोनों दानपेटियां कमरे में रखी हुई थी। चोरों ने कमरे के गेट की सांकळ को चौड़ी कर अंदर से दानपेटियों को उठाकर लिया। सुबह मंदिर पुजारी धनराज नाथ सेवा पूजा करने पहुंचा तो स्थिति देखने के बाद ग्रामीणों व पुलिस को सूचित किया। पुलिस को रिपोर्ट सौंपी गई। दोनों दानपेटियों में करीब चालीस हजार रुपए की राशि होने का अनुमान है। इधर चोरी के बाद ग्रामीण ओमप्रकाश शर्मा, छोटूलाल शर्मा, नीरज शर्मा, हरिमोहन गुर्जर आदि ने चोरी की वारदात का खुलासा कर कार्रवाई की मांग की है।
विद्यालय से नकदी व खिलौने चुराए
केशवरायपाटन. राजकीय प्राथमिक विद्यालय गुड़ला में बुधवार रात को चोर ताला तोडकऱ नकदी और खिलौने चुरा कर ले गए। विद्यालय प्रधानाध्यापिका गीता बाई विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में आरोप लगाया कि रात के समय अज्ञात लोग चारदीवारी फांद कर विद्यालय में घुस गए। विद्यालय के चारों कमरों के ताले तोडकऱ तलाशी ली। एक कमरे में रखी अक्षय पेटिका से 1 हजार 500 रुपए व कमरे में रखे बच्चों के खिलौने चुरा ले गए।

वृहद् व्यापार संघ अध्यक्ष की दुकान में चोरी, लाखों का सामान ले गए
बूंदी शहर में थम नहीं रही चोरी की वारदातें
चोरों ने दे रखा पुलिस को खुला चैलेंज, हर रोज हो रही वारदात
सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
बूंदी. शहर में चोरियों का सिलसिला थम नहीं रहा। शहर के लंकागेट रोड पुरानी तहसील के समीप स्थित एक दुकान का ताला तोडकऱ चोर उसमें रखे लाखों रुपयों के सामान व नकदी चुरा ले गए। वारदात गुरुवार तडक़े हुई। पड़ताल में यहां लगे सीसीटीवी कैमरे में एक जना कैद हो गया। पीडि़त कारोबारी ने कोतवाली थाना पुलिस को रिपोर्ट सौंपी।
जानकारी के अनुसार शहर के लंकागेट पुरानी तहसील के समीप वृहद् व्यापार संघ के अध्यक्ष परमेश्वर झंवर की दुकान में सुबह चोरी की वारदात होने से हडक़ंप मच गया। सुबह यहां पड़ौस में रहने वाले व्यक्ति ने दुकान के ताले और शटर टूटने की जानकारी दी। इस पर दुकान मालिक झंवर मौके पर पहुंचे तो शटर के आगे का हिस्सा टूटा हुआ मिला। अंदर जाकर देखा तो चोर समबर्सिल पंप, मोटर स्पेयर पाट्र्स, केबल और पंपसेट के उपकरण चुरा ले गए। सूचना के बाद कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मुआयना किया। पुलिस ने दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जिसमें एक जना दिखाई पड़ा। वारदात तडक़े करीब चार बजे हुई। दुकान मालिक के अनुसार दो दिन पहले ही करीब पांच लाख रुपये के सामान मंगवाए थे। ऐेसे में दुकान से चोर करीब 4 लाख रुपये के सामान और गल्ले में रखे 10 हजार रुपये नकद चोरी हो गए। इधर, कांग्रेस नेता और वृहद् व्यापार संघ के अध्यक्ष की दुकान में चोरी होने से बाजार में हडक़ंप मच गया। शहर में लगातार चोरियां हो रही। पुलिस का चोरों में भय मानों समाप्त सा हो गया। चोरों ने बीच शहर में स्थित झंवर की दुकान में चोरी की वारदात को अंजाम देकर पुलिस को खुला चैलेंज दे दिया। कोतवाली थानाधिकारी सहदेव मीणा ने बताया कि पीडि़त की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया।
थाने के करीब से बाइक चोरी
कोतवाली पुलिस थाने के करीब स्थित न्यूकॉलोनी की कुएं वाली गली से गुरुवार शाम बाइक चोरी हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार ठीकरदा निवासी कन्हैयालाल सैनी बाइक से यहां पुताई का काम करने आया था। जब शाम साढ़े चार बजे लौटने लगा तो बाइक गायब थी। पीडि़त ने बाद में कोतवाली थाने में पहुंचकर रिपोर्ट सौंपी।

दस्तावेज जमा करवाने के लिए भटक रहेे किसान
ई-मित्र केन्द्र पर मनमानी राशि वसूलने का आरोप
केशवरायपाटन. सिंचित क्षेत्र में हुई भारी बारिश के बाद किसान अब मुआवजे के लिए भटक रहे हैं। दस्तावेज तैयार करवा कर कृषि विभाग तक दस्तावेज पहुंचाने के लिए कई परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। इसके बाद भी किसानों को दस्तावेज ऑनलाइन करवाने की कहा जा रहा है। पंचायत समिति स्थित राजीव गांधी सेवा केंद्र में संचालित ई-मित्र में दस्तावेज बनाने के लिए किसानों की भीड़ लगी हुई है। जखाणा गांव के किसान सोनू मीणा ने बताया कि वह फसल मुआवजा के कागज बनवाने के लिए यहां आया था।
आरोप है कि जमाबंदी की नकल मांगने पर 20 रुपए मांगे तो उसने बाहर से नकल 10 रुपए में निकलवा कर लगाई। इसी गांव के शंभूलाल ने बताया कि उनके आवेदनों को जमा नहीं किया गया और पहले ग्राम सेवक के हस्ताक्षर करवाने के लिए कहा। वार्ड पार्षद अशोक बाई ने आरोप लगाया कि ई-मित्र के देखरेख के लिए नियुक्त प्रोग्रामर वैभव दीक्षित आए तो वह लोगों को निकालने लग गए। शिकायत करने पर महिलाओं से अभद्रता की। बाद में इसकी शिकायत उपखंड अधिकारी को भी की गई।
मैंने कोई भी असभ्य भाषा का प्रयोग नहीं किया। यहां पर ई मित्र केंद्र पर अधिक पैसे वसूली करने का आरोप भी निराधार है।
वैभव दीक्षित, प्रोग्रामर आईटी सेल पंचायत समिति केशवरायपाटन
दीक्षित ने किया अपमान
पंचायत समिति में संचालित ई-मित्र केंद्र पर स्वयं के खेत में हुए नुकसान के लिए मुआवजे के लिए दस्तावेज बनाने गई थी। केंद्र के बाहर बैठी हुई थी। साथ में और भी महिलाएं थी। इसी बीच प्रोग्रामर वैभव दीक्षित आया और बाहर निकलने के लिए कहा। असभ्य भाषा का प्रयोग कर बाहर निकाल दिया।
अशोका पार्षद केशवरायपाटन

खण्डहर में तब्दील होता जा रहा महल
कस्बे की सबसे पुरानी विरासत
बड़ाखेड़ा. पत्थर से आवाज नहीं आती, लेकिन सदियों बाद भी बोलते हैं। अपने समय का इतिहास व संस्कृति आपके सामने लाकर रख देते हैं। ऐसी एक प्राचीन धरोहर कस्बे के बीच में अपने अतीत की यादों के सहारे अपने दिन गिन रहीं हैं, जिसे ग्रामीण महल के नाम से जानते हैं। महल धीरे धीरे जमींदोज होता जा रहा है। अब केवल उसका कुछ भाग शेष है। दो मंजिल की इमारत में आज भी झरोखे आदि बचे हुए हैं। इस प्राचीन भवन का निर्माण कस्बे के ब्राह्मण परिवार ने करवाया था। जिनको पुरोहित जी के नाम से जाना जाता था।
निर्माण कब हुआ, किसने करवाया, यह सब अज्ञात है, लेकिन वर्षों पहले एक वृद्ध दम्पती इसी के पास बने एक कच्चे घर में रहते थे। उनके स्वर्गवास के बाद इसमें आने जाने का रास्ता बंद हो गया। बंबूलों का जंगल उग चुका है। यह महल कस्बे की सबसे पुरानी विरासत है।
महल की विशेष पहचान
वर्ष 1960 में तत्कालीन सरपंच बद्रीलाल दाधिच ने महल को ग्राम पंचायत भवन का दर्जा दिया था। अब महल ग्राम पंचायत के राजकार्य का साक्षी बनने लगा, लेकिन कुछ वर्षों बाद ग्राम पंचायत अपने खुद के भवन में चली गई। यहां जहरीले कीड़ों के डर से कोई नहीं जाता।
महल से ग्रामीणों को खतरा
यह महल कस्बे के आम रास्ते पर है। इसके नीचे आधी आबादी रोज गुजरती है। बदहाल इमारत कभी भी गिर सकती है। इसकी नींव तो सुरक्षित है, लेकिन पुराने खण्डहर भवन ढहने का खतरा बना हुआ है। इसका निर्माण चूने व लाल ईंटों से हुआ है।
विरासत को संरक्षण की दरकार
ग्रामीण बताते हैं कि इस प्राचीन धरोहर को संरक्षण की दरकार है। अगर इसको संरक्षण मिल जाए तो यह जमींदोज होने से बच सकती है। इसके आसपास मंदिर भी है। प्रशासन को इसकी सुध लेनी चाहिए, ताकि नष्ट होती धरोहर को बचाया जा सके।

फिर दिखा पांच फीट लम्बा मगरमच्छ, कस्बेवासियों में दहशत
कापरेन. कस्बे के शिवनगर इलाके में गुरुवार रात को फिर से पांच फीट लम्बा मगरमच्छ दिखाई देने से लोगों में दहशत का माहौल बन गया। जानकारी के अनुसार गुरुवार रात को कस्बेवासी त्रिलोक गुर्जर अपने साथियों के साथ ढाबे के लिए सामान लेकर जाते समय शिव नगर में मीणा छात्रावास परिसर के निकट मुख्य सडक़ पर मगरमच्छ दिखाई दिया। मगरमच्छ को देख युवक घबरा गए। बाद में युवकों ने दूर से मगरमच्छ का वीडियो बनाकर वायरल भी किया। साथ ही पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने मामले से वन विभाग के कर्मचारियों को अवगत करवाते हुए रेस्क्यू करवाने के लिए कहा। जिस पर दोपहर बाद वन विभाग व घडिय़ाल अभयारण्य की टीम मौके पर पहुंची। वन रेंज अधिकारी देवीशंकर ने बताया कि पुलिस व आसपास की लोगों की सूचना के बाद टीम भेजकर शिवनगर व आसपास के खेतों में काफी तलाश किया गया, लेकिन नजर नहीं आया। जिससे कर्मचारी वापस लौट गए।

सोते तीन बच्चों सहित एक महिला को डसा, महिला की हुई मौत
बूंदी. सदर थाना क्षेत्र के गुढ़ानाथावतान पंचायत के हाथीखेड़ा गांव में बुधवार मध्यरात्रि एक करैत प्रजाति के सांप ने एक महिला सहित तीन बच्चों को डस लिया, जिससे महिला की मौत हो गई, जबकि तीन मासूम बेहोशी की हालत में हैं। तीनों बच्चों का कोटा के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार महावीर कुशवाह की पत्नी निर्मला (35) उसका बेटा प्रदीप (15), बेटी सोनाक्षी (10) तथा बहन गायत्री की बेटी समीक्षा (9) व बेटा महिम (5) एक कमरे में सोये हुऐ थे। सोने के बाद कब उनके बिस्तरों में आकर सांप ने डस लिया, इसका किसी को पता ही नहीं चला। मध्यरात्रि को निर्मला का दम घुटने लगा तो उसकी नींद खुली तथा उसने कमरे से बाहर निकलकर लाइट जलाई तो गेट के पास सांप बैठा दिखाई दिया। महिला ने परिजनों को जगाया तथा सांप को मारा। महिला को उल्टियां होने लगी। कुछ ही देर में पुत्र प्रदीप की भी तबीयत खराब हो गई, जिसपर परिजन घबरा गए। अस्पताल के लिए रवाना हो गए। कुछ देर बाद समीक्षा व महिम भी जहर के असर से बेहोश हो गए, जिन्हें व मां-बेटे को कोटा निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने सांप के काटने की पुष्टि की। बाद में सभी को एक निजी सर्पदंश चिकित्सा केंद्र ले जाया गया, जहां पर पहुंचते ही निर्मला की मौत
हो गई।
महिला का गांव में गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। तीनों बच्चे जहर के असर से बेहोशी की हालत में हैं। कोटा में इलाज कर रहे चिकित्सक विनीत महोबिया ने बताया कि सभी को कॉमन करैत सांप ने डस लिया। गायत्री का ससुराल जिले के ही सथूर गांव में है जो कुछ दिन पहले श्रावणी अमावस्या मनाने बच्चों के साथ अपने पीहर हाथीखेड़ा आई थी।
रात को धीरे से डसता है करैत सांप
करैत सांपों की प्रजाति है, जो भारतीय उपमहाद्वीप के जंगलों में पाई जाती है। यह अत्यन्त विषैला सर्प है। भारत के सबसे खतरनाक चार सर्पों में से एक है। इस श्रेणी के सर्प ज्यादातर रात में ही निकलते हैं। रात के समय जब आदमी सो रहे होते हैं तो ये बिस्तर में घुसकर डसते हैं और इनके दांत इतने पतले होते हैं कि सोते हुए पता भी नहीं चलता। जब तक पता चलता है तब मृत्यु हो जाती है, इसे पीवणा सांप भी कहा गया है।

बूंदी. अंतर मंत्रालयिक केंद्रीय दल ने शुक्रवार को जिले के अतिवृष्टि एवं बाढ़ प्रभावित केशवरायपाटन एवं लाखेरी उपखंड क्षेत्रों का दौरा किया। यहां फसल खराबे एवं क्षतिग्रस्त मकानों व परिसंपत्तियों का जायजा लिया। दल में गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव (वित्त) सुमंत सिंह, वित्त विभाग के सलाहकार आर.बी. कॉल एवं जल संसाधन मंत्रालय के निदेशक (सीडब्ल्यूसी) एच.एस. सेंगर टीम सदस्य शामिल रहे।
केन्द्रीय दल ने सबसे पहले केशवरायपाटन के नाव घाट क्षेत्र में मकान ढहने के हादसा स्थल का निरीक्षण किया और मृतक परिजनों से रूबरू हुए। दल ने आडागेला के बालाजी क्षेत्र में फसल खराबा, भावपुरा बस्ती में क्षतिग्रस्त मकान, बोरदा में फसल खराबा व नहर डैमेज, पापड़ी, लाखेरी, बालापुरा कापरेन में रामेश्वर मीणा के क्षतिग्रस्त मकान एवं दुखान्तिका स्थल आदि का जायजा लिया। कोड़क्या मोड़ पर फसल खराबा एवं पानी भराव का निरीक्षण किया। टीम प्रभारी सुमंत सिंह एवं अन्य सदस्यों ने नुकसान की भरपाई के संबंध में सुझाव दिए कि सरकारी योजना में पीडि़त को किस तरह लाभ दिया जा सकता है।
बाझडली रेलवे अंडरपास पर पानी भराव एवं चल रहे सुधार कार्य का निरीक्षण किया। केन्द्रीय दल ने बाझड़ली अंडर पास तथा रेलवे ट्रैक भी देखा। यहां क्षेत्रीय विधायक चंद्रकांता मेघवाल भी मौजूद रही। आजंदा तथा नौताड़ा क्षेत्र में विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने अधिक फसल खराबे और मकानों में क्षति की ओर ध्यान आकृष्ट कराया। साथ ही निर्माणाधीन 8 लेन प्रोजेक्ट में निर्धारित दूरी पर ड्रेनेज व्यवस्था के लिए की मांग की।
जिला कलक्टर आशीष गुप्ता ने अतिवृष्टि के दौरान हुए हादसों, नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी दी और मुख्यमंत्री सहायता कोष एवं जिला प्रशासन की ओर से दी गई सहायता राशि के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर आशीष गुप्ता ने अतिवृष्टि से जिले में नुकसान के बारे में बताया कि जिला स्तर पर किए गए आकलन के अनुसार लगभग 50 हजार हैक्टेयर भूमि पर अधिक फसल खराब हुई है, जबकि करीब एक लाख पन्द्रह हजार हैक्टेयर भूमि पर अतिवृष्टि से नुकसान हुआ है। इसके अलावा 7 हजार मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं तथा 12 लोगों एवं 200 मवेशियों की मौत हुई है। टीम ने सर्वे पूर्ण होने से पीडि़त किसानों, मकान मालिकों मृतक आश्रितों और पशुपालकों को जल्द ही मुआवजा राशि दी जाएगी।
इस दौरान अतिरिक्त कलक्टर एयू खान, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद मुरलीधर प्रतिहार सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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