>>: राजस्थान के इस खूबसूरत शहर में अब स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग सिस्टम अपनाने की तैयारी, जानिए क्या है ये...

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केंद्र सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग और पर्यटन मंत्रालय की ओर से संचालित स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग सिस्टम अब राजस्थान में भी लागू करने की तैयारी की जा रही है। इसके तहत सुरक्षित स्वच्छता के मापदंडों के अंतर्गत हॉस्पिटेलिटी क्षेत्र में आने वाले होटल, रिसॉर्ट्स, होम स्टे, लॉज आदि का आकलन स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग (एसजीएलआर) प्रणाली के जरिए ही किया जाएगा। वहीं, पर्यटन सिटी होने के नाते उदयपुर में इसे जल्द लागू किया जा सकता है।

कार्यशालाओं में दी जाएगी जानकारी

स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग सिस्टम विकसित करने के लिए स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) और पर्यटन विभाग की राज्य टीमें हितधारकों के लिए अवधारणा, प्रक्रिया और वांछित परिणामों पर कार्यशालाएं आयोजित करेंगी। कार्यान्वयन के लिए एक त्रि-स्तरीय समिति प्रणाली भी प्रस्तावित की गई है। कार्यशालाओं में भाग लेने वाले होटल्स, रेस्टोरेंट्स से उनके यहां स्वच्छता, सॉलिड वेस्ट मैनजमेंट आदि की जानकारियां मांगी जाएंगी जिनके हिसाब से टीमें निरीक्षण के लिए आएंगी। निरीक्षण के बाद रेटिंग्स दी जाएगी।

इन आधारों पर दी जाएगी रेटिंग

क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग में विभिन्न होटल्स, होम स्टे, लॉज, धर्मशालाओं आदि में स्वच्छता, शौचालय, ग्रे वाटर मैनेजमेंट, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और अपशिष्ट प्रबंधन आदि के आधार पर स्वच्छता रेटिंग दी जाएगी। इस रेटिंग का उद्देश्य जल निकायों में प्रदूषण को रोकना और पर्यावरण को स्वच्छ रखना है। साथ ही सस्टेनेबल टूरिज्म प्रेक्टिसेस को बढ़ावा देना है। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर का पहलगाम जिला सस्टेनेबल पर्यटन कार्यक्रम के तहत स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग अपनाने वाला देश का पहला स्थान है।

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तीन थीम हैं शामिल

एसजीएलआर प्रणाली में तीन थीम जिसमें ठोस अपशिष्ट प्रबंधन , मल कीचड़ प्रबंधन और ग्रेवाटर प्रबंधन शामिल है। इसके अनुसार कुल 200 अंक दिए जाते हैं। पहले दो में 80 अंक हैं और अंतिम में 40 अंक हैं। प्रमाणन प्रक्रिया का पात्र होने के लिए भाग लेने वाली संस्थाओं को हर विषय में कम से कम 50 प्रतिशत अंक लाने होते हैं। 100-130 अंक प्राप्त करने वाली संस्थाओं को 1-लीफ स्टेटस, 130-180 अंक वाली संस्थाओं को 3-लीफ स्टेटस का दर्जा दिया जाता है। वहीं 180-200 के बीच स्कोर करने वाली संस्था को '5-लीफ स्टेटस' के साथ सर्वश्रेष्ठ स्थान मिलता है।

इनका कहना है..

स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग सिस्टम एक अच्छी पहल है। उदयपुर एक टूरिज्म सिटी है तो इससे यहां के होटल्स, रेस्टोरेंट्स सभी इकाइयां अधिक स्वच्छता रखने के प्रति प्रेरित होंगी। वहीं, इससे उनकी छवि भी अच्छी बनेगी। अभी हमसे 20 से अधिक रूम्स वाले होटल्स की जानकारी मांगी गई है। इसके बाद स्वच्छ भारत की ओर से कार्यशालाएं होंगी जिसमें इन रेटिंग प्रणाली की जानकारी दी जाएगी। फिर टीमें आकर निरीक्षण भी करेंगी।शिखा सक्सेना, उपनिदेशक, पर्यटन विभाग

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