>>: Digest for August 19, 2021

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Table of Contents

केस-१
१ अगस्त २०२१ की रात को अजमेर राजमार्ग पर नानकपुरा के निकट कृषि फार्म हाउस में घुसकर तीन लुटेरे बुुजुर्ग कालूराम बलाई और उसकी पत्नी को बंधक बनाकर उनके साथ लाठियों से पीटकर गहने लूट ले गए। दम्पती फार्म हाउस की रखवाली के लिए वहां रह रहे थे। वारदात का अब तक खुलासा नहीं हुआ।

केस-२
२९ जुलाई २०२१ को माण्डलगढ़ स्थित दुर्ग पर जैन मंदिर का ताला तोड़ चोर शांतिनाथ भगवान समेत तीन प्राचीन प्रतिमाएं ले गए। चोरी की वारदात से जैन समाज में आक्रोश व्याप्त हो गया था। वारदात का अब तक खुलासा नहीं हो पाया।

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भीलवाड़ा. यह उदाहरण बानगी भर है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में लगे लॉकडाउन खत्म होने के बाद से जिले में अपराधियों ने फिर सिर उठा लिया है। वारदात चाहे लूट की हो या फिर नकबजनी की। जिले में अपराधों में लगातार इजाफा हुआ है। खासतौर से लूट और चोरियों की घटनाएं बढ़ी है। शहर के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्र में अपराधी ज्यादा हावी हो रहे है। पिछले तीन माह में ही चोरी की तीस और लूट की दस वारदात हो चुकी है। जून से अब तक हुई अधिकांश वारदातों में पुलिस अभी खाली हाथ है। इससे आमजन दहशत में है। शहर में वाहन चोरों ने भी पुलिस की नाक में दम कर रखा है।

बाहरी गैंग का हाथ, तीन वारदात एक तरह से
जिले में फार्म हाउस में घुसकर बनियान गिरोह ने डेढ़ माह में तीन वारदात को अंजाम दिया। सदर थाने के कोदूकोटा, रायला थाने के नानकपुरा और कारोही थाने के मुझरास में फार्म हाउस में घुसकर लूटपाट हुई। वहां रखवाली के लिए रूके दम्पती को बंधक बनाया और उसके बाद लाठियों व सरिए से हमला करके गहने लूट ले गए। पुलिस का मानना है कि तीनों एक ही गैंग ने घटना को अंजाम दिया और इसमें बाहरी लोगों का हाथ है। तीनों में से एक भी गैंग पुलिस के अभी हत्थे नहीं चढ़ी है। वहीं सांगानेर में मेडिकल कॉलेज के सामने भी मंदिर में घुसकर पुजारी पर हमला करके वहां से भगवान के गहने और नकदी लेकर भाग गए थे।

ऊपरमाल में जैन मंदिरों पर चोरों की नजर
लॉकडाउन खुलने के बाद से बिजौलियां ऊपरमाल क्षेत्र में जैन मंदिर चोरों के निशाने पर है। माण्डलगढ़ में ही दो जैन मंदिर, महुआ में एक तथा बिजौलियां में दिगम्बर जैन मंदिर का ताला ताला तोड़कर प्रतिमाएं, गहने और दानपात्र से नकदी चोरी करके ले गए। जैन समाज में चोरियों को लेकर आक्रोश है।

बड़ी में लगी पुलिस, छोटों पर ध्यान नहीं
पुलिस ने पिछले तीन माह में हुई बड़ी वारदातों के पीछे लगकर उनकका खुलासा करके चैन लिया। इनमें डीपी ज्वैलर्स के दो कर्मचारियों के साथ हुई १४ लाख की लूट, गुलाबपुरा में श्रमिक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार, आटूण के निकट गला रेतकर युवक की हत्या, बनेड़ा में नानी की हत्या और दोहिती पर हमले के मामले का खुलासा पुलिस जल्दी कर दिया, लेकिन चोरी और लूट की कई वारदातें अभी अनसुलझी है।

चार बड़े कारण, जिनके कारण बड़े अपराध
- लॉकडाउन के बाद से आर्थिक स्थिति पर असर पड़ा। इसलिए कइयों ने अपराध का रास्ता अपनाया
- कइयों ने कर्जा लेकर घर का गुजारा चलाया। तकाजे के बाद चुकाने के लिए चोरी और लूट में लिप्त हो गए
- अपराधी मौज शौक को पूरा करने के लिए वारदात कर रहे है। नशे की लत को पूरा करने के लिए चोरियां कर रहे
- भीलवाड़ा पुलिस तस्करों द्वारा दो सिपाहियों की जान लेने, चौदह लाख की लूट और हत्या जैसे मामले के खुलासे में लगी रही। बड़ी संख्या में फोर्स को इसमें झोंक देने से दूसरी ओर ध्यान नहीं गया।

इनका कहना है
गश्त व्यवस्था को मजबूत किया गया है। विशेष टीम का गठन कर वारदातें खोलने के प्रयास किए जा रहे है। इसके लिए अलग-अलग एंगल पर टीम काम कर रही।
- विकास शर्मा, पुलिस अधीक्षक, भीलवाड़ा
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फैक्ट फाइल
३ माह

से अपराधी हुए हावी
३० चोरी

की वारदात हो चुकी
१० लूट

की घटना को अंजाम
४ बड़े

जैन मंदिर बने निशाना

भीलवाड़ा. धोखाधड़ी करके जमीन हड़पने का आरोप लगाते हुए एक व्यक्ति ने दम्पती समेत तीन जनों के खिलाफ मामला प्रतापनगर थाने में मंगलवार को दर्ज कराया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
थानाप्रभारी भजनलाल के अनुसार देवा का खेड़ा निवासी रामलाल चौधरी ने सुभाषनगर निवासी नवनीत कुमार सोमाणी, उसकी पत्नी सविता तथा बसंत विहार निवासी सचिन राठी के खिलाफ रिपोर्ट दी। परिवादी ने रिपोर्ट में आरोप लगाया कि उसकी जोधड़ास में कृषि जमीन है। इस जमीन को परिवादी ने वर्ष-२०१८ में खरीदी थी। जमीन के असल कागज खो गए। यह दस्तावेज आरोपियों को मिल गए। उन्होंने मिलीभगत कर षड़यंत्र के तहत फर्जी विक्रय अनुबंध तैयार करके नवनीत कुमार के पक्ष में परिवादी की ओर से विक्रय अनुबंध तैयार करवा लिया। फर्जी हस्ताक्षर करके जमीन हड़प ली। यहीं नहीं आरोपियों ने तकाजा करने के बाद जान से मारने की धमकी दी। परिवादी के साथ मारपीट की गई। इसे लेकर पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। पुलिस मामले की सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।

भीलवाड़ा।
जिले में लगाए गए क्रेशर मशीनों का संचालन उनके मालिकों के द्वारा इन दिनों पर्यावरण नियमों को ताक पर रख कर चलाया जा रहा है। इससे राहगीरों व स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पर्यावरण मापदंडों के अनुसार क्रेशर मालिकों को पत्थर तोड़ते समय पानी का छिड़काव करना आवश्यक है साथ ही क्रेशर मशीन स्थापित क्षेत्र के आस पास फलदार पौधे लगाने का प्रावधान है। बावजूद इसके दरीबा, समोड़ी, पांसल की डांग, कारोई, महुआ, समेत जिले में चल रहे 45 से अधिक क्रेशर मशीन बगैर पानी के छिड़काव के चल रहे हैं और मानक के मुताबिक पेड़ पौधे भी नहीं लगाए गए हैं। लोगों की ओर से लगातार मिल रही शिकायतों के बाद भी राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से कोई कार्रवाई की जा रही है। यही स्थिति प्रोसेस हाउसों की है। जहां दिन भर केमिकल व सल्फर डाइज, समेत अन्य केमिकल काम में लिए जाने से क्षेत्र की आबोहवा तक बदल रही है। इस मार्ग से निकलने वाले हर व्यक्ति को अपने नाक पर रूमाल रखकर निकलना पड़ता है। वायु प्रदूषण की जांच के लिए हर बार जयपुर या कोटा से मशीन मंगवानी पड़ती है, लेकिन अब विभाग को मशीने मिलने से इनकी जांच आसानी से हो सकेगी।
राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अनुसार कई बार क्रेशर उद्योगों व खदानों की जांच की गई थी। जहां पर क्रेशर संचालकों के द्वारा वायु प्रदूषण नियंत्रण की व्यवस्था संतोष जनक नहीं पाई गई थी। लापरवाही पाई जाने के चलते क्रेशर संचालकों को सभी व्यवस्था के लिए कुछ समय दिया गया था। उन्होंने बताया कि इसके बाद भी यदि जांच में लापरवाही पाई जाती है तो उन्हें नोटिस दिया जाएगा। बाद में बिजली आपूर्ति बाधित कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पिछले साल भी बगैर मापदंड के चल रहे क्रेशर उद्योगों को नोटिस जारी किए थे।

बढ़ सकती है सिलिकोसिस की बीमारी
वायु प्रदूषण की रोकथाम नहीं होने के चलते इसका सबसे अधिक खामियाजा मजदूरों को भुगतना पड़ेगा। जिले के कुछ खदानों में इन नियमों की अनदेखी के चलते कई मजदूरों को सिलिकोसिस जैसी खतरनाक बीमारी का भी खतरा उत्पन्न होने की संभावना जताई जा रही है। प्रोसेस हाउसों की ओर से भी काम में लिए जा रहे केमिकल के कारण क्षेत्र का वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है।
होगी यही पर जांच
रेस्पिरेबल डस्ट सैम्पलर मशीन वायु स्थितियों में टोटल सस्पेंडेड पार्टिकल्स (टीएसपी) की निगरानी के लिए है। यह उच्च मात्रा के तहत वायु में मौजूद 10 माइक्रोन से बड़े कणों को अलग करता है। इन मोटे कणों को 0.5 माइक्रोन आकार के फिल्टर पर हवा को छानने से पहले अलग किया जाता है और सस्पेंडेड पार्टिकुलेट मैटर (एसपीएम) के टीएसपी और श्वसन योग्य अंश की माप करता है। सैम्पलर 1.4 क्यूबिक मीटर प्रति मिनट की मामूली प्रवाह दर पर हाई फ्लो रेट ब्लोअर की मदद से हवा खींचता है। इन मशीनों के माध्याम से हवा की जांच की जाएगी।
महावीर मेहता, क्षेत्रीय अधिकारी राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल

भीलवाड़ा .
भाजपा के पार्षद ने अपने ही बोर्ड के खिलाफ नगर परिषद के बाहर बुधवार को धरना दिया। दोपहर बाद वार्ड नंबर 25 के पार्षद राजेश सिंह सिसोदिया ने स्वायत शासन विभाग के निदेशक के नाम पर ज्ञापन आयुक्त व सभापति को दिया है। पार्षद नगर परिषद की अनुमति के बिना शहर में बने व्यवसायिक कॉम्पलेक्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे है। पार्षद का आरोप है कि वर्ष 2015 से परिषद की अतिक्रमण शाखा की ओर से अब तक लगभग २७० नोटिस जारी तो किए है, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई तक नहीं की गई है। इसके कारण शहर का यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। धरना स्थल पर सिसोदिया ने पोस्टर व बैनर में भी अवैध कॉम्पलेक्सों के फोटो व परिषद द्वारा अवैध निर्माण करने वालों को जारी किए नोटिस के भी फोटो लगाए हैं। इससे परिषद की कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। पार्षद का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में जुलाई माह में आयोजित बोर्ड बैठक में नगर परिषद सभापति राकेश पाठक को भी पत्र देकर इस मुद्दे पर चर्चा करने की मांग की थी। लेकिन उस समय कोई चर्चा नहीं की गई है। वही शहर में पिछले छह साल में किए गए अवैध निर्माण को लेकर आयुक्त को भी कई बार पत्र लिखे गए, लेकिन एक पर भी कार्रवाई नहीं की गई है। 27० नोटिसों की सूची बताते हुए पार्षद ने कहा कि चार कॉम्पलेक्स तो ऐसे है जिनको चार-चार बार नोटिस जारी किए है। इनमें सर्राफा बाजा स्थित राजेश सर्राफ, पुराना बस स्टैण्ड स्थित नाकोड़ा कार डेकोर, स्टेशन रोड स्थित कैलाश चौहान तथा आरके कॉलोनी स्थित महावीर सेवा समिति के अध्यक्ष शामिल है। इसके अलावा २१ कॉम्पलेक्स संचालकों को ३-३ बार नोटिस थमाए गए है। इनमें कमाल का कुआ, मोमिन मोहल्ला माणिक्यनगर, पुराना बस स्टैण्ड, नेताजी सुभाष मार्केट, नाडी मोहल्ला, अस्पताल रोड बोहरा क्लिनिक, महिला आश्रम के पास, नागौरी की बगीची, सिन्धुनगर स्थित गजेन्द्रसिंह खनूजा, राजेन्द्र मार्ग, शनि मंदिर के सामने, आजादनगर, न्यू माली खेड़ा, सुभाषनगर जैन मंदिर के सामने, सेशन कोर्ट, डांक बंगला रोड स्थित सिद्धार्थ सिन्थेटिक्स शामिल है।
इसी प्रकार ६२ अवैध निर्माणकर्ता को २-२ नोटिस तथा अन्य को एक बार नोटिस जारी किए है। इनमें कई ऐसे नोटिस भी शामिल है जो छोटे-मोटे निर्माण कार्य किए गए है। या कुछ तो मकान में काम चलने के दौरान नोटिस जारी किए गए थे। सिसोदिया ने कहा कि वह वर्तमान बोर्ड के खिलाफ नहीं सिस्टम के खिलाफ हैं। सारे मामले छह साल के है। वर्तमान बोर्ड से पहले ६ माह तक आयुक्त के पास पावर थे। फिर भी कार्रवाई नहीं की गई है। पिछले एक साल में एक भी भूरूपान्तरण नहींनगर परिषद के अनुसार पिछले एक साल से नगर परिषद ने किसी भी जमीन का भूरूपान्तरण नहीं किया है। ऐसे में सावल है कि फिर आवासीय क्षेत्र में व्यवसायिक काम्पलेक्सों का निर्माण कैसे हो गया है। यह नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल हैं।
करेंगे कार्रवाई
पार्षद ने ज्ञापन दिया है। इसे देखने के बाद जो भी अवैध निर्माण होगा तो उसके खिलाफ राखी के त्यौहार के बाद कार्रवाई करेंगे।
दुर्गाकुमारी आयुक्त नगर परिषद
निदेशक के आदेशों की पालना करेंगे
पार्षद ने निदेशक के नाम पर ज्ञापन दिया है। वहा से जो भी आदेश आएगा। उसकी पालना की जाएगी। सूची में कई नाम ऐसे है जिन्होंने जवाब भी दिए होंगे लेकिन उनके बारे में कोई उल्लेख नहीं है। शहर के यातायात को सुगम बनाने के हर संभव प्रयास करने के साथ किसी का रोजगार भी नहीं छिना जाएगा। पार्षद ने अब तक मुझे कोई पत्र या ज्ञापन नहीं दिया है।
राकेश पाठक, सभापति नगर परिषद

भीलवाड़ा।
कोरोना महामारी के बाद बाजार में इस बार राखी की खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ने लगी है। इस बार रक्षाबंधन २२ अगस्त को मनाया जा रहा है। त्यौहार को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। दिन भर आजाद चौक में भीड़ लग रही है। महिलाओं में भी अलग-अलग थीम की राखियों को लेकर क्रेज बना हुआ है। ट्रेडिशनल की जगह इस बार फैंसी राखी ने जगह ली है। फोटो फे्रम वाली राखियों को ज्यादा पसंद किया जा रहा है। भाई-बहन की फोटो लगी राखी बाजार में आई हैं। मोर पंख की चूड़ा राखी के साथ अन्य कई तरह की राखियां भी उपलब्ध हैं। महिलाओं का कहना है कि कोरोना संक्रमण थमने से इस बार राखी का क्रेज ज्यादा हैं, क्योंकि पिछले साल कोरोना के कारण त्योहार फीका रहा था। बाजार में भीड़ से व्यापारियों में भी उत्साह है। बाजार में चांदी की राखियों की भी मांग है।
चाइना राखी की मांग नहीं
व्यापारी केजी अग्रवाल ने बताया कि इस बार भी लोग चाइना की राखी लेना पसंद नहीं कर रहे हैं। लोग रेशम की डोर से बनी सुंदर राखियां पसंद कर रहे हैं। बाहर भेजने के लिए रूद्राक्ष से सजी ब्रेसलेट पैटर्न राखियां काफी पसंद की जा रही हैं। बच्चों के लिए कार्टून के पात्रों वाली राखियां खरीदी की जा रही है। भाई-भाभी और बेबी की कॉम्बो पैक राखी की मांग भी है।
सड़क पर फैला पानी
आजाद चौक में नालियों में कचरा भरने से गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। ऐसे में यहां खरीदारी के लिए आई महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। महिलाओं ने बताया कि सड़क पर गंदे पानी से कपड़े तक खराब हो रहे हैं।

भीलवाड़ा. काछोला क्षेत्र में भरण-पोषण और पढ़ाई के लिए रिश्तेदार के यहां गोद रखी किशोरी को देह व्यापार में धकेलने का मामला सामने आया है। किशोरी के परिजनों ने कार्रवाई को लेकर पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट दी। एसपी के आदेश के बाद काछोला थानाप्रभारी मामले की जांच कर रहे है।
थानाप्रभारी रतनलाल खटीक ने बताया कि एक गांव में रहने वाले एक व्यक्ति ने दी कि वह बुजुर्ग माता-पिता के साथ गांव में रहता है। बीस साल पहले सवाईमाधोपुर जिले के विनोद नट समेत कुछ लोग आए। माता-पिता से दस साल की बेटी को अपने पास रखने की इच्छा जताई। भरण-पोषण के साथ अच्छा पढ़ाई की बात कही। बेटी को नौकरी लगाने के बाद वापस सुपुर्द करने की बात कही। परिवादी के माता-पिता ने नाबालिग बेटी को उनके सुपुर्द कर दिया। लगभग एक माह पहले परिवादी बहन से मिलने गया तो आरोपियों ने मिलने नहीं दिया। परिवादी को शंका हुई। जांच में सामने आया कि नाबालिग बहन का नाम बदल रखा गया। उसे बाद में देह व्यापार में धकेल दिया गया। मेरठ, मुम्बई और ग्वालियर में देह व्यापार करवा कर प्रताडि़त किया गया। परिवादी ने आपत्ति जताई तो उसे जान से मारने की धमकी दी।

भीलवाड़ा. विशिष्ठ न्यायालय (अजा-जजा मामलात) ने जयपुर के चार साथियों को धमका कर भीलवाड़ा में बंधक बनाकर लाखों रुपए की फिरौती वसूलने के तीन साल पुराने मामले में बुधवार को चार जनों को दोषी माना। न्यायाधीश राजीव चौधरी ने चारों को आजीवन कारावास और ३१,५०० रुपए जुर्माने से दण्डित किया। वहीं एक अभियुक्त को पांच साल की सजा तथा दस हजार रुपए जुर्माने के आदेश दिए।

प्रकरण के अनुसार २४ जुलाई २०१८ को जयपुर के ब्रह्मपुरी इलाके के गोविंद नगर पूर्व निवासी अनिल कुमार शर्मा ने पुर थाने में मामला दर्ज कराया। परिवादी ने बताया कि वो तीन साथियों के साथ उज्जैन में महाकाल के दर्शन कर जयपुर लौट रहे थे। भीलवाड़ा में पुर बाइपास के निकट रात में उनकी कार के आगे अन्य कार में आए चार बदमाशों ने गाड़ी लगाकर रोक लिया। पिस्टल और देशी कट्टे से धमका कर बंधक बना लिया और नया पटेलनगर के एक मकान में बंधक बनाकर रखा। वहां फिरौती के चार लाख रुपए मांगे। तीनों साथियों की जेब से २७ हजार नकद, सोने की चेन, लॉकेट, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड व ड्राईविंग लाइसेंस निकाल लिया। इस दौरान परिवादी और एक अन्य साथी को एटीएम पर ले गए। वहां जबरन पिन नम्बर पूछकर अलग-अलग एटीएम से ५० हजार रुपए निकाल लिए।

सवा दो लाख जयपुर में दिलवाए
इसके बाद भी आरोपी नहीं माने। उन्होंने सवा दो लाख रुपए जयपुर में परिचित से फिरौती के लिए फोन करवाया। बीमारी का बहाना कर परिवादी ने राशि मांगी। इसी राशि को आरोपियों ने जयपुर में ही एक व्यक्ति को दिलवाई। किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। उसके बाद आरोपी रोड पर छोड़कर भाग गए। पीडि़तों ने पुर थाने पहुंच आपबीती बताई।

इनको सुनाई सजा
अदालत ने अपहरण कर फिरौती वसूलने और लूट के आरोप में ललावता बांसेड़ी खुर्द, सीकर निवासी गजेन्द्रसिंह शेखावत, गढ़ी खानपुर सीकर निवासी जगवीरसिंह शेखावत, सेफ्टों की ढाणी, रेनवाल जयपुर निवासी जयप्रकाश उर्फ जेपी जाट तथा नयावास दूदवा, सीकर निवासी सम्पतसिंह शेखावत को उम्रकैद तथा ठिकरिया बालाजी, सीकर निवासी कुनालसिंह तंवर को फिरौती की राशि वसूलने के आरोप में पांच साल की सजा सुनाई। विशिष्ठ लोक अभियोजक नारायणी बागरिया ने अभियुक्तों के खिलाफ १२ गवाह और १८ दस्तावेज पेश कर आरोप सिद्ध किया।

भीलवाड़ा. हमीरगढ़ थाना क्षेत्र के रीको ग्रोथ सेंटर स्थित एक औद्योगिक इकाई के दो श्रमिक परिवार के मासूम भाई-बहन समेत तीन बच्चे बुधवार को खेल-खेल में फैक्ट्री से निकल गए। उनका पता नहीं लगा। चिंतित परिजनों ने पुलिस के साथ तलाश की। करीब आठ घण्टे बाद फैक्ट्री से २०० मीटर दूर बच्चे सुरक्षित मिले तो परिजनों व पुलिस ने राहत की सांस ली।
जानकारी के अनुसार, महालक्ष्मी टाइल्स में दो श्रमिक परिवार रहकर वहीं काम करते है। सुबह परिजन फैक्ट्री में काम में व्यस्त हो गए। दो परिवार के मासूम सगे भाई-बहन व एक अन्य बच्ची फैक्ट्री परिसर में खेलते हुए बाहर निकल जंगल में चले गए। बच्चों के नहीं मिलने पर परिजनों ने आसपास तलाश की। लापता होने की जानकारी पुलिस को दी। थानाप्रभारी प्रकाश भाटी जाप्ते के साथ पहुंचे। सोलह पुलिसकर्मियों के दल ने तीनों बच्चों की तलाश की। आसपास के सीसी टीवी फुटेज भी खंगाले। लेकिन सफलता नहीं मिली। आठ घण्टे मशक्कत के बाद तीनों बच्चों दो सौ मीटर दूर जंगल में पेड़ के नीचे खेलते मिल गए।

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