>>: Digest for August 23, 2021

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Table of Contents

भुवनेश पंड्या

उदयपुर. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयन्ती पर शुक्रवार को जिलेभर में विभिन्न आयोजन हुए। कार्यक्रमों में कांग्रेसजनों ने जुटकर स्व. गांधी को पुष्पाजंलि अर्पित की। जिले के प्रभारी एवं सैनिक कल्याण व परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास उदयपुर के फ तहसागर पाल के समीप स्थित राजीव गांधी पार्क पहुंचे, उन्होंने यहां गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया एवं उन्हें श्रद्धांजलि दी। खाचरियावास ने स्व. गांधी को आधुनिक भारत का निर्माता व 21 वीं सदी के प्रणेता बताया। इस अवसर पर खाचरियावास ने पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि डिजीटल इंडिया की नींव राजीव गांधी ने 33 साल पहले ही रख दी थी। कम्प्यूटर क्रांति के जनक राजीव गांधी देश को आधुनिक तकनीक पर आधारित युवा राष्ट्र बनाना चाहते थे। उन्होंने राजीव गांधी पार्क में बिल्व पत्र का पौधा लगाया। वन विभाग की ओर से आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री एवं अन्य अतिथियों ने घर.घर औषधि योजना के तहत विभिन्न औषधीय पादपों का वितरण किया। इस अवसर पर जनजाति क्षेत्रीय विकास राज्यमंत्री अर्जुन सिंह बामनिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ गिरिजा व्यास, लालसिंह झाला, गोपाल शर्मा, पंकज कुमार शर्मा, दीपक सुखाडिया, दिनेश श्रीमाली, केजी मूंदड़ा, हरीश शर्मा, फि रोज अहमद शेख, वन संरक्षक बालाजी करी, सहायक वन संरक्षक डीके तिवारी तथा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

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राजस्थान इनोवेशन विजन वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित:

- राज्य सरकार द्वारा शुक्रवार को राजीव 2021 के तहत राजस्थान इनोवेशन विजन वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सूचना प्रौद्योगिकी के विभिन्न एप्स व पोर्टल का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्चुअली राजस्थान में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में किए गए नवाचार एवं आम आदमी को इसके लाभों के संबंध में चर्चा की। उदयपुर में विडियो कांफ्रें सिंग कक्ष में प्रदेश के जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया, जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा भी अधिकारियों के साथ जुड़े व सहभागिता निभाई। इस अवसर पर स्टार्टअप. ओया इनफ ोरमेशन टेक्नोलोजी प्राइवेट लिमिटेड को टेक्नो फंड के रूप में 15 लाख रूपये का चेक मंत्री बामनिया एवं जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा द्वारा प्रदान किया गया। बामनिया ने कहा कि राज्य सरकार पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के सपनों के अनुरूप प्रदेश में तकनीकी नवाचारों के माध्यम से आमजन को लाभांवित करने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए सदैव तत्पर रही है। स्टार्टअप को दिया जा रहा टेक्नो फं ड इसी प्रकार का प्रोत्साहन है। डीडीआईटी अग्रवाल ने बताया कि इस स्टार्टअप द्वारा इलेक्ट्रीक व्हिकल्स के लिए चार्जिंग एण्ड बिलिंग मैनेजमैंट सिस्टम बनाया गया है।

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ऐसे हुए अन्य आयोजन
- महिला कांग्रेस के द्वारा महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष नजमा मेवाफ रोश के सान्निध्य में पुष्पांजलि अर्पित कर पौधारोपण किया गया। इस अवसर पर महिला कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सीमा पंचोली, जिला उपाध्यक्ष पार्षद रेखा डांगी, उपाध्यक्ष कंचन कुंवर राठौड़, उपाध्यक्ष हिना कहां सहित कई गणमान्य मौजूद थे।


- उमरड़ा ग्राम पंचायत के मैदान में उदयपुर जिला युवा कांग्रेस द्वारा एक दिवसीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राजस्थान युवा कांग्रेस प्रदेश महासचिव अरमान जैन, अजय, जिला उपाध्यक्ष बबलू टाँक, उमरड़ा सरपंच हीरालाल मीणा, शिव लाल गुर्जर, प्रभुलाल, गणपत एवं युवा कांग्रेस कार्यकर्ता व ग्रामवासी उपस्थित रहे।

- पूर्व जिला उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में रक्तदान शिविर का आयोजन डेयरी साइंस कॉलेज में किया गया । पूर्व विधायक सज्जन कटारा के मुख्य आतिथ्य एवम डीन प्रोफेसर एन के जैन एवम पार्षद प्रमोद मेनारिया के विशिष्ठ आतिथ्य में सम्पन हुआ। इसमें 77 यूनिट रक्तदान किया गया। इस अवसर पर युवा कांग्रेस अध्यक्ष किशन डांगी सहित कई छात्र नेता मौजूद थे।

- सहवृत पार्षद रविंद्र पाल सिंह कप्पू ने बताया कि राजीव गांधी जयन्ती पर व इन्दिरा रसोई योजना के एक वर्ष पूर्ण होने पर पार्षदों का एक दल मदन सिंह बाबरवाल के नेतृत्व में इन्दिरा रसोई पहुंचा। यहां 101 लोगों को नि:शुल्क भोजन करवा कर वर्षगांठ मनाई।

- ग्राम पंचायत मनवा खेड़ा में वैक्सिनेशन का शिविर आयोजित कर 180 लोगों को टीके लगाये गये। सरपंच किशनलाल गमेती उपसरपंच शंभुलाल डांगी, किसान नेता विष्णु पटेल सहित कई गणमान्य मौजूद थे।

- राजस्थान इंटक के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश राज जी श्रीमालीए राजस्थान इंटक के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री सतीश जी व्यासए राजस्थान इंटक के कोषाध्यक्ष ख्याली लाल जी मालवीय, यूथ इंटक के प्रदेश अध्यक्ष नारायण जी गुर्जरएमहिला इंटक की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती चंदा जी सुहालका औरमार्बल यूनियन के अध्यक्ष खुसवेंदर जी कुमावत उदयपुर सीमेंट मजदूर संघ के दिलीप जी जाट ने राजीव गांधी जी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनको नमन किया।

.भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री राजीव जी गांधी की प्रतिमा पर किया दुग्धाभिषेक

उदयपुर । आधुनकि भारत के निर्माता स्व. श्री राजीव जी गांधी की जन्म जयंति के अवसर पर अखिल भारतीय राजीव गांधी बिग्रेड की की तरफ से रानीरोड स्थित राजीव गांधी उद्यान में राजीव जी प्रतिमा पर दुग्धाभिषेक कर पुष्प अर्पित कर पुष्पांजली आयोजन किया गया।

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उदयपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की 77 वी जयंती श्रद्धापूर्वक व हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी' उदयपुरए20 अगस्त। उदयपुर शहर जिला कांग्रेस के पंचवटी स्थित कार्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का 77 वा जन्म दिवस सदभावना दिवस के रूप में मनाया गया और सभी उपस्थित कांग्रेसजन ने पुष्पांजलि अर्पित करके हार्दिक श्रद्धा प्रकट की।

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भुवनेश पंड्या
उदयपुर. खनन क्षेत्र में काम करने वाले व निर्माण श्रमिक जो जो सिलिकोसिस रोग से पीडि़त हो चुके है उनके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की और से लगाए जा रहे विशेष शिविर फ ायदेमंद साबित हो रहे है। शिविरों में सिलिकोसिस पीडि़तों एवं संभावित रोगियों की स्वास्थ्य जाँच कर पात्र लाभार्थियों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलवाने हेतु आवेदन करवाये जा रहे है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया कि जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ अंशुल म_ा एवं उनकी टीम द्वारा जिला टीबी क्लिनिक हाथीपोल पर सप्ताह के प्रत्येक सोमवार, बुधवार, शुक्रवार एवं शनिवार को शिविर आयोजित किये जा रहे है। जिसमे तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड द्वारा एक्सरे सहित विभिन्न जाँचे कर मरीजो में सिलिकोसिस प्रमाणित किया जा रहा है।

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अब तक शिविरों में 1084 लोगो को लाभ पहुचाया जा चुका है। जाँच उपरान्त सिलिकोसिस पीडि़त पाये जाने वाले लाभार्थियों को राज्य सरकार की नई सिलिकोसिस नीति के तहत कुल 5 लाख रुपये की सहायता राशी देने का प्रावधान है। जिसमे 3 लाख की सहायता राशी पीडि़त को उसके जीवनकाल में तथा 2 लाख की सहायता राशी उसकी मृत्यु के बाद आश्रितो को दिए जाने का प्रावधान है।

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28 अगस्त को अंतिम शिविरजिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ अंशुल ने बताया कि उदयपुर एवं आस पास का क्षेत्र खनन बाहुल्य होने की वजह से श्रमिको में सिलिकोसिस होने की सम्भावना बनी रहती है। श्रमिको में बीमारी की पहचान एवं सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने हेतु शिविर आयोजन की कार्ययोजना तय की गई थी, जिसका अंतिम शिविर 28 अगस्त को लगाया जायेगा। जिन श्रमिको ने अभी तक जाँच नही कराई है वो अभी भी ििशवर में आकर जाँच करवा योजनाओं में लाभ पा सकते है। तय कार्यक्रम के अनुसार 21 से 28 अगस्त के बीच 5 शिविर आयोजित किये जायेंगे जो 21, 23, 25, 27 एवं 28 अगस्त को टीबी क्लिनिक हाथीपोल में आयोजित होंगे।

भुवनेश पंड्या
उदयपुर. खनन क्षेत्र में काम करने वाले व निर्माण श्रमिक जो जो सिलिकोसिस रोग से पीडि़त हो चुके है उनके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की और से लगाए जा रहे विशेष शिविर फ ायदेमंद साबित हो रहे है। शिविरों में सिलिकोसिस पीडि़तों एवं संभावित रोगियों की स्वास्थ्य जाँच कर पात्र लाभार्थियों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलवाने हेतु आवेदन करवाये जा रहे है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया कि जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ अंशुल म_ा एवं उनकी टीम द्वारा जिला टीबी क्लिनिक हाथीपोल पर सप्ताह के प्रत्येक सोमवार, बुधवार, शुक्रवार एवं शनिवार को शिविर आयोजित किये जा रहे है। जिसमे तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड द्वारा एक्सरे सहित विभिन्न जाँचे कर मरीजो में सिलिकोसिस प्रमाणित किया जा रहा है।

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अब तक शिविरों में 1084 लोगो को लाभ पहुचाया जा चुका है। जाँच उपरान्त सिलिकोसिस पीडि़त पाये जाने वाले लाभार्थियों को राज्य सरकार की नई सिलिकोसिस नीति के तहत कुल 5 लाख रुपये की सहायता राशी देने का प्रावधान है। जिसमे 3 लाख की सहायता राशी पीडि़त को उसके जीवनकाल में तथा 2 लाख की सहायता राशी उसकी मृत्यु के बाद आश्रितो को दिए जाने का प्रावधान है।

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28 अगस्त को अंतिम शिविरजिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ अंशुल ने बताया कि उदयपुर एवं आस पास का क्षेत्र खनन बाहुल्य होने की वजह से श्रमिको में सिलिकोसिस होने की सम्भावना बनी रहती है। श्रमिको में बीमारी की पहचान एवं सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने हेतु शिविर आयोजन की कार्ययोजना तय की गई थी, जिसका अंतिम शिविर 28 अगस्त को लगाया जायेगा। जिन श्रमिको ने अभी तक जाँच नही कराई है वो अभी भी ििशवर में आकर जाँच करवा योजनाओं में लाभ पा सकते है। तय कार्यक्रम के अनुसार 21 से 28 अगस्त के बीच 5 शिविर आयोजित किये जायेंगे जो 21, 23, 25, 27 एवं 28 अगस्त को टीबी क्लिनिक हाथीपोल में आयोजित होंगे।

भुवनेश पंड्या
उदयपुर. खनन क्षेत्र में काम करने वाले व निर्माण श्रमिक जो जो सिलिकोसिस रोग से पीडि़त हो चुके है उनके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की और से लगाए जा रहे विशेष शिविर फ ायदेमंद साबित हो रहे है। शिविरों में सिलिकोसिस पीडि़तों एवं संभावित रोगियों की स्वास्थ्य जाँच कर पात्र लाभार्थियों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलवाने हेतु आवेदन करवाये जा रहे है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया कि जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ अंशुल म_ा एवं उनकी टीम द्वारा जिला टीबी क्लिनिक हाथीपोल पर सप्ताह के प्रत्येक सोमवार, बुधवार, शुक्रवार एवं शनिवार को शिविर आयोजित किये जा रहे है। जिसमे तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड द्वारा एक्सरे सहित विभिन्न जाँचे कर मरीजो में सिलिकोसिस प्रमाणित किया जा रहा है।

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अब तक शिविरों में 1084 लोगो को लाभ पहुचाया जा चुका है। जाँच उपरान्त सिलिकोसिस पीडि़त पाये जाने वाले लाभार्थियों को राज्य सरकार की नई सिलिकोसिस नीति के तहत कुल 5 लाख रुपये की सहायता राशी देने का प्रावधान है। जिसमे 3 लाख की सहायता राशी पीडि़त को उसके जीवनकाल में तथा 2 लाख की सहायता राशी उसकी मृत्यु के बाद आश्रितो को दिए जाने का प्रावधान है।

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28 अगस्त को अंतिम शिविरजिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ अंशुल ने बताया कि उदयपुर एवं आस पास का क्षेत्र खनन बाहुल्य होने की वजह से श्रमिको में सिलिकोसिस होने की सम्भावना बनी रहती है। श्रमिको में बीमारी की पहचान एवं सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने हेतु शिविर आयोजन की कार्ययोजना तय की गई थी, जिसका अंतिम शिविर 28 अगस्त को लगाया जायेगा। जिन श्रमिको ने अभी तक जाँच नही कराई है वो अभी भी ििशवर में आकर जाँच करवा योजनाओं में लाभ पा सकते है। तय कार्यक्रम के अनुसार 21 से 28 अगस्त के बीच 5 शिविर आयोजित किये जायेंगे जो 21, 23, 25, 27 एवं 28 अगस्त को टीबी क्लिनिक हाथीपोल में आयोजित होंगे।

भुवनेश पंड्या
उदयपुर. खनन क्षेत्र में काम करने वाले व निर्माण श्रमिक जो जो सिलिकोसिस रोग से पीडि़त हो चुके है उनके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की और से लगाए जा रहे विशेष शिविर फ ायदेमंद साबित हो रहे है। शिविरों में सिलिकोसिस पीडि़तों एवं संभावित रोगियों की स्वास्थ्य जाँच कर पात्र लाभार्थियों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलवाने हेतु आवेदन करवाये जा रहे है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया कि जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ अंशुल म_ा एवं उनकी टीम द्वारा जिला टीबी क्लिनिक हाथीपोल पर सप्ताह के प्रत्येक सोमवार, बुधवार, शुक्रवार एवं शनिवार को शिविर आयोजित किये जा रहे है। जिसमे तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड द्वारा एक्सरे सहित विभिन्न जाँचे कर मरीजो में सिलिकोसिस प्रमाणित किया जा रहा है।

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अब तक शिविरों में 1084 लोगो को लाभ पहुचाया जा चुका है। जाँच उपरान्त सिलिकोसिस पीडि़त पाये जाने वाले लाभार्थियों को राज्य सरकार की नई सिलिकोसिस नीति के तहत कुल 5 लाख रुपये की सहायता राशी देने का प्रावधान है। जिसमे 3 लाख की सहायता राशी पीडि़त को उसके जीवनकाल में तथा 2 लाख की सहायता राशी उसकी मृत्यु के बाद आश्रितो को दिए जाने का प्रावधान है।

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28 अगस्त को अंतिम शिविरजिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ अंशुल ने बताया कि उदयपुर एवं आस पास का क्षेत्र खनन बाहुल्य होने की वजह से श्रमिको में सिलिकोसिस होने की सम्भावना बनी रहती है। श्रमिको में बीमारी की पहचान एवं सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने हेतु शिविर आयोजन की कार्ययोजना तय की गई थी, जिसका अंतिम शिविर 28 अगस्त को लगाया जायेगा। जिन श्रमिको ने अभी तक जाँच नही कराई है वो अभी भी ििशवर में आकर जाँच करवा योजनाओं में लाभ पा सकते है। तय कार्यक्रम के अनुसार 21 से 28 अगस्त के बीच 5 शिविर आयोजित किये जायेंगे जो 21, 23, 25, 27 एवं 28 अगस्त को टीबी क्लिनिक हाथीपोल में आयोजित होंगे।

भुवनेश पंड्या

उदयपुर. मोहनलाल सुखाडिय़ा विवि की अलमारी में 1965 से यानी करीब 56 साल से अब तक करीब 10 हजार से अधिक डिग्रियां बंद है। हालात ये है कि ये डिग्रियां कोई लेने नहीं आ रहा है, अब हालात ये है कि डिग्रियों की शुल्क लेने के फेर में कॉलेजों की अलमारियां भी अंकतालिकाओं और डिग्रियों से भरने लगी है। एक ओर जहां विवि अनुदान आयोग ने सभी विश्वविद्यालयों को जल्द से जल्द ये डिग्रियां व अंकतालिकाएं देने के निर्देश दिए हैं। अब कॉलेजों के पास ना तो ऐसे विद्यार्थियों के वर्तमान पते या जानकारी है कि ये डिग्रियां उन्हें देने या पहुंचाने का जतन किया जा सके।

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करीब दो साल तक नहीं लगता है शुल्क...

- यदि कोई विद्यार्थी स्नातक या स्नातकोत्तर करने के बाद दो साल के अन्तराल में डिग्री या अंकतालिकाएं ले जाता है, तो उससे कोई पैसा नहीं लिया जाता है, लेकिन यदि कोई इसके बाद लेने आता है, तो उससे तय शुल्क लिया जाता है।

- खास बात ये है कि अब तक तो विवि जो डिग्रियां व अंकतालिकाएं कॉलेजों में भेजता था, वह जो बच जाते थे वे कॉलेज तय समय के बाद फिर से विवि लौटा देते थे, इसका कारण था कि इन्हें संभालना बेहद मुश्किल होता है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से तय शुल्क शुरू कर दिया गया है, ऐसे में अब विवि के साथ-साथ कॉलेजों की अलमारियां भी भरने लगी है। यानी शुल्क लेने के फेर में अब कॉलेज प्रयास करते है कि ज्यादा से ज्यादा डिग्रिंया व अंकतालिकाएं नहीं लौटाई जाए, ताकि जब भी कोई विद्यार्थी इन्हें लेने आए तो उससे शुल्क मिल सकेगा।

- विवि में ज्यादातर डिग्रिंया वर्ष 2000 से पहले की हैं, जबकि 2000 से 2018 तक डिग्रियां कॉलेजों में है।

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ये है शुल्क

200 रुपए से लेकर 1200 रुपए तक पुरानी डिग्रियां व अंकतालिकाओं का शुल्क लिया जाता है। इसमें ....

वर्ष - तय राशि

इससे पुरानी- 1200 या इससे अधिक नियमानुसार

2001.2005- 800 2006.2010- 6002011.2015- 400 2016 का 200
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ये आ रही है समस्याएं - विवि के पास जिनकी डिग्रियां है उनके पते नहीं है। समस्या है कि कैसे भेजे। - कई विद्यार्थी जो सरकारी नौकरियों में नहंी जाकर खुद का व्यवसाय व अन्य कार्य करने में लग जाते हैं, तो उन्हें ना तो डिग्रियों की जरूरत होती है और ना ही अंकतालिकाओं की। - कई छात्राएं जिनका विवाह हो जाता है और वह किसी जॉब में नहीं है तो वे भी उन्हें ले जाने का सोचती नहीं है।

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विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, यूजीसी ने विश्वविद्यालयों से छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए डिग्री और सर्टिफि केट की वेरिफि केशन से जुड़े अनुरोधों का समयबद्ध तरीके से निपटारा करने का निर्देश दिए है। यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पत्र लिखा है, यूजीसी को विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा दिये गए डिग्रियों और सर्टिफि केट की प्रमाणिकता के सत्यापन को लेकर बड़ी संख्या में अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं। जैन ने स्पष्ट किया कि यूजीसी समय समय पर छात्रों को सूचित कर रहा है कि वह डिग्रियों एवं सर्टिफि केट्स की वेरिफि केशन नहीं करता है। उन्होंने कहा कि डिग्रियों एवं सर्टिफि केट्स की वेरिफि केशन का काम संबंधित विश्वविद्यालयों को करना होता है। इसलिए विश्वविद्यालयों से आग्रह किया जाता है कि कृपया छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए डिग्री, डिप्लोमा और प्रमाणपत्रों को समय पर विद्यार्थियों को दिया जाए।

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हमारे पास भी बड़ी संख्या में है, करीब 25 साल पुरानी तक हमारे कॉलेज में ही करीब 25 साल पुरानी डिग्रियां व अंकतालिकाएं पड़ी हैं, तय समय के बाद जो डिग्रियां या अन्य प्रमाण पत्र लेने आते है तो उसकी राशि लगती है।

प्रो पीके सिंह, प्राचार्य, कॉमर्स कॉलेज उदयपुर

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पहले ये समस्या ज्यादा थी, अब तो डिग्रिंयां व अंकतालिकाएं छात्राएं ले जाने लगी है, हालांकि करीब दस वर्षों तक की तो डिग्रियां कॉलेज में हैं, जो छात्राएं लेने आती है तो बकायदा संभालकर दी जाती है। इसकी तय शुल्क जरूर ली जाती है।

शशि सांचिहर, प्राचार्य मीरा गल्र्स कॉलेज उदयपुर
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जो डिग्रियां पुरानी पड़ी है उन्हें हम प्रयास कर रहे हैं कि जल्द ही संबंधित विद्यार्थियों तक पहुंचाएं। हमने इस पर काम शुरू कर दिया है। हम समस्त जानकारी ऑनलाइन कर रहे हैं, जिन्हें डिग्रिंयों की जरूरत हैं उन्हें विवि व कॉलेजों के धक्के नहीं खाने पड़े उसका विशेष ध्यान देंगे। पुरानी डिग्रियों के डेटा भी ऑनलाइन करेंगे ताकि लोग इसे आसानी से ले सके।

सीआर देवासी, रजिस्ट्रार एमएलएसयू

भुवनेश पंड्या
जिले के प्रभारी मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास शुक्रवार को जिले के दौरे पर रहे। खाचरिवास सुबह राजीव गांधी जयन्ती पर आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में शामिल हुए, इसके बाद उन्होंने मेनार व कुराबड़ में जनसभाओं को संबोधित किया। खाचरियावास ने मेनार में किसान सम्मेलन में केन्द्र सरकार पर प्रहार कर किसानों की पीड़ा और आवाज उठाई तो कुराबड़ में उन्होंने आगामी वल्लभनगर के उपचुनाव में कांग्रेस की जीत की हुंकार भरी और सभी को एकजुट होकर चुनाव लडऩे की बात कही। इस दौरान मंच से ही कई नेताओं ने अपनी दावेदारी जता दी।

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मेनार/गींगला (उदयपुर). मेनार में आयोजित किसान सम्मेलन में प्रभारी मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि पेट्रोल, डीजल व गैस के बढ़ते दामों ने किसानों की कमर तोड़ दी है। उन्होंने केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि किसान बिल के विरोध में पिछले 10 महीनों से बॉर्डर पर, सडक़ों पर आन्दोलन कर रहे है, लेकिन मोदी सरकार जबरदस्ती किसानों के ऊपर बिल थोपने जा रही है। जबकी किसान बोल रहा हैं कि हमें ऐसे किसान बिल की जरूरत नहीं हैं, लेकिन केन्द्र सरकार हठधर्मिता पर उतरी हुई है। मेवाड़ अफीम किसान उत्पादन किसान संघर्ष समिति उदयपुर के बैनर तले लंबित मांगो को लेकर मावली ,वल्लभनगर, भींडर और कानोड़ तहसील के विभिन्न गांवों के अफीम किसानों का महासम्मेलन मेनार स्थित अम्बा माता पंचायती नोहरे में आयोजित हुआ। खाचरियवास करीब 2 बजे मेनार पहुंचे, यहां किसानों ने मेवाड़ी पगड़ी पहनाकर उनका स्वागत किया। शक्तिपीठ अम्बा माता मंदिर में दर्शन कर सम्मेलन को संबोधित किया।

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कच्चा तेल सस्ता लेकिन दाम नहीं घटे उन्होंने बढ़ते पेट्रोल, डीजल व गैस के दामों पर कहा कि कच्चा तेल सस्ता होने के बावजूद केंद्र सरकार ये दरे कम नहीं कर सकी। राज्य सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए बोले की अशोक गहलोत सरकार किसानों की हितेषी है, वल्लभनगर के किसानों की समस्याओं को मुख्यमंत्री तक पहुंचा कर समाधान करेंगे।

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मेनार को पर्यटन स्थल बनाएंगे...खाचरिवास ने कहा कि मेनार के तालाब, महादेव की विशालकाय मूर्ति, माता का मंदिर और पक्षियों का केन्द्र पर्यटकों को आकर्षित करता है, इसे पर्यटक स्थल बनाएंगे। मेनार उच्च माध्यमिक विद्यालय में विज्ञान संकाय, बालिका स्कूल को उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत और मेनार सीएचसी चिकित्सालय में ट्रोमा सेंटर खोलने, मेनार के मुख्य मार्गो पर सडक़ निर्माण कार्य भी स्वीकृत करवाने और विज्ञान संकाय खोलने की बात कही।

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कटारिया के बयान पर बोले प्रतिपक्ष नेता गुलाब चंद कटारिया द्वारा गत दिनों दिए बयान बीजेपी नही होती तो राम समुंद्र में होते.... पर खाचरियावास ने कटारिया कहा की कटारिया जी घमंड मत करो, यदि राम नही होते तो तुम्हारा पता नही चलता। राम दुनिया चलाते है बीजेपी वाले अपने आप को महाराणा प्रताप और भगवान राम से बढ़ा समझते है।

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प्रधानमंत्री की दाढी पर तंजपीएम की बढ़ी हुई दाढ़ी पर चुटकी ली और कहा कि दाढ़ी बढ़ाने से विकास नही होता है। खाचरिवास ने कहा कि मोदीजी को तो सेठों की चिंता रहती है। केवल बोलने व दाढ़ी बढ़ाने से देश नहीं चलता, काम करने से देश चलता है। रामराज्य का मतलब विकास और जलकल्याणकारी योजना होता है।

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कार्यकर्ताओं ने रखी अपनी मांग मेनार में तहसील अध्यक्ष दुर्गेश जोशी और किसान अध्यक्ष सूरजमल मेनारिया ने अफीम किसानों की समस्या बताई, पूर्व सरपंच ओंकार लाल मेनारिया, दुर्गाशंकर दियावत ने गांव की ओर से मुख्य मांगो को रखा। मंत्री के साथ मंच पर सूरजमल मेनारिया, ओंकार लाल मेनारिया, प्रीति शक्तावत, भीम सिंह चूंडावत, कुबेर सिंह चावड़ा, दुष्यंत सिंह , कवि अजात शत्रु थे। यहां खाचरियावास ने शिव प्रतिमा दर्शन कर तालाब का अवलोकन भी किया। संचालन प्राचार्य राधेश्याम मेनारिया ने किया।

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सम्मेलन में मंच पर कांग्रेस पदाधिकारियों और दो दावेदार पूर्व पालिकाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह शक्तावत व पूर्व विवि अध्यक्ष राजसिंह झाला एवं पूर्व प्रधान, ब्लॉक अध्यक्ष सहित कई पदाधिकारियों का नहीं होने पर चर्चा हुई।

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पार्टी में टिकट मांगने का हक उसी को जो सच्चा सिपाहीगींगला. कुराबड़ नया बसस्टैण्ड़ पर हुई सभा में खाचरियावास ने कहा कि जोश के साथ चुनाव जीता जाता है, जो वल्लभनगर क्षेत्र में कांग्रेस नेताओं में देखा जा रहा है। पार्टी में टिकिट मांगने का हक सच्चे सिपाही को है, लेकिन जिसे भी टिकिट मिले एकमत होकर विजय बनावे। इस दौरान मंत्री सरकार की तारीफ कर केन्द्र की मोदी सरकार हमले किए। उन्होंने कहा कि कोरोना में मोदी ने केवल भाषण दिए और लोगों को राशन तक नहीं मिला। मोदी सरकार जुमला सरकार है। ना तो 15- 15 लाख खातों में आए न ही सस्ता पेट्रोल हुआ। किसान कई महीनों से आंदोलनरत है लेकिन सुनने को तैयार नहीं।-

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केवल दो साल के लिए टिकिट दे दो पूर्व पीसीसी सदस्य भीमसिंह चुण्ड़ावत ने कहा कि पूर्व गृहमंत्री स्व. गुलाब सिंह शक्तावत के साथ कार्यकर्ता के रूप में जनता की सेवा की है। उन्होंने मंत्री से मंच से कहा कि केवल दो साल के लिए टिकिट दे दो आगे कभी विधायक के लिए टिकिट नहीं मांगूगा।

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सम्मेलन में प्रीति शक्तावत, कुबेर सिंह चावड़ा, कवि अजातशत्रु, सूरजमल मेनारिया, नवल सिंह चुण्ड़ावत, दिलीप जारोली, मनोहर सिंह मेडतिया, दुष्यराज सिंह, हकुम सिंह चुण्डावत, कमलेन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे। जनता सेना जगत मंडल अध्यक्ष केसर सिंह रूणिजा ने चुण्ड़ावत का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें टिकिट मिला तो पार्टी नहीं देखकर जिताएंगे। कुराबड़ में 18 ग्राम पंचायतों का आयोजन कांग्रेस नेता भीम सिंह चुण्डावत के नेतृत्व में हुआ लेकिन मंच पर चुण्डावत के अलावा अन्य दावेदार भी नजर आए। स्व. विधायक गजेन्द्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत, पूर्व प्रधान कुबेर सिंह चावड़ा भी मंच पर रहे।

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विभिन्न संगठनों ने दिए ज्ञापन: मंत्री को विभिन्न संगठनों ने अपनी मांग के ज्ञापन सौंपे गए। वरिष्ठ पदाधिकारी चुन्नीलाल डांगी के नेतृत्व में डांगी समाज के प्रतिनिधियों ने मंत्री से भेंट कर गत दिनों शंकर डांगी के आत्महत्या मामले में निष्पक्ष जांच की मांग, ग्राम पंचायत सहायक संघ कुराबड़ ब्लॉक अध्यक्ष तिलकेश आमेटा के नेतृत्व में नियमितिकरण व सम्मानजन मानदेय 17700 रूपये करने की मांग, एनआरएचएम प्रबंधकीय वर्ग संविदा कार्मिकों ने नियमितिकरण की मांग और कुराबड़ में सरकारी कॉलेज खोलने की मांग रखी गई।

भुवनेश पंड्या

उदयपुर. अपना सर्वस्व न्योछावर कर देश को आजादी दिलाने वाले महान स्वतंत्रता सैनानियों एवं क्रान्तिकारियों के योगदान को युवा पीढ़ी के जीवन में आत्मसात करने की जरूरत है।
ये विचार जिला कलक्टर चेतन देवड़ा ने शनिवार को भारत सरकार के युवा मामले खेल मंत्रालय के नेहरू युवा केन्द्र, उदयपुर द्वारा आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत शहीद समारक स्थल पर फ्रीडम रन के शुभारम्भ पर बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। उन्होनें युवाओं को आजादी के क्रान्तिकारियों, स्वतंत्रता सैनानियों के योगदान को जानने एवं उनसे प्रेरणा लेकर शारीरिक एवं मानसिक स्वस्थता के साथ राष्ट्र निर्माण में भागीदारी निभाकर इस कार्यक्रम को जन मानस के बीच में जन आंदोलन के रूप में चलाने की बात कही। अध्यक्षता नेहरू युवा केन्द्र संगठन के राज्य निदेशक पवन अमरावत ने की। उन्होंने बताया कि आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर पूरे देश के 744 जिलों में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत

फ्रीडम रन 2.0 का आयोजन 13 अगस्त से 02 अक्टूबर तक किया जा रहा है। उन्होनें कहा कि हमारा कर्तव्य है कि आजादी के आंदोलन को जीवन में चिरस्थाई बनाकर हम सभी राष्ट्र निर्माण का हिस्सा बनें। विशिष्ट अतिथि उप महापौर थे।
शहीदों को नमन

अतिथियों ने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को याद किया। युवाओं को जिला कलक्टर देवड़ा ने शपथ दिलाकर फ्रीडम रन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया । फ्र ीडम रन शहीद स्मारक स्थल से शुरू होकर देश भक्ति गानों व नारों के साथ गुलाब बाग स्थित महात्मा गांधी स्टेच्यू सर्किल पहुंच कर सम्पन्न हुई। केन्द्र के जिला युवा अधिकारी पवन घोसलिया, श्याम सिंह राजपुरोहित राज्य निदेशक (ओएसडी), जिला खेल अधिकारी शकील अहमद, सी.ओ. स्काउट सुरेन्द्र पाण्डे, हॉकी एसोसिएशन के सचिव कुलदीप सिंह झाला, एन.सी.सी. से प्रेमशंकर श्रीमाली, एन.एस.एस. प्रभारी भूरीलाल मीणा सहित कई गणमान्य शामिल हुए।

भुवनेश पंड्या
उदयपुर. देश में जल्द ही अगले दो स्पेस मिशन पर काम होगा। इसमें पहला चन्द्रयान तीन और दूसरा विनस यानी शुक्र मिशन। मंगलयान अभियान आधुनिक भारत की महान उपलब्धि है। फिजिकल रिसर्च लेबोरेट्री अहमदाबाद (पीआरएल ) के निदेशक व अंतरिक्ष वैज्ञानिक डॉ. अनिल भारद्वाज ने शनिवार को उदयपुर सौर वैधशाला सेमिनार हॉल भौतिक अनुसन्धान प्रयोगशाला में विद्या भवन सोसायटी की ओर से आयोजित अंतरिक्ष विज्ञान परिचर्चा में यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रथम प्रयास में मंगल तक पहुंच कर इसरो ने इतिहास रच दिया है। पीआरएल सूर्य मिशन आदित्य एल.1 में सौर वायु के प्रेक्षण से जुड़े उपकरणों के निर्माण में शामिल है। उदयपुर सौर वैधशाला के वैज्ञानिक भी इसरो के इस मिशन में योगदान दे रहे हैं। देश में चंद्रयान तीन अभियान सहित शुक्र ग्रह पर अभियान की तैयारी चल रही है। चारों ओर से सल्फ्यूरिक एसिड से बने घने बादलों से घिरे शुक्र की सतह का अध्ययन चुनौतीपूर्ण है। इस पर वैज्ञानिक कार्य कर रहे हंै। चंद्रयान.2 मिशन में पीआरएल के योगदान का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों ने हाल में चंद्रयान.2 से प्राप्त अत्याधुनिक एक्स-रे दूरबीन द्वारा सूर्य पर होने वाले माइक्रोफ्लेयर का अध्ययन किया है। इस पर आधारित शोध पत्र अमरीका के विश्व विख्यात एस्ट्रोफि जिकल जर्नल में प्रकाशित हुआ है। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में अहमदाबाद स्थित भौतिक अनुसन्धान प्रयोगशाला का उल्लेखनीय योगदान है। संस्था 75 वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। इसके संस्थापक डॉ. विक्रम साराभाई को भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान कार्यक्रम का जनक कहा जाता है। उन्होंने संस्थान की विकास यात्रा पर विस्तार से चर्चा की।
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सौर वैधशाला पीआरएल का विभाग
डॉ. भारद्वाज ने कहा कि सूर्य पर शोध के उद्देश्य से 1975 में उदयपुर सौर वेधशाला की स्थापना हुई, जो कि पीआरएल का एक विभाग है। सौर वैधशाला में सूर्य पर होने वाले चुम्बकीय विस्फ ोटों तथा उसके पृथ्वी पर पडऩे वाले प्रभावों पर महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है। वैधशाला के वैज्ञानिक सेटेलाइट से प्राप्त एक्स-रे तथा पराबैंगनी किरणों से प्राप्त आधुनिकतम चित्रों द्वारा सौर

विस्फोटों के रहस्यों की पड़ताल में लगे हैं। वैधशाला में आधुनिक प्रकाशीय दूरबीन तथा रेडियो टेलिस्कोप लगी हुई है।

भुवनेश पंड्या

उदयपुर. महाराणा भूपाल हॉस्पिटल में अब कई ऐसी जांचें जो नि:शुल्क होती थी, उसके लिए मरीजों को तय राशि चुकानी होगी। साथ ही अब एमबी हॉस्पिटल में ऐसी जांचे भी हो सकेगी, जो अब तक नहीं होती थी। इसमें अधिकांश जांचों की दरें जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल के हिसाब से तय की गई है। कुछ जांचों की दरें तो सरकार की तय दरों से कम रखी गई। एमबी हॉस्पिटल में जहां कल्पना लैब संचालित है, उसकी जगह अब दूसरी लैब चलेगी, इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शनिवार को एमबी हॉस्पिटल में राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक हुई। इसमें कई महत्वपूर्ण निर्णयों पर मुहर लगाई गई।

रविंद्र नाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज सभागार में आयोजित महाराणा भूपाल अस्पताल की सोसायटी की साधारण सभा में मौजूद सदस्यों ने एनएबीएच प्रस्ताव को समर्थन किया, अस्पताल में जनरल स्टोर खोलने, सीटीवीएस डिपार्टमेंट में मॉनिटर कोठरी एवं नर्सिंग कॉलेज के पीछे ओवरहेड टैंक, जो जर्जर अवस्था में है, डिमोलिश करने का प्रस्ताव पारित हुआ। साथ ही बहुत लैबोरेटरी सुविधाएं जुटाए जाने के प्रस्ताव भी मुहर लगी, जैसे कैंसर की जांच उपलब्ध होगी। थैलेसीमिया सिकल सेल एनीमिया की जांच उपलब्ध होगी। साथ ही अब तक केवल प्लाज्मा के लिए होने वाली एंटी कोविड व एंटीबॉडी टोटल जांच भी अब कोई भी मरीज करवा सकेगा।
एमबी हॉस्पिटल आरएमआरएस की अध्यक्षता संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने की। प्राचार्य डॉ लाखन पोसवाल ने अतिथियों का स्वागत किया। सभी प्रस्ताव अधीक्षक डॉक्टर आर एल सुमन ने प्रस्तुत किए। मेडिकल कॉलेज संलग्न अन्य अस्पतालों पन्नाधाय, टीबी एंड चेस्ट, सुपर स्पेशलिटी दोनों सेटेलाइट हॉस्पिटल की आरएम आर एस की बैठक में भी विकास के लिए कई प्रस्ताव पारित किए गए। स्मार्ट सिटी सीईओ नीलाभ सक्सेना ने आश्वासन दिया कि जल्द ही एसटीपी प्लांट का काम शुरू कर दिया जाएगा। एसटीपी प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी ने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग में पारित कर दिया गया। अस्पताल में पार्किंग व्यवस्था के लिए अलग से एग्जीक्यूटिव बोर्ड मीटिंग होगी एवं निर्णय लिया जाएगा कि अगली बार की व्यवस्था किस तरीके से की जाए।

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इन पर हुआ निर्णय

महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय, पन्नाधाय राजकीय महिला चिकित्सालय, सेठ रामविलास भुवालका यक्ष्मा आरोग्य सदन बड़ी, सुन्दर सिंह भण्डारी राजकीय जिला चिकित्सालय अम्बामाता, स्व. खेमराज कटारा राजकीय सेटेलाईट चिकित्सालय हिरण मगरी, सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के अधीक्षकों ने अपने प्रस्ताव व पालना रिपोर्ट बैठक में प्रस्तुत की।
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ऐसे लगी मुहर....
- कोविड-19 द्वितीय लहर में रोगियों के बचाव के लिए स्थान की कमी के कारण पशु चिकित्सालय परिसर में स्थित हॉस्टल के भवन को मय समस्त संसाधनों सहित अधिग्रहण किया गया था। इसके लिए 15.62 लाख का अनुमोदन किया गया।

- एनएबीएच एक्रिडेशन के लिए 3 करोड़ रुपए व्यय होंगे। व्यय वर्ष 2021-22 के बजट में उपलब्ध राशि से एवं आर.एम.आर.एस. में पूर्व वर्षों की बचत राशि से किया जाएगा।) 100.00 लाख अनुमोदन।
- चिकित्सालय परिसर के समस्त प्रवेश द्वार पर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगेंगे, 7.50 लाख अनुमोदित।

- सेन्ट्रल लैब में सीसीटीवी के लिए 6.40 लाख रुपए।
- डीआरडीओ प्लांट के लिए 8.44 लाख रुपए।

- धोबी घाट के समीप ऑक्सीजन प्लांट के लिए 4.59 लाख रुपए
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ये भी किए बड़े निर्णय
- चिकित्सालय परिसर में खुलेगा एक जनरल स्टोर, सहकारी उपभोक्ता थोक भण्डार को सा.नि.वि. द्वारा निर्धारित किराये की दरों पर आवंटित किया जाना है।

- नए ओवरहेड टेंक के लिए 11.96 लाख रुपए के अनुमोदन
- चिकित्सालय के ट्रोमा सेन्टर के समीप पोरवाल कॉटेज में भर्ती रोगियों को उपलब्ध कराने के लिए दर 1000/- रुपए निर्धारण में दिया जाएगा।

- पेथोलोजी विभाग में स्थापित फ्लोवेटोमेटेरी मशीन एडवांस वर्जन 13 कलर पर केंसर रोगियों के लिये होने वाली जांच की बाजार दर 12,000/- से 15,000/- रुपए है। यह जांच भर्ती रोगियों के लिए 7500 और प्राइवेट हॉस्पिटलां से आने वाले रोगियां के लिए 10 हजार रुपए लगेंगे।
- बायोकेमेस्ट्री विभाग के अन्तर्गत लेब में होने वाली जॉच हिमोग्लोबीन इलेक्टोफ ोरेसिस की बाजार दर 600/- रुपये है। एंव इस चिकित्सालय में प्रति रोगी 250/- रुपए निर्धारित।

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पहले इसके नहीं लगते थे पैसे अब लगेंगे

- सरवाइकल लंबर टे्रक्शन- 15 रुपए
- कंटिन्यूअस पेसिव मोशन- 30

- अल्ट्रा साउंड यूएस-15
- शोर्ट वेव- 15

- एफटी -15
- टीसीएनएस- 15

- एमआईएस- 5
- वेक्स बाथ- 15

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ये जांचें अब शुरू

- एंटीबॉडी- 900
- एंटीकोविड आईजीजी एंटीबॉडी- 525

- आईएल- 6- 1200
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सुपरस्पेशलिटी में इस दर पर ये जांच
गेस्ट्रोकॉपी- 800

कॉलोनोस्कॉपी- 1500
इआरसीपी- 2500

फाइब्रोस्केन- 750
ओपीडी स्लीप-20

इंडोर भर्ती- 50
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- बायोकेमेस्ट्री विभाग के अन्तर्गत लैब में होने वाली जांच हिमोग्लोबीन इलेक्टोफोरेसिस की बाजार दर 600 रुपए है, ये यहां 250 में होगी।
- बड़ी टीबी हॉस्पिटल- थेरापेयूटिक ब्रोनेस्कोपिक टेक्नोलॉजी शुरू करने के लिए एक करोड़ का प्रस्ताव।

- पन्नाधाय राजकीय महिला चिकित्सालय- लोंड्री के लिए पांच लाख रुपए गुलाबचंद कटारिया विधायक मद से स्वीकृत, कोविड रोगियों के लिए नया लेबर रूम जो 30 लाख की लागत से तैयार होगा, 25 लाख आरएमआरएस से खर्च होंगे, हायस्टे्रस्कॉपी एंड लेप्रोस्कॉपी सर्जरी के लिए 500 रुपए लगेंगे।
- सुन्दरङ्क्षसह भंडारी राजकीय जिला चिकित्सालय- डिजिटल एक्सरे मशीन के लिए 11 लाख रुपए विधायक मद से गुलाचबंद कटारिया की स्वीकृति, फायर फाइटिंग सिस्टम के लिए 35 लाख रुपए यूआईटी देगी।

- सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल- प्रशासनिक भवन बनेगा 60 लाख में, पीएमएसवाई फंड से निर्माण।
- खेमराज कटारा सेटेलाइट- कलर डोपलर के लिए विधायक मद से पांच लाख कटारिया ने किए स्वीकृत, पांच लाख रुपए सांसद मद से अर्जुनलाल मीणा की स्वीकृति, मुख्य द्वार पर रेंप, पेयजल व्यवस्था, बोरिंग व नवजात गहन इकाई के बाहर शौचालय व स्नानघर का निर्माण ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा करवाएंगे।

ये रहे मौजूद
विधानसभा प्रतिपक्ष नेता व शहर विधायक गुलाबचन्द कटारिया, सांसद अर्जुनलाल मीणा, संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट, विधायक बाबुलाल खराड़ी, विधायक उदयपुर ग्रामीण फूलसिंह मीणा, नगर निगम महापौर गोविन्द सिंह टांक शामिल हुए।

भुवनेश पंड्या

उदयपुर. किसी भी मरीज को अब जरूरत पर घर पर उपयोग के लिए ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर मिल सकेगा। इसके लिए जिला स्तर पर बड़ी में 500 और एमबी हॉस्पिटल स्तर पर 100 कंसन्ट्रेटर का ऑक्सीजन बैंक बनाया गया है। इसमें ऐसे मरीज जिन्हें केवल एक या दो लीटर ऑक्सीजन की तय समय तक जरूरत है, उन्हें चिकित्सकीय अनुमोदन के बाद कंसन्टे्रटर घर पर भी मिल सकेंगे। फिलहाल इसकी कोई दर तय नहीं की गई है।

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- बड़ी के बैंक से पूरे जिले में कही भी मिल सकेंगे कंसन्ट्रेटर : जिले का बड़ा ऑक्सीजन बैंक बड़ी में खोला गया है। सीएमएचओ के अन्तर्गत फिलहाल 1750 कंसन्ट्रेटर उपलब्ध हैं, इसमें से 500 कंसन्ट्रेटर यहां रखे गए हैं, इसके अलावा अन्य को फिलहाल जरूरत को देखते हुए सीएचसी पर उपलब्ध करवाया गया है।
- आरएनटी के पास अभी करीब 700 कंसन्ट्रेटर उपलब्ध हैं। इनमें से 100 का ऑक्सीजन बैंक बनाया गया है। इससे लोगों को जरूरत पर तत्काल ये मिल सकेंगे।

- इसके लिए मरीज को इसकी जरूरत है या नहीं ये कमेटी तय करेगी। एमबी हॉस्पिटल में अधीक्षक डॉ आरएल सुमन की अध्यक्षता में ये कमेटी बनेगी। इसमें फिजिशियन, कोविड टीम से सदस्य और कार्डियक विशेषज्ञ रहेंगे। इसी प्रकार जिला स्तरीय टीम में नोडल ऑफिसर सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी, डिप्टी सीएमएचओ डॉ राघवेन्द्र राय, डॉ राहुल अहारी, प्रेम पालीवाल, विक्रम सेन को रखा गया है।
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फिलहाल दरें तय नहीं की गई है...
अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन ने बताया कि फिलहाल दरें तय नहीं की गई है। जबकि एक कंसन्ट्रेटर जो पांच लीटर का है, उसकी कीमत करीब 40 हजार और 10 लीटर वाला कंसन्ट्रेटर 50 हजार कीमत का होता है। अब तक ये तय नहीं किया गया है कि जो कंसन्ट्रेटर सेट करने के लिए मरीज के घर जाएगा उसका कोई खर्च दिया जाएगा या नहीं।

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शुरुआत कर दी है

- एमबी हॉस्पिटल में हमने ऑक्सीजन बैंक बना लिया है। कमेटी के निर्णय के बाद मरीज को ये मुहैया करवाया जाएगा। इसके लिए सीधे अधीक्षक से संपर्क करना होगा। इसके बाद चिकित्सक की कसेंट के बाद घर पर मरीज को ये दिया जा सकेगा।
डॉ. लाखन पोसवाल, प्राचार्य आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर

- हमने बड़ी में यह बैंक बना दिया है, कमेटी भी बना ली गई है, जिसे भी जरूरत होगी उसे कमेटी के अनुमोदन के बाद मुहैया करवा दिया जाएगा।
डॉ. दिनेश खराड़ी, सीएमएचओ

उदयपुर. शहर में केरल के निवासियों ने शनिवार को ओणम पर्व हर्षोल्लास से मनाया। इस मौके पर पर अयप्पा मंदिर में फूलोंं की रंगोली सजाई गई और भगवान अयप्पा का विशेष शृंगार किया गया। अयप्पा मंदिर के सचिव टीपी संजीव ने बताया कि अयप्पा मंदिर में ओणम पर्व पर विशेष पूजा-अर्चना कोविड गाइडलाइन के अनुसार की गई। वहीं, केरल समाज के लोगों ने घरों में विशेष पकवान बना कर खाए और एक-दूसरे को ओणम की बधाई दी। इस मौके पर समाज के लोगों द्वारा कार्यक्रम भी किया जाता है लेकिन कोविड १९ के कारण इस बार भी कोई कार्यक्रम नहीं हो पाया।

संजीव ने बताया कि ओणम के दिन राजा महाबलि प्रजा से मिलने के लिए वर्ष में एक बार आते हैं। उनके स्वागत में ही घरों के बाहर सुंदर सजावट की जाती है, फूलों की रंगोली बनाई जाती है। वहीं, घरों में विशेष व्यंजन जैसे एरीसद, अवीयल, सांभर, पच्चडी, किच्चडी, तौरण, कालन, रेशम, इन्जी, नारगी अचार और अडप्रधमन पायसम आदि बनाए जाते हैं। ये सभी व्यंजन केले के पत्तों पर सजाकर पूरे परिवार के साथ खाए जाते हैं। इस मौके पर महिलाओं द्वारा तीरूवादीराकली का नृत्य भी किया जाता है।

उदयपुर. भाई और बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन श्रावण मास की पूर्णिमा पर रविवार को हर्षोल्लास से मनाया गया। इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं रहने से पूरे दिन राखी बांधी जा सकी। इधर, एक द‍िन पूर्व शहर के बाजारों में त्योहारी खरीदारी चरम पर रही। एक ओर महिलाएं व युवतियां अपने भाइयों के लिए राखियों की स्टॉल्स से राखियां खरीदती नजर आईं, वहीं दूसरी ओर मिठाइयों से लेकर नमकीन, नारियल, पूजन सामग्री के स्टॉल्स पर भी दिनभर भीड़ रही।

शहर के प्रमुख सूरजपोल, धानमंडी, देहलीगेट, सिंधीबाजार, हाथीपोल, बापूबाजार आदि बाजारों में खूब भीड़ रही। शहरी लोगों के अलावा ग्रामीण भी खरीदारी के लिए पहुंचे, जिससे इन बाजारों में कई बार जाम की स्थिति भी बनी। इधर, राखी के मौके पर घरों में उत्‍साह व रौनक द‍ि‍खाई दी। शादीशुद बहनेंं भाइयों के घर पहुंची और रक्षाबंधन का पर्व मनाया। इस द‍िन बहनें सुबह से ही सज धजकर तैयार हो गई और शुभ मुहूर्त में भाइयों के त‍िलक कर उनके हाथ पर रक्षा का सूत्र बांधा। उन्‍होंने मुंह मीठा करा और आरती कर भाई की लंबी आयु की कामना की। वहीं, भाइयों ने बहनों की रक्षा का वचन देकर उन्‍हें उपहार व नेग आदि द‍िया । पिछले साल कोरोना होने के कारण कई भाईबहन ये त्‍योहार नहीं मना पाए थे। ऐसे में इस साल सभी ये द‍िन खुशी से मना कर वो कमी दूर की।

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