>>: पंचों ने किया समाज से बहिष्कृत, मामला दर्ज

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पोकरण. कस्बे में माली समाज के पंचों पर एक परिवार को समाज से बहिष्कृत करने पर पुलिस में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार कस्बे के वार्ड संख्या 4 निवासी भगवानाराम पुत्र किरपाराम माली ने जिला पुलिस अधीक्षक के समक्ष एक परिवाद पेश कर बताया कि माली समाज के पंचों ने गत 11 दिसंबर 2022 को कस्बे के वार्ड संख्या 2 स्थित चामुंडा माता मंदिर में सुनियोजित तरीके से एकत्रित होकर एकराय से स्व.किरपाराम माली के पूरे परिवार को पट्टासुद जमीन देने एवं स्थायीनाथ महाराज के आश्रम की जमीन के संबंध में समाज के पक्ष में न्यायविरुद्ध क्रियाकलाप में शामिल होने का दबाव बनाकर समाज से सामाजिक, धार्मिक, व्यवसायिक, वैवाहिक क्रियाकलापों से लिखित एवं मौखिक रूप से बहिष्कृत कर दिया था। साथ ही गरिमापूर्ण जीवन जीने के अधिकार से वंचित कर दिया। समाज के लोगों ने सामाजिक बहिष्कार के चलते उनके परिवार को समाज के सभी सोशल मीडिया ग्रुप से हटाकर वैवाहिक, सामाजिक, धार्मिक कार्यक्रमों में सम्मिलित नहीं करने एवं मानसिक रूप से प्रताडऩा देने का मौखिक रूप से तुगलकी फरमान जारी किया। जिसका उल्लंघन करने पर समाज से बहिष्कृत करने, जुर्माना लगाने की चेतावनी भी दी गई। इसके अलावा बार-बार समाज की बैठकें आयोजित कर परेशान किया जा रहा है। परिवाद में बताया कि 15 जनवरी को समाज में साथ रखने के लिए स्टाम्प पर पट्टासुद जमीन समाज को देने का ड्राफ्ट तैयार कर परिवार पर असंवैधानिक दबाव बनाया गया। दो दिन बाद पुन: मानसिक दबाव बनाया गया। उनकी ओर से पंचों के फरमान को नहीं मानने पर झूठे मुकदमे में फंसाने एवं पोकरण से सामुहिक रूप से पलायन करने की धमकी दी गई। परिवाद में बताया कि समाज के इच्छालाल पुत्र सोनाराम, इच्छालाल पुत्र पीथाराम, हंसराज, कानाराम, शिवकरण, पपुलाल, गोविंद, पुखराज, रामसा माली, प्रकाश, जगदीश सहित 27 पंचों व 35 अन्य लोगों ने उनके परिवार का दैनिक जीवन दुश्वार कर दिया है। जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। मामले की जांच उपनिरीक्षक घेवरराम कर रहे है।
बेमियादी धरना किया शुरू
माली समाज की ओर से परिवार को बहिष्कृत करने के बाद परिवारजनों ने शुक्रवार को उपखंड अधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना शुरू किया। परिवार के पुरुषों, महिलाओं व बच्चों ने धरना देकर उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री व राज्यपाल के नाम ज्ञापन सुपुर्द किया। उन्होंने ज्ञापन में बताया कि उनके परिवार को समाज से बहिष्कृत कर सामाजिक कार्यक्रमों से बाहर रखा जा रहा है और मंदिर में पूजन से वंचित किया जा रहा है। साथ ही रिश्तेदारी, विवाह आदि में भी अड़चने उत्पन्न कर परिवार को धमकियां दी जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। आरोपी मुकदमा वापिस लेने का दबाव बना रहे है। जिससे परिवार भय व दहशत में है। उन्होंने आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते हुए बताया कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं होती है तो परिवार के लोग बाबा साहब डॉ.भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष आत्मदाह के लिए मजबूर होगा।

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