>>: Digest for April 22, 2023

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself.

Table of Contents

पाली/राणावास। पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन क्षेत्र के गुड़ारामसिंह गांव में बुधवार को 1.70 करोड़ की लागत से बनने वाले राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नवीन भवन का शिलान्यास कार्यक्रम गुरुवार को विधायक खुशवीरसिंह जोजावर, सीएमएचओं इंद्रसिंह राठौड़, बीसएमएचओं बीडी नाहर, पंचायत समिति सदस्य पुष्पेन्द्रसिंह गुड़ासूरसिंह, पंचायत समिति सदस्य मनीषा कंवर, सरपंच ऊमा चारण की मौजूदगी आयोजित हुआ। कार्यक्रम में अतिथियों ने भवन के शिलान्यास कार्य की नींव रखी।

इस दौरान विधायक जोजावर ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बनने से आसपास के एक दर्जन से अधिक गावों के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं के बारे में भी ग्रामीणों को जानकारी दी। चिकित्सा अधिकारियों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन बनने से लोगों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताते हुए कहा कि इस भवन के पूरा होने के बाद यहां चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टॉफ के यहीं रहने से लोगों को इलाज के लिए बाहर शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। ग्रामीणों को सस्ता और सुगम इलाज यहीं मिल जाएगा। ग्रामीणों ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया।

ये रहे मौजूद
इस मौके ईश्वरसिंह, महेन्द्र मोहन मालवीय, एसपीसिंह, धनराज सोनी, ओमसिंह, डायाराम प्रजापत, प्रहलादसिंह, कालुराम देवासी, विक्रमसिंह, प्रकाश चौधरी, अवतारसिंह, शंकरसिंह, मांगूसिंह आदि मौजूद रहे।

पाली. आखातीज (अक्षय तृतीया) के अबूझ मुहूर्त व उसके बाद के सावों कारण शहर के साथ गांवों के बाजारों में धनवर्षा हो रही है। आखातीज का पर्व शनिवार को रवियोग, त्रिपुष्करयोग, आयुष्मान योग में मनाया जाएगा। पाली सहित पूरे प्रदेश में मांगलिक कार्यक्रमों की धूम रहेगी। पाली जिले में इस बार 1000 से अधिक शादियां होंगी, यानी बीते साल से काफी अधिक। अक्षय तृतीया व उसके बाद सावों में इस बार करीब 150 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार होगा।

टेंट एसोसिएशन के लक्ष्मण राजपुरोहित ने बताया कि पाली जिले में आखातीज व उसके बाद जिले में 1000 से ज्यादा शादियां होंगी। इसमें शहर में 150 व ग्रामीण क्षेत्र में करीब 850 से अधिक शादियां हैं। शादी के दौरान होने वाली रस्में भी अब थीम के मुताबिक हो रही हैं। इनमें हल्दी, सगाई, भात, महिला संगीत व मेहंदी की रस्में थीम आधारित होती हैं। शादियों की संख्या ज्यादा होने से ज्वैलरी, गार्डन, कपड़ा, किराना, कैटरिंग, हलवाई, बैंडबाजा, डेकोरेशन सहित अन्य कारोबारियों में उत्साह है।

यह भी पढ़ें : आज से वक्री होंगे बुध, राजनीति में होगी उथल पुथल, जानिए आप पर क्या पड़ेगा प्रभाव

ग्राहकों में खरीददारी का उत्साह
इस साल सर्राफा बाजार अच्छा रहेगा। कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद ग्राहकों में खरीददारी को लेकर अच्छा रुझान है। आखातीज के बाद भी बहुत शादियां होने से अच्छी ग्राहकी होगी। -संजय गेमावत, सर्राफा संघ, पाली

ग्राहकी में उत्साह
आजकल हर शादी में पांच से अधिक कार्यक्रम हो रहे हैं। लोगों में खरीदारी का गजब उत्साह है। महंगाई का ज्यादा असर नहीं है। किराणे की ग्राहकी में भी उत्साह है। - मुरलीधर पित्ती, व्यवसायी, पाली

यह भी पढ़ें : जेवरात ही नहीं, प्रॉपर्टी और वाहन भी खरीदने के लिए बेहद शुभ है दिन, जानिए क्या है शुभ मुहूर्त

सावों के लिए किया स्टॉक
अक्षय तृतीया व उसके बाद के सावों को लेकर ग्राहकों में खरीदारी का उत्साह है। उसे देखते हुए ही नई वैरायटी और डिजाइन की साड़ियां स्टॉक की थी। जो ग्राहकों की पसंद बनी हुई है।-गोपाल उपाध्याय, साड़ी व्यवसायी, पाली

पाली। आखातीज (अक्षय तृतीया) के अबूझ मुहूर्त व उसके बाद के सावों कारण शहर के साथ गांवों के बाजारों में धन वर्षा हो रही है। आखातीज का पर्व शनिवार को रवियोग, त्रिपुष्करयोग, आयुष्मान योग में मनाया जाएगा। पाली सहित पूरे प्रदेश में मांगलिक कार्यक्रमों की धूम रहेगी। पाली जिले में इस बार 1000 से अधिक शादियां होंगी, यानी बीते साल से काफी अधिक। अक्षय तृतीया व उसके बाद सावों में इस बार करीब 150 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार होगा।

टेंट एसोसिएशन के लक्ष्मण राजपुरोहित ने बताया कि पाली जिले में आखातीज व उसके बाद जिले में 1000 से ज्यादा शादियां होंगी। इसमें शहर में 150 व ग्रामीण क्षेत्र में करीब 850 से अधिक शादियां हैं। शादी के दौरान होने वाली रस्में भी अब थीम के मुताबिक हो रही हैं। इनमें हल्दी, सगाई, भात, महिला संगीत व मेहंदी की रस्में थीम आधारित होती हैं। शादि-यों की संख्या ज्यादा होने से ज्वैलरी, गार्डन, कपड़ा, किराना, कैटरिंग, हलवाई, बैंडबाजा, डेकोरेशन सहित अन्य कारोबारियों में उत्साह है।

ग्राहकों में खरीददारी का उत्साह
इस साल सर्राफा बाजार अच्छा रहेगा। कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद ग्राहकों में खरीददारी को लेकर अच्छा रुझान है। आखातीज के बाद भी बहुत शादियां होने से अच्छी ग्राहकी होगी। - संजय गेमावत, सर्राफा संघ, पाली

किराणे की ग्राहकी में उत्साह
आजकल हर शादी में पांच से अधिक कार्यक्रम हो रहे हैं। लोगों में खरीदारी का गजब उत्साह है। महंगाई का ज्यादा असर नहीं है। किराणे की ग्राहकी में भी उत्साह है। -मुरलीधर पित्ती, किराणा व्यवसायी, पाली

सावों के लिए किया स्टॉक
अक्षय तृतीया व उसके बाद के सावों को लेकर ग्राहकों में खरीदारी का उत्साह है। उसे देखते हुए ही नई वैरायटी और डिजाइन की साडि़यां स्टॉक की थी। जो ग्राहकों की पसंद बनी हुई है। -गोपाल उपाध्याय, साड़ी व्यवसायी, पाली

पाली। बच्चों में मोबाइल की लत खतरनाक हो गई है। इसलिए पाली के भी लगभग हर घर में बड़ा मुद्दा यही बना हुआ है कि बच्चों की मोबाइल की लत कैसे छूटे। कई माता-पिता बच्चों की इस समस्या को लेकर मनोचिकित्सकों से भी सलाह लेने पहुंच रहे हैं।

पत्रिका ने अलग-अलग वर्ग के लोगों से इस बारे में बात की तो यह बात सामने आई कि बड़े शहरों की तरह अब पाली में भी ऑनलाइन गैम्बलिंग कंपनियों के झांसे में आकर बच्चे लम्बा समय मोबाइल पर बिता रहे हैं। मनोचिकित्सकों का कहना है कि ज्यादातर परिवार इसकी शिकायत करते हैं, लेकिन परिवार के सदस्य खुद से नहीं पूछते हैं कि ऐसा क्यों हुआ? इसका जवाब है कि माता-पिता के पास बच्चों के लिए वक्त नहीं है। बच्चे के लिए सबसे बड़ी पूंजी आपके साथ बिताया समय है। दिनचर्या में बदलाव करें और बच्चों के साथ फिजिकल एक्टिविटी की शुरुआत करें। जब भी मोबाइल उनके हाथ में दिखे, उन्हें मैदानी या दिमागी खेल के लिए प्रोत्साहित करें।

सिर्फ समझाइश से लत नहीं सुधारी जा सकती
मनोरोग चिकित्सक डॉ. दलजीतसिंह राणावत का कहना है कि पैरेंट्स बच्चों को गेम खेलने से रोकते हैं तो वे बुरा बर्ताव करते हैं। माता-पिता को समझना होगा कि सिर्फ समझाइश देकर लत नहीं सुधारी जा सकती। माता-पिता बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं। उन्हें किसी एक्टिविटी में बिजी रखें। माता-पिता स्वयं बच्चों के सामने मोबाइल का एक्स्ट्रा उपयोग नहीं करें। यदि बच्चा एकदम मोबाइल नहीं छोड़ता है तो उसके लिए टाइम लिमिट तय करें। बच्चे के मोबाइल नहीं देखने पर उसे उपहार आदि देकर प्रोत्साहित करें।

गेमिंग कंपनियां देती हैं लालच
कई गेमिंग कंपनियां मोटी राशि जीतने का लालच देकर चंगुल में फंसाती हैं। कई मामलों में गैम्बलिंग की लत बच्चों को बीमार कर रही है। वे गेमिंग एडिक्शन का शिकार हो रहे हैं।

दिनचर्या में बदलाव लाएं अभिभावक
बच्चों में मोबाइल की लत खतरनाक हो गई है। ऑनलाइन गैम्बलिंग कंपनियों के झांसे में आकर कई बच्चे जुआ खेल रहे हैं। हर परिवार इसकी शिकायत करता है, लेकिन खुद से नहीं पूछा जाता कि ऐसा क्यों हुआ? जवाब है कि अभिभावकों के पास बच्चों के लिए वक्त नहीं है। दिनचर्या में बदलाव करें और बच्चों के साथ फिजिकल एक्टिविटी की शुरुआत करें। एटीएम कार्ड बच्चों की पहुंच से दूर रखें। बच्चों को इनडोर या आउटडोर गेम्स में बिजी करें। बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार अन्य गतिविधियों में शामिल करें। - डॉ. अंकित अवस्थी, विभागाध्यक्ष, मनोरोग विभाग, मेडिकल कॉलेज, पाली

Rajasthan Mehngai Rahat Camp 2023 : पाली। आगामी 24 अप्रेल से महंगाई राहत शिविरों का आयोजन होगा। यह पाली सहित यह राज्य के सभी जिलों में होगा। शिविर में पंजीयन कराने वालों को ही इन योजनाओं का लाभ मिलेगा।

राहत शिविरों को लेकर जनता सवाल भी उठा रही है। लोगों का कहना है कि जो पात्र होने पर पहले से कई योजनाओं का लाभ ले रहे हैं, उन्हें फिर से नामांकन कराने की जरूरत क्यों पड़ रही है। यह सवाल भी उठ रहा है कि ज्यादातर योजनाओं का लाभ देने के लिए जन आधार को आधार बनाया है तो फिर शिविरों की क्या जरूरत है। ऐसा तो नहीं सरकार ने सियासी लाभ लेने के लिए लोगों का कतारों में लगाने की तैयारी की है।

इन योजनाओं के लिए लगेंगे राहत शिविर
अभियान में 500 रुपए में गैस सिलेण्डर, 100 यूनिट तक बिजली निःशुल्क, किसानों को 2000 यूनिट निःशुल्क बिजली, अन्नपूर्णा फूड पैकेटस, मनरेगा व शहरी रोजगार गारंटी में अतिरिक्त कार्य दिवस, न्यूनतम 1000 रुपए पेंशन, पालनहार, चिरंजीवी योजना व कामधेनू योजना के तहत पंजीयन होना है।

पाली जिले में 85 प्रतिशत परिवार हाे रहे कवर
जिला कलक्टर नमित मेहता के अनुसार पाली जिले में इन सभी योजनाओं में जिले के लगभग 85 प्रतिशत से ज्यादा परिवार कवर हो रहे हैं। इसलिए अधिकारियों को यह निर्देश दिए हैं कि यह सुनिश्चित करें कि शिविरों में सभी पात्र लोगों का पंजीयन हो। इसके लिए सभी जनप्रतिनिधियों, ब्लॉक व गांव लेवल के अधिकारियों-कार्मिकों के साथ बैठकर उन्हें सक्रिय करें।

पंजीयन के लिए जनआधार नम्बर जरूरी
महंगाई राहत केम्प में रजिस्ट्रेशन के लिए कई योजाओ के लिए जनआधार नंबर जरूरी है। शिविर में जनआधार कार्ड में दर्ज परिवार का कोई भी वयस्क व्यक्ति पहुंच कर पंजीयन करा सकता है, इसके लिए मुखिया की उपस्थिति जरूरी नहीं है। बिजली योजना का लाभ लेने के लिए के नंबर तथा मनरेगा व शहरी रोजगार गारंटी योजना के लिए जॉब कार्ड नंबर की भी जरूरत रहेगी।

इनका कहना है...
-जो परिवार योजनाओं के लिए पात्र हैं, उनकी सूची पहले से सरकार के पास है। ऐसे में राहत शिविर के नाम पर राज्य सरकार योजनाओं को राजनीतिकरण कर रही है। लोगों को बार-बार जताने का प्रयास किया जा रहा है कि सरकार उनके लिए क्या-क्या किया है। शिविरों में लोगों को कतार में खड़ने की जरूरत नहीं थी। यह चुनावी फायदा लेने की असफल कोशिश है। -ज्ञानचंद पारख, विधायक पाली

-जिनको पहले ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ मिल रहा है, तो उन्हें अब बढ़ी हुई पेंशन लेने के लिए राहत शिविराें में क्यों बुलाया जा रहा है। वहां कतारों में खड़े करने के लिए क्यों मजबूर किया जा रहा है। -शंकरलाल पंवार, वरिष्ठ नागरिक

Parshuram Jayanti 2023 : पाली। भगवान परशुराम का जन्मोत्सव शनिवार को समस्त ब्राह्मण समाज की ओर से श्रद्धा व उल्लास से मनाया जाएगा। बैण्डबाजों की मधुर धुन के साथ शोभायात्रा निकाली जाएगी। परशुराम शाेभायात्रा संयोजक प्रमोद दवे रोहट ने बताया कि सुबह सवा आठ बजे आम्लेश्वर महादेव मंदिर से झांकियों से सजी शोभायात्रा रवाना होगी, जो गांधी मूर्ति, अम्बेडकर सर्कल, सूरजपोल, धोला चौतरा, सोमनाथ मंदिर, घी का झंडा, सर्राफा बाजार, पानी दरवाजा, भैरूघाट होते हुए गणेश मंदिर पहुंचकर विसर्जित होगी। शोभायात्रा का शहर में जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया जाएगा।

ये समाज होंगे शोभायात्रा में शामिल
श्रीमाली ब्राह्मण समाज विकास समिति, महर्षि दधिची सेवा समिति, गुर्जर गौड भवन ट्रस्ट, गुर्जर गौड ब्राहम्ण जिला सभा, गौड ब्राह्मण समाज, आदि गौड ब्राहम्ण, पालीवाल समाज, पारीक ब्राह्मण समाज, कान्यकुब्ज ब्राहम्ण समाज, औदिच्य ब्राहम्ण समाज 24 खेड़ा पाली, सिखवाल ब्राहम्ण समाज संस्था, महर्षि गौतम सूत सेवा समिति शहर पाली व हिम्मत नगर, शाकद्वीपिय मग ब्राहम्ण समाज, खाण्डल विप्र मंडल, पुष्करणा समाज विकास समिति, पाली सारस्वत ब्राहम्ण समाज, राजपुरोहित विकास समिति, मैथिली ब्राहम्ण समाज, गुजराती ब्राहम्ण समाज पाली, दक्षिण भारतीय ब्राहम्ण समाज आदि शोभायात्रा में शामिल होंगे।

निकाला जाएगा लक्की ड्रॉ
शोभायात्रा में उपहार योजना रखी गई है। शोभायात्रा प्रारम्भ होने से अंत तक लक्की ड्रॉ एक बॉक्स में डाले जाएंगे। ड्रॉ गणेश मंदिर में खोला जाएगा। शोभायात्रा में शामिल होने वाली महिलाओं एवं झांकी प्रदर्शन में भाग लेने वाले बच्चों को भी उपहार दिए जाएंगे।

घर-घर जाकर दिया निमंत्रण
दाधीच समाज की ओर से परशुराम जन्मोत्सव शोभायात्रा को लेकर प्रत्येक परिवार को घर-घर जाकर निमंत्रण दिया गया। विभिन्न समाज की ओर से शोभायात्रा में झांकी सजाने को लेकर की जा रही तैयारियों पर चचार् की गई। इस मौके अध्यक्ष बेनीगोपाल तिवारी, सचिव शिवप्रसाद दायमा, उपाध्यक्ष महेंद्र दाधीच, विजय कुमार दाधीच, रामकरण शर्मा आदि मौजूद रहे।

You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at abhijeet990099@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.