>>: 3 दिवसीय पाटोत्सव समारोह शुरू, झांकियां बनी आकर्षण

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नाचना. गांव में स्थित लक्ष्मीनाथ मंदिर का 14वां पाटोत्सव गुरुवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। जिसको लेकर 3 दिवसीय धार्मिक अनुष्ठानों की शुरुआत मंगलवार को की गई। गांव में 20 मई 2005 वैशाख शुक्ल एकादशी को माहेश्वरी समाज की ओर से लक्ष्मीनाथ मंदिर का निर्माण करवाकर उसमें प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। जैसलमेर के पीले पत्थरों पर गुजराती शैली से की गई नक्काशी दूर से ही लोगों को आकर्षित करती है। इस ऐतिहासिक मंदिर का पाटोत्सव समारोह में 2009 में मनाना शुरू किया गया। जिसके अंतर्गत द्वादशी से चतुर्दशी तक समारोह आयोजित किया जाता है और धार्मिक अनुष्ठान कर मंदिर में पूजा-अर्चना की जाती है। इस वर्ष भी 14वां पाटोत्सव समारोह गुरुवार को आयोजित किया जाएगा। जिसके अंतर्गत धार्मिक अनुष्ठानों की शुरुआत मंगलवार को की गई। लगातार 3 दिनों तक यहां धार्मिक कार्यक्रम आयोजित कर मंदिर का पाटोत्सव मनाया जाएगा। जिसको लेकर ग्रामीणों में उत्साह नजर आ रहा है।
शोभायात्रा में उमड़ी भीड़, सजाई पालकी
पाटोत्सव समारोह की शुरुआत के अंतर्गत मंगलवार को सुबह मंदिर में पूजा-अर्चना की गई। इसके बााद शोभायात्रा निकाली गई। इसमें सबसे आगे पालकी में ठाकुरजी की प्रतिमाओं को रखा गया। कुछ श्रद्धालु पालकी लिए हुए चल रहे थे। इसके पीछे बड़ी संख्या में श्रद्धालु जयकारे लगाते हुए नाचते गाते साथ रहे। डीजे की धुन पर श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। इसके साथ ही एक वाहन में भगवान कृष्ण, राधिका व अन्य देवी देवताओं की झांकियां सजाई गई, जो आकर्षण का केन्द्र बनी रही। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की शोभायात्रा लक्ष्मीनाथ मंदिर से रवाना होकर किला चौक, पदमसिंह भोमियाजी मंदिर चौक, बस स्टैंड, मुख्य बाजार होते हुए पुन: मंदिर पहुंची। शोभायात्रा से गांव का माहौल धर्ममय हो गया।
यज्ञ में दी आहुतियां
शोभायात्रा के बाद मंदिर परिसर में यज्ञ का आयोजन किया गया। पंडितों के सानिध्य में माहेश्वरी समाज के 5 जोड़ों ने पूजा-अर्चना कर हवन में आहुतियां दी। इस दौरान मंदिर सहित आसपास का क्षेत्र वैदिक मंत्रोच्चार से गूंज उठा। शाम के समय मंदिर में 56 भोग की झांकी सजाई गई। रात में आरती के बाद प्रसादी का वितरण किया गया। माहेश्वरी समाज के अध्यक्ष जगदीशप्रसाद टावरी ने बताया कि बुधवार को दिनभर मंदिर में हवन के साथ धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे। गुरुवार को मुख्य समारोह के दिन रुद्राभिषेक एवं विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी।

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