जोधपुर।
जिले के बाप थानान्तर्गत सिंहड़ा गांव में भेड़-बकरियां चराने निकलने वृद्ध चरवाहे के हत्यारे बुधवार को भी पकड़े नहीं जा सके। हत्यारों की गिरफ्तारी व अन्य मांगों को लेकर परिजन मथुरादास माथुर अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे हैं और दूसरे दिन भी शव नहीं उठाया।
पुलिस के अनुसार सिंहड़ा गांव निवासी रेंवताराम भील गत एक मई की सुबह दस बजे भेड़-बकरियां चराने के लिए घर से निकले थे। दोपहर में जैतसर भोमियाजी व करणी माता मंदिर के पास अज्ञात लोगों ने वृद्ध चरवाहे पर हमला कर दिया था। जिससे वो लहुलूहान हो गए थे। गंभीर हालत में उन्हें फलोदी के सरकारी अस्पताल ले जाया गया था, जहां से जोधपुर के एमडीएम अस्पताल रैफर किया गया था। इलाज के दौरान मंगलवार को वृद्ध की मृत्यु हो गई थी। पुत्र नकताराम की तरफ से अज्ञात लोगों के खिलाफ बाप थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
उधर, हत्या से आक्रोशित परिजन व समाज के लोग मोर्चरी के बाहर दूसरे दिन भी धरने पर बैठे रहे। हत्यारों की गिरफ्तारी व अन्य मांग को लेकर उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने परिजन से समझाइश की, लेकिन वे नहीं मानें।