हनुमानगढ़. जिले में रविवार शाम को मौसम परिवर्तन हो गया। जिला मुख्यालय सहित जिले भर में तेज हवाएं चली और बरसात हई। पल्लू तहसील क्षेत्र में तेज अंधड़ के साथ बारिश का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। रविवार को हवा की रफ्तार 50 किमी के आसपास रही। रविवार शाम को पल्लू तहसील क्षेत्र में आए तूफान की रफ्तार इतनी तेज थी कि पेड़ों के साथ-साथ बिजली के पोल भी टूट गए। क्षेत्र में पांच दिनों से हो रही बारिश से खेत जलमग्न हो गए वहीं गांवों में बने पानी भंडारण के जोहड़ भी पूरे भर गए। रविवार शाम को आए तूफान से बाजार में भारी नुकसान हुआ।
बाजार में लगे टीन शेड उखड़ गए वहीं सड़क किनारे बने होटलनुमा ढाबों के छप्पर तूफान की वजह से तहस-नहस हो गए। रविवार को किसान कृषि केंद्र पर 15 एमएम बारिश मापी गई। कृषि पर्यवेक्षक ओमप्रकाश गोदारा व रजीराम मील ने बताया कि बारानी क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश से किसानों को बीटी कपास और नरमें कि फसल में फायदा होगा। इस बार बारानी क्षेत्र में समय पर व्यापक बारिश होने से देशी बाजरे की बिजाई ज्यादा होने की संभावना है।
इससे यहां के लोगों को पशुओं के लिए चारे की समस्या से निजात मिलेगी। देर शाम तक तेज तूफान के साथ बरसात जारी थी। विद्युत निगम के अभियंता ऋषिकेश मीणा ने बताया कि पिछले कई दिन से लगातार अंधड़ की वजह से प्रतिदिन बिजली के पोल टूट रहे हैं जिससे तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांवों में विद्युत आपूर्ति बाधित हैं। जैसे ही विद्युत लाइन को सही कर सप्लाई शुरू करते हैं तो फिर से अंधड़ व तेज हवा की वजह से पोल टूट जाते है। लगातार अंधड़ से बिजली पोल टूटने से विद्युत निगम को बहुत नुकसान हुआ है। रविवार को आए तूफान से टूटे पोल को सही करने में दो से तीन दिन का समय लगेगा तब तक गांवों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी।
पेमा में तीन दिन से जमा बरसाती पानी
डबलीराठान. उप तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत डबलीवास पेमा में एक सप्ताह में हुई दो बार बरसात के बाद स्थिति बद से बदतर बनी हुई है। दो रोज पूर्व हुई बरसात के बाद तो स्थिति ओर भी विकट बन जाने से बरसाती पानी गलियों में पसरा होने के कारण ग्रामीण घरों में कैद हो कर रह गए हैं। बड़े बजुर्गों के लिए शोच आदि के लिए नोहरे में आने जाने में भारी दिक्कत आ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि अब तो हालात ऐसे बन गए हैं कि पानी निकासी की बात को लेकर पड़ोसियों में विवाद होने लगे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि एक वर्ष पूर्व ग्राम पंचायत द्वारा गांव की गलियों में भेदभाव पूर्ण किए इंटरलॉकिंग कार्य का नतीजा ग्रामीण भुगत रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि वार्ड 4 एवं वार्ड 5 में शनि मंदिर एवं रामदेव मन्दिर गली, रामेश्वर कालवा के घर के पास वार्ड 6 में गोपी बेलान के घर तथा मजबीसिख मोहल्ला सहित अन्य छोटी गलियों के लोगों को भी ऐसे हालात का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण जयकिशन नाई, रामनिवास भांभू, बद्री राम कालवा, रामेश्वर कालवा, इन्द्राज कालवा, राजू बिरट, मदन कटारिया आदि ने बताया कि गली को साइड की गली के पानी निकासी का ध्यान दिए बगैर बेहिसाब ऊपर उठा दिया गया, जिसकी वजह से कच्चे तो क्या पक्के मकानों को भी नुकसान हुआ है। इस समस्या से पीडि़त परिवारों द्वारा सरपंच सहित विकास अधिकारी आदि को ज्ञापन दिया गया लेकिन समस्या समाधान के प्रति ग्राम पंचायत द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
पंच अनिल सुथार ने बताया कि रविवार दोपहर बाद तीन बजे सरपंच एवं पंचायत समिति पीलीबंगा से आए विकास अधिकारी प्रतिनिधि ने मौका निरीक्षण कर गलियों में पसरे पानी पर मिट्टी डालने पर जोर दिया परंतु ग्रामीणों ने कहा कि पहले पानी की निकासी हो, इसके बाद में लेवल निकाल मिट्टी भर्ती करें तो राहत भरा कदम होगा।
बरसात से बिखरी सड़कें, हादसे का भय
जाखड़ांवाली. रविवार शाम करीब चार बजे मेघ गर्जना के साथ हुई हल्की बरसात से किसानों की धड़कनें बढ़ गई। शुक्रवार को हुई मुसलाधार बरसात से नरमा की फसलों में भरा पानी सुखा नहीं उससे पहले ही दोबारा बादल गर्जने शुरू होने से किसान चितिंत हैं। किसानों का कहना है कि अधिक बरसात से बची हुई नरमा की फसलें भी बर्बाद हो जाएगी। बरसात के पानी से सड़कों में जगह-जगह कटाव लगे होने से वाहन चालकों को हादसे का भय बना हुआ है। जाखड़ांवाली से चक १० एसपीडी मार्ग पर चक के पास बड़ा कटाव लगा हुआ है। जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। अंधड़ से चक ९ एसपीडी बी के किसान महेन्द्र सिहाग, राजाराम, धर्मपाल, अमरसिंह महावीर सिहाग के खेत में लगी सौर ऊर्जा की प्लेटें स्टेंड सहित उखड़कर क्षतिग्रस्त हो गई। किसान महेन्द्र सिहाग ने बताया कि पांच में से ४ सैट पूर्ण खराब हो चुके हैं।
डिग्गी एक बरसात भी नहीं झेल पाई
पीलीबंगा. ग्राम पंचायत जाखड़ांवाली के चक 51 हजार आरडी में ग्रामीणों की प्यास बुझाने के लिए लाखों रुपए की लागत से बनाई गई वाटर वक्र्स की डिग्गी एक बरसात भी नहीं झेल पाई। बीते दो दिन पूर्व क्षेत्र में हुई बरसात के साथ ही घटिया निर्माण सामग्री से निर्मित डिग्गी जगह जगह से क्षतिग्रस्त हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत के चलते डिग्गी निर्माण कर रहे ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य के दौरान घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किया गया। ग्रामीणों की ओर से डिग्गी निर्माण में घटिया निर्माण सामग्री लगाने को लेकर विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाया गया लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के चलते ठेकेदार द्वारा राजस्व को लाखों रुपए का नुकसान पहुंचाया गया। ग्रामीणों के अनुसार ठेकेदार द्वारा डिग्गी निर्माण के पश्चात चारदिवारी व मिट्टी भर्ती नहीं की गई। जिससे आबादी क्षेत्र का बरसाती पानी डिग्गी में घुस गया तथा कई जगह से डिग्गी क्षतिग्रस्त हो गई। ग्रामीणों ने डिग्गी निर्माण करने वाले ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने व संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।(पसं.)