>>: पेट्रोल—डीजल की महंगाई से मिल सकती है राहत... प्रदेश सरकार के साथ 14 जून को बैठक

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राजस्थान में एक बार फिर पेट्रोल—डीजल की महंगाई से राहत मिलने की उम्मीद जगी है। राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की 14 जून को प्रदेश सरकार के साथ एक बैठक होने वाली है, जिसमें पेट्रोल—डीजल पर वैट घटाने पर सहमति बन सकती है। पेट्रोल पम्प डीलर सुमित बगई का कहना है कि अगर सरकार वैट पर राहत देती है तो महंगाई राहत कैम्प के मायने भी बदल जाएंगे। लेकिन, सरकार अगर पेट्रोल व डीजल पर वैट कम नहीं करती है, तो चरणबद्ध तरीके से आन्दोलन किया जाएगा। आपको बता दें कि प्रदेश में 6227 पेट्रोल पंप है।

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आरपीडीए का जन जागरण आंदोलन

राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह भाटी का कहना है कि 14 जून को प्रदेश सरकार के साथ होनी वाली वार्ता में अगर कोई सहमति नहीं बनती है, तो हम आंदोलन करेंगे, जिसे सरकार का ध्यान डीलर्स की मांगो की ओर ध्यान आकृषित करने के लिए किया जाएगा। आरपीडीए का यह आंदोलन एक जन जागरण आंदोलन है, क्योंकि एक तरफ तो सरकार मंहगाई राहत केम्प चला रही हैं, दूसरी तरफ पेट्रोल-डीजल पर वैट कम नहीं कर रही है। जबकि, उत्तरी भारत से पेट्रोल-डीजल पर वैट सबसे अधिक हमारें राज्य में है और जब तक पेट्रोल-डीजल के मूल्य कम नहीं होगें तब बढ़ती हुई मंहगाई से राज्य की आमजन को कोई राहत नहीं मिलेगी। क्योंकि, आमजन के उपयोग में आने वाली दैनिक उपयोग की सभी चीजे पेट्रोल-डीजल से जुड़ी हुई है।

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डीलर्स की मुख्य मांगे

1. प्रदेश में पेट्रोल-डीजल पर वेट पंजाब के समान किया जावे।
2. प्रदेष स्तर पर पेट्रोल पंप डियू में आ रही पोपअप की समस्या का समाधान हो।
3. आयॅल कंपनी स्तर डियू के सत्यापन के लिये डीलर्स द्वारा जमा धन राषि का भुगतान काफी समय से न होना।
4. ऑयल कंपनी स्तर पर 194 क्यू के तहत डीलर्स द्वारा जमा करवाये गये टीडीएस की धनराषि का भुगतान विलंब से होना।

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