Top 5 cancers in india: नेशनल कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम के बीएमसी कैंसर की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार 2025 में भारत में कैंसर के भार का अनुमान लगाया गया था। इसमें पाया गया कि कैंसर का भार उत्तर और पूर्वोत्तर में सबसे अधिक था और यह पुरुषों में सबसे अधिक पाया गया था।
5 सबसे ज्यादा कैंसर के जोखिम कारक हैं।
फेफड़े का कैंसर lungs cancer
धूम्रपान और सिगरेट फेफड़ों के कैंसर का प्रमुख कारक बना हुआ है। फेफड़े का कैंसर (lungs cancer) ज्यादा धूम्रपान करने वालों में देखा जाता है, हालांकि धूम्रपान न करने वालों में पिछले कुछ सालों में कैंसर की समस्या बढ़ी है। फेफड़ों के कैंसर के अन्य कारणों में रेडॉन, प्राकृतिक रूप से पाई जाने वाली गैस, अभ्रक, आर्सेनिक और सिलिका शामिल हैं। फेफड़े में कैंसर अगर परिवार के एक सदस्य को है तो अन्य सदस्यों को भी इसका खतरा अधिक रहता हैं।
ब्रेस्ट कैंसर breast cancer
भारत में कुल कैंसर के 13% से अधिक मामले ब्रेस्ट कैंसर (breast cancer) से शुरू होते हैं। वृद्धावस्था में ब्रैस्ट कैंसर होने के ज्यादा चांस है। ब्रेस्ट कैंसर के विकसित होने का खतरा सबसे ज्यादा 50 वर्ष की आयु के बाद बढ़ता है। जिन महिलाओं में बीआरसीए1 और बीआरसीए2 जीन में उत्परिवर्तन होता है, उनमें भी ब्रैस्ट कैंसर (breast cancer) विकसित होने का खतरा अधिक होता है। अधिक वजन होने, हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी लेने और बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल से भी ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
एसोफैगल कैंसर (खाने की नली का कैंसर) esophageal cancer
तम्बाकू के अत्यधिक सेवन और नियमित धूम्रपान की आदतों से एसोफैगल कैंसर (esophageal cancer) का खतरा बढ़ जाता है। इस कैंसर में कई अन्य खतरे भी शामिल हैं. अचलासिया, एक मेडिकल टर्म है जो अन्नप्रणाली की मांसपेशियों को प्रभावित करती है, इस कैंसर के लिए एक और खतरनाक कारक है जो अस्वास्थ्यकर आहार, मोटापा, लाइ जैसे रसायन भी जोखिम कारक हैं।
मुंह का कैंसर oral cancer
रिपोर्ट के अनुसार 80% से अधिक मुंह के कैंसर (oral cancer) तंबाकू के उपयोग के कारण होते हैं। हाल के अध्ययनों में मानव पेपिलोमावायरस और मुंह कैंसर के बीच संबंध पाया गया है। मोटापा और पराबैंगनी प्रकाश के संपर्क में आने से भी मुंह के कैंसर के विकास का खतरा बढ़ जाता है।
पेट का कैंसर colon cancer
'गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स को पेट के कैंसर (colon cancer) का एक प्रमुख कारण कहा जाता है। हेलिकोबैक्टर पाइलोरी के संक्रमण से पेट का कैंसर भी हो सकता है। धूम्रपान भी इसमें एक बड़ा खतरा बन जाता है। पेट के कैंसर का पारिवारिक कैंसर का भी कारण बन सकता है।
कैंसर कई लोगों की जान क्यों ले लेता है इसका कारण यह है कि इस बीमारी को अक्सर तीसरे या चौथे चरण में देखा जाता है जिससे कैंसर के विकास को रोकना मुश्किल हो जाता है।