>>: Biporjoy effect: भिगोया तेज बरसात ने, सड़कों पर भरा पानी

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बिपरजॉय का असर सोमवार को भी बना रहा है। दिनभर कभी झमाझम बरसात तो कभी बौछारों ने भिगोया। सड़कों पर पानी भर गया। नालों-नालियों में पानी का बहाव तेज रहा। तारागढ़ पर पुरानी बुर्ज का हिस्सा और चट्टान से पत्थर गिर पड़े। हवा चलने और बादल छाने से मौसम में ठंडापन बना रहा। धूप-छांव का दौर भी चला।

एस्केप चैनल की दीवार गिरी, घरों में भरा पानी
बारिश के चलते वार्ड 48 में आनासागर एस्केप चैनल की दीवार गिर गई। इसके चलते घरों में पानी भर गया। कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष निर्मल बेरवाल ने बताया कि गुर्जर क्षेत्र में एस्केप चैनल के कार्य में लापरवाही बरती गई है। इसके चलते जगह-जगह दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। कई जगह दीवार अधूरी छोड़ दी गई। इसके चलते शंकर नगर, गुर्जर धरती, सुखाडि़या उद्यान, लोहार बस्ती में पानी भर गया। इस दौरान उमेश बुन्देल, प्रमोद कुमार, मनोज ज्योतियाना, हुकमचंद सोनकर आदि ने लोगों की मदद की।

बीसलपुर बांध में पहली बार जून में कम टूटा पानी

गत दिनों से प्रदेश में चल रहे आंधी-तूफान बारिश और बिपरजॉय चक्रवात का असर अजमेर, जयपुर और टोंक के लिए जलापूर्ति करने वाले बीसलपुर बांध के लिए वरदान साबित हुआ है। बीसलपुर बांध के निर्माण के बाद से अब तक जून माह में सबसे कम पानी की खपत हुई है। जबकि जून माह में बांध से करीब साढे पंद्रह हजार एमएलडी पानी निकाला गया। बांध में पानी का आवक होने और वाष्पीकरण कम होने के कारण यह स्थिति बनी है।

312.78 मीटर जल स्तरबीसलपुर बांध का लेवल फिलहाल 312.78 मीटर है। बांध से जयपुर, अजमेर और टोंक के लोगों को पेयजल सप्लाई लिए नौ सौ एमएलडी पानी निकाला जाता है। गर्मी में तापमान ज्यादा होने के कारण पानी का वाष्पीकरण भी ज्यादा होता है। इसके कारण बांध से गर्मी में पानी तेजी से कम होता है। तेज गर्मी में जितना पानी लिया जाता है वाष्पीकरण में भी तकरीबन उतना ही उड़ भी जाता है।

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