400 से ज्यादा किसानों को तुलाई का इंतजार
अलवर /गोविन्दगढ़. सरकार की ओर से किसानों की उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए समर्थन मूल्य पर खरीद केन्द्र शुरू तो किए, लेकिन ऑनलाइन पंजीयन शुरू होने के करीब तीन माह बाद तक 400 से भी अधिक किसानों को सरसों तुलाई का इंतजार है। किसानों को इसका कारण बारदाना नहीं मिलना बताया जा रहा है।
किसानों का कहना है कि सरकारी केन्द्र पर समय पर तुलाई नहीं होने से उपज को औने.पौने दामों में बेचने को मजबूर हैं। सरकार की किसानों की आमदनी बढ़ानेे की कवायद को भी धक्का लग रहा है। किसानों से समर्थन मूल्य पर सरसों व चने की खरीद के लिए हाई स्कूल में खरीद केंद्र लगाया गया हैए लेकिन लाभ नहीं मिल रहा।
किसान झेल रहे 700 रुपए तक का नुकसान
किसानों का आरोप है कि बारदाना नहीं मिलने से सरकारी खरीद केन्द्र पर उपज को नहीं बेच पा रहे हैं। सरकारी खरीद केन्द्र पर सरसों के 5450 व चने का 5335 रुपए समर्थन मूल्य तय है, जबकि बाजार में सरसों व चने के दाम करीब 4850 के करीब मिल रहे हैं। बाजार में सरसों की कंडीशन के हिसाब से भाव तय होता है। लहरवाड़ा का किसान करण सिंह आदि ने बताया कि सुबह से तुलाई का इंतजार कर रहे हैंए लेकिन हमसे कहा जा रहा है कि बारदाना नहीं है। बारदाना आएगा तब ्रसरसों की तुलाई होगी। हम काफी मशक्कत कर सरसों को लेकर आए हैं। अगर यहां तुलाई नहीं होगी तो बाहर मंडी में औने पौने दामों में बेचकर जाना पड़ेगा।
बारदाने की कमी चल रही है
बारदाने की कमी चल रही है। एक.दो दिन में 4 से 5 हजार बारदाना गोविंदगढ़ क्रय-विक्रय केंद्र पर पहुंच जाएगा, जिसके बाद किसानों को परेशानी नहीं होगी। हम लगातार बारदाना आपूर्ति का प्रयास कर रहे हैं। जैसी ही बरदाना आता हैए हम आवश्यकतानुसार केंद्रों पर पहुंचा रहे हैं।
हरिओम, क्षेत्रीय अधिकारी, राजफेड, भरतपुर।
तुलाई बंद है
बारदाना खत्म होने की वजह तुलाई बंद है। राज फेड के क्षेत्रीय अधिकारी बार.बार बारदाने लिए पत्र लिख चुके हैं। 400 किसानों के 40 हजार बरदानों की तुलाई शेष हैं।
-जितेन्द्र कुमार शर्मा, खरीद केंद्र प्रभारीए गोविंदगढ़।