>>: Digest for March 17, 2024

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तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण सीकर जिले में वायरल निमोनिया के रोगी लगातार बढ़ रहे हैं। कल्याण अस्पताल की ओपीडी में महज एक सप्ताह में ही 50 प्रतिशत से ज्यादा मरीज वायरल निमोनिया के आ रहे हैं। चिंताजनक बात है कि वायरल निमोनिया हर आयु वर्ग के लोग में तेजी से फैल रहा है। खांसी के कारण कई मरीजों को पसलियों में दर्द की शिकायत भी तेजी से बढ़ी है। कुछ मरीजों में इंफेक्शन गले से बढ़कर सीने तक पहुंच रहा है। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बावजूद स्वाइन फ्लू से मिलते-जुलते लक्षणों के आधार पर ही मरीजों का उपचार किया जा रहा है। कमोबेश यही हालात सरकारी जनाना अस्पताल की बच्चा रोग विभाग ओपीडी के है।
वायरस के अनुकूल वातावरण
सर्द और गर्म वातावरण में कई तरह के वायरस एक्टिव हो जाते हैं। चिकित्सकों के अनुसार इस समय स्वाइन फ्लू का पीक सीजन चल रहा है। आमतौर पर मौसमी बीमारियां पांच से सात दिन में ही ठीक हो जाती हैं, लेकिन इस बार मरीजों को दवाइयां भी लंबे समय तक लेनी पड़ रही है। ऐसे में आने वाले दिनों में संक्रमण की चपेट में आने वाले रोगियों की संख्या बढ़ सकती है।
इनका कहना है
वायरल निमोनिया के मरीज बढ़े हैं लेकिन स्वाइन फ्लू की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ रही है ऐसे में लक्षणों के आधार पर मरीजों का उपचार किया जा रहा है। मधुमेह और बीपी के मरीजों में ज्यादा लक्षण नजर आ रहे हैं।

डॉ. मुकेश वर्मा, एसोसिएट प्रोफेसर मेडिकल कॉलेज

तबादला सीजन में पंचायतीराज विभाग के कायदे पूरी तरह मजाक बन गए है। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की ओर से शुक्रवार को जारी तबादला सूचियों पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं। जिले की कई ग्राम पंचायतों में कार्यरत 24 ग्राम विकास अधिकारियों के तबादले किए गए है। लेकिन जिला परिषद की प्रशासन एवं स्थायी स्थापना समिति के अनुमोदन के बिना ही तबादला आदेश जारी कर दिए हैं। रोचक यह है कि पहले भी बिना अनुमोदन के तबादला सूची जारी कर दी गई। जब कर्मचारी संगठन व कई जनप्रतिनिधियों ने विरोध किया तो इस सूची को निरस्त कर दिया। अब फिर से इसी सूची को हरी झंडी दी गई है। पंचायती राज विभाग के नियमों के अनुसार ग्राम विकास अधिकारियों के तबादले जिला परिषद की प्रशासन एवं स्थायी स्थापना समिति के अनुमोदन के बाद ही किए जा सकते है। इसके बाद भी सीईओ ने शुक्रवार को 24 ग्राम विकास अधिकारियों के तबादले कर उन्हें दूसरी पंचायत समितियों में भेज दिया है। पंचायती राज विभाग के अतिरिक्त उपायुक्त एवं उप शासन सचिव ने 22 फरवरी को पत्र लिखकर नियमानुसार तबादले करने के संबंध में निर्देश दिए थे।

आनन-फानन में जारी हुए आदेश
ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के अतिरिक्त उपायुक्त एवं उप शासन सचिव ने जिला परिषद के सीईओ को 22 फरवरी को पत्र भेजकर ग्राम विकास अधिकारियों के तबादले नियमानुसार कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए थे। सीईओ ने प्रशासन एवं स्थायी समिति के अनुमोदन करवाए बिना ही आनन फानन में 27 फरवरी को आदेश जारी कर ग्राम विकास अधिकारियों के तबादले कर दिए लेकिन अगले दिन से सीईओ ने प्रशासन एवं स्थायी स्थापना समिति की बैठक से अनुमोदन का हवाला देकर अपने ही आदेशों को निरस्त कर दिया था लेकिन अब 15 दिन बाद फिर से नियमों की अवहेलना कर सीईओ ने तबादले आदेश कर दिए।

तबादलों में शिथिलता 22 फरवरी तक ही
राज्य सरकार ने कर्मचारियों के तबादले के लिए 22 फरवरी तक ही शिथिलता दी थी। इसके बाद से प्रतिबन्ध प्रभावी है। सीईओ ने प्रतिबंध की अवधि में नियम विरुद्ध तबादले किए है। इस मामले को लेकर कर्मचारी संगठनों ने भी नाराजगी जताई है।

यह है प्रावधान
उच्च न्यायालय के अधिवक्ता संदीप कलवानिया ने बताया कि राजस्थान पंचायती राज अधिनियम 1994 एवं राजस्थान पंचायतीराज नियम 1996 के नियमों में ग्राम विकास अधिकारियों के तबादलों के लिए प्रावधानों निर्धारित किए गए है। जिले के भीतर स्थानांतरण करने के लिए नियम 289 में स्पष्ट प्रावधान है कि सबंधित जिला परिषद की प्रशासन एवं स्थायी स्थापना समिति के अनुमोदन के बाद ही तबादले किए जा सकते है।

थाना इलाके के ढाणी गुमानसिंह की माना की ढाणी के पास नाले में एक युवक का लहूलुहान शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। शव मिलने की सूचना आग की तरह आसपास में फैल गई और मौके पर लोगो को भीड़ जमा हो गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जानकरी लेकर डॉग स्क्वायड व एफएसएल की टीम को मौके पर बुलाया। मौके पर पहुंची डॉग स्क्वायड व एफएसएल की टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। इसके बाद पुलिस शव को उठाने लगी तो परिजनों व ग्रामीणों ने शव उठाने से मना कर दिया। लोगो की मांग थी कि हत्यारे को गिरफ्तार किया जाए व मृतक के परिवार को आर्थिक मदद दी जाए। इस पर डीवाईएसपी इनसार अली ने लोगो से समझाईस कर मामले को शांत करवाया और शव को कस्बे के राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया जहां पर मेडिकल बोर्ड से उसका पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौप दिया। विधायक सुभाष मील भी खंडेला चिकित्सालय की मोर्चरी में पहुंचे और परिजनों को सांत्वना देते हुए मृतक के परिवार को 51 हजार रुपये की आर्थिक मदद की। जानकारी के अनुसार माना की ढाणी तन गुमानसिंह की ढाणी निवासी युवक किशन मीणा (35) का शव उसके घर से करीब 500 मीटर की दूरी पर नले में पड़ा हुआ था। सुबह करीब साढ़े सात बजे दूध लेकर लौट रहे एक युवक की नजर उस पर पड़ी तो उसने उसके पास जाकर देखा ओर सरपंच को घटना की सूचना दी। इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना की जानकारी ली तो युवक की गर्दन पर किसी धारदार हथियार से गर्दन रेतकर हत्या की हुई थी। मृतक के भाई राकेश कुमार ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि 14 मार्च की रात्रि में अज्ञात लोगो ने उसके बड़े भाई किशनलाल की धारदार हथियार से गर्दन काटकर हत्या कर दी।

तीन भाइयों में सबसे बड़ा था मृतक
तीन भाइयों में सबसे बड़ा था मृतक किशन। दो भाई इससे छोटे है तीनो भाई ही मजदूरी करते है। 5 बच्चो का पिता था मृतक- मृतक के तीन पुत्री व दो बेटे है। बड़ा बेटा बचपन से ही विकलांग है । लोगो ने बताया कि वह तो उठा भी नही सकता है। ऐसे में अब उन बच्चो का गुजारा कैसे होगा। 5 बच्चो के सिर से पिता का साया उठ गया। मृतक के 5 बहिने है तथा व्रद्ध माता पिता है।


मजदूरी कर चलाता था परिवार
मृतक आसपास में ही मजदूरी करके अपने परिवार का गुजरा कर रहा था। किशन की हत्या होने पर अब परिवार का गुजरा कैसे होगा।

पुलिस जल्द करेगी हत्या का खुलासा
थानाधिकारी मांगीलाल का कहना है कि पुलिस ने संदिग्ध कुछ लोगो को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस हत्यारे के आसपस पहुंच चुकी है। जल्द ही हत्या का खुलासा कर दिया जाएगा।

murder for illicit relationship : सीकर। राजस्थान के सीकर जिले में रिश्तों को तार-तार कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां मामी के प्यार में पागल भांजे ने अपने ही मामा की गला रेतकर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी भांजे को गिरफ्तार कर 12 घंटे के अंदर ही सनसनीखेज हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है। फिलहाल, पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ में जुटी हुई है। बता दे कि खंडेला थाना इलाके की माना की ढाणी के पास नाले में गुरुवार रात लहूलुहान हालत में एक युवक का शव मिला था।

खंडेला थानाधिकारी मांगीलाल ने बताया कि पुलिस ने 12 घंटे के अंदर ही निर्मम हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। इस मामले में आशीष मीणा निवासी शाहपुरा को गिरफ्तार है, जो मृतक किशन मीणा का भांजा है। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि उसने ही अपने मामा की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की थी। आरोपी ने पुलिस को बताया कि मामी के साथ उसके संबंध थे, लेकिन मामा उनके प्यार में रोड़ा बन रहा था। ऐसे में मामा की रास्ते से हटाने का प्लान बनाया और गुरुवार देर रात गला रेतकर हत्या कर दी। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।

थानाधिकारी ने बताया कि खंडेला थाना इलाके में नाले के पास लहूलुहान हालत में किशन मीणा का शव मिला था। इस पर मृतक के भाई राकेश कुमार ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि 14 मार्च की रात्रि में अज्ञात लोगो ने उसके बड़े भाई किशनलाल की धारदार हथियार से गर्दन काटकर हत्या कर दी। इस पर पुलिस ने पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। साथ ही डॉग स्क्वायड व एफएसएल की टीम की मदद से मौके से साक्ष्य जुटाए। इसके बाद 12 घंटे के अंदर ही आरोपी भांजे को गिरफ्तार कर हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है।

 

नाले में लहुलुहान हालत में मिला था शव

जानकारी के अनुसार माना की ढाणी तन गुमानसिंह की ढाणी निवासी युवक किशन मीणा (35) का शव उसके घर से करीब 500 मीटर की दूरी पर नले में पड़ा हुआ था। शुक्रवार सुबह करीब साढ़े सात बजे दूध लेकर लौट रहे एक युवक की नजर उस पर पड़ी तो उसने उसके पास जाकर देखा ओर सरपंच को घटना की सूचना दी। इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना की जानकारी ली तो युवक की गर्दन पर किसी धारदार हथियार से गर्दन रेतकर हत्या की हुई थी।

 

तीन भाइयों में सबसे बड़ा था मृतक

मृतक किशन मीणा आसपास में ही मजदूरी करके अपने परिवार का गुजरा करता था। वह तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। मृतक के 5 बहनें है तथा बुजुर्ग माता— पिता है। दोनों भाई भी मजदूरी करके ही अपने परिवार का पालन पोषण करते है। मृतक के तीन बेटी और दो बेटे है। बड़ा बेटा बचपन से ही दिव्यांग है। लोगों ने बताया कि वह तो उठा भी नही सकता है। ऐसे में अब उन बच्चो का गुजारा कैसे होगा। 5 बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया।

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