>>: स्वास्थ्य बीमा कार्ड नहीं चार्ज, जीवन के लिए कर रहे संघर्ष

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

दिलीप शर्मा

अजमेर. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के कर्मचारियों को राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना आरजीएचएस का लाभ नहीं मिल पा रहा। कर्मचारियों के वेतन से कटौती के बावजूद मुख्यालय से कर्मचारियों के कार्ड को रीचार्ज या अपडेट नहीं किया है। इसका खामियाजा रोडवेज के ही दो परिचालकों के परिवारों को भुगतना पड़ रहा है। दोनों परिचालक पिछले कुछ दिनों से गंभीर रूप से बीमार हैं। इनमें से एक निजी चिकित्सालय की आईसीयू व दूसरा जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय के मेल सर्जिकल यूनिट दो में उपचाररत है।आरजीएचएस कार्ड के अभाव में इन्हें कई जांचें व दवाइयां बाहर से भी लानी पड़ रही हैं जिसमें इनका अब तक सैंकड़ों रुपया खर्च हो चुका है। वहीं निजी चिकित्सालय में न्यूरो संबंधी बीमारी का उपचार ले रहे परिचालक के परिजन के दो दिनों में एक लाख रुपए से अधिक खर्च हो चुके हैं। रोडवेज के उपप्रबंधक प्रशासन महेन्द्र सिंह गोठियाना व ड्यूटी अधिकारी रोमेश यादव आदि ने जल्द कार्ड शुरू किए जाने की बात कही है।

केस संख्या एकहरजीत सिंह रावत पद परिचालक, गांव अतीतमंड ब्यावर, हाल कार्यरत परिचालक, रोडवेज। पड़ोस में दीवार के विवाद में बीच बचाव करने के दौरान धारदार हथियार से चोटिल। पेट के अंदरुनी हिस्से में चोटें।

जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय के मेल सर्जिकल वार्ड संख्या दो में अर्द्धचेतन अवस्था में हरजीत मात्र आंखों के इशारे से अपनी बात कह रहा है। उसके बिस्तर के पास पत्नी सुमन, बहन ममता, भाभी किरण मौजूद। पत्रिका के पहुंचने पर आशा भरी निगाहों से देखा। पत्नी बोली रोडवेज का चिकित्सा वाला कार्ड नहीं होने से दवाएं व जांचें बाहर से लानी पड़ रही। अब तक 30 हजार से अधिक जेब से खर्च।

केस संख्या दो

जयसिंह परसोया रोडवेज परिचालक, देवनगर पुष्कर, हाल कार्यरत परिचालक रोडवेज। सरदार शहर में तबीयत बिगड़ी, एंबुलेंस से अजमेर लाए।

10 जून को सुबह अजमेर से सरदार शहर बस लेकर गया। सरदारशहर में तबीयत बिगड़ी, एंबुलेंस से अजमेर लाए। शरीर का दाहिना हिस्सा रह गया। आवाज बंद हो गई। सिर की नसों में क्लॉट या थक्का पाया गया। अभी पुष्कर रोड िस्थत एक निजी अस्पताल में न्यूरो मेडिसिन विभाग में उपचाररत। विभाग ने कार्ड अपडेट नहीं कराया। अब तक परिजन के एक लाख दस हजार रुपए खर्च। इलाज लंबा चलेगा।

इनका कहना है

मुख्यालय स्तर पर प्रबंधक वित्त ने बैठक ली है। ऐसी शिकायतें प्रदेश भर से आ रही है। जल्द ही समाधान का प्रयास किया जाएगा।सुदीप शर्मा, वरिष्ठ प्रबंधक, केन्द्रीय रोडवेज बस स्टैंड, अजमेर।

You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at rajisthanews12@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.