जैसलमेर. सीमावर्ती जैसलमेर जिले के भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में अवस्थित तनोट में मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के अनुसरण में नया पुलिस थाना स्थापित किए जाने के आदेश के बाद जिला पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने एक आदेश जारी कर आधा दर्जन स्टाफ को वहां पदस्थापित किया है। इस थाने का प्रभार उपनिरीक्षक देवकिशन को सौंपा गया है। कायदे से इस थाने में 45 जनों का स्टाफ नियुक्त किया जाना है। इसके अलावा तनोट थाने में सभी जरूरी संसाधन की व्यवस्था आने वाले दिनों में की जाएगी। वर्तमान में तनोट पुलिस चौकी में ही थाना संचालित किया जाएगा। नए थाना की इमारत का निर्माण करने के लिए जमीन का आवंटन पूर्व में किया जा चुका है। आने वाले समय में यहां भवन निर्माण करवाया जाएगा।
इतने स्टाफ को दी जानी है नियुक्ति
जानकारी के अनुसार तनोट थाना में कुल 45 जनों का स्टाफ को नियुक्ति दी जानी है। जिनमें 1 निरीक्षक, 2 उपनिरीक्षक, 3 सहायक उपनिरीक्षक, 4 हैड कांस्टेबल, 5 कांस्टेबल और 6 कांस्टेबल चालक शामिल हैं। इसके साथ थाना में संसाधनों के लिए प्रशासनिक-वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है। इसके तहत थाने में टेलीफोन मय इंटरनेट, टेबल-कुर्सी, कम्प्यूटर, प्रिंटर और अलमारियों के साथ 1 जीप व 2 मोटरसाइकिल की उपलब्धता तय की जाएगी। तनोट थाना के अस्तित्व में आने के साथ जैसलमेर जिले में थानों की संख्या 20 हो गई है। तनोट थाना क्षेत्र में तनोट सहित सीमा क्षेत्र में अवस्थित घंटियाली, रणाऊ, गोधुवाला, कुरिया बेरी, नथुवाला, किशनगढ़, खारिया, ईशावाला कुआ, गांधी गांव, साधेवाला, दितोवाला, कोलुतला, लोंगेवाला, हिगोलेवाला, कालिभर, गमनेवाला और हंसुवाला गांव तक का क्षेत्र शामिल होगा। इन गांवों के निवासी लोगों के किसी भी तरह के पुलिस रिकॉर्ड जो वर्तमान में रामगढ़ थाना में हैं, उन्हें तनोट स्थानांतरित किया जाएगा।
सीमा पर मजबूत होगी पुलिसिंग
तनोट में पुलिस थाना स्थापित करने के पीछे राज्य सरकार के दो प्रमुख उद्देश्य माने जाते हैं। एक, यह अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में आया हुआ है। किसी भी तरह की संभावित राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर निगरानी रखने और सीमा सुरक्षा बल के साथ बेहतर तालमेल का उद्देश्य थाना बनाए जाने से पूरा होगा। साथ ही तनोटराय देवी के मंदिर में वर्ष पर्यंत हजारों की संख्या में दर्शनार्थी पहुंचते हैं। क्षेत्रवासियों के साथ उन्हें भी किसी तरह की आपातकालीन परिस्थितियों में पुलिस की सहायता त्वरित रूप से मिल सकेगी।
महत्वपूर्ण कदम
सीमावर्ती तनोट क्षेत्र में थाने की स्थापना करने का राज्य सरकार का निर्णय महत्वपूर्ण है। अभी यहां तात्कालिक रूप से 6 जनों को नियुक्त किया गया है। आने वाले समय में जैसे-जैसे संसाधन मिलेंगे, कदम उठाए जाएंगे। यह प्रतिबंधित क्षेत्र होने, सीमा सुरक्षा बल की पोस्ट होने के साथ बड़ी संख्या में आगंतुकों के आगमन के लिहाज से अहम कार्रवाई है।
- विकास सांगवान, जिला पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर