>>: भांजे की शादी में मायरा भरने से पहले मामा की मौत, घर में मचा कोहराम

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खजवाना। कुचेरा थाना क्षेत्र के इंदोकली गांव में सोमवार को बहन के मायरा भरने की तैयारियों में लगा छह बहनों का इकलौता भाई आग से झुलस गया। मंगलवार को जोधपुर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मायरे से एक दिन पहले उसकी मौत की खबर सुनकर हर कोई स्तब्ध रह गया। पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।

पुलिस के अनुसार मृतक के जीजा गणपतराम लामरोड़ ने कुचेरा पुलिस थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि रविवार को इंदोकली निवासी रामप्रकाश भाकर (47) खेत जोतने के लिए जा रहा था। इस दौरान चाय की तलब लगने पर वह घर के बाहर बने मिट्टी के चूल्हे को जलाकर चाय बनाने लगा। इसी बीच उसके ढीले कपड़ों ने आग पकड़ ली। रामप्रकाश कुछ समझ पाता तब तक आग ने विकराल रूप लिया । उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर दौड़कर आए पत्नी व पड़ोसी ने जैसे- तैसे आग बुझाई, तब तक उसका शरीर बुरी तरह झुलस चुका था।

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उसे तुरंत नागौर जिला अस्पताल ले जाया गया । वहां चिकित्सकों ने प्राथिमक उपचार कर उसे जोधपुर रेफर कर दिया। सोमवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। रामप्रकाश की मौत के अगले दिन ही भांजे की शादी होने के कारण ग्रामीणों ने गमगीन माहौल में भात भरने का फर्ज अदा किया।

परिवारजनों का रो रो कर बुरा हाल
इस हृदविदारक घटना के बाद मृतक के पिता सांवताराम, पत्नी सुमित्रा, बेटे सुनील व अनिल तथा बहनों सहित परिवारजनों का रो रोकर बुरा हाल है। गांव में हर कोई स्तब्ध है। किसी को समझ नहीं आ रहा कि आखिर खुशी के इस मौके पर यह अनहोनी कैसे हो गई।

मृतक के दो पुत्र है, एक खेती में सहारा बना दूसरा पढ़ाई कर रहा है। रामप्रकाश की अचानक मौत से 80 वर्षीय बुजुर्ग पिता सांवताराम पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बुढ़ापे का सहारा बनने वाला खुद ही चल बसा। छह बहिनों के राखी की डोर टूट गई।

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छह बहनों का इकलौता भाई था रामप्रकाश
जानकारी के अनुसार रामप्रकाश छह बहनों का इकलौता भाई था। उनमें से एक बहन के पुत्र की मंगलवार को शादी थी। शादी में मायरे के लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थी, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। ग्रामीणों ने आसोप के निकट रामपुरा पहुंचकर नम आंखों से मायरे की रस्म अदा की।

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