राजसमंद. मोही के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मुख्यद्वार के पास लगे नल में प्रवाहित करंट (electricity accident) लगने से 10 साल की एक मासूम बच्ची की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। बच्ची की मौत के बाद बड़ी संख्या में एकत्रित लोगों ने जिम्मेदारों की लापरवाही को लेकर आक्रोश जताया। पिछले दस दिन से नल के पानी में करंट दौड़ रहा था, जिससे एक गाय की भी मौत हो चुकी थी, लेकिन ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद जिम्मेदारों ने इसे अनदेखा कर दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे 10 वर्षीय ममता को प्यास लगी तो वह अस्पताल के बाहर लगे नल पर पानी पीने गई। वहां पानी के साथ दौड़ रहे करंट (electricity accident) की चपेट में आ गई। हादसे में उसकी तड़प-तड़प कर मौत हो गई।
ग्रामीणों की सूचना पर ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजकुमार खोलिया, पूर्व उपसरपंच यादवेंद्र सिंह भाटी, पटवारी कुलदीप तथा कांकरोली थाना से राजेंद्र सिंह मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे। गुस्साए ग्रामीणों का काफी देर तक विरोध प्रदर्शन चलता रहा। ग्रामीणों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराया और जमकर अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना था कि 10 दिन से चिकित्सालय परिसर में करंट आ रहा था तो इसे बंद क्यों नहीं करवाया गया।
- मजदूर दम्पती का रो-रोकर बुरा हाल
किशनलाल कांकरोली के बांडियावाला का रहने वाला है। पिछले दस साल से मोही में ही रहकर मजदूरी कर परिवार का जीवन-यापन कर रहा है। करंट से मासूम बच्ची की मौत के बाद अस्पताल की सीढिय़ों पर बैठी मां और पिता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
- 7 दिन पहले गाय की मौत
मोही पंचायत मुख्यालय पर स्थित इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मुख्यद्वार के पास जलदाय विभाग का नल लगा हुआ है। इसमें दस दिन पहले से पानी के साथ करंट दौड़ (electricity accident) रहा था। सात दिन पहले एक गाय नल के पास बने गड्ढे पर पानी पीने पहुंची तो करंट की चपेट से तड़प-तड़प कर मौत हो गई। ग्रामीणों ने नल में पानी के साथ करंट आने की शिकायत की। फिर भी जिम्मेदारों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। नतीजतन हंसती-खेलती मांसूम बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई।