>>: Digest for June 12, 2023

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जयपुर। अब तक ब्रेन ट्यूमर (brain tumor) में होने वाली सर्जरी में कई तरह की कॉम्प्लिकेशन हुआ करती थी, जो मरीज के लिए बेहद नुकसानदायक होती थी। समय के साथ आई नई तकनीकों ने ब्रेन सर्जरी को काफी बेहतर कर दिया है। अब न्यूरो नेविगेशन तकनीक से सर्जन ये मालूम कर सकते हैं कि सर्जरी के वक्त दिमाग में उनकी सटीक लोकेशन क्या है। इससे आस पास के हिस्से को बिना नुकसान पहुंचाए सटीकता से सर्जरी की जा सकती है। रुकमणी बिरला हॉस्पिटल में आयोजित हुए कॉन्टिन्यूइंग मेडिकल एजुकेशन (सीएमई) के हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जन डॉ. अमित चक्रबर्ती और डॉ. संजीव सिंह ने तकनीकी सत्र में इस तकनीक से जुड़ी जानकारी दी।

न्यूरो सर्जरी में गलती की बिल्कुल गुंजाइश नहीं

कोर्स डायरेक्टर डॉ. अमित चक्रबर्ती एवं डॉ संजीव सिंह ने बताया कि ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन काफी जोखिमभरा होता है और इसमें गलती की गुंजाइश बिल्कुल नहीं होती क्योंकि जरा सी भी गलती होने पर मरीज को लकवा हो सकता है, उसके बोलने, देखने या सुनने की क्षमता भी खो सकती है। इसीलिए ब्रेन ट्यूमर सर्जरी में काफी नई तकनीकें आ रही हैं जिसमें हाल ही में सबसे महत्वपूर्ण तकनीक आई है रियल टाइम न्यूरो नेविगेशन।

इससे सर्जन को यह पता रहता है कि ट्यूमर निकलते वक्त ब्रेन में वे किस जगह हैं, ट्यूमर सही रास्ते से निकल रहा है कि नहीं, ब्रेन की कोई नस तो प्रभावित नहीं हो रही, जैसे महत्वपूर्ण जानकारी इस तकनीक से रियल टाइम में मालूम होती रहती हैं। इससे ऑपरेशन का परिणाम काफी बेहतर हो जाता है और गलती की संभावना न के बराबर रह जाती है। इस तकनीक से पिछले नौ महीने में 100 से अधिक सर्जरी कर चुके हैं।

Monsoon Alert: अरब सागर में आ रहे में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अगले 24 घंटे में और खतरनाक होने की आशंका है। भारतीय मौसम विभाग ने शनिवार को बताया कि यह अरब सागर में उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ रहा है। यह रविवार या सोमवार तक गुजरात पहुंच सकता है। इस दौरान 10 से 12 की जून तक 80 से 120 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।

मौसम विभाग ने तूफान को देखते हुए गुजरात, केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप में मछुआरों को समुद्र में जाने से मना किया है। कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। फिलहाल तूफान पोरबंदर से 640 किमी दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित है। तूफान के रविवार या सोमवार तक दक्षिण गुजरात पहुंचने की संभावना है। वहीं गुजरात में प्रशासन ने मौसम को देखते हुए सभी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
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राजस्थान में क्या असर दिखाएगा बिपारजॉय
चक्रवाती तूफान बिपारजॉय का हल्का असर राजस्थान के कई जिलों में देखने को मिलेगा, इससे तापमान में हल्की गिरावट आएगी। मौसम विभाग की मानें तो 14 जून को उदयपुर व जोधपुर संभाग में कहीं-कहीं हल्की बरसात हो सकती है। जयपुर मौसम विभाग की ओर से पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश हिस्सों के लिए आगामी दो दिन तक कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। पूर्वी राजस्थान के बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, सिरोही व उदयपुर में 13 व 14 जून को मेघ गर्जन, वज्रपात व झौंकेदार हवाएं 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। पश्चिमी राजस्थान के जालोर, जैसलमेर व बाड़मेर भी मेघ गर्जन, वज्रपात व 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती है।
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मानसून आगे बढ़ा
देश में मानसून आगे बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून शनिवार को "उत्तर पूर्व अरब सागर, बंगाल की खाड़ी में और आगे बढ़ा है। इसके 48 घंटों में महाराष्ट्र, गोवा, तमिलनाडु, सिक्किम, पश्चिम बंगाल को कवर करने की संभावना है। विभाग ने पूर्वोत्तर के राज्यों में 5 दिन तक बारिश की चेतावनी जारी की है।

rajasthan politics पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट कांग्रेस पार्टी से वर्षों पुराना नाता तोड़कर नई पार्टी गठन का ऐलान करेंगे या नहीं, ये आज साफ भी हो जाएगा और पिछले कुछ दिनों से चल रही तमाम तरह की अटकलों और चर्चाओं पर भी विराम लग जाएगा।

दरअसल, आज सचिन पायलट के पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राजेश पायलट की पुण्यतिथि है। इस अवसर पर दोसा स्थित गुर्जर छात्रावास परिसर में स्वर्गीय पायलट की प्रतिमा अनावरण और छात्रावास के नए भवन का शिलान्यास कार्यक्रम रखा गया है। इसी कार्यक्रम में पायलट की ओर से कोई बड़ा ऐलान करने को लेकर अटकलें और चर्चाओं का बाजार पिछले कुछ दिनों से गरमाया हुआ है। ऐसे में आज का ये कार्यक्रम संपन्न होने के साथ ही पायलट को लेकर लगाई जा रही है अटकलों पर भी ब्रेक लग जाएगा।
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बगावत करके नई पार्टी का नतीजा उत्तर-चढ़ाव जैसा
राजस्थान की राजनीति में ऐसा पहली बार नहीं होगा जब किसी प्रमुख राजनीतिक दल से कोई दिग्गज नेता पार्टी छोड़कर नई पार्टी के गठन का ऐलान करेगा इससे पहले भी कुछ दिग्गज नेताओं ने वर्षों तक पार्टी की सेवा करने के बाद नाता तोड़कर नई पार्टी बनाई थी लेकिन ऐसा कठोर निर्णय लेना उन नेताओं के लिए फायदेमंद साबित नहीं हुआ।

किरोड़ी लाल मीणा -
राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने वर्ष 2008 में भाजपा का दामन छोड़ा था। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनावों से पहले डॉ. मीणा ने नेशनल पीपुल्स पार्टी के साथ अपनी नई पारी शुरु की। पार्टी का नेतृत्व करते हुए उन्होंने यहां कांग्रेस और बीजेपी को चुनौती दी।

एनपीपी के टिकट पर डॉ. किरोड़ीलाल मीणा स्वयं, उनकी पत्नी गोलमा देवी के अलावा गीता वर्मा और नवीन पिलानिया ने चुनाव जीता और विधायक बन गए। पांच साल तक डॉ. किरोड़ीलाल मीणा सहित अन्य नेता एनपीपी में रहे लेकिन बाद में स्थितियों को भांपते हुए डॉ. मीणा की घर वापसी हुई। वे फिर से भाजपा में शामिल हो गए। उनके साथ गोलमा देवी और गीता वर्मा भी बीजेपी में आ गईं।

घनश्याम तिवाड़ी
वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने भी वर्ष 2018 के चुनावों से पहले भारत वाहिनी पार्टी का गठन किया था। बगावत करने का कारण यह था कि वर्ष 2013 से 2018 तक के बीच वसुंधरा राजे के शासनकाल में उनका और राजे की आपस में नहीं बनी। दोनों एक दूसरे के धुर विरोधी रहे।
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पार्टी में रहते हुए तिवाड़ी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सरकारी बंगले के बाहर धरना भी दिया और बाद में भाजपा का साथ छोड़ने का बड़ा कदम भी उठाया। उन्होंने भारत वाहिनी पार्टी का गठन किया।

इस पार्टी का प्रदेशाध्यध तिवाड़ी ने अपने बेटे को बनाया था। तिवाड़ी स्वयं सांगानेर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे लेकिन उनकी जमानत जब्त हो गई। बाद में भारत वाहिनी पार्टी को छोड़कर कांग्रेस में चले गए और करीब सालभर तक रहने के बाद बीजेपी में शामिल हो गए। पार्टी ने उन्हें राज्यसभा का टिकट देकर चुनाव लड़ाया और वे राज्यसभा सांसद बन गए।

हनुमान बेनीवाल -
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से एकमात्र सांसद हनुमान बेनीवाल भी कभी बीजेपी में हुआ करते थे। लेकिन बीजेपी के साथ उनकी बात नहीं बनी तो अक्टूबर 2018 में उन्होंने जयपुर से हुंकार भरी और नई पार्टी का गठन किया।

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का झंडा लेकर बेनीवाल ने 2018 के विधानसभा चुनावों में ताल ठोकी और स्वयं के समेत कुल तीन विधायक बनाए। हालांकि वर्तमान में हनुमान बेनीवाल नागौर से लोकसभा सांसद हैं, और उनकी जगह उनके भाई नारायण बेनीवाल आरएलपी से ही विधायक हैं।

मांगे अनसुनी, नाराजगी बरकरार!
पायलट ने पहले अनशन और फिर अपनी अजमेर से जयपुर यात्रा के जरिए पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार के भ्रष्टाचार पर सवाल उठाए। हालांकि भ्रष्टाचार के मामलों की जानकारी होने के बाद भी उनपर कार्रवाई नहीं करने पर अशोक गहलोत सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। उधर, पायलट के करीबी नेताओं का यह भी कहना है कि 'वसुंधरा राजे सरकार में हुए भ्रष्टाचार' पर कार्रवाई करना प्रमुख मांग रही है लेकि इस पर अभी बहुत कुछ नहीं हो पाया है।

सब अफवाह, कहीं नहीं जा रहे पायलट: कांग्रेस
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पायलट की नई पार्टी को लेकर जारी तमाम अटकलों को खारिज किया है। उन्होंने कहा है कि यह सब अफवाह है, पायलट पार्टी से बाहर नहीं जाएंगे और अपनी पार्टी नहीं बनाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पायलट के साथ कई बार बातचीत हुई है। कांग्रेस पार्टी राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 मिलकर एकजुट होकर लड़ेगी।

जयपुर। शहर में कचरा डिपो जहां लोगों के लिए सिरदर्द बने हुए है, वहीं कुछ लोगों ने कचरा डिपो से परेशान होकर उसे हटाने की ठानी तो वह जगह 'सुंदर कोना' बन गया। लोगों ने कचरा डिपो हटाकर वहां सौन्दर्यीकरण कर दिया। अब वही जगह लोगों को आकर्षित कर रही है। इस देख मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने भी न केवल लोगों की तारीफ की, ब ल्कि कहा कि लोग ऐसे ही सहयोग करें तो जयपुर भारत का सबसे स्वच्छ शहर बन जाए।

शास्त्री नगर, पीतल फैक्ट्री के सामने कामधेनू शॉपिंग सेंटर के पास श्याम मार्ग पर बरसों से कचरा डिपो बना हुआ था। श्याम मार्ग के मुख्य प्रवेश पर ही यह कचरा डिपो होने से स्थानीय लोग लंबे समय से परेशान थे, वहीं वहां आने वाले लोग भी कॉलोनी के प्रवेश गेट पर ही कचरा डिपो होने की कॉलोनी वासियों को उलाहना देते थे। इस पर कॉलोनीवासियों ने नगर निगम प्रशासन को कचरा डिपो हटाने के लिए कहा, कचरा डिपो नहीं हटा तो लोगों ने वहां घास की कारपेट बिछा, गमले रख दिए और लोहे की रैलिंग और जाल लगा दिया। अब यह कचरा डिपो सुंदर कोना बन गया। इससे कॉलोनी के प्रवेश गेट का सौन्दर्यीकरण भी हो गया और यहां से गुजरने वाले लोग इस काम की सराहना भी करने लगे है।

पूरे वार्ड में बनाएंगे 'सुंदर कोना'
स्थानीय पार्षद मनोज मुद्गल का कहना है कि नगर निगम हर माह घर-घर कचरा संग्रहण पर करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है। ऐसे में शहर में सभी कचरा डिपो अवैध है। श्याम मार्ग से कचरा डिपो हटाकर लोगों ने सौन्दर्यीकरण कर दिया है, यह अच्छी पहल है। अब वार्ड के अन्य कचरा डिपो की जगह को भी सुंदर कोना बनाया जाएगा। इस काम में नगर निगम के सहयोग से कचरा डिपो को हटवाकर वहां पौधे लगाए जाएंगे। मुद्गल ने कहा कि नगर निगम को पूरे हैरिटेज क्षेत्र को कचरा डिपो मुक्त कर वहां सुंदर कोना बनाना चाहिए। इससे शहर सुंदर होगा, वहीं स्वच्छता सर्वेक्षण में भी अव्वल आएंगे।

कचरा डिपो बनते लोगों के लिए परेशानी
शहर में हर मार्ग व बाजार के साथ कॉलोनियों में कचरा डिपो आसपास के लोगों के लिए परेशानी के कारण बनते जा रहे है। इन कचरा डिपो से समय पर कचरा भी नहीं उठ पाता, ऐसे में दिनभर कचरा सड़कों पर फैला रहता है। शहर के मुख्य बाजारों में भी दोपहर तक कचरा डिपो पड़ा रहता है।

घर-घर से कचरा संग्रहण, फिर भी सड़क पर कचरा
शहर में घर-घर कचरा संग्रहण हो रहा है, इसके बाद भी सड़क पर कचरा आ रहा है। इससे जगह-जगह सड़कों पर कचरा डिपो बने हुए है। बड़ा सवाल यह है कि जब नगर निगम घर-घर कचरा संग्रहण पर करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है तो कचरा डिपो पर पाबंदी क्यों नहीं लग पा रही है।

Waste Food: साफ-सुथरा और ताजा बना भोजन शरीर को बलवान और तंदुरूस्त बनाने का काम करता है। लेकिन यही भोजन खराब हो चुका है तो शरीर को बीमार भी कर देता है। यदि बाहर से लाई हुई सब्‍जियां, दूध, अंडा-चिकन या डिब्‍बा बंद खाना खराब हो चुके हैं तो वैसे तो हम उसे फेंक देते हैं। लेकिन कभी कभी कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जो खराब हो भी जाती है तो भी हम उनका पता नहीं लगा पाते। ऐसे में हम कंफ्यूज हो जाते हैं और उनका सेवन कर लेते हैं। ऐसे में हम आपको इसी बात की जानकारी दे रहे हैं खाने की क्‍वालिटी को कैसे चेक करें और पता करें कि वो खराब होना शुरू हो चुका है।

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खराब हो चुका है ऐसा टामटर (Waste Tomato)
टामटर जब खराब होने लगते हैं तब वो अजीब गंध के साथ महंकने लगते हैं। सिकुड़ने के साथ ही उनमें से तरल पदार्थ रिसने लगता है। यह वह स्‍टेज होती है, जब टमाटर में फफूंद लगना शुरू हो जाती है।

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खराब हो चुकी है ऐसी पत्‍तागोभी-फूलगोभी (Waste Cabbage)
क्रुसिफेरस सब्जियों के परिवार में फूलगोभी, पत्‍तागोभी, ब्रोकोली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, कोलार्ड ग्रीन्स, केल और शलजम जैसी सब्‍जियां आती हैं। खराब होने के समय पर इनका रंग हल्‍का पड़ने लगता है। इनके फ्लोरेट्स (फूल) की सतह की जांच करें। यदि वो भूरी हो चुकी है या उस पर भूरे रंग के धब्बे हैं, तो वह खराब होने की स्‍टेज पर पहुंच चुकी है। यह सब्‍जी पूरी तरह से खराब नहीं होती। इसका बस खराब हिस्‍सा निकाल दें और फिर इसका इस्‍तेमाल करें। यदि पूरे फूल पर काले धब्‍बे दिखें और यह नरम हो गई हो तो इसे फेंक दें।

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खराब हो चुका है ऐसा आलू (Waste Potato)
आज के समय में लगभग सभी घरों में सब्‍जियों में आलू का खूब इस्‍तेमाल होता जाता है। यदि आप सब्‍जी मंडी से थोक के भाव में आलू खरीद लाते हैं तो रखे-रखे इनके खराब होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। एक्‍सपर्ट का मानना है कि जब आलू का एक हिस्‍सा हरे रंग का दिखाई दे, तो समझ लें कि वह खराब होने लगा है। वहीं, दूसरी चीज जिस पर आपको ध्‍यान देना चाहिए वह यह कि अगर आलू सूखने लगे और मुलायम होकर बांस मारने लगे तो भी वह पूरी तरह से खराब हो चुका है।

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खराब हो चुके हैं ऐसे खीरा-गाजर (Waste Kheera Carrot)
खीरा, तोरी और गाजर अपना कुरकुरापन खोना शुरू कर देते हैं। खराब होने पर यह रबड़ जैसे बन जाते हैं, जिन्‍हें छील पाना काफी कठिन हो जाता है। गाजर का रंग धीरे धीरे हलका पड़ने लगता है और उन्‍हें छूने पर या तो वह बेहद ड्राय लगेंगे या फिर लिसलिसे।

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खराब हो चुका है ऐसा डिब्बा बंद खाना (Waste Packaged Food)
एक्‍सपर्ट का कहना है कि यदि डिब्‍बे में किसी प्रकार का छेद या डेंट पड़ा हुआ है या उठाने में वह भारी लग रहा है, तो समझिए उसमें रखा खाना खराब हो चुका है। इसके अंदर का खाना यदि ऑक्‍सीजन के संपर्क में आता है तो उसमें बैक्‍टीरिया पनपने लगता है।

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खराब हो चुके हैं ऐसे अंडे (Waste Egg)
खराब अंडा खाने पर लेने के देने पड़ सकते हैं। अंडा सही है या नहीं, इसका पता आप उसे सूंघ कर लगा सकते हैं। इसके अलावा आप फ्लोट टेस्‍ट भी कर सकते हैं, जिसके लिए एक मग में पानी भरें, फिर उसमें अंडा डालें। अंडा अगर डूब जाता है तो यह ताजा है और अगर यह ऊपर ही तैरता रहता है, तो यह पुराना हो चुका है।

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खराब हो चुका है ऐसा दूध (Waste Milk)
पैक की गई तारीख से सात दिन बाद तक दूध का उपयोग किया जा सकता है। दूध का गाढ़ापन अगर चला गया है और उसमें थक्का सा बन गया है, और उसमें से पानी ऊपर की ओर आ गया है तो वह खराब हो चुका है। साथ ही अगर उसमें महक आ रही हो या फिर वह पीले रंग का दिखाई दे रहा हो तो भी वह खराब हो गया है।

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जयपुर। घर के पास डेयरी बूथ का सपना अभी मूर्त रूप नहीं ले पा रहा है। जयपुर ग्रेटर नगर निगम ने 563 नए डेयरी बूथ आवंटन के लिए साक्षात्कार ले लिए है, लेकिन हैरिटेज नगर निगम 455 डेयरी बूथों के लिए अभी साक्षात्कार ही शुरू नहीं कर पाया है। ऐसे में राजधानी में ही डेयरी बूथ आवंटन का अभी लोगों को इंतजार पड़ेगा।

जयपुर ग्रेटर ने 563 नए डेयरी बूथ आवंटन के लिए 1872 लोगों को साक्षात्कार के लिए बुलाया। साक्षात्कार के लिए दो पैनल बनाए गए, करीब 13 दिन तक चले साक्षात्कार में 1802 लोगों ने साक्षात्कार दिया। इसके बाद निगम प्रशासन ने कटऑफ जारी कर दी। इसमें सामान्य वर्ग की कटऑफ अधिक होने से 8 लोगों को अधिक चयन किया गया। 8 लोगों का अधिक चयन से होने अब एक कमेटी इस पर निर्णय करेंगी, जो इन लोगों को डेयरी बूथ आवंटन करने को लेकर निर्णय करेगी।

हैरिटेज नगर निगम ने शहर में 455 डेयरी बूथों की लॉटरी निकालने के बाद आवेदकों के दस्तावेज की जांच कर ली है। हालांकि अभी तक निगम प्रशासन ने डेयरी बूथ आवंटन को लेकर सफल आवेदकों का साक्षात्कार नहीं लिया है। साक्षात्कार लेने के बाद डेयरी बूथ आवंटन में पात्र लोगों का चयन किया जाएगा। इसके बाद ही लोगों को डेयरी बूथों का आवंटन किया जाएगा।

बजट घोषणा नहीं उतर पा रही धरातल पर
मुख्यमंत्री बजट घोषणा के तहत राजधानी में दोनों नगर निगमों को 1018 नए डेयरी बूथ बेरोजगारों को आवंटन करने है। सरकार ने नए डेयरी बूथ खोलने के लिए 8 अप्रेल की टाइमलाइन तय की, लेकिन दोनों नगर निगम प्रशासन की अनदेखी के चलते अभी तक बजट घोषणा धरातल पर नहीं उतर पा रही है। लोगों को एक भी डेयरी बूथ आवंटन नहीं हो पाया है।

1018 नए डेयरी बूथ खुलेंगे
- 5 हजार डेयरी बूथ आवंटन करने है प्रदेशभर में
- 1018 नए डेयरी बूथ खुलेंगे राजधानी जयपुर में
- हैरिटेज नगर निगम में 455 नए डेयरी बूथ खुलेंगे
- जयपुर ग्रेटर नगर निगम में 563 डेयरी बूथ का होगा आवंटन

स्वस्थ रहने का बेहतरीन फॉर्मूला है संयमित और अनुशासित भोजन (Best Food)। हैल्दी शरीर (Healthy Body) के लिए भोजन करते समय मन, वचन और शरीर को मर्यादित रखना चाहिए। प्राचीन इतिहास और वर्तमान में मेडिकल साइंस (Medical Science) भी यही कहता है कि मनुष्य को मर्यादित (संयमित), मौनपूर्वक, बैठकर और एकांत में भोजन करना चाहिए।

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सात्विक भोजन यानी अच्छी हैल्थ
सात्विक भोजन (Veg Food) मनुष्य के शरीर के लिए पौष्टिक और गुणकारी होने के साथ शरीर में होने वाले कीटाणुओं और रोगों से लडऩे की ताकत देता है। अधिक मिर्च-मसाले से बना भोजन स्वादिष्ट तो हो सकता है पर शक्तिवर्धक नहीं। बीमार व्यक्ति को डॉक्टर दवाई के साथ सलाह देते हैं कि अधिक मात्रा में घी, शक्कर, तेल, मिर्च आदि का प्रयोग नहीं करें। मूंग की दाल रोटी, खिचड़ी, हरी सब्जी ज्यादा मात्रा में लें। सात्विक-संयमित भोजन नहीं करने से मोटापा, शुगर, अपच, हृदय रोग, कैंसर जैसे रोग पैदा होने लगते हैं।

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मौनपूर्वक भोजन बनाएगा फिट
मौनपूर्वक भोजन पाचक होता है। जिससे गुस्सा शांत होता है और व्यक्ति तनाव मुक्त रहता है। साथ ही मन, वचन और काया स्थिर रहती है।

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बैठकर भोजन करने के लाभ
बैठकर भोजन करने से व्यक्ति को मोटापा नहीं आता और आंतों में सूजन नहीं होती। भोजन करते समय रक्त का प्रवाह अधिक होता है। बैठकर भोजन करने से खून का प्रवाह शरीर में समान रूप से प्रवाहित होता है। बैठकर भोजन करने से भोजन शरीर के अनुपात मात्रा में जाता है और पचने में भी आसानी होती है। इससे शरीर को थकान महसूस नहीं होती, जिससे लोग खाने को आराम से चबाकर खा सकते हंै।

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एकांत में भोजन देता है मानसिक शांति
दीर्घायु पाने के लिए हमेशा एकांत में और शांत होकर भोजन करना चाहिए। ज्यादा लोगों के साथ सामूहिक भोज में अनेक व्यक्ति एक साथ भोजन करते हैं, जिनके विचार भी अलग-अलग होते हैं। उन सब विचारों का असर भोजन और भोजन करने वाले व्यक्ति पर पड़ता है। किसी का तरीका हमें अच्छा तो किसी का बुरा भी लग सकता है। एकांत में भोजन की गुणवत्ता बढ़ जाती है। प्राचीन आचार्य-मुनियों के अनुसार भोजन की सात्विकता मनुष्य के शरीर को स्वस्थ और दीर्घ जीवन प्रदान करती है व स्वभाव को सरल, सहज, संयमित रखती है। जो मनुष्य जीवन को आनन्द से जीना चाहते हैं तो उनको सात्विक भोजन के साथ मौन, संयमित, एकांत और बैठकर भोजन करना चाहिए।

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देवेन्द्र शर्मा शास्त्री

जयपुर। शान ओ शौकत से रहने वाले अधिकतर अपराधी कागजों में गरीब है। हिस्ट्रीशीटर व गैंगवार से जुड़े अपराधियों की संपत्ति खंगालने पुलिस निकली तो प्रारंभिक तौर पर ऐसी ही हकीकत सामने आ रही है। जयपुर शहर साहित प्रदेश में सक्रिय अपराधियों के नाम वंशानुगत जमीन के अलावा छोटी-मोटी संपत्ति ही है। अधिकतर अपराधियों के पास ना मकान है और ना ही वाहन। ऐसे में पुलिस अब उनके परिवार और नजदीकी लोगों की संपत्ति का ब्यौरा तैयार कर रही है।
बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने का प्रयास
बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस की ओर से यह प्रयोग शुरू किया गया है। बीट अधिकारी अपने क्षेत्र के सक्रिय हिस्ट्रीशीटर व गैंगवार से जुड़े अपराधियों की संपत्ति की जानकारी एकत्र कर रहे हैं। इसमें कब्जाई जमीन व गलत तरीके से तैयार इमारत की भी जानकारी एकत्र की जा रही है।

आवश्कता पडऩे पर की जा सके कुर्की
पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह प्रयोग रंगदारी के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए शुरू किया गया है।ताकि आवश्यकता पडऩे पर अपराधी की संपत्ति को कुर्क या जब्त करने में पुलिस को ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़े।

पुलिस यह भी एकत्र कर रही है ब्यौरा
हिस्ट्रीशीटरों की संपत्ति के साथ उनके गोरखधंधो, जबरन वसूली के मामलों, सरकारी जमीन पर कब्जा, भवन का अवैध निर्माण, फार्म हाउस का भी ब्यौरा तैयार किया जा रहा है। यह इसलिए एकत्र किया जा रहा है कि अवैध रूप से बनी इमारत के बारे में संबंधित निकाय को सूचित कर कार्रवाई करवाने का कार्य किया जा सके।

परिवार के नाम संपत्ति पर भी नजर
हिस्ट्रीशीटर के पिता, भाई, पत्नी व पुत्र के नाम से अर्जित संपत्ति को भी संदेह के घेरे में रखा गया है। बेनामी संपत्ति में ऐसी कोई जमीन व मकान भले ही हिस्ट्रीशीटर के नाम नहीं हो। उसे भी अब हिस्ट्रीशीटर के खाते में दर्ज किया गया है।

आंकड़ों पर नजर
प्रदेश में हिस्ट्रीशीटर-11256
जयपुर शहर में हिस्ट्रीशीटर-912
ईस्ट-164
नार्थ-320
साउथ-163
वेस्ट-265

ओमप्रकाश शर्मा
जयपुर।

संजीवनी क्रेडिट कॉ-आपरेटिव सोसायटी के बाद अब एसओजी ने आदर्श सोसायटी पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। आदर्श सोसायटी के मुखिया की बेटी प्रियंका मोदी की जमानत खारिज कराने के लिए एसओजी सुप्रीम कोर्ट पहुंची। कोर्ट से जमानत खारिज होने के बाद एसओजी ने दो दिन पहले ही प्रियंका और एक अन्य महिला पदाधिकारी का जयपुर की कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट हासिल कर लिया है। अब एसओजी दोनों को तलाश रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट की ओर से डीबी सीविल रिट याचिका में विचाराधीन बंदी को अंतरिम जमानत देने को सही नहीं माना है। कोर्ट ने राज्य सरकार की अपील मंजूर करते हुए हाईकोर्ट के आदेश रद्द कर दिया। आदर्श क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी मामले में राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ ने 27 मई 2021 को विचाराधीन बंदी ललिता राजपुरोहित और प्रियंका मोदी की अंतरिम जमानत याचिका मंजूर कर ली थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राजस्थान हाईकोर्ट की खंडपीठ की ओर से जारी नया आदेश आया है। जिसमें सिविल रिट याचिका दायर हुई और उस पर आपराधिक दंड प्रक्रिया संहिता के प्रावधान लागू करते हुए अंतरिम जमानत दे दी गई। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, आमतौर पर विचाराधीन बंदियों की अंतरिम जमानत के मामले एकपीठ में सुने जाते हैं। ऐसे मामले में खंडपीठ पीठ के हस्तक्षेप को हम सही नहीं मानते हैं। आदर्श क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी मामले में राजस्थान हाईकोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत माहांति और न्यायाधीश सतीश कुमार शर्मा ने सिविल रिट पिटिशन में विचाराधीन बंदी ललिता राजपुरोहित और प्रियंका मोदी की अंतरिम जमानत याचिका मंजूर की थी।
सरकार ने मांगा था जवाब के लिए समय

मामले में राज्य सरकार की ओर से तत्कालीन अतिरिक्त महाधिवक्ता राजेंद्र यादव ने ऑफिसर केस इंचार्ज के कोविड होने का हवाला देते हुए जवाब देने के लिए दो सप्ताह का समय जवाब देने के लिए मांगा था। कोर्ट ने जवाब के लिए समय नहीं देते हुए दोनों को अंतरिम जमानत पर छोड़ने का आदेश दिया था।

एसओजी ने जारी कराए गिरफ्तारी वारंट

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर एसओजी ने अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट (जयपुर द्वितीय) के यहां अर्जी पेश की। कोर्ट ने गुरुवार को माउंट आबू निवासी ललिता राजपुरोहित और मुम्बई निवासी प्रियंका मोदी का गिरफ्तारी वारंट जारी किया। ललिता व प्रियंका मोदी सोसायटी में एमडी रहीं थी। मामले में अगली सुनवाई 16 जून तय की है।
आठ हजार करोड़ की ठगी, निवेशकों को भरपाई का इंतजार
करीब 8 हजार करोड़ रुपए की ठगी के आरोप में आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के प्रमुख पदाधिकारी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। आरोपियों ने लोगों से निवेश के नाम ली गई रकम को अपनी शैल कंपनी में निवेश कर दुर्विनियोग किया। मुख्य आरोपी मुकेश मोदी ने 28 राज्यों एवं 4 केन्द्र शासित प्रदेशों में सोसायटी की 806 शाखाऐं खोली। 309 शाखाऐं राजस्थान में खोलकर करीब 20 लाख सदस्य बनाए। इनमें करीब 10 लाख निवेशकों से 8000 करोड़ रुपए ठगे।

इडली और सांभर एक ऐसा फूड है जो दक्षिण भारत के साथ ही उत्तर भारत में भी काफी पसंद की जाती है। यह रेसिपी (Rava Idli) भारत के साथ-साथ विदेशों में भी बड़े चाव से खाई जाती है। पारंपरिक तौर पर इडली उड़द दाल और चावल से बनाई जाती है। लेकिन इस तरह से इडली (Idli) बनाने में काफी वक्त लगता है और अगर सही तरीका मालूम ना हो तो इडली हार्ड भी बन सकती है। यदि आप सुबह के नाश्ते के लिए एक बेहतरीन रेसिपी ढूंढ रहे हैं तो आप सूजी से रवा इडली बना सकते हैं। यह जल्दी तैयार हो जाती है और स्वाद बहुत बेहतरीन होता है। रवा इडली सिर्फ उड़द दाल से तैयार की गई इडली से ज्यादा सॉफ्ट बनती है। यह एक सिंपल और स्वादिष्ट साउथ इंडियन रेसिपी (South Indian Recipe) है। जो सुबह के नाश्ते के लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित होगा। इसे बनाने के लिए आपको उड़द दाल के साथ-साथ सूजी को भी फर्मेंटेड करना होगा। आप आसानी से घर पर हीं रवा इडली (Rava Idli Recipe) बना सकते हैं। चटनी और सांभर के साथ इसका स्वाद और भी ज्यादा लाजवाब लगता है।

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रवा इडली बनाने के लिए सामग्री
1/4 कप उड़द दाल
3/4 कप इडली चावल
1/4 छोटी चम्मच मेथी के बीज
जरूरत के मुताबिक पानी
जरूरत के मुताबिक नमक

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रवा इडली बनाने की रेसिपी
स्टेप 1
एक बाउल में उड़द दाल और मेथी डालें। दूसरे बाउल में सूजी डालें। अब उड़द दाल और रवा को 2 घंटे के लिए भींगाए।

स्टेप 2
जब सूजी और उड़द दाल अच्छी तरह से भीग जाए इसके बाद मेथी और उड़द दाल को मिक्सर ग्राइंडर में डालकर इसका पेस्ट तैयार कर लें। अब इसमें भीगीं हुई सूजी डालें और अच्छी तरह से मिला ले।

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स्टेप 3
इसके बाद सभी को अच्छी तरह से पीसकर आपको पतला बैटर तैयार करना है। अब इस बैटर को 7 घंटे के लिए फर्मेंटेड होने दे।इसके बाद इडली का सांचा ले और इडली प्लेट में घी या तेल लगाकर इसकी ग्रीशिंग करें ताकि बैटर प्लेट में ना चिपके।

स्टेप 4
इडली कुकर में थोड़ा सा पानी डाले इसे गर्म होने दे इसके बाद इडली प्लेट को अच्छी तरह से जमा ले। फिर तेज आंच में 5 से 10 मिनट तक इडली को ढक्कन लगाकर अच्छी तरह से पकाएं।

स्टेप 5
ऊपर से ढक्कन हटा लें इडली को चेक कर ले कि यह अच्छी तरह से पक्की है या नहीं। अब इसे चटनी या सांभर के साथ गरमागरम परोसें।

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जयपुर। जयपुर बम ब्लास्ट के आरोपी विधि से संघर्षरत किशोर की जमानत खारिज होने के निणर्य के खिलाफ की गई याचिका को न्यायालय सेशन न्यायाधीश जयपुर-महानगर प्रथम ने खारिज कर दिया है। न्यायाधीश नंदिनी व्यास ने कहा है कि यह किशोर 18 वर्ष से कम उम्र में ही आतंकवादी संगठनों से प्रभावित होते हुए सीरियल ब्लास्ट जैसी गतिविधि के लिए प्रेरित हुआ है। उसे निर्मुक्त किया जाता है तो आतंकवादी संगठनों द्वारा उसके जीवन पर संकट उत्पन्न किए जाने की संभावना है। उसके नैतिक, शारीरिक या मनोवैज्ञानिक रूप से भी खतरे में पडऩे की संभावना को इनकार नहीं किया जा सकता।

जमानत अस्वीकार होने पर पेश की थी याचिका
किशोर की जमानत याचिका को किशोर न्याय बोर्ड क्रम-1 जयपुर महानगर प्रथम ने खारिज कर दी थी। इसके खिलाफ न्यायालय सेशन न्यााधीश के यहां अपील पेश की गई। खास बात यह रही कि इस मामले में सरकार की ओर से पैरवी करने के लिए विशेष लोक अभियोजक राजेश महर्षि पहुंचे।

विशेष न्यायालय ने माना था वयस्क
विधि से संघर्षरत किशोर को विशेष न्यायालय बम बलास्ट कैसेज ने वयस्क मानते हुए आजीवन कारावास व मृत्युदंड की सजा से दंडित किया था। उच्च न्यायालय में हाल ही पारित निर्णय के अनुसार उक्त प्रकरण में सभी अभियुक्तों को दोषमुक्त किया जा चुका है। जिसके खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में याचिका लंबित है। किशोर को वर्ष 2019 में वयस्क मानकर गिरफ्तार किया गया था।
आरोपी के अधिवक्ता का तर्क-किशोर को तीन वर्ष तक का ही दंड
आरोपी किशोर के अधिवक्ता ने न्यायालय में तर्क रखा कि किशोर 25 दिसंबर 2019 से इस मामले में निरूद्ध है। ऐसे में वह साढ़े तीन वर्ष की अवधि अभिरक्षा में बिता चुका है। जबकि बोर्ड को तीन वर्ष से अधिक दंड से दंडित करने का अधिकार नहीं है। किशोर न्याय अधिनियम के तहत जमानत का लाभ दिए जाने के लिए अपराध की गंभीरता देखे जाने की आवश्यकता नहीं है।

न्यायालय ने कहा-गंभीर प्रकृति का अपराध
न्यायालय ने इस मामले में यह भी कहा है कि किशोर पर अत्यंत जघन्य प्रकृति के आतंकवादी आतंकवादी गतिविधियों एवं देशद्रोह से संबंधित समाज व मानव जीवन को गंभीर रूप से संकट उत्पन्न करने वाले अपराध का आरोप है। वर्तमान में किशोर की आयु लगभग 30 वर्ष है, लेकिन घटना के दौरान उसकी आयु 18 वर्ष से कम रही। परिवीक्षा अधिकारी राजकीय संप्रेक्षण एवं किशोर गृह की ओर से पेश रिपोर्ट में किशोर का जुड़ाव इंडियन मुजाहिदीन से होना बताया है। आतंकवादी संगठन की ओर से उसे अपने प्रभाव में लेकर कट्टरपंथी करना बताया गया है। साथ ही उसे साम्प्रदायिक सौहार्द व शांति भंग के लिए आतंकवादी संगठनों द्वारा प्रेरित किए जाने का भी तथ्य प्रकट किया गया है। 13 मई 2008 को 18 वर्ष से कम उम्र में ही किशोर ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन से संबंध रखते हुए साम्प्रदायिक सौहार्द व शांति भंग के उद्देश्य से आतंकवादी व देशद्रोही गतिविधयों को संपादित करने का आरोप रहा है।

जयपुर। चिकित्सा विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने शनिवार को चांदपोल में मिलावटी घी बनाने वाली फर्म पकड़ी। टीम ने मौके से तीन हजार लीटर मिलावटी घी और दो हजार लीटर वनस्पति तेल बरामद किया है। जांच के लिए सात सैंपल भी लिए गए है।


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शादियों में खपाता था मिलावटी घी
पुलिस ने फैक्ट्री संचालक मुरलीपुरा निवासी संजय शर्मा (49) को गिरफ्तार कर लिया है। चिकित्सा विभाग के खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि चांदपोल स्थित श्यामगढ़ हाउस माली कॉलोनी में मिलावटी घी बनाए जाने की सूचना मिली थी। पुलिस की जिला विशेष टीम के साथ फर्म पर कार्रवाई की गई। नामचीन ब्रांड के लेबल लगे पीपे, काफी संख्या में ब्रांडेड लेबल, पैकिंग सामग्री की मशीन, खाली टिन, रेपर्स, भट्टी, गैस सिलेंडर भी जब्त किया गया।


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बना रखा था खुद का ब्रॉन्ड मगर रजिस्टर्ड नहीं
आरोपी संजय शर्मा ने खुद का भी ब्रॉन्ड बना रखा था, लेकिन रजिस्टर्ड नहीं था। उसने फर्म को भी झोटवाड़ा होना बता रखा था। आरोपी वर्ष 2016 से मिलावटी घी बनाने का काम कर रहा था। एक बार पहले भी पकड़ा जा चुका है। आरोपी मिलावटी घी शादियों में सप्लाई करता था। आरोपी का कैटरिंग का भी काम है। इसकी आड़ मेे वह मिलावटी घी खपा देता था। इसके अलावा मिठाई की दुकानों पर भी सप्लाई करता था।

सैंपल की होगी जांच
डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा डूडी ने बताया कि संजय सर्किल पुलिस व खाद्य सुरक्षा टीम ने मामले का खुलासा किया। जब्त घी के सैंपल लेकर जांच की जा रही है।

अश्विनी भदौरिया.जयपुर. शहर के ऑक्सीजोन कहे जाने वाले पार्कों का बुरा हाल है। ग्रीनरी तो ठीकठाक है, लेकिन वॉक वे टूटे हैं और बिजली के खुले तार हादसों को आमंत्रण दे रहे हैं। ऐसे में सुबह जब लोग सैर करने जाते हैं तो खुली हवा में सांस लेने से पहले पार्क में फैली समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है।

जेडीए का ध्यान बड़े पार्कों पर रहता है। छोटे पार्कों को शहरी सरकार भी भूल गई है। निगम की शाखाओं में आपसी तालमेल न होने का खमियाजा शहर की लाखों आबादी उठा रही है।

क्या करें कोई सुनता ही नहीं

-मानसरोवर, सेक्टर 77 के टैगोर पार्क में कई माह से वॉक वे उखड़ा हुआ है। स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही है। निगम में कई बार शिकायत की, लेकिन अब तक सुनवाई नहीं हुई।

-जोरावर सिंह गेट स्थित पंडित सुरेश शर्मा स्मृति पार्क में बिजली के तार खुले पड़े हैं। इनकी मरम्मत का कोई इंतजाम विद्युत शाखा ने नहीं किया है।

-एसएफएस, अग्रवाल फार्म स्थित पार्क में वॉक वे कई माह से अधूरा पड़ा है। वॉक पर लगी टाइल्स भी उखड़ रही हैं। सुबह जब लोग घूमने आते हैं तो उनको परेशानी होती है।

-अजमेर रोड स्थित वर्धमान नगर-बी के पार्क में ठेकेदार ही ट्रैक और लोहे का गेट उखाड़ ले गया। लोगों ने जेडीए में शिकायत की, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

ऐसा होता है काम

1-पार्क में पौधे लगाने से लेकर उनकी देखरेख का काम उद्यान शाखा ठेकेदारों के जरिए करवाती है।

2-वॉक वे का निर्माण सहित अन्य सिविल वर्क जोन स्तर पर एक्सईएन करवाते हैं।

3-पार्क में लाइट और खुले तारों का रख-रखाव विद्युत शाखा के जिम्मे है।

हो ये रहा: कुछ पौधे तो निगम लगवा देता है और स्थानीय विकास समितियों के सहयोग से भी पार्क में खूब पौधे लग जाते हैं। लेकिन सिविल वर्क को लेकर जोन स्तर पर लापरवाही होती है। बजट की कमी से भी सिविल वर्क नहीं हो पाते। कई बार तो छोटे काम भी कई महीने बाद होते हैं।

तो बेहतर हो व्यवस्था

उद्यान शाखा की तरह यदि सिविल वर्क और विद्युत शाखा का काम भी मुख्यालय स्तर पर होने लगे तो एक ही जगह से तीनों काम हो जाएं। इससे काम जल्द पूरा हो सकेगा और स्थानीय लोगों को भी परेशानी नहीं होगी।

ये हैं जिम्मेदार

-कन्हैया लाल शर्मा, वरिष्ठ उद्यानविज्ञ, जेडीए

-रवींद्र सिंह, उद्यानविज्ञ, ग्रेटर निगम

-आशीष कुमार, उपायुक्त, हैरिटेज निगम

-रूपाराम चौधरी, एक्सईएन लाइट, हैरिटेज निगम

-प्रदीप शर्मा, प्रमोद खींची, एक्सईएन, ग्रेटर निगम

-हेमेंद्र शर्मा, एक्सईएन, जेडीए

-दोनों निगम के सभी जोन के एक्सईएन

जयपुर। अपनी योजनाओं के दम पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस बार प्रदेश में सरकार रिपीट होने का दावा करते हुए पूरी ताकत झोंक रखी है। प्रशासनिक तंत्र को भी योजनाओं के प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी दी गई है लेकिन इसके बावजूद सरकार को इस बात पर संशय है कि तमाम प्रयासों के बाद भी आमजन के बीच सरकार की योजनाओं का प्रचार- प्रसार जिस स्तर पर होना चाहिए था वो नहीं हो पा रहा है, ऐसे में अगर आमजन तक सरकार के कामकाज और योजनाओं की जानकारी नहीं पहुंचेगी तो फिर सरकार को चुनावी लाभ कैसे मिलेगा।

इसी को देखते हुए सरकार ने अब सरकारी कार्मिकों की बजाए अपनी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए राजीव गांधी युवा मित्र की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। सरकार से जुड़े सूत्रों की माने तो राजीव गांधी युवा मित्र घर-घर जाकर योजनाओं का प्रचार प्रसार करने के साथ ही वंचित लोगों को योजनाओं का लाभ भी दिलाएंगे।

इसके लिए बकायदा आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय ने 3000 राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप प्रोग्राम के नाम से भर्ती निकाली है। इसमें 18 से 40 वर्ष के लोगों से ऑनलाइन आवेदन में मांगे गए हैं, जिसमें शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास रखी गई है। राजीव गांधी युवा मित्र जिला और ब्लॉक लेवल पर नियुक्त किए जाएंगे।

जुलाई माह तक होगी भर्ती प्रक्रिया पूरी
बताया जाता है कि राजीव गांधी युवा मित्र की भर्ती प्रक्रिया जुलाई माह तक संपन्न हो जाएगी, योग्यता और साक्षात्कार के जरिए भर्ती होगी। हालांकि भर्ती विज्ञापन में यह साफ कहा गया है कि राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप प्रोग्राम किसी भी प्रकार की रोजगार गारंटी नहीं देता है। बताया जाता है कि चयनित होने वाले युवा मित्रों को 15000 रुपए मासिक इंटर्नशिप के तौर पर दिए जाएंगे।

2023-24 के बजट में सीएम ने की 5000 युवा मित्रों की भर्ती की घोषणा
दरअसल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट 2023-24 में सरकार की योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए 5000 युवा मित्रों की भर्ती की घोषणा की थी। इससे पहले साल 2021-22 के बजट में भी 2500 राजीव गांधी युवा मित्रों की भर्ती की बात कही गई थी जिनमें से दो हजार की भर्ती पूर्व में हो चुकी है। ऐसे में इस बार 3000 की भर्ती का लक्ष्य रखा गया है।

चहेतों को उपकृत करने की भी चर्चा
इधर जानकारों का कहना है कि गहलोत सरकार राजीव गांधी युवा मित्र के बहाने एक विचारधारा को मानने वाले युवाओं और अन्य व्यक्तियों को इस योजना में उपकृत करना चाहती है। पूर्व में 2000 युवा मित्रों की भर्ती के दौरान भी एक विचारधारा से जुड़े लोगों को अधिक मौका दिए जाने के आरोप लगे थे।

दो माह तक ही मिल पाएगा काम का मौका
वहीं चर्चा यह भी है कि भर्ती प्रक्रिया जुलाई माह के अंत तक संपन्न होगी। सरकार की ओर से भर्ती किए गए राजीव गांधी युवा मित्रों को केवल 2 माह तक ही काम करने का मौका मिलेगा उसके बाद चुनावी आचार संहिता लग जाएगी।

इनका कहना है
सरकार 3000 राजीव गांधी युवा मित्रों की भर्ती करने जा रही है, जुलाई तक भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी, इनका काम सरकार की योजनाओं का आमजन के बीच प्रचार-प्रसार करना होगा।

भंवर लाल बैरवा, निदेशक एवं संयुक्त शासन सचिव
आर्थिक सांख्यिकी विभाग

 

पत्रिका व्यू...
सरकार का एक मात्र लक्ष्य जब चुनाव जीतना ही रह जाए तो इस तरह की भर्ती पर आश्चर्य नहीं होना चाहिए। राजस्थान सरकार को अपनी योजनाओं के प्रचार का पूरा अधिकार है, लेकिन चुनावी आचार संहिता लगने से चंद महीने पहले इस तरह की भर्ती से मंशा पर सवाल खड़े होना स्वाभाविक है। सवाल ये भी उठता है कि सरकारी योजनाओं का प्रचार क्या मौजूदा कर्मचारी नहीं कर सकते हैं? हर विभाग में योजनाओं के प्रचार के लिए जनसम्पर्क अधिकारी मौजूद हैं। फिर इस तरह की भर्ती का औचित्य क्या है? इससे संदेश यही जाएगा कि सरकार को अपने कर्मचारियों पर ही भरोसा नहीं है।

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जयपुर। प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले गहलोत सरकार का फोकस महंगाई राहत शिविरों के साथ-साथ विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास पर भी है। इसका अंदाजा इसी बात से भी लगा सकते हैं कि महंगाई राहत शिविरों के अवलोकन के बहाने मुख्यमंत्री गहलोत विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास भी कर रहे हैं।

जनप्रतिनिधियों से मांगी विकास कार्यों की प्रगति रिपोर्ट
बताया जाता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तमाम मंत्रियों-विधायकों, प्रशासन से भी विकास कार्यों के कामकाज की प्रगति रिपोर्ट मांगी है। साथ ही निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द विकास कार्य संपूर्ण किया जाएं जिससे कि समय रहते उनके लोकार्पण और शिलान्यास हो सके।

जल्द लोकार्पण के पीछे एक वजह यह भी
सरकार की ओर से विकास कार्यों के जल्द से लोकार्पण-शिलान्यास के पीछे एक वजह यह भी है कि सरकार की मंशा है कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले पहले विधानसभा क्षेत्रों में विकास कार्य पूर्ण करके उन्हें जनता के सुपुर्द कर दें ताकि उन्हें इसका लाभ मिल सके।

आज से 5 जिलों के दौरे पर मुख्यमंत्री गहलोत

मुख्यमंत्री गहलोत आज से 5 जिलों के दौरे पर हैं जहां गहलोत महंगाई राहत शिविरों के अवलोकन करने के साथ ही विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास और उद्घाटन भी करेंगे। 11 जून को मुख्यमंत्री चित्तौड़गढ़ के बड़ी सादड़ी, प्रतापगढ़ से लोहारिया, बांसवाड़ा के घाटोल और 12 जून को बांसवाड़ा के बागीदौरा, कुशलगढ़, डूंगरपुर के आसपुर, उदयपुर के हिरण मगरी में लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इससे पहले 9 जून को भी मुख्यमंत्री गहलोत ने सीकर के खंडेला, झुंझुनूं के खेतड़ी और जयपुर के कोटपूतली में विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया था।

24 अप्रैल से अब तक 25 से ज्यादा जिलों के दौरे
वहीं 24 अप्रेल को महंगाई राहत शिविरों का अवलोकन करने के साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 25 से ज्यादा जिलों के दौरे कर चुके हैं जहां पर महंगाई राहत शिविरों के अवलोकन के साथ-साथ विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास कर चुके हैं। साथ ही जन सभाओं के जरिए जनता की नब्ज भी टटोल चुके हैं।

वीडियो देखेंः- Dausa में श्रद्धांजलि सभा में गरजे Sachin Pilot | Sachin Pilot Dausa Rally Update

जयपुर। महंगाई राहत शिविरों में अब सोमवार से सद्भावना सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन होगा। जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि पंचायती राज विभाग द्वारा स्थानीय कलाकारों को उक्त संध्या में आमंत्रित किया जाएगा एवं राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी कलाकारों के माध्यम से जनता तक पहुंचाई जाएगी। साथ ही मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना के तहत रजिस्ट्रेशन भी महंगाई राहत कैंपों एवं प्रशासन गांव के संग शिविर स्थल पर ही करवाया जाएगा। सांस्कृतिक सद्भावना संध्या में सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग द्वारा प्रत्येक कैंप में एक ईमित्र की ड्यूटी लगाई जाएगी जो कलाकारों से प्राप्त होने वाले ऑफलाइन आवेदनों की ऑनलाइन प्रविष्टि सुनिश्चित करेंगे। वहीं आगामी ग्रामीण एवं शहरी ओलंपिक में सद्भावना संध्या के तहत लोक कलाकार गांधी जी के प्रिय भजनों, राज्य सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं पर आधारित गीतों, संविधान उद्देश्य वाचन, सामाजिक समरसता बढ़ाने वाले गीतों एवं भजनों की प्रस्तुति लोककलाकारों द्वारा की जाएगी। उन्होंने बताया कि सद्भावना संध्याओं के लिए जिला प्रशासन, पुलिस, पंचायती राज, स्कूली शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार, युवा एवं खेल मामलात, शांति एवं अहिंसा विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

अपच, एसिडिटी, बच्चों के पेट में कीड़े, किडनी में पथरी, अल्सर और कई मामलों में अपेंडिक्स की वजह से पेटदर्द हो सकता है। बच्चों, बुजुर्गों और वयस्कों को अलग-अलग कारणों से इस दर्द की शिकायत हो सकती है। आइए जानते हैं उनके बारे में।

बच्चों के लिए
दूध न पचने, पेट न भरने, पेट साफ न होने, संक्रमण या कीड़े होने, जंकफूड और तला-भुना भोजन ज्यादा खाने से बच्चों को पेटदर्द की समस्या हो सकती है।

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वृद्धों की तकलीफ
बुजुर्गों को कब्ज और यूरिन इंफेक्शन की वजह से पेटदर्द हो सकता है। कई बार ज्यादा तला-भुना खाने से भी तकलीफ हो सकती है।

 

जब वयस्क हों परेशान
ऐसे लोग जिन्हें बचपन से ही कब्ज की शिकायत रही हो, उन्हें आगे चलकर पेट संबंधी समस्याएं जैसे दर्द, अपच, मरोड़, एसिडिटी की तकलीफ रहने लगती है।

 

एहतियात जरूरी
यूरिन इंफेक्शन की शिकायत होने पर दिन में 3-4 लीटर पानी पिएं और पेशाब को रोककर न रखें। तनाव कम लें और बच्चों को घर का बना हुआ खाना ही दें। व्रत या उपवास करने पर फलाहार करें, कई बार खाली पेट रहने से भी पेटदर्द हो सकता है।

 

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लक्षणों के अनुसार इलाज
होम्योपैथी विशेषज्ञ डॉ.नमीता राजवंशी के अनुसार, पेट में भारीपन लगने पर पल्सेटिला दवा देते हैं। खट्टी डकारों में लाइकोपोडियम, खाली पेट एसिडिटी बनने पर एनाकार्डियम दवा या खाने के दुष्प्रभाव से दर्द होने पर नक्सवोमिका दी जाती है। पेट में कीड़े होने पर सिना व पथरी के दर्द में लाइकोपोडियम, बरबरिफ वल्गेरिस व सारसापरिला दवाएं दी जाती है। अपेंडिक्स में इच्निशिया, आइरिश टेनक्स देते हैं। इन दवाओं को विशेषज्ञ मरीज के लक्षणों के अनुसार देते हैं इसलिए इनका प्रयोग स्वयं न करें।

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Testy Snacks: संडे सप्ताह का वो दिन होता है जब अपने कार्यालय को दूर रखते हैं। इस दिन कई लोग अपनी पसंद के अनुसार अलग-अलग चीजें करना पसंद करते हैं। इसके तहत कोई अपनी पसंद की फिल्म देखता है, तो कुछ लोग अपनी सेल्फ केयर करते हैं। वहीं, कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो खाने के शौकीन होते हैं। इस दिन वो अपने खाने में अलग-अलग तरह की चीजों को बनाना पसंद करते हैं। यदि घर पर अगर कोई मेहमान या दोस्त आ जाएं तो उस शाम को मजेदार बनाने के लिए भी कई तरह के जतन करते हैं। इनमें खाने की चीजें भी शामिल हैं। ऐसे में हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ ऐसी ही झटपट बनकर तैयार होने वाली स्नेक्स रेसिपी (Testy Snacks Recipe) हैं जो आपके रविवार को और शानदार बना देंगी। तो आइए जानते हैं—

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1. आलू चाट
संडे को टेस्टी स्नेक के तौर पर आप फ्राइड क्रीमी आलू का यूज कर सकते हैं। मसाले में लिपटे हुए आलू के टुकड़े और साइड में पुदीने की चटनी इसको लाजवाब बना देती है। शाम के नाश्ते में यह डिश बेहतरीन हैं। शानदार शाम और लाजबाव खाना इससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता है।

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2. सैंडविच
यदि आप किचन में ज्यादा टाइम खर्च नहीं करना चाहते तो यह रेसिपी काफी काम की है। सोफे पर बैठे-बैठे आप इसको तैयार कर सकते हैं। इसको बनाने के लिए आपको कुछ पसंदीदा सब्जियां और अपनी पसंद का स्प्रेड चाहिए। अगर आप वेजिटेरियन हैं तो आप इस क्लासिक ग्रिल्ड पनीर सैंडविच को आजमाएँ। वहीं अगर आप नॉन-वेजिटेरियन हैं तो क्लासिक चिकन क्लब सैंडविच को कोई मात नहीं दे सकता है।

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3. मिर्ची बज्जी
यदि आपने पहले इसें टेस्ट नहीं किया है तो आप लाइफ की सबसे आसाम और इस नाश्ते का स्वाद नहीं चखा है, तो फिर आप असली फूडी नहीं है। यह क्लासिक स्नैक स्ट्रीट फूड है। इमली और नारियल पाउडर से भरी हरी मिर्च से बना, यह सुस्त मानसून शाम के लिए भी एकदम सही व्यंजन है।

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4. मलाई सीख कबाब
चिकन कबाब रेसिपी बनाने में काफी मेहनत और समय लगता है, लेकिन हम जो आपको रेसिपी बता रहे हैं उस तरीके से इस स्नैक को लगभग 35 मिनट में तैयार किया जा सकता है। आपको बस कुछ चिकन और उन सभी मसालों की ज़रूरत है जो आप नियमित रूप से घर पर इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा, पुदीने की चटनी को मत भूलना!

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5. इडली पास्ता
अगर आपके पास कुछ बची हुई इडली है तो फिर एक टेस्टी स्नैक आपकी शाम को शानदार बनाने के लिए एकदम बेस्ट है। बची हुई इडली को अपनी पसंदीदा सब्जियों और कुछ सॉस के साथ फ्राई कर लेना है और आपको टेस्टी फ्यूजन डिश बनकर तैयार है।

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जयपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता रहे राजेश पायलट की पुण्यतिथि के मौके पर दौसा में रविवार हुई श्रद्धांजलि सभा के दौरान राजेश पायलट के पुत्र और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा। सचिन पायलट ने कहा कि किसी नेता ने इस बात को बखूबी कहा है कि हर गलती सजा मांगती है और हम आपस में कैसे भी संबंध रखें लेकिन आज नहीं तो कल नीली छतरी वाला न्याय जरूर करेगा।


सचिन पायलट ने पेपर लीक पीड़ितों को मुआवजा देने को लेकर भी मुख्यमंत्री गहलोत पर निशाना साधा और कहा कि मैं जिन नौजवानों के साथ धोखा हुआ उनकी मदद के लिए कहता हूं तो कहते हैं कि मानसिक दिवालियापन हो गया है लेकिन सच्चे मन से मदद करने के लिए हमारा दिल बड़ा होना चाहिए। दरअसल इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि जो इस तरह की मांग कर रहे हैं वो बौद्धिक तौर पर दिवालियापन हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी लिया निशाने पर
सचिन पायलट ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि मैंने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का सालों विरोध किया था, आज मैं कहता हूं कि आपने खान आवंटित कर दी और जब चोरी पकड़ी गई तो रद्द कर दिया लेकिन आवंटन तो किया था और उसका लेखा-जोखा तो देना पड़ेगा।

मेरे पिता ने कभी अन्याय से समझौता नहीं किया
सचिन पायलट ने कहा कि 23 साल पहले आज ही के दिन मेरे पिता की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। मैंने राजनीति अपने पिता से सीखी है उन्होंने राजनीति में अपनी अलग लाइन तय की और कभी भी अन्याय के खिलाफ समझौता नहीं किया। हमेशा जनहित के मामले सर्वोपरि रखें, पायलट ने कहा कि वो अपने पिता को अपना आदर्श मानते हैं और उनकी ही तरह वो भी अपने स्वाभिमान और आदर्शों से कभी समझौता नहीं करेंगे।

पायलट ने कहा कि मेरी राजनीतिक सोच स्पष्ट है अपने पिता का ही अनुसरण करते हुए हमेशा नौजवानों के हितों की बात की है। देश और समाज से भ्रष्टाचार मिटाने की बात की है, युवाओं के लिए रोजगार की बात की है, आज मौका राजनीतिक बात करने का नहीं है।

इसलिए वे इस मंच से कोई राजनीतिक बात नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता को न्याय जरूर मिलेगा।इसी के साथ उन्होंने साफ कर दिया कि वो भ्रष्टाचार और नौजवानों के मुद्दे पर कभी पीछे नहीं हटेंगे और उनकी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी। इससे पहले दौसा के भड़ाना में राजेश पायलट की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा के दौरान प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया। उसके बाद सचिन पायलट ने दौसा के गुर्जर छात्रावास में राजेश पायलट की मूर्ति का अनावरण किया।

श्रद्धांजलि सभा में यह नेता रहे मौजूद
श्रद्धांजलि सभा में कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, ममता भूपेश, हेमाराम चौधरी, बृजेंद्र ओला, मुरारी लाल मीणा, विधायक राकेश पारीक, जीआर खटाना, रामनिवास गावड़िया, मुकेश भाकर, इंद्राज गुर्जर, वेद प्रकाश सोलंकी, पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी भी मौजूद रहे।

अटकलों पर लगा विराम
वहीं 11 जून को राजेश पायलट की पुण्यतिथि के मौके पर सचिन पायलट की ओर से नई पार्टी के गठन की चल रही अटकलों पर फिलहाल विराम लग गया है। सचिन पायलट ने नई पार्टी के गठन को लेकर एक भी शब्द मंच से नहीं बोला। ऐसे में साफ है कि सचिन पायलट का इरादा फिलहाल कांग्रेस में रहकर ही अपनी मांगों को पार्टी हाईकमान के सामने लगातार उठाना है।

वीडियो देखेंः- Dausa में श्रद्धांजलि सभा में गरजे Sachin Pilot | Sachin Pilot Dausa Rally Update

जयपुर/नई दिल्ली. अरब सागर में आ रहे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के अगले 24 घंटे में और खतरनाक होने की आशंका है। मौसम विभाग ने बताया कि यह अरब सागर में उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ रहा है। यह रविवार या सोमवार तक गुजरात पहुंच सकता है। इस दौरान 10 से 12 जून तक 80 से 120 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। मौसम विभाग ने तूफान को देखते हुए गुजरात, केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप में मछुआरों को समुद्र में जाने से मना किया है। कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। फिलहाल तूफान पोरबंदर से 640 किमी दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित है।

मानसून आगे बढ़ा
देश में मानसून शनिवार को उत्तर पूर्व अरब सागर, बंगाल की खाड़ी में और आगे बढ़ा है। इसके 48 घंटों में महाराष्ट्र, गोवा, तमिलनाडु, सिक्किम, पश्चिम बंगाल को कवर करने की संभावना है। विभाग ने पूर्वोत्तर राज्यों में 5 दिन में बारिश की चेतावनी दी है।

14-15 जून को बारिश की संभावना
राजस्थान में अगले चार दिन तक अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। अधिकांश क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहेगा। अभी तेज गर्मी से लोग परेशान हो रहे हैं। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर राजस्थान में भी देखने को मिलेगा। 14-15 जून को राज्य के कुछ जिलों में बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा 16 और 17 जून को राज्य में आंधी- बारिश में बढ़ोतरी होगी। शनिवार को धौलपुर में तापमान 42.7 दर्ज किया गया। श्रीगंगानगर में शनिवार शाम को बारिश हुई। भरतपुर में बारिश व अंधड़ के बाद एक होटल की दीवार गिरने से एक युुवक की मौत हो गई।

खाने के बाद पेट में गैस और अपच होना आजकल आम बात है। इसकी बड़ी वजह है बिगड़ा हुआ खान-पान और बदलती हुई लाइफस्टाइल। लोगों को ज्यादातर चटपटा व मसालेदार खाना पसंद है, वे मजे से इन चीजों को खा तो लेते हैं, लेकिन जब इन्हें पचाने की बात आती है तो पाचन तंत्र ऐसा कर पाने में नाकाम रहता है और उन्हें गैस, अपच व कब्ज की शिकायत हो जाती है। ये जानकारी आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. राकेश नागर ने दी है।

कुछ वक्त पहले तक पेट में गैस की समस्या सिर्फ उम्रदराज लोगों में ही देखने को मिलती थी, लेकिन मौजूदा वक्त में बड़े से लेकर बच्चे तक इस समस्या से परेशान रहते हैं। यहां हम खाना खाने के तुरंत बाद पेट में गैस बनने के लक्षण, कारण और उपायों के बारे में बता रहे हैं।

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संभावित लक्षण
पेट भरा-भरा सा रहना, भूख न लगना, खट्टी डकारें आना, सिरदर्द होना, सांसों से बदबू आना, पेट में सूजन जैसा लगना, सुस्ती महसूस होना, पेट में गैस बनने लगना आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं।

 

साथ ही यह समस्या खाना ज्यादा खा लेने से, लंबे समय तक भूखे रहने से, तीखा व मसालेदार एवं ज्यादा तली हुई चीजें खाने से, धूम्रपान करने से, ज्यादा चिंता करने से, जल्दी-जल्दी खाने से, ऐसा खाना, जिसे आपका पेट जल्दी से नहीं पचा पाता हो, आदि के कारण होने लगती है।

 

गैस न बने, भूना सौंफ भी मुंह में दबाएं रखें
सुबह खाने से 3 घंटे पहले या फिर डिनर के 3 घंटे बाद एक चम्मच मेथी दाने को एक गिलास गर्म पानी में उबालकर पीएं।
अजवाइन व सेंधा नमक एकसाथ पीसकर लें। खाली पेट ले सकते हैं।
गैस बनें तो भूना सौंफ चूसते रहें।

 

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नारियल पानी भी इस समस्या को आसानी से दूर की जा सकती है।
नींबू पानी भी राहत प्रदान कर सकता है। इसके लिए एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़ कर पीएं।
घी और गोंद के काढ़े में थोड़ा-सा गुड़ मिलकर सेवन करने से पेट संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।

जहां तक संभव हो बाहर के खाने से बचें। खाने को धीर-धीरे खाएं। जितनी भूख हो, उससे एक रोटी कम ही खाएं।
तली हुई, तीखी व मसालेदार चीजों से परहेज करें। ज्यादा देर तक भूखे न रहें।
धूम्रपान बिल्कुल ही न करें।
नियमित रूप से योग और प्राणायाम या व्यायाम करें।

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जयपुर. हाल ही में सीबीएसई और आरबीएसई बोर्ड के कक्षा 12वीं के रिजल्ट हुए। अब स्टूडेंट्स की बारी है सही कोर्स और कॅरियर चुनने की। ऐसे में उनके लिए ये एक बड़ी चुनौती है। स्टूडेंट्स फ्यूचर ग्रोथ के लिए सही कॅरियर ऑप्शन सिलेक्ट करना चाहते हैं। ऐसे में कुछ स्टूडेंट्स कॅरियर को लेकर कन्फ्यूज हो रहे हैं। सही कॅरियर डायरेक्शन होने से स्टूडेंट्स को भविष्य में नौकरी पाने और बिजनेस करने में मदद मिलती है।

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खुद की इच्छा बच्चों पर न थोपे पैरेंट्स

कॅरियर एक्सपर्ट डॉ. रजनीश मीणा ने बताया कि स्टूडेंट्स अपने लक्ष्य और कॅरियर का चयन सोच-समझकर, खुद के इंटरेस्ट से करें। पैरेंट्स, अपनी इच्छाओं को बच्चों पर न थोपे, उनको उनके इंट्रेस्ट के अनुसार कॅरियर चुनने में मदद करें। स्टूडेंट्स, जो भी कोर्स करना चाह रहे हैं उसके प्रति परिवार की स्थिति भी देखें, क्या वो ये कोर्स करवा सकते हैं या फिर उस कोर्स के प्रति सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी ले। हमेशा अपना प्लान-बी जरूर रखें, ताकि निराशा देखने को न मिले।

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एडमिशन में पहली प्राथमिकता

एक्सपर्ट आशीष अरोड़ा का कहना है कि स्टूडेंट्स को प्रोफेशनल कोर्स के लिए नेशनल गवर्मेंट कॉलेज में सीट मिल रही है तो उसे पहली प्राथमिकता दें। एडमिशन के लिए यूनिवर्सिटी के पिछले 3 साल के प्लेसमेंट रिकॉर्ड की जरूर जानकारी ले।

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सिलेबस और भविष्य की संभावनाएं

एक्सपर्ट आर.एल. पूनिया ने बताया कि कॅरियर काउंसलर स्टूडेंट्स के इंट्रेस्ट, स्किल्स के आधार पर उन्हें सही फील्ड चुनने में मदद करते हैं। स्टूडेंट्स कॉलेज या कोर्स का सलेक्शन करते समय उसके सिलेबस और भविष्य की संभावनाओं को समझ लें। अपने दोस्तों की देखा-देखी या अभिभावकों के दबाव में आकर किसी कोर्स या संस्थान को न चुनें। किसी संस्थान में एडमिशन ले रहे हैं तो उसकी मान्यता, फैकल्टी व प्लेसमेंट, परफॉर्मेंस की जानकारी जरूर लें।ज्यादा नंबर देखकर विषय चुनने की बजाए लर्निंग स्टाइल के अनुसार कोर्स का चयन करे।

अभी आम के फलों का मौसम चल रहा है। इस दौरान लोगा आम से कई तरह की रेसिपीज से अलग—अलग तरह के व्यंजन तैयार करके खाते हैं। लेकिन इस समय आम से बनी एक चीज ने दुनिया में तूफान ला दिया है। यह चीज है मेंगो बबल टी। इस रेसिपी के लोग दीवाने हो रहे हैं। आप Mango Bubble Tea को अलग-अलग सामग्रियों के साथ कई तरह से बना सकते हैं। मैंगो बबल टी में आम के स्वाद के साथ साबूदाना मज़ेदार और चंचल बनावट शामिल है। यह मैंगो बबल टी गर्मियों के लिए एक उत्तम पेय है। ऐसे में आए जानते हैं Mango Bubble Tea Recipe

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बबल टी क्या है? (What is Mango Bubble Tea)
बबल टी, जिसे बोबा टी के रूप में भी जाना जाता है, 1980 के दशक में ताइवान में बनाई गई थी। तब से इसे दुनिया भर में अपार लोकप्रियता मिली है। यह एक अनोखा पेय है जो चाय (आमतौर पर काली या हरी चाय) को दूध और फल के स्वाद के साथ बनाया जाता है। यह एक सुपर आनंददायक पेय बन जाता है। बबल टी नरम और चबाने वाले टैपिओका मोती (बोबा) के साथ बनाया जाता है।

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मैंगो बबल टी किस चीज से बनती है?
मैंगो बबल टी में पीसा हुआ काली या हरी चाय का आधार होता है, जो ताज़े आमों के बहुचर्चित स्वाद से प्रभावित होता है। आमों की प्राकृतिक मिठास के पूरक के लिए चाय को चीनी या शहद से मीठा किया जाता है। मलाई बढ़ाने के लिए दूध का एक छींटा डाला जा सकता है। लेकिन पेय का मुख्य आकर्षण टैपिओका मोती का जोड़ है, जो तब तक पकाया जाता है जब तक कि वे पेय में जोड़ने से पहले आनंददायक हवादार और चबाने योग्य न हो जाएं।

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क्या बबल टी अच्छी है?
जबकि बबल टी चीनी और कैलोरी में उच्च हो सकती है, और अधिक पोषण प्रदान नहीं करती है, बबल टी को एक स्वस्थ विकल्प बनाने के तरीके हैं। काली या हरी चाय का आधार चुनने से एंटीऑक्सीडेंट लाभ मिलते हैं। प्राकृतिक मिठास जैसे शहद या स्टेविया का उपयोग चीनी सामग्री को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, कम वसा वाले या गैर-डेयरी दूध के विकल्प का उपयोग करने से समग्र वसा की मात्रा कम हो सकती है। संतुलित आहार के साथ बबल टी का आनंद लेने के लिए संयम महत्वपूर्ण है।

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घर पर मैंगो ऐसे बनाएं में बबल टी
मैंगो बबल टी बनाना बहुत ही आसान है। आपको बस साबूदाना मोती को पकाना है और पहले से चाय बनानी है। फिर आपको उन्हें आम की प्यूरी के साथ मिलाना है, एक स्वीटनर और कुछ बर्फ के टुकड़े डालकर गर्मियों के मौसम में इसें पीने का आ आनंद ले सकते हैं।

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eScan CERT-In Bot Removal: स्मार्टफोन में आप वायरस को लेकर परेशान हैं तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी है। भारत सरकार ने बॉटनेट डिटेक्शन और रिमूवल 'एंटीवायरस' टूल्स लांच किया है। यह टूल आमलोगों के लिए फ्री में उपलब्ध है जिसका उपयोग अपने स्मार्टफोट में यूज किया जा सकता है। साइबर स्वच्छता केंद्र की साइट पर इस बॉटनेट रिमूवल एप के बारे में जानकारी दी गई है। यह एप किसी भी बॉट एप, मैलवेयर और वायरस को पहचानने में सक्षम है।

भारत सरकार के 'साइबर स्वच्छता केंद्र' जिसे बोटनेट क्लीनिंग एंड मालवेयर एनालिसिस सेंटर के नाम से भी जाना जाता है ने एक फ्री बॉटनेट डिटेक्शन और रिमूवल टूल्स बनाया है। जो कि आमलोगों के लिए फ्री में गूगल प्ले पर उपलब्ध है। इस एप के लिए एंटीवायरस बनाने वाली कंपनी और इंडियन कंप्यूटर रिस्पांस टीम (CERT-In) की साझेदारी हुई है। मिली जानकारी के हिसाब से 'Bot' एक तरह का मैलवेयर है और इसकी मदद से कोई हैकर आपके फोन का पूरा डाटा कॉपी कर सकता है। इस तरह के मैलवेयर और वायरस को फोन से हटाने और पहचानने के लिए सरकार ने 'एंटीवायरस' एप लॉन्च किया है।

eScan CERT-In Bot Removal एप को आप गूगल प्ले-स्टोर से फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं। यह एप आपको किसी गलत और स्पैम वाली साइट पर जाने से रोकेगा। इसके अलावा यह एप आपके फोन को स्कैन करके बता सकता है कि आपके फोन में वायरस या मैलवेर हैं या नहीं। यदि आपको भी इस बात का संदेह है कि आपके फोन में वायरस या मैलवेयर हो सकते हैं तो eScan CERT-In Bot Removal या 'M-Kavach 2' एप को अपने फोन में डाउनलोड करें।

एप आपको यह भी बताता है कि कौन-सा एप, माइक, कैमरा, लोकेशन, मैसेज, कॉल आदि का एक्सेस ले रहा है। एप को डाउनलोड करने के बाद आपको फुल स्कैन करना होगा। स्कैन के बाद आपको अपने फोन की स्क्रीन पर वायरस आदि की जानकारी मिल जाएगी। आप चाहें तो संदिग्ध एप को खुद ही डिलीट कर सकते हैं या यह एप भी उन्हें डिलीट कर देगा।

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हमारे भोजन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है अनाज। लेकिन कौनसा अनाज कितना फायदेमंद है इसकी जानकारी बहुत कम लोगों को है। आइए जानते हैं कि खाने में किस अनाज को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और किसे ज्यादा नहीं खाना चाहिए।

चावल
चावल जितना पुराना हो उतना ही स्वादिष्ट होता है। चावल में प्रोटीन, विटामिन और खनिज तत्व होते हैं। अगर रात के खाने में रोटी कम खाई जाए और चावल का प्रयोग ज्यादा किया जाए, तो यहहल्का भोजन आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा। चावल के चिवड़े को दूध में भिगोकर खाने से कब्ज दूर होती है।

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ऐसे खाएं: चावल के मांड में प्रोटीन, विटामिन व खनिज होते हैं जो सेहत के लिए लाभदायक होते हैं, इसलिए चावल में से मांड ना निकालें। बच्चे को छह महीने का होते ही चावल का मांड देना चाहिए। यह बढ़ते बच्चे के लिए फायदेमंद होता है।

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मूंग
मूंग को अंकुरित करने के बाद इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन की मात्रा दोगुनी हो जाती है।
ऐसे खाएं: बुखार व दस्त होने पर मूंग की दाल बनाते समय रोगी की स्थिति के अनुसार काली मिर्च व अदरक डाल दें, लेकिन इसे ज्यादा घी में ना बनाएं।

चना
भुने चने के साथ गुड़ खाने से कफ की समस्या दूर होती है। रात को भुना चना खाने से खांसी ठीक होती है। इसमें आयरन होने से यह महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।
ऐसे खाएं: 10 किलो आटे में एक किलो चने को पिसवा लें, इस आटे से बनी रोटी हृदय रोग, डायबिटीज और मोटापे को दूर करती है।

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उड़द
ड़द की दाल गर्मियों से ज्यादा सर्दियों में उपयोगी होती है। यह बवासीर के रोग में फायदेमंद होती है। इसमें आयरन काफी मात्रा में होता है जो कि खून की कमी को दूर करता है।
ऐसे खाएं: इसकी दाल, लड्डू या हलवा बनाकर खा सकते हैं।

मसूर
मसूर की प्रकृति गर्म, शुष्क, रक्तवद्र्धक और खून में गाढ़ापन लाने वाली होती है। दस्त, कब्ज व अनियमित पाचन क्रिया में मसूर की दाल का सेवन लाभकारी होता है। दस्त होने पर मसूर की दाल खानी चाहिए। मसूर दाल की खिचड़ी भी बना कर खा सकते हैं। बवासीर के रोगियों के लिए मसूर की दाल गुणकारी है।

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आदतें बदलकर रहें हैल्दी
आप 'काइजेन' पर आधारित जेन डाइट को अपनाकर जीवन को कई मायनों में बेहतर बना सकते हैं, आइए जानते हैं इसके बारे में।
क्या है काइजेन: काइजेन एक जापानी शब्द है जिसका अर्थ होता है लगातार छोटे-छोटे सुधार। इसी को आधार बनाकर जेन डाइट प्लान तैयार किया गया है। इस प्लान में खानपान, लाइफस्टाइल, मानसिक स्थिति और व्यायाम पर फोकस किया जाता है।

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फायदा: जेन डाइट में आपको अपनी आदतें सुधारनी होती हैं जैसे कि आप बहुत चॉकलेट, फास्ट फूड आदि खाते हैं तो कोई दो आदतें बदलने का निश्चय करें और कोई दो अच्छी आदतें अपनाएं जैसे खूब पानी पीना और फल खाना। जब आपकी ये आदतें सुधर जाएं तो दूसरी आदतों पर फोकस करें।

कैसे करें: अपने खाने में पोषक तत्वों से भरपूर चीजें शामिल करें। सलाद, फल जरूर खाएं। दिन में चार से पांच बार खाएं। अपनी डाइट को अपने दोस्तों से फेसबुक या ट्विटर पर शेयर करें ताकि आपको और बेहतर डाइट के बारे में जानकारी मिल सके। इसके अलावा अपने सोने व जागने का समय तय कर लें और पर्याप्त नींद जरूर लें।

चीटिंग डे: इस प्लान में आप किसी भी एक दिन चीट कर सकते हैं यानी आप जो भी खाना चाहते हैं दिल खोलकर खाएं।

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Most Expensive Watermelon : गर्मी के मौसम कई तरह के फल आते हैं। इस मौसम में आम के अलावा सबसे ज्यादा तरबूज खाया जाता है। एक तरबूज की कीमत गर्मी के मौसम में काफी कम हो जाती है। इसे ज्यादा से ज्यादा 20 रुपये प्रति किलो में खरीद सकते हैं। आपको बता दें कि दुनिया में एक तरबूज की ऐसी नस्ल है, जिसकी कीमत आपके होश उड़ा देगी। यह दुनिया का सबसे दुर्लभ तरबूज बोला जाता है। ऐसे में हम आपको एक ऐसे ही तरबूज के बारे में बता रहे हैं। यह दुनिया का सबसे महंगा तरबूज (World Most Expensive Watermelon) है। यह डेनसुक (Densuke Black Watermelon) प्रजाति के तरबूज हैं। इसे काला तरबूज के नाम से भी जाना जाता है।

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यहां पाया जाता है ये तरबूज
आपको बता दें कि दुनियां का सबसे महंगा तरबूज जापान के होकाइडो आइलैंड के उत्तरी भाग में पाया जाता है। यह इतना दुर्लभ है कि एक साल में इसके सिर्फ 100 पीस ही उगते हैं। इस कारण यह सभी जगहों पर उपलब्ध नहीं हो पाते हैं और इसकी कीमत इतनी ज्यादा होने का कारण है ये बड़ी मुश्किल से मार्केट में मिलते हैं।

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कीमत उड़ा देगी होश
यह आम तरबूज की तरह मार्केट में नहीं बिकता है। इस तरबूज की नीलामी हर साल की जाती है। इसे बड़े-बड़े खरीदार पाने के लिए बोली लगाता हैं। साल 2019 के दौरान इस तरबूज के लिए सबसे महंगी बोली लगी थी, जो 4 लाख रुपये थी। कोविड महामारी के दौरान इसके दाम में बड़ी कमी आई। हालांकि आज भी ये दुनिया का सबसे महंगा तरबूज है।

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ये है तरबूज की खासियत
इस तरबूज की बात करें तो इसका रंग काला और चमकीला होता है। यह आम तरबूज की तरह नहीं होता है। इसके अंदर का हिस्सा कुरकुरा होता है। बाकी तरबूजों की तुलना में ये ज्यादा मीठा और कम बीज वाला होता है। जानकारी के मुताबिक, इस तरबूज की पहली फसल ही इतनी महंगी होती है। फसल से निकलने वाला यह तरबूज 19 हजार रुपये तक में मिलता है।

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कटहल स्वाद की दृष्टि से ही नहीं बल्कि सेहत के मामले में भी फायदेमंद होता है। यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर साइंस, बंगलूरु के विशेषज्ञों के मुताबिक कटहल सबसे अच्छा ऑर्गेनिक फूड है। कटहल में एंटी-ऑक्सीडेंट, विटामिन, पोटेशियम, इलेक्ट्रोलाइट, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, स्टार्च और प्रोटीन पाया जाता है। इन खूबियों के कारण इसे सुपर फूड भी कहते हैं।

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नई सोच
माइक्रोसॉफ्ट के पूर्व निदेशक जेम्स जोसेफ कोच्चि (केरल) में कटहल से अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट बनाने और कटहल को सालभर सुरक्षित (स्टोरेज) रखने का काम कर रहे हैं, ताकि 365 दिन कटहल के पोषक तत्वों का लाभ लिया जा सके। उन्होंने अपने प्रोडक्ट को जैकफ्रूट 365 नाम दिया है।

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रेसिपी किंग
कटहल से 100 से भी ज्यादा रेसिपीज बनाई जा सकती हैं जैसे सब्जी, कोफ्ते, चिप्स, मिठाइयां, केक, अचार, जूस, सिरका, मुरब्बा, हलवा आदि। दक्षिण भारत में पके हुए कटहल के टुकड़ों में कसा हुआ कच्चा नारियल, शहद और केले के टुकड़़े मिलाकर खाया जाता है। पके हुए कटहल से जैम, जेली और मिठाइयां भी बनती हैं। इसका मौसम फरवरी से जून होता है। इसे कोल्ड स्टोरेज में 6 हफ्तों तक सुरक्षित रखा जा सकता है।

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कटहल से १०० से भी ज्यादा रेसिपीज बनाई जाती है ऐसे करें स्टोर

फ्रीज ड्राइंग प्रोसेस के जरिए कटहल का 99 फीसदी पानी निकाल दिया जाता है, जिसके बाद एक किलोग्राम का कटहल 180 ग्राम रह जाता है। इसे प्लास्टिक की थैलियों में पैक कर साल भर तक कमरे के सामान्य तापमान पर सुरक्षित रखा जा सकता है। स्टोर किए गए कटहल का प्रयोग करने से पहले इसे गर्म पानी में आधे घंटे तक रखना चाहिए। पानी सोखने के बाद ये फिर से बिल्कुल ताजे कटहल जैसा हो जाएगा।

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बीमारियां रहेंगी दूर
स्ट्रोक : कटहल में प्रचुर मात्रा में पोटेशियम होता है, जो लो ब्लड प्रेशर को संतुलित कर स्ट्रोक के खतरे को कम कर देता है।
कैंसर : इसमें मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स, एंटीऑक्सीडेंट व फ्लेनोवॉयड कैंसर से बचाव में सहायक हैं।
इम्यून सिस्टम : कटहल में विटामिन सी और एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जिनसे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। एंटीऑक्सीडेंट सर्दी, खांसी व निमोनिया से लड़ता है।
आंखों के लिए: कटहल में विटामिन ए पाया जाता है जो आंखों की रोशनी बढ़ाता है।
एनर्जी : इसमें पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट, फ्रकटोज व सुक्रोज शरीर को तुरंत एनर्जी देते हैं।

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पेट भरता है जल्दी
डाइटीशियन दिव्या जैन के अनुसार, कटहल खाने से पेट जल्दी भरता है, इससे लोग खाना कम खाते हंै। कटहल की सब्जी के अलावा इसे उबालकर, प्याज, अंकुरित अनाज, खीरा व टमाटर के सलाद में मिलाकर खाना सेहत के लिए अच्छा होता है।

शरीर बनता है मजबूत
डॉ. महेश चंद शर्मा के अनुसार, आयुर्वेद में कटहल को एक सब्जी माना गया है, जो दुबलापन दूर करती है और शक्तिवर्धक होती है। आयुर्वेद में इसकी गिनती गरिष्ठ भोजन के रूप की जाती है, जिसे पचाने में काफी समय लगता है।

 

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IMD Alert : राजस्थान में मौसम फिर बदल सकता है। मौसम विभाग ने रविवार को प्रदेश के 4 जिलों के लिए अगले तीन घंटों में Yellow Alert जारी किया है। वहीं श्रीगंगानगर में शनिवार शाम को बारिश हुई। भरतपुर में बारिश व अंधड़ के बाद एक होटल की दीवार गिरने से एक युवक की मौत हो गई। वहीं श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में देर रात को तूफानी अंधड़ से भारी नुकसान हुआ है। हनुमानगढ़ जिले के डबलीराठान में आए तेज तूफानी अंधड़ से विधुत वितरण निगम को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। तूफानी हवाओं से बिजली के लगभग तीन सौ पोल एवं डिपीयां टूटने से इलाके की बिजली सप्लाई छिन्न भिन्न हो गई है।

इन जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार टोंक, सवाईमाधोपुर, भीलवाड़ा, जयपुर में को मेघ गर्जन के साथ वज्रपात व झौंकेदार हवाएं 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। मौसम विभाग ने कहा है कि इस दौरान कमजोर संरचनाएं हल्की व ढीली बंधी वस्तुएं, आदि को आंशिक नुकसान हो सकता हैं। ऐसे में मेघ गर्जन के समय सुरक्षित स्थान पर शरण लेवें, पेड़ों के नीचे शरण ना लेवें, मौसम सामान्य होने की प्रतीक्षा करें।

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बिपरजॉय तूफ़ान का असर राजस्थान में भी
प्रदेश में 14 और 15 जून को चक्रवाती तूफ़ान का असर देखने को मिलेगा। विभाग ने बतया कि राजस्थान के कई जिलों में अंधड़, बारिश आने की सम्भावना है। इसके बाद 16-17 जून को प्रदेश में आंधी-बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है।

प्री-मानसून में होगी झमाझम बारिश
मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान में मानसून आने से पहले हीटवेव चलने और तापमान बदलने की संभावना है। वहीं प्रदेश में जून के दूसरे सप्ताह में प्री-मानसून की बारिश शुरू होगी। इस दौरान प्रदेश में झमाझम बारिश होने की संभावना है।

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Biporjoy Cyclone Update : जयपुर। अरब सागर में आ रहे तूफान बिपरजॉय भीषण चक्रवात में बदल गया है। मौसम विभाग के लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक यह तूफान गुजरात के पोरबंदर 450 किमी, द्वारका से 490 किमी और कच्छ के नालिया के से 570 किमी दूर है। यह रविवार देर शाम या सोमवार तक गुजरात पहुंच सकता है। इस दौरान 10 से 12 जून तक 80 से 120 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर राजस्थान में भी देखने को मिलेगा। 14-15 जून को राज्य के कुछ जिलों में बारिश होने की संभावना है।

अंधड़ छोड़ गया तबाही के निशान
जयपुर में तेज गर्मी और उमस के बाद रविवार तड़के करीब मौसम में बदलाव हुआ। शहर में कई जगह बारिश हुई। बारिश के साथ तेज हवा चली और बिजली कड़की। श्रीगंगानगर जिले में शनिवार रात आया तूफान तो कुछ घण्टे बाद शांत हो गया। लेकिन अपने पीछे तबाही के निशान छोड़ गया। तूफान से बड़ी संख्या में विद्युत पोल धराशायी हो गए। तूफान के वेग से सैकड़ों पेड़ उखड़ गए। पेड़ गिरने से कई नहरें टूट गई। भरतपुर में शनिवार शाम को बारिश व अंधड़ के बाद एक होटल की दीवार गिरने से एक युवक की मौत हो गई।

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14-15 जून को झमाझम बारिश
जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राजस्थान में अगले चार दिन तक अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। अधिकांश क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहेगा। उन्होंने बताया कि बिपरजॉय तूफान भीषण चक्रवात में बदल चुका है। अगले 24 घंटे में धीरे-धीरे उत्तर दिशा की ओर आगे बढ़ रहा है। इसका असर राजस्थान में भी देखने को मिलेगा। 14-15 जून को राज्य के कुछ जिलों में बारिश होने की संभावना है। इस दौरान जोधपुर और उदयपुर संभाग के जिलों में मेघ गर्जन के साथ बारिश हो सकती है। 16-17 जून को राज्य में आंधी-बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है।

बदलते मौसम के साथ दिनचर्या में बदलाव लाकर स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से बचा जा सकता है। ये बदलाव खानपान और जीवनशैली में हो सकते हैं। डाइटीशियन साक्षी पाठक बता रही हैं आपको इन बदलावों के बारे में-

Early Morning(6-7)
रोजाना आधा घंटा मॉर्निंग वॉक के लिए जरूर जाएं। सैर पर जाने से पहले एक गिलास नींबू पानी लें।

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Breakfast (8-9)
स्कूल, कॉलेज या ऑफिस जाने से पहले पौष्टिक नाश्ता करें। 4-5 भीगे बादाम, दलिया, ओट्स या पोहे के साथ एक गिलास दूध ले सकते हैं।

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Mid morning (11-11.30)
नाश्ते के दो से ढाई घंटे बाद मौसमी फल लें। मौसमी फल व सब्जियों में विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो बदलते मौसम में होने वाली बीमारियों से लड़ते हैं।

Lunch (1-2)
दोपहर के खाने में चपाती, दाल, दही, सब्जी के साथ सलाद जरूर लें। तली या भुनी चीजें ना खाएं।

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Evening Tea (4-5)
शाम को चाय, कॉफी के साथ भुने चने, स्नैक्स, सैंडविच, भेलपुरी या हाई फाइबर बिस्किट ले सकते हैं।

Dinner (8-9)
रात को ओवर इटिंग से बचें। इससे गैस या एसिडिटी हो सकती है। डिनर सोने से डेढ़ से दो घंटे पहले कर लें।

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धूप से आने के तुरंत बाद

बहुत ज्यादा ठंडे पेय पदार्थ ना लें। इसकी जगह सामान्य तापमान वाला पानी पीएं।
कड़ी धूप में बहुत ज्यादा भागदौड़ का काम ना करें। जाना भी पड़े तो कैप, मास्क, चश्मे, छाते आदि का प्रयोग करें।
गर्मी के मौसम में उल्टी, दस्त डायरिया और हैजा जैसी बीमारियां आम बात है। इनसे बचने के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखें। बाजार में खुले में मिलने वाली चाट या गोल-गप्पे ना खाएं। जहां तक हो घर का बना खाना खाएं।

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आजमाएं घरेलू नुस्खे

कैरी: लू से बचने या लू लगने पर कैरी का पना बहुत ही कारगार उपाय है। कैरी को उबाल लें, अब इसका छिलका उतारकर इसमें काला नमक, जीरा, पुदीना और चीनी मिलाकर पीस लें। अब इस पानी को दिन में 3-4 बार पीएं।

प्याज: रोजाना दो बार प्याज खाएं।

तुलसी: तुलसी के पत्तों का रस चीनी में मिलाकर पीना चाहिए। इससे लू नहीं लगती और यदि लू लगी हो, तो प्रभाव कम हो जाता है।

इमली: गर्मी में इमली का पानी पीना लाभदायक है। इमली को भिगोकर इसमें थोड़ गुड़ मिलाकर इसका पानी पीएं। इसके अलावा इमली के गूदे को हाथ पैरों के तलवों पर मलने से लू का प्रभाव कम होता है।

नींबू: एक गिलास नींबू पानी में नमक व चीनी मिलाकर रोजाना लें। इससे लू का खतरा कम होता है।

इन बातों का रखें ध्यान

डिहाइड्रेशन से बचने के लिए दिनभर में 8 से 10 गिलास पानी जरूर पीएं। इसके अलावा नींबू पानी, नारियल पानी या जूस पीएं। अधिक मिर्च मसाले और तैलीय भोजन से परहेज करें।

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अगर महिलाएं और पुरुष अपनी सेहत के प्रति सजग रहें और कुछ सावधानियां बरतें तो लंबी उम्र पा सकते हैं। आइए जानते हैं उपायों के बारे में।

खुद पर नियंत्रण रखें
डायबिटीज, किडनी की समस्या, ब्लड प्रेशर या किसी अन्य बीमारी से पीडि़त हैं, तो खानपान का ध्यान रखें, दवा लेने में किसी प्रकार की लापरवाही ना करें, डॉक्टर से नियमित चेकअप कराएं और जरूरत के हिसाब से ब्लड टेस्ट भी। व्यायाम, मेडिटेशन या योगा करें। तंबाकू और एल्कोहल का सेवन ना करें।

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रेगुलर चेकअप कराएं
हर साल दिल की धडक़न, हृदय, फेफड़े और पेट की स्थिति, आंखों एवं दांतों आदि का चेकअप करवाएं। डॉक्टरी सलाह से ब्लड व यूरिन टेस्ट भी कराएं।

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बीएमआई रखें सही
३० से अधिक बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई)होना मोटापे का संकेत है, जो आर्थराइटिस, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और कैंसर जैसी बीमारियों का सबब बन सकता है। २० से कम बीएमआई यानी 'साइज जीरो' का अर्थ है कि आप अंडरवेट या कमजोर हैं। यह महिलाओं में मॉडलिंग के लिए भले ही फैशन में हो, लेकिन माहवारी में अनियमितता, प्रेग्नेंसी में समस्या और कमजोर हड्डियों काकारण बन सकता है।


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लाफ्टर थैरेपी
रोज १०-२० मिनट डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें। तनाव से बचने के लिए चुटकुले पढ़ें, कार्टून फिल्में या कॉमेडी शो देखें और मौका मिलने पर ठहाके लगाकर हंसें।

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दिल रखें फिट
पुरुषों में ३० की उम्र आते-आते हृदय रोगों की आशंका बढ़ जाती है। महिलाएं रजोनिवृत्ति (मेनोपोज) तक हार्मोंस के कारण इससे सुरक्षित रहती हैं। इसके बाद यह महिलाओं और पुरुषों दोनों को समान रूप से अपना शिकार बना सकते हैं। हृदय रोगों से बचने के लिए तली और भुनी हुई चीजों से परहेज करें। किसी भी प्रकार का तनाव लेने से बचें। परिवार के साथ समय बिताएं, अपने मित्र या किसी खास से बातें शेयर करें।

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जयपुर। करणी विहार थाना पुलिस ने हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत फरार चल रहे वांछित आरोपी को सात महीने बाद गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी (पश्चिम) वंदिता राणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी राजकुमार उर्फ राजू पावटा डीडवाना नागौर का रहने वाला है। पुलिस ने बताया कि 23 नवंबर 2022 को सिरसी रोड मीणावाला निवासी रिकूं शेखावत ने थाने में मामला दर्ज करवाया था। जिसमें बताया था कि 21 नम्बर बस स्टैण्ड पर वह बेकरी की दुकान चलाता है। 21 नवंबर को वह अपनी दुकान पर था, तभी एक स्कूटी चालक उसकी दुकान के सामने रुका। उसके पीछे कार सवार दो युवक आए और स्कूटी वाले से अभद्रता करने लगे। जब उसने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने उसके और उसकी पत्नी के साथ भी गाली गलौच और मारपीट करने की कोशिश की। आरोपियों ने उसके गले पर हाथ मारकर चेन तोड़नी चाही। उस पर तीन फायर किए जिसमें एक गोली उसके लगी, बाकी दुकान के ग्लास के उपर लगी। पुलिस ने अनुसंधान करने के बाद डीडवाना नागौर निवासी राजुकमार उर्फ राजू पावटा की सलिप्तता पाई गई। प्रकरण दर्ज होने के बाद से ही आरोपी फरार चल रहा था। 10 जून को पुलिस ने राजकुमार उर्फ राजू पावटा को डीडवाना नागौर से दस्तयाब कर लिया। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
प्रकरण में मुख्य आरोपी रोहित मीणा उर्फ दीपू उर्फ बच्या को पूर्व में गिरफ्तार किया जुका है। पुलिस उसके कब्जे से देशी पिस्टल और कारतूस बरामद कर चुकी हैं।

बड़े अपराधियों को मानता है अपना आदर्श
आरोपी राजुकमार उर्फ राजू पावटा 2019 में थाना विजय नगर इंदौर, मध्यप्रदेश के भरे बाजार में एक व्यापारी पर फायरिंग कर हत्या के आरोप में दर्ज प्रकरण में भी वांछित चल रहा है। इंदौर पुलिस उसे जल्द प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करेगी। आरोपी बडे अपराधियों को अपना आदर्श मानता है।

आपके सवालों के जवाब फैमिली एस्ट्रो स्पेशल पर
ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज के साथ

यहां पाएं चार तरह की एस्ट्रो विधाओं के टिप्स
1). अंकगणित
2). टैरो कार्ड
3). वैदिक ज्योतिष (सनसाइन-मूनसाइन)
4). वास्तु शास्‍त्र
यह कॉलम उन पाठकों के लिए है जो ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से भविष्य के पूर्वानुमानों में भी रुचि रखते हैं। भविष्य के पूर्वानुमान लगाने की लगभग सभी लोकप्रिय विधाओं को समाहित कर इस क्षेत्र में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए यह देश में एक नए तरह की पहल है। जिसमें पाठक ना केवल दिन से जुड़ी सम्भावनाओं की जानकारी लें सकेगें साथ ही भविष्य से जुड़े प्रश्न भेज पूर्वानुमान प्राप्त कर सकेगें।
इस कॉलम में अंकगणित टैरो कार्ड, सनसाइन, वैदिक ज्योतिष एवं मून साइन के अनुसार ग्रह नक्षत्र के समग्र प्रभाव का पूर्वानुमान और संभावना पर लगातार जानकारियों को साझा करेंगे।

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ज्योतिषाचार्य पं. मुकेश भारद्वाज

अंकगणित के अनुसार आज का मूलांक तीन है। जो एक और दो के सहयोग से बना है। वहीं आज का भाग्य अंक साथ है जो एक और 6 के सहयोग से बना है। इसके मायने यह है कि आज के दिन में प्रबंधकीय दक्षता से अतिरिक्त धन बनाया जा सकेगा। जो जितना अधिक अच्छा मैनेजमेंट करेगा उतनी ही ज्यादा लोगों को प्रभावित कर पाएगा और भविष्य के लिए नए गठजोड़ से होने वाले लाभ को प्रभावित कर पाएगा। हो सकता है कि ऐसे में आज की दक्षता आज सामान्य लाभ दे रही हो लेकिन भविष्य के लिए बहुत ऊंचे दर्जे के लाभों को सुरक्षित भी कर रही है। भाग्यांक 7 होने के कारण आज दिन में सामान्य से अधिक भावनात्मक ऊर्जा उपलब्ध रहेगी लेकिन मूलांक 3 बृहस्पति को रिप्रेजेंट करते हैं इसलिए आज के दिन में स्नेह पूर्ण वातावरण के बीच भावनाओं को भी एक नियंत्रित और सकारात्मक उर्जा का सहयोग मिलेगा। इससे वह सभी लोग जो आध्यात्मिक या उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करें हैं भी संतुलित तरीके से अपने मन की बात को शब्द देते हुए दिखाई देंगे। साहित्य और कला के क्षेत्र में धन की अच्छी उपलब्धता रहने की संभावना है। मूलांक 1 ,3 ,5 ,7 वालों को आज के दिन का भरपूर लाभ मिलने की संभावना है। वहीं मूलांक 6 और 8 वालों को परिश्रम से लाभ और मूलांक 4 और 9 वालों को थोड़ा संभल के चलने की आवश्यकता रहेगी।

टैरो कार्ड्स में आज का कार्ड द स्टार के साथ सेवन ऑफ पेंटाकल्स है। इसके मायने यह है की उम्मीदों से भरे हुए आप आज ने केवल अपने लिए बल्कि दूसरों के लिए भी अनुकरणीय उदाहरण पेश करेंगे। आपकी उदारता और लक्ष्यों के प्रति ईमानदारी आपको आज विशिष्ट श्रेणी में खड़ा कर सकती है। टैरो कार्ड आप को संदेश देते हैं की आप अपने इच्छित लक्ष्य के प्रति आज जितने अधिक सतर्क और समर्पित रहेंगे इच्छित परिणाम प्राप्त करने की संभावना उतनी ही अधिक बढ़ जाएगी।

सनसाइन के अनुसार आज का दिन कार्यस्थल पर अपने पुराने अनुभव और नए प्रयोगों के साथ मिलकर भविष्य के लिए योजनाएं बनाने का रह सकता है। आकस्मिक कार्य रुकावट की तरह से होंगे। कार्यों की गति और लय बनाए रखने के लिए पूर्व निर्धारित कार्यों को पहले निपटाएं। कैंसिरियन, विर्गो, लिब्रा, कैप्रीकॉर्न, पाइसेज के लिए आज अच्छे अवसर उपलब्ध रहेंगे। टौरस और लियो संभल कर चलें।

मूनसाइन के अनुसार आज का दिन बहुत उल्लास और आनंद से परिपूर्ण हो सकता है। आपसी संबंधों में एक दूसरे के लिए न केवल स्नेह पूर्ण वार्तालाप बल्कि छोटी यात्रा, पारस्परिक समझ दारी पूर्ण वातावरण में पिछली नाराजगी भी सुलझा ने के अवसर मिलेंगे।

कैसा रहेगा इस सप्ताह आपका दाम्पत्य राशिफल?

दंपती जीवन के अनुसार यह सप्ताह बहुत सकारात्मक ऊर्जा के साथ संबंधों में प्रगाढ़ता लाने वाला रहने की संभावना है लेकिन उन सभी लोगों को जो उग्रता या कठोरता से व्यवहार करते हैं सावधान रहने की आवश्यकता रहेगी। अगर संबंधों में इस सप्ताह कोई कटुता या तनाव आता है तो लंबे समय के लिए स्थाई रह सकता है। अन्यथा यह सप्ताह संबंधों में उच्च स्तरीय प्रगाढ़ता और स्नेह पूर्ण वातावरण के साथ निकलने की पूरी संभावना है। सप्ताह के प्रथम 2 दिन आपस में पारिवारिक रूप से मेलजोल और एक दूसरे के प्रिय जनों को सम्मान देते हुए बहुत स्नेह पूर्ण वातावरण में गुजरने की संभावना रहेगी। सप्ताह का मध्य भाग भावनात्मक उथल-पुथल वाला रह सकता है। किसी घटनाक्रम में त्वरित प्रतिक्रिया संबंधों को प्रभावित कर सकती है, सावधान रहें। सप्ताह का अंत थोड़े निराशाजनक व्यवहार से जुड़ा होने के कारण मन पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, सावधान रहे तो स्थितियों को जल्दी संभाल पाएंगे।


आपका सवाल

पूजा में चरणामृत का क्या महत्व है? यह भक्तों को क्यों दी जाती है?
चरणामृत दो प्रकार से बनाया जाता है एक गंगा जल या शुद्ध जल तांबे या चांदी के पात्र में भरकर उसमें तुलसी की पत्ती डालकर तांबे या चांदी के चम्मच द्वारा ही भक्तजनों को प्रसाद के रूप में दिया जाता है। दूसरा प्रकार है पंचामृत को चरणामृत के रूप में प्रसाद के रूप में बांटना। इसमें कच्चा दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल के साथ शक्कर या गुड़ मिलाया जाता है। चरणामृत जो पंचामृत से तैयार किया गया हो ऐसा माना जाता है कि पांच प्रकार के अमृत को एक साथ मिलाकर भगवान को अर्पित किया जाता है। यह अमृत समान द्रव्य जब हम ग्रहण करते हैं तो सभी प्रकार के पापों से मुक्त होते हैं और भगवान की कृपा और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हुए जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाते हैं। वैज्ञानिक तौर पर देखें तो पंचामृत एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट युक्त एक ऐसा द्रव्य है जो नित्य प्रयोग करने से बहुत सारे रोगों से हमारी रक्षा करता है और शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

आज का दैनिक राशिफल ज्यो पं चंदन श्याम नारायाण व्यास पंचांगकर्ता के साथ

मेष- वित्तीय मामलों में दूसरों पर भरोसा न करें। भावनात्मक संबंधो में नजदीकिया बढ़ेगी। किसी भी नए कार्य को करने के पूर्व रणनिति तैयार करें। नौकरी में तरक्की के आसार हैं।

वृषभ- व्यस्त जिन्दगी में कुछ समय अपनों को भी दें। आप मन के साफ़ हैं पर किसी को समझाने के लिए नर्मी से पेश आएं। शिक्षा स्थल पर विवाद की स्थिति को टालें। किसी भी कार्य को करने से पहले अपने परिवार के बारे में जरूर सोचें।

मिथुन- वही होता है जो भगवान् को मंजूर होता है। व्यर्थ की चिंता छोड़ दें और अपने सपने पूरे करने में लग जाएं। आकस्मिक धन प्राप्त आज हो सकता है। कला से लोगों को प्रभावित करेंगे।

कर्क- लम्बे समय से चले आ रहे विवाद आज सुलझ सकते हैं। संतान सुख संभव। विदेश जाने के योग हैं। जीवन साथी के सहयोग से कार्य पूर्ण होगे। किसी के देखा देखी में अपना नुकसान हो सकता है।

सिंह- अपने व्यवहार और आचरण बदलें। सब आप के हो जाएंगे। अपने माता पिता से ऐसा व्यवहार ठीक नहीं है। जैसा व्यवहार आप करेंगे वैसा आप के साथ भी हो सकता है ,अपनी भूल सुधारें लाभ होगा।

कन्या- परिवार की खिलाफ जा सकते हैं। जल्द बाजी में कुछ फैसले लेने पड़ेंगे। संचित धन का उपयोग सतर्कता पूर्वक करें। नई जिम्मेदारी मिलने की संभवाना है। पैर में चोट लग सकती है।

तुला- अपने करियर के प्रति महतवपूर्ण फैसले लेने पड़ेंगे। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। परिवार के साथ लम्बी यात्रा के योग हैं। अच्छे कार्य की शुरुआत बड़ों के आशीर्वाद से हो। विदेश जाने की बाधा दूर हो सकती है।

वृश्चिक- सामाजिक समारोह में शामिल होंगे। आत्म विश्वास में वृद्धि होगी। आप क्यों दूसरे के मामलों में पड़ते हैं ,नुकसान आप का ही होगा। बिना मांगे अपनी राय न दें। पिता के साथ गंभीर विषय पर चर्चा होगी।

धनु- धार्मिक कार्यों में सहभागिता होगी। समय रहते अपने कार्यों को पूर्ण करे आप के आलसी रवैये से नुकसान हो सकता है। कारोबार विस्तार के लिए कर्ज लेना पड़ सकता है।

मकर- मनचाहा जीवन साथी मिलने से प्रसन्न होंगे। आप के व्यवहार से लोग आकर्षित होंगे कार्यस्थल पर पूजा पाठ में शामिल होंगे। भाई बहनों से स्नेह मिलेगा। विधुत उपकण खरीद सकते हैं।

कुम्भ- पूंजी निवेश से अच्छा परिणाम प्राप्त होगा। नए वस्त्रों की प्राप्ति आज हो सकती है। वाहन पर धन खर्च होगा। जरूरतमंद की मदद करें रुके कार्य बन जाएंगे। भूमि लाभ संभव।

मीन- कारोबार में नई तकनीक से लाभ होगा। कार्य की अधिकता से तनाव रहेगा। कार्य स्थल पर कर्मचारियों की अनियमिता से परेशान रहेंगे। मन की बात कहना का समय नहीं है।

ग्रह-नक्षत्र ज्योतिर्विद: पंडित घनश्यामलाल स्वर्णकार के साथ

शुभ वि. सं: 2080
संवत्सर का नाम: पिङ्गल
शाके सम्वत: 1945
हिजरी सम्वत: 1444
मु. मास: जिल्काद-22
अयन: उत्तरायण
ऋ तु: ग्रीष्म
मास: आषाढ़
पक्ष: कृष्ण

शुभ मुहूर्त: आज उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में विवाह देव-प्रतिष्ठा, गृहारम्भ, गृह-प्रवेश (आषाढ़े वृष संक्रान्ति दोष), विपणि-व्यापारारम्भ, हलप्रवहण, विद्यारम्भ, कूपारम्भ, अक्षरारम्भ, नामकरण, अन्नप्राशन, वधू-प्रवेश, कर्ण-वेध तथा मुण्डन, चौल, सगाई व रोका आदि रेवती नक्षत्र में, विवाह का रेवती (दशमी में) भी यथाआवश्यक शुभ मुहूर्त है। नवमी रिक्ता संज्ञक तिथि प्रात: 10-35 बजे तक तदन्तर दशमी पूर्णा संज्ञक शुभ तिथि है। नवमी तिथि में शुभ व मांगलिक कार्य शुभ नहीं बताये गये है, पर किसी शुभकार्यारम्भ के समय के लग्न में केन्द्र या त्रिकोण स्थान में कोई शुभ ग्रह स्थित हो तो रिक्ता तिथि के दोष का परिहार हो जाता है। दशमी तिथि में सभी शुभ व मांगलिक कार्य शुभ व सिद्ध होते हैं।

श्रेष्ठ चौघडिय़ा: आज सूर्योदय से प्रात: 7-19 बजे तक अमृत, प्रात:9-01 बजे से प्रात: 10-44 बजे तक शुभ तथा दोपहर बाद 02-09 बजे से सूर्यास्त तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 11-59 बजे से दोपहर 12-53 बजे तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।

दिशाशूल: सोमवार को पूर्व दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चंद्र स्थिति के अनुसार आज उत्तर दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है।

राहुकाल: प्रात: 7-30 बजे से प्रात: 9-00 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है। चंद्रमा: चंद्रमा सम्पूर्ण दिवारात्रि मीन राशि में है।

नक्षत्र: उत्तराभाद्रपद ''धु्रव व ऊध्र्वमुख'' संज्ञक नक्षत्र दोपहर बाद 1-49 बजे तक, तदन्तर रेवती ''मृदु व तिर्ङ्यंमुख'' संज्ञक नक्षत्र है। रेवती गंडान्त संज्ञक नक्षत्र भी है। उत्तराभाद्रपद व रेवती नक्षत्रों में विवाह, प्रतिष्ठा, गृहारम्भ, प्रवेश, यात्रा व अन्य घरेलू कार्य व उत्सवादि शुभ व सिद्ध होते हैं।

योग: आयुष्मान नामक नैसर्गिक शुभ योग प्रात:7-52 बजे तक, तदन्तर सौभाग्य नामक नैसर्गिक शुभ योग है।

करण: गर नामकरण प्रात: 10-35 बजे तक, तदन्तर वणिज नामकरण रात्रि 10-02 बजे तक , इसके बाद भद्रा संज्ञक विष्टि नामकरण है।

व्रतोत्सव: आज पंचक सम्पूर्ण दिवारात्रि तथा गंड मूल प्रारम्भ दोपहर बाद 01-49 बजे से।

आज जन्म लेने वाले बच्चे
आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (झ, ञ, दे, दो, चा) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि मीन है। मीन राशि के स्वामी बृहस्पति हैं। दोपहर बाद 1-49 बजे तक जन्मे जातकों का जन्म लोहपाद से व इसके बाद जन्मे जातकों का जन्म स्वर्णपाद से है। सामान्यत: ये जातक सुन्दर, पराक्रमी, साहसी, बुद्धिमान, शत्रुजित, माता-पिता की सेवा करने वाले, मेधावी, कवि, लेखक, उपन्यासकार आदि होते हैं। इनका भाग्योदय लगभग 27-28 वर्ष की आयु तक होता है। मीन राशि वाले जातकों को सन्तान पक्ष की कुछ चिन्ता, नौकरी में सम्मान की वृद्धि होगी। तनाव से मुक्ति तथा धन-लाभ भी होगा।

जयपुर। राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ का मानसरोवर में महापड़ाव रविवार को 56 वें दिन एवंं सामुहिक अवकाश 63 दिन भी जारी रहा। सरकार की ओर से सकारात्मक रूख नहीं अपनाने पर कर्मचारियों ने सोमवार को सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय का घेराव करने का निर्णय किया है।

महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष राजसिंह चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय का घेराव करने के लिए प्रदेशभर के कर्मचारी सुबह 11 बजे सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचेगे। इससे पहले सभी कर्मचारी होटल राजमहल चौराहा सी स्कीम में एकत्रित होकर सचिवालय के लिए रवाना होंगे। वहां पश्चिम द्वार पर पहुंच कर प्रर्दशन करेगे। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि मांगे नहीं माने जाने पर इसके बाद मुख्यमंत्री के आवास का घेराव किया जाएगा।


प्रदेश टिब्यूनल चेयरमैन कमलेश शर्मा ने कहा कि सभी स्तरों की वार्ता के बाद भी सरकार की ओर से कर्मचारियों के हित में कोई निर्णायक कदम नहीं उठाया गया है। रविवार को हुई सभा को जितेंद्र राठौड़, भीगा राम चौधरी, रामजीलाल मीणा, मुकेश मुदगल, राकेश बारा, दिनेश स्वामी, अमित जैमन, पुरूषोत्तम टेलर, राजेश नामा, गोविन्द भाटी, चंदन पचौली, सुनील मोदी, प्रदीप जागावत, हनुमान शर्मा, अजय शर्मा, शेलेश पारीक, अविनाश, भुवनेश शर्मा, सुरेन्द्र फौजी, लोकेश वशिष्ठ, राकेश मोड़, नेत्रकमल मुदगल, गोपाल अवस्थी, केशव शर्मा, चन्द्रशेखर कुमावत, जगदीश चौधरी, अशोक चौधरी सहित अन्य कर्मचारी नेताओं ने संबोधित किया गया।

ऑनलाइन फूड की मांग लगातार बढ़ रही है। कई ऐसे लोग हैं, जो घर का खाना पसंद करते हैं। शहर की कई गृहि णियां घर से खाना बनाकर ऑनलाइन ऐप स्विगी ,जोमाटो के जरिए अपनी रसोई का स्वाद ऐसे लोगों तक पहुंचा रही है। जयपुर में ऐसे ऐप भी आ गए है जो रेस्त्रां और होटल के खाने को छोड़ सिर्फ घर के बने खाने को ही बढ़ावा दे रहे हैं। इन ऐप पर सिर्फ वो लोग रजिस्टर करवा रहे हैं जो घरों में खाना बनाते हैं। जहां पहले लोग केवल ऑनलाइन रेस्त्रां से खाना मंगवा सकते थे अब घर का खाना भी ऑनलाइन मंगवाना एक बेहतर विकल्प साबित हो रहा है।

शहर में ऐसी कई महिलाएं हैं, जिनके पास नौकरी करने का विकल्प कम रहता है। इससे महिलाएं अपने कुकिंग के टैलेंट को भी नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है। यह उनके लिए कमाई का भी एक अच्छा जरिया साबित हो रहा है। खाना बनाने के शौक को महिलाओं ने बिजनेस स्टार्टअप का रूप दे दिया है।

इस तरह कर सकते हैं शुरूआत

महिलाएं घर बैठे खाने का बिजनेस आसानी से शुरू कर सकती हैं। इसके लिए केवल ऑनलाइन फूड कंपनी से संपर्क करना होगा और अपने खाने के प्रोडक्ट के बारे में बताना होता।

अपने सपनों को दी नई उड़ान

मुझे शुरू से ही खाना बनाना काफी पसंद था। शादी के बाद से ही मेरे मन में खुद का कुछ कर दिखाने का जज्बा था। परिवार की जिम्मेदारियां होने के कारण मैंने घर से ही व्यवसाय करने का निर्णय लिया। आवश्यक रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद घर के खाने को ऑनलाइन फूड ऐप के माध्यम से लोगों तक पहुंनाना शुरू कर दिया। इससे सकारात्मक नतीजे मिले और आमदनी शुरू हो गई। मैं पिंडी छोले, कोफ्ते, इडली सांभर ,मिक्स वेज काफी सप्लाई करती हूं।
हर्षबाला भाटिया, मानसरोवर

बढ़ता है आत्मविश्वास

कोरोना के बाद से ही नया काम शुरू करने की इच्छा थी। ऑनलाइन डिलीवरी के जरिये घर बैठे हुए ही कुकिंग टैलेंट को नई पहचान देने का निर्णय लिया। मेरे पति ने भी मेरा मनोबल बढ़ाया। आज गृहिणी होने के साथ ही खुद का व्यवसाय भी कर रहीं हूं। छोले-भटूरे, थाली, दाल बाटी, पाव-भाजी की ज्यादातर सप्लाई करती हूं।
आयुषी हसीजा, जवाहरनगर


आत्मनिर्भर होना है बेहद जरुरी

आज के दौर में महिलाओं ने हर क्षेत्र में नाम रोशन किया है। महिलाओं के हुनर को बढ़ावा देना चाहिए। उन्हें हमेशा खुद का कुछ व्यवसाय जरूर करना चाहिए, ताकि उन्हें किसी पर निर्भर ना रहना पड़े। फूड एप के जरिये तो उन्हें मदद मिल ही रही है, साथ ही उन्हें सोशल मीडिया पर भी अपनी खाना बनाने की कला को बढ़ावा देना चाहिए। इस से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच होगी।
मनीषा यादव, फूड ब्लॉगर

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में 4 अतिरिक्त जिला कलक्टर, तीन नवीन उपखण्ड, एक नवीन तहसील, 11 क्रमोन्नत तहसील व 16 नवीन उप तहसील कार्यालयों के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इन कार्यालयों के संचालन के लिए 406 नवीन पदों का सृजन भी किया जाएगा।

इसमें रावतभाटा (चित्तौड़गढ़), भीनमाल (जालौर), सीकर शहर एवं मालपुरा (टोंक) में अतिरिक्त जिला कलक्टर कार्यालय खोले जाएंगे। साथ ही, रींगस (सीकर), माधोराजपुरा (जयपुर) एवं टपूकड़ा (अलवर) में नए उपखण्ड कार्यालय खोले जाएंगे।

वहीं, टोंक के अलीगढ़ में नया तहसील कार्यालय खोला जाएगा। साथ ही राजलदेसर (चूरू), मांढण एवं प्रतापगढ़ (अलवर), रूदावल (भरतपुर), जुरहरा (भरतपुर), हदा (बीकानेर), बाटाडू (बाड़मेर), भांडारेज (दौसा), जालसू (जयपुर), पिलानी (झुंझुनूं) एवं रायथल (बूंदी) में उप तहसील कार्यालय अब क्रमोन्नत होने पर तहसील कार्यालय के रूप में संचालित होंगे।

इसके अलावा बघेरा (अजमेर), डूंगरा छोटा (बांसवाड़ा), हरसानी (बाड़मेर), ददरेवा (चूरू), बसई एवं नादनपुर (धौलपुर), नारंगदेसर (हनुमानगढ़), रेनवाल मांजी (जयपुर), चंदवाजी (जयपुर), गीजगढ़ (दौसा), बबाई (झुंझुनूं), कैलादेवी (करौली), लूणवा एवं दीनदारपुरा (नागौर), कल्याणपुर (उदयपुर) तथा रिडमलसर (श्रीगंगानगर) में नवीन उप तहसील कार्यालय खोले जाएंगे।

Weather forecast : जयपुर। अरब सागर में पैदा हुए अति प्रबल चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर राजस्थान में भी देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के अभी तक के पूर्वानुमान के अनुसार कुछ इलाकों में भारी बारिश भी हो सकती है। जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी। साथ ही तापमान में 8-10 डिग्री तक की गिरावट हो सकती है। वहीं प्रदेश के ज्यादातर जिलों में रविवार को तेज गर्मी रही। सुबह से ही तेज धूप खिली। इसके चलते ज्यादातर जिलों में तापमान 40 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। प्रदेश में सर्वाधिक तापमान कोटा में 43.6 डिग्री दर्ज किया गया। तेज धूप व लू के थपेड़ों के कारण सुबह से ही घरों में कूलर-पंखे फेल हो गए।

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर
बिपरजॉय तूफान अरब सागर में उठा है और फिलहाल यह पूर्वी-मध्य अरब सागर में है, जो सौराष्ट्र से करीब 500 किलोमीटर दूर है। वर्तमान में यह एक्सट्रीमली सीवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म श्रेणी में है, जिसमें हवाएं 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं। इसके 15 जून दोपहर को सौराष्ट्र से टकराने के आसार है। अगले दिन यह कमजोर होकर डीप डिप्रेशन में बदल जाएगा। प्रदेश में इसका असर जोधपुर और उदयपुर संभाग में सर्वाधिक होगा।

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आगे ऐसा रहेगा मौसम
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राजस्थान में सिस्टम का सर्वाधिक असर 16-17 जून को रहेगा। 16 जून को यह डीप डिप्रेशन में बदल जाएगा। इसके असर से 14 जून से जोधपुर-उदयपुर संभाग के जिलों में आंधी-बारिश शुरू हो सकती है। 16-17 जून को इसका क्षेत्र बढ़ेगा, साथ ही सिस्टम की तीव्रता भी बढ़ेगी। इसका विस्तृत असर आगामी दो दिन में पता चलेगा। अभी तक के पूर्वानुमान के अनुसार कुछ स्थान पर भारी बारिश भी हो सकती है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।

तूफान छोड़ गया तबाही के निशान, सिपाही की मौत
श्रीगंगानगर. जिले में शनिवार रात अस्सी किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आया तूफान कुछ घण्टे बाद शांत हो गया। लेकिन अपने पीछे तबाही के निशान छोड़ गया। तूफान में मोटरसाइकिल दुर्घटनाग्रस्त होने से अनूपगढ़ थाने के एक सिपाही की मौत हो गई। सिपाही राजेश पूनिया ड्यूटी के बाद अपने घर जा रहा था। तूफान से बड़ी संख्या में विद्युत पोल धराशायी हो गए। तूफान के वेग से सैकड़ों पेड़ उखड़ गए। पेड़ गिरने से कई नहरें टूट गई।

अंधड़ के कारण जिला मुख्यालय पर कई घंटे विद्युत आपूर्ति भंग रही। बारिश से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में आई गिरावट से रविवार को धूप के बावजूद गर्मी का एहसास नहीं हुआ। तूफान का असर पूरे जिले में रहा। इसके वेग से बड़ी संख्या में विद्युत पोल धराशायी हो गए। नहरों के किनारे खड़े पेड़ उखड़ कर नहरों में गिरने से समेजा, जेड और बीबी नहर ओवरफ्लो होकर टूट गई। पेड़ों के उखड़ने से कइ नहरों की लाइनिंग भी क्षतिग्रस्त हुई है। जो नहरें टूटी है उनमें जल प्रवाह बंद करवा कर उनकी मरम्मत करवाई जा रही है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने विगत साढ़े चार वर्षों में प्रदेश के विकास में कोई कसर नहीं रखी है। हमने जनता से जो वादे किए, वो निभाए हैं और जनता ने जो भी मांगा वो पूरा करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि जनता जो भी सुझाव देगी, उन पर राज्य सरकार द्वारा गंभीरता के साथ विचार किया जाएगा।

मुख्यमंत्री गहलोत से बयाना-रूपवास से आए प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री निवास पर मुलाकात कर क्षेत्र में हुए विकास कार्यों और महंगाई राहत कैंपों के लिए उनका आभार व्यक्त किया। गहलोत ने कहा कि बयाना-रूपवास क्षेत्र में चहुंमुखी विकास के कई कार्य किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की योजनाएं पूरे देश के लिए अनुकरणीय है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत 25 लाख रूपए का स्वास्थ्य बीमा दिया जा रहा है। राज्य में स्वास्थ्य का अधिकार कानून लागू किया गया है, जो एक क्रांतिकारी कदम है। राज्य में प्रशासनिक व्यवस्था की दृष्टि से 19 नए जिले बनाए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने गुर्जर आंदोलन का शांतिपूर्वक समाधान किया। एमबीसी वर्ग को 5 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है, जिसकी वजह से बड़ी संख्या में इस वर्ग के युवा नौकरी लग रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के अन्तर्गत 30 हजार विद्यार्थियों को निःशुल्क कोचिंग करवाई जा रही है। राज्य में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खोले गए हैं, जिनमें 3 लाख विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा प्राप्त कर राजस्थान के बच्चे आगामी समय में देश में नम्बर वन बनेंगे। इस अवसर पर पूर्व विधायक निर्भयलाल जाटव, दिनेश सूपा, दीवान सिंह, ज्ञानेश्वर शर्मा एवं समय सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग उपस्थित थे।

अहमदाबाद. शरणम इंफ्रप्रोजेक्ट एंड ट्रेडिंग लिमिटेड को महेसाणा, गुजरात में 30 बंगलों के निर्माण के लिए उर्रा हैप्पी लाइफ क्रिएशंस प्राइवेट लिमिटेड से 12.39 करोड़ रुपए का ऑर्डर मिला है। कंपनी जुलाई 2023 से परियोजना पर काम शुरू करेगी और इसके 31 दिसंबर, 2023 को या उससे पहले पूरा होने की उम्मीद है। कंपनी ने 31 मई 2023 को अपना 7.50 करोड़ रुपए का राइट्स इश्यू लॉन्च किया है। इश्यू के माध्यम से जुटाई गई धनराशि का उपयोग कंपनी की विस्तार योजनाओं को निधि देने के लिए कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाएगा। राइट इश्यू 1/- रुपये प्रति शेयर की कीमत पर पेश किया गया है। राइट्स इश्यू 20 जून 2023 को बंद होगा। शरणम इंफ्राप्रोजेक्ट एंड ट्रेडिंग लिमिटेड के प्रबंध निदेशक जिग्नेशकुमार अंबालिया ने कहा, कंपनी उर्रा हैप्पी लाइफ क्रिएशंस प्राइवेट लिमिटेड के प्रति आभार व्यक्त करती है कि उन्होंने उन पर विश्वास किया और उन्हें उनकी सेवा करने का अवसर दिया। हम अपनी साझेदारी को जारी रखने और उन्हें सर्वश्रेष्ठ उत्पाद और सेवाएं प्रदान करने के लिए तत्पर हैं। इस परियोजना के साथ शरणम इंफ्राप्रोजेक्ट एंड ट्रेडिंग लिमिटेड का लक्ष्य निकट भविष्य में निर्माण और संबद्ध गतिविधियों के अपने व्यवसाय के विस्तार करना है।

नई दिल्ली. एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ने कैंपेन शुरू करने के लिए नई एआई तकनीक, चैट जीपीटी का इस्तेमाल किया है, और 24 घंटे में एक पैशन कैंपेन के लिए सबसे अधिक प्लेज प्राप्त टाइटल के तहत गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का खिताब जीता है। एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के सीएसआर हेड रवींद्र शर्मा और डेंटसु क्रिएटिव के डिजिटल एक्सपीरियंस के प्रेजिडेंट साहिल शाह के अनुसार एसबीआई लाइफ के कैंपेन में एआई टेक्नोलॉजी को शामिल करना, विशेष रूप से गेम-चेंजर रहा है। हमने लोगों के व्यवहार में बदलाव लाने के लिए #IndiaKaPassionPledge कैंपेन शुरू किया, जिसने लोगों से अपने प्रियजनों की फाइनेंसियल जरूरतों को पूरा करने और अपने सपनों से समझौता न करने की प्रतिज्ञा लेने का आग्रह किया। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के आधिकारिक निर्णायक, जोआन ब्रेंट ने कहा, "24 घंटे में प्लेज फॉर पैशन कैंपेन के लिए यह प्रयास एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस और पैशन से भरे उन सभी प्रतिभागियों के लिए एक बड़ी सफलता है, जिन्होंने अपना संकल्प, इस कैंपेन के साथ जाहिर किया है।

जयपुर। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) (एनटीए) अब मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी (medical entrance exam NEET UG) का आयोजन नहीं करेगा। अब नीट यूजी का आयोजन नेशनल मेडिकल कमीशन (National Medical Commission) (एनएमसी) स्वयं या एजेंसी के माध्यम से करेगी। एनएमसी ने इसके लिए गजट नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है।

 

गजट नोटिफिकेशन के अनुसार एज क्राइटेरिया में किए गए परिवर्तन ने कई विद्यार्थियों एवं अभिभावकों के होश उड़ा दिए हैं। विद्यार्थी को नए एज क्राइटेरिया के अनुसार परीक्षा वर्ष की 31 जनवरी तक 17 वर्ष की उम्र पूरी करने पर ही पात्रता मिलेगी, जबकि पिछले एज क्राइटेरिया के अनुसार विद्यार्थी परीक्षा वर्ष में 31 दिसंबर तक 17 वर्ष की उम्र पूर्ण करने पर भी नीट यूजी परीक्षा में सम्मिलित होने का पात्र था। ऐसे में अब विद्यार्थी को 17 वर्ष की उम्र पूर्ण करने के लिए पहले की तुलना में 11 महीने कम मिलेंगे। नए एज क्राइटेरिया के अनुसार जिन विद्यार्थियों की उम्र 31 जनवरी, 2024 तक 17 वर्ष पूर्ण नहीं होगी, वे नीट-2024 में शामिल नहीं हो सकेंगे।

 

12वीं बोर्ड में अंक-प्रतिशत की कोई भूमिका समाप्त

 

नीट यूजी के लिए जारी किए गए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया के अनुसार 12वीं बोर्ड में अंक प्रतिशत की बाध्यता समाप्त कर दी गई है। अब 12वीं बोर्ड में उत्तीर्ण सभी विद्यार्थी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी में सम्मिलित होने के पात्र होंगे।

695 मेडिकल संस्थान में 1.06 लाख एमबीबीएस सीटें

नेशनल मेडिकल कमीशन एनएमसी की ओर से हाल ही जारी किए गए एमबीबीएस सीटों के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में 695 मेडिकल संस्थानों में 1,06,333 एमबीबीएस सीटें उपलब्ध हैं, जबकि कोविड से पहले देश के 497 मेडिकल संस्थानों में 60,680 एमबीबीएस सीटें ही उपलब्ध थीं। एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि नए एज क्राइटेरिया के अनुसार जिन विद्यार्थियों की उम्र 31 जनवरी 2024 तक 17 वर्ष पूर्ण नहीं होगी, वे नीट-2024 में शामिल नहीं हो सकेंगे।

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