राजसमंद. कांकरोली के रूपम् ज्वैलर्स में लूट के बाद शहर के तमाम सर्राफा कारोबारियों ने गुरुवार को अपनी दुकानें बंद रखकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने पूरे शहर में वाहन रैली निकाली। इसके पश्चात विभिन्न मार्गो से होते ज्ञापन देने पहुंचे। शहर की अधिकांश दुकानें दोपहर एक बजे तक बंद रहेगी।
जिलेभर के करीब डेढ़ हजार सर्राफा कारोबारी सुबह से दोपहर एक बजे तक अपनी दुकानों को बंद रखा। बंद को सर्राफा संघ के अलावा जनरल मर्चेन्ट एसोसिएशन, राजसमंद ट्रेड एसोसिएशन, बर्तन एसोसिएशन, खाद्यान्न व्यापार संघ कांकरोली, वस्त्र व्यापार संघ तथा राजनगर समस्त व्यापार मण्डल सोसायटी ने समर्थन दिया है। बंद के दौरान कारोबारी रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिला कलक्टर को ज्ञापन देंगे। समस्त व्यापार मण्डल सोसायटी, राजसमन्द के अध्यक्ष कमलेश कोठारी, कोषाध्यक्ष प्रहलाद वैष्णव एवं महासचिव प्रदीप खत्री ने सेठ भगवानदास मार्केट में स्थित रूपम् ज्वैलर्स पर हुई घटना की कड़े शब्दों में निंदा की। जिला प्रशासन से इस घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को जल्द पकडकऱ उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।
यह है मामला
पिस्तौल की नोक पर ज्वैलरी शॉप से 1.10 करोड़ की लूट
शहर में कांकरोली-राजनगर मुख्य मार्ग पर भगवानदास मार्केट के सामने स्थित एक ज्वैलरी शॉप पर बुधवार सुबह दो बाइक पर सवार होकर आए तीन युवक पिस्तौल दिखा 17 मिनट में 90 लाख रुपए का सोना, डेढ़ किलो चांदी और 18 लाख रुपए लूटकर भाग गए। राजसमंद सहित आसपास के जिलों में नाकाबंदी करवाई, लेकिन देर शाम तक लुटेरों का कोई सुराग नहीं लगा। दिन-दहाड़े फिल्मी अंदाज में इस तरह हुई वारदात से दुकानदार सकते में हैं।
सुबह व्यापारी संजय सोनी (45) निवासी फतहनगर हाल कालिंदी विहार, कांकरोली अपने पुत्र आर्यन (23) व नौकर मदन सोनी (32) निवासी मोही के साथ दुकान पर पहुंचे। संजय आसपास कहीं चाय पीने चले गए। आर्यन व मदन दुकान में जेवर शो-केस में जमा रहे थे कि ठीक 10:30 बजे ग्राहक बनकर आए एक युवक ने अंगूठी दिखाने को कहा। इतने में दो और साथी लुटेरे आ गए और तीनों ने अपनी-अपनी पिस्तौलें निकालकर दुकानदार के पुत्र व नौकर को डराया-धमकाया। दोनों के मुंह व हाथों पर टेप बांध दी। फिर तिजारी से डिब्बे सहित जेवर साथ लाए एक थैले में डाल दिए और बाइक पर बैठकर भाग छूटे।
पड़ोसी दुकानदार ने खोले हाथ
लुटेरों के जाते ही आर्यन व मदन भागकर बाहर आए और आस-पड़ोस के दुकानदारों को बताया, जिन्होंने हाथों और मुंह से टेप खोली। शोर मचाने पर लोग इक_े हो गए, लेकिन तब तक बदमाश भाग चुके थे। वे जलचक्की के रास्ते होते हुए पलक-झपकते ही ओझल हो गए।