>>: दम्पती से खुलासा : भीख मंगवाने के लिए मासूम का अपहरण

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जोधपुर।
शास्त्रीनगर थानान्तर्गत जलजोग सर्कल के पास झोंपड़ी में से अपहृत मासूम बालक चार साल बाद गुजरात के दाहोद में सकुलश मिला है। एक दम्पती ने उसका अपहरण किया था और दाहोद व अन्य शहरों में मासूम से भीख मंगवा रहे थे। भीलवाड़ा से मासूम बच्ची के अपहरण के मामले में पुलिस ने दाहोद में दम्पती को पकड़ा तो जोधपुर से अपहृत मासूम बालक व दिल्ली से अपहृत बच्ची भी मिली। शास्त्रीनगर थाना पुलिस ने मासूम बालक को मंगलवार को जोधपुर लाई और बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश कर बाल गृह भिजवाया।
थानाधिकारी जोगेन्द्रसिंह ने बताया कि 29 नवम्बर 2019 को जलजोग सर्कल के पास झोंपड़ी में रहने वाले सात वर्षीय बालक क एक व्यक्ति ने टाॅफी दिलाने के बहाने कचरा ढोने में प्रयुक्त होने वाली तिपहिया साइकिल पर अपहरण कर लिया था और फिर अपनी पत्नी के साथ भाग गया था। झालामण्ड सर्कल तक दम्पती व मासूम बालक सीसीटीवी कैमरों में नजर आए थे, लेकिन उसके बाद वे गायब हो गए थे। बालक की दादी ने अपहरण का मामला दर्ज कराया था।
इस बीच, गत 3 अगस्त को भीलवाड़ा से मासूम बालिका का अपहरण कर लिया गया था। सीसीटीवी फुटेज से सुराग के आधार पर भीलवाड़ा पुलिस गुजरात के दाहोद पहुंची, जहां स्थानीय पुलिस की मदद से अपहरणकर्ता बालूसिंह व उसकी पत्नी गीता को पकड़ लिया। पूछताछ के बाद दोनों की निशानदेही से भीलवाड़ा से अपहृत बच्ची के साथ ही दिल्ली की एक बालिका व जोधपुर से अपहृत बालक भी मिल गए। स्थानीय पुलिस की मदद से दिल्ली की बच्ची व राहुल को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश कर बाल गृह भेजा गया।
एसआइ प्रहलादराम, हेड कांस्टेबल कमलेश, कांस्टेबल तेजाराम, मांगीलाल व लाखाराम मासूम की दादी व पिता को लेकर दाहोद पहुंचे, जहां बाल गृह से बालक को लेकर जोधपुर आए। पूछताछ के बाद बालक को सीडब्ल्यूसी की मदद से बाल गृह भेजा गया।
भीख मंगवाई, विरोध करने पर मारपीट भी की
पुलिस का कहना है कि बालूसिंह व उसकी पत्नी को फिलहाल भीलवाड़ा पुलिस ने गिरफ्तार किया। न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के बाद शास्त्रीनगर थाना पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करेगी। अब तक की जांच में सामने आया कि चार साल पहले राहुल का अपहरण कर बालूसिंह व उसकी पत्नी दाहोद ले गए थे, जहां उससे भीख मंगवाने लग गए थे। उसकी साथ दिल्ली की एक बालिका भी भीख मांगती थी। विरोध करने पर पति-पत्नी बच्चों से मारपीट भी करते थे।
डीएनए से होगी पहचान, सैम्पल लिए
मासूम का तीन साल की उम्र में अपहरण किया गया था। अब वो सात साल का है। दादी व पिता ने उसकी पहचान की है, लेकिन अधिकारिक पहचान डीएन रिपोर्ट से होगी। पुलिस ने पिता व बालक के ब्लक नमूने लेकर डीएनए जांच के लिए एफएसएल भेजे हैं।

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