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Table of Contents

SSC JHT Recruitment 2023 : सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) (SSC) ने एसएससी जेएचटी परीक्षा 2023 के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 12 सितंबर है। आवेदन फॉर्म में त्रुटि सुधार 13 से 14 सितंबर तक किए जा सकेंगे।

केंद्र सरकार के विभिन्न सरकारी कार्यालयों में जूनियर हिंदी ट्रांसलेटर (अधीनस्थ कार्यालय), कनिष्ठ अनुवाद अधिकारी (अधीनस्थ कार्यालय), जूनियर ट्रांसलेटर, कनिष्ठ अनुवाद अधिकारी, सीनियर हिंदी ट्रांसलेटर और सीनियर ट्रांसलेटर के कुल 307 पदों को भरा जाएगा। इनमें से सामान्य, ईडब्ल्यूएस, ओबीसी, एसटी और एससी अभ्यर्थियों के लिए क्रमश: 157, 26, 72, 14 और 38 पद हैं। कुल पदों में से दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए 15 पद आरक्षित हैं। राजस्थान सहित अन्य राज्यों के अभ्यर्थी इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।

आयु सीमा
1 अगस्त, 2023 तक अभ्यर्थियों की आयु 18 से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए। यानी अभ्यर्थियों का जन्म 2 अगस्त, 1993 से पहले और 1 अगस्त, 2005 के बाद नहीं हुआ हो। एससी, एसटी, ओबीसी, दिव्यांग और पूर्व सैनिक अभ्यर्थियों को केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार आयु सीमा में छूट प्रदान की जाएगी।

शैक्षणिक योग्यता
संबंधित स्ट्रीम में डिप्लोमा/सर्टिफिकेट से लेकर मास्टर डिग्रीधारक अभ्यर्थी इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन मिलने की अंतिम तिथि की उक्त शैक्षणिक योग्यता हासिल कर ली हो। अधिक जानकारी के लिए नोटिफिकेशन अवश्य पढ़ें।

ऐसे करें आवेदन
अभ्यर्थी एसएससी की आधिकारिक वेबसाइट ssc.nic.in पर लॉगिन कर 12 सितंबर (रात 11 बजे) तक आवेदन कर सकते हैं। आवेदन फॉर्म में त्रुटिसुधार 13 से 14 सितंबर तक किए जा सकेंगे।

परीक्षा
ऑनलाइन पेपर-1 परीक्षा अक्टूबर माह में आयोजित की जाएगी।

आवेदन शुल्क
सामान्य, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस पुरुष अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क के रूप में 100 रुपए भरने होंगे। एससी, एसटी, दिव्यांग, पूर्व सैनिक और महिला अभ्यर्थियों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।

जयपुर. शहर के सांस्कृतिक कार्यक्रमों और रंगकर्म की धुरी रवीन्द्र मंच को आखिरकार संजीवनी मिल गई। हाल ही अपनी स्थापना के 60 वर्ष पूरे करने वाले रवीन्द्र मंच पर जल्द ही सरकारी बजट की राशि से नया सूरज दमकेगा। दरअसल, मुख्यमंत्री ने बजट में रवीन्द्र मंच के विकास कार्य के लिए भी घोषणा की थी। इसके लिए तय राशि को हाल ही स्वीकृति मिल गई है।

3 करोड़ में चमकेगा गुरुदेव 'रवीन्द्र' का मंच

1 करोड़ रुपए में निखरेगा जयपुर कथक केन्द्र
मंच प्रबंधक प्रियव्रत ङ्क्षसह चारण ने बताया कि कुल सेंक्शन चार करोड़ रुपए में से एक करोड़ रुपए में जयपुर कथक केन्द्र का भी आधुनिकीकरण किया जाएगा। इसके तहत सिविल वर्क, इलेक्ट्रिक वर्क और छोटे-छोटे पैचेज में कई काम किये जाएंगे। इसमें सीसीटीवी कैमरे, स्मार्ट क्लासरूम, पुराने भवन की मरम्मत का कार्य और प्रशिक्षण कक्ष में सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। रवीन्द्र मंच पर भी अतिथियों के लिए गेस्ट हाउस, पुस्तकालय, ओपन गार्डन थियेटर और प्रस्तावित बेसमेंट थियेटर का काम किया जाएगा।

3 करोड़ में चमकेगा गुरुदेव 'रवीन्द्र' का मंच

कैफेटेरिया, साउंड सिस्टम और मुख्य सभागार निखरेगा
मंच प्रबंधक प्रियव्रत singh चारण ने बताया कि ऑडिटोरियम को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर की तर्ज पर अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित किया जाएगा। चारण ने कहा, 'लंबे समय से रवीन्द्र मंच से जुड़े रंगकर्मियों और दर्शकों की डिमांड थी कि यहां कैफेटेरिया बने, अब इसका भी निर्माण किया जाएगा। फोटो गैलरी भी विकसित करेंगे। प्रदेश के सभी आर्ट फॉम्र्स को ध्यान में रखकर रवीन्द्र मंच को एक मल्टीकल्चरल केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा।' मंच के लिए तीन करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। इससे ऑडिटोरियम की कुर्सियां, कारपेट एरिया, इंटीरियर, लाइट सिस्टम के लिए कंसोल की व्यवस्था, साउंड सिस्टम, एयर कंडीशन और आधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे।

जयपुर. Chandrayaan 3 Moon Landing: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार शाम को स्कूली बच्चों के साथ मुख्यमंत्री निवास पर टीवी पर चंद्रयान 3 की लैंडिंग देखेंगे। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि जब चांद पर पहली बार इंसान उतरा था तब वो इस ऐतिहासिक घटना को लेकर एक छात्र के रूप में बेहद उत्साहित थे। गहलोत ने उम्मीद जताई कि देशवासियों की आशा एवं विश्वास है कि 23 अगस्त को चंद्रयान-3 के रूप में इसरो एक इतिहास रचेगा।

इतिहास रचेगा भारत
इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने मंगलवार को कहा 'ऑल इज वेल।' चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर भारत इतिहास रचने के बेहद करीब है। अब व लैंडिंग की से कुछ ही घंटों बाद जब भारतीय क्षितिज पर सूर्य अस्ताचलगामी होगा तब, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सूर्य व की पहली किरण पहुंचना शुरू करेगी और लैंडर विक्रम अपने आखिरी सफर पर निकलेगा। समय होगा शाम 5.45 क्रम बजे। अगर सब कुछ सामान्य रहा तो लगभग 19 मिनट बाद शाम 6.04 बजे में चंद्रमा मिशन चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम, चांद की धरती पर आहिस्ते से अपना मजबूत पांव रखेगा।
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वह पल भारत के वैज्ञानिक उपलब्धियों के पन्ने पर स्वर्णाक्षरों में अंकित होगा। अमरीका, रूस और चीन के बाद भारत चांद की ने धरती पर अपना लैडर उतारने वाला विश्व का चौथा देश बनेगा। लेकिन, चांद के दक्षिणी ध्रुव के करीब पहुंचने अब वाला विश्व का पहला देश होगा। ब्रह्मांड के किसी दूसरे पिंड पर उतरने की तकनीक पहली बार भारत हासिल करेगा और सौरमंडल के दूसरे पिंडों पर भी उतरने के लिए दरवाजे खुल जाएंगे। मिशन की सफलता के लिए एक इंसान के बस में जितना कुछ हो सकता है, तो इसरो ने उतना सब कुछ किया है। अब तक हर पड़ाव पर शत-प्रतिशत सफलता मिली है और अब लैंडिंग का इंतजार है।

Rajasthan News : अजमेर के केकड़ी इलाके में 13 साल के बच्चे कि तालाब में डूबने से मौत हो गई। वह घर में बिना बताए तालाब पर नहाने गया था। लेकिन इस दौरान गहरे पानी में चले जाने के कारण वह वापस बाहर नहीं आ सका और उसकी जान चली गई। केकड़ी इलाके की सदर थाना पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। मरने वाला किशोर तीन बहनों का इकलौता भाई थी और रक्षाबंधन पर उसकी पंसद की राखी लाने के लिए तीनों बहनों में होड़ मची हुई थी। लेकिन जब भाई का शव घर पहुंचा तो तीनों बहनों उसकी लाश से लिपटकर घंटो रोती रहीं।

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केकड़ी सदर थाना इलाके के सूंपा गांव में यह हादसा हुआ। पिता की मौत पहले ही हो चुकी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गांव में रहने वाला तेरहल साल का किशोरी खुशीराम अपने कुछ साथियों के साब गांव के नजदीक ही तालाब में नहाने गया था। दोपहर में वह घर से चुपचाप निकला था और देर शाम तक घर नहीं पहुंचा तो मां और बहनें उसकी तलाश के लिए निकली। गांव के नजदीक तालाब के पास उसके कपड़े और चप्पल दिखी तो परिवार सदमें में आ गया।


तुरंत गांव के लोग जमा हो गए। सदर पुलिस को सूचना दी गई तो पुलिस मौके पर पहुंची और कुछ गोताखोरों को साथ लाई। उन्होनें दो घंटे तक सर्च किया और उसके बाद जाकर किशोर के शव को बाहर निकाला जा सका। उसके साथ जो भी उसके साथी वे नदारद थे। पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। इकलौते छोटे भाई को इस हालात में देखकर तीनों बहनें और मां सदमे में आ गई और शव से लिपटकर घंटों रोती रहीं। पुलिस ने बताया कि खुशीराम के पिता छोटू राम की कुछ समय पहले मौत हो चुकी है। वह परिवार का इकलौता चिराग था, अब वह भी बुझ गया है।

जयपुर. जैन धर्म के 22 वे तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ का जन्म व तप कल्याणक दिवस मंगलवार को मनाया। शहर के दिगम्बर जैन मंदिरों में पूजा अर्चना के विशेष आयोजन हुए। अघ्र्य चढ़ाने के साथ ही महाआरती हुई। टोंकरोड बापूगांव स्थित नेमिनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र छोटा गिरनार, चूलगिरी, बोरडी का रास्ता स्थित मंदिर लश्कर, शास्त्री नगर, जनकपुरी ईमलीवाला फाटक, सांवला जी आमेर, न्यू लाइट कालोनी, नेमी सागर काॅलोनी सहित अन्य मंदिरों में कार्यक्रम हुए।

बुधवार को जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का 2875 वां निर्वाणोत्सव मनाया जायेगा। इस मौके पर मंदिरों में मंत्रोच्चार के साथ मोक्ष का प्रतीक निर्वाण लाडू चढ़ेगा। जैन धर्म के अनुसार इस पर्व को मुकुट सप्तमी या मोक्ष सप्तमी भी कहते हैं। इस दिन कुंवारी कन्याएं मोक्ष सप्तमी का उपवास करती है। शहर में चल रहे चातुर्मास स्थलों पर शाश्वत सिद्ध क्षेत्र सम्मेद शिखर जी की झांकी सजाई जाकर भगवान के मोक्ष स्थल स्वर्ण भद्र कूट पर निर्वाण लाडू चढ़ेगा। पदमपुरा जैन मंदिर में सुबह 8.30 बजे आचार्य चैत्य सागर ससंघ के सानिध्य में 123 किलो का निर्वाण लाडू चढ़ाया जाएगा। आचार्य चैत्य सागर महाराज का 41 वां दीक्षा दिवस महोत्सव भी मनाया जाएगा।

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प्रताप नगर सेक्टर आठ जैन मंदिर में आचार्य सौरभ सागर के सान्निध्य में सुबह 6.15 बजे से भगवान शांतिनाथ स्वामी और भगवान पार्श्वनाथ स्वामी का स्वर्ण एवं रजत कलशों से कलशाभिषेक के बाद निर्वाण लड्डू चढ़ाया जाएगा। 150 से अधिक श्रावक और श्राविकाएं अष्ट द्रव्य अर्घ के साथ विधान पूजन करेगें। इससे पहले शांतिनाथ महिला मंडल प्रताप नगर सेक्टर आठ की ओर से दो दिवसीय भक्तामर एवं णमोकार पाठ का कार्यक्रम हुआ। शांतिनाथ दिगम्बर जैन महिला मंडल अध्यक्ष स्नेहलता सोगानी, मंत्री हेमलता सोगानी, कोषाध्यक्ष गुणमाला, उपाध्यक्ष शशि प्रभा, संयुक्त मंत्री आशा पाटनी मौजूद रही।

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जयपुर . सवाईमाधोपुर नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) ने करौली-धौलपुर टाइगर रिजर्व पर अंतिम मुहर लगा दी। है। वन विभाग के एसीएस शिखर अग्रवाल ने मंगलवार को ट्वीट कर इसकी पुष्टि की है। ऐसे में अब करौली व धौलपुर के जंगलों को मिलाकर प्रदेश में पांचवां टाइगर रिजर्व बनना तय है। इस संबंध में अब गजट नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। नए रिजर्व का कुल क्षेत्रफल 1075 वर्ग किमी होगा। टाइगर रिजर्व से न केवल जंगल सुरक्षित होगा बल्कि पर्यटन को भी पंख लगेंगे। जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सकेगा। उधर, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने ट्वीट कर कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व की भी सैद्धांतिक स्वीकृति को लेकर जानकारी दी। इस पर राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने कहा कि उम्मीद है कि कुंभलगढ़ जल्द टाइगर रिजर्व बन जाएगा।


टाइगर स्टेट बनने की दौड़ में राजस्थान
वन अधिकारियों के अनुसार राजस्थान में वर्तमान में चार टाइगर रिजर्व हैं। अब यह पांचवां टाइगर रिजर्व हो जाएगा। कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व के लिए एनटीसीए से सैद्धांतिक स्वीकृति मिल चुकी है। मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र की तरह राजस्थान में भी 6-6 टाइगर रिजर्व हो जाएंगे जबकि कर्नाटक में 5 हैं। मध्यप्रदेश के नौरादेही को सातवां टाइगर रिजर्व बनाने की कवायद चल रही है। गौरतलब है कि राजस्थान में बाघों का कुनबा लगातार बढ़ रहा है। वर्तमान में इनकी संख्या 120 से ज्यादा बताई जा रही है। डेढ़ माह पहले यहां 11 शावक देखे गए थे।


चीतों का बन सकता है ठिकाना
वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि मध्यप्रदेश के कूनो चीता अभयारण्य से भी चीतों की आवाजाही राजस्थान की सीमा से लगते जंगल में बढ़ रही है। ऐसे में धौलपुर-करौली का जंगल टाइगर रिजर्व बनने के बाद सुरक्षित हो जाएगा। जिससे चीतों की घुसपैठ इस टाइगर रिजर्व तक बढ़ने की संभावना है।

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अभी 9 बाघ-बाघिन
करौली व धौलपुर के जंगलों में अभी कुल 9 बाघ-बाघिन हैं। इनमें 4 करौली व 5 धौलपुर में हैं। धौलपुर में तीन शावक भी बाघिन के साथ घूमते देखे गए थे। वन विभाग को इस क्षेत्र का अच्छा मैनेजमेंट करना होगा।

यहां तक होगी टेरेटरी
वन अधिकारियों के अनुसार रणथम्भौर बाघ परियोजना के लिए यह दूसरी सौगात है। क्योंकि उस परियोजना के दूसरे डिविजन करौली के कैलादेवी अभयारण्य व धौलपुर के जंगलों को मिलाकर इसे बनाया जाएगा

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सुविचार

"कोई हमारा बुरा करे ये उसका कर्म है, किसी का बुरा ना करें यह हमारा धर्म है।

 

आज क्या खास

- भारत अंतरिक्ष में आज इतिहास रचने की ओर, ISRO का चंद्रयान-3 शाम करीब 6:04 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर करेगा सॉफ्ट लैंडिंग, मौसम ने नहीं दिया साथ तो 27 अगस्त तक टल सकती है लैंडिंग

- उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूल आज शाम 5:15 से 6:15 बजे तक खुले रहेंगे, छात्रों को चंद्रमा पर चंद्रयान-3 का दिखाया जाएगा सीधा प्रसारण
- भारी बरसात और भूस्खलन के चलते अमरनाथ यात्रा आज से अस्थायी रूप से स्थगित
- बीसलपुर सिस्टम से छह घंटे का शट डाउन सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक, आज शाम को नहीं होगी 90 फीसदी जयपुर शहर में जलापूर्ति
- 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का मोक्ष कल्याणक आज, जयपुर में दिगंबर जैन मंदिरों में श्रद्धालु आज चढ़ाएंगे निर्वाण लाडू
- सीएम अशोक गहलोत आज सीएम आवास से एसएमएस सहित प्रदेशभर के मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में विभिन्न सुविधाओं के विस्तार की देंगे सौगात
- सीपीए सम्मेलन के लिए उदयपुर आए सभी डेलीगेट्स को आज करवाया जा रहा प्रमुख स्थलों का भ्रमण
- अहमदाबाद-पालनपुर खंड पर नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के चलते आज प्रभावित रहेगा रेल यातायात, 18 ट्रेनों को किया गया है डायवर्ट
- केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर का जयपुर दौरा आज, 'खेलो इंडिया राजस्थान' के कार्यक्रम में करेंगे शिरकत
- राजस्थान नर्सेज संघर्ष समिति के आह्वान पर प्रदेश भर के नर्सेज की जयपुर में महारैली आज, विभिन्न मांगों के समर्थन में जारी है आंदोलन
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने गोवा दौरे में आज गोवा विधानसभा को करेंगी संबोधित, तो गोवा विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह में शामिल होने और राजभवन में जनजातीय समूहों के सदस्यों के साथ बातचीत करने का भी कार्यक्रम
- जी20 देशों के संस्कृति कार्य समूह (सीडब्ल्यूजी) की चौथी बैठक आज से वाराणसी में हो रही है शुरू
- भारत रत्न सम्मानित पूर्व क्रिकेटर सचिन रमेश तेंदुलकर होंगे भारतीय चुनाव आयोग के राष्ट्रीय आइकन, आज नई दिल्ली में एक समारोह में दी जाएगी औपचारिक मान्यता
- तीन दिवसीय 'भारत स्वच्छ वायु शिखर सम्मेलन' आज से बेंगलुरु में हो रहा है शुरु
- तीन दिवसीय 'असम स्टार्टअप उत्सव-2023' आज से गुवाहाटी में हो रहा है शुरु
- तमिलनाडु के लिए कावेरी जल छोड़े जाने पर कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार ने आज बेंगलुरु में बुलाई है सर्वदलीय बैठक
- तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी और ट्रैक बहाली कार्य के कारण वार्षिक अमरनाथ यात्रा आज से दोनों मार्गों पर अस्थायी रूप से रहेगी निलंबित
- भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ आज आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश और असम में सरकारी बफर स्टॉक से 25 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचेगा प्याज
- पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट आज पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के तोषाखाना मामले की करेगा सुनवाई
- 2-0 की बढ़त ले चुका भारत आज आयरलैंड के खिलाफ खेलगा सीरीज का तीसरा टी- 20 क्रिकेट मैच, भारत के सामने लगातार सातवीं सीरीज में क्लीन स्वीप करने का मौका
- राम चरित मानस लिखने वाले महाकवि तुलसी दास की जयंती आज
- मौसम विभाग ने आज राजस्थान के जयपुर समेत 12 जिलों में झमाझम बारिश की जताई संभावना, आकाशीय बिजली गिरने का भी अलर्ट

 

खबरें आपके काम की

- देश में फिर से मिले 54 नए कोरोना मरीज, इधर आईसीएमआर की रिपोर्ट, 14 दिन से ज्यादा अस्पतालों में भर्ती रहे 6.5 फीसदी कोरोना पीड़ित स्वस्थ होने के बाद एक साल में ही चल बसे
- जयपुर के राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में जल्द शुरू होगी ईएनटी-ऑर्थो सर्जरी, कैंसर और हार्ट का होगा उपचार, दिसंबर तक तैयार हो जाएगा न्यू ओपीडी ब्लॉक
- राजस्थान का धौलपुर-करौली बना पांचवां टाइगर रिजर्व, नेशनल टाइगर कन्जर्वेशन अथॉरिटी ने लगाई अंतिम मुहर, कुंभलगढ़ को भी सिद्धांततः मिली मजूरी
- पुष्कर से भाजपा विधायक सुरेश सिंह रावत पर टिकट दिलाने का झांसा देकर साढ़े चार करोड़ रुपए की ठगी करने का आरोप, पीड़ित ने रैली निकाल एसडीएम को सौंपा ज्ञापन, रावत ने बताया आरोप को राजनीतिक षड्यंत्र
- राजस्थान के श्रम राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई के बेटे भूपेंद्र विश्नोई को लॉरेंस गैंग के गुर्गे ने वाट्सऐप कॉल कर दी जान से मारने की धमकी, मामला दर्ज
- आगामी टूरिस्ट सीजन में जैसलमेर से अक्टूबर में चार शहरों के लिए शुरू होंगी 8 नई उड़ानें
- जयपुर वैशालीनगर स्थित एक होटल के कमरे में फंदा लगा कर आत्महत्या कर रही युवती को बचा कर अस्पताल पहुंचाने वाले तीन पुलिस कर्मियों को पुलिस महकमा सम्मानित करेगा
- गुरदासपुर पंजाब से भाजपा सांसद सनी देओल अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे, कहा अब एक्टिंग से ही करेंगे देश सेवा
- क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर अब चुनाव आयोग के नेशनल आइकॉन, मतदाताओं को ज्यादा से ज्यादा मतदान के लिए करेंगे जागरूक
- हत्या के प्रयास के आरोपी लक्षद्वीप से लोकसभा सदस्य मौहम्मद फैजल को बरी करने का हाईकोर्ट का फैसला सुप्रीम कोर्ट ने रद्द किया, हाईकोईट को छह सप्ताह में मामले पर पुनर्विचार कर नए सिरे से सुनवाई का निर्देश
- मणिपुर विधानसभा का सत्र 29 अगस्त से राज्यपाल ने दी मंजूरी, कुकी विधायक भाग नहीं लेंगे
- अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन 7 से 10 सिंतबर तक भारत के चार दिन के दौरे पर आएंगे, वे 9 व 10 सितंबर होने वाले जी- 20 सम्मेलन में भाग लेंगे, किसी भी अमरीकी राष्ट्रपति का चार दिन का यह पहला भारत दौरा
- दूरसंचार नियमक आयोग ट्राइ ने केंद्र सरकार से की डीटीएच ऑपरेटरों का लाइसेंस शुल्क समाप्त करने की सिफारिश, टीवी देखना अब होगा सस्ता
- नीलकंठ मिश्रा को नियुक्त किया गया भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) का चेयरमैन, मिश्रा वर्तमान में एक्सिस बैंक के हैं मुख्य अर्थशास्त्री
- गर्भस्थ शिशुओं को गंभीर बीमारियों वाले दुनिया के पहले टीके आरएसवी को अमरीका में मंजूरी, गर्भवती महिलाओं के लगेगा
- जयपुर से 58वीं डिग्गी कल्याणपुर पदयात्रा पर निकले हजारों श्रद्धालु, रास्ते में जगह-जगह स्वागत
- बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के असर से लगातार तीसरे दिन अलवर-भरतपुर में बरसे मेघ, दूसरी ओर श्रीगंगानगर में गर्मी का सितम, पारा 41.5 डिग्री
- विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में अमरीकी धावक शा कैरी रिचर्डसन बनी नई फर्राटा क्वीन, 100 मीटर की दौड़ रेकॉर्ड 10.65 सेकंड में पूरी की
- भारत के युवा ग्रैंड मास्टर प्रग्गनानंदा ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने के करीब, दुनिया के नंबर वन खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को रोका बराबरी पर, आज होगी दूसरी क्लासिकल बाजी

- झारखंड लोक सेवा आयोग ने सिविल जज के 138 पदों के लिए 21 सितंबर की शाम पांच बजे तक मांगे ऑनलाइन आवेदन
- कैग ने प्रशासनिक सहायक के 1773 पदों के लिए 17 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन
- सेंट्रल रेलवे में लोको पायलट के 1303 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन 2 सितंबर तक
- चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के 293 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन 31 अगस्त तक
- राजस्थान हाईकोर्ट में स्टेनोग्राफर के 277 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन 30 अगस्त तक

जयपुर। बंगाल की खाड़ी में बने कम वायुदाब क्षेत्र के असर से हिमालय की तराई क्षेत्र से वापस प्रदेश की ओर मानसूनी मेघ लौट रहे हैं। प्रदेश के कुछ इलाकों में झमाझम बारिश का दौर चल रहा है तो कहीं हल्की फूहारें भिगो रही है। पारे में बढ़ोतरी से लोग गर्मी और उमस से पस्त है। हालांकि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में जयपुर समेत 12 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है।

मानसूनी मेघ लौटे, उम्मीद से कम बारिश

प्रदेश में मानसून के दूसरे दौर में भी असमान बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। कुछ इलाकों में भारी बारिश हुई है वहीं दूसरी ओर कुछ इलाकों में बादलों की आवजाही रहने के बावजूद मेघ मेहरबान नहीं हो रहे हैं। ऐसे में ग्वार, मुंगफली, मक्का की फसलें जलने के कगार पर पहुंच गई हैं। वहीं अतिवर्षा से कुछ जिलों में फसलों को नुकसान भी हो रहा है। हालांकि मौसम विभाग ने आगामी दिनों में प्रदेश में अच्छी बारिश होने के संकेत मौसम विभाग ने दिए हैं।

12 जिलों में आज बारिश संभव

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, टोंक, बूंदी, बारां, कोटा, झालावाड़, चित्तौडगढ़ में मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान जताया है।
जयपुर में देर रात से लेकर अलसुबह तक हल्की फूहारों का दौर रहा। सुबह शहर में मेघ छाए रहने पर मौसम सुहावना रहा और धूप की तपिश से भी राहत मिली।

त्रिवेणी में बहाव बढ़ा, बीसलपुर बांध का घटा गेज

पिछले 24 घंटे में बीसलपुर बांध के जलस्तर में फिर से गिरावट दर्ज की गई है। बांध का जलस्तर एक सेंटीमीटर घटकर 313.95 आरएल मीटर दर्ज किया गया। जबकि सहायक नदी त्रिवेणी में पानी का बहाव 20 सेंटीमीटर बढ़कर 2.60 मीटर पहुंच गया है। ऐसे में अब इस बार सीजन में बांध के छलकने की उम्मीद भी कमजोर पड़ने लगी है। बांध की पूर्ण जलभराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है और अब भी बांध छलकने से 1.55 मीटर दूर है।

जयपुर। शहर के श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का उल्लास शुरू हो गया है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव को लेकर तैयारियां तेज हो गई है। शहर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव आज हरिनाम संकीर्तन के साथ शुरू हुआ। अब 17 दिन तक रोजाना मंदिर में हरिनाम संकीर्तन व भजन आदि होंगे। 7 सितंबर को जन्माष्टमी उत्सव मनाया जाएगा, शहर में श्रीकृष्ण जन्म की खुशियां बिखरेगी, वहीं इसके दूसरे दिन 8 सितंबर को नंदोत्सव का उल्लास छाएगा।

गोविंददेवजी मंदिर में आज सुबह मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में अष्ट प्रहर हरिनाम संकीर्तन हुआ। बंगाली कीर्तन मंडल के कलाकारों ने ठाकुर जी के समक्ष जगमोहन में संगीतमय हरिनाम संकीर्तन किया। अब मंदिर में 8 सितंबर तक श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का उल्लास नजर आएगा। इस बीच 15 दिन तक भजन—संकीर्तन होंगे। शाम सात से साढ़े आठ बजे तक ठाकुर जी के विशेष उत्सव दर्शन होंगे। मंदिर प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि 7 सितंबर को जन्माष्टमी उत्सव और 8 सितंबर को नंदोत्सव मनाया जाएगा। आठ सितंबर को शोभायात्रा भी निकाली जाएगी। जन्माष्टमी उत्सव में 24 अगस्त से 31 अगस्त तक प्रतिदिन सुबह-शाम अलग-अलग संकीर्तन मंडलों की ओर से भजन कीर्तन किया जाएगा।

ये मंडल करेंगे संकीर्तन व भजन
बंगाली कीर्तन मंडल, गिर्राज परिक्रमा मंडल, श्री नारायण नाम संकीर्तन मंडल, श्री गौरांग महाप्रभु मंडल, श्री गोपीनाथ महिला मंडल, श्री त्रिवेणी सत्संग मंडल, श्री राधा गोविंद कृपा प्रभातफेरी मंडल, श्री मन् माधव गौड़ेश्वर संकीर्तन मंडल, श्री गौर गोविंद गोविंद महिला मंडल, श्री गुरु कृपा सत्संग मंडल, गोविंद की गैय्या संकीर्तन मंडल, श्री शिव सत्संग मंडल, श्री बलराम सत्संग मंडल।

सांस्कृतिक आयोजन एक सितंबर से
इसी कड़ी में एक से छह सितंबर तक सुबह जहां भजन कीर्तन होंगे वहीं, शाम को भक्ति प्रधान सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। राधा गोविंद सखी परिवार, राधा रमण कृपा परिवार, श्री विठ्ठल भैया परिवार, गौरांग महाप्रभु सत्संग मंडल और वृंदावन वैष्णव मंडल सुबह भजन-कीर्तन करेंगे, वहीं शाम को राधा वल्लभ गायन ग्रुप, संजय रायजादा-मंजू शर्मा, आलोक भट्ट, अविनाश शर्मा कृष्ण भक्ति से सराबोर भजनों की प्रस्तुतियां देंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान कान्हा की बाल लीलाएं आकर्षण का केन्द्र रहेगी।

जन्माष्टमी तक झांकियों का समय
झांकी — समय
मंगला — सुबह 5 से 5.15 बजे तक
धूप — सुबह 7.45 से 9 बजे तक
शृंगार — सुबह 9.30 से 10.15 बजे तक
राजभोग — सुबह 10.45 से 11.15 बजे तक
ग्वाल — शाम 5 से 5.15 बजे तक
संध्या — शाम 5.45 से 6.45 बजे तक
उत्सव दर्शन — शाम 7 बजे से रात 8.30 बजे तक
शयन — रात 9 से 9.15 बजे तक

जयपुर। बारिश के बाद बढ़ी गर्मी और बिजली निर्माण इकाइयों के बंद होने से प्रदेश में एक बार फिर बिजली संकट गहराने वाला है। बिजली की उपलब्धता में कमी को देखते हुए सीएम के दखल के बाद अब वितरण कंपनियों ने उद्योगों को पीक ऑवर्स में बिजली नहीं देने का मानस बना लिया है। इस समय बची बिजली को किसानों को देने की तैयारी की जा रही है। हालांकि अब किसानों को रात में बिजली देने का निर्णय लिया गया है।

उधर, फॉल्ट—ट्रिपिंग सुधारने वाले कनिष्ठ अभियंताओं व तकनीकी कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर रखा है। ऐसे में प्रदेश में बिजली संकट गहराता जा रहा है। जानकारी के अनुसार, बारिश के बाद उमस और तापमान में बढ़ोतरी से प्रदेश में बिजली की खपत में बीस फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है। अगस्त माह के शुरूआत में प्रदेश में बिजली की खपत करीब 27.50 करोड़ यूनिट प्रतिदिन से से अधिक थी जो कि वर्तमान में करीब सात करोड़ यूनिट प्रतिदिन की बढ़ोतरी के साथ 33.50 करोड़ से 34 करोड़ यूनिट प्रतिदिन से अधिक हो गई है। इसमें सर्वाधिक बढ़ोतरी अगस्त के दूसरे सप्ताह में हुई है।

जेईएन का कार्य बहिष्कार जारी
विभिन्न मांगों को लेकर बिजली निगमों के 4 हजार से अधिक जेईएन ने कार्य बहिष्कार जारी है। अब जिलों से भी जेईएन को जयपुर बुला लिया गया है, आज से सभी जेईएन मानसरोवर मानसरोवर में एक गार्डन में धरना—प्रदर्शन शुरू करेंगे।

तकनीकी कर्मचारियों का महापड़ाव जारी
राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के प्रदेशव्यापी आव्हान पर 13 सूत्री मांग पत्र को लेकर जगतपुरा में महापड़ाव जारी है। इसमें प्रदेश भर के कर्मचारी जुटे हुए है।

विंड एनर्जी से बचाव
प्रदेश में लगातार हो रही बिजली की कमी को पूरा करने के लिए मुख्य रूप से विंड एनर्जी से खासा सहयोग मिल रहा है। वर्तमान माह में विंड एनर्जी से औसतन दो से 2.5 करोड़ यूनिट बिजली प्रतिदिन मिल रही है।

 

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किसानों को रात को मिलेगी बिजली
सरकार ने किसानों को रात को बिजली देने की तैयारी कर ली है। अभी किसानों को दिन में बिजली दी जा रही थी, लेकिन अचानक बढ़े कृषि लोड के कारण कुछ जिलों में रात को कृषि बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी।

Arthritis Symptoms and Causes Explained : आर्थराइटिस एक जानलेवा और दर्दनाक रोग है जिसमें आपके जोड़ों की चोटी का सूजन और दर्द होता है। यह रोग व्यक्ति की उम्र, जीवनशैली, और आनुवंशिक कारणों के कारण विकसित हो सकता है। आर्थराइटिस कई प्रकार का होता है, लेकिन उसके प्रमुख लक्षण और कारण निम्नलिखित हैं।

आर्थराइटिस की समस्या आजकल बहुत ही ज्यादा कॉमन हो गई है ऐसे में यदि आपको भी इसके ये शुरूआती लक्षण हांथों में दिखाई देने लगते हैं तो सतर्कता बरतने की बहुत ही ज्यादा आवश्य्कता होती है , वरना शरीर को कई सारे गंभीर नुकसान हो सकते हैं।

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Arthritis Symptoms and Causes Explained: आर्थराइटिस की समस्या बहुत ही ज्यादा कॉमन हो गई है, ये समस्या अक्सर बढ़ते उम्र के साथ ही बढ़ना शुरू हो जाती है। हड्डियों से जुड़ी इस बीमारी से बचने के लिए आपको बहुत ही ज्यादा सतर्कता बरतने कि जरूरत होती है, ऐसे में जानिए कि यदि गठिया से जुड़ी बीमारी की समस्या को दूर करना चाहते हैं तो इनके शुरूआती लक्षणों को जानने की बहुत ही ज्यादा आवश्य्कता होती है। आर्थराइटिस के शुरूआती लक्षणों में हांथों और पैरों में सूजन की समस्या होने लग जाती है, ऐसे में यदि आप इनकी पहचान कर लेते हैं तो इस समस्या से खुद का बचाव आप कर सकते हैं।

जानिए कि क्यों होती है आखिरकार ये समस्या
हड्डियों से जुड़ी इस बीमारी के कई सारे कारण हो सकते हैं, जैसे कि शरीर में चोट का लग जाना, मेटाबायोलिज्म का ठीक न होना, इम्युनिटी का ठीक से काम न करने के कारण आदि सारी समस्याएं हो सकती हैं।

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Know about the early signs of arthritis जानिए आर्थराइटिस के शुरुआती संकेतों के बारे में
आर्थराइटिस बीमारी के संकेत यदि शुरुआत में ही समझ में आ जाते हैं तो आप इस बीमारी को बढ़ने से रोक सकते हैं, यदि आपके हड्डियों में दर्द, जोड़ों में पेन, सूजन जैसी कई समस्याएं रहती हो तो ये गठिया की बीमारी के गंभीर संकेत हो सकते हैं, इसके दिखाई देने पर आप डॉक्टर्स से इस बीमारी की जांच जरूर करवा लें, वहीं दवाइयों को भी समय-समय पर खाएं।

Know what symptoms can appear in your hands if you have arthritis जानिए आर्थराइटिस होने पर आपके हांथों में कौन-कौन से लक्षण दिखाई दे सकते हैं
आर्थराइटिस के पेशेंट्स को सुबह उठते ही हांथों में कई सारी समस्यायों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि हांथों मई झनझनाहट होना, बहुत ही ज्यादा तेजी से दर्द होना, कामकाज को ठीक से न कर पाना आदि।

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Symptoms of Arthritis: आर्थराइटिस के लक्षण:

जोड़ों में दर्द: आर्थराइटिस के प्रमुख लक्षण में से एक जोड़ों में दर्द होता है। यह दर्द आमतौर पर अधिकांश दिनों तक बना रहता है और समय-समय पर बढ़ जाता है।

सूजन: आर्थराइटिस के कारण जोड़ों में सूजन आ सकती है, जिससे वे पूरी तरह से काम नहीं कर पाते।

स्थिरता: रोज़ाना के कामों में मुश्किल होने के कारण जोड़ों की स्थिरता भी हो सकती है।

गठिया बायटिस (गतिशीलता में कमी): कुछ प्रकार के आर्थराइटिस में रोगी की गतिशीलता में कमी हो सकती है, जिसके कारण उन्हें चलने में, उठने-बैठने में, और दैनिक कामों में परेशानी हो सकती है।

Causes of arthritis आर्थराइटिस के कारण:

आनुवंशिक कारण: आर्थराइटिस के कुछ प्रकार आनुवंशिक भी होते हैं, जिसका मतलब है कि यदि किसी परिवार में आर्थराइटिस का इतिहास है, तो उस परिवार के सदस्यों को भी इसका संकेत हो सकता है।

व्यक्तिगत कारण: अन्य कई कारण जैसे कि जीवनशैली, आहार, और व्यायाम की कमी भी आर्थराइटिस के विकास को प्रोत्साहित कर सकते हैं।

उम्र: वर्षों के साथ, जोड़ों की स्वास्थ्य क्षमता में कमी हो सकती है, जिससे आर्थराइटिस का खतरा बढ़ सकता है।

घातक परिप्रेक्ष्य: जोड़ों को किसी घातक परिप्रेक्ष्य से गुज़रना भी आर्थराइटिस के विकास को बढ़ावा दे सकता है।

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Know how to avoid the problem of arthritis आर्थराइटिस की समस्या से जानिए कैसे कर सकते हैं बचाव

आर्थराइटिस का निदान चिकित्सक के सलाह और विशेषज्ञ के साथ सहयोग से होता है। उपचार में दवाओं, व्यायाम, आहार परिवर्तन, और योगाभ्यास का सहारा लिया जा सकता है। गंभीर मामलों में, चिकित्सक

- ज्यादा मात्रा में शराब या सिगरेट का सेवन करते हैं तो अवॉइड करें।
- रोजाना व्यायाम करें और कम से कम स्ट्रेचिंग करें।
- वेट को कंट्रोल में रखें, वेट के बढ़ने से घुटनों में भी इसका असर पड़ता है।
- डायबिटीज के पेशेंट्स को ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रखने कि बहुत ही ज्यादा आवश्य्कता होती है।

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G20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) हर साल आयोजित होने वाला एक अहम सम्मेलन है। हर साल यह सम्मेलन अलग-अलग देशों में होता है और G20 देशों के लीडर्स इसमें हिस्सा लेकर ग्लोबली अहम मुद्दों पर चर्चा करते हैं। इस साल के G20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता भारत (India) को मिली है और भारत की मेजबानी में इस साल के G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन 9-10 सितंबर को राजधानी दिल्ली (Delhi) में होगा। ऐसे में G20 देशों के लीडर्स के साथ ही अन्य अहम नेता और अधिकारी भी इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। G20 शिखर सम्मेलन 2023 में अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) भी शामिल होंगे। इस बात की पुष्टि व्हाइट हाउस (White House) की तरफ से कर दी गई है।


7-10 सितंबर तक रहेगा बाइडन का भारत दौरा

अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन 7 से 10 सितंबर तक भारत के दौरे पर रहेंगे। हाल ही में व्हाइट हाउस की तरफ से इस बात की पुष्टि की गई है। बाइडन का यह चार दिवसीय दौरा भारत और अमेरिका के संबंधों में मज़बूती के लिए भी अहम होगा। साथ ही यह पहला अवसर भी होगा जब कोई अमेरिकी राष्ट्रपति चार दिन के भारत दौरे पर आएगा।


कई अहम मुद्दों पर होगी चर्चा

व्हाइट हाउस की तरफ से बाइडन के भारत दौरे के बारे में एक बयान जारी किया गया। इस बयान में बताया गया कि बाइडन कई अहम मूढ़ों पर G20 शिखर सम्मेलन में सभी लीडर्स से चर्चा करेंगे। इन मुद्दों में ग्लोबल समस्याओं जैसे क्लाइमेट चेंज से एक साथ निपटने के उपाय, रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा, क्लीन एनर्जी, मल्टीलेटरल डेवलपमेंट बैंकों की कैपिसिटी बढ़ाने जैसे अहम विषय शामिल होंगे।

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जयपुर।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी आज चंद्रयान 3 की चन्द्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग का सीधा प्रसारण मुख्यमंत्री निवास पर टीवी पर देखेंगे। इस मौके पर कुछ स्कूली बच्चों का दल भी उनके साथ मौजूद रहेगा। इधर, सीएम गहलोत ने चांद पर पहली बार इंसान के उतरने के ऐतिहासिक घटनाक्रम के दौरान अपने छात्र जीवन के संस्मरण को याद किया है। उन्होंने कहा है कि जब ये ऐतिहासिक घटना हुई थी तब वे एक छात्र के रूप में बेहद उत्साहित थे।

 

उन्होंने कहा कि 22 अक्टूबर 2008 को चंद्रयान-1 मिशन के रूप में भारत का चंद्रमा के लिए पहला मिशन लॉन्च हुआ था। वर्ष 2009 में यह मिशन सफल रहा था। इसके बाद वर्ष 2019 में चंद्रयान-2 मिशन लॉन्च किया गया था लेकिन तकनीकी कारणों से लैंडिंग से महज कुछ मिनट पहले इसका संपर्क टूट गया था।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि देशवासियों को आशा और विश्वास है कि चंद्रयान-3 के रूप में इसरो का मिशन आज पूरा होगा और इतिहास रचेगा।

जयपुर। मोटापे का इलाज कराने एक महिला एसएमएस अस्पताल आई। जहां उसकी सर्जरी के बाद मौत हो गई। महिला की मौत होने पर परिजनों ने एसएमएस अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। परिजनों ने कहा कि डॉक्टरों ने इलाज में लापरवाही बरती, जिसके कारण महिला की मौत हो गई। सूचना मिलने पर एसएमएस पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने परिजनों से समझाइस का प्रयास किया। लेकिन विफल रहा।

परिजनों ने मामले में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ अचल शर्मा ने पूरे मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है। जो इस मामले की जांच करेगी। मामले की जांच रिपोर्ट अधीक्षक को दी जाएगी।

बता दें कि एक 30 वर्षीय महिला अपने मोटापे और गायनी संबंधी इलाज को लेकर एसएमएस अस्पताल आई थी। 15 दिन पहले महिला अस्पताल आई थी। जहां महिला मरीज को भर्ती कर लिया गया था। इसक बाद डॉक्टरों ने सर्जरी करने के लिए कहा। जिसके आधार पर मंगलवार को महिला की सर्जरी की गई। सर्जरी के बाद महिला की तबीयत बिगड़ गई। जिसकी वजह से महिला की मौत हो गई।

इनका कहना है..

सर्जरी के बाद महिला स्वस्थ थी। उपचार के बाद अचानक सांस की दिक्कत होने पर मरीज को आईसीयू में भर्ती किया गया। कोई लापरवाही नहीं की गई।

डॉ राजेंद्र बागड़ी, अतिरिक्त अधीक्षक

मामले की जांच कराई जा रही है। जिसके आधार पर तय होगा कि लापरवाही हुई है या नहीं।

डॉ अचल शर्मा,
अधीक्षक, एसएमएस अस्पताल

Curry Leaves Benefits:करी पत्तियों में पाए जाने वाले पोषण से बालों की सेहत को बनाए रखने में मदद मिल सकती है। यह बालों के झड़ने और रूखापन को कम करने में मदद कर सकती है और बालों को मुलायम, चमकदार और स्वस्थ बनाने में सहायक साबित हो सकती है।

करी पत्ते का इस्तेमाल हमारे घरों में बहुत किया जाता है। भारतीय घरों में बनने वाले बहुत सारे पकवानों में इसका इस्तेमाल किया जाता है। करी पत्ते का सेवन सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है, लेकिन क्या आपको पता है कि स्वास्थ्य के साथ-साथ बालों के सेहत के लिए भी बेहतरीन होता है, इसलिए करी पत्ते के सेवन से होने वाले इन फायदों के बारे में जरूर जानिए।

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करी पत्तियों के गुण:

करी पत्तियां भारतीय खाने में खास रुचि पैदा करने वाली मसाले की एक प्रमुख इंग्रीडिएंट हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये बालों के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होती हैं? करी पत्तियों में विटामिन ए, बी, सी, और ई के साथ-साथ मिनरल्स जैसे कि कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।

Curry Leaves Benefits: करी पत्ते का सेवन तो आप करते ही होंगें, ये न केवल खाने के स्वाद को बढ़ाता ही बल्कि सेहत के लिए भी बहुत ही ज्यादा बेहतरीन होता है, इसकी खुशबू सभी को बेहद पसंद होती है, लेकिन क्या आपको पता है कि करी पत्ता न केवल खाने के स्वाद को बढ़ाता है, बल्कि सेहत लिए भी बेहतरीन होता है, इसके सेवन से स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं दूर हो जाती हैं, वहीं ये बालों के टूटने और झड़ने की समस्या को भी दूर कर देता है, इसलिए जानिए कि करी पत्ता का कैसे इस्तेमाल अपने बालों को लंबा और घना बना के रखने के लिए कर सकते हैं।

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How to use curry leaves for hair जानिए बालों के लिए कैसे करें करी पत्ते का इस्तेमाल
करी पत्ते में एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी इन्फ्लामेट्री जैसे कई सारे तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो बालों को नेचुरल रूप से मॉइस्चराइज़ करते हैं, वहीं इनके रोजाना इस्तेमाल से मृत कोशिका भी निकल जाती है, करी पत्ते में बीटा केरोटीन जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो बालों को फाइबर भी प्रदान करते हैं, इसलिए करी पत्तों का इस्तेमाल आप रोजाना कर सकते हैं।

Curry leaves prevent hair fall and breakage बालों को झड़ने और टूटने से रोकता है करी पत्ता
बालों के टूटने की समस्या बहुत ही ज्यादा कॉमन होती है, ऐसे में इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है जो बालों को मजबूती प्रदान करते हैं, वहीं इसके इस्तेमाल से स्कैल्प भी मॉइस्चराइज रहता है, इसके रोजाना सेवन से ब्लड सर्कुलशन में सुधार आता है, जो बालों के टूटने की समस्या को दूर कर देता है।


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Know how you can use curry leaves जानिए कैसे कर सकते हैं करी पत्ते का इस्तेमाल
ऐसे में करी पत्ते में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बालों के रोम को मजबूती प्रदान करते हैं और बालों के झड़ने को नियंत्रित करते हैं। ये स्कैल्प को मॉइस्चराइज भी करते हैं और स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करते हैं, जो बालों के झड़ने को रोकने में मदद करता है। इसलिए करी पत्ते का इस्तेमाल आप कर सकते हैं।

करी पत्तियों का तेल या उनका रस निकालकर बालों में लगाने से आपके बालों को उनकी आवश्यकता से अधिक पोषण मिल सकता है। आप यह उपाय हर हफ्ते कम से कम एक बार कर सकते हैं।

बालों के रूखापन को दूर करें:

करी पत्तियों में मौजूद विटामिन ई बालों को गहरी मोइस्चर प्रदान करता है और उन्हें रूखापन से बचाता है। यह बालों को मुलायम और चमकदार बनाने में मदद करता है और बालों को ताजगी देता है।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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How to save someone's life after an accident, understand trauma : देश में ट्रॉमा के कारण होने वाली मृत्यु अन्य मौतों से अधिक होती हैं। आंकड़ों की बात करें तो हर वर्ष करीब 4.5 लाख मौतें, एक्सीडेंट्स के कारण होती हैं। इनमें से करीब दो लाख युवा होते हैंं, जिनकी उम्र 20-40 वर्ष के बीच होती है। वहीं, हर वर्ष करीब एक लाख लोग ट्रॉमा के चलते स्थाई रूप से दिव्यांग हो जाते हैं।

60 percent died in the first hour 60 फीसदी की मृत्यु शुरुआती एक घंटे में
ट्रॉमा विशेषकर रोड एक्सीडेंट में जितनी भी मौतें होती हैं, उनमें 60 फीसदी की जान शुरू के पहले घंटे में चली जाती है। इनमें से भी करीब 50-60 फीसदी की मौतें शुरू के 10 मिनट में सही इलाज न मिलने के कारण चली जाती है। ऐसे में जरूरी होता है कि कोई भी ट्रॉमा हो तो मरीज को तत्काल मदद दी जानी चाहिए।

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Understand trauma like this ऐसे समझें ट्रॉमा को
यह सामान्य बीमारी नहीं है। इसके लक्षण भी सामान्य नहीं होते हैं। यह स्थिति गहरे आघात, सामाजिक, मानसिक, शारीरिक, मनोवैज्ञानिक व भावनात्मक जैसे किसी भी रूप में हो सकती है। ट्रॉमा के कई कारण होते हैं। शारीरिक ट्रॉमा का मतलब है, शरीर को कोई भी क्षति पहुंचना। ये सडक़ दुर्घटना, आग, जलना, गिरना, हिंसा की घटनाएं, प्राकृतिक आपदाएं आदि चीजों से हो सकती है।

What is CPR? क्या है सीपीआर?

कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) एक जीवन रक्षक तकनीक है, जो हार्ट अटैक या ट्रॉमा होने पर धडक़न बंद होने की आपात स्थितियों में उपयोगी है। दिल का दौरा पडऩे, एक्सीडेंट या डूबने के बाद सांस न आने पर सीपीआर देने से व्यक्ति के शरीर में रक्त और ऑक्सीजन का संचार संभव है।

यह है तरीका

आपात स्थिति में 100-120 प्रति मिनट की दर से 30 बार के अंतराल पर छाती को दबाते हैं। दोनों हाथ जोडक़र हथेली का निचला हिस्सा छाती पर लाएं और छाती के केंद्र के निचले आधे हिस्से पर रखकर दबाएं। बहुत तेज दबाव भी न डालें। हर 30 बार के बाद मुंह से मरीज के मुंह में सांस भरें।

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how to avoid accident दुर्घटना से ऐसे बचें

सडक़ दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मृत्यु तथा शारीरिक विकलांगता की घटनाओं में कमी लाई जा सकती है-

- सडक़ सुरक्षा के नियम पालन करें।
-गाड़ी चलाते समय सुरक्षा चिह्नों और ट्रैफिक सिग्नल का पालन करें।
-दोपहिया वाहन हमेशा हेलमेट पहनकर ही चलाएं।
- ड्राइविंग के समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें।
- लंबी यात्रा कर रहे हों तो नियमित अंतराल पर छोटे-छोटे ब्रेक लें।

घर पर भी सुरक्षा जरूरी

- घर के छोटे बच्चों को बिजली के स्विच व नुकीली चीजों से दूर रखें।
- घर पर तथा गाड़ी में हमेशा फस्र्ट ऐड किट तैयार रखें।
- सीढिय़ों, बालकनी, छत व खिड़कियों को ध्यान में रखकर तैयारी करें।
- जहां बुजुर्ग रहते हों वहां रात में भी पर्याप्त रोशनी होनी चाहिए।
- घर के फर्श फिसलन वाले न हों।

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Road accident main reason सडक़ दुर्घटना प्रमुख कारण

ट्रॉमा दो तरह का हो सकता है, रोड एक्सीडेंट व डोमेस्टिक ट्रॉमा। रोड पर होने वाली जितनी भी दुर्घटनाएं हैं वे रोड एक्सीडेंट में आती हैं, जबकि घर में गिरना, चोट लगना, बुजुर्गों के फिसलकर गिरना, आग से जलना, छत या पेड़ से गिरना आदि डोमेस्टिक एक्सीडेंट में आता है।

यह करें
-सबसे पहले चिकित्सीय मदद के लिए एम्बुलेंस बुलाएं।
-फिर पीडि़त का नाम पुकारें और जानें कि होश में है या नहीं?
-अगर पीडि़त होश में है तो उसे पूछताछ कर परेशान न करें।
-अगर होश में नहीं है तो उसकी धडक़न की जांच करें।
-धडक़न बंद है तो सीपीआर देना तत्काल शुरू करें।

यह न करें
- थकान होने पर गाड़ी न चलाएं।
- नींद या नशे में ड्राइव न करें।
- यात्रा के लिए पर्याप्त समय तय करें। जल्दबाजी न करें।
- जोखिम वाले काम जैसे बिजली के तार जोडऩा, पेड़ पर चढऩा सुरक्षा उपकरण लें।
- बिल्डिंग वाले मजदूरों को भी सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल करना चाहिए।

डॉ. अनुराग धाकड़,
सीनियर प्रोफेसर आर्थोपेडिक्स एवं ट्रॉमा सेंटर इंचार्ज, एसएमएस मेडिकल कॉलेज, जयपुर

डॉ. दिव्या गुप्ता,
प्रोफेसर, एनेस्थेसियोलॉजी, हिमालय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, देहरादून

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Dausa News : वाहन चोरों का पीछा कर रही पुलिस टीम पर चोरों ने फायरिंग कर दी। पीछा कर रहे एक पुलिसकर्मी के सिर में गोली धंस गई। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। इस बीच चोर बाजरे की फसल के बीच छुप गए हैं। आसपास के गांव वाले और पुलिस टीम उनको तलाश कर रही है। दरअसल आज सवेरे दौसा जिले के दुब्बी इलाके में यह घटना हुई है। सूचना मिली कि दो वाहन एक बाइक को चुरा ले गए। तड़के इस सूचना पर पुलिस एक्टिव हुई।

पुलिस को पता चला कि गांवों में होते हुए चोर शहर से बाहर निकलने की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में उनका पीछा किया तो कुछ दूरी पर चोर दिखाई दे गए। बाइक सवार पुलिस वालों ने उनको रोकने के लिए ललकारा तो उनमें से एक ने पुलिस वाले को गोली मार दी। चोर फरार हैं उनकी तलाश की जा रही है। दरअसल दौसा जिले के सदर थाना इलाके में स्थित कालाखोह गांव की यह पूरी घटना है। गांव में आज सवेरे वाहन चोरों के आने के बारे में सूचना मिली थी।

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उनका पीछा सदर थाने के पुलिसकर्मी प्रहलाद सिंह और उनके साथी कर रहे थे। इस दौरान प्रहलात सिंह को गोली मार दी गई। प्रहलाद के सिर में गोली लगी है। उनको गंभीर हालत में जयपुर के एसएमएस अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। एसपी वंदिता राणा और उनकी टीम आरोपियों की तलाश में आकाश पाताल एक करने में लगे हुए हैं। पूरे जिले की पुलिस हमलाव करने वालों की तलाश कर रही है। अलग अलग टीमों को पूरे शहर में लगाया गया है। एसपी वंदिता राणा सवेरे से खुद फील्ड में हैं।

फिरोज सैफी/ जयपुर।

विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने का समय रह गया है। ऐसे में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशी चयन की कवायद तेज कर दी है। जिताऊ चेहरे तलाशने के लिए सर्वे के जरिए जमीनी फीडबैक लिया जा रहा है। वहीं कांग्रेस अपने उम्र दराज विधायक इस बार चुनाव मैदान में उतरने के इच्छुक नहीं हैं। इसी बीच उम्र दराज विधायकों ने अपनी जगह अपने परिवार जनों के नाम आगे बढ़ा दिए हैं।

प्रदेश में तकरीबन एक दर्जन से ज्यादा सीटें ऐसी है जहां पर कांग्रेस के मौजूदा उम्रदराज विधायकों ने पार्टी नेताओं को भी स्पष्ट कर दिया है कि अगर उन्हें टिकट नहीं दिया जाता है तो फिर उनकी जगह उनके बेटे-बेटी या अन्य परिजनों को टिकट दिया जाए। विधायकों के स्पष्ट संदेश के बाद अब पार्टी के शीर्ष नेता भी पेशोपेश में है कि मौजूदा विधायकों को ही चुनाव मैदान में उतर जाए या फिर उनकी जगह उनके बेटे-बेटियों पर दांव खेला जाए। हालांकि पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी भी साफ कर दिया है कि अगर नेताओं के बेटे-बेटियों के नाम मजबूती से सर्वे में सामने आते हैं तो उन्हें टिकट देने से कोई दिक्कत नहीं है।

यह विधायक जता चुके हैं चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा
कोटा उत्तर से विधायक और मंत्री शांति धारीवाल और श्रीमाधोपुर से दीपेंद्र सिंह शेखावत और खंडेला से निर्दलीय विधायक महादेव सिंह खंडेला भी अपने बेटों के लिए कांग्रेस का टिकट मांग रहे हैं। इन विधायकों की शर्त यही है कि अगर उनके परिवार में टिकट दिया जाता है तो वे चुनाव मैदान से हटाने को तैयार हैं।

विधानसभा सीट---------- विधायक-------------उत्तराधिकारी
श्रीमाधोपुर---------------दीपेंद्र सिंह-------------- बालेन्दु सिंह-(पुत्र)
शिव--------------------अमीन खां-----------------------शेर मोहम्मद-(पुत्र)
कोटा उत्तर------------शांति धारीवाल---------------अमित धारीवाल- (पुत्र)
करणपुर-------------गुरमीत सिंह कुन्नर---------------- रुपन्दर सिंह कुन्नर(पुत्र)
खंडेला--------------- महादेव सिंह खंडेला---------------- गिरिराज सिंह (पुत्र)
धोद------------------परसराम मोरदिया-------------------- महेश मोरदिया-(पुत्र)
बगरू-----------------गंगादेवी------------------------------रवि-(पुत्र)
खेतड़ी---------------जितेंद्र सिंह-----------------------------सोनिया सिंह ( पुत्री)
कठूमर--------------बाबूलाल बैरवा----------------------- अवधेश बैरवा- (पुत्र)
गुढ़ामलानी-----------हेमाराम चौधरी----------------------- सुनिता चौधरी-पुत्री
लालसोट---------परसादी लाल मीणा---------------------- कमल मीणा- (पुत्र)

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जयपुर। बिरला सभागार में मंगलवार को मिशन 2030 कार्यक्रम के दौरान अव्यवस्थाओं का आलम रहा, जिसे लेकर लोगों की नाराजगी भी नजर आई। हालात यह थे कि जिन गणमान्य लोगों को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से कार्यक्रम में अपने सुझाव देने के लिए बुलाया गया, उन्हें भी अंदर नहीं जाने दिया गया। गेट पर ही बाउंसरों को बार-बार अवगत कराने के बावजूद इन्हें वापस लौटना पड़ा। कार्यक्रम के दौरान अंदर बिरला सभागार में भी ऐसे ही हालात दिखे। कई वरिष्ठ अधिकारी भी कुर्सियां तलाशते दिखे जिन्हें कुर्सी नहीं मिली और बाद में वे कहीं बैठ गए।


पुलिस की बजाए बाउंसर्स पर भरोसा
हैरत की बात तो ये है कि सरकारी कार्यक्रम में आयोजकों ने पुलिस के बजाय निजी बाउंसर्स पर भरोसा जताया। सभागार के मुख्य गेटों पर तैनात इन बाउंसरों ने आमजन को भी अंदर प्रवेश नहीं करने दिया, इस दौरान वे कई लोगों से उलझते हुए भी देखे गए। कार्यक्रम के दौरान अव्यवस्थाओं को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मुख्य सचिव उषा शर्मा ने भी खेद जताया। उन्होंने कहा कि भविष्य में इसका ध्यान रखा जाएगा।

तैयार की थी पीपीटी
जयपुर के वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ और मनोरोग अस्पताल सेठी कॉलोनी के पूर्व अधीक्षक डॉ.शिव गौतम ने बताया कि उन्हें चिकित्सा विभाग की ओर से कार्यक्रम में अपने विचार, अनुभव, ज्ञान और प्रेरणा विचार देने के लिए बुलाया गया था। इसका उन्हें लिखित आमंत्रण पत्र भी मिला। लेकिन जब वे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया।

इस दौरान वहां कई अन्य डॉक्टर भी मौजूद थे। बार-बार सुरक्षा कर्मियों को आग्रह किया, लेकिन उन्हें निराश ही लौटना पड़ा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के लिए उन्होंने विस्तृत पीपीटी भी तैयार की थी। विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक डॉ.गौतम का नाम सीएम से मिलने वालों की सूची में शामिल था। विभाग को 66 लोगों को कार्यक्रम में बुलाने की स्वीकृति मिली थी।

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Home remedies for Weight Gain: अगर आपका बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 18 से कम है तो आप अंडरवेट है। ऐसे आपको अपने हेल्थ पर ध्यान देने की जरूरत है। वैसे आजकल के समय में ज्यादातर लोगों की मोटापे से परेशान हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनका शरीर कम वजन के कारण कंकाल की तरह जर्जर दिखता है। ऐसा किशोर उम्र में होता है। इस वजह से माता-पिता काफी परेशान रहते हैं। आज इस लेख में हम लेकर आए हैं कुछ ऐसे फूड जिसके सेवन से आपका वजन तेजी से बढ़ेगा। आप हट्टा कट्टा हो जाएंगे।

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शरीर कमजोर दिखना कुपोषण यानी पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक तत्वों की प्राप्ति न होना हो सकता है। वैसे आजकल यह समस्या बहुत कम ही लोगों में होती है। वैसे वजन बढ़ाने (Wajan Kaise Badhaye) से पहले यह देखना चाहिए कि कहीं किसी बीमारी की वजह से तो शरीर पर मांस नहीं चढ़ता। अगर किसी को कोई बीमारी नहीं है फिर भी वजन नहीं बढ़ रहा है तो कुछ नियमों का पालन कर वजन को बढ़ाया जा सकता है।

 

ऐसे बढ़ाएं वजन

लें ज्यादा कैलोरी
अगर आप जल्दी वजन बढ़ाना चाहते हैं तो ज्यादा कैलोरी वाले फूड का सेवन करें। इस स्थिति में आपको 400-500 कैलोरी ज्यादा लेनी होगी। तभी आपका वजन बढ सकता है। अगर और तेजी से वजन बढ़ाना चाहते हैं तो आपको 700 से 1000 कैलोरी ज्यादा लेना होगा।

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खाएं प्रोटीनयुक्त भोजन
वजन बढ़ाने के लिए आपको प्रोटीन की मात्रा ज्यादा लेनी होगी। ज्यादा प्रोटीन लेने के लिए बेस्ट तरीका यह है कि प्रोटीन युक्त फूड्स का सेवन ज्यादा करें। जितना वजन है उस हिसाब से प्रति किलोग्राम पर 2 ग्राम से ज्यादा प्रोटीन का सेवन करना चाहिए। मीट, मछली, अंडा, पनीर, दाल, फलीदार सब्जियां, बादाम, सोया, तिल, चिया सीड्स, टोफू, मटर, छोले, बींस, पंपकीन सीड्स, काजू, हेजलनट्स, अखरोट आदि में प्रोटीन प्रचूर मात्रा में पाया जाता है।

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हेल्दी फैट और कार्बोहाइड्रैट है जरूरी

हेल्दी फैट और कार्बोहाइड्रैट से कोई नुकसान नहीं होत है। इसके लिए आप घी और गुड़ का सेवन ज्यादा करें। घी में मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड पाए जाते हैं। जो डाइट्री फैट होता है। यह शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता है। घी में कई अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो इम्यूनिटी को भी बूस्ट करते हैं। घी हार्ट के लिए भी शानदार है। घी का सेवन जरूर करें। ध्यान रखें कि घी को तेज आंच पर न पकाएं। इससे घी ऑक्सीडाइज हो जाता है। जिसके कारण शरीर को नुकसान पहुंचता है। वहीं कार्बोहाइड्रैट के लिए गुड़ का सेवन किया जा सकता है। गुड़ हमारे शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता। अगर आप तेजी से वजन बढ़ाना चाहते हैं तो गुड़ और घी का सेवन कर सकते हैं।

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बार-बार खाएं
अगर आप तेजी से वजन बढ़ाना चाहते हैं तो दिन में 5 से 6 बार भोजन करने की आदत डालें। वजन बढ़ाने के लिए सुबह नाश्ता हैवी लें। इसके बाद दोपहर मील और रात में डिनर हैवी लें। रात में 8 बजे तक डिनर कर लें। इसके अलावा शाम में और दोपहर के बाद हल्का ब्रेकफास्ट जरूर करें। वैसे जब भूख लगे, उसी समय खाने का नियम बनाएं।

 

खाने से पहले न पीएं पानी
अगर आप खाना खाने से पहले पानी पीएंगे तो भूख मिट जाएगी। इससे आप भरपेट खाना नहीं खा सकते। इस लिए इन चीजों का ध्यान रखें।

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वेट गेनर शेक का करें सेवन
तेजी से वजन बढ़ाने के लिए दिन में कम से कम एक बार वेट गेनर शेक का सेवन करें। इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रैट और कैलोरी का चयन ज्यादा कर सकते हैं। दूध, केला, चेरी, अखरोट, बादाम आदि को मिलाकर शेक तैयार कर सकते हैं।

 

रोजाना करें एक्सरसाइज
जैसे वजन घटाने के लिए एक्सरसाइज जरूरी है, वैसे ही वजन बढ़ाने के लिए भी एक्सरसाइज बहुत जरूरी है। एक्सरसाइज नहीं करेंगे तो मेटाबोलिज्म सही से काम नहीं करेगा। इस वजह से खाना जल्दी हजम नहीं होगा। शरीर में फूड का एब्जोर्ब्सन सही से नहीं हो पाएगा। इससे एनर्जी सही से नहीं बनेगी तो फिर वजन नहीं बढ़ पाएगा।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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भारत (India) का ऐतिहासिक मून मिशन चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। 14 जुलाई को चन्द्रयान-3 को लॉन्च किया गया था। अब आज, बुधवार, 23 अगस्त को इसकी चांद पर लैंडिंग होने वाली है। इसरो (ISRO) के अनुसार शाम करीब 6 बजकर 04 मिनट पर इसकी चांद पर लैंडिंग हो सकती है। दुनियाभर में चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए प्रार्थनाओं का दौर जारी है। साथ ही दुनियाभर की नज़रें भारत के चंद्रयान-3 पर टिकी हुई हैं। आज शाम को चंद्रयान-3 की लैंडिंग को दुनियाभर में लाइव देखा जाएगा। इसके लिए चंद्रयान-3 की चांद पर लैंडिंग का लाइव स्ट्रीमिंग प्रोग्राम होगा और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Of India Narendra Modi) भी इससे जुड़ेंगे।


दक्षिण अफ्रीका से वर्चुअली देखेंगे ऐतिहासिक पल

पीएम मोदी इस समय दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में हैं। दक्षिण अफ्रीका में इस समय 15वें BRICS शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है और उसमें शामिल होने के लिए ही पीएम मोदी जोहानसबर्ग (Johannesburg) दौरे पर हैं। पर देश से दूर होने के बावजूद पीएम मोदी भारत के साथ ही दुनियाभर के लिए इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनने से पीछे नहीं हटेंगे। पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका में रहते हुए ही इस ऐतिहासिक पल को वर्चुअली देखेंगे।


चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के साथ चांद की सतह पर उतरने वाले देशों के क्लब में शामिल होगा भारत

चांद की सतह पर इससे पहले अमेरिका, चीन और तत्कालीन सोवियत संघ लैंड कर चुका है। कुछ दिन पहले रूस ने भी ऐसा करने की कोशिश की थी, पर उसे सफलता नहीं मिली थी। ऐसे में अगर आज चंद्रयान-3 चांद की सतह पर सफल लैंडिंग करता है, तो भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा।

एक और इतिहास रचने के करीब भारत

चंद्रयान-3 की चांद पर लैंडिंग के साथ ही भारत एक और इतिहास भी रच सकता है। चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव (South Pole) पर लैंडिंग करेंगा। इससे पहले ऐसा कोई भी देश नहीं कर पाया है। ऐसे में भारत के पास सफलतापूर्वक ऐसा करने और ऐसा करने वाला पहला देश बनने का मौका है।

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जयपुर
जी हां... आपने सही पढ़ा है। चंद्रयान आज शाम को चांद की सतह पर उतरेगा लेकिन उससे पहले राजस्थान की इस महिला नर्सिंग अफसर ने जमीन खरीद ली है। महिला नर्सिंग अफसर जोधपुर के एम्स अस्पताल में तैनात हैं। उन्होनें अपनी दो बेटियों के लिए ये जमीन खरीदी है। उनका कहना है कि बेटियों को इतना काबिल बनाना है कि वे चांद पर जा सकें और खुद की जमीन देख सकें। नर्सिंग अफसर का नाम है मीना विश्नोई। उनको बकायदा एक एकड़ जमीन खरीदने का प्रमाण पत्र लूना सोसायटी की ओर से जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि मीना राजस्थान की पहली महिला है जिन्होनें चांद पर प्लॉट लिया है। इससे पहले अजमेर के धमेन्द्र कुमार नाम के व्यक्ति ने अपनी ऐनिवर्सरी पर अपनी पत्नी के लिए चांद पर प्लॉट लिया था।

दरअसल मीना मूल रूप से जोधपुर की रहने वाली है। वे भोपालगढ़ के हिंगोली कस्बे में रहती हैं। कुछ समय पहले आयरलैंड देश में रहने वाली अपनी एक सहेली से बात करने के दौरान उन्होनें कहा कि वे अपनी बेटियों के लिए कुछ करना चाहती हैं। ऐसे में सहेली ने चांद पर जमीन खरीदने की बात कही। मीना ने इस बारे में गंभीरता से सोचा, अपने पति से बात की और उसके बाद चांद पर एक एकड जमीन खरीद ली।

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बताया जाता है कि लूना सोसायटी जो कि एक इंटरनेशल फर्म है, वह चांद पर जमीन बेचने का दावा करती है। हांलाकि यह भी कहा जाता है कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष कानून के तहत यह सब मान्य नहीं है। लेकिन उसके बाद भी बड़े लोग लगातार चांद पर जमीन ले रहे हैं। चांद पर जमीन बेचने का काम दो सोसायटी कर रही हैं। इनके दफ्तर कहां है इस बारे में भी ज्यादा जानकारी सामने नहीं आ सकी है। मीना ने इसके लिए कितने रूपए दिए इसका भी खुलासा नहीं हो सका है। मीना का कहना है कि एक दिन चांद पर जरूर बस्ती होगी और इस बस्ती में उनके बेटियों के लिए जमीन पहले ही सुरक्षित होगी।

जयपुर। देश में इनफर्टिलिटी एक बड़ी समस्या है। करीब 15 फीसदी युवा दंपतियों को इसका सामना करना पड़ रहा है। हालात यह है कि इनमें से भी महज एक फीसदी दंपति ही इनफर्टिलिटी का इलाज कराने के लिए आईवीएफ सेंटर पर आते है। यह बात आईवीएफ सेंटर की डॉ प्रियंका यादव ने कही। वैशाली नगर में सीके बिरला हेल्थ केयर की ओर से फर्टिलिटी सेंटर को शुरू किया गया है। डॉ यादव ने कहा कि इनफर्टिलिटी के कई कारण है। जिसकी वजह से दंपतियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि इसका इलाज नहीं है। लोगों को समय रहते इसका इलाज कराना चाहिए। प्रेग्नेंसी की 85 प्रतिशत सफलता दर के साथ 95 प्रतिशत से ज्यादा पेशेंट संतुष्टि स्कोर मिला है।

डॉ यादव ने बताया कि दुनियाभर में लोगों में इनफर्टिलिटी (बांझपन) के केस बहुत तेजी से बढ़ रहे है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण स्ट्रेस (तनाव) है। इसे देखते हुए अब अधिकांश लोग यूथ अवस्था में ही अपने एग को सुरक्षित करवा रहे हैं। ये 40 साल तक सुरक्षित रखे जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि आईवीएफ के जरिए 50 साल तक की महिला को गर्भधारण करवाया जा सकता है।

जयपुर. बंगाल की खाड़ी में बने कम वायुदाब क्षेत्र के असर से हिमालय की तराई क्षेत्र से वापस प्रदेश की ओर मानसूनी मेघ लौट रहे हैं। प्रदेश के कुछ इलाकों में झमाझम बारिश का दौर चल रहा है तो कहीं हल्की फुहारें भिगो रही हैं। पारे में बढ़ोतरी से लोग गर्मी और उमस से परेशान हैं। हालांकि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में जयपुर समेत 12 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है।

मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार पिछले 24 घंटो में दौसा, भरतपुर, अलवर, धौलपुर, करौली जिलों में कहीं भारी व कहीं अतिभारी बारिश दर्ज की गई है। पूर्वी राजस्थान में सर्वाधिक बारिश सिकराय, दौसा में 195एमएम, बैर भरतपुर में 145 एमएम, कोटकासिम, अलवर में 115 एमएम दर्ज की गई। जबकि पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क रहा है।
आज उत्तर-पूर्वी राजस्थान के भरतपुर, धौलपुर, दौसा, करौली व अलवर जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। शेष अधिकांश भागों में कमजोर मानसून गतिविधियां दर्ज होने की संभावना है।
मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार 24 अगस्त से मानसून ट्रफ लाइन पुन: हिमालय की तरफ शिफ्ट होने से राज्य के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियों में कमी होगी। पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जोधपुर संभाग में 24 अगस्त से आगामी एक सप्ताह मौसम शुष्क रहेगा। पूर्वी राजस्थान में 26 अगस्त से अधिकांश भागों में मौसम मुख्यत: शुष्क रहने की प्रबल संभावना है।

उम्मीद से कम बारिश
प्रदेश में मानसून के दूसरे दौर में भी बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। कुछ इलाकों में भारी बारिश हुई है वहीं दूसरी ओर कुछ इलाकों में बादलों की आवजाही रहने के बावजूद मेघ मेहरबान नहीं हो रहे हैं। ऐसे में ग्वार, मंूगफली, मक्का की फसलें जलने के कगार पर पहुंच गई हैं। वहीं अतिवर्षा से कुछ जिलों में फसलों को नुकसान भी हो रहा है। हालांकि मौसम विभाग ने आगामी दिनों में प्रदेश में अच्छी बारिश होने के संकेत दिए हैं।

12 जिलों में आज बारिश संभव
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, टोंक, बूंदी, बारां, कोटा, झालावाड़, चित्तौडग़ढ़ में मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान जताया है। जयपुर में देर रात से लेकर अलसुबह तक हल्की फुहारों का दौर रहा। सुबह शहर में मेघ छाए रहने पर मौसम सुहावना रहा और धूप की तपिश से भी राहत मिली।

बीसलपुर बांध का घटा गेज
पिछले 24 घंटे में बीसलपुर बांध के जलस्तर में फिर से गिरावट दर्ज की गई है। बांध का जलस्तर एक सेंटीमीटर घटकर 313.95 आरएल मीटर दर्ज किया गया। जबकि सहायक नदी त्रिवेणी में पानी का बहाव 20 सेंटीमीटर बढक़र 2.60 मीटर पहुंच गया है। ऐसे में अब बांध के छलकने की उम्मीद भी कमजोर पडऩे लगी है। बांध की पूर्ण जलभराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है और अब भी बांध छलकने से 1.55 मीटर दूर है।

Menopause symptoms and treatment : विश्व मेनोपॉज दिवस (World Menopause Day) हर वर्ष 18 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह उन सभी 40 वर्ष पार की करोड़ों महिलाओं को समर्पित है, जो मेनोपॉज (Menopause) के बाद उम्र के लगभग एक तिहाई जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के उपायों के बारे में नहीं जानती हैं। जयपुर की वरिष्ठ मेनोपॉज एक्सपर्ट डॉ. सुनिला खंडेलवाल बता रही हैं इसके बारे में विस्तार से कि कैसे बचें और क्या सावधानी रखें।

What is brain fog? क्या है ब्रेन फॉग?
ब्रेन फॉग ऐसा समूह है, जिसमें याद रखने की शक्ति कम होने लगती है। खासतौर से याददाश्त की कमी, शब्द, नंबर, नाम, कोई घटना भूल जाना, किसी काम में मन न लगना, काम में फोकस न होने की समस्या होती है। इसी के साथ जुड़ा है मनोदशा यानी मूड। गिरती मनोदशा मेनोपॉज (Menopause) के बाद एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर कम होने के कारण होती है। यह जीवन की गुणवत्ता पर असर डालता है।

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learning difficulties सीखने में परेशानी
इन्हीं समस्याओं पर रिसर्च में बताया गया है कि उन्हें कुछ सीखने में भी परेशानी होती है। मोबाइल, कम्प्यूटर आदि नहीं सीख पाते हैं। इसकी जागरूकता के लिए इंटरनेशनल मेनोपॉज (Menopause) सोसायटी ने एक गाइडलाइन जारी की है। इसमें बताया गया है कि यदि समय पर सही कदम नहीं उठाया जाए तो भविष्य में यह डिमेंशिया या अल्जाइमर्स का खतरा उत्पन्न कर सकती है।

These are risk factors ये हैं रिस्क फैक्टर

शारीरिक निष्क्रियता व सोशल सर्किल कम होना, मद्यपान व धूम्रपान, मोटापा, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज व डिप्रेशन इसके जोखिम कारक हो सकते हैं। वायु प्रदूषण भी चिंताजनक व रिस्क फैक्टर है। जिन्हें साइकोलॉजिकल स्ट्रेस ज्यादा हो, उनमें भी मेनोपॉज (Menopause) ब्रेन फॉग का खतरा कई गुना तक बढ़ जाता है।

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Preventive measures बचाव के उपाय
- बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआइ) 18.5 से 25 के बीच रखें।
- लाइफस्टाइल में बदलाव करें
- रोजाना 30 मिनट व्यायाम करें।
- सोशल एक्टिविटीज में भाग लें।
- अकेलापन न हो, इसके लिए परिजनों के बीच में रहें।
- ब्रेन बूस्टर एक्टिविटीज जैसे सुडोकू, पजल्स करें।
- हार्ट हैल्थ पर ध्यान दें। इससे ब्रेन भी हैल्दी होगा।
- रुचि के मुताबिक क्रिएटिव बनें।
- योग मेडिटेशन करें।

These changes come आते हैं ये बदलाव
ब्रेन की इमेजिंग स्टडी से पता चला है कि जिन महिलाओं को गर्मी के बफारे और नींद की कठिनाइयां आती हैं, उनके ब्रेन में स्ट्रक्चरल और फंक्शनल बदलाव आ जाते हैं। प्रारंभिक स्थिति में इलाज से इसे रिवर्स किया जा सकता है।

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मूल मंत्र
मेनोपॉज के दौर से गुजर रही महिलाएं क्षमा, समता भाव, सजग मन, शांत चित्त व सदैव मुस्कुराती रहें और दैनिक कार्यशैली चुस्त बनाए रखें।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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नई दिल्ली/जयपुर।

राजस्थान विधानसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन के लिए भाजपा ने कमर कस ली है। अपने 'मिशन' तक पहुंचने के लिए पार्टी ने एक बार फिर बड़े पैमाने पर परिवर्तन यात्राएं निकालने का फैसला लिया है। केंद्रीय संगठन की ओर से इसे लेकर पूरा एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया है। इसके साथ ही परिवर्तन यात्रा के समय और जगह के साथ ही इनकी अगुवाई कौन करेगा, इसे लेकर सस्पेंस ख़त्म हो गया है। साथ ही तमाम तरह के कयास और अटकलों पर भी विराम लग गया है।

 

राजे समेत सीनियर नेताओं को ज़िम्मा

परिवर्तन यात्रा के लिए इस बार भाजपा ने एक नई व्यवस्था की है। इसके तहत पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अलावा केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया को भी इन यात्राओं की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

 

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जानें कौन-कहां निकालेगा परिवर्तन यात्रा

पार्टी सूत्रों ने बताया कि गृहमंत्री अमित शाह 2 सितंबर को सवाई माधोपुर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर से पहली परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यात्रा की अगुवाई पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे करेंगी। इसी तरह प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के नेतृत्व में 3 सितंबर को बेणेश्वर धाम डूंगरपुर से निकलने वाली दूसरी यात्रा को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हरी झंडी दिखाएंगे। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के नेतृत्व में 4 सितंबर को रामदेवरा जैसलमेर से तीसरी यात्रा निकलेगी। इसे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह हरी झंडी दिखाएंगे। उपनेता प्रतिपक्ष पूनिया के नेतृत्व में 5 सितंबर को हनुमानगढ़ के गोगामेड़ी से निकलने वाली चौथी यात्रा को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी रवाना करेंगे।

 

पीएम मोदी की मौजूदगी में समापन

लोक देवताओं से जुड़े 4 प्रमुख धर्मस्थलों से सितंबर में परिवर्तन यात्राओं का आगाज करने की तैयारी की है। सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ माहौल बनाने के लिए ये यात्राएं आयोजित हो रही हैं। इन यात्राओं का समापन 25 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जयपुर में रैली से होने की संभावना है।

 

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इन नेताओं पर भी रहेगी ज़िम्मेदारी

2 सितंबर - त्रिनेत्र गणेश मंदिर से निकलने वाली यात्रा की जिम्मेदारी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, मोतीलाल मीणा, जितेन्द्र गोठवाल, नारायण मीणा को दी है।
3 सितंबर - रामदेवरा से निकलने वाली यात्रा की जिम्मेदारी राजेन्द्र गहलोत और जगबीर छाबा को सौंपी गई है।
4 सितंबर - बेणेश्वर धाम से निकलने वाली यात्रा की जिम्मेदारी चुन्नी लाल गरासिया, दामोदर अग्रवाल, सुशील कटारा को दी गई है।
5 सितंबर - गोगामेड़ी से निकलने वाली यात्रा की जिम्मेदारी सी.आर. चौधरी और श्रवण सिंह बगड़ी को सौंपी गई है।

 

हर दिन होगी एक बड़ी सभा

यात्रा प्रतिदिन दो से तीन विधानसभा क्षेत्रों में जाएगी। क्षेत्रवार एक परिवर्तन यात्रा 45 से लेकर 55 विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगी। सभी विधानसभा क्षेत्रों में नुक्कड़ सभाएं, स्वागत एवं अन्य कार्यक्रम होंगे। हर दिन हर यात्रा में एक बड़ी सभा भी करवाई जाएगी। सभा में कितने लोगों को इकट्ठा करना है। इस पर अभी मंथन चल रहा है। पार्टी इस यात्रा के जरिए राज्य सरकार के खिलाफ माहौल बनाने में जुटेगी।


जयपुर। चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए काउंट डाउन शुरू हो गया है। अगर सब ठीक रहा तो चंद्रयान आज शाम 6.04 बजे चंद्रमा की सतह पर उतरकर इतिहास रच देगा, जिसका पूरी दुनिया को इंतजार है। चंद्रयान की सफल लैंडिंग के लिए दुनिया भर में प्रार्थनाएं गूंज रही हैं। राजधानी जयपुर से लेकर दुनियाभर के मंदिरों में आरती हो रही है तो कहीं दरगाह में दुआ मांगी जा रही है।

जयपुर के नहर के गणेशजी मंदिर में शहरवासियों ने गजानन महाराज की पूजा-अर्चना कर आरती की। इस दौरान विध्नहर्ता से कामयाबी की प्रार्थना की गई। इसमें संजय राजपुरोहित, आंचल अवाना, उर्मिला पुरोहित सहित कई लोग शामिल हुए। वहीं, एक दिन पहले हिंदू रक्षा सेना राजस्थान की ओर से सीतापुरा स्थित शिव मंदिर में हवन किया गया। जनसमस्या निवारण मंच की ओर से भूतेश्वर महादेव मंदिर में भोलेनाथ का रुद्राभिषेक किया गया।

महाकालेश्वर मंदिर में विशेष 'भस्म आरती'

चंद्रयान की सफल लैंडिंग के लिए मध्य प्रदेश के उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में विशेष 'भस्म आरती' की गई। ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन से लेकर संयुक्त राज्य अमरीका तक विशेष अनुष्ठान, प्रार्थनाएं और समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। अमरीका में न्यू जर्सी के मोनरो में ओम श्री साईं बालाजी मंदिर और सांस्कृतिक केंद्र में प्रार्थना की जा रही है। वहीं अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में चंद्रयान 3 की सफलता के लिए दुआ मांगी।


बच्चों के साथ लैंडिंग का सीधा प्रसारण देखेंगे सीएम गहलोत

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चंद्रयान 3 की चन्द्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग का सीधा प्रसारण मुख्यमंत्री निवास पर टीवी पर देखेंगे। इस मौके पर कुछ स्कूली बच्चों का दल भी उनके साथ मौजूद रहेगा। इधर, सीएम गहलोत ने चांद पर पहली बार इंसान के उतरने के ऐतिहासिक घटनाक्रम के दौरान अपने छात्र जीवन के संस्मरण को याद किया है। उन्होंने कहा है कि जब ये ऐतिहासिक घटना हुई थी, तब वे एक छात्र के रूप में बेहद उत्साहित थे।

बता दें कि अमरीका, चीन और तत्कालीन सोवियत संघ के बाद भारत चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन जाएगा। वहीं भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट-लैंडिंग करने वाला पहला देश बन जाएगा, जो पानी मिलने की संभावना के कारण काफी दिलचस्प मना जा रहा है।

14 जुलाई को किया गया था लॉन्च
बता दें कि चंद्रयान-2 के विफल होने के बाद मून मिशन चंद्रयान-3 पिछले महीने 14 जुलाई को लॉन्च किया गया था। 5 अगस्त को चंद्रयान-3 चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कर गया था। 17 अगस्त को दोनों मॉड्यूल - रोवर और लैंडर - के अलग होने से पहले 6,9,14 और 16 अगस्त को चांद की कक्षा की दूरी कम करने की कवायद की गई थी।

Health Benefits of Buckwheat: लोग व्रत के दौरान कुट्टू के आटे का सेवन करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि अगर आप रोजाना इसका सेवन करते हैं तो आपके सेहत को गजब के फायदे होंगे। जीं हां कुट्टू का आटा सेहत के लिए बेहद लाभकारी है। रोजाना सेवन से शरीर को कई फायदे मिल सकते हैं। कुट्टू में कई तरह के पोषक तत्व प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह शरीर के कई परेशानियों को दूर रखता है।

 

ग्लूटन फ्री है होता है कुट्टू का आटा
कुट्टू का आटा पूरी तरह से ग्लूटेन फ्री होता है। सिलिएक के पेशेंट के लिए यह काफी फायदेमंद है। कुट्टू को डाइट में शामिल करना एक बेहतर ऑप्शन है। आटा के अलावा आप कुट्टू के साबुत बीजों को खिचड़ी या तहरी का सेवन कर सकते हैं।

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पोषक तत्व से भरपूर है कुट्टू
कुट्टू में कई तरह के पोषक तत्व प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें फॉसफोरस, कैलोरी, प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कॉपर और मैग्नीशियम जैसे न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं। इस वजह से कुट्टू को आटा या फिर बीजों का सेवन कर कई तरह के फायदे पा सकते हैं।

 

सूजन कम करता है कुट्टू
कुट्टू में फ्लेवोनोइड्स रुटिन और क्वेरसेटिन नाम के पदार्थ पाए जाते हैं। इसलिए कुट्टू को डाइट में शामिल करना से बॉडी के ब्लड वेसेल्स मजबूत होते हैं। जिससे सूजन की दिक्कत से छुटकारा पाया जा सकता है।

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पाचन के लिए फायदेमंद है कुट्टू
कुट्टू एक लाइट फूड है। इसमें प्रचूर मात्रा में फाइबर पाए जाते हैं। इस वजह से इसको डाइजेस्ट करना आसान होता है। इसके सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता है। इसके सेवन से गैस, एसिडिटी या कब्ज की समस्या नहीं होती है।

 

शुगर को करता है कंट्रोल
कुट्टू में प्रोटीन, फाइबर और फ्लेवोनोइड्स तत्वों पाए जाते हैं इसलिए यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मददगार है। टाइप 2 डायबिटीज पेशेंट के लिए कुट्टू को डाइट में शामिल करना फायदेमंद है।

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हार्ट प्रॉब्लम करता है दूर
कुट्टू का रोजाना सेवन करने से बॉडी का कोलेस्ट्रॉल लेवल और ब्लड ग्लूकोस लेवल कंट्रोल रहता है। इस वजह से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बना रहता है। इसलिए यह आपकी दिल की सेहत के लिए अच्छा है। इसके सेवन से हार्ट संबंधी समस्या का खतरा कम रहता है।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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iPhone case: दिल्ली के एक शख्स ने खुद को गरीब बताया, तभी उसके आईफोन पर लोगों की नजर गई। पता चला कि लेटेस्ट आईफोन है अब उस पर हर महीने 22500 रूपए का हर्जाना ठोक दिया गया। मामला जयपुर की एक फैमिली कोर्ट का है। दरअसल जयपुर की रहने वाली एक महिला की शादी साल 2020 में दिल्ली में रहने वाले एक शख्स से हुई थी। शादी के कुछ दिन सब सही चला लेकिन उसके बाद महिला पर अत्याचार बढ़ने लगे तो वह वापस जयपुर अपने माता पिता के पास लौट आई। उसके बाद उन्होनें साल 2021 जयपुर की फैमिली कोर्ट में पति के खिलाफ केस किया।


केस की सुनवाई शुरु हुई और दिल्ली में रहने वाले महिला के पति को इसकी सूचना दी गई। उसे सुनवाई के लिए जयपुर बुलाया गया तो वे जयपुर पहुंचे। कोर्ट में खुद को गरीब बताया। इसी दौरान पत्नी ने कहा कि ये गरीब नहीं हैं इनके पास आईफोन है। जब कोर्ट ने दखल दी तो शख्स के पास आईफोन निकला वह भी लेटेस्ट। शख्स ने कहा कि यह फोन उसने लोन पर लिया है और उसके उपर करीब पंद्रह लाख रुपए का लोन अलग से चल रहा है।

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यह भी सामने आया कि शख्स दिल्ली में नर्सिंग अफसर के पद पर तैनात है और उसकी हर महीने की सैलेरी करीब नब्बे हजार रुपए है। फिर भी वह अपनी पत्नी को भरण पोषण नहीं देना चाहता था। ऐसे में फैमिली कोर्ट ने शख्स पर अपनी को हर्जाना देने के लिए हर महीने 22500 रूपए देने के आदेश किए। पता चला कि उसने अपने बैंक खातों में अपनी कमाई की कम जानकारी भी दी थी।

Mukhyamantri Chiranjeevi Swasthya Bima Yojana : मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना राजस्थान एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य बीमा योजना है जो राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई है। इसका उद्देश्य राजस्थान राज्य के निवासियों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है बिना किसी आर्थिक तंत्र के परेशानी के। इस योजना के तहत, राज्य के नागरिकों को नि:शुल्क चिकित्सा उपचार की सुविधा प्रदान की जाती है, जिससे उनके लिए उपयुक्त चिकित्सा सेवाओं तक पहुँचने में मदद मिलती है।

राजस्थान के वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister of Rajasthan, Ashok Gehlot ) को चिरंजीवी योजना (Mukhyamantri Chiranjeevi Swasthya Bima Yojana ) को लागू करने का श्रेय जाता है । राजस्थान में स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम "चिरंजीवी योजना" राजस्थान की राज्य सरकार द्वारा चलाया जाता है, जो राज्य में प्रत्येक पात्र परिवार को 25,00000 तक रुपये तक की कैशलेस चिकित्सा बीमा पॉलिसी प्रदान करता है। आप चिरंजीवी पंजीकरण के लिए अपना आवेदन उस वेबसाइट पर जमा कर सकते हैं जो आधिकारिक तौर पर कार्यक्रम से संबद्ध है। आपको कुछ दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी, जैसे आधार कार्ड, जन आधार कार्ड, और ऐसी अन्य चीज़ें।

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1 . Mukhyamantri Chiranjeevi Swasthya Bima Yojana के माध्यम से राजस्थान के प्रत्येक परिवार को ₹ 25,00000 तक के कैशलेस इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी।
2. इस योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम और सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 के लाभार्थियों को पंजीकरण करवाने की आवश्यकता नहीं है।
3. आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से लघु व सीमांत कृषक, संविदा कर्मी एवं अन्य लाभार्थी खुद रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं या फिर ई मित्र पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
4. इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए जन आधार नंबर या जन आधार पंजीयन रसीद होना अनिवार्य है।
5. यदि आपके पास जन आधार कार्ड नहीं है तो आपको इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए सर्वप्रथम जन आधार नामांकन करवाना होगा।
6. लाभार्थी द्वारा 1 अप्रैल से लेकर 30 अप्रैल 2021 तक खुद या फिर ई मित्र के माध्यम से भी रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है।
7. योजना का लाभ 1 मई 2021 से ।
8. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, सामाजिक आर्थिक जनगणना के पात्र परिवार, लघु एवं सीमांत कृषक व संविदा कर्मी का बीमा प्रीमियम राज्य सरकार द्वारा वाहन किया जाएगा।
9. इसके अलावा अन्य परिवारों को ₹850 प्रति वर्ष प्रीमियम का भुगतान करना होगा
10.मुख्‍यमंत्री चिरंजीवी स्‍वास्‍थ्‍य बीमा योजना में प्रति परिवार बीमा राशि को 10 लाख से बढ़ाकर 25 लाख रूपये प्रतिवर्ष करने की घोषणा।

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लाभ:
मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना (Mukhyamantri Chiranjeevi Swasthya Bima Yojana ) के अंतर्गत पात्र राजस्थान राज्य के निवासी होते हैं, जिन्हें निम्नलिखित लाभ प्राप्त करने का अधिकार होता है:

नि:शुल्क चिकित्सा सेवाएं: इस योजना के तहत चिकित्सा सेवाएं नि:शुल्क प्रदान की जाती हैं। यह चिकित्सा सेवाएं चिकित्सा महाविद्यालयों, जिला अस्पतालों, आदिवासी क्षेत्रों के चिकित्सा सेंटरों, स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राइवेट अस्पतालों में प्रदान की जाती है।

बिमा लाभ: योजना के तहत नि:शुल्क चिकित्सा सेवाओं के साथ-साथ बीमा लाभ भी प्रदान किया जाता है। इससे लाभार्थियों को दुर्घटनाओं और अन्य आकस्मिक परिस्थितियों में भी आर्थिक सहायता मिलती है।

उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं: योजना के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली चिकित्सा सेवाएं उच्च गुणवत्ता वाली होती हैं। इससे लाभार्थियों को उच्चतम स्तर की चिकित्सा सेवाएं मिलती हैं जिनमें निदान, उपचार, ऑपरेशन आदि शामिल होते हैं।

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अस्पतालों की सूची:
मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के अंतर्गत निम्नलिखित प्रमुख अस्पतालों में चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाती है:

Find the Chiranjeevi yojana hospital list in Jaipur चिरंजीवी योजना अस्पताल सूची जयपुर

- Monilek Hospital and Research Centre
- Bhandari Hospital and Research Centre
- CKS Hospitals
- GP Shekhawati Hospital n Research Centre
- Adinath ENT and General Hospital
- PriyamSuperspeciality Hospital
- Pulse Multispeciality Hospital Research
- University Ayurveda Hospital Research Centre
- R P Memorial Hospital
- Shri Rama Krishna Hospital
- Siddhi Vinayak Hospital and Research Centre
- Vaishali Hospital and Surgical Research
- BhagwanMahaveerCancer Hospital RC
- Mahatma Gandhi Hospital etc.

चिरंजीवी बीमा योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड से जुड़े बैंक खाते का विवरण
- पंजीकृत स्थायी मोबाइल नंबर
- राशन के लिए कार्ड
- आवासीय प्रमाण पत्र
- एक मतदाता पहचान पत्र या पैन कार्ड
- पासपोर्ट के आकार की एक तस्वीर और आपके ड्राइविंग लाइसेंस पर आपके हस्ताक्षर
- बीमारी की स्थिति में कैसे उठाएं चिरंजीवी योजना का लाभ
- यदि आप राजस्थान में रहते हैं और कार्यक्रम के लाभों का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा। निम्नलिखित उन कवरेज लाभों की एक सूची है जो एक व्यक्ति कार्यक्रम के तहत प्राप्त कर सकता है, जिसकी अधिकतम कीमत रु. 25 लाख:

- कार्यक्रम में नामांकन के लिए वेबसाइट https://sso.rajasthan.gov.in/signin पर जाएं
- ऑनलाइन पंजीकरण" कहने वाले लिंक पर क्लिक करें और फिर संकेत दिए जाने पर अपनी एसएसओ आईडी दर्ज करें।
- इस खंड में आपको दो अलग-अलग विकल्प दिखाई देंगे। पहला पूरी तरह से मुफ़्त है, जबकि दूसरे के लिए भुगतान की आवश्यकता होती है।
- "टाइप" बॉक्स में, "संविदात्मक" का चयन करें और फिर "कोविद -19 एक्स-ग्रेटिया" के तहत उस लिंक पर क्लिक करें जो कहता है कि "जरूरतमंद और असहाय परिवार जिन्हें राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 अनुग्रह राशि प्राप्त हुई है।" आप उपयुक्त बॉक्स में अपना जन आधार नंबर या जन आधार पंजीकरण रसीद संख्या दर्ज करके खोज सकते हैं।
आप सॉफ्टवेयर में प्रदर्शित परिवार के प्रत्येक सदस्य के नाम देखेंगे। उन नामों में से, परिवार के एक सदस्य को इलेक्ट्रॉनिक रूप से हस्ताक्षर (ई-हस्ताक्षर) करने की आवश्यकता होगी, और आधार कार्ड पर सूचीबद्ध मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा।
- उसके बाद, आपको उस विशिष्ट श्रेणी के बाद अपना विवरण जमा करना होगा। इस चरण को पूरा करने के बाद, आप पॉलिसी दस्तावेज़ का प्रिंट आउट ले सकेंगे।
- जब आप सशुल्क श्रेणी में किसी परिवार के लिए अपना आवेदन जमा करते हैं तो सॉफ्टवेयर आपको ऑनलाइन भुगतान पृष्ठ पर निर्देशित करेगा। पैसे हो जाने के बाद, आपकी समीक्षा के लिए पॉलिसी पेपर का प्रिंट आउट लिया जा सकता है।

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जयपुर में निजी चिरंजीवी योजना अस्पताल सूची
- Atulya Hospital Pvt Ltd
-CKS Hospital
-ASG Hospital Pvt. Ltd.
-Pawan Hospital Pvt. Ltd.
-Pink Vinayak Hospital
-Apex Hospitals Private Limited
-HealthCare Global Enterprises Ltd
-Kandoi Health Care Pvt. Ltd.
-Phagi Hospital Pvt.Ltd
-Saket Hospital
- Soni Medicare Limited


मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना राजस्थान राज्य के नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य बीमा योजना है जो उन्हें उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं नि:शुल्क प्रदान करती है। इसके साथ ही, योजना उन्हें आकस्मिक परिस्थितियों में भी आर्थिक सहायता प्रदान करती है। यह योजना राजस्थान सरकार के प्रयासों का हिस्सा है जो राज्य के निवासियों के स्वास्थ्य की देखभाल में सुधार करने का लक्ष्य रखती है।

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जयपुर।

राजस्थान की गहलोत सरकार जहां सत्ता में बरकरार रहने के लिए राहतों और सौगातों की बौछार करने में जुटी है, तो वहीं प्रतिद्वंदी भाजपा राज्य की कांग्रेस सरकार को पटखनी देने में पूरा ज़ोर लगा रही है। इसी 'मिशन' पर जुटी भाजपा अब चुनाव में जाने से पहले 'संकल्प पत्र' (घोषणा पत्र) तैयार करने में लग गई है। इस काम के लिए पार्टी ने हाल ही में बाकायदा 'संकल्प पत्र समिति' का भी गठन किया है, जिसका संयोजक केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को बनाया गया है।

 

 

आरएसएस से भी लिए जाएंगे सुझाव

प्रदेश भाजपा 'संकल्प पत्र समिति' की मंगलवार को जयपुर में हुई पहली बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी.एल संतोष की मौजूदगी में हुई इस बैठक में समिति को निर्देशित किया गया है कि संकल्प पत्र 15 अक्टूबर तक तैयार कर लिया जाएगा। ख़ास बात ये है कि भाजपा अपना संकल्प पत्र तैयार करने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से भी सुझाव लेगी। यह जिम्मा सांसद घनश्याम तिवाड़ी को दिया गया है।

 

 

आमजन से ऐसे लिए जाएंगे सुझाव

लोगों के सुझाव एकत्रित करने के लिए विधानसभावार एलईडी रथ चलाए जाएंगे। विधानसभा क्षेत्रों में करीब दस हजार पेटियां रखवाई जाएंगी, जिनमें लोग अपने सुझाव पत्र डाल सकेंगे। इन पेटियों को 'आकांक्षा' नाम दिया गया है। पार्टी का मानना है कि सुझाव की जगह लोग अपनी आकांक्षा लिखकर इनमें डालेंगे।

 

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1 करोड़ से ज़्यादा लेंगे सुझाव!

'संकल्प पत्र समिति' ने संकल्प पत्र तैयार करने के लिए कम से कम 1 करोड़ 60 लाख लोगों से सुझाव लेने का टारगेट रखा है। इनमें हर वर्ग और हर आयु के लोग शामिल होंगे। पार्टी सह संयोजकों को संभागवार सुझाव एकत्रित करने का जिम्मा दिया गया है। संकल्प पत्र समिति की बैठक में सह संयोजक किरोड़ी लाल मीणा नहीं आए।

 

 

परिवर्तन यात्रा में भी लेंगे सुझाव
संकल्प पत्र समिति के संयोजक व केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया है कि प्रदेश में चार स्थानों से निकलने वाली परिवर्तन यात्रा के दौरान भी रथों पर एक सुझाव पेटी रखी जाएगी, जिसमें जनता अपना सुझाव दे सकेगी। जनाक्रोश यात्रा और नहीं सहेगा राजस्थान में आए सुझावों को भी संकल्प पत्र में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार की योजनाओं के समीक्षा भी करेंगे।

 

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ये नेता हैं संकल्प पत्र समिति में

केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को प्रदेश संकल्प पत्र समिति का संयोजक बनाया गया है। अब उन्हीं पर राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के घोषणा पत्र की जिम्मेवारी रहेगी। इस काम में सह-संयोजक की भूमिका में राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवारी, किरोड़ीलाल मीणा, राष्ट्रीय मंत्री व पूर्व विधायक अल्का सिंह गुर्जर, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेंद्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष मेहरिया, प्रभुलाल सैनी और राखी राठौड़ शामिल है। इसके अलावा सदस्य के रूप में भी कई भाजपा नेताओं का नाम शामिल है

जयपुर।

देश-दुनिया में विशेष पहचान रखने वाला जयपुर स्थित आमेर महल कल गुरुवार को एक दिन के लिए पर्यटकों और आमजन के लिए बंद रहेगा। पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत के अनुसार जी-20 शिखर सम्मेलन के चलते आमेर महल कल एक दिन के लिए पर्यटकों और आमजन के लिए बंद रहेगा। इस दिन लाइट एंड साउंड शो भी बंद रहेगा, वहीं हाथी सवारी भी नहीं होगी।

 

जानकारी के अनुसार जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए आये वीवीआईपी मेहमानों के लिए आमेर महल पर विशेष आयोजन रखा गया है। आमेर के गणेश पोल पर 'गाला इवनिंग' के इस ख़ास आयोजन में 'बेस्ट ऑफ राजस्थान फ्यूजन विद कंटेंपरेरी' लोक नृत्य और कथक कार्यक्रम रखा गया है। इसमें 100 से भी ज़्यादा कलाकार एक साथ अपनी प्रस्तुतियां देंगे।

 

आज सिटी पैलेस में आयोजन

जी-20 शिखर सम्मेलन के तहत आज डेलीगेट्स के लिए सिटी पैलेस में वेलकम डिनर रखा गया है। सिटी पैलेस के प्रीतम निवास में अनवर हुसैन द्वारा संतूर वादन और मयूर नृत्य विशेष आकर्षण रहेंगे। यह आयोजन पर्यटन विभाग और सिटी पैलेस के संयुक्त तत्वावधान में हो रहा है।

 

जयपुर की मेजबानी में होगी जी-20 बैठक

भारत की जी-20 अध्यक्षता में व्यापार एवं निवेश मंत्रालयी बैठक कल से जयपुर की मेजबानी में शुरू होगी। दो दिन की इस महत्वपूर्ण बैठक के लिए जी-20 देशों के वित्त, व्यापार और निवेश मंत्रियों के राजधानी पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। सभी वीवीआईपी डेलीगेट्स की जयपुर एयरपोर्ट पर तय प्रोटोकॉल के अनुसार आगवानी की जा रही है।

 

गौरतलब है कि जयपुर में पहली बार हो रही इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान जी-20 सदस्य और आमंत्रित देशों के बीच पांच प्राथमिकता वाले मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इनमें विकास एवं समृद्धि के लिए व्यापार, गतिशील व्यापार एवं वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं, विश्व व्यापार में सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों -एमएसएमई को समेकित करने, व्यापार के लिए लॉजिस्टिक्स तथा विश्व व्यापार संगठन- डब्ल्यूटीओ में सुधार करना शामिल हैं।

 

वहीं वैश्विक व्यापार और निवेश संबंधित मुद्दों पर आम सहमति बनाने और इसके साथ-साथ भारत की अध्यक्षता में प्रस्तुत कार्रवाई उन्मुख प्रस्तावों को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

 

इन देशों से आ रहे डेलीगेट्स
बैठक में विशेष रूप से अमरीका, ब्रिटेन, चीन, कनाडा, इंडोनेशिया, जापान, यूरोपीय संघ, कोरिया गणराज्य, तुर्किये, सऊदी अरब, फ्रांस, बांग्लादेश, मिस्र, नीदरलैंड, ओमान, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात के व्यापार मंत्री भाग लेने आ रहे हैं। बैठक की अध्यक्षता वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री और कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल करेंगे।

 

पीएम मोदी का संदेश होगा प्रसारित

उद्घाटन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो संदेश भी प्रसारित किया जाएगा, जो वैश्विक व्यापार और निवेश मुद्दों पर सार्थक चर्चा के लिए मंच तैयार करेगा। इसके बाद मंत्री तीन सत्रों में वैश्विक व्यापार और निवेश संबंधित मुद्दों पर आम सहमति बनाने के मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। इनमें वैश्विक, विकास और समृद्धि के लिए बहुपक्षीय व्यापार, समावेशी और लचीले व्यापार और कागज रहित व्यापार के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

Osteoporosis: Symptoms, Causes and Treatment : ऑस्टियोपोरोसिस को वृद्धावस्था का रोग भी कहा जाता है। एक तरह से यह बीमारी न होकर कमजोरी है, जो हड्डियों से जुड़ी है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार महिलाओं में हर तीन में से एक जबकि पुरुषों में हर आठ में से एक को यह बीमारी पाई जाती है।
- डॉ. आनंद प्रभाकर जोशी,
ऑर्थोपेडिक सर्जन, रायपुर (छग)

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Be active in youth युवावस्था में बनें सक्रिय
हड्डियों की ग्रोथ युवावस्था में सबसे अधिक होती है, अत: इस उम्र में खुद को सक्रिय बनाएं। आयरन-कैल्शियम रिच डाइट के साथ ही व्यायाम पर फोकस करें। इसमें वॉक, रनिंग सहित रिद्मिक इम्पैक्ट एक्सरसाइज से इन्हें मजबूत बना सकते हैं।

Stay away from these things इन चीजों से दूरी बनाएं
धूम्रपान व एल्कोहल जैसे व्यसन भी ऑस्टियोपोरोसिस के लिए जिम्मेदार होते हैं। साथ ही ये इस समस्या को बढ़ा भी देते हैं, अत: इनसे बचें। ५० की उम्र के बाद खाने में विटामिन डी3, कैल्शियम जैसे पोषक तत्त्वों की मात्रा बढ़ाएं। इनसे मजबूती मिलेगी।

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6.1 करोड़ लोग ऑस्टियो-पोरोसिस से ग्रस्त हैं भारत में। इनमें 80 फीसदी महिलाएं। -डब्लूएचओ

उम्र का फैक्टर
मेनोपॉज के बाद महिलाओं में और 55 वर्ष से अधिक उम्र में पुरुषों में ऑस्टियोपोरोसिस की आशंका होती है। एक रिसर्च के अनुसार, अधिक उम्र में 100 में से 30 लोगों की कूल्हे की हड्डी टूट जाती है, जिससे जीवन खतरे में पड़ जाता है।


आहार का विज्ञान
अधिक उम्र में दूध, चीज, डेयरी प्रोडक्ट्स सहित अच्छे स्वास्थ्य के लिए मौसम आधारित फल-सब्जियां, ड्राइ फ्रू ट्स, विटामिन व प्रोटीन से युक्त डाइट के साथ ही इम्युनिटी बूस्टर चीजें खाएं। ऑस्टियोपोरोसिस हो तो डॉक्टर से परामर्श करें।

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ये टिप्स ध्यान रखें

- कैल्शियम-प्रोटीनयुक्त डाइट लें।
- इसमें हड्डियां कमजोर होने लगती हैं, अत: ऐसा कोई काम न करें, जिससे इन्हें जोखिम का सामना करना पड़े।
- शारीरिक अभ्यास जरूरी है, अत: इसे इग्नोर न करें।
- लक्षण सामने आने पर तुरंत उपचार लें, ताकि इलाज हो सके।
- खुद से कोई इलाज न लें और न ही दवाइयां बीच में छोड़ें।

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Power Crisis in Rajasthan : राजस्थान में बढ़ते बिजली संकट के मद्देनजर, राज्य सरकार उद्योगों को बिजली आपूर्ति में कटौती करेगी और इसे किसानों और आम लोगों को देगी। अधिकारियों ने बुधवार को ये बात कही। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan CM Ashok Gehlot) ने राज्य में चल रहे बिजली संकट से निपटने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए अधिकारियों के साथ एक बैठक की। अधिकारियों ने बताया कि बैठक में उद्योगों की बिजली आपूर्ति में कटौती कर इसे किसानों और आम उपभोक्ताओं को देने का निर्णय लिया गया है।

संकट के चलते किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए दिन के बजाय रात को बिजली दी जाएगी। दरअसल, अगस्त में मानसून धीमा पडऩे से राज्य में बिजली संकट गहरा गया है। तापमान बढऩे से बिजली की मांग बढ़ गई है।

बिजली विभाग की ओर से लोड मैनेजमेंट किया जा रहा है और शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक बिजली कटौती की जा रही है। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि राज्य में बिजली की औसत खपत प्रतिदिन 3400 लाख यूनिट से अधिक हो गई है। बिजली की अधिकतम मांग 17 हजार मेगावाट के करीब पहुंच गई है। इस बार बारिश नहीं होने से बिजली की मांग और बढ़ गई है। मांग और आपूर्ति में तालमेल बनाए रखने के लिए मांग अधिक और आपूर्ति कम होने के कारण बिजली कटौती की जा रही है। पर्याप्त बिजली नहीं मिलने के कारण अलग-अलग इलाकों में जरूरत के मुताबिक एक से डेढ़ घंटे की कटौती की जा रही है।

-आईएएनएस

जयपुर। Sleep Attack: जानबूझकर या मजबूरन टाले जाने वाली नींद लोगों की सेहत से बड़ी खिलवाड़ कर रही। जहां इंसोमेनिया की समस्या बेहद आम हो गयी है ,वहीँ अब लोग स्लीप अटैक से भी जूझ रहे है। स्लीप अटैक यानी नींद का दौरा पड़ना। यह उस अवस्था में होता है जब व्यक्ति की नींद पूरी नहीं हो पाती है। ग्रेट इंडियन स्लीप स्कोरकार्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार 67 फीसदी महिलाएं एवं 56 फीसदी पुरुषों को दफ्तर में काम के दौरान नींद आती है। 21 %लोगों ने यह भी माना की उन्हें रात में नहीं ,दिन के समय गहरी नींद आती है और वे काम -काज पर ध्यान नहीं दे पाते है। देर तक काम में उलझे रहना ,देर रात तक जागना , परेशानियों में उलझे रहना ,अत्यधिक स्क्रीन टाइम देना इसके कारणों में शामिल है। इस वजह से नींद पूरी नहीं हो पाती है जहां एक स्वस्थ जीवनशैली के लिए 8 घंटों की नींद जरूरी है वहां औसतम लोगों ने माना रात में केवल 4 से 5 घंटे नींद ले पाते है। नींद पूरी ना होने से लोगों की वर्क लाइफ पर भी बुरा असर हो रहा है ,काम के दौरान हमेशा थका हुआ महसूस , दफ्तर में सही तौर पर कार्य नहीं कर पा रहे है। राजधानी के मनोरोग विशेषज्ञों के पास 10 फीसदी मामलें

स्लीप अटैक की दिक्कत से तनाव ,स्ट्रेस में होती है बढ़ोतरी
मनोरोग विशेषज्ञ रोमा चेलानी ने बताया कि व्यक्ति की रात की नींद पूरी नहीं होने पर उसके अगले दिन पर इसका असर दिखाई देता है। देर रात तक अनावश्यक तौर पर जागना ,सोने से पहले लगातार फोन में आंखें गड़ाएं रखना , देर रात तक लाइट्स ऑन रखना नींद चक्र को प्रभावित करता है। स्लीप अटैक को मेडिकल साइंस की भाषा में नार्कोलेप्सी कहते है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें दिन के समय अचानक तेज नींद आने लगती है। व्यक्ति चाह कर भी नींद पर काबू नहीं कर पाता है। स्लीप अटैक के कारण ऑफिस में सही तौर पर कामों में ध्यान केंद्रित नहीं करने पर तनाव ,स्ट्रेस का स्तर बढ़ जाता है।नींद बनाने वाले हार्मोन मेलेटोनिन की कमी के कारण स्लीप अटैक की समस्या पैदा होती है। नींद के दौरे बिना किसी चेतावनी के कभी भी आ सकते है ।

इस प्रकार के मामलें आ रहे है सामने
समस्या इतनी बढ़ी की जॉब से लिया ब्रेक
28 वर्षीय किशनपोल निवासी युवक ने बताया कि पिछले 6 महीने से उनका नींद चक्र बिगड़ा हुआ था। पारिवारिक कलह के चलते उन्हें देर रात तक नींद नहीं आती थी। सुबह वे दफ्तर में काम नहीं कर पाते थे ,उन्हीं स्लीप अटैक की दिक्कत होने लगी। काम समय पर पूरा ना करने पर ऑफिस में भी उन्हें तनाव होने लगा। यह देखते हुए उन्होंने अभी अपनी नौकरी से ब्रेक लिया है। अपने नींद चक्र को सुधार रहे है ,तनाव कम ले रहे हैं ,थैरेपी भी चल रही है।

मोबाइल एडिक्शन का कर रही हूं नियंत्रण
जवाहर नगर 20 वर्षीय युवती ने बताय कि कोविड के बाद से उन्हें नींद नहीं आने की समस्या रहने लगी। उस दौरान उन्हें देर रात तक जागने ,मोबाइल देखने की आदत लग गयी थी। स्थिति इतनी बिगड़ी की उन्हें कॉलेज में नींद आने लगी ,कक्षा में वे ध्यान केंद्रित नहीं कर पाती थी। मनोरोग चिकित्सक से परामर्श लेने पर पता चला कि उन्हें नार्कोलेप्सी की समस्या है। फिलहाल वे अपने दिनचर्या में सुधार कर रही है।

ऐसे करें बचाव
स्क्रीन टाइम का करे नियंत्रण
थोड़ा समय योग ,एक्सरसाइज के लिए निकाले
सोने से पहले कैफीन या कोई भी हैवी भोजन ना ले
तनाव ,स्ट्रेस कम ले

जयपुर. चंद्रयान-3 (Chandrayan-3) के साथ ही पूरी दुनिया की नजरें चांद पर टिकी हैं। चांद न केवल हमारी परंपराओं में रचा बसा है, बल्कि इसकी भौगोलिक संरचना भी हमेशा ही कौतूहल पैदा करती है। सोवियत रूस, अमरीका और चीन अपने मिशन यहां भेज चुके हैं, लेकिन चांद का दक्षिणी ध्रुव अब तक अनछुआ रहा है। रूस का लूना-25 (Luna-25) मिशन फेल होने के बाद अब चंद्रयान-3 से ही उम्मीदें हैं। पुरानी थ्योरी के मुताबिक चंद्रमा की उत्पत्ति 4.5 अरब वर्ष पहले मंगल ग्रह के आकार का कोइ पिंड पृथ्वी से टकराया था, जिसके बाद चंद्रमा का निर्माण हुआ। चंद्रमा चट्टान का एक धूल भरा गोला है, जिसका व्यास 3476 किमी है, जो पृथ्वी के आकार का लगभग एक चौथाई है। चांद के बारे में ऐसे कई रहस्य हैं, जिनके बारे में आपने पहले शायद ही सुना हो।

कितना पुराना
-चंद्रमा, पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है, जिसका निर्माण 4.6 अरब वर्ष पहले हुआ था। चंद्रमा एक छोटा धात्विक कोर है, जो संभवत: लोहे और निकल से बना है और चट्टानी आवरण से घिरा है। इसकी सतह पर पहाड़, विशाल गड्ढे और समतल है, जो कठोर लावे से बना है।

हमसे कितना दूर
पृथ्वी से चंद्रमा की औसत दूरी लगभग 3,84400 किमी है, जो पृथ्वी के व्यास का 30 गुना है। अधिकतम दूरी 405696 किमी जबकि न्यूनतम दूरी 363105 किमी है।

वायुमंडल नहीं है
चंद्रमा का कोई वायुमंडल नहीं है और काफी कम गुरुत्वाकर्षण है। इसका अर्थ है यहां हवा या पानी नहीं है।

धरती से कभी नहीं दिखता एक हिस्सा
-चंद्रमा का एक अंधेरा हिस्सा पृथ्वी से कभी दिखाई नहीं देता, क्योंकि चंद्रमा अपनी धुरी पर उसी गति से घूमता है, जिस गति से वह पृथ्वी की परिक्रमा करता है।

चांद पर कितने घंटे का दिन
पृथ्वी के 29.53 दिनों के बराबर चंद्रमा का एक दिन होता है। घंटों में गणना की जाए तो चंद्रमा पर 708.7 घंटों का एक दिन होता है।

तापमान कैसा है
नासा के लूनर रिकॉन्सिस ऑर्बिटर से मिले आंकड़ों के मुताबिक चांद की भूमध्य रेखा के पास दिन का तापमान 120 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, जबकि रात का तापमान माइनस 130 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है। ध्रुवीय स्थान और भी ठंडे हैं। दक्षिण ध्रुव पर न्यूनतम तापमान माइनस 230 डिग्री तक पहुंच जाता है।

गन पाउडर जैसी गंध
1972 में अमरीका के अपोलो चंद्र मिशन पर गए जीन सर्नेन के मुताबिक चंद्रमा की डस्ट की गंध गनपाउडर जैसी है, जैसे अभी अभी किसी ने कार्बाइन दागी हो।

पहली बार इंसान कब गया चांद पर
20 जुलाई 1969 को अमरीकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रान्ग चंद्रमा पर कदम रखने वाले पहले इंसान थ। ये अपोलो 11 मिशन में गए थे। इनके साथ बज एल्ड्रिन और माइकल कोलिन्स भी थे। इसके बाद 1972 में अपोलो 17 आखिरी मानव मिशन था। सबसे हालिया 2020 में गया चीन का रोबोटिक मिशन चांग था, जो चांद से नमूने लेकर धरती पर लौटा। सोवियत संघ ने 1968 में पहला मून मिशन भेजा था।

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Emergency Weather Alert Message : क्या आपके फोन पर एक मैसेज मिला जिसमें लिखा है 'Emergency Alert: Severe'? यदि हां, तो आप अकेले नहीं हैं। कई उपयोगकर्ताओं को अपने स्मार्टफ़ोन पर संदेश मिल रहे हैं जिसमें कहा गया है कि "यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (Department of Telecommunication) द्वारा सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया एक नमूना परीक्षण संदेश है। कृपया इस संदेश पर ध्यान न दें क्योंकि आपकी ओर से कोई कार्रवाई आवश्यक नहीं है।

यह संदेश प्रसारित किया गया है वर्तमान में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (National Disaster Management Authority) द्वारा कार्यान्वित किए जा रहे पैन-इंडिया आपातकालीन चेतावनी प्रणाली का परीक्षण करना। इसका उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा को बढ़ाना और आपात स्थिति के दौरान त्वरित अलर्ट प्रदान करना है।" अधिकारियों के अनुसार, टेक्स्ट मैसेजेस के बाद, अब विभाग अपनी चेतावनी प्रणाली को टेलीविजन, रेडियो और अन्य माध्यमों तक विस्तारित करने की योजना बना रहा है ताकि नागरिकों को तुरंत सूचित किया जा सके और गंभीर मौसम के लिए बेहतर तैयारी की जा सके। क्या आपको संदेश के बारे में चिंतित होना चाहिए? फिलहाल बिल्कुल भी नहीं।

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जैसा कि संदेश में ही कहा गया है, यह दूरसंचार विभाग द्वारा अपने आपातकालीन चेतावनी प्रणाली की कार्यक्षमता का मूल्यांकन करने के लिए भेजा गया एक नमूना संदेश है। दूरसंचार विभाग के 20 जुलाई के एक बयान के अनुसार, ये टेस्टिंग देश भर के विभिन्न क्षेत्रों में समय-समय पर होंगी। इसका उद्देश्य पहले से मौजूद मोबाइल ऑपरेटरों और सेल ब्रॉडकास्ट सिस्टम की आपातकालीन चेतावनी प्रसारण क्षमताओं की दक्षता और प्रभावशीलता का आकलन करना है।

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दूरसंचार विभाग ने अपनी आपातकालीन चेतावनी प्रणाली को सत्यापित करने के लिए इस परीक्षण संदेश का उपयोग किया। विभाग के अनुसार, सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम एक ऐसी तकनीक है जो सरकार को एक निर्दिष्ट भौगोलिक क्षेत्र के भीतर सभी मोबाइल उपकरणों पर आपदा प्रबंधन से संबंधित महत्वपूर्ण और समय-संवेदनशील संदेश प्रसारित करने में सक्षम बनाती है, भले ही प्राप्तकर्ता निवासी हों या आगंतुक।

सरकार का दावा है कि यह चेतावनी प्रणाली महत्वपूर्ण आपातकालीन सूचनाओं को अधिकतम संख्या में व्यक्तियों तक तुरंत पहुंचाना सुनिश्चित करती है। यह सरकारी एजेंसियों और आपातकालीन सेवाओं के लिए जनता को संभावित खतरों से अवगत कराने और उन्हें सूचित रखने के लिए एक उपकरण के रूप में कार्य करता है। सेल ब्रॉडकास्ट का उपयोग अक्सर आपातकालीन अलर्ट बताने के लिए किया जाता है, जिसमें गंभीर मौसम सूचनाएं जैसे सुनामी, अचानक बाढ़, भूकंप और बहुत कुछ शामिल हैं।

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जयपुर। हेरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर को राजस्थान हाइकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने बुधवार को मामले की सुनवाई के बाद मुनेश गुर्जर के निलंबन पर रोक लगा दी। कोर्ट ने कहा कि सरकार बिना प्राथमिक जांच किए मेयर का निलंबन नहीं कर सकती।

अदालत ने कहा कि इस निलंबन में सरकार ने जो कानूनी प्रक्रिया अपनाई है, वह पूरी तरह से गलत है। मामले की सुनवाई जस्टिस इंद्रजीत सिंह की अदालत में पिछले दो दिन से चल रही थी। कोर्ट ने बुधवार को मुनेश गुर्जर के पक्ष में फैसला सुनाया।

कोर्ट में मुनेश गुर्जर की ओर से एडवोकेट विज्ञान शाह ने पैरवी करते हुए कहा कि बिना प्रारंभिक जांच के आनन—फानन में मुनेश गुर्जर को पद से निलंबित कर दिया गया। याचिकाकर्ता मेयर को सुनवाई का मौका नहीं दिया गया। महाधिवक्ता एमएस सिंघवी ने सरकार की ओर से पक्ष रखा।

बता दें कि मकान का पट्टा जारी करने की एवज में दो लाख रुपए की रिश्वत मामले में एसीबी ने मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर और अन्य दो दलालों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद कांग्रेस की मेयर मुनेश गुर्जर को जयपुर हैरिटेज नगर निगम मेयर के पद से निलंबित कर दिया था। इसके बाद मुनेश गुर्जर ने सरकार के निलंबन के आदेश को हाइकोर्ट में चुनौती दी।

Don't Sleep Near iPhone While Charging : एपल ने आईफोन यूजर्स के लिए चेतावनी जारी है। एपल ने यूजर्स से कहा है कि वह सोते समय अपने आईफोन को पास में चार्जिंग (iPhone Charging) पर न लगाएं या चार्जिंग के दौरान अपने डिवाइस के बगल में न सोएं। टेक दिग्गज के मुताबिक, यह आदत असहजता और चोट का कारण बन सकती है। कंपनी ने ग्राहकों से उन स्थितियों से बचने के लिए 'कॉमन सेंस' का इस्तेमाल करने का कहा है, जहां उनकी त्वचा डिवाइस या चार्जर के सीधे संपर्क में है।

एडवाइजरी में कहा गया है कि जब कोई डिवाइस, पावर एडॉप्टर या वायरलेस चार्जर किसी पावर स्रोत से कनेक्ट हो तो उसके साथ न सोएं या उन्हें कंबल, तकिए या अपने शरीर के नीचे न रखें। अपने आईफोन, पावर एडॉप्टर और किसी भी वायरलेस चार्जर को उपयोग या चार्जिंग के समय हवादार क्षेत्र में रखें। एडवाइजरी में यूजर्स से यह भी कहा गया है कि यदि उनकी कोई शारीरिक स्थिति है जो शरीर में गर्मी का पता लगाने की उनकी क्षमता को प्रभावित करती है तो उन्हें विशेष ध्यान रखना चाहिए।

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इसके अलावा, कंपनी ने अपने यूजर्स से थर्ड-पार्टी के चार्जर का इस्तेमाल करने से बचने के लिए कहा है। यह चार्जर आईफोन को चार्ज करने के लिए सुरक्षित रूप से सही मात्रा में वोल्टेज नहीं दे सकते हैं। कंपनी ने उन्हें क्षतिग्रस्त केबलों का उपयोग करने से बचने की भी सलाह दी है, जिनका चार्जिंग के लिए उपयोग करना खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा, एपल ने यूजर्स से कहा कि वे गीली जगहों जैसे- सिंक, बाथटब या शॉवर स्टॉल के पास पावर एडॉप्टर का उपयोग न करें, और पावर एडॉप्टर को गीले हाथों से कनेक्ट या डिस्कनेक्ट न करें।

इस बीच, एपल (Apple) ने ऑडियो स्ट्रीमिंग सेवा और मीडिया प्लेयर एप्लिकेशन 'एपल पॉडकास्ट' (Apple Podcast) के लिए सब्सक्रिप्शन एनालिटिक्स, अधिक डेलीगेटेड डिलीवरी पार्टनर और लिंकफायर पेश किया है। टेक दिग्गज ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, एप्पल पॉडकास्ट कनेक्ट में सब्सक्रिप्शन एनालिटिक्स के साथ, निर्माता देख सकते हैं कि श्रोता एपल पॉडकास्ट पर अपने प्रीमियम सब्सक्रिप्शन के साथ कैसे जुड़ते हैं।

-आईएएनएस

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दुनियाभर में अक्सर ही रोड एक्सीडेंट के कई मामले देखने को मिलते हैं। रोड सेफ्टी को वैसे तो हर देश में बेहद ही अहम माना जाता है, पर अक्सर ही इसमें चूक होने से रोड एक्सीडेंट्स के मामले सामने आते हैं। ऐसे ही एक रोड एक्सीडेंट का मामला आज, बुधवार, 23 अगस्त को नेपाल (Nepal) में देखने को मिला। जानकारी के अनुसार नेपाल के धादिंग जिले में आज एक भीषण बस एक्सीडेंट हो गया। बस काठमांडू से बेनी जा रही थी और यात्रियों से भरी हुई थी। रास्ते में ही बस धादिंग जिले में त्रिशूली नदी में गिर गई।


8 लोगों की मौत और 19 घायल

मौके पर पहुंची पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि यात्रियों से भरी बस के त्रिशूली नदी में गिरने से 8 लोगों की मौत हो गई है। वहीं इस हादसे में 19 लोग घायल भी हो गए हैं। घायलों को नज़दीकी अस्पताल ले जाया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है।


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किस वजह से हुआ एक्सीडेंट?

पुलिस के अनुसार बस का बैलेंस बिगड़ने से उसका एक्सीडेंट हो गया। बैलेंस बिगड़ने से ही वो त्रिशूली नदी में गिर गई। बैलेंस बिगड़ने की वजह बस की तेज़ स्पीड बताई जा रही है।

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

पुलिस के अनुसार मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। पुलिस ने बताया कि 25 लोगों को बस से सुरक्षित निकाल लिया गया है। इनमें से कुछ लोग घायल भी निकले, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।

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From 2024 Board Exams Will Be Held Twice a Year : परिवर्तनकारी पाठ्यक्रम के तहत, पारंपरिक वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेगा। बोर्ड परीक्षाएं वर्ष में दो बार आयोजित की जाएंगी, जिससे छात्र-छात्राओं को अपना सर्वश्रेष्ठ अंक सुरक्षित करने का अवसर मिलेगा। शिक्षा मंत्रालय के नए पाठ्यक्रम ढांचे के अनुसार, इस रणनीतिक कदम का उद्देश्य अक्सर एकल वार्षिक परीक्षाओं से जुड़े उच्च दबाव वाले माहौल को बढ़ाना है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री, धर्मेंद्र प्रधान (Union Education Minister Dharmendra Pradhan) ने आज घोषणा की कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार नया पाठ्यक्रम ढांचा (एनसीएफ) (NCF) तैयार है और शैक्षणिक वर्ष 2024 के लिए पाठ्यपुस्तकें विकसित की जाएंगी। एक के बजाए दो भाषाएं पढ़ सकेंगे कक्षा 11 और 12 के छात्र-छात्राओं को अब से दो भाषाएं पढऩी होंगी और कम से कम एक भाषा भारतीय भाषा होनी चाहिए और विषयों की पसंद स्ट्रीम तक सीमित नहीं होगी, छात्रों को चुनने में लचीलापन मिलेगा।

एनसीएफ के अनुसार, समय के साथ, स्कूल बोर्डों को उचित समय में 'ऑन डिमांड' परीक्षा की पेशकश करने की क्षमता विकसित करनी होगी। बोर्ड परीक्षा के अलावा परीक्षण डेवलपर्स और मूल्यांकनकर्ताओं को यह काम करने से पहले विश्वविद्यालय-प्रमाणित पाठ्यक्रमों से गुजरना होगा। नया फ्रेमवर्क महीनों की कोचिंग और याद रखने के बजाय छात्र-छात्राओं की समझ और योग्यता का मूल्यांकन करने की वकालत करता है।

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यह छात्र-केंद्रित दृष्टिकोण शिक्षार्थियों को विषयों की गहरी समझ और व्यावहारिक कौशल के साथ सशक्त बनाने में मदद करेगा। एनसीएफ ने आगे कहा, छात्र-छात्राओं को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पर्याप्त समय और अवसर मिले यह सुनिश्चित करने के लिए वर्ष में कम से कम दो बार बोर्ड परीक्षा की पेशकश की जाएगी। छात्र-छात्राएं तब उन विषयों में बोर्ड परीक्षा दे सकते हैं जिन्हें उन्होंने पूरा कर लिया है और जिसके लिए वे तैयार महसूस करते हैं। उन्हें बेस्ट स्कोर रिटेन करने की अनुमति होगी।

Health Tips To Improve Eyesight: आंखों की देखभाल बहुत जरूरी है। ऐसा नहीं करने पर बहुत से लोगों की कम उम्र ही आंखें कमजोर होने लगती हैं। आंखों के कमजोरी की वजह से दूर या पास की चीजें धुंधली दिखाई देने लगती है। मोबाइल, लैपटॉप या टीवी स्क्रीन से चिपके रहना, डाइट का ध्यान नहीं रखना, पर्याप्त नींद नहीं लेना के साथ हरी सब्जियों का सेवन कम करना आदि वजहों से आंखों से जुड़ी समस्याएं हो सकती है।

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अगर आपकी आंखें मायोपिया, हाइपरोपिया या प्रेसबायोपिया जैसी समस्याओं से कमजोर हुई हैं, आपकी देखने की क्षमता में सुधार नहीं हो सकता। इस प्रकार की स्थितियों का इलाज चश्मे, कॉन्टैक्ट लेंस या रिफ्रेक्टिव सर्जरी से हो सकता है। लेकिन मैक्यूलर डिजनरेशन या पोषक की कमी के कारण आंखों की रोशनी कम होती है, तो आप डाइट में बदलाव करके आंखों की रोशनी में सुधार कर सकते हैं। आंखें कमजोर होने पर अगर दूर या नजदीक की वस्तुओं को सही तरीके से देखने में परेशानी होती है। ऐसे में अपनी डाइट में बदलाव करके इन समस्याओं से राहत पा सकते हैं। साथ ही ऐसा करने से आपनी आंखों की रोशनी पहले से भी ज्यादा अच्छी हो जाएगी। आज हम इस लेख में बताएंगे कि कौन से ऐसी सब्जी या फल हैं जिनका सेवन कर आप आंखों की रोशनी दोबारा पा सकते हैं।


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गाजर
गाजर में विटामिन ए पाया जाता है। जो आंखों की रोशनी को बेहतर बनाने में मददगार है। साथ ही इसमें बेटा-कैरोटीन भी पाया जाता है। जो आंखों की सेहत को सुरक्षित रखने में मदद करता है।

 

पालक
पालक में विटामिन ए प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। जो आंखों के लिए बहुत फायदेमंद है। पालक ल्युटीन का भी अच्छा स्रोत है, जो आंखों की सेहतमंद रखने के लिए बहुत जरूरी है।

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आम
फलों का राजा आम में विटामिन सी और अन्य एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। जो आंखों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। आम में ल्यूटिन और जैक्सैथीन पाए जाते हैं। ये दोनों एंटीऑक्सिडेंट आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ाते हैं।

 

आंवला
आंवले में विटामिन सी भरपूर मात्रा पाए जाते हैं। जो आंखों के लिए लाभकारी है। यह रेटिना के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। आंवले में अन्य एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं। जो देखने की क्षमता में सुधार करते हैं। साथ ही मोतियाबिंद के खतरे को कम करते हैं।

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सेब
सेब आंखों की रोशनी बढ़ाने और आंखों को मजबूत बनाने की क्षमता रखता है। सेब में विटामिन ए और विटामिन सी, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। जो आंखों की सेहत को बेहतर बनाते हैं। साथ ही यह कई नेत्र रोगों को रोकने में मदद करता है। इनके अलावा आंखों के लिए संतरा, ब्रोकोली, खसखस, सूरजमुखी के बीज, बादाम, अखरोट जैसे नट्स, मखाने और अंडे बहुत फायदेमंद हैं।

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अफगानिस्तान (Afghanistan) में आतंकी संगठन तालिबान (Taliban) को सत्ता में लौटे हुए इस 15 अगस्त को 2 साल पूरे हो चुके हैं। पर अगर तालिबान राज को तालिबान आतंक कहा जाए, तो यह गलत नहीं होगा। 15 अगस्त, 2021 को तालिबान ने अफगानिस्तान में तख्तापलट कर दिया था और देश की सत्ता पर कब्ज़ा करते हुए देश में आतंक का राज स्थापित किया था। अफगानिस्तान में तालिबान का कब्ज़ा होते ही पूरे देश की व्यवस्था बिगड़ गई। अफगानिस्तान में अर्थव्यवस्था, कानून व्यवस्था, शिक्षा व्यवस्था के साथ सब कुछ चरमरा गया। लोगों को उनके मानवाधिकारों तक से दूर रखा जाने लगा। महिलाओं को तो शिक्षा और पढ़ाई तक से वंचित रखा जाने लगा। तालिबान के आतंक में अफगानिस्तान में पिछले 2 साल काफी मुश्किलों भरे रहे हैं। हाल ही में अफगानिस्तान में तालिबान के आतंक के 2 साल के बारे में यूएन (UN) ने एक चौंका देने वाली रिपोर्ट जारी की है।


यूएन रिपोर्ट का चौंका देने वाला खुलासा

हाल ही में यूनाइटेड नेशन्स की एक रिपोर्ट ने चौंका देने वाला खुलासा किया है। तालिबान के आतंकी राज में पिछले 2 साल में पूर्व की अफगानिस्तान सरकार के लिए काम करने वाले अधिकारी, सिक्योरिटी फोर्सेज़ में काम करने वाले लोग, आर्मी के सैनिक, पुलिसकर्मी और इंटेलिजेंस फोर्सेज़ के मिलाकर 200 से ज़्यादा लोगों की हत्या कर दी गई। इन लोगों को पहले हिरासत में लिया गया, प्रताड़ित किया गया और फिर हिरासत में ही हत्या कर दी गई। हत्या के बाद ज़्यादातर लोगों के शवों को अज्ञात स्थानों पर फेंक दिया गया। कुछ शवों को उनके परिवारजनों को सौंप दिया गया।


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ब्रिक्स, एक उभरता हुआ बाजार समूह जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। यह वैश्विक आबादी का 40 प्रतिशत और ग्लोबल जीडीपी में एक चौथाई से अधिक का प्रतिनिधित्व करता है। इस बार ब्रिक्स के शिखर सम्मेलन के प्रमुख विषयों में सदस्यता का विस्तार भी शामिल है, जो दुनियाभर का ध्यान आकर्षित कर रहा है। इस बीच बढ़ी संख्या में देशों ने इसमें शामिल होने की इच्छा जाहिर की है।

किन-किन देशों ने दिखाई रुचि?
दक्षिण अफ्रीका के 2010 में जुडऩे के बाद यह समूह 'ब्रिक' से 'ब्रिक्स' बन गया। अब दुनिया के 40 से अधिक देशों ने इस समूह में शामिल होने में रुचि दिखाई है। अब तक 20 से अधिक देशों ने औपचारिक रूप से ब्रिक्स का सदस्य बनने के लिए आवेदन किया है। इन देशों में सऊदी अरब, ईरान, यूएइ, अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, मिस्र और इथियोपिया शामिल हैं।

ब्रिक्स कैसे हुआ सकारात्मक और स्थिर?
एक दशक से अधिक के विकास के बाद ब्रिक्स सहयोग काफी मजबूत हुआ है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने ब्रिक्स को व्यापक रूप से मान्यता दी है और उसका समर्थन किया है। यह संगठन अंतरराष्ट्रीय मामलों में एक सकारात्मक, स्थिर और रचनात्मक शक्ति बन गया है। जी7 से अलग, ब्रिक्स की भावना में आपसी सम्मान और समझ, समानता, एकजुटता, खुलापन, समावेशिता और सर्वसम्मति शामिल है, इसलिए कई देश इस तंत्र में शामिल होना चाहते हैं।

क्या अमरीकी डॉलर का विकल्प खोज रहे देश?
कई देश दशकों से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर अमरीका के प्रभुत्व से थक गए हैं, जो डॉलर के लेनदेन को मजबूर करता है। ब्रिक्स के विस्तार से अमरीकी डॉलर को बड़ा झटका लग सकता है। यदि ब्रिक्स अपनी मुद्रा लॉन्च करता है, तो यह डॉलर का विकल्प बन सकती है। हालांकि तमाम चर्चाओं के बावजूद इस बारे में कोई ठोस प्रस्ताव सामने नहीं आया है। वहीं रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद पश्चिमी प्रतिबंधों के चलते भारत सहित कई देश व्यापार के लिए वैकल्पिक मुद्राओं का इस्तेमाल करने लगे हैं।

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नींद में खर्राटे आना स्वस्थ नींद का पर्याय नहीं हैं, बल्कि यह शरीर के किसी रोग से ग्रस्त होने का इशारा करते हैं। नींद में मुंह के साथ ही जीभ व गले की मांसपेशियों को आराम मिलता है, लेकिन वायुमार्ग में मौजूद टिश्यू ढीले होकर इसमें रुकावट पैदा करते हैं, जिससे सांसों के साथ कंपन की आवाज आती है।

 

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया तो नहीं!

तेज खर्राटे कई तरह के गंभीर रोगों का लक्षण हो सकते हैं। ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया भी इन्हीं रोगों में से एक है। इस रोग में खर्राटे लगातार आने के बजाय रुक-रुक कर आते हैं जो ब्रीदिंग डिसऑर्डर है। मोटापा, वायुमार्ग का छोटा होना, जीभ या तालु का बड़ा आकार या टॉन्सिल होना इसके प्रमुख कारणों में शामिल हैं। इससे हृदय रोगों की आशंका भी रहती है। ऐसी स्थिति में चिकित्सकीय परामर्श लें।

 

प्रमुख कारण
इसके मुख्य कारण हैं-
मोटापा: इससे सांस में दिक्कत गर्दन में फैट व सांस नलीं में रुकावट आती है।
अल्कोहल लेना: इससे गले सहित शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव होता है।
कमजोर मांसपेशियां: मांसपेशियों की शिथिलता के कारण समस्या आती है।
पीठ के बल सोना: पीठ के बल सोने से वायुमार्ग संकरा हो जाता है और यह दिक्कत भी सामने आती है।
सर्दी व जुकाम: खांसी-जुकाम व नाक बंद होने से भी समस्या होती है।

 

ये तरीके काम लें

वजन में कमी: व्यायाम से वजन कम करें।
करवट लेना: पीठ के बल न सोकर करवट लेकर सोने से राहत मिलती है।
शराब छोडऩा: शराब छोडक़र भी इस समस्या से बचा जा सकता है।
समय से जागना: देर तक सोने की आदत से बचें। संतुलित जीवन जिएं।
हाइड्रेटेड रहना: पानी कम न करें, मांस-पेशियों में संकुचन होता है। खूब पानी पीएं।

 

लक्षणों से पहचानें
बीमारी को पहचानने के लिए कुछ चेतावनी संकेत जानिए- रुक-रुककर सांस आना। दिन में नींद आना। एकाग्रता भंग होना। मन न लगना। सुबह उठते ही सिर दुखना। गले में खराश होना। हाई ब्लड प्रेशर होना। गले में जलन होना। खर्राटे से नींद खुल जाना। सुस्ती व थकान रहना। बच्चों में सक्रियता की कमी होना। कोई काम करते हुए ध्यान न दे पाना और नींद आना।

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गर्भावस्था में अक्सर महिलाएं योग-व्यायाम करने से बचती हैं, लेकिन एक्सपर्ट की मानें तो विशेषज्ञ की सलाह से नियमित योग करना फायदेमंद होता है। इससे प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले शारीरिक-मानसिक बदलाव के साइड इफेक्ट्स भी कम होते हैं।

 

सेतुबंधासन
विधि: सेतुबंधासन के लिए पीठ के बल लेटते हुए दोनों पैर मोड़ें। अब दोनों हाथ पकडक़र शरीर को ऊपर उठाएं। सांस लें, रुकें, दोहराएं।
लाभ : इससे पीठ व मांसपेशियों का दर्द दूर होता है और ब्लड सर्कुलेशन में भी सुधार होता है। सामान्य प्रसव की संभावना बढ़ती है।

 

मार्जरी आसन
विधि: पैरों को खोलते हुए घुटनों व हाथों के बल शरीर उठाएं। सांस छोड़ते हुए सिर छाती की ओर ले जाएं व कमर ऊपर उठाएं।
लाभ : यह शरीर की मालिश करने का काम करता है और पीठ व गर्दन में खिंचाव पैदा करता है जिससे मांसपेशियों को आराम मिलता है। ब्रीदिंग स्ट्रेस कम होता है। सहूलियत अनुसार करें।

 

शशकासन
विधि: पैर मोडक़र बैठें व दोनों हाथ घुटनों पर रखें। सांस लें व हाथ ऊपर उठाएं और सांस छोड़ते हुए चित्र के अनुसार गर्दन व रीढ़ सीधी रखते हुए आगे की ओर झुकती जाएं और दोनों हाथों को नीचे लाएं। सांस लेते हुए सीधे होते जाएं।
लाभ : तनाव व चिंता से दूर करता व ब्रीदिंग में सुधार करता है। सहूलियत रखें।

 

वीरभद्रासन
विधि: इस आसन के लिए पैर तीन या चार फीट दूरी पर खोलें व दांई एडी बाएं पैर की सीध में रखें। हाथ कंधे की सीध तक उठाएं। गहरी सांस छोड़ते हुए दांया घुटना मोड़ें, हाथ खींचें व सांस लेते समय शरीर ऊपर खींचें।
लाभ : इस आसन से हाथों, कंधों, जांघों व कमर की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। तनाव दूर होता है। हाई बीपी की समस्या में बचाव होता है।

 

शवासन

विधि: पीठ के बल लेट जाएं, दोनों पैरों को खुला रखें। दोनों हाथ सीधे रखें और शरीर को ढीला छोड़ दें। इसे चित्र में दिखाए अनुसार भी कर सकती हैं।

लाभ : दर्द व थकान में आराम मिलता है। स्ट्रेस मैनेजमेंट में भी इससे फायदा मिलता है। इससे मन को एकाग्र करने में सहायता और मांसपेशियों भी आराम की मुद्रा में आती हैं। मन प्रसन्न रहता है। प्रसव सामान्य होता है।

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किसी बीमारी के होने के तीन मुख्य कारण होते हैं। इनमें कारक (बैक्टीरिया, वायरस, फंगस), लो इम्युनिटी व खराब वातावरण। यदि नए साल पर इन तीनों का ध्यान रखा जाए तो न केवल बीमारियों से बचाव होगा, बल्कि स्वस्थ रहकर देश के विकास का हिस्सा भी बन सकते हंै क्योंकि हर साल हैल्थ बजट लाखों करोड़ होता है। कुछ नए पहल भी शुरू करें।

एजेंट से ऐसे करें बचाव
एजेंट यानी संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया-वायरस आदि से बचाव के लिए पर्सनल प्रोटेक्शन जरूरी है। इसमें नियमित मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग, वैक्सीन लगवाना आदि हैं। केवल इन्हीं बातों को ध्यान रखकर न केवल कोरोना बल्कि सौ से अधिक गंभीर बीमारियों से बचाव हो सकता है। बच्चों और बुजुर्गों में टीकाकरण से हर साल लाखों की संख्या में असमय मौतें रोकी जा सकती हैं।

शरीर:इम्युनिटी न घटने दें
शरीर को मजबूत बनाने के लिए इम्युनिटी कम न होने दें। इसके लिए नियमित ४५ मिनट का व्यायाम, इसमें वॉक के साथ हल्की वेट ट्रेनिंग जैसे वॉल पुश करना, वजन उठाना जरूर शामिल करें। ३० मिनट धूप में रहें। इससे ब्लड में संक्रमण घटाने वाले एजेंट बढ़ते हैं। इसके साथ ही आहार में डेयरी प्रोडक्ट्स, ताजे फल और हरी सब्जियां जरूर शामिल करें।

वातावरण: सफाई पर ध्यान
डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया आदि से हर साल हजारों मौतें होती हैं। केवल सफाई रखकर इन रोगों से बचाव संभव है। नए साल पर तय करें कि घर व आसपास सफाई रखेंगे। घरों में वेंटिलेशन की व्यवस्था करेंगे। सेहत के लिए हर तरह के प्रदूषण को खत्म करेंगे।

शरीर की भी सुनें
अपने रुटीन की ही नहीं, शरीर की भी सुनें। शरीर किसी दिन आराम करने के लिए कहता है तो जरूर करें। थकान होने पर व्यायाम न करें। जब भूख लगे तभी खाना खाएं। ऐसी चीजें आदत में लाएं।

खुद को भी रोज खुश करें
रोज खुद को खुश करने वाले काम अवश्य करें। अपने शौक को समय दें। तनाव से एड्रिनलीन और कार्टिसोल हार्मोन बढ़ता है। इनसे दिल की धडक़न बढ़ती है और पाचन क्रिया का मंद पड़ती है, साथ ही कई गंभीर बीमारियां होती हैं।

रिपोर्ट निगेटिव के भी लाभ
कुछ लोगों का मानना है कि नियमित जांचों से पैसा बर्बाद होता है, लेकिन जब आपको जांच के बाद पता चलता है कि कोई बीमारी नहीं है तो वह खुशी भी आपको पैसे से अधिक लाभ देती है। जांच डॉक्टरी सलाह से ही करवाएं।

गैजेट्स को जीवन न मानें
गैजेट्स हमारे काम को आसान बनाते हैं, लेकिन इसे ही जीवन न मानें। इसके बिना भी रहने की आदत बनाएं। परिजनों, दोस्तों के साथ नो मोबाइल टाइम बिताएं। इससे भी तनाव कम होता है।

खुद डॉक्टर न बनें
कोई लक्षण आते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें। कोई भी दवा बिना डॉक्टरी सलाह से न लें। डॉक्टरी सलाह को ही मानें। गूगल से जानकारी करें, लेकिन भरोसा अपने डॉक्टर पर ही करें।

चीनी कम खाना
अगर नए साल पर हैल्दी रहना तय करते हैं तो सबसे पहले चीनी कम करें। अधिक चीनी से न केवल शुगर बढ़ता है, बल्कि तेजी से वजन भी बढ़ता है। इससे हार्ट डिजीज, ब्लड प्रेशर आदि दूसरी बीमारियों की आशंका भी बढ़ती है।

जंक फूड से दूरी
प्रोसेस्ड व पैकेट वाले फूड बेहद आसान तरीके से बन जाते हैं। स्वाद मेें भी अच्छे होते हैं, क्योंकि इसमें केमिकल और नमक की मात्रा अधिक होती है। इनसे हर तरह की जीवनशैली से जुड़ी क्रॉनिक बीमारियों का खतरा बढ़ता है।

नशे से दूरी बनाना
अधिकतर गंभीर और लाइलाज बीमारियां, नशा करने से होती हैं। नशे से होने वाली अधिकतर बीमारियां उन स्टेज में पता चलती हैं जबकि इलाज न केवल महंगा होता है, बल्कि मरीज के बचने की संभावना भी कम हो जाती है।

पानी खूब पीना है
भरपूर पानी पीना न केवल शरीर को हाइड्रेट करता है, बल्कि शरीर को डिटॉक्स और मेटाबॉलिज्म को मजबूत करता है। भरपूर मात्रा में पानी पीने से सिर दर्द और माइग्रेन जैसी बीमारियों से भी राहत मिलती है।

फाइबर डाइट
फाइबर डाइट ज्यादा लेेने से पाचन ठीक रहता है। कब्ज से बचाव होता है। पेट की अधिकतर बीमारियां पाचन ठीक न रहने से होती हैं। हाई फाइबर डाइट लेने से पेट भरा-भरा महसूस होता है। वजन और कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है।

समय से नाश्ता करना
पूरी रात में पेट खाली हो जाता है। खाली पेट रहने से एसिड बनता है। ऐसे में चटपटा खाने की इच्छा होती है। मेटाबॉलिज्म पर असर पर पड़ता है। देरी से खाने के बाद भी शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होती है। सुस्ती रहती व मोटापा भी बढ़ता है।

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दही में कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, विटामिन बी6 और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्त्व मौजूद होते हैं। यह काफी हैल्दी आहार है। हार्वर्ड हैल्थ के अनुसार, मैग्नीशियम तत्त्व उच्च रक्तचाप के लिए अच्छा माना जाता है, जबकि कैल्शियम, मांसपेशियों के संकुचन में मदद करता है, जो हृदय की मांसपेशियों के लिए फायदेमंद होता है।

 

'साइलेंट किलर' के नाम से पहचाना जाने वाला उच्च रक्तचाप शरीर के लिए घातक है।

 

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, उच्च रक्तचाप ऐसी गंभीर बीमारी है जो दिल, मस्तिष्क, किडनी और अन्य बीमारियों के जोखिम को काफी बढ़ा देती है। रोज दही खाने से हाई बीपी में आराम मिलता है।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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पंजाब की समृद्ध विरासत, परंपराओं, कला, रूप और रीति-रिवाज को बढ़ावा देगा 'रंगला पंजाब'। पंजाब सरकार ने 'रंगला पंजाब' के तहत कई रणनीतिक पहलों की घोषणा की, जो पर्यटन और फिल्म शूटिंग के लिए सबसे पसंदीदा गंतव्य के रूप में पंजाब को स्थापित करेगा। रंगला पंजाब पर्यटन शिखर सम्मेलन और ट्रैवल माट का आयोजन 11 से 13 सितंबर तक मोहाली में होगा। इस आयोजन में विदेशी और घरेलू टूर संचालक, डीएमसी, डीएमओ, ट्रैवल ट्रेड मीडिया, ट्रैवल इंफ्लूएंसर, होटल ऑपरेटर, बीएंडबी और फार्म स्टे के मालिक, पर्यटन बोर्ड आदि की भी भागीदारी होगी। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पंजाब सरकार की ओर से की गई पहल को प्रदर्शित करने के लिए पर्यटन विभाग ने अपने चार शहरों के रोड शो का आयोजन किया। अगले रोड शो मुंबई, हैदराबाद और दिल्ली में होंगे। रोड शो में मुख्य अतिथि पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामले मंत्री 'निवेश संवर्धन' अनमोल गगन मान और आईएएस प्रमुख सचिव पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामले राखी गुप्ता भंडारी ने भाग लिया।

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युवाओं को रोजगार के अधिकतम अवसर मिलेंगे

पंजाब सरकार राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है, जिससे युवाओं को रोजगार के अधिकतम अवसर मिलेंगे। इसे हासिल करने के लिए, सरकार ने निवेश पंजाब, औद्योगिक नीति 2022 में पर्यटन पर राजकोषीय प्रोत्साहन, कल्याण नीति का परिचय, इको पर्यटन और संस्कृति नीति में संशोधन, और साहसिक पर्यटन और जल पर्यटन नीति के कार्यान्वयन आदि जैसी कई पहल शुरू की हैं। अक्टूबर 2020 में लॉन्च होने के बाद से इन्वेस्ट पंजाब ने अब तक 90 फिल्मों को तुरंत अनुमति दे दी है। प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता लाने के लिए पोर्टल ने सुनिश्चित किया है कि आवेदन से लेकर शुल्क के भुगतान तक की पूरी प्रक्रिया 15 दिनों के भीतर ऑनलाइन और निर्बाध हो। इन्वेस्ट पंजाब का प्राथमिक उद्देश्य निवेश प्रोत्साहन, नियामक मंजूरी, निवेश सुविधाओं और देखभाल के लिए वन-स्टॉप ऑफिस बनना है।

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पर्यटन पर आकर्षक वित्तीय प्रोत्साहन भी पेश

औद्योगिक नीति 2022 में पर्यटन पर नया राजकोषीय प्रोत्साहन भी संस्थाओं को इको-पर्यटन इकाइयों, फार्म स्टे, होम स्टे और टेंटेड आवास, कैम्पिंग इकाइयां, कारवां पर्यटन, साहसिक, जल पर्यटन परियोजनाएं, विरासत होटल, और फिल्म निर्माण, सिनेमैटोग्राफी में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करने पर केंद्रित है। पंजाब सरकार ने औद्योगिक नीति 2022 में पर्यटन पर आकर्षक वित्तीय प्रोत्साहन भी पेश किया है, जिसका उद्देश्य सेवा क्षेत्र को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत निवेश करने वाली संस्थाओं को कई तरह से लाभ होगा जैसे 15 वर्षों के लिए अंतर-राज्य बिक्री पर 100 फीसदी शुद्ध एसजीएसटी प्रतिपूर्ति, एफसीआई की 200 फीसदी तक की वसूली, महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए पांच वर्षों के लिए प्रति कर्मचारी प्रति वर्ष 36,000 रुपए और पांच वर्षों के लिए प्रति कर्मचारी 48,000 रुपए तक रोजगार सब्सिडी, एफसीआई के 100 फीसदी तक 15 वर्षों के लिए 100 फीसदी बिजली शुल्क छूट, भूमि सीएलयू, ईडीसी शुल्क और स्टांप शुल्क की पूरी छूट और निजी बाजार यार्ड स्थापित करने के लिए पीएएमबी द्वारा जारी लाइसेंस की शर्त से एमएसपी से दो फीसदी अधिक भुगतान से 100 फीसदी छूट आदि।

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सर्दी के दिनों में साइनस की समस्या बढ़ जाती है। इस लाइफस्टाइल डिजीज में कुछ चीजों का परहेज बताया गया है।

 

आलू और मैदा
जिन लोगों को साइनस की परेशानी है, वे डाइट में रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करें। आलू और मैदा में रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट मिलता है जो सूजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है।

 

ओमेगा-6 फैटी एसिड
डाइट में ओमेगा-6 फैटी एसिड से परहेज करें। ओमेगा-6 फैटी एसिड में सनफ्लॉवर, कॉर्न, बादाम का तेल आदि शामिल हैं। इनसे भी सूजन की समस्या हो सकती है।

 

प्रोसेस्ड शुगर
साइनस की शिकायत होने पर पेस्ट्री, सोडा, फ्रू ट जूस, डेजर्ट, चॉकलेट जैसी चीजों से परहेज करना फायदेमंद है। इनसे भी साइनस में परेशानी बढ़ सकती है।

 

फास्ट फूड
फास्ट फूड में मोनो सोडियम ग्लूटामेट होता है जो साइनस के मर्ज को बढ़ा देता है। फास्ट फूड खाने के शौकीन हैं तो इसे डाइट से निकाल देना ही बेहतर है, क्योंकि इस तरह के फूड के सेवन से बीमारी बढ़ सकती है।

 

डेयरी प्रोडक्ट से भी बचें
डेयरी प्रोडक्ट्स यानी दूध और इससे बने पदार्थों से परहेज करें। डेयरी प्रोडक्ट्स व सोयाबीन आदि एलर्जी बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हैं इसलिए इनसे दूरी रखना ही बेहतर है।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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आपके सवालों के जवाब फैमिली एस्ट्रो स्पेशल पर
ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज के साथ

यहां पाएं चार तरह की एस्ट्रो विधाओं के टिप्स
1). अंकगणित
2). टैरो कार्ड
3). वैदिक ज्योतिष (सनसाइन-मूनसाइन)
4). वास्तु शास्‍त्र
यह कॉलम उन पाठकों के लिए है जो ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से भविष्य के पूर्वानुमानों में भी रुचि रखते हैं। भविष्य के पूर्वानुमान लगाने की लगभग सभी लोकप्रिय विधाओं को समाहित कर इस क्षेत्र में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए यह देश में एक नए तरह की पहल है। जिसमें पाठक ना केवल दिन से जुड़ी सम्भावनाओं की जानकारी लें सकेगें साथ ही भविष्य से जुड़े प्रश्न भेज पूर्वानुमान प्राप्त कर सकेगें।
इस कॉलम में अंकगणित टैरो कार्ड, सनसाइन, वैदिक ज्योतिष एवं मून साइन के अनुसार ग्रह नक्षत्र के समग्र प्रभाव का पूर्वानुमान और संभावना पर लगातार जानकारियों को साझा करेंगे।

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ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज

अंक ज्योतिष के अनुसार आज का मूलांक 6 और भाग्यांक 3 है। आज का दिन कुछ खास अंको के कांबिनेशन में विशेष बन पड़ा है। आज के दिन में कूटनीति कला विज्ञान और धन और साहस के प्रभाव से विशेष कार्यों को पूर्ण करने की ऊर्जा उच्च स्तर पर विद्यमान रहेगी। जो लोग स्वयं की या अपने पूरे ग्रुप की सहायता से पूरे मनोयोग के साथ कार्य करेंगे उन्हें इस ऊर्जा का विशेष लाभ मिल सकता है। इसलिए आवश्यकता है अपने कार्यों में विशेषज्ञ लोगों की मदद लेकर उनका स्तर ऊंचा उठाने का प्रयास करने की। मूलांक 2,4,6 और 9 वालों को आज विशेष प्रयास करने की आवश्यकता है।

टैरो कार्ड में आज का कार्ड द जस्टिस के साथ टू आफ स्वॉर्ड्स इसके मायने यह है कि आज के दिन में कुछ ऐसे निर्णय आपको लेने होंगे जो आपके जीवन को एक दिशा दे सकते हैं। रिस्पांसिबिलिटी के साथ अपने कार्यों के प्रति जिम्मेदारी महसूस करते हुए और सभी के साथ सामंजस्य पूर्वक व्यवहार करते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए कुछ बेहतर करने की कोशिश करने का दिन है।

सनसाइन के अनुसार आज का दिन कार्यस्थल पर पहले निर्धारित किए गए लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए पूरे मनोयोग से प्रयास करने का रहेगा। आसपास के लोगों और उच्चाधिकारियों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होने की संभावना है। सकारात्मक रहे तो बेहद अच्छे परिणाम प्राप्त होने की उम्मीद रहेगी। जो लोग ईर्ष्या या तनाव को अपने मन में स्थान देंगे उन्हें आज के दिन काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। ग्रीन कलर का उपयोग आज के दिन को और बेहतर बना सकता है।

मूनसाइन भावनात्मक रूप से आज का दिन एक दूसरे के लिए केयर और अफेक्शन से जुड़ा हुआ रहने की पूरी संभावना है। बिना मांगे और बिना पूछे साथी के कार्य को करते हुए मन ही मन आनंदित होते हुए उन्हें प्रभावित करने के प्रयास से जुड़ा हुआ। आज का दिन भावनात्मक रिश्तो के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहेगा।

आपका सवाल

प्रश्न: बहन भाई को राखी बांधते समय किन किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए? — रोशन शर्मा


उत्तर: रक्षाबंधन के दिन बहन जब भाई को राखी बांधती है तो बहुत सारी चीजों का विचार करने की आवश्यकता रहती है। रक्षाबंधन वाले दिन सही मुहूर्त पर राखी बांधने का कार्य किया जाना चाहिए। इसके बाद सामग्री का चयन बहुत सावधानी से करने की आवश्यकता रहती है जिसमें सबसे पहली चीज चंदन या रोली का उपयोग भाई के मस्तक पर तिलक लगाने के लिए किया जाना चाहिए। मस्तक पर लगाने के लिए चावल का चयन भी सावधानी पूर्वक किया जाना चाहिए उसमें कोई भी चावल टूटा हुआ नहीं होना चाहिए।

भाई को राखी बांधते समय उनके मुख हमेशा उत्तर या पूर्व की तरफ होना चाहिए। इसी प्रकार बहन का मुंह भी दक्षिण की तरफ नहीं होना चाहिए। कुछ परिवारों में राखी बांधने के बाद बहन भाई की आरती भी उतारती हैं ऐसे में दीपक और बत्ती का चयन सावधानी पूर्वक करना चाहिए और उसमें गाय के घी पर्याप्त मात्रा में होना चाहिए ।मिट्टी का दीपक इस प्रकार का होना चाहिए कि राखी बांधने के दौरान और आरती करने के दौरान दीपक पूरी तरह से प्रज्वलित रहें।

राखी का चयन भी परिवार की परंपराओं के अनुसार ही किया जाना चाहिए इसमें भाई की राशि के अनुसार रंगों का चयन भी किया जा सकता है। फिर भी लाल पीले रंग को ज्यादा महत्व दिया जाना चाहिए। किस प्रकार छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखें रक्षाबंधन के त्योहार को और भी प्रभावी बनाया जा सकता है। भाई जब राखी बंधवाए तो उनका सर ढका हुआ होना चाहिए ऐसे ही बहन भी राखी बांधते समय अपना सर ढक कर रखें तो बेहतर रहता है।

राखी बांधने से पहले घर के देवताओं और गणेश जी को रक्षा सूत्र अर्पित किया जाता है उसके बाद बहने भाई को राखी बांधती हैं। राखी बांधने के बाद भाई की ओर से बहन को उपहार दिए जाने की परंपरा भी ।है राखी बांधने के दौरान बहन अपने भाई के लिए मंगल कामनाएं करती हैं और इसी प्रकार जब भाई बहन को उपहार देते हैं तो उनके लिए मंगल कामनाएं करते हैं। राखी बांधने के उपरांत बहाने भाई को मुंह मीठा करा कर सद्भावनाएं प्रेषित करती हैं। सभी शुभ कर्मों में सनातन संस्कृति में नारियल भेंट करने की परंपरा भी है।

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ज्यों पं चंदन श्यामनारायण व्यास पंचांगकर्ता

मेष- आप की तरक्की से विरोधी सक्रिय होंगे। राजनीति में नई जिम्मेदारी मिल सकती है। घर की साज — सज्जा पर खर्च होगा। शिक्षा के क्षेत्र में उम्मीद के विपरित परिणाम मिलेगा।

वृषभ- समय से पहले भाग्य से ज़्यादा कुछ नहीं मिलता। माता के स्वास्थय की चिंता रहेगी। विरोधी सक्रिय होंगे। प्रेम प्रसंग के कारण घर का वातावरण प्रतिकूल रहेगा।

मिथुन- आपके रहन सहन में बदलाव होगा। सकारात्मक सोच रखें। समाज में आप की कीर्ति फैलेगी। भाइयों से संबंध मधुर होंगे। संतदर्शन सम्भव संतान के परिणय सम्बंध में सफलता मिलेगी।

कर्क- अजनबी लोगों पर आप बहुत जल्द विश्वास कर लेते हैं। अपने आगामी कार्य के बारे में किसी को बताने से बचें। क़र्ज़ से मुक्ति मिलेगी, न्याय कार्य लम्बित रहेंगे।

सिंह- दिन अनुकूल एवं लाभ प्रद रहेगा। किसी से मन की बात कहने का अवसर मिलेगा। आर्थिक मदद मिलने से कार्य आसान होंगे। परिजनों से शुभ समाचार प्राप्त होंगे ।

कन्या- पारिवारिक आयोजनों में व्यस्त रहेंगे। किसी ज़मीन जायदाद के सौदे को करने में असमंजस्य की स्थिति रहेगी। दोस्तों में आपका मान बढ़ेगा। कोर्ट कचहरी के चक्कर में पैसा लगेगा।

तुला- मन प्रसन्न रहेगा। व्यापार में बदलाव करने का मन है। पिता से सम्बंध मधुर होंगे। किसी महत्वपूर्ण विषय पर निर्णय लेने का समय है। चिकित्सा से जुड़े लोग ख्याति प्राप्त करेंगे।

वृश्चिक- समय पर संभल जाएं। अपनी बुरी आदतों से तोबा करें। आस पड़ोसियों से मतभेद सम्भव है। पारिवारिक विवादों से बचें। मकान दुकान से सम्बंधित विवाद हल होंगे।

धनु- कार्यशैली में बदलाव लाएं। बिना बात के विवाद न करें। खान पान पर ध्यान रखें। दूसरों की निंदा करने से बचें। भाइयों से मदद मिलेगी।

मकर- कार्य की अधिकता से अपने निजी जीवन में समय नहीं दे पाएंगे। घर परिवार की चिंता रहेगी। वाक् चातुर्य से रुके काम पूरे होंगे। ज़मीन जायदाद से लाभ मिलेगा। संतान सुख सम्भव है।

कुम्भ- समय अनुकूल होगा। लम्बे समय से रुके आर्थिक मामले पूरे होंगे। प्रेम प्रसंग में सफलता मिलेगी। लोग आप की देखा देखी करेंगे। मांगलिक आयोजनों में आप की अहम भूमिका रहेगी।

मीन- संतान का विवाह न होने से चिंता रहेगी। काम काज की अधिकता से कार्य प्रभावित होंगे। शत्रु परास्त होंगे। ज़मीन जायदाद से सम्बंधित कार्य को टालना बंद करें। समय रहते कार्य करें।

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ग्रह-नक्षत्र ज्योतिर्विद: पं. घनश्यामलाल स्वर्णकार

शुभ वि. सं: 2080
संवत्सर का नाम: पिङ्गल
शाके सम्वत: 1945
हिजरी सम्वत: 1445
मु. मास: सफर-06
अयन: दक्षिणायण
ऋ तु: शरद्
मास: द्वि.श्रावण (शुद्ध)
पक्ष: शुक्ल

शुभ मुहूर्त: उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि, वार, नक्षत्र व योगानुसार आज विवाह अ.आ. में (भद्रा दोष), गृहारम्भ व गृह-प्रवेश के अ.आव. में (भद्रा दोष व तिथि त्याज्य), कूपारम्भ व विपणि-व्यापारारम्भ के अनुराधा नक्षत्र में शुभ मुहूर्त है। अष्टमी जया संज्ञक तिथि अद्र्धरात्र्योत्तर 03-11 तक, तदन्तर नवमी रिक्ता संज्ञक तिथि है। अष्टमी तिथि नाचना, गाना, मनोरंजन, रत्न परीक्षण, अलंकार, विवाह, वधू-प्रवेश, प्रतिष्ठा, वास्तु कर्म और शस्त्र धारण आदि कार्य प्रशस्त हैं। नवमी तिथि में शुभकार्य वर्जित है।

श्रेष्ठ चौघडिय़ा: आज सूर्योदय से प्रात: 07-42 बजे तक शुभ, पूर्वाह्न 10-53 बजे से अपराह्न 03-36 बजे तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत तथा सायं 05-17 बजे से सूर्यास्त तक शुभ के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 12-04 बजे से दोपहर 12-55 बजे तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त हैं, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।

दिशाशूल: गुरुवार को दक्षिण दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चन्द्र स्थिति के अनुसार आज उत्तर दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है।

राहुकाल: दोपहर बाद 1-30 बजे से अपराह्न 3-00 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।

चंद्रमा: चंद्रमा वृश्चिक राशि में सम्पूर्ण दिवारात्रि रात्रि है।

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नक्षत्र: विशाखा ''मिश्र व अधोमुख'' संज्ञक नक्षत्र प्रात: 09-04 बजे तक, तदुपरान्त अनुराधा ''मृदु व तिङर््यंमुख'' संज्ञक नक्षत्र है। विशाखा नक्षत्र में पदार्थ संग्रह, अलंकार, कारीगरी, प्रहार व औषध सेवन आदि कार्य और अनुराधा नक्षत्र में विवाह, जनेऊ, यात्रा, हाथी घोड़ा, वस्त्र-अलंकार आदि कार्य करने योग्य हैं।

योग: ऐन्द्र नामक नैसर्गिक अशुभ योग रात्रि 08-36 बजे तक, तदन्तर वैधृति नामक अत्यन्त दुद्धर्ष बाधा कारक अशुभ योग है। वैधृति योग की समस्त घटियां शुभकार्यों में सर्वथा वर्जित हैं।

विशिष्ट योग: सर्वार्थसिद्धि नामक शुभ योग प्रात: 09-04 बजे से है।

करण : भद्रा संज्ञक विष्टि नामकरण अपराह्न 03-22 बजे तक, तदुपरान्त बव-बालव आदि करण क्रमश: हैं।

व्रतोत्सव: आज दुर्गाष्टमी, दुर्वाष्टमी व्रत, मेला नैना देवी व चिन्त्यपूर्णी (हिमाचल प्रदेश में)।

आज जन्म लेने वाले बच्चे: आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (तो, न, नी, नू, ने) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि वृश्चिक है। वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं। इनका जन्म ताम्रपाद से है, जो शुभ
होता है।

Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को 887 करोड़ रुपए की लागत से मेडिकल कॉलेजों से सम्बंधित चिकित्सा संस्थानों के 32 कार्यों एवं तीन नर्सिंग कॉलेजों के भवनों का शिलान्यास तथा 379 करोड़ रुपए के 36 कार्यों का लोकार्पण किया।

गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास पर 1266 करोड़ रुपए के 68 विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इस अवसर पर गहलोत ने 7.15 करोड़ रुपए लागत से तैयार छह मोबाइल कैंसर निदान वैन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी प्रतिबद्धता एवं संवेदनशीलता के साथ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में एक मजबूत ढांचा तैयार किया गया है। स्वास्थ्य योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के परिणामस्वरूप गांवों-कस्बों तक उत्कृष्ट चिकित्सकीय सुविधाएं पहुंचाई गई है।

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उन्होंने कहा कि राजस्थान के चिकित्सा मॉडल को पूरे देश में सराहा जा रहा है। स्वास्थ्य का अधिकार, 25 लाख रुपए तक निशुल्क उपचार के लिए मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना सहित निशुल्क दवाईयां और जांच सुविधा में राजस्थान देश का एकमात्र राज्य बन गया है। गहलोत ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र राजस्थान देश में मॉडल स्टेट बन गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री से राज्य की जैसी चिकित्सकीय योजनाओं को पूरे देश में लागू करने का आग्रह किया।

जयपुर। पॉक्सो न्यायालय ने बुधवार को कोटा शहर के बहुचर्चित नाबालिग छात्रा की हत्या करने के मामले में ट्यूशन टीचर गौरव को अंतिम सांस तक आजीवन कारावास की सजा से दण्डित किया। गौरव ने 13 फरवरी 2022 को नाबालिग छात्रा की हत्या कर दी थी और कमरे में बंद कर ताला लगाकर फरार हो गया था। छात्रा आरोपी के पास ट्यूशन पढ़ती थी। वारदात वाले दिन रविवार था। आरोपी ने एक्स्ट्रा क्लास के बहाने छात्रा को बुलाया था।

काफी देर तक छात्रा घर नहीं पहुंची तो पिता उसे लेने गए। वहां कमरे में ताला लगा मिला। कमरे के बाहर छात्रा की चप्पल दिखी तो उन्हें शक हुआ। उन्होंने आरोपी की मां को फोन कर बुलाया। बाद में कमरे का ताला तोड़कर देखा तो छात्रा के गले में रस्सी बांधकर खिडक़ी से लटका रखा था। उसके हाथ रस्सी से बंधे थे। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 10 हजार व विभिन्न कोचिंग संस्थानों व व्यापारिक संघों ने करीब 5 लाख का इनाम घोषित किया था। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक नेतृत्व में 150 पुलिस कर्मियों की कई टीमों ने आरोपी को 22 फरवरी को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था।

Chandrayaan-3 uccessful Landing : चंद्रयान-3 आज सफलतापूर्वक चांद की सतह पर लैंडिंग कर ली। पूर्व सोवियत संघ, अमरीका और चीन के बाद चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत चौथा देश बन गया है। जबकि, चंद्रमा के दक्षिणी धू्रव पर उतरने वाला पहला देश बन गया है। ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ISRO सहित पूरे देशवासियों को मुबारक बाद दी है। वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी चंद्रायन की सफल लैंडिंग के लिए इसरो के तमाम वैज्ञानिकों, देशवासियों और प्रदेश की जनता को बधाई दी है।

मुख्यमंत्री गहलोत ने आज अपने सरकारी आवास पर स्कूली बच्चों सहित विभिन्न लोगों के साथ चंद्रायन की सफल लैंडिंग का लाइव प्रोग्राम देखा। चंद्रायन की लैंडिंग के बाद अपने आवास पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा हम सबकी ओर से सभी वैज्ञानिकों को चंद्रायन की सफल लैंडिंग की शुभकामनाएं। इसरो के वैज्ञानिकों की वर्षों की कड़ी मेहनत से आज यह ऐतिहासिक पल आ गया। पूरे देश को इस पल का इंतजार था। यह एक ऐतिहासिक क्षण है पूरा देश गौरव महसूस कर रहे हैं। हम लंबा समय तय करके यहां तक पहुंचे हैं।

उन्होंने आगे कहा, देश की आजादी के बाद 1959 में चांद पर जाने की तैयारियां शुरू हो गई थीं। देश के प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू ने पहले भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति की स्थापना की थी। इसे 1962 में स्थापित किया गया था। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 15 अगस्त, 1969 को नाम इसका नाम बदलकर इसरो किया और मुख्यालय बेंगलूरु कि या। तभी से ही चंद्रायन की शुरुआत और लॉंन्चिंग पर काम शुरू हो गया था। कितनी लंबी सोच थी हमारे नेताओं की जिन्होंने साइंस एंड टेक्नोलॉजी में इंट्रेस्ट लेना शुरू किया। इसका नतीजा यह हुआ कि रूस, यूस की तरह भारत ने भी इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल करने वाला देश बन गया है।

उन्होंने कहा, राजस्थान सरकार भी साइंस एंड टेक्नोलॉजी को लेकर अहम कदम उठा रही है। मेरा मानना है कि सफलता पाने के लिए वैज्ञानिक सोच रखनी चाहिए। इसके लिए जरूरी नहीं है कि आप साइंस के स्टूडेंट हों। राजधानी जयपुर में प्राचीन काल से ही जंतर मंतर बनी हुई है, जहां अंतरिक्ष से संबंधित काम चला आ रहा है। वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, राजस्थान की धरती पर खगोलीय वैज्ञानिक को लेकर जिज्ञासा रही है।

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हमारी सरकार युवाओं के बीच खगोलीय और अंतरिक्ष विज्ञान को लेकर वैज्ञानिक समझ को विक सित करने के लिए कदम उठा रही है। इसके लिए प्रदेश के करीब 1500 राजकीय विद्यालयों में कक्षा ६ से लेकर 12वीं के विद्यार्थियों के लिए साइंस एंड स्पैस लैब खोले जा रहे हैं। नासा के सहयोग से कक्षा 6 से 12वीं के छात्र-छात्राओं के लिए एस्ट्रायड खोज अभियान चला रहे हैं। वहीं, कोटा, उदयपुर, जोधपुर में करीब 10-10 करोड़ की लागत से प्लेनोटोरियम बना रहे हैं। झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ में साइंस पार्क विकसित कर रहे हैं। युवाओं में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए बीकानेर, कोटा, भरतपुर में करीब 75 करोड़ की लागत से विज्ञान केंद्र स्थापित किए जाएंगे।

जयपुर. जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का 2875वां निर्वाणोत्सव बुधवार को भक्तिभाव के साथ मनाया गया। शहर के दिगंबर जैन मंदिरों में पूजा अर्चना के विशेष आयोजन हुए। मंत्रोच्चार के साथ मोक्ष का प्रतीक निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। शहर में चल रहे चातुर्मास स्थलों पर शाश्वत सिद्ध क्षेत्र श्री सम्मेद शिखर जी की झांकी सजा कर भगवान के मोक्ष स्थल स्वर्ण भद्र कूट पर निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। प्रताप नगर सेक्टर 8 टोंक रोड़ के शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में आचार्य सौरभ सागर के सान्निध्य में श्री सम्मेद शिखर की रचना कर 23 किलो का सामूहिक निर्वाण लड्डू चढ़ाया। इससे पहले भगवान शांतिनाथ स्वामी और भगवान पार्श्वनाथ स्वामी का स्वर्ण एवं रजत कलशों से कलशाभिषेक एवं शांतिधारा कर अर्घ्य चढ़ाए गए। वर्षायोग समिति अध्यक्ष कमलेश जैन व मंत्री महेंद्र जैन ने बताया कि आचार्य सौरभ सागर के सान्निध्य में भगवान पार्श्वनाथ स्वामी का अष्ट द्रव्यों के साथ मंत्रोच्चारण कर पूजन किया गया। अंत में जयमाला अर्घ और पार्श्वनाथ स्वामी की चालीसा का भजन - नृत्य के साथ गुणगान हुआ 23 परिवारों की ओर से सवा- सवा किलो के निर्वाण लड्डू मंदिर में बने पांडाल में सजी श्री सम्मेद शिखर की संजीव झांकी पर चढ़ाए गए।

Ambeo Soundbar Plus, Ambeo Sub Launched in India : जर्मनी स्थित ऑडियो ब्रांड सेन्हाइजर (Sennheiser ) ने भारत में उपभोक्ताओं के लिए एम्बियो साउंडबार प्लस और एम्बियो सब लॉन्च करने की घोषणा की। एम्बियो साउंडबार प्लस दुनिया का पहला 7.1.4 स्टैंडअलोन साउंडबार है जो एक गहन सिनेमाई अनुभव प्रदान करता है। जबकि एम्बियो सब एक वायरलेस सबवूफर है जिसमें साउंडबार में गहरा, शक्तिशाली बास मिलता है। यहां हम आपको सेन्हाइजर एम्बियो साउंडबार प्लस और एम्बियो सब की जानकारी और कीमत बताने जा रहे हैं।

एम्बियो साउंडबार प्लस, एम्बियो सब कीमत
सेनहाइजर एम्बियो साउंडबार प्लस 1,39,990 रुपए की कीमत पर और एम्बियो सब 69,990 रुपए की कीमत पर ब्रांड वेबशॉप, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेजन और भारत के अन्य प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक आउटलेट पर बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।

एम्बियो साउंडबार प्लस, एम्बियो सब SPECIFICATIONS
एम्बियो साउंडबार प्लस, सेन्हाइजर उत्पाद पोर्टफोलियो के भीतर एक नया, अधिक कॉम्पैक्ट साउंडबार प्रदान करता है। इसमें 7.1.4-चैनल सेटअप है। साउंडबार स्वचालित रूप से अपनी ध्वनि को चलाए जा रहे कंटेंट के अनुसार अनुकूलित कर लेता है। सेन्हाइजर AMBEO साउंडबार प्लस AMBEO|OS प्लेटफॉर्म का उपयोग करता है। साउंडबार के लिए अनुकूलन और अनुकूलन सुविधाओं को सेन्हाइजर स्मार्ट कंट्रोल ऐप पर एक्सेस किया जा सकता है। एम्बियो साउंडबार प्लस एपल एयरप्ले 2, क्रोमकास्ट बिल्ट-इन और स्पॉटिफ कनेक्ट को भी स्पोर्ट करता है। कंपनी के मुताबिक, डॉल्बी एटीएमओएस, डीटीएस : एक्स, 360 रियलिटी ऑडियो और एमपीईजी-एच ऑडियो के साथ इमर्सिव 3डी साउंड दिया गया है। यूजर्स 3डी ध्वनि अनुभव बनाने के लिए स्टीरियो और 5.1 सामग्री को अपमिक्स भी कर सकते हैं जिससे ऐसा लगता है जैसे कलाकार कमरे में है।

दूसरी ओर, नया एम्बियो सब बेहद गहरे बास के साथ आता है, जो एम्बियो वर्चुअलाइजेशन तकनीक द्वारा संचालित है। सबवूफर में 350W का रेटेड ध्वनि आउटपुट है, और अनुकूलन कार्यों की पेशकश करने वाले सेन्हाइजर स्मार्ट कंट्रोल ऐप के साथ भी काम करता है। कंपनी का दावा है कि एम्बियो सब का उन्नत स्व-अंशांकन और इसका अंतर्निर्मित दूर-क्षेत्र माइक्रोफोन डिवाइस को आपके कमरे की ध्वनिकी को सटीक रूप से सीखने और एक अद्वितीय ध्वनि अनुभव के लिए हर वातावरण में समायोजित करने की अनुमति देता है।

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Rajasthan weather update : जयपुर। मानसून के दूसरे चरण में आधा प्रदेश में ही बरसात हुई है। हाड़ौती, वागड़ के बाद मेवात और डांग क्षेत्र के ज्यादातर इलाकों में तेज बरसात हुई। वहीं प्रदेश के बाकी जिलों में मेघ मल्हार का इंतजार ही रहा। बादल आए मगर बिना बरसे ही रवाना हो गए।

मौसम विभाग के अनुसार गत 24 घंटे में दौसा, भरतपुर, अलवर, धौलपुर, करौली जिले में कहीं भारी व कहीं अतिभारी बारिश दर्ज की गई है। पूर्वी राजस्थान में सर्वाधिक बारिश सिकराय-दौसा में 195 मिमी, वैर- भरतपुर में 145, कोटकासिम-अलवर में 115 बरसात हुई। वहीं सुबह 8.30 बजे तक अलवर में 104.4 मिमी, धौलपुर में 110 मिमी व करौली में 87.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारां जिले के शाहाबाद में 52 मिमी बारिश हुई।

लबालब हुआ पांचना, दो गेटों से शुरू की जल निकासी
करौली जिले का सबसे बड़ा पांचना बांध लबालब हो गया है। इसके चलते बुधवार को एक बार फिर पांचना बांध के दो गेट खोलकर पानी की निकासी करनी पड़ी है। क्षेत्र में मंगलवार रात झमाझम बारिश का दौर चलने के बाद सुबह पांचना बांध का जलस्तर बढ़ गया।

ऐसे में दोपहर करीब एक बजे बांध का गेज 258.62 मीटर की कुल भराव क्षमता के मुकाबले 258.35 मीटर पर पहुंच गया। इस पर जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता सुशील कुमार गुप्ता ने बताया कि बांध का जलस्तर 258.35 मीटर से अधिक पहुंच गया, जिस पर दो गेट एक-एक फीट तक खोलकर 2400 क्यूसेक पानी की निकासी शुरू की।

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आगे यह
मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार उत्तर भारत में सक्रिय मानसून ट्रफ लाइन चौबीस घंटे में दोबारा हिमालय की तरफ शिफ्ट हो जाएगी। जिसके असर से बीकानेर, जोधपुर संभाग में 24 अगस्त से आगामी एक सप्ताह मौसम शुष्क रहेगा। पूर्वी राजस्थान में 26 अगस्त से अधिकांश भागों में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं।

जयपुर। आदर्श नगर थाना पुलिस ने दुकान के काउंटर में रखे मोबाइल चुराने वाले तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी मौज मस्ती, नशा और अन्य शौक को पूरा करने के लिए वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस पकड़े हुए आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
डीसीपी (पूर्व) ज्ञानचंद यादव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी फईम खान एमडी रोड लालकोठी, मोहम्मद शौकीन जयसिंहपुरा खोर और इमरान अंसारी जयसिंहपुरा खोर का रहने वाला हैं। पुलिस ने बताया कि इस संबंध में 22 अगस्त को भरतपुर निवासी मधु शर्मा ने मामला दर्ज करवाया। जिसमें बताया कि उनकी बिजली के सामान बेचने तथा एसी और फ्रिज को रिपेयर करने की दुकान जनता कॉलोनी में है। वह दुकान पर बैठी थी। वह कुछ समय के लिए वॉसरुम चली गई, जब वह लौट कर आई तो दुकान से कुछ दूरी पर एक ऑटो रिक्शा खड़ा था, जिसमें चालक बैठा हुआ था। दो लड़के दुकान में रखे काउंटर से सामान चोरी कर रहे थे। इस पर वह दौड़कर गई तो लड़के उन्हें देखकर भागने लगे। इस पर दोनों को पकड़ने की कोशिश की तो वह धक्का देकर चले गए। गिरने से मधु के हाथ पैर और कमर में चोट आई। इसके बाद वह आपस में शोकीन इमरान और फईम नाम बोलते हुए भाग गए।

महिला की हिम्मत से पकड़े गए बदमाश
मधु ने भागने के दौरान ऑटो के नम्बर नोट कर लिए। इसके बाद वह दुकान पर आई तो वहां इंदिरा गांधी स्मार्ट मोबाइल फोन योजना के तहत उसे मोबाइल नहीं मिला जिसे लड़के चुराकर ले जा चुके थे।

जयपुर। कांग्रेस में टिकट वितरण से पहले ही दावेदारों के बीच कहासुनी और मारपीट के मामलों से बवाल मच गया है। दावेदारी के लिए ब्लॉक स्तर पर आवेदन करने के अंतिम दिन प्रदेश में कई जगह दावेदार और समर्थक आपस में ही भिड़ गए। प्रदेश के 400 ब्लॉकों में कई कई ब्लॉक में आवेदन के दौरान तनातनी देखने को मिली तो कई जगह मारपीट की नौबत तक आ गई जहां वरिष्ठ नेताओं ने भी बचाव करके मामले को शांत करवाया। बाड़मेर के बायतु, बांसवाड़ा के गढ़ी, सवाई माधोपुर के खंडार और अजमेर उत्तर ब्लॉक में दावेदारों के बीच टकराव की बात सामने आई है।

बायतु में हरीश के सामने किसी का आवेदन नहीं
वहीं बायतु से कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी के सामने किसी और को आवेदन करने नहीं करने आरोप अन्य दावेदारों ने लगाए हैं। राजस्थान विश्वविद्यालय छात्र संघ की पहली छात्रा संघ अध्यक्ष रहीं प्रभा चौधरी का आरोप है कि वो आवेदन करने गई थी लेकिन उन्हें ब्लॉक अध्यक्ष और विधानसभा प्रभारी ने आवेदन करने नहीं दिया और कहा कि यहां से केवल हरीश चौधरी का ही सिंगल नाम जाएगा। इसी तरह से कई अन्य लोगों को भी आवेदन करने नहीं दिए गए।

खंडार में विधायक बेटे का पिता ने किया विरोध
सवाई माधोपुर के खंडार से कांग्रेस विधायक अशोक बैरवा के पिता ने भी दावेदारी के दौरान अपने बेटे का विरोध किया और कहा कि अगर पार्टी ने अशोक बैरवा को टिकट दिया तो पार्टी को खामियाजा भुगतना पड़ेगा। वहां खड़े कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं ने भी उनकी बात का समर्थन किया। हालांकि पर्यवेक्षक ने इस मामले को पिता-पुत्र का आपसी विवाद बताया।

अजमेर उत्तर में राठौड़ समर्थक आपस में भिड़े
अजमेर उत्तर ब्लॉक कांग्रेस में आवेदन के दौरान आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ के समर्थक ही आपस में भिड़ गए। दोनों के बीच हाथापाई की नौबत भी आ गई जिसे वहां मौजूद अन्य नेताओं ने समझा बूझाकर शांत किया।

प्रधान और अन्य दावेदारों के बीच हाथापाई
बांसवाड़ा के गढ़ी ब्लॉक कांग्रेस की बैठक में आवेदन के दौरान एक आवेदन को लेकर गढ़ी प्रधान कांता भील और अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता महिपाल कटरा के बीच जमकर बहस हुई और मामला हाथापाई तक भी पहुंचा, जिस पर वहां मौजूद नेताओं ने बीच-बचाव किया।

जयपुर की आठ विधानसभा सीटों पर 146 आवेदन
इधर राजधानी जयपुर की आठ विधानसभा सीटों पर 146 दावेदारों ने अपनी दावेदारी पेश की है। बगरू में सर्वाधिक 43 आवेदन आए हैं। इसके अलावा सांगानेर में 25, सिविल लाइंस में 4, किशनपोल में 12, हवामहल में 18, मालवीय नगर में 25, आदर्श नगर में 6, विद्याधर नगर से 17 आवेदन आए हैं।

इनका कहना है
बायतु में किसी को भी आवेदन करने से नहीं रोका गया, प्रभा चौधरी सहित कई दावेदारों ने अपना आवेदन पर्यवेक्षक को दिया है।
हरीश चौधरी, विधायक बायतु

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को मेडिकल कॉलेजों से जुड़े 1266 करोड़ रुपए के 68 विकास कार्यों का वर्चुअल शिलान्यास और लोकार्पण किया। सीएम आवास पर हुए इस कार्यक्रम के दौरान गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जमकर निशाने पर लिया। गहलोत ने कहा कि आज केंद्र सरकार का विरोध करने वाले लोगों को देशद्रोही बताया जाता है। इस तरह का तमाशा देश भर में चल रहा है, अगर इन मामलों पर हम नहीं बोले तो इतिहास हमें माफ नहीं करेगा।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को बर्थडे के तोहफे में ईडी की कार्रवाई

गहलोत ने कहा कि आज देश भर में केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है, विरोधियों पर ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई के छापे डलवाए जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में आज ईडी की कार्रवाई हुई है जबकि वहां के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जन्मदिन है और केंद्र सरकार ने उन्हें जन्मदिन के तोहफे में ईडी कार्रवाई दी है।

भाषण की लिस्ट से मेरा नाम हटाने की जांच हो

गहलोत ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में अपना नाम भाषण लिस्ट से हटाए जाने को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री को इसकी जांच करानी चाहिए कि किस के कहने पर मेरा नाम भाषण की लिस्ट से हटाया गया। जबकि प्रधानमंत्री अगर राजस्थान आ रहे हैं तो स्वाभाविक सी बात है कि वहां के मुख्यमंत्री का भाषण होना चाहिए था, फिर भी मैंने प्रधानमंत्री पद का मान सम्मान किया और उस कार्यक्रम में शामिल हुआ।


इनका किया लोकार्पण-शिलान्यास
इससे पहले मुख्यमंत्री गहलोत ने 887 करोड रुपए की लागत से चिकित्सा संस्थानों के 32 कार्यों और तीन नर्सिंग कॉलेज के भवनों का शिलान्यास किया। साथ ही 379 करोड़ रुपए के 36 कार्यों का लोकार्पण भी किया। उन्होंने 7.15 करोड़ रुपए की लागत की 6 मोबाइल कैंसर निदान वैनों को भी हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, केबिनेट मंत्री लाल चंद कटारिया, गोविंद राम मेघवाल सहित चिकित्सा विभाग के प्रमुख अधिकारी मौजूद रहे।

वीडियो देखेंः- Ashok Gehlot Defamation Case: मानहानि मामले में कोर्ट में पेश हुए सीएम गहलोत

Ashok Chandna Hilarious statement on Chandrayaan 3 : भारत का चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर आज सफलतापूर्व उतर गया है। इस सफल लैंडिंग के बाद भारत अमरीका, चीन और तत्कालीन सोवियत संघ के बाद चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन गया है। इस ऐतिहासिक लैंडिंग से पहले राजस्थान सहित देशभर में प्रार्थनाओं और दुआओं का दौर रहा।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने जहां इसरो के वैज्ञानिकों को इस सफलता के लिए बधाई दी, वहीं उन्हीं के खेल मंत्री अशोक चांदना (Rajasthan Sports Minister Ashok Chandna) ने चंद्रयान को लेकर अजीबोगरीब बयान देकर अपनी हंसी उड़वा ली है।

लोग उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहे हैं। चांदना ने मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि यह देश के लिए गर्व की बात है कि चंद्रयान की चांद की स्तह पर सफल लैंडिंग हुई और उसके साथ गए यात्रियों को सलाम करता हूं। उनके इस बयान के तुरंत बाद लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया और सोशल मीडिया पर जमकर उनकी क्लास लगा दी।

जयपुर। चंद्रयान-3 को दक्षिणी ध्रुव पर उतारकर इसरो ने एक नया इतिहास रच दिया है। इस अभूतपूर्व उपलब्धता से देश में जश्न का माहौल है। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी बुधवार शाम अपने आवास पर स्कूली बच्चों के साथ चंद्रयान- 3 की लाइव लैंडिंग देखी। गहलोत ने कहा कि चंद्रयान-3 चंद्रमा की सतह पर उतरने का भारत का दूसरा प्रयास है। आज दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के साथ ही भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को वर्ष 1962 में भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने डॉ. विक्रम ए. साराभाई की सलाह पर भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति के नाम से स्थापित किया था। 15 अगस्त 1969 को इंदिरा गांधी के कार्यकाल में इस संगठन को मजबूत करते हुए इसका नाम इसरो किया गया।


गहलोत ने कहा कि युवाओं में वैज्ञानिक समझ को विकसित करने के लिए निरंतर कदम उठाए जा रहे हैं। जयपुर का जंतर मंतर प्राचीन भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान का प्रतीक है जो खगोल विज्ञान को लेकर प्रदेशवासियों के उत्साह और जिज्ञासा को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लगभग 1500 राजकीय विद्यालयों के कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों में वैज्ञानिक गतिविधियों के प्रोत्साहन के लिए साइंस एंड स्पेस क्लब खोले जा रहे हैं।

कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए नासा के सहयोग से एस्टरॉइड खोज अभियान भी संचालित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डिजिटल प्लेनेटोरियम, डिस्प्ले इन्फ्रास्ट्रक्चर, विज्ञान केन्द्र, उच्च स्तरीय रिजोल्यूशन के टेलीस्कोप, साइंस पार्क के विकास सहित विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने छात्राओं से मुलाकात की तथा चंद्रयान के बारे में उनके अनुभव जाने। वहां मौजूद छात्राओं ने मुफ्त स्मार्टफोन योजना के तहत मिले स्मार्टफोन से मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी ली।

वीडियो देखेंः- चांद पर यूं लैंड हुआ Chandrayaan 3 | रोंगटे खड़े कर देगी तस्वीर | Chandrayaan-3 LIVE Updates

जयपुर . मानसरोवर थाना पुलिस ने गुजराती गैंग को पकड़ा जो ऑटो में बैठकर वारदात को अंजाम देता है। बदले में चुराए हुए सामान में से ऑटो चालक को भी हिस्सा दिया जाता था। पुलिस की गिरफ्त में चल रहे बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि आमेर कुंडा में बिना आईडी और पुलिस वेरीफिकेशन के कमरा किराए पर लिया था। पुलिस अब कमरा किराए पर देने वालों पर कार्रवाई करेगी। पुलिस ने इस मामले में भावनगर गुजरात हाल पानीपत हरियाणा निवासी विक्रम सोलंकी व इंदू सोलंकी, भाव नगर हाल भांकरोटा निवासी अंजली सोलंकी, सवाई माधोपुर निवासी मंजूर अली, भावनगर हाल दिल्ली रोड कुंडा निवासी महेश जीणा भाई, अहमदाबाद हाल कुंडा निवासी पप्पू भाई बाघेला और ममता बेन को गिरफ्तार किया है। पुलिस इस मामले में चार बदमाशों को तीन दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। बदमाशों के पकड़े जाने के बाद अब कमिश्नरेट पुलिस आमेर कुंडा के इलाके में किराए पर कमरा देने वाले परिवारों का आमेर थाना पुलिस के द्वारा सर्वे करवा रही है।
इस तरह देते है वारदात
गुजराती गैंग में तीन महिलाएं और उनके तीन से चार साल के बच्चे भी हैं। गैंग के लोग ऑटो चालक के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देते है। ऑटो में एक महिला व बच्चे के साथ दो बदमाशों को बैठाते थे। इसके बाद भीड़ भरे बाजार में थेला लेकर कहीं जाने के लिए अकेली खड़ी महिला को उसके घर तक छोड़ने की कहकर बैठा लेते थे। पैसा इतना कम बताते है की महिला चलने के लिए साथ जाने के लिए तैयार हो जाती है। इसी का बदमाश फायदा उठाकर चोरी की वारदात को अंजाम देते है। गिरोह की महिलाएं कपड़े से भरे थैले ऑटो में गिरा देती है और सवारी का ध्यान भटकाकर हाथ से सोने की चूड़ी, गले से चेन और पर्स पार कर लेती है। वारदात के बाद बदमाश गुजरात भाग जाते थे।

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