>>: Digest for December 12, 2023

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सदर थाना इलाके में चुनाव मतदान वाले दिन शाम को बूथ के गेट के बाहर उपप्रधान को कार से कुचलकर मारने के प्रयास मामले में पुलिस ने रविवार को आरोपी को चंडीगढ़ की झुग्गी झौंपडी से गिरफ्तार किया है।


पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने बताया कि 25 नवंबर को बृजमोहन यादव ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह पंचायत समिति श्रीगंगानगर में उपप्रधान है। जो मतदान केन्द्र 11 एलएनपी के पोलिंग बूथ के गेट के बाहर दुलीचंद गोदारा आदि के पास खड़ा था।

ख्यालीवाला गांव निवासी विजय सिंह जाखड़ उर्फ बिट्टू पुत्र जगदीश उससे राजनीतिक रंजिश रखता है। वह पहले भी उसको कई बार मारने की धमकियां दे चुका है। आरोपी विजय सिंह अपनी गाड़ी लेकर आया और तेज गति से चलाकर उसको जान से मारने की नीयत से टक्कर मारी, जिससे वह सडक़ पर गिर गया।

इस दौरान उसको पैर व मुंह पर चोट आई। पुलिस ने धारा 307, 323 व 506 के तहत मामला दर्ज कर जांच एसआई हंसराज को सौंपी। मामला दर्ज होने के बाद के बाद भी आरोपी उसको मोबाइल पर जान से मारने की धमकी देता था। आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी मामला दर्ज है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी बलवंतराम के सुपरविजन में जांच अधिकारी एसआई हंसराज, कांस्टेबल चंद्रप्रकाश, सलीम, जसवीर की टीम गठित की गई। पुलिस ने आरोपी के संभावित ठिकानों पर दबिश की कार्रवाई की। पुलिस टीम चंडीगढ़ पहुंची और वहां चार- पांच दिन तक आरोपी की तलाश में दबिश की कार्रवाई करती रही।

वहां आरोपी के झुग्गी झौंपडी में छिपे होने की जानकारी मिली। इस पर पुलिस टीम सादा कपड़ों में झुग्गी झौंपड़ी में पहुंची और वहां से आरोपी विजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जवाहरनगर थाना पुलिस ने शनिवार रात करीब सात बजे बाइक सवार एलआईसी एजेंट से नकदी लूटकर भागते समय पीडि़त व लोगों के सहयोग से दो भाईयों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक आरोपी मौके से फरार हो गया। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। रविवार को आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया है। तीसरे आरोपी की तलाश की जा रही है।


पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने बताया कि सतपाल वर्मा पुत्र कुम्भाराम निवासी पुरानी आबादी ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वह एलआईसी व पोस्ट ऑफिस का एजेंट है और कलेक्शन का कार्य करता है। शनिवार रात करीब साढ़े बजे बाद वह बाइक पर चहल चौक के समीप से राजीव मेडिकल स्टोर व अन्य दुकानों से कलेक्शन लेकर बाइक पर रवाना होने लगा था।

सभी एक बाइक पर तीन युवक आए और उसकी बाइक को रुकवाकर जेब से 22 हजार 710 रुपए की नकदी लूटकर ले गए। इसी दौरान वहां पैदल गश्त पर निकले सदर थाने के हैडकांस्टेबल राजूसिंह, कांस्टेबल रघुवीर सिंह व जवाहनगर थाने के एएसआई कंवरपाल सिंह, कांस्टेबल अजय ने सतपाल व लोगों की मदद से दो आरोपियों को पकड़ लिया, जबकि तीसरा आरोपी मौके से फरार हो गया।

पुलिस ने लूट के आरोपी शंकरलाल पुत्र नंदनलाल व विनोद पुत्र नंदलाल निवासी वार्ड नंबर 19 मोहरसिंह चौक पुरानी आबादी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने रविवार को आरोपियों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें रिमांड पर लिया गया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। इस मामले में फरार हुए तीसरे आरोपी की तलाश की जा रही है।


शराब पीने के आदी है आरोपी
- जवाहरनगर थाना प्रभारी पृथ्वीपाल सिंह ने बताया कि लूट के मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपी भाई है और शराब पीने के आदी है। अपने शौक पूरे करने के लिए रुपए लूटने की वारदात को अंजाम दिया। इनके तीसरे साथी को भी चिह्नित कर लिया गया है।

रंजिश, प्रेम प्रसंग, परिवारों में कलह आदि को लेकर होने वाली हत्या के मामलों में प्रदेश में पिछले साल श्रीगंगानगर चौथे स्थान पर रहा है। जबकि प्रदेश में हत्या जैसे प्रकरणों में उदयपुर एक नंबर है, जहां सबसे ज्यादा हत्या के मामले सामने आए हैं।


पुलिस अधिकारियों का कहना है कि श्रीगंगानगर जिले में रंजिश, प्रेम प्रसंग, परिवारों में कलह को लेकर हत्या के मामले अधिक रहते हैं और इसके अलावा भी अन्य कई कारणों से भी हत्याएं हुई है। लेकिन मुख्य परिवार, प्रेम प्रसंग व रंजिश है। एनसीआरबी से मिले रेकॉर्ड के अनुसार वर्ष 2022 में जिले में 67 व्यक्तियों की हत्या हुई। जो प्रदेश में चौथे स्थान पर है।

जबकि हत्या के मामले में पहले स्थान पर जोधपुर है। इसके बाद उत्तरप्रदेश सीमा से सटा भरतपुर जिला हत्या प्रकरणों को लेकर दूसरे नंबर पर चल रहा है। वहीं अलवर जिले में भी हत्याओं का ग्राफ कम नहीं है। अलवर जिला हत्या के प्रकरणों में प्रदेश में तीसरे नंबर पर है।


प्रेम प्रसंग रहा कारण
- ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें प्रेम प्रसंग के चलते हत्या की नौबत आ गई। पिछले दिनों पुरानी आबादी में एक व्यक्ति की हत्या कर शव को पेट्रोल डालकर जला दिया गया था। इस ब्लाइंड मर्डर का बाद में पुलिस ने खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार किया था।


परिवार जन की हत्या
- शहर में अपने वृद्ध सौतेले पिता की संपति हड़पने के लिए एक युवक ने हत्या कर दी और हत्या को हादसे का रूप देने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस ने गहन जांच पड़ताल के बाद इसका खुलासा किया। आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।


एनसीआरबी के 2022 के रेकॉर्ड के अनुसार हत्या के आंकड़े
जिला हत्या प्रकरण
श्रीगंगानगर 67
अलवर 73
भरतपुर 88
उदयपुर 114


श्रीगंगानगर जिले में हत्या प्रकरणों के आंकड़े
वर्ष हत्या प्रकरण
2020 73
2021 67
2022 67

अंतरराज्यीय समझौते के तहत राजस्थान को मिल रहे उसके हिस्से के पानी का पंजाब में एक बार फिर विरोध हुआ है। इस बार विरोध किसी राजनीतिक दल ने नहीं बल्कि किसान और खेती के हित की वकालत करने वाली भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल) के नेता बलवीर सिंह राजेवाल ने किया है। राजेवाल ने इस मुद्दे को लेकर 18 जनवरी से चंडीगढ़ में पड़ाव डालने की घोषणा करते हुए सभी किसान यूनियनों से समर्थन मांगा है। श्रीगंगानगर जिले के किसान नेताओं ने राजेवाल के इस बयान का विरोध किया है। राजस्थान को पानी नहीं देने के बारे में कांग्रेस और अकाली दल के नेता राजनीतिक फायदे के लिए समय-समय पर बयान देते रहे हैं। अब किसान यूनियन के नेता राजेवाल ने किसान जत्थेबंदियों को एक मंच पर लाने के लिए वही पुराना राग अलापा है।

 

रावी, व्यास और सतलुज नदियों का पानी अंतरराज्यीय समझौते के तहत राजस्थान को मिलता है। इसके बावजूद पंजाब के राजनीतिक दलों की राजनीति का हिस्सा राजस्थान को मिलने वाला पानी भी है। कांग्रेस के शासन में विधानसभा में पानी नहीं देने का प्रस्ताव पारित हुआ तो अकाली दल भी समय-समय पर पानी नहीं देने की धमकी देता रहा है। इसी साल इंदिरा गांधी नहर में बंदी के दौरान राजस्थान के अतिरिक्त पानी की मांग पर आम आदमी पार्टी की सरकार के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सहमति जताई तो कांग्रेस और अकाली दल ने इतना ज्यादा विरोध किया कि मान को यह कहना पड़ा कि राजस्थान ने अपने हिस्से का पानी पहले ही ले लिया। अब अतिरिक्त पानी नहीं मिलेगा।

आंदोलन हुआ तो मिला पानी
इसी साल गंगनहर में शेयर के अनुसार पानी नहीं मिलने पर किसानों ने आंदोलन किया तो मामला केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय तक पहुंचा। उसके बाद केन्द्रीय जल आयोग व बीबीएमबी के अधिकारियों ने पंजाब व राजस्थान के अधिकारियों के साथ हरिके हैडवर्क्स, फिरोजपुर फीडर व गंगनहर का निरीक्षण किया तो शेयर के अनुसार पानी मिलना शुरू हो गया। तब से लेकर आज तक किसानों को पानी के मसले पर कोई खास दिक्कत नहीं आई।

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किसान नेता नहीं राजेवाल
पहली बात तो यह कि राजेवाल किसान नेता नहीं, राजनीतिक नेता है। उनका यह बयान किसानों का भाईचारा तोड़ने वाला है। राजेवाल को शायद यह पता नहीं कि विभाजन से पहले बनी गंगनहर का फायदा पंजाब के किसानों को भी मिला है। वहां से विस्थापित हुए किसान यहां आकर स्थापित हुए हैं। राजेवाल के बयान का कोई मतलब नहीं। राजस्थान अपने हिस्से का पानी ले रहा है और लेता रहेगा।
रणजीत सिंह राजू, संयोजक, ग्रामीण किसान मजदूर समिति

हिस्से का पूरापानी नहीं
यह बात सही है कि राजस्थान को उसके हिस्से का पूरा पानी कभी नहीं मिला। हैडवर्क्स पर नियंत्रण पंजाब को होने के कारण उसकी मनमानी को राजस्थान चुपचाप सहता आया है। राजस्थान के हिस्से के 8.6 एमएएफ पानी के हिस्से में से .6 एमएएफ पानी का मसला पंजाब ने सालों से अटका रखा है। यह पानी इंदिरा गांधी नहर का काम पूरा होने पर देने का वादा पंजाब ने किया था। वर्तमान में इंदिरा गांधी नहर का दूसरा चरण पूरा हो चुका है तथा सात और जिलों को पेयजल के इंदिरा गांधी नहर का पानी मिलने लगा है तो हिस्से का शेष पानी मांगने का हक राजस्थान का बनता है।

पानी के बदले पैसे दो
किसान नेता राजेवाल ने राजस्थान को पानी नहीं देने का जो राग अलापा है उसमें पानी पर पंजाब का हक बताते हुए कहा है कि अगर राजस्थान को पानी लेना है तो जितना पानी उतने पैसे देने पड़ेंगे। अपने बयान में राजेवाल ने यह तुर्रा भी जोड़ा है कि राजस्थान 1995 तक पानी के बदले पैसे देता रहा है। वास्तविकता इसके विपरीत है। राजस्थान नहरों की मरम्मत के नाम पर हर साल पंजाब को पैसे देता है , क्योंकि राजस्थान की नहरों का जो हिस्सा पंजाब में पड़ता है, उसकी मरम्मत और रखरखाव की जिम्मेदारी अपने पास रखी है। इसकी एवज में राजस्थान को हर साल कुछ राशि पंजाब को देनी पड़ती है। राजेवाल ने शायद इसी राशि को पानी की एवज में दी जाने वाली राशि मान ली है।

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राजस्थान को जो पानी मिल रहा है, वह अंतरराज्यीय समझौते के तहत मिल रहा है। जिन नदियों के पानी पर पंजाब अधिकार जता रहा है, उनका उदगम कहां से है। पोंग बांध बना तो वहां के विस्थापिताें को जमीन किसने दी। पंजाब और राजस्थान के बीच रोटी-बेटी का रिश्ता राजेवाल को पता नहीं। अगर वह आंदोलन करेंगे तो यहां का किसान चुप थोड़े ही बैठेगा। हक की लड़ाई यहां का किसान भी लड़ेगा।

एडवोकेट सुभाष सहगल, प्रवक्ता किसान संघर्ष समिति

कृष्ण चौहान/श्रीगंगानगर। इलाके में किन्नू का इस बार बंपर उत्पादन है और जिले में सर्दी शुरू होने के साथ किन्नू में मिठास बढ़ गई है। जिले में इस साल तीन लाख 80 हजार मीट्रिक टन किन्नू उत्पादन का अनुमान है। तीन साल पहले श्रीगंगानगर से किन्नू स्पेशल ट्रेन से से किन्नू बांग्लादेश निर्यात किया गया था जबकि इस बार किन्नू व्यापारियों के लिए बड़ा संकट खड़ा हो चुका है।

बांग्लादेश में किन्नू निर्यात करना मुश्किल है। किन्नू व्यापारियों ने बताया कि इस बार बांग्लादेश में किन्नू की इम्पोर्ट ड्यूटी 87 रुपए प्रति किलोग्राम है। जब तीन साल पहले श्रीगंगानगर से 15 बोगी में 345 मीट्रिक किन्नू बांग्लादेश भेजा था तब इम्पोर्ट ड्यूटी 35 रुपए प्रति किलोग्राम थी। श्रीगंगानगर और पड़ोसी राज्य पंजाब के अबोहर क्षेत्र के बागों में इस बार 25 हजार हैक्टेयर में किन्नू की बागवानी है। किन्नू उत्पादक किसान विजय यादव का कहा है कि बाग से किन्नू का औसत भाव 10 से साढ़े दस रुपए प्रति किलोग्राम तक सौदा हो रहा है।

प्रदेश में सबसे ज्यादा किन्नू उत्पादन गंगानगर में
राजस्थान में सबसे ज्यादा किन्नू की बागवानी श्रीगंगानगर जिले में होती है। जिले में किन्नू की बागवानी 10 हजार 238 हैक्टेयर में है और इस बार तीन लाख 80 हजार मीट्रिक टन किन्नू का उत्पादन होने का अनुमान है जबकि पिछले वर्ष 95 हजार मीट्रिक टन ही किन्नू का उत्पादन हुआ था।

यहां जाता है किन्नू
दक्षिणी राज्यों के अलावा नेपाल के लोगों को भी गंगानगरी किन्नू का स्वाद भाता है। तमिलनाडु के कोयंबटूर, मदुरै, केरला के विभिन्न शहरों, आंधप्रद्रेश के हैदराबाद, विजयवाड़ा, महाराष्ट्र के मुंबई, नासिक, उत्तर प्रदेश के मेरठ, लखनऊ, कर्नाटक के बेंगलूरु, गुजरात के अहमदाबाद, सूरत, बड़ौदा, मध्यप्रदेश के इंदौर और भोपाल में गंगानगरी किन्नू की सप्लाई होती है। वहां से अन्य शहरों में किन्नू भेजा जाता है।

जिले में किन्नू की बागवानी व उत्पादन का गणित
ड्रिप पर फलों का क्षेत्रफल- 8738 हैक्टेयर
फलत अवस्था पर क्षेत्रफल- 10234 हैक्टेयर
पिछले वर्ष उत्पादन- 95 हजार मीट्रिक टन

इनका कहना है
श्रीगंगानगर और पंजाब के अबोहर सहित अन्य क्षेत्र में इस बार किन्नू का बंपर उत्पादन है। बांग्लादेश में किन्नू निर्यात करवाने में इस बार काफी दिक्कत आ रही है। वहां पर किन्नू निर्यात करने के लिए प्रति किलोग्राम 87 रुपए इम्पोर्ट ड्यूटी ली जा रही है जबकि श्रीगंगानगर में किन्नू का औसत भाव 10 रुपए प्रति किलोग्राम तक चल रहा है।
श्याम लाल बगड़िया, सचिव, गंगानगर किन्नू संघ

श्रीकरणपुर. सीमावर्ती गांव शेखसरपाल के निकट भारतीय सीमा क्षेत्र में सोमवार सुबह पाकिस्तानी ड्रोन व करीब ढाई किग्रा हेरोइन बरामद हुई। मौके पर पहुंचे बीएसएफ जवानों ने इसे अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद वहां सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया। बीएसएफ सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार सोमवार सुबह करीब पौने नौ बजे किसी ग्रामीण ने गांव शेखसरपाल के निकट सीमा से करीब दो किमी अंदर की ओर एक बारानी खेत में ड्रोन होने की सूचना दी। इस पर बीएसएफ जवान तुरंत वहां पहुंचे और मौके पर मिले एक ड्रोन व पीले रंग के एक पैकेट को अपने कब्जे में ले लिया। बताया गया कि वहां पाकिस्तानी ड्रोन के अलावा पैकेट में दो किग्रा 520 ग्राम मादक पदार्थ हेरोइन बरामद किया गया। इसके बाद सीमा क्षेत्र में हेरोइन का कोई अन्य पैकेट होने की आशंका के मद्देनजर बीएसएफ की ओर से सीमा क्षेत्र में सर्च अभियान चलाकर गहनता से जांच भी की गई। हालांकि, दोपहर तक वहां अन्य कोई आपत्तिजनक वस्तु प्राप्त नहीं हुई। घटनाक्रम को लेकर बीएसएफ 77वीं वाहिनी के टूआइसी अशोक कुमार, सीआइडी की एडिशनल एसपी दीक्षा कामरा व डीएसपी सुधा पालावत ने भी मौका मुआयना किया।

अनूपगढ़. पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा के आदेशानुसार लॉरेंस गैंग से संबंध रखने वाले आरोपियों और हार्डकोर अपराधियों की धरपकड़ के लिए सोमवार अलसुबह एरिया डोमिनेशन अभियान के तहत जिले के 9 पुलिस थानों पुलिस के द्वारा विभिन्न स्थानों पर छापामारी की गई।
एसपी राजेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में 9 पुलिस थानों की 30 टीमें बनाकर 118 स्थानों पर दबिश दी गई। इसमें कुल 81 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों पर पूर्व में एनडीपीएस, हिस्ट्रीशीटर, आम्र्स एक्ट, मारपीट, अवैध शराब, लूट, चोरी के सहित अन्य मामले दर्ज है।
जिले में सर्वाधिक कार्रवाई रायङ्क्षसहनगर पुलिस थाना और अनूपगढ़ पुलिस थाना के द्वारा की गई है। एसपी राजेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा और अतिरिक्त महानिदेशक एनएम दिनेश के मार्गदर्शन में बीकानेर रेंज में वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी व एरिया डोमिनेशन के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत रायङ्क्षसहनगर के एडिशनल एसपी किशोर बुटोलिया के सुपरविजन में जिले के नौ थानों के एसएचओ के नेतृत्व में 30 टीमों का गठन किया गया था। इस अभियान के तहत जिला पुलिस द्वारा मेडिकेटेड नशा मादक पदार्थ की तस्करी में लिप्त अपराधियों तथा हार्डकोर हिस्ट्रीशीटर के ठिकानों पर एक साथ कुल 118 रथानों पर दबिश दी गई।
ऑपरेशन के तहत की गई कार्रवाई
एसपी राजेंद्र कुमार ने बताया कि जिले भर में 156 पुलिस कर्मियों के 30 टीमें बनाकर 118 स्थान पर दबिश देकर 78 वांछित अपराधी और सामाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि जिलेभर में आबकारी एक्ट में कुल दो प्रकरण दर्ज हुए हैं और कुल 12 लीटर हथकढ़ जब्त की गई है और 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जुआ एक्ट में एक मामला दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर 1130 रुपए की राशि भी जब्त की गई है। उन्होंने बताया कि जिले भर में कुल 39 स्थाई वारंटी को गिरफ्तार किया गया है और वहीं एक हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार किया गया है। 30 व्यक्तियों को शांति भंग में गिरफ्तार किया गया है। जघन्य अपराध व सामान्य अपराध में कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
9 थानों की पुलिस की कार्रवाई
एसपी राजेंद्र कुमार ने बताया कि जिले के 9 थानों के द्वारा यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि रायङ्क्षसहनगर पुलिस थाने में 16, अनूपगढ़ में 15, रामङ्क्षसहपुर में 6, विजयनगर में 5,घडसाना में 2, रावला में 9, जैतसर ने 7,समेजा कोठी में 7 और मुकलावा थाना क्षेत्र में 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

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