>>: Digest for December 13, 2023

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Table of Contents

कस्बे सहित आस-पास के इलाके में भू-कारोबारियों ने अवैध कॉलोनियों का जाल फैला दिया है। बिना भू-रूपान्तरण के अवैध कॉलोनियां काटकर भूखण्ड बिक्री किए जा रहे हैं। इन कॉलोनियों में अवैध निर्माण कार्य जोरों से चल रहा है। राजस्व विभाग की मेहरबानी से भू-कारोबारी धड़ल्ले से अवैध कॉलोनियां काट चुके है। हालांकि पटवारी ने इन अवैध कॉलोनियों को चिन्हित कर लिया है।


पटवारी हंसा चौधरी ने बताया कि मालपुरा तहसीलदार ने अवैध कॉलोनियों की रिपोर्ट मांगी थी। इसके बाद जांच में 14 अवैध कॉलोनियां चिन्हित की गई है। बिना भू-रूपान्तरण के पचेवर क्षेत्र में 12 तथा सुरसागर और हनुतिया तन में एक-एक अवैध कॉलोनी काटी गई है। इन अवैध कॉलोनियों की तथ्यात्मक जांच रिपोर्ट एवं सूची बनाकर आगामी कार्रवाई के लिए तहसीलदार को भेजी है। गौरतलब है कि पटवारी की जांच रिपोर्ट के बाद अब उच्च अधिकारियों द्वारा इन अवैध कॉलोनियों एवं कोलोनाइजरों पर कार्रवाई करने का इंतजार है।

पत्रिका ने उठाया था मुद्दा

उल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका ने अवैध कॉलोनियों के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया है। कृषि भूमि एवं बहाव क्षेत्र में बिना भू-रूपान्तरण के अवैध कॉलोनियां काटने का कारोबार उफान पर चल रहा था। अभियान चलाकर पत्रिका में लगातार समाचार प्रकाशित किए गए। इसके बाद मालपुरा उपखण्ड अधिकारी तथा तहसीलदार ने मामले में संज्ञान लेते हुए अवैध कॉलोनियों की पटवारी से रिपोर्ट मांगी थी। इस जांच रिपोर्ट में एक दर्जन से अधिक अवैध कॉलोनियों का खुलासा हुआ है।

शिक्षा विभाग की ओर से जिला समान परीक्षा योजना के तहत अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं बुधवार से शुरू होंगी। टोंक जिला समान परीक्षा योजना केन्द्र राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय निवाई के जिला समान परीक्षा संयोजक देवेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि परीक्षा की सभी प्रकार की तैयारी पूरी कर ली गई है। जिले के सभी नोडल केन्द्रों पर प्रश्न पत्र पहुंचा दिए है। उन्होंने बताया कि परीक्षाएं 23 नवम्बर तक चलेगी।


उन्होंने बताया कि प्रश्न पत्र पूर्व के वर्षों की भांति इस वर्ष भी जिले के नोडल राजकीय विद्यालयों, टोंक, देवली, मालपुरा, उनियारा, निवाई, पीपलू, और टोडारायसिंह से सोमवार को वितरित कर दिए गए है। जहां से सभी विद्यालय अपने-अपने विद्यालय के प्रश्न पत्र दिन प्राप्त करेंगे। उन्होंने बताया कि निजी विद्यालयों के प्रश्न-पत्र भी उनसे संंबंधित सरकारी विद्यालयों में रखे गए है और प्रति दिन परीक्षा आरंभ होने से पूर्व उन्हे दिए जाएंगे।

परीक्षा सह संयोजक त्रिलोक चंद जैन ने बताया कि इस वर्ष जिले में कक्षा 9 से 12 के कुल 75378 विधार्थी परीक्षा में शामिल होंगे। परीक्षा प्रथम पारी प्रात: 9.30 से दोपहर 12.45 बजे तक (हिन्दी अंग्रेजी माध्यम) द्वितीय पारी दोहा 1.15 से सायं 4.30 बजे तक होगी।


ये रहेगा टाइम टेबल:

बुधवार को प्रथम पारी में कक्षा 11 की अंग्रेजी अनिवार्य व द्वितीय पारी में कक्षा 12 की अंग्रेजी अनिवार्य, गुरुवार को प्रथम पारी में कक्षा 11 की हिन्दी अनिवार्य व द्वितीय पारी में कक्षा 9 व कक्षा 10 की सूचना प्रौद्योगिकी की अवधारणा व कक्षा 12 की हिन्दी अनिवार्य, शुक्रवार को प्रथम पारी में कक्षा 11 की हिन्दी साहित्य/ऊर्दू साहित्य/भौतिक विज्ञान/ लेखा शास्त्र, द्वितीय पारी में कक्षा 9 व 10 की स्वा एवं शा. शिक्षा , कक्षा 12 की हिन्दी साहित्य/ऊर्दू साहित्य/भौतिक विज्ञान/ लेखा शास्त्र, शनिवार को प्रथम पारी में कक्षा कक्षा 11 की कृषि रसायन/रसायन विज्ञान/व्यवसायिक अध्ययन/इतिहास, द्वितीय पारी में कक्षा 9 की राजस्थान का स्वतंत्रता आन्दोलन, कक्षा 10 की राजस्थान का इतिहास एवं संसकृति, कक्षा 12 की कृषि रसायन/रसायन विज्ञान/ व्यवसायिक अध्यनन/ इतिहास, सोमवार 18 नवम्बर को प्रथम पारी में कक्षा 9 की अंग्रेजी, कक्षा 11 की गणित/ गृह विज्ञान द्वितीय पारी में कक्षा 10 की अंग्रेजी व कक्षा 12 की गणित/ गृह विज्ञान, 19 नवम्बर मंगलवार को प्रथम पारी में कक्षा 9 की हिन्दी, कक्षा 11 की कृषि जीव विज्ञान/जीव विज्ञान/ राजनीति विज्ञान, द्वितीय पारी में कक्षा 10 की हिन्दी व कक्षा 12 की कृषि जीव विज्ञान/जीव विज्ञान/ राजनीति विज्ञान, 20 नवम्बर बुधवार को प्रथम पारी में कक्षा 9 की गणित, कक्षा 11 की संस्कृत साहित्य, द्वितीय पारी में कक्षा 10 की गणित व कक्षा 12 की संस्कृत साहित्य, 21 नवम्बर गुरूवार को प्रथम पारी में कक्षा 9 की विज्ञान, कक्षा 11 की अर्थशास्त्र, कक्षा 12 की अंग्रेजी साहित्य व द्वितीय पारी में कक्षा 10 की विज्ञान, कक्षा 11 की अंग्रेजी साहित्य , कक्षा 12 की अर्थशास्त्र, 22 नवम्बर शुक्रवार को प्रथम पारी में कक्षा 9 की सामाजिक विज्ञान, कक्षा 11 की चित्रकला/कृषि विज्ञान, द्वितीय पारी में कक्षा 10 की सामाजिक विज्ञान, कक्षा 12 की चित्रकला/कृषि विज्ञान व अंतिम दिन 23 नवम्बर को प्रथम पारी में कक्षा 9 की संसकृत/ऊर्दू, कक्षा 11 की भूगोल, कक्षा 12 की आजादी के बाद स्वर्णिम भारत भाग दो व द्वितीय पारी में कक्षा 10 की संस्कृत/ऊर्दू, कक्षा 11 की आजादी के बाद स्वर्णिम भारत भाग एक व कक्षा 12 की भूगोल विषय की परीक्षा होगी।

कुल 75378 विद्यार्थी होंगे शामिल

इस वर्ष कक्षा 9 से 12 के कुल 75378 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल होंगे । इसमें कक्षा 12 में 16601, कक्षा 11 में 17310, कक्षा 10 में 18856 , कक्षा 9 में 22611 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित होंगे।

राजस्थान के टोंक जिले में दस वर्ष बाद आधार अपडेट की अंतिम तिथि 14 दिसंबर दे रखी है। वही यूआईडीआई विभाग ने आधार के नए साफ्टवेयर में अचानक बदलाव से कार्य प्रभावित हो रहा है। जिससे नए आधार पंजीकरण व जन्मतिथि, नाम आदि का संशोधन नहीं हो पा रहा है। जिसके चलते आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

सूचना एवं प्रौधोगिकी विभाग ने करीब एक सप्ताह पूर्व आधार मशीन को यूसीएल में परिवर्तन कर दिया है। साथ ही आधार साफ्टवेयर में नया अपडेट किया है। जिसके चलते आधार सेंटरों पर नए साफ्टवेयर के तहत आधार में मात्र मोबाइल नम्बर व पता परिवर्तन हो रहा है।

आधार के नए साफ्टवेयर में जन्मतिथि, नाम, ***** आदि का संशोधन बंद कर दिया है। जिससे लोगों के आधार कार्ड में शुद्धिकरण का कार्य नहीं हो पा रहा है।वही 10 वर्ष पुराने आधार का निशुल्क अपग्रेड 14 दिसंबर तक होना है।ऐसे में लोग आधार सेंटरों के प्रतिदिन चक्कर लगा रहे है।

सॉफ्टवेयर के चलते लोग बेहद परेशान हो रहे है। लोगों का कहना है कि आधार में शुद्धिकरण नहीं होने से उनके सरकारी कामकाज अटके हुए है।इन दिनों कॉलेज के फार्म चल रहे है।

विद्यार्थियों के लिए यूजीसी ने इस बार एबीसी आईडी बनवाना अनिवार्य कर दिया है। एबीसी आईडी भी आधार से ही बनती है। उनका नाम गलत होने से एबी सीआईडी नहीं बन पा रही है।

जिससे कॉलेज के परीक्षा फार्म नहीं भर पा रहे है। यूआईडीआई विभाग ने आधार संशोधन पुनः शुरु नहीं किया तो उन्हें एबी सीआईडी के बिना परीक्षा के फार्म नहीं भर सकेंगे। जिससे उनको को भविष्य खराब होने की चिंता सता रही है। वहीं जन आधार केवाईसी भी बिना आधार के शुद्धिकरण के बिना नहीं हो पा रही है। जिससे समाज कल्याण विभाग की छात्रवृति का फार्म नहीं भर पा रहे है।

इस तरह लोगों के आधार से संबंधित सभी कार्य रुके हुए है। पेंशनरो ने बताया कि इन दिनों पेंशन सत्यापन कार्य चल रहा है। बायोमेट्रिक फिंगर नहीं आ रहे हैं।

जिसके बिना सत्यापन नहीं हो पा रहा है। अपडेट के लिए आधार सेंटर पर जाते हैं तो आपरेटर द्वारा कार्य नहीं होने की जानकारी दी जा रहीं हैं। उन्होंने बताया कि उनके सत्यापन नहीं हुआ तो पेंशन बंद हो जाएगी।

सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सहायक प्रोग्रामर हेमेंद्र मीना ने बताया कि यूआईडीआई ने सभी आधार मशीनों को यूसीएल में परिवर्तन कर दिया है। नई गाईड लाईन आने पर ही आधार संशोधन हो पाएगा।शहर व ब्लाक में करीब 8 आधार मशीन संचालित हैं।जो बंद चल रही है।

जेल में सुरक्षा: हाइमास्ट सोडियम लाइट होगी स्थापित, जिला कलक्टर ने दिया आश्वासन
जिला कारागृह में हाइमास्ट सोडियम लाइट स्थापित की जाएगी। इसका आश्वासन जिला कलक्टर डॉ. ओमप्रकाश बैरवा ने दिया है। दरअसल मंगलवार को जिला कलक्टर डॉ. ओमप्रकाश बैरवा ने जिला कारागृह का निरीक्षण किया।


जेल अधीक्षक वैभव भारद्वाज ने बताया कि जिला कलक्टर की अगवानी कारागृह की सशस्त्र गार्ड द्वारा सलामी देकर की गई। इसके बाद जिला कलक्टर ने कारागृह का निरीक्षण किया गया व बंदियों से बातचीत कर भोजन, स्वास्थ्य व चिकित्सा सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली।

बंदी भोजन शाला में बन रहे भोजन का निरीक्षण कर जांच की गई। सभी बंदियों ने कारागृह प्रशासन द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं से संतुष्टि व्यक्त की। जिला कलक्टर ने महिला वार्ड का भी निरीक्षण किया, जहां महिला बंदियों से भोजन, स्वास्थ्य व चिकित्सा सुविधाओं के संदर्भ में जानकारी ली।


महिला बंदियों ने भी किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं बताई। जेल अधीक्षक वैभव भारद्वाज ने जिला कलक्टर को जेल की समस्त व्यवस्थाओं की जानकारी दी। जिला कलक्टर ने जेल की समस्त सुविधाओ के संबंध में संतुष्टि जाहिर की व जेल के शांत, स्वच्छ व हरे-भरे वातावरण की सराहना की।


जेल अधीक्षक वैभव भारद्वाज ने जिला कलक्टर से कारागृह में पर्याप्त रोशनी व्यवस्था के लिए कारागृह पर हाई मास्ट सोडियम लाइट स्थापित करने के लिए निवेदन किया।


इस पर जिला कलक्टर ने कारागृह पर शीघ्र ही हाइमास्ट सोडियम लाइट स्थापित करने का आश्वासन दिया। इस दौरान जेलर राजेश कुमार मीणा, चिकित्सा अधिकारी जसवंत चौधरी, मुख्य प्रहरी रामअवतार, अरुण यादव, बजरंग, रामदयाल, युवराज उपस्थित रहे।

आधा दिसम्बर माह गुजरने को है। सर्दी भी अपना रूप दिखाने लगी है। सुबह-शाम सर्दी का खास असर देखने को मिल रहा है। ऐसे में शहर में नगर परिषद की और से संचालित रैन बसेरा अभी तक शुरू नहीं किए गए है। इस कारण बस स्टैण्ड, अस्पताल और रोडवेज डिपो क्षेत्र में बाहर से आने वाले व बे-सहारा लोगों को सर्दी में रात को ठहरने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। गौरतलब है कि सर्दी की शुरूआत के साथ ही शहर में नगर परिषद की और से बहार से आने वाले लोगों के लिए ठंड से बचने के लिए रैन बसेरों का संचालन किया जाता है, लेकिन नगर परिषद की और से अभी तक रैन बसेरों का संचालन शुरू नहीं किया है।

यहां है आवश्यकता

शहर में बाहर से आने लोगों को रात को रुकने के लिए बस स्टैण्ड, अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों के लिए व सवाईमाधोपुर चौराहा पर घुमन्तू व अन्य बाहर से आने वालों के लिए, जिन्हें रात्रि के समय ठहरने के लिए कोई स्थान नहीं है, उनकों रैन बसेरों की आवश्कता होती है। पर प्रशासन की ओर से कोई प्रबंध नहीं किए हैं।

फायर स्टेशन में है रैन बसेरे की सुविधा

नगर परिषद की और से खोजा बावड़ी स्थित फायर स्टेशन में स्थायी रैन बसेरा बारह माह चालू रहता है। इसी प्रकार छावनी स्थित मछली चौक में भी नगर परिषद की और से सर्दियों में रैन बसेरा शुरू किया जाता है। लेकिन शहर में अन्य स्थानों पर भी रैन बसेरों की आवश्यकता रहती है।

भटकने को मजबूर

दिसम्बर की सर्दी में सुबह और शाम को लोगों को ऊनी कपड़े पहनने को मजबूर होना पड़ रहा है। जो लोग बाहर से आते हैं और उन्हें अपने गंतव्य स्थान को जाने के लिए रात्रि के समय में वाहन नहीं मिलते हैं, उन्हें ठहरने के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर होना पड़ रहा है। मुख्यालय पर स्थापित रैन बसेरा शुरू नही होने से लोगों की समस्या बढ़ गई है।

एक-दो दिन में कर देंगे व्यवस्था

राजस्थान शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम), नगर परिषद, टोंक के जिला प्रबंधक घनश्याम कुमार का कहना है कि बस स्टैण्ड पर कपड़े की जगह टीनशेड का अस्थायी रैन बसेरा बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे बारिश के दौरान परेशानी ना हो। इसी प्रकार छावनी में मछली चौक में पक्के भवन की साफ सफाई करवा दी गई है। दोनों स्थानों पर लकडी़, रजाई गद्दे आदि की व्यवस्था कर दी जाएगी। नगर परिषद की ओर से रात को होमगार्ड के के साथ वाहन से गश्त की जाती है।

ठंड के बीच रात गुजारनी पड़ रही है

बिहार से मजदूरी करने आए कमलेश, कालू, हैदर नानू आदि ने बताया कि पहले ठंड में रैन बसेरा में ठहरने की व्यवस्था रहती थी, लेकिन इस बार अभी तक रैन बसेरा शुरू नहीं हो पाया है। ऐसे में सर्दी के बीच रात गुजारनी
पड़ रही है।

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