>>: Digest for February 29, 2024

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Table of Contents

शिक्षानगरी के रूप में पहचान बनाने वाले सीकर के माथे पर सोमवार को एक और दाग लग गया। एक निष्ठुर मां सोमवार रात अपने कुछ घंटे पहले जन्मे लाल को सरकारी जनाना अस्पताल के पालना गृह में छोड़ गई। करीब ढाई किलोग्राम वजनी बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है, जिसे मंगलवार को बाल कल्याण समिति के प्रतिनिधियों को सौंप दिया गया। पुलिस बच्चे को छोड़ने वाली की तलाश कर रही है। जनाना अस्पताल के एसएनसीयू इंचार्ज जय सिंह शेखावत ने बताया कि घटना सोमवार रात करीब 11 बजे की है। इस दौरान अचानक पालना गृह का सायरन बजने लगा। इसके बाद ड्यूटी स्टॉफ मौके पर पहुंचा तो पालना गृह में साफ-सुथरे कपड़े में एक नवजात दिखा। उसे तुरंत उपचार के लिए एसएनसीयू ले जाया गया। घटना की सूचना पुलिस को दी गई है। मौके पर पहुंची पुलिस वहां सीसीटीवी कैमरे के जरिए जानकारी जुटा रही है। सरकारी पालना गृह में नवजात कन्या को छोड़ऩे के मामलों के बीच नवजात बालक को छोड़ जाना चर्चा का विषय रहा। उल्लेखनीय है कि नए साल के दौरान सरकारी जनाना अस्पताल के पालना गृह में यह पहला नवजात मिला है।

निजी अस्पताल में डिलीवरी की संभावना

चिकित्सकों के अनुसार नवजात का जन्म घटना से करीब दो घंटे पहले ही होना सामने आ रहा है। अस्पताल कर्मियों के अनुसार नवजात के लगी कॉर्ड को देखकर लगाता कि किसी निजी अस्पताल में प्रशिक्षित चिकित्साकर्मी ने ही डिलीवरी करवाई गई है। हालांकि आमतौर पर बेटी होने पर ही नवजात को छोड़ा जाता है लेकिन कोई बड़ी मजबूरी ही होगी कि बेटा होने के बावजूद संभवतया पैदाइश को छिपाने के लिए मां ने उसको घर के पालने की बजाए सरकारी पालने में छोड़ दिया।

राज्य सरकार की शिक्षा विभाग में प्रतिनियुक्ति खत्म करने के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है। जिला शिक्षा अधिकारियों के डेपुटेशन रद्द करने के शपथ देने के बाद भी अल्पसंख्यक विभाग में बरसों से लगे शिक्षक व्यवस्था को ठेंगा दिखा रहे हैं। इनमें से कई शिक्षक तो सात-आठ साल से अपने पदों पर जमे हैं। इसके चलते स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था तो प्रभावित हो रही है।

उपनिदेशक से लेकर जिला स्तर पर प्रतिनियुक्ति
अल्पसंख्यक मामलात विभाग एकलौता ऐसा विभाग है, जिसमें सहायक निदेशक से लेकर उपनिदेशक तक के अधिकांश पदों पर शिक्षा विभाग के अधिकारी, कर्मचारी प्रतिनियुक्ति पर लगे हुए हैं। वहीं जिलों के हालात और भी गंभीर हैं। जिलों में आरएएस अधिकारियों के ऊपर शिक्षा विभाग के व्याख्याता लगे हैं। इनका न प्रशासनिक प्रशिक्षण होता है न ही प्रशासनिक अनुभव। जिलों में ये शिक्षक 10-10 साल से टिके हुए हैं। गौरतलब है कि नियम 144 क के तहत अधिकतम प्रतिनियुक्ति अवधि चार वर्ष हो सकती है। प्रतिवर्ष प्रतिनियुक्ति नवीनीकरण के लिए प्रशासनिक विभाग से अनापत्ति भी आवश्यक है, लेकिन ये शिक्षक रसूख के चलते प्रतिनियुक्ति अवधि पार होने के बाद भी टिके हुए हैं।

मनमर्जी से किया सेवा नियमों में संशोधन
तत्कालीन राज्य सरकार ने विभाग को सुदृढ़ करने और नियमित संचालन के लिए 2017 में राजस्थान अल्पसंख्यक मामलात सेवा नियम 2017 जारी किए थे। इसमें सहायक निदेशक, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी व कार्यक्रम अधिकारी के पदों पर आरएएस परीक्षा से सीधी भर्ती का प्रावधान रखा गया। इन नियमों में उच्च स्तर पर ही मनमर्जी से संशोधन कर सहायक निदेशक की सीधी भर्ती को रद्द कर दिया गया तथा जिन 50 प्रतिशत अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के प्रोन्नति पदों पर कार्यक्रम अधिकारी आने थे उनका अनुभव पांच से बढ़ाकर सात वर्ष कर दिया गया। गौरतलब है कि विभाग में दिसम्बर 2021 से आरएएस परीक्षा से चयनित जिला अल्पसंख्यक अधिकारी तथा कार्यक्रम अधिकारी पर्याप्त संख्या में हैं। इसके बाबजूद प्रतिनियुक्ति जारी है।

वर्तमान में 24 पदों पर प्रतिनियुक्ति का खेल
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में वर्तमान में अधिकारी रैंक के 66 पद सृजित है। इनमें से 24 पदों पर शिक्षा विभाग के कर्मचारी प्रतिनियुक्ति पर जमे है। इनमें से अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के छह, सहायक निदेशक के दो, जिला कार्यक्रम अधिकारी के पांच व उप निदेशक के एक पद पर प्रतिनियुक्ति जारी है।

Khatu Shyam Falgun Mela 2024 : खाटूश्यामजी। खाटूधाम में 11 मार्च से भरने वाले 11 दिवसीय फाल्गुनी लक्खी मेले की तैयारियों को लेकर अब प्रशासन मैराथन तैयारी शुरू कर दी है। जिला कलक्टर कमर उल जमान चौधरी ने मंगलवार को कस्बे के मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय में संबंधित अधिकारियों, पुलिस व मंदिर कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक की। कलक्टर ने कहा कि लाखों श्रद्धालुओं की यात्रा कैसे सुगम की जा सकें और कैसे चीजें व्यवस्थित हो। यह सब पहले से ही स्पष्ट हो कि कहां क्या अनुमति है और कहां क्या नहीं है।

कलक्टर ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र को आठ सेक्टर में बांटा गया है। 10 मार्च की शाम से रींगस-खाटू मार्ग को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है। मेले में लगने वाले भंडारों की अनुमति मेला मजिस्ट्रेट जारी करेंगे। अवैध भंडारों व मार्गों पर अवैध अतिक्रमण को रोकने के लिए तहसीलदार के नेतृत्व में एक टीम निगरानी रखेगी। मेले के दौरान डीजे पर पूर्णतया पाबंदी रहेगी।

पालिका को सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा। रींगस से खाटू रोड पर पदयात्रा मार्ग से अतिक्रमण को हटाने व सफाई व्यवस्था के लिए कलक्टर ने पालिका, पीडब्ल्यूडी व रेवेन्यु विभाग को निर्देशित किया। उन्होंने सभी अधिकारियों, पुलिस व मंदिर कमेटी आदि को दर्शन मार्ग, चिकित्सा, सड़क, पानी, सुलभ, अग्निशमन आदि व्यवस्थाओं को समय पर दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

बैठक में मौजूद खाटूधाम व्यापार मंडल के मंत्री सोनू जोशी ने कहा कि मेले में श्याम कुंड को बंद करने से वहां के 300 व्यापारी प्रभावित होते हैं। कलक्टर ने कहा कि मेले में अव्यवस्था ना हो इसके लिए श्याम कुंड को बंद करना जरूरी है। इसमें व्यापारियों का सहयोग जरूरी है।

नई राहें: सुगम हो दर्शन व्यवस्था
दर्शन व्यवस्था को लेकर कलक्टर ने लखदातार मैदान से मोक्षधाम तक तीन लाइन और मोक्षधाम से कुमावत कृषि फार्म के नए रास्ते पर पांच बेरिकेट्स की लाइन लगाने, जिसमें रोगी वाहन व आवश्यक सेवा के लिए अलग लाइन बनाने सहित दिव्यांगों के लिए लाइन रखने के निर्देश दिए। मंदिर के नए निकासी द्वार से निकलने की गलियां तंग होने से कुछ लाइन को राजू की चेन के रास्ते व जैन मंदिर के रास्ते वाली गली से निकासी की जाएगी।

पहल: जगह-जगह लगेंगे साइन बोर्ड
कलक्टर ने पालिका को जैन मंदिर के रास्ते पर आने वाले चबूतरों को मकान मालिकों से समझाइश कर तोडऩे के निर्देश दिए। वहीं लोगों को स्थान तलाशने में परेशानी ना हो इसलिए जगह-जगह साइन बोर्ड लगाने के लिए कहा। मेले में भीड़ बढऩे के साथ ही मुख्य दर्शन मेला मार्ग को शुरू किया जाएगा।

खाद्य पदार्थों की जांच
मेले में भक्तों के बेहतर स्वास्थ्य को लेकर कलक्टर ने रसद विभाग को कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मगर बैठक में विभाग का कोई अधिकारी नहीं था। कलक्टर ने एसडीएम से विभाग को सूचित कर बुधवार से दुकान, होटल, भोजनालय आदि पर खाद्य पदार्थों की जांच करने के निर्देश दिए। वहीं पालिका धर्मशाला आदि में फायर सिस्टम आदि की जांच करें।

चलेंगी सिर्फ 150 बसें, एनओसी देने से इनकार
बैठक में मुद्दा उठा कि मेले सहित अन्य दिनों में रोडवेज विभाग खाटू से अच्छा खासा मुनाफा कमाता है। यहीं नहीं अपनी जमीन पर पार्किंग भी किराए पर दे रखी है। इस बार मेले में 150 से अधिक रोडवेज की बसें चलेंगी। मगर यात्रियों की सुविधा की बात करें तो यह ऊंट के मुंह मेें जीरे के समान है। गत बैठक में कलक्टर ने रोडवेज बस स्टैंड पर सुलभ शौचालय पर्याप्त नहीं होने से और शौचालय बनाने के लिए कहा था। यह भी कहा कि अगर विभाग खुद नहीं बनाए तो बनवाने की एनओसी दे दें वह अन्य स्तर पर बनवा देंगे। इसबार बैठक में फिर यह मुद्दा उठा तो विभाग के अधिकारी संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाए और कहा कि एमडी ने एनओसी देने से मना कर दिया। सीकर रोडवेज की अधिकारी ने स्टैंड पर पानी की समस्या बताते हुए टैंकर मुहैया कराने की बात की। इस पर जिला कलक्टर बोले मैडम हम काम करवाना चाह रहे हैं मगर आपका विभाग मंजूरी दे तो बात बनें।

नवाचार: नया नक्शा बनेगा
कलक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि मेला क्षेत्र में ई रिक्शा पर पूर्णतया पाबंदी रहेगी। मंदिर कमेटी संपूर्ण मेले का नया नक्शा बनाएगी। नगर पालिका आवारा पशुओं को पकड़ने व मेला क्षेत्र की सफाई देखेगी। पालिका क्रेन के टेंडर व अग्निशमन गाड़ी व बाइक की व्यवस्था भी करें।

राहत: मेले में 10 मेडिकल कैंप लगेंगे
बैठक में बीसीएमओ डॉ. अश्विनी स्वामी ने बताया कि मेले में 10 मेडिकल कैंप लगेंगे। इनमें 24 घंटे स्टाफ रहेगा। दो आईसीयू वैन सहित बड़ी व छोटी एंबुलेंस रहेगी। बिजली विभाग ने मेले संबंधित कार्य पूरे करने की बात कही। इस पर जिला कलक्टर ने उनको प्रमाण पत्र देने को कहा।

खाटू को आने वाली सड़कें रहे दुरुस्त
कलक्टर ने पीडब्ल्यूडी के एसई प्रहलाद सिंह व ईई अनिता से कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो इसके लिए सभी सड़कें ठीक होनी चाहिए। कलक्टर ने खाटू से दांता रोड, दांता- सुरेरा, शाहपुरा, बाय से खाचरियावास आदि कस्बे की सभी सड़कों को ठीक करने के निर्देश दिए। विभाग ने चार मार्च तक कार्य पूरा करने की बात कही।

मंढा गांव में नाली को ढकने के निर्देश
कलक्टर ने मंढा गांव में स्थित मुख्य सड़क के किनारे बड़ी नाली को शीघ्र ढंकने के निर्देश दिए। बैठक में मंढा ग्राम विकास अधिकारी देवेन्द्र जांगिड़ ने पीडब्ल्यूडी से अनुमति दिलवाने की बात कहने पर कलक्टर ने मौजूद अधिकारियों को एनओसी देने के लिए कहा। गौरतलब है कि इस समस्या को पत्रिका ने प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था।

कुछ नए रूट तय किए
कलक्टर ने कहा कि जहां भीड़ ज्यादा है वहां हम भीड़ को डायवर्ट करके निकाल सकते हैं। मंदिर के प्रवेश मार्ग तो सुगम हो गया है मगर निकास का कुछ हिस्सा है जहां से बाहर निकालना है वहां पर हमने कुछ नए रूट तय किए हैं। किसी के व्यापार पर कम से कम हानि पहुंचे यह हमारा प्रयास है, लेकिन भीड़ भी इकट्टी ना हों और भगदड़ के हालात ना बनें उसपर पूरा ध्यान रखा जा रहा है। मेले में वाहनों के प्रवेश के लिए मंढ़ा रोड व निकास के लिए शाहपुरा रोड निर्धारित की गई है। बैठक से पहले कलक्टर ने एसपी व एसडीएम के साथ रास्तों का निरीक्षण किया।

ऐसे समझें लक्खी मेले की नई व्यवस्थाओं को...
सरकारी पार्किंग 52 होगी बीघा में
कलक्टर ने कहा कि मेला अवधि में सरकारी वाहन पार्किंग शुल्क निशुल्क रहेगा। रींगस रोड पर सभी वाहनों का सरकारी पार्किंग 52 बीघा में रहेगी। पालिका पार्किंग ठेकेदार सौरभ महला ने पार्किंग निशुल्क करने से नुकसान होने की बात कही। इस पर कलक्टर ने कहा कि हर मेले में पार्किंग निशुल्क होती है। उन्होंने पालिका को पार्किंग स्थल पर सुलभ शौचालय व पानी की व्यवस्था करने व रोशनी के लिए हाइमास्ट लाइट के लिए पीडब्ल्यूडी व पालिका को निर्देश दिए।

हादसे रोकने की पहल
बैठक में जिला कलक्टर कमर चौधरी ने कहा कि हादसों को रोकने व परेशानी से बचने के लिए इसबार मेले में आठ फीट से ऊंचे निशान पर पूर्णतया पाबंदी रहेगी। पुलिस के निर्देशन में टीम रींगस-खाटू आदि स्थानों पर बड़े निशान बेचने वालों को भी पाबंद करेगी। उन्होंने बताया कि लक्खी मेले में इत्र की कांच की छोटी शीशी पर मेले सहित अन्य दिनों पर पूर्णतया पाबंदी रहेगी।

Hisar Mumbai Central Duronto Express To Stop At Ringas : खाटूश्याम जाने वाले भक्तों के लिए अच्छी खबर है। उत्तर पश्चिम रेलवे (एनडब्ल्यूआर) ने हिसार से मुंबई सेंट्रेल के बीच हफ्ते में दो दिन चलने वाली दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन का रींगस स्टेशन पर ठहराव दिया है। एनडब्ल्यूआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि 29 फरवरी को गाड़ी संख्या 12240 हिसार-मुंबई सेंट्रल दुरंतो एक्सप्रेस रींगस स्टेशन पर दोपहर 3.20 मिनट पर पहुंचेगी। यहां 3 मिनट रुकने के बाद 3.23 मिनट पर प्रस्थान करेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 12239 मुंबई सेंट्रल-हिसार दुरंतो एक्सप्रेस 4 मार्च से रींगस स्टेशन पर दोपहर 2.35 पर पहुंचेगी और 3 मिनट रुकने के बाद 2.38 बजे प्रस्थान करेगी। यह ठहराव आगामी आदेशों तक दिया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि खाटू मेला 11 मार्च से शुरू होने वाला है। मेले में लाखों भक्त शामिल होते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने दुरंतो एक्सप्रेस का ठहराव रींगस स्टेशन पर देने का फैसला लिया है। रींगस से खाटूश्याम मंदिर की दूरी महज 17 किलोमीटर है। ट्रेन के ठहराव से मुंबई और हिसार से आने वाले भक्तों को आर्थिक रूप से काफी फायदा होगा क्योंकि उन्हें यहां तक पहुंचने के लिए न तो ट्रेन बदलनी पड़ेगी और न ही कोई अन्य साधनों का इंतजाम करना पड़ेगा। साथ ही, समय की भी बचत होगी।

ढहर के बालाजी स्टेशन पर रुकेगी श्रीगंगानगर-बांद्रा टर्मिनस अरावली एक्सप्रेस
यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए एनडब्ल्यूआर ने श्रीगंगानगर से वाया चूरू-जयपुर होते हुए बांद्रा टर्मिनस के बीच चलने वाली अरावली एक्सप्रेस का ढहर के बालाजी स्टेशन पर ठहराव दिया जा रहा है। एनडब्ल्यूआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि 29 फरवरी से प्रतिदिन चलने वाली गाड़ी संख्या 14702 श्रीगंगानगर-बांद्रा टर्मिनस अरावली एक्सप्रेस ढहर का बालाजी स्टेशन पर शाम 6.11 बजे आगमन होगा और दो मिनट के ठहराव के बाद गाड़ी शाम 6.13 मिनट पर प्रस्तान करेगी।

इसी प्रकार, गाड़ी संख्या 14701 श्रीगंगानगर-बांद्रा टर्मिनस अरावली एक्सप्रेस 1 मार्च से ढहर का बालाजी स्टेशन पर सुबह 8.38 बजे आगमन होगा और दो मिनट के ठहराव के बाद ट्रेन सुबह 8.40 बजे प्रस्तान करेगी। इससे, ढहर के बालाजी स्टेशन के पास रहने वाले यात्रियों को काफी फायदा होगा क्योंकि उन्हें अब ट्रेन पकडऩे के लिए जयपुर जंक्शन नहीं जाना पड़ेगा।

नीमकाथाना जिले के पचलंगी निवासी और बीटेक सैकंड ईयर के छात्र इंजोय कुमावत ने वाई-फाई जैमर बनाने में सफलता हासिल की है। इसे परीक्षा केंद्र पर लगाकर वायरलेस नेटवर्क को बाधित कर नकल पर लगाम लगाई जा सकती है। इंजोय चिड़ावा की यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहा है। उसने बताया कि परीक्षाओं में नकल के बढ़ते मामलों को देखकर उसने वायरलेस नेटवर्क जैमर बनाने का निर्णय किया और सहपाठी बिहार के अविनाश सिंह, रोहन मिश्रा, कौशल चौधरी के साथ मिलकर जैमर बनाने में सफलता हासिल की। इस जैमर से मोबाइल नेटवर्क जाम नहीं होता, केवल वाई-फाई नेटवर्क को ही जाम किया जा सकता है। मोबाइल नेटवर्क जैमर के लिए अलग से डिवाइस लगानी पड़ती है। एग्जाम सेंटरों पर नकल रोकने के लिए यह जैमर फायदेमंद साबित हो सकता है।

यूं काम करता है वाई-फाई जैमर
छात्रों ने हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से वायरलेस नेटवर्क जैमर बनाया। जिसके लिए टीपी-लिंक वायरलेस नेटवर्क एडाप्टर और काली लिनक्स पर कोडि़ंग का उपयोग किया गया। छात्र इंजोय के अनुसार वाई-फाई में लिमिटेड आउटर होते हैं। जिसके माध्यम से वायरलेस नेटवर्क चलता है। छात्रों ने इस डिवाइस में लेपटॉप के माध्यम से बहुत ज्यादा आईपी रिक्वेस्ट भेजी। जिससे वाई-फाई आउटर पर लोड बढ़ गया। अचानक लोड बढऩे के कारण वाई-फाई आउटर ने काम करना बंद कर दिया। जिस कारण से वायरलेस नेटवर्क बाधित होने लगा।

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