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पानी के लिए वन्यजीवों, पशु-पक्षियों की तड़प देखी तो पाली के सोडावास गांव के मुकेश देवासी ने पहाड़ी के नीचे तालाब खुदवा दिया। अब वहां पशु-पक्षियों के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध है। यहां पौधरोपण भी करवाया जा रहा है, ताकि जानवर छांव में बैठ सकें। मुकेश ने यह सब अपने खर्च पर करवाया।

100 पौधे भी लगाए

मुकेश ने बताया कि एक बार वह अपने खेत पर जा रहा था तो पशुओं को पानी के लिए तड़पता देखा। उससे यह सहन नहीं हुआ। पत्थर का व्यवसाय करने वाले मुकेश ने पशु-पक्षियों के लिए पहाड़ी के नीचे बड़ा तालाब खुदवा दिया। बारिश के दौरान पहाड़ी का पानी तालाब में एकत्रित हो जाता है। इससे पांच से छह महीने तक पशु-पक्षियों के लिए पेयजल की किल्लत खत्म हो जाती है। तालाब के निर्माण में लगभग 20 लाख का खर्चा आया। इसके दोनों और 100 पौधे लगाए। पौधों को प्रतिदिन पानी पिलाया जाता है। तालाब के चारों ओर तारबंदी भी करवाई।

गर्मी में भी नहीं सूखने देते तालाब
गर्मी में मुकेश रोजाना तीन किलोमीटर दूर स्थित अपने खेत से टैंकर के माध्यम से तालाब में पानी डलवाते हैं, ताकि तालाब नहीं सूखे।

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पक्षियों के लिए चुग्गे की व्यवस्था
तालाब के आस-पास पक्षी अधिक होने के कारण यहां 20 से 30 किलो चुग्गा प्रतिदिन डाला जाता है। आस-पास सूखा होने के कारण यहां पक्षियों के लिए पर्याप्त भोजन की व्यवस्था नहीं है। मुकेश अपनी ओर से रोजाना यहां चुग्गा डलवाते हैं।

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