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Table of Contents

अजमेर। उपमुख्यमंत्री व महिला बाल विकास विभाग मंत्री दिया कुमारी ने मंगलवार को अजमेर प्रवास के दौरान भुणाबाय व प्रताप नगर स्थित आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण किया। भुणाबाय आंगनबाड़ी केन्द्र पर उनके पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मद्देनजर संबंधित विभाग व जिला प्रशासन ने इंतजाम कर रखे थे। लेकिन इसी बीच वे लोहाखान प्रताप नगर आंगनबाड़ी केंद्र पर औचक निरीक्षण को जा पहुंचीं। जहां उन्होंने केंद्र की व्यवस्थाएं देखीं। उपमुख्यमंत्री के वहां जाने की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन का काफिला भी केंद्र पर पहुंच गया।

महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय के आंगनबाड़ी केंद्र भुणाबाय में किए गए निरीक्षण के दौरान वितरित किए जाने वाले पोषाहार (दलिया) को भी उप मुख्यमंत्री ने स्वयं चखा। निरीक्षण के दौरान उन्होंने व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जताई। उन्होंने बताया कि केन्द्र पर बच्चे खुश नजर आए, भोजन भी संतोषजनक था। बच्चों को लाड प्यार से भोजन कराना अच्छा लगता है। दलिये में पोषक तत्व बढ़ा कर इसे और बेहतर बनाया जाएगा।

उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी बगैर सूचना लोहागल प्रताप नगर आंगनबाड़ी केन्द्र पहुंचीं। यहां उन्होंने केन्द्र की व्यवस्थाएं देखने के साथ ही दलिए का भी स्वाद चखा व बच्चों की गतिविधियां व साफ-सफाई आदि के इंतजाम देखे।

 

क्षेत्रों में होगा निरीक्षण

पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि सभी क्षेत्रों में मंत्रियों को आंगनबाड़ी केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण करने को कहा गया है। सरकार गुड गवर्नेंस पर काम कर रही है। डबल इंजन की सरकार कल्याणकारी योजना पर अमल कर रही है। सरप्राइज विजिट से वास्तविकता का पता चलता है।

 

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बच्चों को दुलारा, टॉफी दी

उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी कुमारी ने मंगलवार को भुणाबाय स्थित महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय के आंगनबाड़ी केंद्र तथा लोहाखान परियोजना अजमेर शहर के आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को प्यार-दुलार किया। बच्चों से प्रफुल्लित मुद्रा में बातचीत की। बच्चे भी उन्हें अपने बीच पाकर खुश दिखाई दिए। निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग तारामति वैष्णव, परियोजना अधिकारी श्रीनगर शैलेन्द्र गुप्ता एवं परियोजना अधिकारी विमलेश डेटानी मौजूद रहीं। उन्होंने यहां पोषाहार एवं शाला पूर्व शिक्षा का निरीक्षण किया। आंगनबाड़ी केन्द्र कार्यकर्ता अंजु तुनवाल से जानकारी लेने के साथ ही बच्चों से संवाद किया। गरम पोषाहार रसोई घर में जाकर देखा व गुणवत्ता की जांच भी की गई। बच्चों को टॉफी वितरित की। इसी तरह लोहाखान केन्द्र पर उन्होंने बच्चों से संवाद किया। बच्चों ने कविता भी सुनाई।

सुरक्षा अधिकारी पर हुईं नाराज

जयपुर से अजमेर आने पर भुणाबाय आंगनबाड़ी केन्द्र के निरीक्षण के बाद उनके सुरक्षा गार्ड उपमुख्यमंत्री के वाहन को भाजपा कार्यालय ले आए। कार्यालय पहंचने पर वह अपने सुरक्षाकर्मियों पर नाराज हुई। उन्हें लोहाखान प्रताप नगर के आंगनबाड़ी केन्द्र पर जाना था। लेकिन उनके काफिले को पार्टी कार्यालय पहुंचा दिया। उनकी नाराजगी को भांपते हुए सुरक्षा कर्मी तुरंत ही वाहन को मोडकर लोहाखान प्रताप नगर आंगनबाड़ी केन्द्र ले गए। निरीक्षण के बाद वह भाजपा कार्यालय पहुंची जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद वह पार्टी कार्यालय में आयोजित बैठक में शामिल हुईं।

Diya Kumari News : राजस्थान में लोकसभा की 25 सीटों के लिए राजनीतिक दलों ने चुनावी तैयारी शुरू कर दी है। उपमुख्यमंत्री व लोकसभा क्षेत्र प्रभारी दिया कुमारी की अध्यक्षता में भारतीय जनता पार्टी की मंगलवार को अजमेर लोकसभा कोर कमेटी, चुनाव प्रबंधन समिति व संगठनात्मक बैठक का आयोजन किया गया।

 

 

बैठक में दिया कुमारी ने आगामी लोकसभा चुनाव में राजस्थान में 'मिशन 25' को पूरा करने का संकल्प कराने के साथ ही भाजपा को जीत दिलवाने की रूपरेखा पर चर्चा की। प्रदेश भाजपा ने उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 वर्ष के कार्यकाल में ऐतिहासिक काम हुए हैं। जिसके कारण प्रदेश और देश की जनता मोदी की गारंटी पर मोहर लगाने को तैयार है।

 

 

 

'बूथ पर वोट बढ़ाएं, जनसंपर्क करें'

 

 

उन्होंने कहा कि राजस्थान के मतदाताओं ने डबल इंजन की सरकार बनाकर मोदी की गारंटी को साकार किया है। हर बूथ पर पार्टी को 370 वोट बढ़ाने होंगे। 100 दिनों का जनसंपर्क अभियान चलाना है। भाजपा के पिछले 10 साल के कामों का भी प्रचार करना होगा। 2014 से पूर्व पार्टी की सिर्फ 5 प्रदेशों में सरकारें थी और अब 17 प्रदेशों में एनडीए और 12 प्रदेशों में भाजपा की सरकार हैं।

 

 

 

कार्यकर्ताओं की बढ़ी जिम्मेदारी

 

 

क्लस्टर प्रभारी प्रसन्न चंद मेहता ने कहा कि डबल इंजन की सरकार प्रदेश में बनने के बाद कार्यकर्ताओं की दोहरी जिम्मेदारी बनती है कि सरकार की योजनाओं का आमजन को लाभ दिलाएं। प्रदेश मंत्री और संभाग सहप्रभारी विजेन्द्र पूनिया ने संगठन की मजबूती पर जोर दिया। लोकसभा संयोजक व मसूदा विधायक वीरेंद्र सिंह कानावत ने संगठनात्मक रचना सहित लोकसभा चुनाव में जीत का खाका प्रस्तुत कर चुनाव की रणनीति पर चर्चा की गई।

 

 

 

बैठक में ये रहे मौजूद

 

 

बैठक का संचालन भाजपा शहर जिला अध्यक्ष रमेश सोनी ने किया। बैठक में देहात जिला अध्यक्ष देवी शंकर भूतड़ा, जयपुर ग्रामीण जिला अध्यक्ष राजेश गुर्जर, संभाग सह प्रभारी अंतर सिंह भड़ाना, लोकसभा सह प्रभारी राकेश पाठक, सांसद भागीरथ चौधरी, लोकसभा विस्तारक जय पाल कसाना, धरोहर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष औंकारसिंह लखावत, विधायक अनिता भदेल, राम स्वरूप लांबा, शत्रुघ्न गौतम, जिला प्रभारी बीरमदेव सिंह , राकेश पाठक, निकाय प्रदेश प्रकोष्ठ संयोजक धर्मेंद्र गहलोत, मिथिलेश गौतम ओमप्रकाश भड़ाना, महापौर ब्रजलाता हाड़ा मौजूद रहे।

 

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Ajmer News : जनाना रोड स्थित निजी डिफेन्स एकेडमी में अग्निवीर भर्ती की तैयारी कर रहा युवक सोमवार रात हॉस्टल के कमरे में संदिग्ध हालात में फंदे पर लटका मिला। उसने घटना से तेइस घंटे पहले सोशल मीडिया अकाउंट पर 'मिस यू इण्डियन आर्मी' की पोस्ट साझा की। मामले में क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस ने संदिग्ध हालात में मृत्यु का प्रकरण दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया।

हैडकांस्टेबल सुमेरसिंह ने बताया कि नागौर पादूकलां के खारोलवास निवासी दिनेश खारोल(18) पुत्र हरिसिंह जनाना अस्पताल रोड स्थित उड़ान डिफेन्स एकेडमी में रहकर अग्निवीर की तैयारी कर रहा था। सोमवार देर शाम को हॉस्टल से दिनेश द्वारा कमरा अंदर से बंद करने की सूचना मिली। सूचना पर पुलिस हॉस्टल पहुंची। दरवाजा तोड़ने पर दिनेश कमरे में फंदे पर लटका मिला। शव देर रात मोर्चरी में रखवा दिया। इत्तला पर मंगलवार सुबह उसके परिजन अजमेर पहुंचे। पुलिस ने संदिग्ध हालात में मृत्यु का मालमा दर्जकर शव का पोस्टमार्टम करवाया। पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है।

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शाम तक मैदान में था दिनेश
मृतक के ताऊ रतनलाल के मुताबिक दिनेश सोमवार शाम तक अपने हॉस्टल के साथियों के साथ मैदान में था। उसने शाम को ट्रेक पर दौड़ लगाई लेकिन वह खाना-खाने के लिए नहीं आया। साथी खाना-खाने के बाद पहुंचे तो कमरे का दरवाजा अन्दर से बंद था। काफी देर तक जवाब नहीं देने पर हॉस्टल संचालक पहुंच गए। पुलिस की मौजूदगी में दरवाजा तोडा तो फंदे पर लटका मिला।

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राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की बारहवीं की परीक्षाएं गुरुवार से प्रारंभ होंगी। बोर्ड ने परीक्षा की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। पहले दिन मनोविज्ञान का पेपर होगा। नियंत्रण कक्ष से सभी छह हजार से अधिक परीक्षा केन्द्रों पर नजर रखी जाएगी।

बोर्ड सचिव मेघना चौधरी ने बताया कि परीक्षाएं सुबह 8.30 से 11.45 बजे तक होंगी। राज्य में 6 हजार 144 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। संवेदनशील व अति संवेदनशील केन्द्रों पर विशेष नजर रखी जाएगी। इसके लिए विशेष वीडियोग्राफी व सीसी टीवी कैमरे लगाए गए हैं। प्रश्न पत्र खोलने से परीक्षा समाप्त होने तक रहेगी तीसरी आंख से नजर रखी जाएगी। केन्द्रों पर निर्धारित समय से आधा घंटे पूर्व पहुंचना होगा। परीक्षा कक्ष में निर्देशों के अनुसार प्रवेश पत्र के अतिरिक्त किसी प्रकार का कोई कागज-सामग्री ले जाना वर्जित रहेगा।

दसवीं की परीक्षा 7 मार्च से

दसवीं की परीक्षाएं 7 मार्च से शुरू होंगी। दसवीं में 10 लाख 62 हजार विद्यार्थी पंजीकृत हैं। परीक्षा का समय परीक्षा सुबह 8.30 बजे शुरू होकर 11.45 बजे तक होगी।

फैक्ट फाइल

6 हजार 144 परीक्षा केन्द्र

19 लाख 39 हजार 645 परीक्षार्थी पंजीकृत

दसवीं में 10 लाख 62 हजार 341 परीक्षार्थी

बारहवी में 8 लाख 66 हजार 270 परीक्षार्थी

प्रवेशिका में 7 हजार 63 परीक्षार्थी

वरिष्ठ उपाध्याय में 3 हजार 671 परीक्षार्थी

बोर्ड पेपर की सुरक्षा और नकल रोकथाम सबसे अहम- शर्मा
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के प्रशासक और संभागीय आयुक्त महेशचन्द्र शर्मा ने कहा कि दसवीं-बारहवीं की परीक्षा के दौरान पेपर सुरक्षा, गोपनीयता और पारदर्शिता सबसे अहम है। शिक्षा विभाग, अधिकारियों-कर्मचारियों और उड़नदस्तों के स्तर पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। यह बात उन्होंने उड़नदस्ता संयोजकों की बैठक में कही।

शर्मा ने कहा कि परीक्षाओं में नकल रोकना एवं निष्पक्षता बनाए रखना जरूरी है। दसवीं-बारहवीं की परीक्षा में 19 लाख 39 हजार से ज्यादा परीक्षार्थी बैठेंगे। उड़न दस्ता संयोजकों को सजगता पूर्वक काम करना होगा। विवादित और सिफारिश व्यक्तियों से दूर रहने, जिले के अंदरूनी और दूरदराज के हिस्सों में संवेदनशील और अतिसंवेदनशील परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण करना होगा। सचिव मेघना चौधरी ने कहा कि राज्य उच्चाधिकार प्राप्त परीक्षा समिति की बैठक में शिक्षामंत्री ने कोताही नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं। परीक्षा के दौरान छुट्टियों एवं होली अवकाश के दौरान प्रश्न पत्रों की सुरक्षा पर विशेष नजरें रहेंगी।विशेषाधिकारी नीतू यादव एवं वित्तीय सलाहकार-रश्मि बिस्सा भी मौजूद रहे।

RPSC Recruitment 2024 : राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) ने नोटिफिकेशन जारी कर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) और कृषि विभाग में कृषि अधिकारी के पदों पर भर्ती निकाली है। आवेदन ऑनलाइन ही स्वीकार किए जाएंगे। पीआरओ और कृषि अधिकारी के लिए क्रमश: 6 और 25 पदों पर आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। सभी पद स्थायी हैं और विभाग से प्राप्त कुल रिक्त पदों की संख्या में कमी या वृद्धि की जा सकती है।

कृषि अधिकारी पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया 7 मार्च से शुरू होकर 5 अप्रेल (रात 11.59 बजे) तक चलेगी, जबकि पीआरओ पदेां के लिए आवेदन प्रक्रिया 5 मार्च से शुरू होगी और अभ्यर्थी 3 अप्रेल (रात 11.59 बजे) तक आवेदन कर सकेंगे।

चयन प्रक्रिया
पीआरओ पदों के लिए अभ्यर्थियों का चयन लिखित परीक्षा, इंटरव्यू और दस्तावेज सत्यापन के आधार पर किया जाएगा। वहीं, कृषि अधिकारी पदों के लिए अभ्यर्थियों का चयन लिखित परीक्षा और दस्तावेज सत्यापन के आधार पर होगा। परीक्षा का स्थान और तिथि की जानकारी बाद में जारी की जाएगी।

आयु सीमा
कृषि अधिकारी के लिए 1 जनवरी, 2025 को अभ्यर्थियों की न्यूनतम आयु 20 वर्ष से कम, जबकि 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। आरक्षण का लाभ और आयु सीमा में छूट राजस्थान के आरक्षित श्रेणी के मूल निवासियों को ही मिलेगी। पीआरओ पदों के लिए अभ्यर्थियों की न्यूनतम आयु 21 वर्ष से कम, जबकि 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। पीआरओ के पद सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए निकाले गए हैं। हालांकि, आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थी इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए नोटिफिकेशन अवश्य पढ़ें ।

ऐसे करें आवेदन
-इन पदों के लिए अभ्यर्थी आरपीएससी की ऑफिशियल वेबसाइट https://rpsc.rajasthan.gov.in/ पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। अभ्यर्थी sso पोर्टल sso.rajasthan.gov.in पर जाकर भी आवेदन कर साकते हैं। हालांकि, sso पोर्टल पर अप्लाई करने से पहले अभ्यर्थियों को पहले इसपर वन टाइम रजिस्ट्रेशन करना होगा, अगर पहले रजिस्ट्रेशन नहीं कर रखा हो तो।

बांडी नदी की सुरक्षा एवं पानी के निर्बाध रूप से झील तक पहुंचने के लिए क्षेत्रवासियों ने भी राजस्थान पत्रिका के साथ कदम बढ़ाए हैं। फॉयसागर से आनासागर झील के मध्य बांडी नदी के दायरे में अतिक्रमण, झाडि़यों से मार्ग अवरुद्ध होने एवं पक्के निर्माण को हटाने के लिए क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से मांग करने के साथ ही कई सुझाव भी दिए हैं।

राजस्थान पत्रिका की ओर से बुधवार को बडकालेश्वर महादेव मंदिर में क्षेत्रीय लोगों से इस मुद्दे पर परिचर्चा की गई। इसमें लोगों ने सरकारी अधिकारियों की लापरवाही को बांडी नदी की दुर्दशा का कारण बताया। कृष्ण विहार, गणपति नगर व राधा विहार के क्षेत्रवासियों का कहना है कि पहले फॉयसागर का अतिरिक्त पानी बांडी नदी से होते हुए आनासागर में मिलता था। अब यहां आसपास अतिक्रमण होने के कारण नदी की चौड़ाई 50 फीट से घटकर कई जगह मात्र 10 फीट ही रह गई है। अतिक्रमण के कारण बारिश में ओवरफ्लो पानी साईड की नालियों से निकल कर घरों व मुख्य रास्तों पर जमा हो जाता है। कई जगह मलबा व झाडि़यां उगाकर पानी के रास्ते को बदल कर बहाव क्षेत्र में अतिक्रमण किया गया।

क्षेत्रवासी घनश्याम खंडेलवाल, संपत सिंह कुमट, कन्हैयालाल जोशी, संजू भटनागर, बीना चितलांग्या, भगवती सोनी, शिमला शर्मा, नीलम चतुर्वेदी, योगिता वर्मा आदि परिचर्चा में शामिल हुए।

जलकुंभी से बांडी नदी जामशक्ति केन्द्र प्रभारी कन्हैयालाल जोशी ने बताया कि बांडी नदी में अतिक्रमण के साथ जलकुंभी भी प्रमुख कारण है। यहां जलकुंभी को साफ नहीं किया जाता। सफाई के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं लेकिन जलकुंभी को पूरी तरह से नहीं हटाया जाता। कुछ ही दिनों में यह फिर फैल जाती है। बांडी नदी के सिकुडने की यह वजह भी प्रमुख है।

अजमेर. विजय लक्ष्मी पार्क में त्रिदिवसीय नि:शुल्क समन्वित (इंटीग्रेटेड) योगाभ्यास के दूसरे दिन बुधवार को स्वामी आदित्य देव ने कोणासन, उष्ट्रासन, मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, चक्की चालन तथा प्राणायाम भस्त्रिका, कपालभाति, उज्जायी व अनुलोम-विलोम का अभ्यास करवाया। स्वामी आदित्य देव ने मोटापा, थॉयराइड एवं पीठ दर्द के लिए उपयोगी आसनों का अभ्यास करवाया। संगीताचार्य मनीषा शास्त्री के भजनों ने लयबद्ध करने में सहायता की। लेखराज आर्य ने तबले पर संगत की। योगासन खेल के राष्ट्रीय स्तर की बालिकाओं पायल व तमन्ना टॉक ने एकाग्रता और संतुलन का उदाहरण प्रस्तुत किया। प्रशिक्षक सुनील जोशी व बालिकाओं को सम्मानित किया गया। भारत स्वाभिमान न्यास के राज्य प्रभारी आर्य अरविंद पाण्डेय व पतंजलि युवा भारत के राज्य प्रभारी संदीप कासनिया ने यज्ञ में आहुतियां दीं।

इस दौरान किशनचंद बंसल, सुशांत ओझा, लक्ष्मण सिंह चौहान, नीरज आर्य, कमलेश पुरोहित, सुनील जोशी, विवेक चंडक, देवांशु ओझा, पप्पू चोयल, कैलाश सिंह राठौड़, विक्रमादित्य वैष्णव आदि का सहयोग रहा। इसके बाद वैशाली नगर में एक स्कूल में विद्यार्थियों को ताड़ासन, गरुड़ासन, भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम -विलोम का अभ्यास करवाया। मुख्य जिला संयोजक योगाचार्य यतींद्र शास्त्री ने देश भक्ति गीत प्रस्तुत किए। अशोक कश्यप ने आभार जताया। बुधवार को ही हाई सिक्योरिटी जेल में कैदियों को योगाभ्यास का प्रशिक्षण दिया। जेल सुपरिंटेंडेंट पारसमल ने आभार जताया।

अरांई। किसान महा पंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने अरांई पहुंच कर किसानों से किसान आंदोलन को तेज करने की चर्चा कर प्रशासन को चेतावनी दी है कि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वे 500 ट्रेक्टर लेकर दिल्ली कूच करेंगे एवं दिल्ली सीमा पर चल रहे आंदोलन में सहयोग करेंगे। उन्होंने इसके लिए प्रशासन को 11 मार्च तक का समय दिया है। अरांई बैठक में प्रो गोपाल मोदानी, किसान महापंचायत के युवा प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद चौधरी, अजमेर जिला अध्यक्ष प्रहलाद जाट, महामंत्री रामेश्वर कटसूरा, सुगन खोखर, रतन बठेसर, लक्ष्मण सरपंच मोतीपुरा, रामचंद्र, रंगलाल कुड़ी, गोपाल आदि मौजूद थे।

किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कार्यकर्ताओ ने अरांई उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंप कर बताया कि अरांई तहसील को अभाव ग्रस्त घोषित किया जाना चाहिए। अरांई में मौसम विभाग के आंकडो की सही जांच कर किसानों को न्याय दिलाना चाहिए। अरांई तहसील की चने एवं सरसों की फसल 80 प्रतिशत तक खराब हो चुकी है जिसकी सही तरीके से क्रोप कटिंग कर किसानों को राहत पहुंचाना होगा।

मदनगंज-किशनगढ़.तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से 27 सितम्बर 2018 के लोकार्पण के बाद ताले में बंद और बदहाल हो चुके संत नागरीदास के पैनोरमा की आखिरकार 6 साल बाद एक बार फिर सुध ली गई है। राजस्थान धरोहर संरक्षण प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने सार्वजनिक निर्माण विभाग, विद्युत वितरण निगम, नगर परिषद के अधिकारियों के साथ मौखम विलास पर बने पैनोरमा का निरीक्षण किया। पैनोरमा में कई मूर्तियां टूटी मिली तो पूरे परिसर में तोडफ़ोड़ किए जाने के हालात मिले। पैनोरमा की मौजूदा दशा को देख अध्यक्ष लखावत ने दुख प्रकट किया और कहा कि अविलम्ब ऐसी घटना के बाद प्रसंज्ञान लेकर इसे पुन: उसी स्थिति में खड़ा किया जाता, परंतु जैसा भी रहा उसके बारे में मुझे टिप्पणी नहीं करनी, परंतु दायित्व जिनके उपर था वो भी उसके लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने तत्काल मदनगंज थाना पुलिस को पैनोरमा में मूर्तियां चोरी, तोडफ़ोड़ इत्यादि प्रकरण में मामला दर्ज कर उचित कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।

गुंदोलाव झील के बीचों बीच मौखम विलास परिसर में बनाए गए संत नागरीदास के पैनोरमा का निरीक्षण कर तथ्यात्मक जानकारी लेने के बाद अध्यक्ष लखावत ने बुधवार को पत्रकार वार्ता की और क्षतिग्रस्त पैनोरमा को जल्द नए सिरे से पुन: विकसित किए जाने की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि नागरीदास कोई पार्टी के या किसी एक विचारधारा के महापुरुष नहीं थे। वे यहां की जो हमारी भक्ति परंपरा है, उस भक्ति परंपरा के बहुत बड़े कवि, बड़े संत व साधक थे। भारतीय साहित्यों में उनका नाम आदर से लिया जाता है और पढ़ा जाता है और यहां इसलिए एक अच्छा पैनोरमा बने, उनके बारे में जानकारियां दी जाए। इस सोच के साथ हमने यहां इस मौखम विलास को हमारे विभाग के यहां स्थानांतरित करवा कर और उस पर पैनोरमा स्वीकृत करके और काम करवाया। क्योंकि वो पुरानी शैली का ढांचा था। इसलिए उसी शैली में उसे विकसित करना था।

अध्यक्ष लखावत ने कहा कि इस पैनोरमा का पूरी तरह नव निर्माण होगा। साथ ही आवागमन के लिए टूटी चुकी पुलिया का भी निर्माण होगा। ताकि छोटे वाहनों की आवाजाही पैनोरमा तक सुगमता से हो सके। परिसर के भ्रमण के लिए छोटे वाहन की सुविधा रहेगी। इसका किराया नोमिनल होगा। गेट पर हस्ताक्षर के बिना एंट्री ना हो और अंदर जाने के लिए माकूल टिकट होगा। फोटोग्राफी और कैमरे भी लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि यहां नगर परिषद की ओर से गार्डन भी विकसित किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि विभाग के अधिकारियों ने पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया है, दोषी कोई भी हो यह लोक संपत्ति का नुकसान है और एक महापुरुष के पैनोरमा पर हमला नहीं यह हमारी संस्कृति एवं साहित्य पर हमला है, ये भक्ति साहित्य पर हमला है, यह कोई व्यक्ति पर हमला नहीं है। यह किसी की प्रोपर्टी के लेन देन का विवाद नहीं है। सुरक्षा की माकूल व्यवस्था की जाएगी। इस मौके पर सभापति दिनेश सिंह राठौड़, वेदप्रकाश दाधीच, राजीव शर्मा, हिम्मत सिंह, अनिल राव, राजू शर्मा, सुनिल दरड़ा एवं अन्य भाजपा कार्यकत्र्ता भी उपस्थित रहे।

Syed Abdul Karim Tunda News:राजस्थान के अजमेर जिले में स्थित डाटा कोर्ट में 1993 में हुए सिलसिलेवार बम धमाके के आरोपियों को लाया गया है। आज इन पर कोर्ट फैसला सुना सकती है। अब्दुल करीम टुंडा, इमरान और हमीदुद्दीन को आज अजमेर की डाटा कोर्ट में भारी सुरक्षा बंदोबस्त में पेश किया गया है। कोर्ट के अंदर और पुलिस की अलग अलग टीमें नियुक्त हैं और सुरक्षा संभाल रही हैं। अब्दुल करीम और उसके साथियों पर पिछले दिनों में आरोप साबित हुए थे।

अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस से जुड़ा है पूरा मामला, देश के कई राज्यों में किए थे बम धमाके....
दरअसल अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद पूरे देश में माहौल खराब करने की कोशिशें की गई थी। कोटा, सूरत, अहमदाबाद समेत देश के कई जिलों में सिलसिलेवार बम धमाके हुए थे और दंगे भड़काने की कोशिशें हुई थी। इसमें बड़ी संख्या में धन और जन हानि हुई थी। इस मामले में साल 1093 से केस शुरू हो गया था जो अब अंतिम पड़ाव पर आ चुका है। 20 साल पहले 28 फरवरी 2004 को टाडा कोर्ट ने ही मामले में 16 अभियुक्तों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने चार आरोपियों को बरी कर शेष की सजा बहाल रखी थी, जो जयपुर जेल में बंद है।

इस केस में अब तक क्या - क्या हुआ..... किस तरह गुजरे तीस साल
साल 1993 के बाद अगले साल यानी 1994 में यह केस डाटा कोर्ट में आया और सुनवाई शुरु हुई। लगातार सुनवाई और तारीखों के बाद डाटा कोर्ट ने 28 फरवरी 2004 को कई आरोपियों को उम्र कैद की सजा सुनाई। लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट में कुछ अपील के लिए पहुंचे और वहां से कोर्ट ने चार आरोपियों को बरी कर दिया। इस केस में कुल मिलाकर सोलह आरोपी थे। उनमें से चार को सुप्रीम कोर्ट ने बरी कर दिया था। एक अन्य आरोपी जमाल अल्वी पर जयपुर सेंट्रल जेल में हमला हुआ था और उसकी हत्या कर दी गई थी। इनमें से दो फरार चल रहे हैं। बाकि के तमाम आरोपी जयपुर की सेंट्रल जेल में हैं। इनमें से तीन आरोपियों के मामलों मेंं आज कोर्ट फैसला सुना सकती है। ये तीन आरोपी टुंडा, इमरान और हमीद्दीन है।

विवादित ढांचा ढहाए जाने की बरसी पर 1992 में देश के पांच शहरों में सीरियल बम धमाकों का मामला अंतिम दौर में आ गया है। टाडा कोर्ट में आरोपियों के साथ जांच एजेंसियों, सीबीआई व सरकार की ओर से अंतिम बहस पूर्ण कर ली गई है।

अजमेर में डेजिग्नेटेड कोर्ट ऑफ राजस्थान (टाडा कोर्ट) ने मामले में 29 फरवरी को फैसला सुनाने की तारीख दी है। संयोग यह भी कि 20 साल पहले 28 फरवरी 2004 को टाडा कोर्ट ने ही मामले में 16 अभियुक्तों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने चार आरोपियों को बरी कर शेष की सजा बहाल रखी थी।

यह था मामला. . .

वर्ष 1993 में सरकार बनाम डॉ जलीस अंसारी के नाम से प्रकरण दर्ज कर आरोपियों पर विवादित ढांचा ढहाए जाने की पहली बरसी पर देश के पांच शहरों में ट्रेनों में सीरियल बम धमाके करना का आरोप था। इनमें कोटा के आमली, कानपुर में दो ट्रेनों में, सूरत व सिंकदराबाद शामिल हुआ। इसमें सैकड़ों लोग हताहत हुए जबकि एक जने की मौत होना बताया गया। प्रकरण सीबीआई (सीबी) ने 1994 को प्रकरण को एक साथ क्लब करते हुए टाडा कोर्ट अजमेर भेज दिया। करीब 30 साल प्रकरण में सुनवाई चली।

यह बनाए आरोपी

डॉ जलीस अंसारी, अशफाक खान, हबीब अहमद, जमाल अल्वी, मोहम्मद अफ्फाक, फजलू रहमान, सीलम अंसारी, मोहम्मद जहीरुद्दीन,निसारुद्दीन,शमशुद्दीन, अजीमुद्दीन,युसूफ, अमीन, एजाज अहमद, अबरे रहमत अंसारी व अब्दुल करीम टुंडा।

इस तरह बीते 30 साल

- 1994 को प्रकरण टाडा कोर्ट में आया

- टाडा कोर्ट ने 28 फरवरी 2004 को सुनाई उम्रकैद।

- सुप्रीम कोर्ट में अपील में बरी - मोहम्मद युसूफ, सलीम अंसारी, मोहम्मद निसारुद्दीन, मोहम्मद जहीद्दुदीन।

फरार हुए - इरफान अहमद, निसार अहमद, मौहम्मद तुफैल।सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद वर्ष 2015 से हो रही नियमित सुनवाई।

इन आरोपियों का होना है फैसला

अब्दुल करीम उर्फ टूंडा 2015 में नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार व अजमेर जेल स्थानांतरित, हमीदुदीन 2010 व इरफान 2014 से अजमेर जेल में।

लगभग 30 साल पहले वर्ष 1993 में देश के पांच शहरों में हुए सिलसिलेवार बम धमाके को लेकर गुरुवार को फैसले का दिन रहा। बहुप्रतीक्षित फैसले के लिए आज सभी की नज़रें अजमेर की टाडा कोर्ट पर टिकी रहीं। वहीं फैसला सुनने के लिए आतंकी अब्दुल करीम टुंडा सहित 3 आरोपियों को भी कोर्ट परिसर लाया गया। सुरक्षा घेरे में आए आरोपियों की हालत देखने लायक थी।

अब्दुल करीम टुंडा और उसका एक अन्य साथी आरोपी व्हील चेयर पर बैठकर पहुंचे। इन दोनों की ये हालत देखकर हर कोई चौंक गया। इधर कोर्ट का फैसला सुनने के लिए इन आरोपियों के परिजन भी पहुंचे थे।

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विवादित ढांचा ढहाए जाने की बरसी पर 1992 में देश के पांच शहरों में सीरियल बम धमाकों का मामला अंतिम दौर में आ गया है। टाडा कोर्ट में आरोपियों के साथ जांच एजेंसियों, सीबीआई व सरकार की ओर से अंतिम बहस पूर्ण कर ली गई है। अजमेर में डेजिग्नेटेड कोर्ट ऑफ राजस्थान (टाडा कोर्ट) ने मामले में 29 फरवरी को फैसला सुनाने की तारीख दी है। संयोग यह भी कि 20 साल पहले 28 फरवरी 2004 को टाडा कोर्ट ने ही मामले में 16 अभियुक्तों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने चार आरोपियों को बरी कर शेष की सजा बहाल रखी थी।

यह था मामला

वर्ष 1993 में सरकार बनाम डॉ जलीस अंसारी के नाम से प्रकरण दर्ज कर आरोपियों पर विवादित ढांचा ढहाए जाने की पहली बरसी पर देश के पांच शहरों में ट्रेनों में सीरियल बम धमाके करना का आरोप था। इनमें कोटा के आमली, कानपुर में दो ट्रेनों में, सूरत व सिंकदराबाद शामिल हुआ। इसमें सैकड़ों लोग हताहत हुए जबकि एक जने की मौत होना बताया गया। प्रकरण सीबीआई (सीबी) ने 1994 को प्रकरण को एक साथ क्लब करते हुए टाडा कोर्ट अजमेर भेज दिया। करीब 30 साल प्रकरण में सुनवाई चली।

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यह बनाए आरोपी

डॉ जलीस अंसारी, अशफाक खान, हबीब अहमद, जमाल अल्वी, मोहम्मद अफ्फाक, फजलू रहमान, सीलम अंसारी, मोहम्मद जहीरुद्दीन,निसारुद्दीन,शमशुद्दीन, अजीमुद्दीन,युसूफ, अमीन, एजाज अहमद, अबरे रहमत अंसारी व अब्दुल करीम टुंडा।

इस तरह बीते 30 साल
- 1994 को प्रकरण टाडा कोर्ट में आया

- टाडा कोर्ट ने 28 फरवरी 2004 को सुनाई उम्रकैद।

- सुप्रीम कोर्ट में अपील में बरी - मोहम्मद युसूफ, सलीम अंसारी, मोहम्मद निसारुद्दीन, मोहम्मद जहीद्दुदीन।

फरार हुए - इरफान अहमद, निसार अहमद, मौहम्मद तुफैल।सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद वर्ष 2015 से हो रही नियमित सुनवाई।


इन आरोपियों का होना है फैसला

अब्दुल करीम उर्फ टूंडा 2015 में नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार व अजमेर जेल स्थानांतरित, हमीदुदीन 2010 व इरफान 2014 से अजमेर जेल में।

 

अजमेर. शादी पार्टी में देर रात तेज म्युजिक पर डांस करने के दौरान अवैध हथियार से की गई 'हर्ष' फायरिंग से एक युवक की जान पर बन आई। देर रात पार्टी में चली गोली डांस कर रहे युवक की कमर में धंस गई। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने बड़ी सफाई से घटना को खुद ही संभाल कर ना केवल युवक की कमर से गोली निकलवाई बल्कि जयपुर के निजी अस्पताल में उपचार करा लौट भी आए। शादी समारोह में हुए गोलीकांड की ना जिला पुलिस की स्पेशल टीम को भनक लगी, ना संबंधित पुलिस थाना-चौकी को।

गंज थाना क्षेत्र का मामलाजानकारी अनुसार गंज थाना क्षेत्र में गत 21 व 22 फरवरी की रात ढाई बजे करीब बोराज गांव में शादी समारोह में युवा डीजे पर थिरक रहे थे। पार्टी में कुछ अपराधी तत्वों के साथ पंजाब और हरियाणा के युवक हथियारों के साथ मौजूद थे। डीजे पर नाचने के दौरान खुशी-खुशी में पहले तीन हवाई फायर किए। लेकिन पार्टी में मौजूद ग्रामीण जनप्रतिनिधि के वाहन चालक ने हथियार ले लिया। हथियार लेने के दौरान ट्रिगर दबने से गोली चल गई। गोली जनप्रतिनिधि के छोटे भाई की कमर के पास धंस गई। शादी पार्टी में हर्ष फायरिंग में युवक के जख्मी होते ही अफरा-तफरी मच गई। लेकिन हालात को मैनेज कर लिया गया।

होटल में सर्जरी, जयपुर में उपचार

वारदात में युवक के गोली लगने के बाद उसे अस्पताल पहुंचाने के बजाए पार्टी में मौजूद जनप्रतिनिधि व अपराधी तत्वों ने नजदीक के होटल पहुंचाया। जहां क्रिश्चियन गंज थाना क्षेत्र में स्थित बड़े अस्पताल के चिकित्सक को बुलाया गया। चिकित्सक ने होटल के कमरे में घायल की कमर से गोली निकाल दी। हालांकि मरहम पट्टी के बाद घायल को जयपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया।

पुलिस को नहीं लगी भनक

गंज थाना क्षेत्र में शादी समारोह में पेश आई फायरिंग की वारदात की जिला स्पेशल टीम को भनक तक नहीं लगी। ना ही संबंधित थाना पुलिस को पता चला। जबकि ग्रामीण इलाके में फायरिंग की घटना को लेकर खासी चर्चा है। खास बात यह रही कि जिस परिवार में शादी समारोह था उसी परिवार के दामाद को गोली लगी।

TADA Court Acquits Abdul Karim Tunda In 1993 Blast Case: एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, अजमेर की आतंकी और विघटनकारी गतिविधि अधिनियम (टाडा) अदालत ने 1993 के सिलसिलेवार बम विस्फोट मामले के मुख्य आरोपी अब्दुल करीम टुंडा को बरी कर दिया है। कोर्ट ने 30 साल बाद सुनाए गए फैसले में टुंडा को सभी आरोपों से बरी कर दिया है।

 

वहीं, दो अन्य आरोपियों इरफान और हमीदुद्दीन को दोषी करार देते हुए अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। वहीं, 28 फरवरी, 2004 को टाडा कोर्ट ने ही मामले में 16 अभियुक्तों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 4 आरोपियों को बरी कर दिया था, जबकि अन्य आरोपियों की सजा बरकरार रखी थी। ये आरोपी फिलहाल जयपुर जेल में बंद हैं।

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केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) टुंडा को बरी किए जाने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी। उल्लेखनीय है कि अब्दुल करीम टुंडा, इरफान और हमीदुद्दीन 6 दिसंबर, 1993 को कानपुर, हैदराबाद, सूरत, लखनऊ और मुंबई की ट्रेनों में सीरियल बम ब्लास्ट करने का आरोप था। इन बम धमाकों में दो लोग मारे गए थे, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे। आतंकी संगठन लश्कर के संपर्क में आने के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने टुंडा को कैसे बम धमाके करने हैं, इसकी ट्रेनिंग दी थी। टुंडा पर 1996 में दिल्ली पुलिस मुख्यालय के सामने बम धमाका करने का भी आरोप है।

अजमेर. निवेशकों को धन दोगुना, तिगुना करने का झांसा देकर करोड़ों रुपए हड़पने वाले टूलिप कम्पनी संचालक प्रकाशचन्द जैन ने निवेशकों की रकम का बड़ा हिस्सा विदेश में भी निवेश किया है। अफ्रीकी देश जिम्बाब्वे में वह सोने की खदान में साझेदार है। इसके अलावा जयपुर की एनआरआई कॉलोनी में भी उसके व पत्नी के नाम पर भूखण्ड और फ्लैट हैं। पुलिस को उसके आवास और ऑफिस से संपत्ति से संबंधित दस्तावेज मिले हैं।

दस्तावेज, कम्प्यूटर उपकरण किए जब्त

अनुसंधान अधिकारी सीओ (दरगाह) गौरीशंकर शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार जयपुर टोक रोड निवासी पी. सी. जैन के कम्पनी कार्यालय से बड़ी संख्या में दस्तावेज व कम्प्यूटर उपकरण जब्त किए। जैन ने टूलिप के जरिए 99 हजार निवेशकों के पैसे निवेश करवाने के बाद टूलिप ग्लोबल लॉन्च की। टूलिप ग्लोबल में करीब 28 लाख निवेशकों को एक साल में धन दोगुना करने का झांसा देकर करोड़ों रुपए निवेश करवाने के बाद वह भूमिगत हो गया। देशभर में मुकदमे दर्ज होना शुरू हुए तो जैन ने चेन सिस्टम के जरिए टुलिप कम्पनी के अधिकांश निवेशकों को पैसा लौटा दिया। गंज थाने में दर्ज प्रकरण में परिवादी सावरसिंह रावत को 13 लाख रुपए भी लौटाए। लेकिन इनामी चिट फंड और धन परिचलन स्कीम अधिनियम से नहीं बच सका। पुलिस उसे गुरुवार को कोर्ट में पेश करेगी।

रवि देखता है विदेशी कारोबार

शर्मा ने बताया कि पी. सी. जैन का साझेदार रवि जैन उसका विदेशी कारोबार देखता है। रवि पूर्व में दुबई भागने में कामयाब रहा। वह पी. सी जैन की अफ्रीकी देश जिम्बाब्वे में स्थित सोने की खदान का कामकाज भी देखता है। खदान में पीसी जैन साझेदार है। उसने खदान में 30 लाख का निवेश किया था।

पत्नी की गिरफ्तारी शेष

अजमेर पुलिस को टूलिप कम्पनी से जुड़े प्रकरण में जैन की पत्नी शशि जैन की तलाश है। दोनों विदेश भागने की फिराक में थे। जबकि टूलिप ग्लोबल व डी. जी. मुद्रा में साझेदार रवि जैन शामिल है। गेगल और रूपनगढ़ थाने में डीजी मुद्रा कम्पनी से संबंधित प्रकरण दर्ज हैं।

बनाए 28 लाख निवेशक

पुलिस पड़ताल में आया कि टूलिप के बाद बनाई गई टूलिप ग्लोबल के जरिए पी. सी. जैन ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, गुजरात समेत अन्य राज्यों में 28 लाख लोगों से कम्पनी में निवेश कराया। टूलिप गोल्ड व डी. जी मुद्रा में निवेशकों से सदस्यता शुल्क और टैक्स के रूप में 3100 से 3700 रुपए के हिसाब से करोड़ों की रकम वसूली। बदले में सदस्यों को 400 रुपए कीमत का सूट पीस दिया जाता था। निवेशकों की रकम लेकर भूमिगत हो गया।

RBSE Board Exam 2024 : अजमेर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। बारहवी की परीक्षाएं गुरुवार व दसवीं की परीक्षाएं 7 मार्च से शुरू होंगी।

 

RBSE सीनियर सैकंडरी परीक्षा

समय : सुबह 8ः30 बजे से दोपहर 11.45 बजे तक

परीक्षा अवधि : 29 फरवरी से 4 अप्रैल
29 फरवरी को मनोविज्ञान, 1 मार्च को लोक प्रशासन, 02 मार्च को कम्प्यूटर विज्ञान (03)/इन्फोरमेटिक्स प्रेक्टिसेस (04) 04 मार्च को अंग्रेजी अनिवार्य, 05 मार्च को कंठसंगीत /नृत्य कत्थक /वाद्य संगीत (तबला), (पखावज), (सितार), (सरोद), (वाईलिन), (दिलरूबा), (बांसुरी 9), (गिटार ), 6 मार्च संस्कृत साहित्य संस्कृत वाङ्मय, 9 मार्च को भूगोल लेखाशास्त्र, भौतिक विज्ञान की परीक्षा होगी।

11 मार्च को चित्रकला, 13 मार्च को हिन्दी अनिवार्य, 15 मार्च को अंग्रेजी साहित्य टंकण लिपि (हिन्दी) की परीक्षा होगी। टंकण लिपि का प्रश्न पत्र सुबह 9 बजे, 16 मार्च को दर्शनशास्त्र सामान्य विज्ञान, 18 मार्च को इतिहास व्यवसाय अध्ययन कृषि रसायन विज्ञान रसायन विज्ञान , 20 मार्च को पर्यावरण विज्ञान, 21 मार्च को राजनीति विज्ञान-भूविज्ञान कृषि विज्ञान की परीक्षा होगी।

 

इसी प्रकार 23 मार्च को गणित (15), 26 मार्च को गृह विज्ञान, 27 मार्च को शारीरिक शिक्षा, 28 मार्च को अर्थशास्त्र शीघ्र लिपि-हिन्दी शीघ्र लिपि अंग्रेजी, कृषि जीव विज्ञान, जीव विज्ञान 30 मार्च को ऋग्वेद शुक्ल यजुर्वेद /कृष्ण यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद, न्याय दर्शन, वेदान्त दर्शन, मीमांसा दर्शन, जैन दर्शन, निम्बार्क दर्शन,/वल्लभ दर्शन, सामान्य दर्शन, रामानन्द दर्शन, व्याकरण शास्त्र, साहित्य शास्त्र, पुराणेतिहास धर्मशास्त्र, ज्योतिष शास्त्र,/सामुद्रिक शास्त्र, वास्तुविज्ञान/पौरोहित्य शास्त्र की परीक्षा होगी।

इसी तरह 01 अप्रैल को हिन्दी साहित्य/उर्दू साहित्य/सिन्धी साहित्य)/गुजराती साहित्य, पंजाबी साहित्य, राजस्थानी साहित्य, फारसी/प्राकृत भाषा, टंकण लिपि की परीक्षा होगी। टंकण लिपि का प्रश्न पत्र 9 बजे प्रारम्भ किया जाएगा। 3 अप्रैल को समाजशास्त्र, 04 अप्रैल को ऑटोमोटिव /सौंदर्य एवं स्वास्थ्य, स्वास्थ्य देखभाल/सूचना प्रौद्योगिकी व सूचना प्रौद्योगिकी की समर्पित सेवाएं (IT & ITes) /फुटकर बिक्री, ट्रेवल एण्ड ट्यूरिज्म /परिधान निर्मित वस्त्र और गृह सज्जा/इलेक्टि्रकल एंड इलेक्ट्रोनिक्स सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली (कृषि)/प्लम्बर/टेलिकॉम की परीक्षा होगी।

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RBSE Board Exam 2024 : माध्यमिक स्तर पर परीक्षाएं

 

परीक्षा अवधि- 7 मार्च से 30 मार्च परीक्षाएं
समय- सुबह 08.30 से दोपहर 11.45 बजे

7 मार्च को अंग्रेजी विषय कोड (02) की परीक्षा होगी। 12 मार्च को हिन्दी (01), 16 मार्च को सामाजिक विज्ञान (08), 20 मार्च को विज्ञान (07), 22 मार्च को ऑटोमोटिव (101)/सौंदर्य एवं स्वास्थ्य (102)/स्वास्थ्य देखभाल (103)/सूचना प्रौद्योगिकी व सूचना प्रौद्योगिकी की समर्पित सेवाएं (IT & ITes) (104), फुटकर बिक्री (105)/ट्यूरिज्म एण्ड हॉस्पिटलिटी (106)/निजी सुरक्षा (107)/परिधान निर्माण, वस्त्र और गृहसज्जा (108)/इलेक्ट्रोनिक्स एंड हार्डवेयर (109)/

कृषि (110)/प्लम्बर (111)/टेलीकॉम (112), बैंंकिंग फाइनेंशियल सर्विस व इन्श्यारेंस (113)/कन्स्ट्रक्शन (114)/फूड प्रोसेसिंग (115) की परीक्षा होगी। 23 मार्च को संस्कृतम् (प्रथम प्रश्न पत्र) (95/1), बुधवार, 27 मार्च को गणित (09) व 30 मार्च को तृतीय भाषा- संस्कृत (71)/उर्दू (72)/गुजराती (73)/सिन्धी (74)/पंजाबी (75), संस्कृतम् (द्वितीय प्रश्न पत्र) (95/2) की परीक्षा होगी।

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अजमेर। सौतेली मां की प्रताड़ना से परेशान दो मासूम बालिकाएं बुधवार सुबह रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर भटकती मिलीं। उपेक्षित हालत मेें बालिकाओं को देखकर महिला टीटी ने रेलवे पुलिस बल को सूचित कर दिया। आरपीेफ ने चाइल्ड हेल्प लाइन के प्रतिनिधियों की मदद से दोनों बालिकाओं की काउंसलिंग करने के बाद बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया। जहां से उन्हें बालिका गृह भिजवाया गया।

 

थानाप्रभारी(आरपीएफ) लक्ष्मण गौड़ ने बताया कि बुधवार सुबह रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म पर मिली दो बहनों को महिला कांस्टेबल मंजू ने चौकी लाने के बाद पूछताछ की। दोनों ने गुरुवार सुबह ट्रेन से यू.पी. गोरखपुर से आना बताया। सूचना पर चाइल्ड हेल्प लाइन के समन्वयक प्रेमनारायण शर्मा और अन्य ने पूछताछ की। पड़ताल में आया कि 10 और 8 वर्षीय बहनें गोरखपुर रेलवे स्टेशन के आसपास पानी की खाली बोतल इकट्ठा करने का काम करती हैं। सौतेली मां की प्रताड़नाओं से परेशान होकर दोनों बहनें अजमेर भाग आईं।

 

खाना नहीं देती है सौतेली मां

 

बड़ी बहन ने बताया कि उनकी मां की मौत हो चुकी है। पिता दूसरी शादी कर सौतेली मां ले आए। उससे एक भाई है। लेकिन सौतेली मां उनको खाना नहीं देती। दोनों बहनें स्कूल जाना चाहती हैं लेकिन मां उन्हें प्लास्टिक का कचरा बीनने स्टेशन पर भेज देती है। घर का सारा कामकाज कराती है। सौतेली मां की प्रताड़ना से परेशान होकर वह छोटी बहन को लेकर अजमेर आ गई। दोनों बालिकाओं को चाइल्ड हेल्प लाइन ने बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अंजलि शर्मा के समक्ष पेश किया। जिन्होंने बालिका गृह भेज दिया। वहीं बालिका के परिजन से सम्पर्क किया जा रहा है।

 

पहचान उजागर ना करने की अपील

अजमेर जिला बाल कल्याण समिति, अध्यक्ष अंजलि शर्मा ने दोनों बच्चों की तस्वीरें ना साझा करने की अपील की है। उन्होंने कहा, 'दोनों बालिकाएं नाबालिग हैं। जे.जे. एक्ट में नाबालिग की तस्वीर साझा करना गम्भीर अपराध है। मामला बच्चों के भविष्य से जुड़ा होता है। बच्चों के प्रति संवेदनशीलता बरती जानी चाहिए।'

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PC Jain : अजमेर। निवेशकों को धन दोगुना व तिगुना करने का झांसा देकर 50 करोड़ रुपए हड़पने वाले टूलिप कंपनी के संचालक प्रकाशचन्द जैन (PC Jain) को आज कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे कोर्ट ने फिर से 2 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस ने 5 दिन की रिमांड अवधि खत्म होने के बाद आज पीसी जैन को कोर्ट में पेश किया। इस दौरान पुलिस ने रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग की। जिस पर कोर्ट ने आरोपी पीसी जैन की रिमांड अवधि दो दिन और बढ़ा दी।

अब शनिवार को फिर से आरोपी पीसी जैन को कोर्ट में पेश किया जाएगा। अजमेर पुलिस को टूलिप कम्पनी से जुड़े प्रकरण में जैन की पत्नी शशि जैन की तलाश है। दोनों विदेश भागने की फिराक में थे। जबकि टूलिप ग्लोबल व डीजी मुद्रा में साझेदार रवि जैन शामिल है। गेगल और रूपनगढ़ थाने में डीजी मुद्रा कम्पनी से संबंधित प्रकरण दर्ज हैं।

 

पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे

बता दे कि अजमेर की गंज थाना पुलिस ने आरोपी ट्यूलिप ग्लोबल कंपनी के डायरेक्टर पीसी जैन को हैदराबाद एयरपोर्ट से उस वक्त गिरफ्तार किया था, जब वो देश छोड़कर विदेश भागने की फिराक में था। पिछले पांच दिन तक चली पूछताछ के दौरान आरोपी ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए है। आरोपी पीसी जैन ने निवेशकों की रकम का बड़ा हिस्सा विदेश में भी निवेश किया है। अफ्रीकी देश जिम्बाब्वे में वह सोने की खदान में साझेदार है। पीसी जैन का साझेदार रवि जैन उसका विदेशी कारोबार देखता है। रवि पूर्व में दुबई भागने में कामयाब रहा। वह पीसी जैन की अफ्रीकी देश जिम्बाब्वे में स्थित सोने की खदान का कामकाज भी देखता है। खदान में पीसी जैन साझेदार है। उसने खदान में 30 लाख का निवेश किया था।

 

बड़ी संख्या में दस्तावेज व कम्प्यूटर जब्त

इसके अलावा जयपुर की एनआरआई कॉलोनी में भी उसके व पत्नी के नाम पर भूखण्ड और फ्लैट हैं। अनुसंधान अधिकारी सीओ (दरगाह) गौरीशंकर शर्मा ने बताया कि पुलिस को उसके आवास और ऑफिस से संपत्ति से संबंधित दस्तावेज मिले हैं। जयपुर में जैन के कम्पनी कार्यालय से बड़ी संख्या में दस्तावेज व कम्प्यूटर जब्त किया हैं। जैन ने टूलिप के जरिए 99 हजार निवेशकों के पैसे निवेश करवाने के बाद टूलिप ग्लोबल लॉन्च की। टूलिप ग्लोबल में करीब 28 लाख निवेशकों को एक साल में धन दोगुना करने का झांसा देकर करोड़ों रुपए निवेश करवाने के बाद वह भूमिगत हो गया।

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देशभर में बनाए 28 लाख निवेशक

पुलिस पड़ताल में आया कि टूलिप के बाद बनाई गई टूलिप ग्लोबल के जरिए पीसी जैन ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, गुजरात समेत अन्य राज्यों में 28 लाख लोगों से कम्पनी में निवेश कराया। टूलिप गोल्ड व डीजी मुद्रा में निवेशकों से सदस्यता शुल्क और टैक्स के रूप में 3100 से 3700 रुपए के हिसाब से करोड़ों की रकम वसूली। बदले में सदस्यों को 400 रुपए कीमत का सूट पीस दिया जाता था। निवेशकों की रकम लेकर भूमिगत हो गया।

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