जोधपुर.
पुलिस उप निरीक्षक/प्लाटून कमाण्डर भर्ती परीक्षा-2021 में लीक प्रश्न पत्र हासिल कर पुत्री को थानेदार बनवाने के मामले में एसओजी ने पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर के हार्डकोर व हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार किया। कोर्ट ने उसे दस दिन के रिमाण्ड पर भेज दिया।
एडीजी (एसओजी-एटीएस) वीके सिंह ने बताया कि प्रशिक्षु उप निरीक्षक (थानेदार) चंचल बिश्नोई को परीक्षा से पहले पेपर लेकर पढ़ाने के मामले में जोधपुर के फिटकासनी गांव निवासी उसके पिता श्रवणराम बाबल पुत्र हरसुखराम बिश्नोई को गिरफ्तार किया गया है। उसने बेटी चंचल के लिए गिरोह से एसआइ भर्ती परीक्षा का पेपर खरीदने का सौदा किया था। परीक्षा से पहले पेपर लेने के बाद बेटी को सॉल्वड पेपर पढ़ाया गया था। आरोपी को जयपुर मुख्यालय लाकर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। उसे बुधवार को जयपुर के न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे 10 दिन की रिमाण्ड पर एसओजी को सौंपा गया है। आरोपी ने पेपर किससे लिया, इस संबंध में पूछताछ की जा रही है।
पुलिस का कहना है कि बेटी को लीक प्रश्न पत्र से थानेदार बनवाने का मामला उजागर होने के बाद से श्रवण बाबल फरार हो गया था। कुड़ी भगतासनी थाना पुलिस ने गत दिनों उसे हिरासत में लिया था। दो-तीन दिन बाद एसओजी जोधपुर उसे जयपुर ले गई थी और जांच अधिकारी को सौंपा था।
छात्रावास में लीक प्रश्न पत्र सॉल्व कर पढ़ाया था
सूत्रों के अनुसार आहूजा कॉलोनी में हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबल का एक हॉस्टल है। वर्ष 2021 में उसने एसआइ भर्ती परीक्षा का प्रश्न प्रत्र खरीदा था और हॉस्टल में प्रश्न पत्र सॉल्व करवाया था। फिर अपनी पुत्री को सॉल्व पेपर पढ़वाया गया था। अंदेशा है कि इस दौरान बेटी के साथ कई और अभ्यर्थियों ने भी सॉल्व प्रश्न पत्र पढ़ा था।
हत्या में सजा, पैरोल पर छूट रिश्तेदार की हत्या की थी
श्रवणराम बाबल कुड़ी भगतासनी थाने का हिस्ट्रीशीटर और हार्डकोर है। उसके खिलाफ दो हत्याएं, चोरी, मादक पदार्थ तस्करी आदि के 20 से अधिक एफआइआर दर्ज है। उसने श्यामलाल जुड की हत्या की थी। उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। वह पैरोल लेकर जेल से छूटा था। 31 दिसम्बर 2010 को बाड़मेर में अपने रिश्तेदार भाटेलाई पुरोहित निवासी दिनेश मांजू की हत्या की थी। लम्बे समय तक फरार रहने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया था। तीन साल पहले ही वह जमानत पर छूटा था।
पेपर लीक सरगना के साथ करोड़ों निवेश किए
प्रश्न पत्र लीक गिरोह के सरगना जगदीश बिश्नोई ने एसआइ भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र बेचकर करोड़ों रुपए वसूले थे। उसने हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबल के साथ मिलकर जोधपुर के झालामण्ड में बेशकीमती जमीन में 5 करोड़ रुपए निवेश किए थे। यह राशि संभवत: पेपर लीक करने से प्राप्त की गई थी। रजिस्ट्री करवाने के बाद जमीन के दस्तावेज कथित तौर पर फर्जी निकले। सरगना के रुपए भी डूब गए और जमीन भी नहीं मिली थी। वर्तमान में जमीन पर हिस्ट्रीशीटर का कब्जा बताया जाता है।