>>: Digest for March 17, 2024

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Table of Contents

प्रतापगढ़. गर्मी की दस्तक के साथ ही कस्बे सहित क्षेत्र में पेयजल संकट गहराने लगा है। इसी सिलसिले में कस्बे के बलाइयों के मोहल्ले की महिलाएं शुक्रवार को हाथों में बाल्टी-मटके लेकर ग्राम पंचायत के मुख्य गेट पर खड़ी होकर पीने के पानी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।

इस दौरान बताया कि जल मिशन योजना के तहत हर ग्राम पंचायत में घर-घर में नल कनेक्शन पहुंचाने के लिए करोडों रुपए खर्च करने के लिए दिए गए। आरोप है कि पीएचईडी ने इस राशि को खर्च कर बड़ी टंकियों, नई ट्यूबबेल लगाए हैं, लेकिन इस मोहल्ले से मात्र तीन सौ मीटर दूर बड़ी टंकी बनने के बाद भी आमजन को जल मिशन योजना का लाभ नहीं मिलना विभाग व जिम्मेदार अधिकारी की लापरवाही करने की ओर ईशारा करता है।


प्रदर्शन की जानकारी पर प्रतापगढ़ सरपंच कप्तान सिंह ने महिलाओं को समझाइश कर जलदाय विभाग के अधिकारियों से दूरभाष पर बात की। साथ ही समस्या से निजात दिलाने की मांग की है। आक्रोशित महिलाओं का कहना था कि नलों की पुरानी लाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण करीब तीन साल से पीने का पानी नलों के से नहीं मिल रहा है। अगर मोहल्ले में किसी के घर के नलों में पानी आता भी है तो वो भी दूषित व बदबूदार आ रहा है। इसके अलावा पीने का पानी भी पूरा नहीं आता। उसका भी टोटा पड़ जाता हैं। ऐसे में घर के अन्य कार्य व पशुओं के पीने के पानी के जुगाड़ के लिए मोहल्ले में पुराने समय का लगा एक हैंडपंप पर निर्भर है।

हैंडपंप दस दिन से खराब
महिलाओं ने बताया कि मोहल्ले का हैंडपंप दस दिन से खराब होने के कारण आमजन को बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। महिलाओं को पेयजल व अन्य कार्यो में पानी के लिए घर से दूर खेतों के ट्यूबेल से पानी भरकर लाना पड़ रहा है।

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अधिकारियों को अवगत कराया

पंचायत भवन पर कुछ महिलाओं ने शुक्रवार सुबह आकर नलों में पीने का पानी नहीं आने व मोहल्ले के हैंडपंप खराब होने के बारे में बताया। मैंने उनके सामने पीएचईडी विभाग के सहायक व कनिष्ठ अभियंता से बात कर आमजन को पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की है। विभाग लापरवाही करेगा तो विभागीय अधिकारियों के सामने प्रदर्शन किया जाएगा।
कप्तान सिंह सरपंच प्रतापगढ़

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नई लाइन डालेंगे

कस्बे में पुरानी पेयजल आपूर्ति लाइन समय के साथ खराब होने से बलाइयों के मोहल्ले में नलों में पानी की समस्या की जानकारी प्राप्त हुई है। अभी हाल में हैंडपंप को सही करवा रहे है। ठेकेदार को साथ लेकर निरीक्षण कर दोबारा नई लाइन डालने का काम करेंगे।
प्रकाश मीना जेईएन जलदाय विभाग।

सरिस्का बाघ परियोजना में बाघों का कुनबा बढऩे के साथ अब पर्यटकों को बाघों के दीदार भी आसानी से हो रहे हैं। गुरुवार सुबह सफारी के दौरान पंजाब से आए पर्यटकों को सरिस्का सदर रेंज क्षेत्र में बाघ एसटी-9 दिखाई दिया। जिसमें वह एक लेपर्ड का पीछा कर रहा था। लेपर्ड अपनी जान बचाकर पेड़ पर चढ़ गया। यह ²श्य देखकर पर्यटक काफी रोमांचित हो गए।


उन्होंने बाघ और लेपर्ड की वीडियो, फोटो अपने कैमरे में कैद की और घूमने आए सैलानी यह ²श्य देखकर काफी गदगद नजर आए। नेचर गाइड अर्जुन का कहना है कि सरिस्का में टाइगर को देख लेपर्ड पेड़ पर चढ़ता देखकर काफी अच्छा लगा। सुबह की सफारी के दौरान पर्यटकों ने यह ²श्य देखा है।

गौरतलब है की एक समय ऐसा था जब बाघ नहीं थे। तब पैंथरो का जंगल में एक राज हो गया था और पैंथर सरिस्का में बड़ी मात्रा में दिखाई दे रहे हैं, लेकिन जैसे-जैसे बाघों का कुनबा बढऩे लगा है। ऐसे में लेपर्ड उनसे डर कर पेड़ों पर शरण ले रहे हैं।

गोविन्दगढ़. उपखंड में बिजली निगम ने बकाएदार उपभोक्ताओं के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। दस हजार से अधिक बिल बकाया वाले उपभोक्ताओं का बिजली कनेक्शन काटा जा रहा है। विद्युत वितरण निगम की ओर से 50 उपभोक्ताओं का कनेक्शन काटा गया। जिन पर लगभग 10 लाख रुपए की राशि बकाया थी।

निगम के कनिष्ठ अभियंता अजय गठाला ने बताया कि लगभग 50 उपभोक्ताओं का बिजली कनेक्शन बिल नहीं जमा कमाने के कारण काटा गया। उपभोक्ताओं को लगातार जागरूक किया जा रहा है कि वह बकाया बिल जमा कर दें। विद्युत वितरण निगम की ओर से 31 मार्च 2023 से पूर्व काटे गए कनेक्शन पर सरकार ने छूट देते हुए मूल राशि एक साथ जमा कराने पर ब्याज एवं पेनल्टी की 100त्न छूट दी जा रही है।

सहायक रिकवरी इंचार्ज सुरेश चंद गोङ्क्षवदगढ़ ने बताया कि अधीक्षण अभियंता अलवर के आदेश अनुसार गोङ्क्षवदगढ़ क्षेत्र के 10000 रुपए से अधिक बकाया राशि के सभी कनेक्शनों को काटा जा रहा है। एक को पकड़ा विद्युत वितरण निगम के बिजली चोरी निरोधक पुलिस थाना अलवर की ओर से खिलाड़ी सैनी निवासी कदम कॉलोनी रामबास, गोङ्क्षवदगढ़ को वीसीआर की राशि जमा नहीं कराने पर गिरफ्तार किया है।


देवस्थान विभाग के मंदिरों में विराजमान देव प्रतिमाओं के दर्शन भक्त घर बैठे कर सकेंगे। इसके साथ ही मंदिरों में होने वाली आरती का भी लाइव देख सकेंगे। इसके लिए विभाग की ओर से राज्य के चयनित मंदिरों में सेटअप लगवाया गया हैं। इसमें अलवर शहर में हजारी का मौहल्ला के मथुराधीश मंदिर में भक्तों को ऑनलाइन दर्शन की सुविधा मिलेगी। इसके लिए विभाग की ओर से मंदिर में सीसीटीवी कैमरे लगाकर सेटअप तैयार किया है।


राजस्थान सरकार की ओर से कोविड 19 के मद्देनजर प्रदेश के दो प्रमुख मंदिरों ऋषभदेव व गोगामेड़ी में श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई थी। इसके बाद वर्ष 2023 में राज्य के पांच अन्य प्रमुख मंदिरों में ऑनलाइन दर्शन शुरू किए गए। इसकी सफलता को देखते हुए अब राज्य सरकार की ओर से प्रदेश के 24 मंदिरों में ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था शुरू की जा रही है।


देश-विदेश के भक्त कर सकेंगे दर्शन
मंदिरों के पुजारियों का कहना है कि निजी मंदिरों में प्रतिदिन आरती व श्रृंगार का भक्तों को ऑनलाइन दर्शन करवाया जा रहा है। इससे बुजुर्ग व बीमार भक्त घर बैठे ही भगवान के दर्शन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर ङ्क्षलक भी शेयर किया जाता है। देश विदेश के भक्त मंदिरों से जुड़ रहे हैं। इससे भक्तों की संख्या भी बढ़ी हैं। ऐसे में सरकारी मंदिरों में इस तरह के प्रयास सराहनीय है।

वेबसाइट हुई तैयार, यूटयूब पर भी होंगे दर्शन
देवस्थान विभाग के निरीक्षक सुमित कुमार ने बताया कि देवस्थान विभाग के चयनित मंदिरों में ऑनलाइन दर्शन की सुविधा शुरू की गई है। इसमें अलवर का एक मंदिर शामिल है इसमें मार्च के अंतिम सप्ताह तक ऑनलाइन दर्शन की सुविधा शुरू हो जाएगी। टेंडर होने के बाद कैमरे भी लग गए हैं। इसके लिए वेबसाइट तैयार की गई है और जल्द ही यूटयूब पर भी सुविधा मिल जाएगी।

राजगढ़. अलवर-सिकन्दरा मेगा हाइवे स्थित विजय नगर से बावडी तिराहे के मध्य कई स्थानों पर विभिन्न दुर्घटनाओं में छह माह में करीब 19 लोगों की मृत्यु हो चुकी है तथा 50 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। इन मार्गों पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है। इन्हें रोकने के प्रशासन की ओर से कोई प्रयास होते नजर नहीं आ रहे हैं।

मेगा हाइवे पर कई स्थान किलर प्वाइंट के नाम से लोग जानते हैं। 24 फरवरी को बावडी गांव के तिराहे के समीप क्रेन व कार की टक्कर से जीजा व ***** की मृत्यु हो गई तथा कार सवार 4 लोग घायल हो गए थे। इसके अलावा ढिगावडा के पास 21 दिसम्बर 2023 को कार की टक्कर से बाइक सवार पिता-पुत्र की मृत्यु हो गई थी। इसी हादसे में दूसरी बाइक पर सवार दो व्यक्ति घायल हो गए थे। इसके अलावा 2 मार्च 2009 को बालाजी से टेम्पो टेेरेक्स गाडी से लौटते समय उसका टायर फट जाने से गाड़ी पलट गई थी। जिससे मौके पर ही पांच महिलाओं की मौत हो गई थी तथा चौदह लोग घायल हो गए थे। इसके अलावा सुरेर गांव की चन्दर सिंह की ढाणी, विजयनगर, सुरेर, रीको औद्योगिक क्षेत्र, थानाराजाजी, माचाडी-पिनान, कोठीनारायणपुर सहित अनेक स्थानों पर हुई छह माह में हुई 32 दुर्घटनाओं में करीब 19 लोगों की मृत्यु हो गई तथा 50 लोग घायल हो गए।

सपाट सड़क पर तेज गति में खो रहे वाहन चालक संतुलनइन मार्गों पर जहां किलर प्वाइंट है, वहां सपाट व खुली सडक है। जिस पर तेज गति में वाहन होने से चालक अपना संतुलन खो रहे हैं और दुर्घटना घटित हो जाती है। मेगा हाइवे पर दुर्घटना में कई परिवार खत्म हो चुके हैं।

ये है दुर्घटना संभावित क्षेत्रऔद्योगिक क्षेत्र, गोठ की चौकी, सुरेर, विजय नगर, थानाराजाजी चौराहा, कोठीनारायणपुर, बावडी तिराहा के पास आए दिन दुर्घटनाओं मेें लोगों को जान से हाथ धोना पड रहा है। इसके अलावा बडी संख्या में लोग घायल हो चुके हैं। सुरेर से विजय नगर तक का मेगा हाइवे टहला थाना क्षेेत्र के अन्तर्गत आता है। इन स्थानों पर भी पूर्व में बडी दुर्घटनाएं घटित हो चुकी हैं।

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यह बोले लोग

- राजगढ निवासी अशोक बजाज का कहना है कि हाइवे के दोनों तरफ हो रहे अवैध अतिक्रमण, गलत तरीके से बने हुए स्पीड ब्रेकर, रेस्ट एरिया का अभाव दुर्घटना का सबब बन रहा है। पूरे हाइवे पर कही भी रोड डिवाइडर नहीं होने के कारण लोग अपने वाहनों को गलत तरीके से ओवरटेक करते हैं। यह भी दुर्घटना का मुख्य कारण है। इन वजह से अब तक दर्जनों दुर्घटनाओं में बडी संख्या में लोग अपनी जान गवां चुके हैं। हाइवे की कम्पनी को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

- सुमन शर्मा का कहना है मेगा हाइवे पर दिन-प्रतिदिन तेज रफ्तार के वाहन चलाने से सडक दुर्घटनाओं में मौत का आंकडा बढता ही जा रहा है। 53 सडक दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 19 लोगों की मौत हो गई। यह बहुत ही दुखद है। दुर्घटना रोकने के लिए जागरूकता अभियान, सडक सुरक्षा अभियान, निरंतर चलाया जाना आवश्यक है। जिससे दुर्घटनाओं से निजात पाई जा सके।

- माचाडी निवासी अंकित साहू का कहना है मेगा हाईवे पर चालक तेज एवं लापरवाही से वाहन चलाते है और ओवरटेक करते है जिसके कारण आए दिन हो रही दुर्घटनाओं मेें लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड रहा हैं।

- दुब्बी निवासी संजू मीना का कहना है अलवर-सिकन्दरा मेगा हाइवे के मध्य लोग वाहन को लापरवाही से चलाते हैं और ओवरटेक करते हैं। बाइक चालक हेलमेट नहीं पहनते। जिसके कारण लोगों को अपनी जान गंवानी पड रही है। हाइवे पर डिवाइडर भी होना चाहिए। लोगों को यातायात के नियमों की पालना करनी चाहिए।

बरते रहे लापरवाहीतेज गति, लापरवाही तथा ओवरटेक करने और हेलमेट नहीं पहनने के कारण दुर्घटनाओं में लोगों की मौत हो रही है। बहाली गेट से टहला बयपास एवं टहला बायपास से सुरेर गांव तक डिवाइडर होने चाहिए। डिवाइडर नहीं होने के कारण भी दुर्घटनाएं घटित हो रही है।

रामजीलाल मीना, कोतवाल, राजगढ़।

सरिस्का के दो भालुओं को बीलवाड़ी घाटी इस कदर भा गई कि वहां से भालू वापस पर्यटक जोन में आने का नाम ही नहीं ले रहे। तीसरा भालू भी पर्यटक जोन से बाहर है लेकिन चौथा भालू नजर नहीं आ रहा है। सरिस्का के पर्यटकों के अलावा गाइड आदि को भी ये भालू नहीं दिख रहा है। हालांकि सरिस्का प्रशासन का कहना है कि चौथा भालू भी सरिस्का रेंज में ही है।
इस तरह लाए गए भालू
साल 2005 में सबसे पहले रणथम्भौर से बाघों को सरिस्का में शिफ्ट किया गया था। उसके बाद पहली बार भालुओं को माउंट आबू और सिरोही के जंगलों से सरिस्का में शिफ्ट किया गया था।
पहली बार में दो भालू आए और उसके बाद एक और लाया गया। शुरूआत से ही ये भालू मुख्य सरिस्का के जंगल की जगह चट्टानों की ओर जाने लगे। वन कर्मियों पर हमला भी किया था। सबसे आखिर में एक साल पहले एक और भालू रणथंभौर अभयारण्य से लाया गया।


यहां जमाया ढेरा
शुरू में लाए गए भालुओं ने अपना एरिया विराटनगर के पास गणेश मंदिर के आसपास को चुना है। यहीं पर बीलवाड़ी घाटी है। यहां से ये भालू नीचे नहीं आ रहे हैं। तीसरे नंबर का भालू दिसंबर माह में दौसा की रेंज तक चला गया था लेकिन बाद में आ गया। चौथे नंबर का भालू किसी को नजर नहीं आ रहा है। बताते हैं कि तीन भालुओं के रेडियो कॉलर लगा है, जिससे उनकी मॉनिटङ्क्षरग आसानी से हो रही है लेकिन चौथे भालू के रेडियो कॉलर नहीं लगा। ऐसे में मॉनिटङ्क्षरग में बाधा आ रही है। सरिस्का प्रशासन दिन में बाइक सवार वनकर्मियों से निगरानी करवा रहा है और रात में जिप्सी से निगरानी हो रही है। उप वन संरक्षक सरिस्का महेंद्र शर्मा से संपर्क करना चाहा लेकिन नहीं हो सका।

अलवर. एमआइए थाना इलाके के कैरवाजाट गांव के समीप एक व्यक्ति ने ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर महिला को आग लगाकर फरार हो गया, जिससे महिला गंभीर रूप से झुलस गई। अलवर एसपी के गनमैन कालूराम ने बहादुरी का परिचय देते हुए आग बुझाते हुए गंभीर हालत में महिला का बाइक पर बैठाकर अस्पताल पहुंचाया।

एमआइए थानाधिकारी बिजेन्द्र सिंह ने बताया कि उत्तरप्रदेश के ऐटा जिले के लखनपुरा हाल नाहरपुर-एमआईए अलवर निवासी राजेश जाटव ने मामला दर्ज कराया है कि उसकी पत्नी मधु (30) का गांव हल्दीना निवासी दिनेश पुत्र छोटेलाल जाटव परिचित है। शुक्रवार दोपहर बाद कैरवाजाट के रास्ते पर आरोपी दिनेश ने उसकी पत्नी के ऊपर तेल छिड़क कर आग लगा दी और उसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। जिससे उसकी पत्नी गंभीर रूप से रूप से झुलस गई। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर आरोपी युवक दिनेश को हिरासत में ले लिया है। जिससे पूछताछ की जा रही है। वहीं, महिला को सामान्य अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर रैफर कर दिया गया। जिसका जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज जारी है। चिकित्सकों के अनुसार महिला करीब 90 फीसदी झुलस गई है। उल्लेखनीय है कि महिला के तीन बच्चे हैं।
महिला जल रही थी और लोग तमाशबीन बने, सिपाही ने दिखाया साहस
ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगाने के बाद महिला का शरीर आग से झुलस रहा था। पीडि़ता चिल्ला रही थी और लोग दूर खड़े होकर तमाशा देख रहे थे और मोबाइल से फोटो-वीडियो बनाते रहे। कोई महिला की जान बचाने के लिए आग नहीं आया। इस दौरान अलवर एसपी आनंद शर्मा का गनमैन सिपाही कालूराम वहां से गुजर रहा था, जो कि कैरवाजाट गांव के रहने वाला है। सिपाही कालूराम ने महिला को जलते देख तुरंत अपनी बाइक रोकी और उसके कपड़ों व शरीर में लगी आग का बुझाया। इसी के साथ एमआइए एसएचओ, एम्बुलेंस और पुलिस अधीक्षक को घटना की सूचना दी। एम्बुलेंस के पहुंचने में हो रही देरी को देख सिपाही कालूराम ने झुलसी महिला को बाइक पर बैठाया और अस्पताल लाकर भर्ती कराया।

अस्पताल पहुंचे पुलिस अधिकारी
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तेजपाल सिंह, सीओ नारायणसिंह और एमआइए एसएचओ बिजेन्द्र सिंह तुरंत अस्पताल पहुंचे। महिला को प्राथमिक उपचार दिला जयपुर रैफर कराया।

इसमें अलवर शहर में हजारी का मौहल्ला के मथुराधीश मंदिर में भक्तों को ऑनलाइन दर्शन की सुविधा मिलेगी। इसके लिए विभाग की ओर से मंदिर में सीसीटीवी कैमरे लगाकर इसका सेटअप तैयार किया है।

कोरोना में हुई थी शुरुआत, अब मिल रहा है लाभ

गौरतलब है कि राजस्थान सरकार की ओर से कोविड 19 के मध्येनजर प्रदेश के दो प्रमुख मंदिरों ऋषभदेव व गोगामेड़ी में श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई थी। क्योंकि कोरोना के दौरान भक्त मंदिर तक नहीं पहुंच पा रहे थे। इसके बाद वर्ष 2023 में राज्य के पांच अन्य प्रमुख मंदिरों में ऑनलाइन दर्शन शुरु किए गए। इसकी सफलता को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से 24 मंदिरों में ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था शुरू की है।

देश विदेश के भक्त कर सकेंगे दर्शन

इधर, मंदिरों के पुजारियों का कहना है कि निजी मंदिरों में प्रतिदिन आरती व श्रृंगार का भक्तों को ऑनलाइन दर्शन करवाया जा रहा है। इससे बुजूर्ग व बीमार भक्त घर बैठे ही भगवान के दर्शन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर लिंक भी शेयर किया जाता है। देश विदेश के भक्त मंदिरों से जुड़ रहे हैं। इससे भक्तों की संख्या भी बढ़ी हैं। ऐसे में सरकारी मंदिरों में इस तरह के प्रयास सराहनीय है।

वेबसाइट हुई तैयार, यूटयूब पर भी होंगे दर्शनदेवस्थान विभाग के निरीक्षक सुमित कुमार ने बताया कि देवस्थान विभाग के चयनित मंदिरों में ऑनलाइन दर्शन की सुविधा शुरू की गई है। इसमें अलवर का एक मंदिर शामिल है इसमें मार्च के अंतिम सप्ताह तक ऑनलाइन दर्शन की सुविधा शुरू हो जाएगी। टेंडर होने के बाद कैमरे भी लग गए हैं। इसके लिए वेबसाइट तैयार की गई है और जल्द ही यूटयूब पर भी सुविधा मिल जाएगी।

फैक्ट फाइल

राज्य में राजकीय प्रत्यक्ष प्रभार श्रेणी के मंदिर एवं संस्थान 390

राज्य में राजकीय आत्मनिर्भर श्रेणी के मंदिर एवं संस्थान 200

राज्य में राजकीय सुपुर्दगी श्रेणी के मंदिर 936

अलवर. केन्द्र व राज्य सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले पेट्रोल-डीजल के दाम घटा दिए हैं। इससे उपभोक्ताओं को राहत मिली है। हालांकि हरियाणा और दिल्ली के मुकाबले पेट्रोल-डीजल के दाम करीब 6 रुपए ज्यादा हैं। अलवर जिले में पेट्रोल के दाम 109.11 रुपए और डीजल के दाम 94.22 रुपए प्रति लीटर थे। केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से वैट घटाने के बाद शुक्रवार को पेट्रोल 105.72 रुपए और डीजल 90.98 रुपए प्रति लीटर हो गया है। यानि कि जिले में पेट्रोल पर 3.39 रुपए और डीजल पर 3.24 रुपए दाम घटे हैं।

हरियाणा से खूब हो रही तस्करी

अलवर जिला एनसीआर में शामिल है, लेकिन दिल्ली के मुकाबले अलवर जिले में पेट्रोल-डीजल के दाम काफी अधिक हैं। पड़ोसी राज्य हरियाणा में पेट्रोल और डीजल के दाम कम है। जिसकी वजह से जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के लोग हरियाणा से पेट्रोल-डीजल भरवाते हैं। हरियाणा से रोजाना हजारों लीटर पेट्रोल और डीजल तस्करी कर यहां लाकर बेचा जा रहा है।

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जिले में पेट्रोल-डीजल के दाम (रुपए प्रति लीटर)

पहले -:

पेट्रोल 109.11

डीजल 94.22

अब -:

पेट्रोल 105.72

डीजल 90.98

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जीएसटी में शामिल किया जाए

केन्द्र व राज्य सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दाम जरूर कुछ कम किए हैं, लेकिन इसे जीएसटी में शामिल नहीं किया गया है। हमारी मांग है कि पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में शामिल किया जाए और डीलर्स का कमीशन बढ़ाया जाए।

- हर्षवर्धन सिंह खैरिया, अध्यक्ष, अलवर पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन।

Lok Sabha Elections 2024: आज निर्वाचन आयोग लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा। इसके साथ ही देश में चुनावी आचार संहिता लागू हो जाएगी। आचार संहिता लागू होते ही इसका प्रभाव राजनीतिक दलों, पार्टियों के साथ ही आम जन पर दिखाई देने लगता है।

चुनावी आचार संहिता का पालन करना सभी के लिए जरुरी होता है। आमतौर पर आचार संहिता को केवल राजनीतिक पार्टियों के लिए जरुरी समझा जाता है, लेकिन आज हम आपको बताते है कि आम जन के लिए भी आचार संहिता का पालन करना कैसे जरूरी है।

चुनाव की तैयारियों के लिए राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है और चुनाव की तैयारी में जुट गई हैं। अलवर जिले में इस बार लोकसभा चुनाव 2024 का मुकाबला दिलचस्प होगा। कांग्रेस ने अलवर लोकसभा सीट से मुंडावर विधायक ललित यादव को प्रत्याशी बनाया है वहीं, भाजपा ने भूपेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया है।

चुनाव आचार संहिता कब लागू होती है?
चुनाव आचार संहिता चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही लागू हो जाती है और मतदान के परिणाम आने तक जारी रहती है।
चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने पर क्या होता है?
चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने पर चुनाव आयोग द्वारा उम्मीदवार या राजनीतिक दल को दंडित किया जा सकता है।

चुनाव आचार संहिता में कई काम नहीं होते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख ये हैं।

सरकारी काम

नई योजनाओं की घोषणा या शुरुआत: चुनाव आयोग द्वारा अनुमति प्राप्त योजनाओं को छोड़कर, कोई भी नई योजना शुरू नहीं की जा सकती है।
सरकारी धन का उपयोग: चुनाव प्रचार के लिए सरकारी धन का उपयोग नहीं किया जा सकता है।
सरकारी मशीनरी का उपयोग: चुनाव प्रचार के लिए सरकारी मशीनरी, जैसे कि पुलिस, वाहन, आदि का उपयोग नहीं किया जा सकता है।
लोकार्पण समारोह: चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद कोई भी नया लोकार्पण समारोह आयोजित नहीं किया जा सकता है।

राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों द्वारा
लोकलुभावन घोषणाएं: राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को लोक लुभावन घोषणाएं करने से मना किया जाता है।
धार्मिक स्थलों का उपयोग: चुनाव प्रचार के लिए धार्मिक स्थलों का उपयोग नहीं किया जा सकता है।
जुलूस और रैलियां:चुनाव आयोग द्वारा अनुमति प्राप्त जुलूस और रैलियां ही आयोजित की जा सकती हैं।
मतदाताओं को डराना या धमकाना: मतदाताओं को डराना या धमकाना चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।

आम जनता के लिए

मतदान केंद्रों के आसपास शराब बिक्री पर प्रतिबंध: मतदान केंद्रों के आसपास शराब बिक्री पर प्रतिबंध होता है।
मतदाताओं को डराना या धमकाना: मतदाताओं को डराना या धमकाना चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।
मतदाताओं को प्रलोभन देना: मतदाताओं को वोट देने के लिए प्रलोभन देना चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।

आज कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। करीब 34 लोगों ने जयपुर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की मौजूदगी में बीजेपी पार्टी ज्वाइन की है। इनमें अलवर से कांग्रेस के पूर्व सांसद डॉ करण सिंह यादव और जिला प्रमुख बलबीर सिंह छिल्लर ने भाजपा पार्टी ज्वाइन कर ली है।

डॉ. करण सिंह यादव पहले कांग्रेस में थे, लेकिन अब वह बीजेपी में शामिल हो गए हैं क्योंकि वह कांग्रेस के कामकाज से खुश नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस के नेता अच्छे विकल्प नहीं चुन रहे हैं और इसलिए उन्होंने बीजेपी में जाने का फैसला किया है।

इसलिए छोड़ी BJP

दरअसल, अलवर लोकसभा क्षेत्र से पूर्व सांसद डॉ. करण सिंह यादव टिकट की दावेदारी जता रहे थे, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने युवा नेता व मंडावर विधायक ललित यादव पर भरोसा जताते हुए आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। ललित यादव की उम्मीदवारी के बाद से ही डॉ. करण सिंह यादव ने बगावती तेवर अपना लिए थे।

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इन दिनों खेतों में सरसों की कटाई जोरों पर है, ऐसे में किसानों ने कटाई के साथ ही अपनी सरसों की फसल के बेचान का गुणा-भाग लगाना प्रारम्भ कर दिया है। बाजार में आढत की दुकानों और मण्डी में रोजाना सरसों की आवक प्रारम्भ हो गई है, वहीं किसान सरकारी खरीद की भी बांट देख रहा है। अमूमन 1 अप्रैल से प्रारम्भ होने वाली सरकारी खरीद की तैयारी में सरकारी विभाग जुटे हुए है, जिसकी टेण्डर प्रक्रिया चल रही है।

गत वर्षो में सरकारी सर्मथन मूल्य बाजार मूल्य की अपेक्षा कम रहे, जिसके कारण किसानों का रूझान सरकारी खरीद की तरफ कम रहा, वहीं पिछली बार सरकार द्वारा निर्धारित सरसों का सर्मथन मूल्य 5450 रुपए प्रति क्विंटल बाजार भाव की अपेक्षा थोडा अधिक था, लेकिन बाद में बाजार के भावों में 5800 तक बढोतरी हुई। इस बार सरसों का सरकारी सर्मथन मूल्य 5650 रुपए है, वहीं बाजार में सरसों का मूल्य 5200 रुपए है। जिसके कारण विभागों को सरकारी खरीद की आस जगी है। कुछ किसान तो कटाई के तुरन्त बाद ही सरसों का बेचान कर रहे है तो कुछ भाव बढने और सरकारी खरीद के इंतजार में है। किसानों का मानना है कि सर्मथन मूल्य पर बेचान में पिछले सालों की अपेक्षा थोडा फायदा दिख रहा है, लेकिन बाजार भाव में अगर गत वर्षो की तरह बढोतरी हुई तो बाजार में भेजना ज्यादा फायदेमंद रहेगा, क्योंकि खरीद केन्द्रों पर जिंस को पास और नापास करने सहित भुगतान में देरी जैसी बहुत समस्याएं होती है।

ये है सरसों का गुणा-भाग

कृषि विभाग के आंकडों की माने तो इस बार सरसों की बुवाई गत वर्ष की अपेक्षा बढी है। सहायक निदेशक कृषि सांख्यिकी डाँ अरविन्द कुमार ने बताया कि वर्ष 2023-24 में जहाँ सरसों का बुवाई क्षेत्र अलवर जिलें में 1 लाख 50 हजार हैक्टेयर के लगभग रहा है और इस बार अनुमानित उत्पादन 2 लाख 69 हजार मीट्रिक टन के आस-पास रहेगा। इस बार किसानों से जो रिपोर्ट आ रही है उसमें उत्पादन को अच्छा बताया जा रहा है। सरसों को तरजीह देने का कारण कम मेहनत और कम पानी है। इस बार मौसम की परिस्थितयों के अनुसार गेहूं का उत्पादन अच्छा होने की गुजाइंश है।

व्यापारियों के अनुसार गत वर्षो के सरसों के भावों की बात की जाए तो वर्ष 2022 में सरसों के शुरूआती भाव 6 हजार रुपए प्रति क्विण्टल से प्रारम्भ हुआ और सरसों के दाम 7200 तक पहुंच गए। 2023 के मण्डी भावों की बात की जाए तो 5800 रूपए प्रति क्विंटल रहा। इस बार कंडीशन सरसों के बाजार में शुरूआती भाव 5200 रूपयें है, जिसके आने वाले समय में बढने के आसार है।

सरकारी खरीद की तैयारियां शुृरू, 1 अप्रैल से होगी प्रारम्भ

डिप्टी रजिस्ट्रार कॉ-आपरेटिव सोसायटी गुलाब मीणा बताते है कि 1 अप्रैल से समर्थन मूल्य पर सरसों खरीद प्रारम्भ होगी, जिसके रजिस्ट्रेशन आँनलाईन होगें। 22 मार्च से आँनलाईन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया प्रारम्भ हो जायेगी। इसके लिए टेण्डर प्रक्रिया की जा रही है, जो शीघ्र पूरी हो जायेगी। अभी भावों की बात की जाए तो सरकार द्वारा सर्मथन मूल्य 5650 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है, जो बाजार भाव से फिलहाल ज्यादा है, ऐसे में निश्चित ही इस बार सरसों की खरीद सरकारी केन्द्रो पर होगी। अगर बाजार मूल्य और सर्मथन मूल्य में अन्तर ज्यादा हुआ तो ही सरकारी केन्द्रो पर खरीद ज्यादा हो पायेगी। अगर दोनों का अन्तर बहुत कम हुआ तो किसान सरकारी केन्द्रों की जगह बाजार की ओर रूख करेगें।

देवस्थान विभाग के मंदिरों में विराजमान देव प्रतिमाओं के दर्शन भक्त घर बैठे कर सकेंगे। इसके साथ ही मंदिरों में होने वाली आरती का भी लाइव देख सकेंगे। इसके लिए विभाग की ओर से राज्य के चयनित मंदिरों में सेटअप लगवाया गया हैं। इसमें अलवर शहर में हजारी का मौहल्ला के मथुराधीश मंदिर में भक्तों को ऑनलाइन दर्शन की सुविधा मिलेगी। इसके लिए विभाग की ओर से मंदिर में सीसीटीवी कैमरे लगाकर सेटअप तैयार किया है।
राजस्थान सरकार की ओर से कोविड 19 के मद्देनजर प्रदेश के दो प्रमुख मंदिरों ऋषभदेव व गोगामेड़ी में श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई थी। इसके बाद वर्ष 2023 में राज्य के पांच अन्य प्रमुख मंदिरों में ऑनलाइन दर्शन शुरू किए गए। इसकी सफलता को देखते हुए अब राज्य सरकार की ओर से प्रदेश के 24 मंदिरों में ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था शुरू की जा रही है।


देश-विदेश के भक्त कर सकेंगे दर्शन

मंदिरों के पुजारियों का कहना है कि निजी मंदिरों में प्रतिदिन आरती व श्रृंगार का भक्तों को ऑनलाइन दर्शन करवाया जा रहा है। इससे बुजुर्ग व बीमार भक्त घर बैठे ही भगवान के दर्शन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर ङ्क्षलक भी शेयर किया जाता है। देश विदेश के भक्त मंदिरों से जुड़ रहे हैं। इससे भक्तों की संख्या भी बढ़ी हैं। ऐसे में सरकारी मंदिरों में इस तरह के प्रयास सराहनीय है।

वेबसाइट हुई तैयार, यूट्यूब पर भी होंगे दर्शन
देवस्थान विभाग के निरीक्षक सुमित कुमार ने बताया कि देवस्थान विभाग के चयनित मंदिरों में ऑनलाइन दर्शन की सुविधा शुरू की गई है। इसमें अलवर का एक मंदिर शामिल है इसमें मार्च के अंतिम सप्ताह तक ऑनलाइन दर्शन की सुविधा शुरू हो जाएगी। टेंडर होने के बाद कैमरे भी लग गए हैं। इसके लिए वेबसाइट तैयार की गई है और जल्द ही यूटयूब पर भी सुविधा मिल जाएगी।

फैक्ट फाइल
राज्य में राजकीय प्रत्यक्ष प्रभार श्रेणी के मंदिर एवं संस्थान-390
राज्य में राजकीय आत्मनिर्भर श्रेणी के मंदिर एवं संस्थान-200
राज्य में राजकीय सुपुर्दगी श्रेणी के मंदिर-936

- कैरवाजाट गांव के समीप शुक्रवार दोपहर हुई थी घटना
अलवर. एमआइए थाना इलाके के कैरवाजाट गांव के समीप शुक्रवार को झुलसी महिला की देर रात जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया। दरअसल, महिला ने स्वयं को पेट्रोल छिड़ककर आग लगाई थी। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों से इसकी पुष्टि हो चुकी है। प्रथम दृष्टया पुलिस जांच में मामला प्रेम-प्रसंग का सामने आया है। वहीं, आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। जिसकी जल्द गिरफ्तारी हो सकती है।

जिला पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि उत्तरप्रदेश के एटा जिले के लखनपुरा हाल नाहरपुर-एमआईए अलवर निवासी मधु (30) पत्नी राजेश जाटव शुक्रवार दोपहर कैरवाजाट को जाने वाले रास्ते पर ज्वनशील पदार्थ से गंभीर रूप से झुलस गई थी। जिसे कांस्टेबल कालूराम ने बाइक पर बैठाकर सामान्य अस्पताल पहुंचाया था। प्राथमिक उपचार के बाद महिला को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रैफर कर दिया गया। जहां देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

पेट्रोल की बोतल साथ लेकर आई

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतका के पति राजेश जाटव ने हल्दीना निवासी दिनेश जाटव के खिलाफ उसकी पत्नी को ज्वलनशील पदार्थ डालकर जिंदा जलाने का मामला दर्ज कराया। पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतका मधु और उसके परिचित दिनेश पुत्र छोटेलाल जाटव निवासी हल्दीना के बीच किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। कैरवाजाट को जाने वाले रास्ते पर मृतका अपने परिचित दिनेश से मिलने आई थी। उसने रास्ते में राठी मार्केट स्थित एक दुकान से बोतल में पेट्रोल खरीदा और दिनेश से मिलने पहुंची। इस दौरान दोनों के बीच हुए झगड़े में महिला ने खुद को पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली। सीसीटीवी फुटेज में महिला बोतल में पेट्रोल ले जाती नजर आ रही है। वहीं, दुकान और प्रत्यक्षदर्शियों ने भी इसकी पुष्टि की है।

पहले आग बुझाने के प्रयास किए, हाथ झुलसे तो भागा आरोपी

पुलिस पूछताछ में आरोपी दिनेश जाटव ने बताया है कि मधु का उससे झगड़ा चल रहा था। वह हंगामा करने उसके घर आ रही थी। इसका पता चलने पर वह रास्ते में ही उससे मिलने आ गया। वहां झगड़ा करते हुए अचानक मधु ने पेट्रोल छिड़ककर खुद को आग लगा ली। पहले उसने महिला के कपड़ों और शरीर पर लगी आग को बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग बढ़ती चली गई। जिससे उसे दोनों हाथ झुलस गए। इसके बाद वह घबराकर भाग गया।

अलवर. शहर के 200 फीट रोड स्थित ट्रांसपोर्टर के सूने मकान से चोर ताले तोड़कर लाखों रुपए की नगदी और जेवरात चोरी कर ले गए। घटना के संबंध एनईबी थाने में मामला दर्ज कराया गया है।
जानकारी के अनुसार 200 फीट रोड निवासी मानराज पुत्र नूर मोहम्मद ने पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है कि वह ट्रांसपोर्टर का काम करता है। चाचा का निधन होने पर 12 मार्च को वह परिवार सहित अपने गांव बंदीपुरा-मालाखेड़ा गया था। पीछे से सूना मकान पाकर चोरों ने मेनगेट और कमरों के ताले तोड़ दिए और अंदर घुस गए। इसके बाद अलमारियों को ताले तोड़कर 11 तोला सोना और ढाई किलो चांदी के आभूषण के साथ 2.40 लाख रुपए चोरी कर ले गए। शाम को जब वह वापस घर लौटे तो घर के ताले टूटे मिले और कमरों में सामान बिखरा पड़ा था। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है।
ये सामान चोरी कर ले गए चोर

रिपोर्ट के अनुसार मानराज के घर से चोर 5 तोला सोने की मोहर, दो तोला सोने के गुलबंद, एक तोला सोने का ताबीज, एक तोला सोने के कुंडल, आधा तोला सोने की बाली, आधा किलो चांदी के पायजेब, चांदी की रानीहार, चांदी के दो हथफूल, चांदी का लच्छा, चांदी की चार चेन, चांदी की 12 अंगूठी, चांदी की एक सावनझड़ी, चांदी की एक जोड़ी जस्तबंद, चांदी की दो जोड़ी घड़ी चूड़ी, दो जोड़ी चांदी पायल, दो जोड़ी चांदी के कुंडल और 2 लाख 40 हजार रुपए नकद चोरी कर ले गए।

अलवर। लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी भूपेंद्र यादव ने कांग्रेस पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पेट्रोल पर वैट कम कर जनता को राहत दी है। कांग्रेस सरकार को पहले पत्र लिखे गए, लेकिन इस पर काम नहीं किया। कांग्रेस ने रूमाल-झपट्टा वाली सरकार चलाई है। सरिस्का में ईको जोन पर काम नहीं होने के सवाल पर कहा कि कांग्रेस सरकार ने ये कार्य नहीं होने दिया। अब हमारी सरकार इस पर काम तेजी से कर रही है। चुनावी चंदे के सवाल पर कहा कि ये विषय तथ्यात्मक है। तथ्यों से ही जवाब दिया जाएगा।

गहलोत, पायलट, जितेंद्र को चुनाव में था हार का डर, इसलिए नहीं आए मैदान में

कांग्रेस के बड़े नेताओं के चुनाव में न उतरने के सवाल पर यादव ने प्रेस वार्ता में कहा कि अशोक गहलोत, सचिन पायलट व जितेंद्र सिंह को हार का डर था, इसलिए मैदान में नहीं आए, जबकि उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे खुद कह रहे थे कि बड़े नेता चुनाव लड़ें। कांग्रेस द्वारा बाहरी बताने पर यादव ने कहा कि मैं चुनाव जीतने के बाद अलवर में ही रहूंगा। निवास बनाऊंगा। वैसे जनता के चरणों में ही मेरा निवास है।

अच्छे लोगों का स्वागत

यादव ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार ने मिलकर यहां पानी के लिए स्थाई बंदोबस्त की व्यवस्था कर दी है। बिजली से लेकर अन्य चीजों पर काम हो रहे हैं। आगे भी यही कार्य होते रहेंगे। चुनाव जीतने के बाद पानी, बिजली, लाइब्रेरी स्थापना, विकसित भारत के लिए उद्योगों की स्थापना कराएंगे। पार्टी में कांग्रेसियों के शामिल होने के सवाल पर यादव ने कहा कि अच्छे लोगों का हम स्वागत करते हैं। चाहे कोई भी आए। युवाओं में बढ़ रहे गुटखा-शराब के सेवन प्रयोग पर कहा कि नशामुक्ति की दिशा में कदम उठाएंगे।

 

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सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की पालनहार योजना के तहत वार्षिक सत्यापन नहीं होने से करीब 2 हजार से भी अधिक बच्चों का पालनहार भुगतान अटक गया है। ऐसे में उनको समय पर लाभ नहीं मिल पा रहा है।
गौरतलब है कि विभाग की ओर से पालनहार के सत्यापन का कार्य हर वर्ष किया जाता है, लेकिन इस योजना से जुड़े जिले के 2 हजार 213 बच्चों का भौतिक सत्यापन नहीं हो पाया है। अब यदि समय रहते सत्यापन नहीं करवाया तो सहायता राशि से बच्चे वंचित रह सकते है।


सहायता राशि मिलने का क्या है प्रावधान: विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पालनहार योजना के तहत अनाथ बच्चे, न्यायिक प्रक्रिया से मृत्यु दण्ड, आजीवन कारावास प्राप्त माता पिता के बच्चे, निराश्रित पेंशन पात्र विधवा माता के तीन बच्चे, पुनर्विवाहित विधवा के बच्चे, एचआईवी, एड्स् पीडि़ता माता-पिता के बच्चे, कुष्ठ रोग से पीडि़त माता- पिता के बच्चे, नाता जाने वाली माता के तीन बच्चे, विशेष योग्यजन के बच्चे, तलाकशुदा, परित्यक्ता महिला के बच्चे व सिलिकोसिस पीडि़त माता-पिता के बच्चे इस योजना में सहायता राशि के लिए पात्र होते है।


यह मिलता है लाभ: इस योजना में 0-6 आयु वर्ग के बच्चों के लिए 750 रुपए एवं 6-18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए 1500 रुपए प्रतिमाह राशि सरकार की ओर से दी जाती है। अनाथ श्रेणी में 0-6 आयु वर्ग के बच्चों के लिए 1500 एवं 6-18 आयु वर्ग के बच्चों के लिए 2500 रुपए प्रतिमाह दिया जाता है।
सत्यापन हो तभी मिलेगा पालनहार योजना का लाभ: विभाग के अधिकारियों ने बताया कि योजना में 18 साल तक के अनाथ, एकल महिला की संतान सहित सात श्रेणियों के बच्चों को शिक्षा व पालन पोषण के लिए राज्य सरकार की ओर से आर्थिक मदद की जाती है। योजना में प्रतिवर्ष बच्चों का ई-मित्र के माध्यम से सत्यापन करवाना होता है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से पालनहार योजना के तहत स्कूलों में अध्यनरत बच्चों को वार्षिक सत्यापन करवाना अनिवार्य होता है। बिना इसके छात्रों को सहायता राशि नहीं दी जा सकती है। ऐसे में समय रहते विद्यार्थी का वार्षिक सत्यापन जरूरी है।

बच्चों की स्थिति
जिले में पात्र बच्चों की संख्या- 19 हजार 26
अब तक बच्चों का हुआ भौतिक सत्यापन- 16 हजार 813
भौतिक सत्यापन से वंचित बच्चों की संख्या- 2 हजार 213
ब्लॉक की सत्यापन स्थिति
योजना के सत्यापन में कठूमर-92, लक्ष्मणगढ-195, राजगढ-265, रामगढ-301, रैणी-221, थानागाजी-289, उमरैण-702, गोविन्दगढ-60, मालाखेडा-88 बच्चों की ओर से सत्यापन नहीं कराया गया है।

वार्षिक नवीनीकरण कार्य जारी
वार्षिक नवीनीकरण का कार्य नियमित जारी है। लोगों में जागरूकता के अभाव के कारण जिलें के कई बच्चें ने अब तक नवीनीकरण नहीं कराया है। विभाग द्वारा लगातार लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है। अभी 31 मार्च तक का नवीनीकरण कार्य किया जा रहा है।
अनिल मच्या, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, अलवर

अलवर शहर के 200 फीट रोड स्थित ट्रांसपोर्टर के सूने मकान से चोर ताले तोडकऱ लाखों रुपए की नगदी और जेवरात चोरी कर ले गए। घटना के संबंध एनईबी थाने में मामला दर्ज कराया गया है।

पुलिस ने बताया कि 200 फीट रोड निवासी मानराज पुत्र नूर मोहम्मद ने मामला दर्ज कराया है कि वह ट्रांसपोर्टर का काम करता है। चाचा का निधन होने पर 12 मार्च को वह परिवार सहित अपने गांव बंदीपुरा-मालाखेड़ा गया था। पीछे से सूना मकान पाकर चोरों ने मेनगेट और कमरों के ताले तोड़ दिए और अंदर घुस गए

। इसके बाद अलमारियों को ताले तोडकऱ 11 तोला सोना और ढाई किलो चांदी के आभूषण के साथ 2.40 लाख रुपए चोरी कर ले गए। 14 मार्च की शाम को जब वह वापस घर लौटे तो घर के ताले टूटे मिले और कमरों में सामान बिखरा पड़ा था। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है।


ये सामान चोरी कर ले गए चोर
रिपोर्ट के अनुसार मानराज के घर से चोर 5 तोला सोने की मोहर, दो तोला सोने के गुलबंद, एक तोला सोने का ताबीज, एक तोला सोने के कुंडल, आधा तोला सोने की बाली, आधा किलो चांदी के पायजेब, चांदी की रानीहार, चांदी के दो हथफूल, चांदी का लच्छा, चांदी की चार चेन, चांदी की 12 अंगूठी, चांदी की एक सावनझड़ी, चांदी की एक जोड़ी जस्तबंद, चांदी की दो जोड़ी घड़ी चूड़ी, दो जोड़ी चांदी पायल, दो जोड़ी चांदी के कुंडल और 2 लाख 40 हजार रुपए नकद चोरी कर ले गए।


बहरोड़ कस्बा सहित ग्रामीण इलाकों में लोगों की प्यास बुझाने के लिए बनाई गई प्राचीन बावड़ी व कुएं सूखने से अब वे कचरा पात्र बन गए हैं।
बारिश की कमी व नलकूपों से पानी का दोहन करने से प्राचीन कुएं अपने संरक्षण की लड़ाई लड़ रहे हैं। ऐसे में अब पानी नहीं होने से लोगों ने प्राचीन बावड़ी व कुंओं को कचरागृह बना दिया है।

कस्बे में उपखंड अधिकारी कार्यालय के पीछे फायर स्टेशन के पास स्थित प्राचीन बावड़ी जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के चलते अपना अस्तित्व खो रही है। जो कभी बहरोड़ क़स्बे के लोगों की गर्मी में प्यास बुझाने का कार्य करने वाली प्राचीन बावड़ी के संरक्षण को लेकर जिम्मेदार अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे है। जिसके चलते कस्बे की यह प्राचीन धरोहर अपना अस्तित्व खो चुकी है।

प्राचीन बावड़ी के संरक्षण को लेकर न तो नगरपालिका ने ओर न ही उपखंड प्रशासन की ओर से कभी कोई पहल की गई। जिसके कारण कभी कस्बे के लोगों की गर्मी के दिनों में प्यास बुझाने का कार्य करने वाली यह प्राचीन बावड़ी आज एक कचरा पात्र बनकर रह गई है। इसमें लोगों की ओर से घरों से निकलने वाले कूड़े कचरे को डाला जा रहा है। लेकिन इसके बाद भी इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। यहां स्थित प्राचीन बावड़ी के संरक्षण को लेकर कोई कदम नहीं उठाए जा रहे।

प्राचीन बावड़ी के आसपास वर्तमान में अतिक्रमण हो रहा है।इसके साथ ही इनमें पानी नहीं होने व जलस्तर नीचे चले जाने से इनका अस्तित्व भी कम हो गया।


क्षतिग्रस्त हो गई दीवारें

बावड़ी की दीवारें चारों तरफ से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। ऐसे में यह कभी भी धराशाई हों सकती है।


बावड़ी में डाल रहे कचरा

लोग घरों से रोजाना निकलने वाले कूड़े कचरे को बावड़ी में डालकर उसे भरने में लगे है। कस्बे के लोगों ने बताया कि कभी यह बावड़ी कस्बे के लोगों की गर्मी के दिनों में प्यास बुझाने का कार्य करती थी। इसमें वर्षा का जल संग्रहण करने के लिए रास्ते बनाए गए थे ताकि बरसात का पानी व्यर्थ नहीं बह कर बावड़ी में भर सके और इसका उपयोग गर्मी के दिनों में किया जा सके।

होली के नजदीक आते ही बाजारों में रंग-गुलाल की दुकानें सजने लगी हैं। अलवर शहर के होपसर्कस , घंटाघर, पंसारी बाजार, काशीराम का चौराहा सहित शहर के मॉल में होली के लिए रंग, गुलाल व पिचकारी, मुखौटे, टोपी और हेयर विग का बाजार सज गया हैं। जहां पर बच्चे अपने अभिभावकों के साथ होली का सामान खरीद रहे हैं।
पाइप वाली पिचकारी व पिटठू बैग वाली पिचकारी की बजाय इस बार बाजार तमें बैटरी से चलने वाली पिचकारी लोगों को लुभा रही है। एक बार चार्ज करने के बाद यह घंटे तक काम करती है। होली मिलन समारोह जैसे आयोजनों के लिए गुलाल के सिलेंडर आए हुए हैं, जिनमें एक से पांच किलो तक गुलाल भरा जा सकता है, ये गुलाल एक साथ फेंका जाता है। साथ ही, वाद्ययंत्रों वाली पिचकारी जैसे वीणा, सारंगी व तानपुरा की पिचकारी भी आई हुई है।

होली के लिए आई खास टीशर्ट
होली खेलने के लिए सफेद रंग की टीशर्ट आई हुई है जो बच्चों और बड़ों सभी को पसंद आ रही हैं। इसमें होली मुबारक, बूरा ना मानो होली है जैसे संदेश लिखे हुए हैं। ये टीशर्ट वॉशेबल है। इसे धोते ही रंग भी आसानी से साफ हो जाएगा।
बच्चे खरीद रहे हैं मुखौटा
बच्चें को मुखौटा बहुत पसंद आ रहा है। होली के लिए शेर, भालू, बंदर, बिल्ली, लोमड़ी, रीछ आदि के मुखौटे बहुत पसंद आ रहे हैं। इसके साथ ही कार्टून करेक्टर के मुखौटे भी खूब बिक रहे हैं।

रंग-बिरंगी हेयर विग और टोपी आ रही पसंद
होली पर रंग डलने से बाल खराब हो जाते हैं। इसलिए बालों के लिए खासतौर से हेयर विग आए हुए हैं। पहले काले रंग के हेयर विग पसंद किए जाते थे, लेकिन इस बार रंग-बिरंगे बालों वाले हेयर विग आए हुए हैं, जो बहुत पसंद किए जाते हैं। इसके साथ ही टोपी, पगड़ी भी खासतौर से आई है।

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