अविनाश केवलिया
Lok Sabha Election 2024: किसी ने पांच साल पुरानी तस्वीर पोस्ट कर दी तो किसी ने फिल्मी हीरो के पोस्टर। कोई नेताओं के फर्जी पोस्टर लगाकर शिकायत करने लगा। दरअसल सी-विजिल ऐप आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों पर कार्रवाई करने का सबसे बढ़िया माध्यम बन गया है, लेकिन यहां प्राप्त होने वाली फर्जी शिकायतें भी कम नहीं हैं। हर तीन में से दो शिकायतें जांच में झूठी निकल रही हैं। इसके अलावा जो शिकायतें मिली हैं, उन पर 100 मिनट में कार्रवाई होकर नया रिकॉर्ड बनाया जा रहा है।
शिकायतों का आंकड़ा
- 2943 कुल शिकायतें मिलीं राजस्थान में।
- 1181 सही पाई और कार्रवाई के लिए एक्शन में लिया गया।
- 1125 केस को 100 मिनट में निपटाया गया।
- 95 % एक्युरेसी है इन मामलों में।
वे 10 जिले जहां सबसे ज्यादा शिकायतें हुई
जिले का नाम --- कुल शिकायत ---शिकायत जिन पर काम शुरू हुआ
टोंक ----------- 291 ---220
जयपुर---------- 182--- 91
कोटा ---------- 176--- 77
जोधपुर--------- 176--- 72
हनुमानगढ़ ------161--- 18
दौसा---------- 149---- 42
भीलवाड़ा ------ 121 --- 35
अलवर-------- 117----- 29
सवाई माधोपुर - 114----- 13
श्रीगंगानगर --- 107----- 20
(आंकड़े आचार संहिता लगने से 6 अप्रेल तक के हैं)
झूठी शिकायतों में सवाई माधोपुर व सटीकता में टोंक में अव्वल
झूठी शिकायतों के मामले में सवाई माधोपुर अव्वल है। यहां 90 प्रतिशत शिकायतें झूठी निकली। इसके अलावा श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ में भी करीब 80 से 85 प्रतिशत शिकायतें झूठी मिलीं। टोंक में सबसे ज्यादा और सबसे सटीक शिकायतें सामने आई। यहां 25 प्रतिशत ही शिकायतें झूठी मिली। इसके अलावा अन्य जिलों में 50 प्रतिशत शिकायतें सही नहीं पाई गई।
जोधपुर से शिकायतें बिना आधार की
जोधपुर से कुल 176 शिकायतें सी विजल एप पर मिली इनमें से 72 सही पाई गई। इनमें से 67 पर 100 मिनट में कार्रवाई हो गई। जो 100 से ज्यादा शिकायतें झूठी मिली हैं इनमें अधिकांश बिना तथ्यों की है। कई लोगों ने मसखरी करने के लिए फिल्मी डायलॉग भी लिख दिए हैं।
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