-शहर के नया दरवाजा से लेकर खत्रीपुरा, रेलवे स्टेशन चौराहा से गांधी चौक एवं दिल्ली दरवाजा तक सडक़ का पेचवर्क करने के लिए जिम्मेदारों के पास कंक्रीट नहीं मिली
नागौर. प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री का दौरा हो तो फिर न केवल रातों-रात सडक़ बन जाती है, बल्कि पूरे क्षेत्र को चमका दिया जाता है, लेकिन रामनवमी के पर्व पर गुजरी शोभायात्रा वाले सडक़ों की हालत सुधारने की जहमत नहीं उठाई गई। न केवल पेचवर्क के नाम पर सडक़ों के गड्ढों में पीली मिट्टी भर दी गई, बल्कि सफाई के नाम पर कई जगह एकत्रित कचरा एवं जाम नाली के चलते मार्गोँ पर बहता पानी नजर आया।
पेचवर्क के नाम पर भरी पीली मिट्टी उड़ी
शहर के नया दरवाजा क्षेत्र से खत्रीपुरा तक का रास्तो हो या फिर नया दरवाजा से गांधी चौक और दिल्ली दरवाजा...! हर जगह सडक़ पर हुए गड्ढों में भरी पीली मिट्टी की खानापूर्ति के साथ मार्गों पर फैली गंदगी ने शोभायात्रा में शामिल लोगों को बेहद निराश किया। शोभायात्रा गुजरने वाला एक भी रास्ता पूरी तरह से व्यवस्थित नहीं मिला। लोगों का कहना था कि स्थानीय निकाय के पास पेचवर्क करने के लिए कंक्रीट तक नहीं है क्या...? रास्तों पर भी पूरी तरह से साफ-सफाई करानी चाहिए थी।
नया दरवाजा से अहिंसा सर्किल मार्ग
रामनवमी शोभायात्रा गुजरने वाले प्रमुख मार्गों में अहिंसा सर्किल भी था, लेकिन इस सर्किल के चारों पर हुए गड्ढों में भरी पीली मिट्टी के साथ ही फैली गंदगी की वजह से हालत बेहद खराब नजर आई। शोभायात्रा में शामिल लोग इन गड्ढों की वजह से कई बार असहज नजर आए।
अहिंसा सर्किल से रेलवे स्टेशन चौराहा
अहिंसा सर्किल से रेलवे स्टेशन चौराहा तक सडक़ पर हुए गड्ढों की संख्या करीब एक दर्जन रही। सभी में पीली मिट्टी और सडक़ किनारे पड़ा गंदगी का मलबा पूरे माहौल को खराब करता रहा।
नकास गेट से किले की ढाल
रामनवमी शोभायात्रा इस रास्ते से गुजरी तो यहां पर रहे करीब दो दर्जन गड्ढों में भरी मिट्टी, कई जगह सडक़ पर फैला गंदा पानी, और पानी की वजह से हुए कीचड़ के कारण यात्रा में शामिल लोगों में असंतोष नजर आया।
किले की ढाल से गांधी चौक
किले की ढाल से गांधी चौक पहुंचने तक के रास्तों में कई पर गहरे गड्ढे में भरी पीली मिट्टी, और सडक़ किनारे फैली बेतरतीब गंदगी शोभायात्रा में शामिल लोगों की हालत खराब करती रही। स्थिति यह रही कि गांधी चौक के मुख्य मोड़ पर ही गड्ढा रहा। इसमें भरी पीली मिट्टी लोगों को परेशान करती रही।
गांधी चौक से दिल्ली दरवाजा
गांधी चौक से दिल्ली दरवाजा तक सडक़ पर हुए करीब तीन दर्जन से ज्यादा गड्ढों में पेचवर्क के नाम पर भरी पीली मिट्टी हवा में उड़ती नजर आई। सडक़ किनारे नालियों में जमा गंदगी के साथ फैली दुर्गन्ध से भरे रास्तों ने शोभायात्रा में शामिल लोगों को बेहद पेरशान किया।