>>Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment! | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself. | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Table of Contents
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
तीर्थ गोपीकॉन का आईपीओ खुला Sunday 07 April 2024 06:55 PM UTC+00 Ahmedabad. तीर्थ गोपीकॉन लिमिटेड' इंजीनियरिंग, कंस्ट्रक्शन और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में माहिर है और मुख्य रूप से सड़कों, सीवरेज और जल वितरण परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी एसएमई आईपीओ से 44.40 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बना रही है। कंपनी को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के एनएसई इमर्ज प्लेटफॉर्म पर अपना पब्लिक इश्यू लॉन्च करने की मंजूरी मिल गई है। कंपनी का आईपीओ 8 अप्रैल को सदस्यता के लिए खुलकर 10 अप्रैल,2024 को बंद होगा। कंपनी द्वारा आईपीओ की आय का उपयोग कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों को पूरा करने सहित कंपनी की विस्तार योजनाओं में पूंजीगत निवेश करने के लिए किया जाएगा। इश्यू के प्रमुख प्रबंधक की जिम्मेदारी 'इंटरएक्टिव फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड' द्वारा निभाई जा रही है। कंपनी आईपीओ के तहत कंपनी द्वारा 111 रुपये प्रति इक्विटी शेयर (प्रति इक्विटी शेयर 101 रुपये के प्रीमियम सहित) के भाव पर 10 रुपए फेसवैल्यू के 39.99 लाख फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। कंपनी की योजना इश्यू से प्राप्त 44.40 करोड़ रुपये की राशि का उपयोग करने की है, जिसमें से कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं के लिए 33.40 करोड़ रुपये और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों की पूर्ति के लिए 10.24 करोड़ रुपए उपयोग किए जाएंगे। आवेदन के लिए न्यूनतम लॉट साइज 1200 शेयर है जो प्रति आवेदन 1.33 लाख रुपये के निवेश के बराबर है। आईपीओ में रिटेल निवेशकों के लिए शुद्ध ऑफर के 50% शेयर आरक्षित किए गए हैं। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Weather Update : फिर सक्रिय होगा पश्चिमी विक्षोभ, राजस्थान के यहां होगी बारिश Monday 08 April 2024 01:42 AM UTC+00 Weather Update : पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने से प्रदेश में तापमान फिर से बढ़ने लगा है। रविवार को दिन का तापमान 40 डिग्री तक पहुंच गया है। सबसे अधिक दिन का तापमान फलौदी में 40 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा बाड़मेर में दिन का तापमान 39.9 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, जालौर में 39 और जयपुर में 36.8 डिग्री दिन का तापमान दर्ज किया गया। वहीं, प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बूूंदाबांदी हुई। झालावाड़ जिले में लगातार चौथे दिन भी मौसम खराब रहा। सुबह से बादल छाए रहे। दोपहर बाद खानपुर, सारोला सहित कई क्षेत्रों में बूंदाबांदी हुई। भालता व मनोहरथाना में करीब आधा घंटे बारिश हुई। यह भी पढ़ें : राजस्थान में 10 अप्रेल से फिर बदलेगा मौसम, मेघगर्जन के साथ होगी झमाझम बारिश! जयपुर मौसम केन्द्र के अनुसार, प्रदेश में 10-11 अप्रेल से पूर्वी हवा के प्रभावी होने से दक्षिणी व दक्षिण पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में मेघगर्जन, बारिश की गतिविधियां होने की संभावना है। 13 से 15 अप्रेल के दौरान एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है। इसके प्रभाव से राज्य के कुछ भागों में आंधी-बारिश होने की संभावना है। यह भी पढ़ें : राजस्थान में तूफानी बारिश के बाद अब पश्चिमी हवाओं का रूख रहेगा हावी, जानें मौसम विभाग का ताजा अपडेट | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Lok Sabha Election 2024 : सोनिया-खरगे की जयपुर रैली में नहीं जुटी भीड़, तो अब इस 'स्पेशल प्लान' पर शुरू हुआ काम Monday 08 April 2024 03:33 AM UTC+00 Lok Sabha Election 2024 : कांग्रेस की जयपुर में शनिवार को हुई रैली में उम्मीद के मुताबिक भीड़ नहीं जुटने को कांग्रेस थिंक टैंक ने गंभीरता से लिया है। केंद्रीय नेताओं की जनसभाओं में प्रदेश कांग्रेस की फिर से किरकिरी न हो, इसके लिए अब जिम्मेदारी तय करने का फैसला लिया गया है। रैली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के सामने 6 लोकसभा क्षेत्रों के कांग्रेस नेता भीड़ जुटाने में असफल रहे। इस पर पार्टी के शीर्ष नेताओं ने नाराजगी भी व्यक्त की।
यह भी पढ़ें : आरटीई में एडमिशन को लेकर आ रही ये बड़ी समस्या, हजारों बच्चे रह सकते हैं प्रवेश से वंचित यह भी पढ़ें : नामांकन वापसी से पहले कांग्रेस का बड़ा दांव, राजस्थान की इन दो सीटों पर अब BAP-BJP के बीच सीधा मुकाबला | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
राजस्थान के रण में 11 को आमने-सामने होंगे पीएम मोदी और राहुल गांधी, जानिए पूरा शेड्यूल Monday 08 April 2024 03:34 AM UTC+00 Lok Sabha Elections 2024 : जयपुर। राजस्थान में लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा के स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस सप्ताह फिर राजस्थान आ रहे हैं। पीएम अब तक तीन सभाएं कर चुके हैं। इस सप्ताह उनकी दो सभाएं और एक रोड शो प्रस्तावित है। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी चुनाव प्रचार के लिए पहली बार राजस्थान आ रहे हैं।
2 दिन राजस्थान में रहेंगे पीएम मोदी
यह भी पढ़ें : नामांकन वापसी से पहले कांग्रेस का बड़ा दांव, राजस्थान की इन दो सीटों पर अब BAP-BJP के बीच सीधा मुकाबला
राहुल 11 को फलौदी-अनूपगढ़ में करेंगे चुनावी सभाएंइधर, जयपुर में एक दिन पहले चुनाव घोषणाओं को लेकर न्याय पत्र 2024 जारी करने के बाद कांग्रेस ने नेताओं के चुनावी दौरे के कार्यक्रम तय करना शुरू कर दिया है। केन्द्रीय नेताओं में राहुल गांधी का 11 अप्रेल का दौरा तय किया गया है। राहुल अनूपगढ़ और फलौदी में चुनावी सभाएं कर करीब पांच लोकसभाओं के मतदाताओं को साधने का प्रयास करेंगे। राहुल अनूपगढ़ की चुनावी सभा से श्रीगंगानगर और बीकानेर तथा फलौदी की सभा से जोधपुर, बाड़मेर, पाली लोकसभा क्षेत्रों को लेकर फोकस करेंगे। प्रियंका के दौरे तय करना मुश्किल
यह भी पढ़ें : Senior PTI Exam 2022 : परीक्षा में डमी कैंडिडेट बिठाने वाला मुख्य आरोपी अरेस्ट, SOG को ट्रांसफर होगा केस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
8 April 2024 : व्यस्त हैं, तो सिर्फ एक क्लिक में यहां जान लें राजस्थान सहित देश-दुनिया की बड़ी खबरें Monday 08 April 2024 03:56 AM UTC+00 सुविचार आज क्या खास? - राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का बाड़मेर में चुनावी दौरा आज, गुढ़ामालानी और बाड़मेर में करेंगे सभा, भाजपा प्रत्याशी के लिए मांगेंगे वोट - लोकसभा चुनाव के तहत जारी रहेगा पीएम नरेंद्र मोदी का प्रचार अभियान, आज छत्तीसगढ़ के बस्तर और चंद्रपुर में जनसभा, ाभाजपा प्रत्याशियों के लिए मांगेंगे वोट - भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज दोपहर साढ़े 4 बजे राजस्थान में हनुमानगढ़ के संगरिया में जनसभा को करेंगे संबोधित, इससे पहले उत्तर प्रदेश के रामपुर और बिजनौर में दो जगह करेंगे रैली - यूपी CM योगी आदित्यनाथ का महाराष्ट्र दौरा आज, वर्धा, भंडारा और नागपुर में तीन जगहों पर करेंगे रैली - दिल्ली शराब घोटाला मामले में भारत राष्ट्र समिति (BRS) नेता के. कविता की जमानत याचिका पर राउज एवेन्यू कोर्ट आज सुनाएगी सुरक्षित रखा फैसला, वहीं नियमित जमानत याचिका पर 20 अप्रैल को होगी सुनवाई - दिल्ली सीएम केजरीवाल को सीएम पद से हटाने की मांग वाली याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई आज - रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव आज और कल, दो दिन के चीन दौरे पर, समकक्ष वांग यी से करेंगे मुलाकात, यूक्रेन संकट सहित काइआ अन्य महत्वपूर्ण मसलों पर होगी पर चर्चा - आईपीएल क्रिकेट में आज चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच मुकाबला, चेन्नई स्थित चिदंबरम स्टेडियम पर शाम साढ़े 7 बजे से शुरू होगा मैच काम की खबरें | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
ऐसा शादी का कार्ड जिसे देखकर रिश्तेदारों का घूमा माथा, समझ नहीं आ रहा क्या करें? Monday 08 April 2024 04:02 AM UTC+00 Unique Wedding Card: राजस्थान में कई शादी के कार्ड वायरल होते रहते हैं। सोशल मीडिया पर भी इनदिनों एक ऐसा ही शादी का कार्ड वायरल हो रहा है, जिसे देखकर रिश्तेदार भी माथा पकड़ कर बैठे हैं कि इस शादी में जाएं या नहीं। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
राजस्थान में जापानी टूरिस्ट से पुलिस ने ही कर डाला फ्रॉड! जयपुर से आया हैरान करने वाला मामला Monday 08 April 2024 04:11 AM UTC+00 जयपुर: किसी विदेशी पर्यटक के साथ किया गया किसी भी तरह का व्यवहार राष्ट्रीय चरित्र का विषय होता है क्योंकि वह पर्यटक अपने देश में हमारे देश की वही छवि लेकर जाता है, जैसा उसके साथ भारत में हुआ होता है, बात यह नहीं होती कि ऐसा किस राज्य में हुआ है। गुलाबी नगर में पहले तो ठगों ने और फिर दो पुलिसकर्मियों ने देश के चरित्र पर जो दाग लगाया है, शायद उसकी माफी नहीं है।
गुलाबी नगरी घूमने आए जापानी पर्यटक सासो ताकेसी से 26.50 लाख रुपए सोना ठगी कर और साढ़े पांच लाख रुपए हड़पने वाले आरोपियों को बचाने के मामले में वर्तमान में ज्योति नगर थाने का हेड कांस्टेबल सत्येन्द्र सिंह व विधायकपुरी थाने के कांस्टेबल राजकुमार सिंह को गिरफ्तार किया है। पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने कहा है कि पर्यटकों से ठगी करने वाले बड़ी संख्या में सक्रिय हैं और उनके साथ पुलिसकर्मी भी शामिल हो जाएं तो विश्व स्तर पर गुलाबी नगरी की छवि धूमिल हो जाएगी। दोनों पुलिसकर्मियों ने जापानी पयर्टक से ठगी करने वाले रैकेट का पता चलने के बाद गिरोह को गिरफ्तारी से बचाने की एवज में 7 लाख रुपए वसूल लिए थे।
जोसफ ने बताया कि जापानी पर्यटक सासो ताकेसी ने वर्ष 2023 में जापानी दूतावास के जरिए विधायकपुरी थाने में ठगी की शिकायत भेजी। विधायकपुरी थाने के तत्कालीन हेड कांस्टेबल सत्येन्द्र सिंह को जांच सौंपी गई। आरोपी सत्येन्द्र सिंह ने कुछ माह बाद आरोपियों का पता नहीं चलने की कहकर शिकायत को बंद कर दिया और रिपोर्ट जापानी दूतावास भेज दी।
दूतावास ने मार्च में संपर्क किया, तब पर्यटक थाना पुलिस को दी जांच पुलिस कमिश्नर जोसफ ने बताया कि मार्च के आखिरी सप्ताह में जापानी दूतावास से मैसेज आया और उन्होंने मिलने की बात कही। तब दूतावास अधिकारियों से मुलाकात हुई तो उन्होंने जापानी पर्यटक से ठगी होने के संबंध में बताया। जांच बंद कर देने की बात भी कही। इस पर आरोपी हेड कांस्टेबल से जवाब मांगा तो उसने गैंग का पता नहीं चलने की बात दोहराई। तब एडिशनल डीसीपी नॉर्थ रानू शर्मा व पर्यटक थानाधिकारी धर्म सिंह को जांच के निर्देश दिए गए। दोनों अधिकारियों ने पांच दिन में रैकेट का पता किया और मूलत: सीकर के रामगढ़ सेठान हाल झोटवाड़ा स्थित संजय नगर डी निवासी सरगना असगर खान, हसनपुरा निवासी शरीफ बेग और कय्यूम को गिरफ्तार किया। मामले में एक आरोपी की मृत्यु हो गई। जबकि एक नेपाल भाग गया था।
जापान जाने के बाद भी वसूली के लिए किया था संपर्क, तब की शिकायत
ऐसे खुला मामला
पैसे लौटाते उससे पहले गिरफ्तार आरोपी हेड कांस्टेबल सत्येन्द्र ने कमिश्नर को मामले की जानकारी लगने के बाद आरोपी असगर को ज्योति नगर थाने के पास चाय की थड़ी पर बुलाया और कहा कि मामला आला अधिकारियों तक पहुंच गया है। वह सात लाख रुपए वापस लौटा देगा लेकिन उसका नाम नहीं आना चाहिए। उसके बाद असगर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसे सात लाख रुपए वापस नहीं मिले तो उसने सारा मामला टीम के सामने खोल दिया।
यह भी पढ़ें : चूरू में BJP की डबल हैट्रिक या कस्वां की हैट्रिक? दांव पर है दो दिग्गजों की प्रतिष्ठा, जानें ग्राउंड रिपोर्ट | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Rajasthan : प्रशिक्षु थानेदार फिर फेल- पहला परमवीर चक्र किसको मिला, जवाब सुनकर एसओजी के उड़े होश Monday 08 April 2024 04:15 AM UTC+00 Paper Leak In Rajasthan : स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने रविवार को गिरफ्तार अन्य 10 प्रशिक्षु थानेदारों का डमी साक्षात्कार लिया। इसमें कोई भी भारत में पहला परमवीर चक्र किसको मिला, नहीं बता सका। एसओजी अधिकारियों ने अन्य कई सवाल पूछे...अधिकांश ने आधे से अधिक सवालों के जवाब नहीं दिए। दिए भी तो गलत बताए। हालांकि एसओजी की अभी आरपीए में प्रशिक्षण ले रहे 40 प्रशिक्षु थानेदारों की भूमिका की जांच और की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक परीक्षा से पहले पेपर लेने और डमी अभ्यर्थी बैठकार उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा में चयन होने वाले अभी कई प्रशिक्षु थानेदार और गिरफ्तार होंगे। एसओजी ने प्रशिक्षु थानेदारों से ये सवाल पूछे: सवाल : भारत का पहला परमवीर चक्र किसको मिला? सवाल : अब तक भारत के कितने महापुरुषों को भारत रत्न दिया गया? सवाल : गीतांजलि किसने लिखी? सवाल : जनवरी से दिसम्बर तक माह के नाम अंग्रेजी में लिखें? सवाल : सेवन सिस्टर राज्य कौन से हैं? सवाल : राजस्थान का कौन सा मंत्री ओलम्पिक में पदक विजेता है? यह भी पढ़ें : सोनिया-खरगे की जयपुर रैली में नहीं जुटी भीड़, तो अब इस 'स्पेशल प्लान' पर शुरू हुआ काम यह भी पढ़ें : आरटीई में एडमिशन को लेकर आ रही ये बड़ी समस्या, हजारों बच्चे रह सकते हैं प्रवेश से वंचित | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
ये 5 खाद्य पदार्थ गर्मियों में आपको रखेंगे हाइड्रेटेड और एनर्जेटिक Monday 08 April 2024 04:45 AM UTC+00 | Tags: diet-fitness 5 Foods to Keep You Hydrated in Summer :गर्मी का मौसम (Summer season) आते ही तेज धूप और लू चलने लगती है, जिससे हमारा शरीर थका हुआ और बेजान महसूस करता है। ऐसे में ठंडे रहने के लिए हम AC या ठंडे पेय पदार्थों का सहारा लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो आपको अंदर से ठंडा रखने में मदद करते हैं? जी हां, गर्मियों में हमारे खानपान में थोड़ा बदलाव करके हम न सिर्फ खुद को हाइड्रेट (Hydrate) रख सकते हैं बल्कि तरोताजा और एनर्जेटिक (Energetic) भी रह सकते हैं। तो आइए जानते हैं ऐसे 5 लाजवाब खाद्य पदार्थों के बारे में जिन्हें अपनी गर्मियों की डाइट में शामिल करके आप गर्मी को मात दे सकते हैं: 1. खीरा (Cucumber): खीरा पानी से भरपूर होता है (लगभग 96%) जो आपको हाइड्रेट रखने में मदद करता है। 2. तरबूज, खरबूजा और तरबूज की सब्जी (Melons and Watermelon Sabzi): तरबूज, खरबूजा जैसी खरबूजे की किस्में भी पानी से भरपूर होती हैं और गर्मियों में तरोताजा रखने के लिए बेहतरीन होती हैं। 3. पत्तेदार सब्जियां (Leafy Greens): पालक, लेट्यूस, चौलाई, सरसों का साग जैसी पत्तेदार सब्जियां गर्मियों में खाने के लिए बहुत ही फायदेमंद होती हैं। 4. छाछ (Buttermilk): छाछ न सिर्फ पाचन क्रिया को दुरुस्त रखती है बल्कि गर्मियों में शरीर को ठंडा रखने में भी बहुत कारगर है। 5. पुदीना (Mint): पुदीना एक ठंडी तासीर वाली जड़ी बूटी है जो गर्मियों में सेवन के लिए बहुत ही फायदेमंद मानी जाती है। Tags:
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
एक्शन में राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत, आज सुबह फिर अचानक इस सरकारी महकमे में पहुंचे, कई कर्मचारी—अधिकारी मिले नदारद Monday 08 April 2024 05:11 AM UTC+00 जयपुर। सरकारी मशीनरी एक्टिव रहे और हमेशा काम को लेकर गंभीर रहे। इसे लेकर ब्यूरोक्रेसी के मुखिया मुख्य सचिव सुधांश पंत एक्शन में नजर आ रहे है। पंत की ओर से हर दिन किसी न किसी सरकारी महकमें का अचानक निरीक्षण किया जाता है। कल पंत रोडवेज स्टैंड पर निरीक्षण के लिए अचानक पहुंचे थे तो आज सुबह पंत अचानक जेडीए में पहुंचे गए। सीएस बनने के बाद पंत का जेडीए में यह दूसरा औचक निरीक्षण है। आज सुबह करीब साढ़े नौ बजे सीएस जेडीए के मुख्य भवन पहुंचे। अचानक सीएस के आने से जेडीए में हलचल मच गई। सीएस ने जेडीए में घुसते ही कर्मचारियों की हाजिरी चैक की तो सामने आया कि कई कर्मचारी और अधिकारी तो देर तक ड्यूटी पर ही नहीं आए है। इसके बाद कई कर्मचारी व अधिकारियों को सीएस के दौरे की भनक लगी तो भागते दौड़ते अपने अपने कार्यालय में पहुंचते हुए नजर आए। जिन अधिकारियों के चैंबर खाली नजर आए, उसे देखकर सीएस ने नाराजगी जताई। पहले निरीक्षण में तीन अधिकारियों को किया था एपीओ... मुख्य सचिव सुधांश पंत इससे पहले 23 जनवरी को अचानक जयपुर विकास प्राधिकरण के मुख्यालय पहुंचे थे। इस दौरान सीट से गायब मिले तीन अधिकारियों को पद से हटकर एपीओ कर दिया था। उनमें से एक आईएएस और दो आरएएस अधिकारी थे। आरएएस आनंदी लाल वैष्णव, प्रवीण कुमार और जेडीए सचिव नलिनी कठोतिया (आईएएस) को एपीओ किया गया था। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Sarkari Naukri: इंडियन मर्चेंट नेवी में बंपर भर्ती, 10वीं-12वीं पास भी कर सकते हैं अप्लाई, 90000 मिलेगी सैलरी Monday 08 April 2024 05:11 AM UTC+00 | Tags: jobs Indian Navy Bharti 2024: इंडियन मर्चेंट नेवी में नौकरी करने वालों के लिए काम की खबर है। इंडियन नेवी ने बंपर भर्ती निकाली है, जिसके तहत 4000 पदों पर भर्ती होगी। ये पद विभिन्न विभाग के लोगों के लिए है और ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। आखिरी तारीख (Jobs For 10th Pass)
आयु सीमा (Indian Navy Bharti 2024 Age Limit)
वैकेंसी का विवरण (Indian Navy Jobs Vacancy)
आवेदन शुल्क (Sarkari Naukri)
सैलरी (Indian Navy Jobs Salary)
कैसे करें आवेदन? (Indian Navy Bharti 2024)
Tags:
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
जयपुर में SMS सहित अन्य अस्पतालों में बिगड़े हालात, रेजिडेंट डॉक्टर्स ने कर डाली स्ट्राइक, जानिए..क्या है पूरा मामला Monday 08 April 2024 05:19 AM UTC+00 जयपुर। कांवटिया अस्पताल में खुले में महिला के प्रसव का मामला बढ़ गया है। इस मामले में तीन रेजिडेंट्स को एपीओ किया गया था। जिसके बाद अब सभी रेजिडेंट डॉक्टर स्ट्राइक पर चले गए है। आज सुबह सात बजे से रेजिडेंट्स की ओर से कार्य बहिष्कार कर दिया गया है। ऐसे में एसएमएस मेडिकल कॉलेज से संबंधित सभी अस्पतालों में हालात बिगड़ चुके है। जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स के अध्यक्ष डॉ राजेश कुमावत ने कहा कि जिन पीजी छात्रों पर एकतरफा कार्यवाही की गई है। उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कांवटिया अस्पताल में प्रसव मामले में कमेटी की ओर से एक तरफा कार्रवाई की गई है। ऐसे में अब सभी रेजिडेंट्स को लगता है कि उन्हें कभी भी किसी भी झूठे मामले में फंसाकर सस्पेंड किया जा सकता है। जब कांवटिया अस्पताल में यह वाक्या हुआ था तब उस समय पर मौके पर प्रोफेसर गॉयनोलॉजिस्ट मौजूद नहीं था। पीजी छात्रों को जब पता चला तो उन्होंने तुरंत ट्रॉली भेजी और प्रसूता को लेबर रूम में लिया। इसके बाद प्रसूता का इलाज किया। इसके बाद जच्चा और बच्चा स्वस्थ रहे और इसके बाद दोनों को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई। लेकिन इस मामले में तीन रेजिडेंट्स पर एपीओ की कार्रवाई कर दी गई। आखिर रेजिडेंट्स ने क्या गलती की। पहले भी दो रेजिडेंट्स को किया था एपीओ... जार्ड अध्यक्ष डॉ राजेश कुमावत ने कहा कि पहले भी उनके दो साथियों को एपीओ किया गया था। जो अब तक एपीओ चल रहे है। बता दें कि सचिन शर्मा को गलत ब्लड चढ़ाने के मामले में पहले दो रेजिडेंट्स को एपीओ किया गया था। कुमावत ने कहा कि अब कुल पांच रेजिडेंट्स पर एपीओ कार्रवाई हो चुकी है। ऐसे मे अब जब तक इनके एपीओ आदेश निरस्त नहीं होंगे तब तक रेजिडेंट्स की ओर से अस्पतालों में कार्य नहीं किया जाएगा। रेजिडेंट्स हड़ताल पर रहेंगे। एसएमएस अस्पताल में बिगड़े हालात... एसएमएस अस्पताल में आज सुबह ओपीडी में रेजिडेंट्स डॉक्टर नहीं होने के कारण मरीजों की लंबी कतारें लगी हुई है। सुबह आठ बजे ओपीडी शुरू होने का समय है। ऐसे में आज सोमवार होने के कारण मरीजों की भारी भीड़ अस्पतालों में है। लेकिन रेजिडेंट्स नहीं होने के कारण डॉक्टरों के चैंबर के बाहर मरीजों की लंबी कतारें लगी हुई है। एसएमएस अस्पताल में आज सुबह 9 बजे तक कई ऐसे चैंबर रहे। जहां सीनियर डॉक्टर भी मरीजों को देखने के लिए नहीं पहुंचे। मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा वार्डों में भी रेजिडेंट्स की स्ट्राइक का असर देखने को मिल रहा है। भर्ती मरीजों को ड्रेसिंग व अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जनाना, गणगौरी व अन्य अस्पतालों में भी खासा असर.. एसएमएस मेडिकल कॉलेज से संबंधित जनाना, गणगौरी, कांवटिया, महिला चिकित्सालय सहित अन्य अस्पतालों में भी रेजिडेंट्स स्ट्राइक पर जा चुके है। जिसकी वजह से अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्थाए पूरी तरह पटरी से उतर चुकी है। जनाना, गणगौरी व महिला चिकित्सालय में प्रसुताओं को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रेजिडेंट्स के नहीं होने के कारण महिला मरीजों को परेशानी हो रही है। सीनियर डॉक्टर्स मरीजों को नहीं संभाल पा रहे है, जिसका खासा असर देखा जा रहा है। इनका कहना है.. रेजिडेंट्स स्ट्राइक पर चले गए है। अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था नहीं बिगड़े, इसके लिए हमने सीनियर फैकल्टी को लगाया है। डॉ अचल शर्मा | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
राजस्थान के 11 प्रत्याशी ऐसे... जिन पर दहेज उत्पीड़न से लेकर मॉब लिंचिंग तक के केस, फिर भी चुनावी रण में Monday 08 April 2024 05:19 AM UTC+00 Lok Sabha Elections 2024 : जयपुर। सुप्रीम कोर्ट दागी राजनेताओं के संसद-विधानसभा में प्रवेश पर गंभीरता और सख्ती दिखा रहा है, पर दागियों का राजनीति में प्रवेश रुकने का नाम ही नहीं ले रहा। दाग भी ऐसे, जो समाज के लिए अच्छे नहीं है। एक प्रत्याशी हेट स्पीच, एक गोरक्षा के नाम पर मॉब लिंचिंग और एक आचार संहिता उल्लंघन का आरोपी है तो एक दहेज उत्पीड़न और एक आर्थिक अपराध का दागी है। ऐसे भी है, जिन पर आंदोलन के दौरान हत्या के प्रयास, बलवा व राजकार्य में बाधा के आरोप है। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में शामिल सीटों पर 11 प्रत्याशी ऐसे हैं, जो दामन दागदार होने के बावजूद मैदान में हैं। दागियों को रोकने के लिए नामांकन के शपथ पत्र में मुकदमों का खुलासा करने की अनिवार्यता सुप्रीम कोर्ट ने की। इस पर भी दागियों का लोकतंत्र के मंदिरों में प्रवेश नहीं रुका तो दलों को दागियों को टिकट देने की मजबूरी बताने के लिए विज्ञापन जारी करना अनिवार्य किया। स्वयं दागियों को भी तीन बाद अपने मुकदमों के बारे में विज्ञापन जारी करने की बाध्यता की। इस सबके बावजूद निर्दलीय प्रत्याशियों के साथ ही बड़े राजनीतिक दल भी दागियों को चुनाव मैदान में उतारने से परहेज नहीं कर रहे हैं।
राजनीतिक दल कहते है...जिताऊ है, टिकट देना मजबूरीराजनीतिक दल सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर चुनाव आयोग तैयार प्रारूप में दागियों को टिकट देने की मजबूरी का खुलासा करने के लिए विज्ञापन तो देते हैं, लेकिन अक्सर टिकट देने की मजबूरी बताने के लिए यही कहा जाता है कि प्रत्याशी जिताऊ है और आरोप सही नहीं हैं।
विज्ञापन के नाम पर खानापूर्तिसुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर दागियों के बारे में राजनीतिक दलों व प्रत्याशियों को आपराधिक मामलों को लेकर विज्ञापन देने की अनिवार्यता है, लेकिन विज्ञापन के नाम पर खानापूर्ति ही की जाती है। राजस्थान जैसे हिंदी भाषी राज्यों में भी विज्ञापन अंग्रेजी अखबारों या बढ़ा चढ़ाकर सर्कुलेशन बताने वाले अखबारों में दिए जाते हैं या चुनाव आयोग के प्रारूप के नाम पर तकनीकी भाषा में विज्ञापन दिए जाते हैं। टीवी पर दिखाए जाने वाले विज्ञापन में भी आपराधिक मामलों की सूची को ठीक से नहीं दिखाया जाता और आपराधिक मामले शब्द का इस्तेमाल करने के बजाय प्रारूप सी-2 या अन्य निर्धारित प्रारूप का जिक्र कर सूची दिखा दी जाती है। यह भी पढ़ें : नामांकन वापसी से पहले कांग्रेस का बड़ा दांव, राजस्थान की इन दो सीटों पर अब BAP-BJP के बीच सीधा मुकाबला प्रत्याशियों पर ऐसे हैं दाग-
यह भी पढ़ें : राजस्थान के रण में 11 को आमने-सामने होंगे पीएम मोदी और राहुल गांधी, जानिए पूरा शेड्यूल
इन पर आंदोलन के दौरान मामले दर्ज
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
BJP में शामिल हुए गौरव वल्लभ ने कांग्रेस पार्टी को लेकर कही ये बड़ी बातें? Monday 08 April 2024 05:23 AM UTC+00 Patrika Interview: कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले गौरव वल्लभ ने कहा है कि जिसने सनातन का विरोध किया, प्रभु राम को नकारा, उसका अस्तित्व मिटता रहा है। कांग्रेस का भी यही हश्र होता दिख रहा है। भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार जयपुर आए गौरव वल्लभ ने उन नेताओं को नाकारा-निकम्मा कहा, जिनके कहने पर शीर्ष नेतृत्व गलत दिशा में कदम बढ़ा रहा है। प्रस्तुत है राजस्थान पत्रिका से बातचीत के मुख्य अंश...।
सवाल- कांग्रेस के सनातन विरोधी होने का अहसास कब हुआ ? जवाब- मैंने कांग्रेस के हर शीर्ष नेता को कहा कि सनातन का विरोध करने वालों को हम मौन स्वीकृति नहीं दे सकते। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर जाने का न्योता तक ठुकरा कर कांग्रेस ने घोर पाप किया।
सवाल- आप अडानी के खिलाफ बोलते रहे हैं, तो फिर सुर कैसे बदले? जवाब- मैं अडानी के खिलाफ बोला हूं, लेकिन सेबी की जांच पूरी होने से पहले तक। मुझ पर कांग्रेस ने दबाव बनाया, लेकिन मैंने इस कृत्य को स्वीकार नहीं किया।
सवाल- कांग्रेस नेताओं को कोसने की क्या वजह है? जवाब- सुबह उठते ही मोदी को गोली देने पर बात करते हैं, लंच में राम मंदिर के खिलाफ बोलने का प्लान तैयार करते हैं और शाम को तो जो काम करते हैं, उसे बोल भी नहीं सकता।
सवाल- जिनके खिलाफ आप बोलते रहे, क्या उनके बारे में हाईकमान को बताया था? जवाब- मैंने हर वह बात हाईकमान को बताई, जिससे कांग्रेस को नुकसान हो रहा था। लेकिन दिक्कत तो यह थी कि इस समय कांग्रेस में जो निर्णय ले रहे हैं, वे तो क्लास के मॉनिटर का चुनाव भी नहीं लड़े।
सवाल- भाजपा में आपकी क्या भूमिका रहेगी? जवाब- मेरी जो भी भूमिका होगी, वह केन्द्रीय नेतृत्व तय करेगा। अगले 4-5 दिन में सामने भी आ जाएगा।
सवाल- लोकसभा चुनाव में राजस्थान के बारे में क्या सोचते हैं? जवाब- भाजपा यहां पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ रही है। सभी 25 सीट जीत रहे हैं।
यह भी पढ़ें : राजस्थान में जापानी टूरिस्ट से पुलिस ने ही कर डाला फ्रॉड! जयपुर से आया हैरान करने वाला मामला | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
पर्यावरण की रक्षा करना हमारा सामूहिक दायित्व Monday 08 April 2024 05:28 AM UTC+00 नारायण औषधि समूह की ओर से हरियाली को बढ़ावा देने और बेजुबानों की मदद के लिए मुहिम शुरू की गई है। जयपुर में विभिन्न जगहों पर रविवार को विभिन्न जगहों पर औषधीय ओर फलदार पोधे लगाए। साथ ही भीषण गमी्र में पक्षियों को पानी पिलाने के लिए परिंडा लगाया गया। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार के कई अधिकारी उपस्थित रहे। नारायण औषधि के निदेशक अनिल सिंह ने अपनी पूरी टीम के साथ इस सामाजिक कार्य में भाग लिया। उन्होंने आयुर्वेद में वृक्षारोपण के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि प्राकृतिक औषधियों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। अभियान के तहत नीम और पीपल के पौधे लगाए गए। यह नारायण औषधि प्राइवेट लिमिटेड का पहला सीएसआर कार्यक्रम था। उत्तर प्रदेश से आए आयुर्वेद के अनुभवी जे पी शुक्ला ने पूरी टीम को सम्बोधित किया। इसके साथ ही कंपनी की एनुअल मीटिंग का भी समापन किया गया। अनिल सिंह ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा करना हमारा सामूहिक दायित्व है। वृक्षारोपण करके हम न केवल पर्यावरण को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक स्वस्थ जीवन सुनिश्चित कर सकते हैं। आयुर्वेद में प्राकृतिक औषधियों का उपयोग करके कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। हम लोगों को आयुर्वेद के लाभों के बारे में जागरूक करना चाहते हैं और उन्हें स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। नारायण औषधि एक आयुर्वेदिक दवा निर्माता संगठन हैं। आयुर्वेद के लाभों के बारे में जागरूक करना और उन्हें प्राकृतिक औषधियों के माध्यम से रोगों का इलाज करने के लिए प्रेरित करना है। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
राजस्थान का दिल दहला देने वाला मामला : बेटी की डोली उठाने की चल रही थी तैयारी, तभी घर पर लाया गया पिता का शव Monday 08 April 2024 05:39 AM UTC+00 जयपुर। 15 दिन बाद घर में बेटी की शादी थी। पिता शादी की तैयारियों में लगा था। सभी रिश्तेदारों को समय पर शादी के कार्ड मिल जाए। इसके लिए रात को पिता कार्ड बांटने जा रहे थे। लेकिन उन्हें अहसास नहीं था कि अब वह वापस जिंदा लौटकर घर नहीं जा सकेंगे। बेटी की शादी के कार्ड बांटने निकले पिता की एक्सीडेंट में मौत हो गई। वहीं साथ में बाइक पर सवार भतीजा घायल हो गया। जिसे गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर किया गया है। शादी से पहले परिवार में मातम पसर गया। हादसा आज रात भुसावर इलाके में हुआ। जानकारी के अनुसार बयाना की सुनार गली निवासी होरीलाल उर्फ प्रहलाद पुत्र रामदयाल अपने भतीजे राहुल पुत्र अमर सिंह के साथ बेटी की शादी का निमंत्रण पत्र बांटने बाइक से निकाला था। जहां खेड़ली की तरफ से निमंत्रण पत्र बांटकर वापस घर आते समय छोकरवाड़ा नेशनल हाईवे पर अज्ञात वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। जिससे बाइक पर सवार दोनों ताऊ भतीजा बुरी तरह घायल हो गए। घटना की सूचना पर पहुंची भुसावर थाना पुलिस ने घायलों को हाईवे सेफ्टी एम्बुलेंस की मदद से भुसावर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद होरीलाल को मृत घोषित कर दिया और राहुल का प्राथमिक उपचार कर गंभीर हालत में भरतपुर रेफर कर दिया। आज होगा पोस्टमार्टम.. मृतक होरीलाल के शव को रात को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मोर्चरी में रखवाया गया। आज शव का पोस्टमार्टम होगा। इसके बाद पुलिस की ओर से परिजनों को शव सुपुर्द किया जाएगा। बता दें कि 23 अप्रैल को होरीलाल की बेटी की शादी है। जिसकी तैयारियों को लेकर और निमंत्रण देने के लिए रिश्तेदारी में गए हुए थे। घटना के बाद घर में पूरी तरह कोहरा मच गया और शादी वाले घर में मातम छा गया। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Diabetes को जड़ से खत्म कर सकती हैं ये 3 रोटियां, डाइट में जरूर करें शामिल Monday 08 April 2024 05:43 AM UTC+00 | Tags: diet-fitness Include These 3 Types of Rotis in Your Diet to Control Diabetes : आजकल भारत में डायबिटीज (Diabetic) की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे हर उम्र के लोग इस गंभीर समस्या का सामना कर रहे हैं। डायबिटीज एक गंभीर रोग है जो खराब खानपान और बिगड़ी लाइफस्टाइल (Lifestylr) के कारण हो सकता है। डायबिटीज (Diabetic) के मरीजों के लिए कौन-सी आटे की रोटियां सर्वोत्तम हैं। आधुनिक जीवनशैली के साथ, भारत में डायबिटीज (Diabetic) की बीमारी की भयावह तेजी से फैलाव देखा जा रहा है। यह समस्या अब केवल बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि छोटे गाँवों और गाँवों में भी उसका प्रसार हो रहा है। मधुमेह, जिसे आम भाषा में डायबिटीज (Diabetic) कहा जाता है, न केवल एक बीमारी है, बल्कि एक जीवनशैली की परिणाम है। खराब खानपान और असंतुलित जीवनशैली के कारण, लोग इस रोग के शिकार हो रहे हैं। डायबिटीज (Diabetic) के विकास में खासतौर पर खानपान का महत्वपूर्ण योगदान होता है। यदि व्यक्ति अपने आहार में सुधार नहीं करता, तो उसके शरीर में ब्लड शुगर (Blood sugar) स्तर में बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे विभिन्न समस्याएं हो सकती हैं। यहां, हम जानेंगे कि डायबिटीज (Diabetic) के मरीजों के लिए कौन-से आटे की रोटियां सर्वोत्तम हैं। डायबिटीज के रोगियों को कौनसी रोटी खानी चाहिए? Which Chapati/bread should diabetic patients eat?डायबिटीज के लिए राजगिरा का आटा Rajgira flour for diabetesराजगिरा, जिसे रामदाना और अमरंथ भी कहा जाता है, एक प्राचीन अनाज है जो कई प्रकार के पोषणीय गुणों से भरपूर होता है। यह व्रत के दौरान उपयोग में आता है और डायबिटीज (Diabetic) के रोगियों के लिए भी अत्यंत उपयोगी है। राजगिरा के आटे में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है जिससे शरीर का ब्लड शुगर (Blood sugar) लेवल नियंत्रित रहता है। यह आटा उच्च प्रोटीन और फाइबर का भी अच्छा स्रोत होता है, जो पाचन को सुधारता है और भोजन को संतुलित रखने में मदद करता है। राजगिरा के आटे से बनी रोटियां, चीले, दलिया और लड्डू अत्यंत स्वादिष्ट और पौष्टिक होते हैं। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
हाईटेंशन: 650 करोड़ खर्च की फाइल छह माह से डम्प...पृथ्वीराज नगर में नियमों के फेर में फंसकर रह गए 20 हजार परिवार Monday 08 April 2024 06:02 AM UTC+00 पृथ्वीराज नगर के 20 हजार परिवार नियमों के फेर में फंसकर रह गए हैं। पृथ्वीराज नगर (पीआरएन) की 100 से अधिक कॉलोनियों में लोगों को हाईटेंशन लाइन के नए नियमों को लागू करने और इनको भूमिगत होने का इंतजार है। पीआरएन में 15 हाईटेंशन लाइनें गुजरती हैं। 81 किमी क्षेत्र में ये लाइनें फैली हुई हैं। जैसे-तैसे मामला आगे बढ़ा तो जेडीए में 650 करोड़ रुपए खर्च की फाइल छह माह से डम्प है।
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
सफाई में इंदौर को करें फोलो तो हैरिटेज सहेजना अहमदाबाद से सीखें Monday 08 April 2024 06:15 AM UTC+00 राजधानी जयपुर में रेंगता ट्रैफिक बड़ी समस्या है। सार्वजनिक परिवहन का सीमित दायरा भी शहरवासियों को दर्द देता है। सफाई की बदहाली किसी से छिपी नहीं है और विश्व विरासत सूची में शामिल परकोटा के संरक्षण की भी जरूरत है। क्योंकि कई बार सामने आया है कि जनप्रतिनिधियों की शह पर ही परकोटे पर हथौड़े चल रहे हैं। ऐसे में जयपुर को सफाई व्यवस्था इंदौर से सीखने की जरूरत है। क्योंकि इंदौर पिछले सात वर्ष से सफाई में अव्वल है। वहीं, विरासत को सहेजना अहमदाबाद से सीखना होगा। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
कॉमर्शियल बनते फार्महाउस, गार्डनिंग के साथ मिल रही खेल की सुविधा Monday 08 April 2024 06:17 AM UTC+00 जयपुर। फार्म हाउस में लॉन, स्वीमिंग पूल ही नहीं, अब झरने, बांस की झोपड़ियां व चट्टानें भी देखने को मिल रही है। लोग आलीशान मकानों का मोह छोड़ प्राकृतिक सौन्दर्य से बीच रहना पसंद करने लगे हैं। यही कारण है कि कोविड के बाद पिंकसिटी के आसपास कई फार्म हाउस बन गए, जो लोगों की कमाई का जरिया भी बनते जा रहे हैं। कई फार्म हाउस कॉमर्शियल बन गए हैं। जहां लोगों को गार्डनिंग करवाने के साथ खेल की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जा रही है। फार्म हाउस में बड़ी स्क्रीन पर लोग आइपीएल मैच भी देख रहे हैं। राजधानी के दिल्ली रोड, सुमेल रोड, कानोता डेम के आसपास, आगरा रोड, अजमेर रोड पर ऐसे कई फार्म हाउस है, जहां वीकेंड पर लोगों की भीड़ नजर आती है। कुछ लोग परिवार के साथ वीकेंड फार्म हाउस पर बिता रहे हैं, तो कुछ लोग दोस्तों के समूह में फार्म हाउस पर दिन-रात गुजार रहे हैं। एक फार्म हाउस मालिक ने बताया कि 10 लोगों के एक समूह का एक दिन का खर्चा 8 से 10 हजार रुपए आता है। जहां लोगों को रहने और खेल सुविधा भी मिल जाती है। फार्म हाउस में पेटियो एरिया, क्रिकेट, फुटबॉल जैसे गेम खेलने के साथ स्वीमिंग की सुविधा है, वहीं म्यूजिक व डांस की सुविधा भी लोगों को मिल रही है। बर्थ-डे पार्टी व मीटिंग भी होने लगी स्टेटस सिंबल भी बनते फार्म हाउस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
संतुलित आहार, मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता: टीबी को हराने का ये है कारगर हथियार Monday 08 April 2024 06:18 AM UTC+00 | Tags: health Balanced Diet for Strong Immune System : स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) का कहना है कि संतुलित आहार हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाता है, जिससे तपेदिक (टीबी) जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है। मंत्रालय ने लोगों से पौष्टिक भोजन का चुनाव करने का आग्रह किया है ताकि "#TBMuktBharat" अभियान को सफल बनाया जा सके। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, भारत ने 2025 तक टीबी को खत्म करने का लक्ष्य रखा है, जो 2030 के वैश्विक लक्ष्य से पांच साल पहले है। भारत में टीबी के 28 लाख से भी ज्यादा मामले सामने आए हैं, जो दुनियाभर में टीबी के मामलों का 27 फीसदी है। पिछले महीने, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा था कि साथ मिलकर काम करने से भारत टीबी मुक्त हो सकता है। फरवरी में, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया था कि सरकार देश के 25 लाख टीबी मरीजों के लिए मुफ्त दवाइयां, जांच और पोषण पर सालाना करीब 3,000 करोड़ रुपये खर्च करती है। उन्होंने यह भी बताया कि देश के 10 लाख टीबी मरीजों को सेवाभावी नागरिकों द्वारा अपनाया जा रहा है, जो उन्हें हर महीने पोषण आहार भी उपलब्ध करा रहे हैं। Tags:
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Rajasthan Politics : कांग्रेस के दो प्रत्याशी चुनाव से ऐन पहले रहस्यमयी अंदाज़ से लापता- फोन भी स्विच ऑफ़! Monday 08 April 2024 06:19 AM UTC+00 राजस्थान की बासंवाड़ा-डूंगरपुर सीट पर नामांकन वापसी के आखिरी दिन के आखिरी समय तक अजब-गजब खेला जारी रहा। कांग्रेस आलाकमान ने जहां इस लोकसभा सीट के प्रत्याशी के साथ ही बागीदौरा विधानसभा सीट पर उप-चुनाव के प्रत्याशी के नाम वापसी का ऐलान कर भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) को समर्थन देने का ऐलान किया, वहीं इस घोषणा के बाद से ही इन दोनों सीटों पर खलबली मची रही। 'लापता' प्रत्याशी का मैसेज लोकसभा चुनाव के लिए घोषित कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद डामोर भले ही व्यक्तिगत रूप से देर रात से लापता हैं, लेकिन उन्होंने वर्चुअल रूप से एक संदेश ज़रूर जारी किया है। डामोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लिखा, 'कांग्रेस की आस भरोसा, आत्मसम्मान जिंदा रखने की लड़ाई है। लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। हमारे नेता राहुल गांधी के न्याय यात्रा की लड़ाई है। लड़ेंगे और जीतेंगे।'
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Irregular lifestyle: मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और किडनी रोगों का खतरा बढ़ा Monday 08 April 2024 06:29 AM UTC+00 | Tags: health World Health Day : हमारी जीवनशैली बहुत तेज़ी से बदल रही है। इसका नतीजा ये हुआ है कि हम अपना, अपने स्वास्थ्य का ढंग से ध्यान नहीं रखते। कोरोना पैंडमिक के बाद से ये स्थिति और बिगड़ गई है और इसकी मूल वजह है अनुचित खानपान, अव्यवस्थित जीवन शैली, व्यायाम की कमी, स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही। शुगर, हाई बीपी, हार्ट अटैक व किडनी से संबंधित बीमारियां बढ़ रही है। हर साल हृदय संबंधी बीमारियों की वजह से लाखों लोगों की मृत्यु हो जाती है। ऐसे में बहुत ज़रूरी है कि लोगों को इन बीमारियों के बारे में जानकारी मिले। विश्व स्वास्थ्य संगठन दुनिया भर के लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने हेतु हर साल 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस (World Health Day) मनाता है। अपनी जीवन शैली में बदलाव करना और कुछ स्वस्थ आदतें अपनाने से आपके दिल के दौरे के जोखिम को रोकने या कम करने में काफी मदद मिल सकती है। एक स्वस्थ, संतुलित आहार खाएं (अतिरिक्त फैट/ तेल/ मांस से बचें; हरी सब्जियां, फल, नट्स, मछली अपनी डाइट में शामिल करें)। धूम्रपान और शराब के अधिक सेवन से बचें। फास्ट फूड से दूर रहना चाहिए, बाहर बने खाद्य पदार्थों की अपेक्षा घर में बने खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता देना चाहिए।
Tags:
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
मस्तिष्क रोगों की गुत्थी सुलझाने में मददगार साबित हो सकती है नई तकनीक Monday 08 April 2024 06:42 AM UTC+00 | Tags: health Degenerative Brain Diseases : दक्षिण कोरियाई वैज्ञानिकों की टीम ने एक नई तकनीक विकसित की है जो मस्तिष्क संबंधी बीमारियों का पता लगाने में मदद कर सकती है। ये बीमारियां दिमाग की कोशिकाओं को खराब कर देती हैं, जिनमें अल्जाइमर (Alzheimers disease) और पार्किंसंस रोग (Parkinsons disease) शामिल हैं। स्ट्रोक भी इसी तरह की बीमारी है। इस नई तकनीक को ' न्यूएम' ( न्यूरोनल मेम्ब्रेन-सिलेक्टिव) नाम दिया गया है। यह दिमाग की कोशिकाओं में बदलाव को 72 घंटे तक ट्रैक कर सकती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह तकनीक बीमारी होने पर और स्वस्थ दिमाग दोनों में दिमाग की कोशिकाओं के बदलाव को देखने में मदद करेगी। दिमाग की कोशिकाओं का काम इंद्रियों से दिमाग तक जानकारी पहुंचाना होता है और ये लगातार बदलती रहती हैं। अभी तक दिमाग की कोशिकाओं को ट्रैक करने के लिए जीन और एंटीबॉडी का इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन ये तरीके कम सटीक होते हैं और लंबे समय तक ट्रैक नहीं कर पाते हैं। न्यूएम तकनीक दिमाग की कोशिकाओं के डिजाइन के आधार पर बनाई गई है। यह कोशिकाओं से आसानी से जुड़ जाती है और लंबे समय तक उनकी स्थिति पर नजर रख सकती है। साथ ही इससे दिमाग की कोशिकाओं की हाई रेजोल्यूशन इमेज भी ली जा सकती है। न्यूएम यह बता सकती है कि कौन सी कोशिकाएं पुरानी हो रहीं हैं और कौन सी खराब हो रही हैं। इससे दिमाग की बीमारियों को समझने और उनका इलाज खोजने में मदद मिलेगी," डॉ. किम यून क्यूंग ने बताया। वह कोरिया इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (KIST) के ब्रेन साइंस इंस्टीट्यूट में हैं। आने वाले समय में वैज्ञानिक न्यूएम को और बेहतर बनाना चाहते हैं ताकि दिमाग की कोशिकाओं का और भी सटीक विश्लेषण किया जा सके। Tags:
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
कल चांद दिखा तो ईद-उल-फितर परसो, अलविदा माह-ए-रमजान की घड़ी नजदीक Monday 08 April 2024 06:49 AM UTC+00 इमरान शेख़ इसी वजह से सऊदी अरब में ईद का चांद आज सोमवार की शाम को भी नजर आ सकता है। ज्यादा संभावना 9 अप्रेल की शाम को ईद का चांद नजर आने की है। क्योंकि 30 रमजान से ज्यादा कभी नहीं होते हैं। अरब देशों में ईद एक दिन पहले मना ली जाती है। क्योंकि वहां टाइम जोन की वजह से शाम को चांद एक दिन पहले ही नजर आ जाता है। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Rajasthan Politics : राजस्थान में आज आ रहे BJP के ये 'टॉप' स्टार प्रचारक, पार्टी पक्ष में बनाएंगे माहौल Monday 08 April 2024 07:06 AM UTC+00 लोकसभा चुनाव की तारीखें नज़दीक आने के साथ ही राजस्थान में भी सियासी पारा गर्माता जा रहा है। खासतौर से स्टार प्रचारकों के बढ़ते दौरे इस गर्माहट के पैमाने को और ज़्यादा गरम कर रहे हैं। इसी क्रम में आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा प्रदेश दौरे पर आ रहे हैं। वे यहां हनुमानगढ़ के संगरिया में जनसभा कर अपने भाषण से विरोधियों को निशाने पर लेंगे और साथ ही पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में वोट अपील करेंगे। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
दुनिया के सबसे उम्रदराज व्यक्ति ने बताया लंबी उम्र का राज, हर शुक्रवार को खाते हैं सिर्फ ये दो चीज Monday 08 April 2024 07:22 AM UTC+00 | Tags: health World's oldest Briton, 111-year-old John Tinniswood :दुनिया के सबसे उम्रदराज ब्रिटेन के 111 साल के जॉन टिनिसवुड ने बताया है कि उनकी लंबी उम्र का राज सिर्फ "किस्मत" है और उनकी डाइट का कोई खास राज नहीं है - हालांकि उन्हें हर शुक्रवार को मछली और चिप्स (Fish and chips) खाना बहुत पसंद है। टिनिसवुड (Tinniswood) , जो 50 साल से ज्यादा समय से रिटायर हैं, उन्हें ये खिताब 114 साल के वेनेजुएला के जुआन विसेंट पेरेज़ मोरा के दुनिया छोड़ने के बाद मिला है। टिनिसवुड ने बताया लंबी उम्र का राज Tinniswood reveals the secret of long lifeटिनिसवुड (Tinniswood) का जन्म 1912 में उत्तरी इंग्लैंड के मर्सीसाइड में हुआ था। वह रिटायर्ड अकाउंटेंट और पूर्व डाक विभाग कर्मचारी हैं. उन्होंने लंबी उम्र का राज पूछने पर जवाब दिया, "आप या तो लंबे समय तक जिएंगे या कम, और आप इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कर सकते।" गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Guinness World Records) ने एक बयान में कहा कि टिनिसवुड (Tinniswood) के दावे का मूल्यांकन उनके विशेषज्ञों और गेरोंटोलॉजी रिसर्च ग्रुप द्वारा किया गया था, जो दुनिया के "सुपरसेंटेनरियन" (Supercentenarian) (110 साल से ज्यादा उम्र वाले लोग) को मान्यता देता है। सबसे ज्यादा उम्र जीने वाले व्यक्ति जापान के जिरोमोन किमुरा थे The oldest person to live was Jiromon Kimura of Japan.सबसे ज्यादा उम्र जीने वाले व्यक्ति जापान के जिरोमोन किमुरा (Jiromon Kimura) थे, जो 116 साल 54 दिन जिए। दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला और कुल मिलाकर सबसे उम्रदराज इंसान स्पेन की मारिया ब्रान्यास मोरेरा हैं, जिनकी उम्र 117 साल है। टिन दुनिया के बारे में थोड़ा संतुलित नजरिया रखते हैं। उन्होंने कहा, "दुनिया अपने आप में हमेशा बदल रही है। यह एक तरह का चलता हुआ अनुभव है... यह थोड़ा बेहतर हो रहा है लेकिन अभी बहुत ज्यादा नहीं। यह सही दिशा में जा रहा है।" Tags:
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Delhi School Admission 2024: कक्षा 6 और 9 के लिए आज से शुरू रजिस्ट्रेशन प्रोसेस, नोट कर लें ये लिंक Monday 08 April 2024 07:51 AM UTC+00 | Tags: education Delhi School Admission 2024: आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कक्षा 6 से कक्षा 9 तक में प्रवेश पाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का लिंक खुलेगा। यदि आप भी अपने बच्चों का एडमिशन यहां के सरकारी स्कूल में कराना चाहते हैं तो लिंक ओपन होने के बाद अप्लाई करना शुरू कर दें। जानकारी के मुताबिक, यह प्रवेश तीन चरणों में होंगे, आज से पहले चरण की शुरुआत है। अप्लाई करने की अंतिम तारीख (Delhi School Admission 2024 Last Date)
दिल्ली के सरकारी स्कूल में एडमिशन पाने के लिए उम्र सीमा (Age Limit Delhi Schools)
यह भी पढ़ें- एक बार फिर गुलजार हुआ कोटा शहर, हजारों की संख्या में एडमिशन लेने पहुंचे छात्र कक्षा 8 में प्रवेश पाने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 12 वर्ष है और अधिकतम आयु सीमा 14 वर्ष से कम निर्धारित की गई है। कक्षा 9 में प्रवेश पाने के लिए न्यूनतम आयु 13 वर्ष एवं अधिकतम आयु 15 वर्ष से कम होनी चाहिए।
तीन चरणों की तारीखों को नोट कर लें (Delhi School Admission 2024)पहला चरण
दूसरा चरण
तीसरा चरण
अधिक जानकारी के लिए और रजिस्ट्रेशन करने के लिए edudel.nic.in. पर क्लिक करें Tags:
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Fake NCERT Books: क्या आपके बच्चे भी नकली किताबों से पढ़ रहे हैं?...भविष्य और सेहत पर पड़ सकता है असर Monday 08 April 2024 08:12 AM UTC+00 | Tags: education How To Check Fake NCERT Books: नए सत्र की शुरुआत हो चुकी है। इसी के साथ किताबों के बाजार भी गुलजार हो गए हैं। अप्रैल से मई के महीने में लगभग हर किताब की दुकानों पर भीड़ दिखाई देती है। किताब खरीदने की इन्हीं आपाधापी के बीच कई लोग असली-नकली की जांच नहीं कर पाते हैं। हाल ही में दिल्ली के बाजारों से NCERT की नकली पुस्तकें बेचने के मामले सामने आए हैं। ऐसे में सभी अभिभावकों से यह अनुरोध किया जाता है कि वो अपने बच्चों के लिए NCERT की किताब खरीदने जाएं तो उसकी अच्छे से जांच कर लें। आज की इस खबर में हम जानेंगे कि कैसे एनसीईआरटी की किताबों की जांच (How To Check NCERT Books) करें।
नकली किताबों के नुकसान (Fake NCERT Books)
कैसे पता करें किताब नकली है या असली? (How To Check NCERT Books)
Tags:
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
गर्मियों में जल्दी कमर को पतला करने के लिए बेस्ट है ये हाइड्रेटिंग फूड्स Monday 08 April 2024 09:06 AM UTC+00 | Tags: weight-loss वजन घटाने के लिए खीरा : Cucumber for weight loss
वजन घटाने के लिए तरबूज Watermelon for weight loss
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
सावधान! राजस्थान में अगले 72 घंटे में तापमान होगा 40 डिग्री पार, भीषण गर्मी से तपेंगे ये शहर Monday 08 April 2024 09:17 AM UTC+00 Rajasthan Weather : राजस्थान में पिछले हफ्ते पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिला। हल्की बारिश और गरज के साथ मौसम बदला था। तापमान में कमी देखने को मिली। लेकिन अब मौसम विभाग ने आगामी 72 घंटों के लिए अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी 72 घंटों में राजस्थान के ज्यादातर जिलों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार रहने वाला है। ऐसे में इन शहरों के लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है।
अधिकतम तापमान 40 डिग्री पार
मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 72 घंटे में फलौदी का तापमान 40 डिग्री पार रह सकता है वहीं, जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर और नागौर में भी तापमान 40 डिग्री के आसपास रहेगा। राज्य के जोधपुर, कोटा, जयपुर और भरतपुर संभागों में अधिकतम तापमान 34-39 डिग्री ही रहेगा वहीं, उदयपुर संभाग में अधिकतम तापमान सामान्य से काफी नीचे 33-35 डिग्री रहने की संभावना है। हालांकि राज्य में आगामी पांच दिन हिटवेव से राहत मिलेगी।
यह भी पढ़ें : बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री आज आ रहे राजस्थान, जानें क्यों उठ रही अरेस्ट करने की मांग? | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Watch Video: Government Hospitals में एक बार फिर हड़ताल की मार, Residents Doctors को लगता है कि उन्हें कभी भी... Monday 08 April 2024 09:23 AM UTC+00 जयपुर। कांवटिया अस्पताल में खुले में महिला के प्रसव मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में तीन रेजिडेंट्स को एपीओ किया गया था। इसके विरोध में रेजिडेंट्स डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए हैं। आज सुबह सात बजे से रेजिडेंट्स की ओर से कार्य बहिष्कार कर दिया गया है। एसएमएस मेडिकल कॉलेज से संबंधित सभी अस्पतालों में हालात बिगड़ चुके हैं। जयपुर एसोसिएशन आॅफ रेजिडेंट्स डॉक्टर्स के अध्यक्ष डॉ. राजेश कुमावत ने चेतावनी दी है कि पीजी छात्रों पर एकतरफा कार्यवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कांवटिया अस्पताल में प्रसव मामले में कमेटी की ओर से एक तरफा कार्रवाई की गई है। ऐसे में अब सभी रेजिडेंट्स को लगता है कि उन्हें कभी भी किसी भी झूठे मामले में फंसाकर सस्पेंड किया जा सकता है। कांवटिया अस्पताल में जब यह वाक्या हुआ था, तब उस समय पर मौके पर गायनोलॉजिस्ट मौजूद नहीं था। पीजी छात्रों को जब पता चला तो उन्होंने तुरंत ट्रॉली भेजी और प्रसूता को लेबर रूम में लिया। इसके बाद प्रसूता का इलाज किया। इसके बाद जच्चा और बच्चा स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई। इसके बाद भी तीन रेजिडेंट्स पर एपीओ की कार्रवाई कर दी गई। आखिर रेजिडेंट्स ने क्या गलती की। जार्ड अध्यक्ष डॉ. कुमावत ने कहा कि पहले भी उनके दो साथियों को एपीओ किया गया था। जो अब तक एपीओ चल रहे हैं। बता दें कि सचिन शर्मा को गलत ब्लड चढ़ाने के मामले में दो रेजिडेंट्स को एपीओ किया गया था। कुमावत ने कहा कि अब तक पांच रेजिडेंट्स पर एपीओ कार्रवाई हो चुकी है। ऐसे मे जब तक इनके एपीओ आदेश निरस्त नहीं होंगे, तब तक रेजिडेंट्स हड़ताल पर रहेंगे। एसएमएस अस्पताल में लगीं मरीजों की कतारों एसएमएस अस्पताल में आज सुबह ओपीडी में आज सोमवार होने के कारण मरीजों की भारी भीड़ हो रही है। रेजिडेंट्स के कार्य बहिष्कार के चलते डॉक्टर्स के चैंबर के बाहर मरीजों की लंबी कतारें लगी हुई है। एसएमएस अस्पताल में सुबह 9 बजे तक अधिकांश चैंबर में सीनियर डॉक्टर्स भी नदारद रहे। कई सीनियर डॉक्टर्स देर से पहुंचे। उसके बाद मरीजों को देखा, लेकिन लंबी कतार होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा वार्डों में भी रेजिडेंट्स की हड़ताल का असर देखने को मिल रहा है। भर्ती मरीजों को ड्रेसिंग के लिए इंंतजार करना पड़ रहा है। एसएमएस मेडिकल कॉलेज से संबंधित जनाना, गणगौरी, कांवटिया, महिला चिकित्सालय सहित अन्य अस्पतालों में भी रेजिडेंट्स हड़ताल पर है। जनाना, गणगौरी व महिला चिकित्सालय में प्रसुताओं को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रेजिडेंट्स के नहीं होने के कारण महिला मरीजों को परेशानी हो रही है। सीनियर डॉक्टर्स मरीजों को नहीं संभाल पा रहे हैं, जिसका खासा असर देखा जा रहा है। रेजिडेंट्स स्ट्राइक पर चले गए है। अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था नहीं बिगड़े, इसके लिए हमने सीनियर फैकल्टी को लगाया है। अधीक्षक, एसएमएस अस्पताल, जयपुर | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
जिंदगी की असलियत समझनी है तो अध्यात्म को जानना होगा Monday 08 April 2024 09:30 AM UTC+00 | Tags: astrology-and-spirituality बहुत बड़ी तादाद होती है ऐसे लोगों की जो अपनी ज़िंदगी से लगभग संतुष्ट होते हैं। 'लगभग' शब्द ऐसा है उन्हें अपनी ज़िंदगी से शिकायतें तो रहती हैं। ऐसे कम ही लोग मिलेंगे जिन्हें ज़िंदगी से कोई शिकायत नहीं, कोई अप्रसन्नता नहीं लेकिन उनकी शिकायतें बड़ी मद्धम होती हैं, खौलती, दहकती, लपट देती शिकायतें नहीं होती उनके पास। तो वो खींझते रहते हैं, चिढ़ते रहते हैं पर उनकी खींझ, उनकी चिढ़ कभी भी क्रांति या विद्रोह नहीं बनती। ये शब्द ही अलग-अलग आयामों के हैं, कहाँ खींझ और चिढ़ जो हम ज़्यादातर लोगों में देखते हैं और कहाँ विद्रोह और क्रांति। अधिकांश लोग अपनी ज़िंदगी से थोड़ा बहुत गिला-शिकवा रखते हुए भी लगभग संतुष्ट होते हैं। उनसे अगर कहा जाए कि, तुम बीच-बीच में असंतुष्टि दिखा देते हो, अपनी किस्मत को कोसने लग जाते हो, तुम अपनी ज़िंदगी वाकई बदलना चाहते हो क्या?" तो कहेंगे — "हाँ साहब, ये समस्या है, ठीक नहीं चल रहा है, ये गड़बड़ है, परेशान रहता हूँ, ज़िंदगी बदलनी है।" और ज़िंदगी को बदलने के लिए जो श्रम लगना है जैसे ही उसकी आप बात करेंगे वैसे ही ये जनाब कदम पीछे खींच लेंगे। क्योंकि जैसा हम कह रहे थे कि इनके पास बस गुनगुनी सी खींझ है, ऐसी ज्वाला नहीं जो इनकी शिकायतों को पूरी तरह भश्मीभूत कर दे तो ये लगभग संतुष्ट की श्रेणी में है, इनका जीवन जैसा चल रहा है वैसा ही चलता रहेगा। जैसे कि कोई गाड़ी जो खटर-पटर आवाज़ तो बहुत करती हो लेकिन उस खटर-पटर आवाज़ के साथ ही वो सड़क पर चली जा रही हो, ये गाड़ी ना तो अपनी खटपट छोड़ेगी, ना इसके पुर्जों से जो चूँ-चाँ हो रही है वो खत्म होगी और ना ही इसका मालिक इस गाड़ी को सड़क से उतारेगा। उसका इस गाड़ी को छोड़ने का कोई इरादा नहीं है, हालाँकि वो इस गाड़ी में बैठे-बैठे चिढ़ता बहुत रहता है, शिकायतें बहुत करता रहता है कि, "अरे! ये देखो, कभी टायर पंचर हो गया, कभी इंजन गर्म हो गया, कभी धुँआ ज़्यादा फेंक रही है", कभी कुछ-कभी कुछ। ये वो सब शिकायतें करता रहेगा पर इस गाड़ी को ना तो पूरी तरह सुधारने की कीमत उसे अदा करनी है और ना ही इस गाड़ी से आगे बढ़कर कुछ और पाने का उसका कोई इरादा ही है। ये गाड़ी चलती रहेगी। अधिकांश लोगों की ज़िंदगियाँ ऐसी होती हैं, उनकी गाड़ियाँ चलती रहती हैं ,दुःख हैं पर इतने नहीं हैं कि दम घोंट दे। वो हैं पर इतने नहीं हैं कि प्राण उनसे मुक्ति के लिए छटपटाने लग जाए। तो हम उनको साथ लिए-लिए भी जी लेंगे जैसे कि कोई पुरानी बीमारी हो जिसके साथ सह-अस्तित्व की आपने आदत बना ली हो, समझौता कर लिया हो। ऐसा होता है ज़्यादातर लोगों का जीवन। इसीलिए ज़्यादातर लोगों की ज़िंदगी में कभी कोई अध्यात्मिक क्रांति होने नहीं पाती। अब क्या करें? अब एक तो तरीका ये है कि आपका जो निजी जीवन चल रहा है जिसको आप कह रहे हैं कि, "करीब-करीब ठीक चल रहा है, कोई ख़ास दुःख, अफसोस वगैरह नहीं है मुझे", अचानक आपके ऊपर कोई आपदा ही टूट पड़े।अध्यात्म में कोई किसी के दुर्भाग्य की कामना क्यों करे? पर अक्सर आध्यात्मिक जागरण इस जगह से शुरू होता है कि आपकी ठीक-ठाक ज़िंदगी चली जा रही थी, अचानक उस ज़िंदगी में कुछ अनहोनी घट गई। और वो जो फिर अनहोनी घटना होती है वो आपके जीवन को एक नई, साफ, ज़्यादा ईमानदार दृष्टि से देखने को मजबूर कर देती है। आपको विवश कर देती है कि आप वो प्रश्न पूछें जो आपने पहले कभी पूछे नहीं थे। वो प्रश्न कभी उठते भी थे तो या तो बेईमानी के चलते या आलस्य के चलते आपने उनको दबा दिया था। ये पहला मार्ग हुआ अनहोनी का, दुर्भाग्य का, आपदा का, कुसंयोग का। ये मार्ग ज़्यादातर लोगों पर आता नहीं है, और जैसे-जैसे समय बढ़ता जा रहा है विज्ञान, तकनीक, आधुनिक चिकित्सा, अर्थव्यवस्था ये सब सुनिश्चित करे दे रहे हैं कि आकस्मिक आपदाएँ तो अब लोगों पर कम-से-कम ही आती हैं। कुछ हो भी जाए तो उसके पीछे कोई-न-कोई आपने सामाजिक या आर्थिक सहारा वगैरह खड़ा कर रखा होता है । पहले बीमारियाँ लग जाती थीं और बीमारियाँ इतनी कठिन और दुर्निवार होती थीं कि अच्छे-अच्छों की अक्ल ठिकाने ले आ दें। अब बीमारियाँ या तो लगेंगे नहीं क्योंकि टीकाकरण हो जाता है, दवाइयाँ हैं या कभी बीमारी लग भी गई तो अस्पताल बड़े हैं, चिकित्सा शास्त्र ने प्रगति कर ली है, आप ठीक हो जाते हैं। दुनिया भर में आदमी की औसत आय भी बढ़ती जा रही है और औसत आयु भी। आज दुनिया का औसत आदमी जितना कमाता है उतना कभी नहीं कमाता था, और आज दुनिया के औसत आदमी की जितनी आयु रहती है, जितनी उम्र तक वो जीता है उतना वो कभी नहीं जीता था। तो अब फिर क्या तरीका बचता है अपनी 'लगभग' ठीक-ठाक चल रही ज़िंदगी में अचानक उठ बैठने का? एक रास्ता हुआ डाकू रत्नाकर का। उसका क्या रास्ता है? उसकी ज़िंदगी भी बढ़िया चल रही थी। रत्नाकर डाकू जिसे वाल्मीकि के नाम से जानते हैं। बढ़िया चल रही थी ज़िंदगी। जंगल पर उसका एकछत्र राज्य था। आते-जातों को लूटता था और बड़ा डाकू था ! देश थर्राता था उससे। कहा जाता है कि सिपाही भी उसके इलाके से गुज़रने से कतराते थे, बढ़िया उसकी ज़िंदगी चल रही थी ठीक वैसे जैसे कि आज के अधिकांश लोग दावा करेंगे कि हमारी ज़िंदगी कैसी चल रही है। ठीक-ठाक चल रही है। कुछ छोटे-मोटे कष्ट, असुविधाएँ उसको भी रहे होंगे कि, "भाई जंगल से गुज़रता हूँ मच्छर काट लेते हैं या कि अर्थव्यवस्था में मंदी चल रही है आजकल सेठों ने जंगल से गुज़रना ज़रा कम कर दिया है। गुज़रते भी हैं तो उनके पास दो चार सिक्के निकलते हैं बस।" तो इस तरह की छोटी-मोटी दो-चार तकलीफें वो भी कह देता होगा पर कुल मिला-जुला करके ठाठ थे। अब ये जो मस्त चलती ज़िंदगी थी, इसमें अचानक अवरोध आया बल्कि ये कहिए कि उसने अवरोध को आमंत्रित किया। तो ये एक तरीका है कि तुम अपनी मस्त चलती ज़िंदगी में एक अवरोध को आमंत्रित ही कर लो। कैसे आमंत्रित किया? कहते हैं कि एक दिन कोई जंगल से एक साधु गुज़र रहे थे। कोई कहता है नारद ही गुज़र रहे थे। तो ये जो साधु महाराज गुज़र रहे थे, इनको लूटने के लिए भी डाकू खड़ा हो गया। तो वो हँसने लग गए। बोले – "मेरे पास है क्या? जो कुछ है ले लो तुम, पर ये बता दो कि ये जो तुम कर रहे हो ये किसके लिए कर रहे हो?" बोला – "अपने लिए कर रहा हूँ।" "परिवार है, पत्नी है; कुछ अपने लिए करते हैं, कुछ उनके लिए करते हैं।" साधु ने कहा – "बढ़िया है, जो कर रहे हो, करे चलो। बस एक काम करना, घर जाना और अपने परिवार से पूछ कर आना कि ये सब जो तुम कर रहे हो जब इसका अंजाम मिलेगा, कर्मफल मिलेगा, एक नर्क में सड़ोगे तुम तो क्या घर वाले भी तुम्हारा साथ देंगे?" तो कुपित हो गया रत्नाकर। बोला – "सब साथ देंगे, क्यों नहीं देंगे? जो करता हूँ उन्हीं के लिए करता हूँ। गर्दन काटता हूँ, उन्हीं के लिए काटता हूँ। पाप है, उन्हीं के लिए करे हैं। सब साथ देंगे मेरा।" साधु लगा हँसने, बोला – "सब साथ देंगे तो बढ़िया बात है। तुम्हारा खड्ग मेरी गर्दन, उड़ा देना। इतनों की तुमने हत्या की है मेरी भी कर देना और मैं यही प्रतीक्षा करूँगा। साधु डरता नहीं, भागता नहीं। तुम घर जाओ और पूछ कर आओ। अगर घर वाले कहते हैं कि जैसे उन्होंने कर्म को भोगने में तुम्हारा साथ दिया है वैसे ही कर्मफल को भोगने में तुम्हारा साथ देंगे, तो फिर तुम्हारी तलवार और मेरी गर्दन, मैं यहीं प्रतीक्षा करूँगा।" रत्नाकर घर जाता है, सामने पत्नी। वो सवाल वो पत्नी से कर लेता है जो कभी करा ही नहीं था, खुशहाल चल रही थी ज़िंदगी। जब ज़िंदगी खुशहाल चल रही होती है तो उसमें बहुत सवाल-जवाब किए नहीं जाते। भाई जब सब कुछ अच्छा ही चल रहा है तो जाँच-पड़ताल क्या करनी! जब सब अच्छा चल रहा होता है तो कौन परतें उधेड़-उधेड़कर देखे कि नीचे क्या है। गाड़ी बढ़िया चल रही है न, कौन फिर उसका हिस्सा-दर-हिस्सा खोले, सब कलपुर्ज़े जाँचे। गाड़ी की भी जाँच-पड़ताल आप तब करते हैं जब उसमें कोई आपको कमी, दिक्कत, तकलीफ पता चलती है। शरीर की जाँच भी तभी कराते हैं जब कोई बीमारी आती है, नहीं तो कौन जाता है स्वस्थ शरीर की जाँच कराने। तो जो महत्वपूर्ण प्रश्न होते हैं जीवन के वो हम कभी पूछते नहीं। रत्नाकर ने भी अपनी पत्नी से कभी भी जो महत्वपूर्ण प्रश्न है वो पूछा नहीं था। दुनिया भर की इधर-उधर की छोटी-मोटी व्यर्थ बातें पति-पत्नी आपस में खूब करते रहते हैं। जो असली सवाल है, वो हो सकता है कि बीस साल, चालीस साल आप अपने पति या पत्नी के साथ रह रहे हो और आपने वो सवाल कभी पूछा ही ना हो। साधु ने उकसा दिया था रत्नाकर को। रत्नाकर को विवश हो करके वो सवाल पूछना पड़ा पत्नी से जो आमतौर पर किसी पति को अपनी पत्नी से पूछना नहीं चाहिए। पर साधु की चाल, साधु होते ही ऐसे हैं। उसने ऐसी जगह पर उंगली रख दी थी कि रत्नाकर मजबूर। रत्नाकर ने (पत्नी से) कहा – "ये सब जो मैं कर रहा हूँ, दुनिया का गला काटता हूँ, सबको लूटता हूँ, ये तो पक्का है कि नर्क में गिरूँगा, तू चलेगी मेरे साथ?" अब रत्नाकर रत्नाकर ही जैसा और आज उसके पूछने में कुछ धार थी। वो धार धर्म की थी। ईमानदारी से पूछा गया सवाल था। कोई और मौका होता तो पत्नी झूठ बोल भी देती कि, "हाँ प्राणनाथ! तुम्हारे साथ में कैद में भी जाऊँगी। अगर कभी तुम पकड़े गए और मरने के बाद अगर नर्क में सड़े तुम तो मैं नरक में भी जाऊँगी तुम्हारे साथ।" पर आज रत्नाकर ने जिस भाव से पूछा था, जिस तेवर से पूछा था पत्नी समझ गई कि आज झूठ नहीं बोला जा सकता इससे। प्राणनाथ बाद में हैं, प्राणलेवा पहले हैं। हैं तो डाकू ही और आज इनका चेहरा बिलकुल रक्तिम और आँखें खूनी लाल-लाल हो रही हैं, खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। उसने बोल दिया या कहिए उसके मुँह से निकल गया कि, "नहीं, नर्क-वर्क तो तुम अकेले ही जाना। यहाँ का जो कुछ है वो अपना साथ-साथ है। तुम लूट कर लाते हो, अपन दोनों उसको साथ भोग लेते हैं वो चलेगा लेकिन भई अंजाम वगैरह तुम अकेले ही भुगत लेना।" रत्नाकर को वो सवाल दोबारा पूछना भी नहीं पड़ा। रत्नाकर फट गया अंदर से उसी समय। उसकी चेतना, उसका विश्व, उसका आंतरिक जगत सब चिथड़े-चिथड़े हो गया कुछ बचा ही नहीं। ये दूसरा तरीका है। मर गया रत्नाकर, वाल्मीकि का जन्म हो गया। कहते हैं कि जो बार-बार मरा-मरा कहता था, वो राम-राम कहने लग गया। ये दूसरा तरीका है कि तुम्हारी चल रही है सुचारू ज़िंदगी, तुम्हारी चल रही है बड़ी आसान ज़िंदगी, तुम जानबूझकर ख़ुद ही उसमें कुछ व्यवधान पैदा कर लो। जिसे कहते हैं पंगे लेना, कि सब बढ़िया चल रहा है तुमने ख़ुद ही जाकर के कहीं पर उंगली दे दी क्योंकि सब कुछ बढ़िया है नहीं बस लग रहा है कि सब बढ़िया है क्योंकि तुम वो मुद्दे छूना ही नहीं चाहते। तुम वो सवाल उठाना ही नहीं चाहते जहाँ तुमको पता है कि गंदगी छुपी है। जहाँ तुमको पता है कि सच्चाई छुपी है। देखो कि कौन-सी बातें करने से सबसे ज़्यादा घबराते हो और देखो कि कौन सी बातें हैं जो दिन रात किए जाते हो। देखो कि किनके सामने नहीं पड़ते, देखो कि किनसे मुँह चुराते हो। देखो कि कौन से अल्फाज़ तुम्हारी ज़ुबान पर कभी नहीं आते, देखो किनके सामने तुम कभी नहीं आते। बिलकुल समझ जाओगे कि कहाँ तुम्हारी खोट है। बिलकुल समझ जाओगे कि जीवन तुम्हारा उतना भी सुहाना नहीं चल रहा जितना तुमने अपने-आपको समझा रखा है। तो ये तरीका है डाकू रत्नाकर का तरीका कि अपना जो सुचारू जीवन चल रहा है उसमें ख़ुद ही कोई बाधा खड़ी कर दो। वो जो बाधा होगी, वो जो सीधे-साधे चलते जीवन में अचानक एक अवरोध आ जाएगा, वो तुमको बता देगा कि जैसा तुम्हारा जीवन चल रहा था उसमें कितनी सच्चाई और कितनी ताक़त थी। ताक़त होती तो उस अवरोध को पार कर जाती न ज़िंदगी। सच्चाई होती तुम्हारी ज़िंदगी में तो तुमने जो सवाल खड़े किए ज़िंदगी तुरंत उनका सहज जवाब दे देती न। पर तुम्हारी ज़िंदगी में ताक़त नहीं थी। तुमने यूँ ही उसके सामने अवरोध खड़ा किया ज़िंदगी रुक गई, थम गई, बिखर गई। और सच्चाई नहीं थी ज़िंदगी में। जहाँ तुमने दो निर्भीक कड़े सवाल पूछे, तुमने पाया कि ज़िंदगी के पास कोई जवाब ही नहीं सवालों का। तो देख लो फिर कि ज़िंदगी वाकई कैसी चल रही है। और तीसरा तरीका फिर है राजकुमार सिद्धार्थ का। उनकी भी ज़िंदगी बहुत अच्छी चल रही थी। रत्नाकर तो फिर भी डाकू था, उसे तो फिर भी लूटना पड़ता था लोगों को, सिद्धार्थ गौतम का तो कहना क्या! प्रतिभाशाली राजकुमार, अभी उन्होंने कुछ करा नहीं, कुछ कमाया नहीं, कहीं अपनी कोई योग्यता सिद्ध नहीं करी फिर भी दुनिया उनकी वाहवाही कर रही है। उनकी प्रतिभा के डंके बज रहे हैं बाल्यकाल से ही। उनकी शिक्षा का विशेष प्रबंध किया गया, उनके मनोरंजन इत्यादि का विशेष प्रबंध करके रखा गया है। उनके जीवन में तो वाकई कोई दुःख नहीं था। ज़्यादातर लोग तो फिर भी झूठ बोला करते हैं कि हमारी ज़िंदगी बढ़िया चल रही है, हमारे पास कोई दुःख नहीं। सिद्धार्थ की ज़िंदगी में तो कोई दुःख वाक़ई था ही नहीं। जैसे रुई के फाहे में लपेटकर के परवरिश हुई हो उनकी। दुनिया भर के सब कष्टों से उनके पिता ने उनको बचा कर रखा था। कह रहे हैं कि कुछ भी पता ना लगे इसको। दुःख कहते किसको हैं, दर्द कहते किसको हैं इसका ज़रा भी अनुभव होने ना पाए राजकुमार को। और था भी नहीं। और सुनी है आप सभी ने कहानी कि चले जा रहे थे, युवा महोत्सव था और देख रहे हैं एक बीमार आदमी को—नहीं ख़ुद नहीं बीमार थे, एक चला जा रहा है बीमार आदमी। फिर देख रहे हैं एक वृद्ध आदमी को—नहीं ख़ुद नहीं वृद्ध हुए थे, किसी और का बुढ़ापा देख लिया, किसी और का रोग देख लिया और फिर किसी और की मृत देह, लाश देख ली। और समझ गए, बोले कि, "व्यक्ति में समष्टि है। एक व्यक्ति में ही पूरा संसार है। जो पूरी दुनिया की कहानी है वही प्रत्येक व्यक्ति की कहानी है। मैं कैसे कह दूँ अपने-आपको कि मैं सुखी हूँ जब मेरे सामने ये पूरी दुनिया इतनी दुखी है? ज़रूर मुझे सुखी होने का भ्रम हो रहा होगा।" ये उन लोगों के लिए है जो बहुत जाँच-पड़ताल करके, खोजबीन करके भी अपनी ज़िंदगी में कहीं दुःख नहीं खोज पाते। उनके लिए है राजकुमार सिद्धार्थ का तरीका। तुम कैसे अपने-आपको सुखी बोल सकते हो जब तुम्हारे चारों ओर दुःख-ही-दुःख बिखरा हुआ है? तुम दुनिया से अलग हो क्या? व्यष्टि-समष्टि अलग-अलग तो नहीं हैं न? बस इतना है कि दुनिया का दुःख किसी तरीके से प्रकट हो गया है, बिलकुल साक्षात; तुम्हारा दुःख छुपा हुआ है। सिद्धार्थ अगर अपने निजी जीवन में दुःख खोजने निकलते तो शायद दो-चार दशक खोजते रह जाते उन्हें दुःख कहीं दिखाई नहीं पड़ता। तो उन्होंने फिर ये परोक्ष तरीका निकाला, निकाला या कह दो कि विधि ने उन्हें भेंट कर दिया। उन्होंने कहा – "अब मुझे अपनी ज़िंदगी में तो कोई दुःख दिखता नहीं पर देखो ज़माने में कितना दुःख है। और ज़माने में इतना दुःख है तो अरे, मैं कैसे सुखी हो गया?" गाड़ीवान था साथ में, उससे पूछते हैं कि, "वो जा रहा है व्यक्ति, वो रोगी है क्या मुझे भी कभी रोग लगेगा?" गाड़ीवान बोला — "राजकुमार, बोलते हुए मेरी ज़बान काँपती है लेकिन हाँ जीवन में आपको भी कभी-न-कभी रोग लगेगा।" सिद्धार्थ के लिए ये नई बात थी। जैसे उनका पालन-पोषण हुआ था, कदाचित उनको कभी कोई रोग लगा ही नहीं था। फिर बढ़ रहे हैं दिखाई दे रहा है बूढ़ा आदमी, उससे पूछ रहे हैं – "एक दिन मैं भी ऐसे ही कृशकाय, जर्जर वृद्ध हो जाऊँगा?" गाड़ीवान बोला – "राजकुमार, कठिन प्रश्न कर रहे हैं आप लेकिन झूठ नहीं बोल सकता। हाँ, बुढ़ापा आपको भी आएगा। इसी व्यक्ति की तरह आप भी जर्जर हो जाएँगे, पीठ झुक जाएगी, तन काँपेगा, लाठी टेकेंगे, डगमगाएँगे।" अब प्रतिभाशाली तो थे ही सिद्धार्थ। आगे बढ़े देखा मृत देह, अर्थी सजी हुई थी। इस बार तो उन्होंने गाड़ीवान से पूछा भी नहीं, बोले – "मैं मर गया।" इस बार उन्होंने पूछा भी नहीं कि, "क्या कभी मैं भी मरूँगा? जैसे सामने ही मरा हुआ है?" बोले — "मैं मर गया।" ये तीसरा तरीका है। जब तक तुम्हें अपने जीवन में दुःख, कष्ट, बेचैनी संताप, अनुभव ना होते हो लेकिन ये दुःख, कष्ट, बेचैनी, संताप कोई दूर की बातें है क्या कि पूछ रहे हो कि, "कहाँ से लाऊँ ये तो मेरी ज़िंदगी में हैं ही नहीं"? भाई पैदा हुए हो न मानुष देह लेकर के, दुःख वहीं से शुरु हो जाता है। अचरज की बात तो ये है कि वो दुःख तुम्हें दिखाई क्यों नहीं दे रहा? जो इंसान पैदा हुआ है वो दुःख-धर्मा ही पैदा हुआ है। प्रकृति में भोग है, भोक्ता है; सुख है और दुःख है। और जिसको तुम सुख कहते हो वो हमेशा दुःख की आशंका से और दुःख के साए तले काँपता रहता है। कोई मुझे सुखी व्यक्ति दिखा दो जिसे अब सुख की ज़रूरत ना हो। कोई मुझे सुखी व्यक्ति दिखा दो जो अपने सुख को बचाकर ना रखना चाहता हो। कोई मुझे सुखी व्यक्ति दिखा दो जो आशंकित ना हो कि सुख कहीं छिन ना जाए। और अगर सुख के पल में भी तुम्हें यही आशंका है कि ये पल कहीं बीत ना जाए तो तुम सुखी हो कि दुखी? तो दुःख तो दुःख है ही, सुख भी दुःख ही है। जिसने ये जान लिया उसके बाद वो कैसे ऐसा प्रश्न करेगा कि, "मेरे जीवन में कोई ख़ास दुःख या बेचैनी मुझे दिखती नहीं"? ख़ैर नहीं दिखती तो तुमको दो रास्ते बता दिए — वाल्मीकि का रास्ता और गौतम बुद्ध का रास्ता। दुःख अगर नहीं पता चल रहा तो ज़रा कड़े प्रश्न पूछ लो या तो ख़ुद से या अपने आसपास वालों से जो तुम्हारे सुख के स्रोत हैं। एक ये तरीका है और दूसरा तरीका जो बड़े संवेदनशील लोगों का तरीका होता है। जो बड़े जागृत और प्रतिभाशाली लोगों का तरीका होता है। वो ये है कि तुम दुनिया को देखो और दुनिया के प्रति ज़रा संवेदना रखो, थोड़ी करुणा रखो और कहो, "मैं कैसे सुखी हो गया जब दुनिया इतनी दुखी है?" फिर जान जाओगे कि अभी करने को बहुत काम बाकी है और वो जो काम बाकी है करने को वो अध्यात्म के माध्यम से ही हो सकता है और कोई तरीका है नहीं। दुःख अगर है तो अध्यात्म उस दुःख के निवारण का अभियान है — ये अध्यात्म की परिभाषा है। क्या है अध्यात्म? जीवन दुःख है और दुःख के उस भवसागर के पार जाने के लिए जो नाव लगती है, जो चप्पू चलते हैं, जो नाविक लगता है, बाज़ुओं में जो बल चाहिए और बुद्धि की जो दिशा चाहिए इन सब का सामूहिक नाम अध्यात्म है। आचार्य प्रशांत वेदांत मर्मज्ञ, लेखक पूर्व सिविल सेवा अधिकारी संस्थापक, प्रशांत अद्वैत फाउंडेशन Tags:
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Exclusive : अब 'साली' ज्योति मिर्धा को हराने उतरेंगे 'जीजा' दीपेंद्र हुड्डा, हनुमान बेनीवाल का करेंगे सपोर्ट Monday 08 April 2024 09:32 AM UTC+00 लोकसभा चुनाव के रण में नागौर सीट इस वक्त राजस्थान की सबसे हॉट सीट बनी हुई है। हो भी क्यों ना, इस सीट पर मुकाबला दो चिर प्रतिद्वंदियों के बीच कांटे की टक्कर का जो माना जा रहा है। भाजपा से जहां डॉ ज्योति मिर्धा चुनाव मैदान में हैं, तो वहीं उन्हें मुकाबला देने के लिए कांग्रेस-इंडिया गठबंधन से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व मौजूदा विधायक हनुमान बेनीवाल उतरे हुए हैं। नागौर लोकसभा सीट से अब एक और दिलचस्प खबर सामने आई है। दरअसल, जानकारी के अनुसार हरियाणा कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पुत्र दीपेंद्र हुड्डा लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के सिलसिले में राजस्थान आ सकते हैं। कई अन्य सीटों के अलावा उनका नागौर सीट पर प्रचार करने आना भी लगभग तय माना जा रहा है। कांग्रेस मुख्यालय से हुड्डा के औपचारिक कार्यक्रम का फिलहाल इंतज़ार हो रहा है। राजनीति से इत्तर कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और डॉ ज्योति मिर्धा का पारिवारिक रिश्ता भी है, जिससे बहुत कम लोग वाकिफ हैं। ये रिश्ता है जीजा-साली का। दरअसल, दीपेंद्र सिंह हुड्डा की पहली पत्नी श्वेता मिर्धा हुड्डा ज्योति मिर्धा की सगी बहन हैं। ज्योति बड़ी तो श्वेता छोटी बहन हैं। नागौर के अलावा सीकर और झुंझुनूं में जाट मतदाताओं की बहुलता के चलते हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा की सभाएं करने की डिमांड बढ़ रही है। दीपेंद्र हुड्डा हालांकि भाजपा प्रत्याशी ज्योति मिर्धा के नजदीकी रिश्तेदार हैं, लेकिन वे गठबंधन प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल के समर्थन में जनसभा करते नजर आएंगे। दिलचस्प बात ये भी है कि स्टार प्रचारकों के दौरे में जातिगत समीकरणों का ध्यान रखा जा रहा है।
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
हम चाहते हैं...बेहतर पढ़ाई और जॉब के मौके....युवाओं पर तनाव भी हो कम Monday 08 April 2024 09:37 AM UTC+00 जयपुर. प्रवासी युवाओं ने कहा, लोकसभा चुनाव के बाद केन्द्र में जो भी सरकार आए पढ़ाई का स्तर सुधारकर रिसर्च बढ़ाने, रोजगार को तनावरहित बनाने और युवाओं को अवसाद आदि से बचाने के लिए प्राथमिकता से कार्य करे। उन्होंने मतदान अवश्य करने की अपील करते हुए कहा, वे भारत में होते तो अवश्य वोट डालते, सरकार उन्हें भी दोहरी नागरिकता और विदेश में ही वोट का अधिकार दे। पत्रिका के ईवीएम यानी 'Every Vote Matters' अभियान के अंतर्गत मतदाता जागरूकता के लिए आयोजित संवाद में रविवार को प्रवासी युवा यूनाइटेड किंगडम के लंदन, ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न, जर्मनी के हाइडलबर्ग, संयुक्त अरब अमीरात के दुबई जैसे शहरों से वर्चुअल माध्यम से जुड़े। आस्ट्रेलिया से अभिषेक भार्गव ने कहा कि भारत सरकार अच्छे संस्थानों में कम खर्च पर पढ़ाई के अवसर बढ़ाए, ताकि ज्यादा युवाओं को अच्छी शिक्षा मिले और उन्हें जॉब के अवसर भी मिल सकें। लंदन में सिविल सेवा की अधिकारी नीहारिका चौधरी ने कहा कि जब युवा विदेश में पढ़ने जाते हैं तो उनसे अपने साथ पैसा लाने पर सरकार 20 प्रतिशत टैक्स लेती है, यह परिजनों पर आर्थिक बोझ बढ़ाता है। मतदाताओं से यही अपील है कि वोट डालने अवश्य जाएं। मेलबर्न से जुड़े निखिल ने कहा कि भारत की शिक्षा में रिसर्च पर जोर नहीं है। आईआईटी जैसे संस्थानों में पढ़ने वाले बाहर चले जाते हैं। आस्ट्रेलिया की आबादी दिल्ली से कम है, पर यहां नवाचार को प्रोत्साहित किया जाता है। लोकसभा चुनाव के बाद आने वाली सरकार प्रवासियों को दोहरी नागरिकता दे और ऑनलाइन वोटिंग का अधिकार भी दिया जाए। हाइडलबर्ग से रमेश चाहर ने कहा कि जर्मनी में प्लम्बर का भी उतना ही सम्मान है, जितना दूसरा काम करने वालों का। आने वाली सरकार सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कार्य करे। लोग भारत से बाहर जॉब करना इसलिए पसंद करते हैं, क्योंकि उनके काम के दौरान तनाव का माहौल नहीं होता। दुबई से रिद्धमा पुरोहित ने कहा कि कोविड के समय भारत में बात होती थी, तो पता चला कि पढ़ाई के दौरान काफी तनाव झेलना पड़ रहा था। आने वाली सरकार को लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर ज्यादा काम करना चाहिए, अभी कोटा में युवा आत्महत्या कर रहे हैं जो चिंताजनक है। लंदन में वित्तीय प्रबंधन के क्षेत्र में कार्यरत शिवी सिंह ने कहा कि भारत की कंपनियां विदेश में अध्ययन करने वालों का कैम्पस प्लेसमेंट करें, ताकि प्रवासी भारत में आकर जॉब कर सकें और उन्हें वतन वापसी का मौका मिले। आस्ट्रेलिया से स्नेहा ने कहा कि आज भारत में आर्किटेक्चर जैसे पाठ्यक्रमों के लिए गिने चुने ही अच्छे संस्थान हैं, जिनमें टॉपर्स को ही दाखिला मिलता है। अन्य युवा भी अच्छे संस्थानों में पढ़ सकें, इसके लिए सरकार ध्यान दे। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
30 मिनट में बीमारी पहचान! नया सेंसर सूजन का पता लगाकर जल्दी करेगा बीमारी का निदान Monday 08 April 2024 09:48 AM UTC+00 | Tags: health New Nanosensor Detects Inflammation for Faster Disease Detection : जोधपुर के भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान (आईआईटी) के शोधकर्ताओं ने एक नया नैनोसेंसर बनाया है। यह शरीर में सूजन पैदा करने वाले साइटोकाइन नामक प्रोटीन की जांच करता है. इस सेंसर से 30 मिनट में ही बीमारी का पता लगाया जा सकता है और यह भी बताया जा सकता है कि बीमारी किस अवस्था में है. नया नैनोसेंसर ज्यादा तेज़ और कम खर्चीला है आजकल बीमारी पता लगाने के लिए एलआईएसए और पीसीआर टेस्ट होते हैं, लेकिन इनमें बहुत समय लगता है (6 घंटे से ज्यादा) और इन्हें करने के लिए खास ट्रेनिंग भी जरूरी होती है. नया नैनोसेंसर इन टेस्ट से कहीं ज्यादा तेज़ और कम खर्चीला है. यह सेंसर सूक्ष्म मात्रा में पाए जाने वाले पदार्थों को भी आसानी से पहचान सकता है. इसका इस्तेमाल मल्टीपल स्केलेरोसिस, डायबिटीज़ और अल्जाइमर जैसी बीमारियों का इलाज करने वाली दवाइयां बनाने में भी किया जा सकता है. यह टेक्नोलॉजी अभी विकास की अवस्था में है, लेकिन अब तक इंटरल्यूकिन-6 (IL-6), इंटरल्यूकिन-बीटा (IL-beta), और टीएनएफ-अल्फा नामक सूजन पैदा करने वाले तीन पदार्थों का पता लगाने में काफी सफल रही है. अभी तक इस सेंसर का इस्तेमाल सिर्फ नियंत्रित परिस्थिति में किया गया है, लेकिन जल्द ही इसे क्लिनिकल ट्रायल (मानव परीक्षण) में इस्तेमाल किया जाएगा. इस तकनीक का इस्तेमाल सेप्सिस और फंगल इंफेक्शन जैसी बीमारियों का जल्दी पता लगाने के लिए भी किया जा सकता है. Tags:
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
राजस्थान की ये आदिवासी महिला बनी सोलर इंजीनियर, Rajasthan Royals के कैप्टन संजू सैमसन भी हुए मुरीद Monday 08 April 2024 10:00 AM UTC+00 जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में आईपीएल मैच के दौरान सिरोही जिले की एक आदिवासी महिला आकर्षण का केन्द्र रही। मैच के टॉस से पूर्व राजस्थान रॉयल्स टीम के कप्तान संजू सैमसन को सिरोही जिले के आबूरोड निचलागढ गांव की आदिवासी महिला थावरी देवी ने सोलर लैम्प भेंट किया। जबकि राजस्थान रॉयल्स के तेज गेंदबाज कुलदीप सेन ने थावरी देवी को अपने हस्ताक्षर के साथ बॉल भेंट की। अपने गांव में सोलर इंजीनियर के रूप में पहचान रखने वाली थावरी देवी पत्नी भारमाराम गरासिया गांव के कई घरों को विद्युतीकृत करने का कार्य कर रही है। इसके साथ ही गांव में सोलर ऊर्जा के उपयोग को लेकर भी ग्रामीणों को जागरूक कर अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणास्रोत बनी है। थावरी देवी एक संस्थान से सोलर सिस्टम पर नवाचार का कार्य कर रही है। घर का घरेलू कामकाज करने वाली दोनों महिलाओं ने गृहिणी से चेंजमेकर बनने का सफर तय कर गांव की अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनने का काम कर रही है। दोनों महिलाओं ने शुरुआत में 100 घरों को सौर ऊर्जा से विद्युतीकृत करने व आगे पूरे गांव को विद्युतीकृत करने का लक्ष्य लेकर कार्य शुरू किया है। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Navratri Ghatsthapna Muhurat: चैत्र नवरात्र मंगलवार से, ये है श्रेष्ठ मुहूर्त Monday 08 April 2024 10:18 AM UTC+00 आदिशक्ति की उपासना का पर्व चैत्र नवरात्र की शुरुआत विशेष योग संयोगों में मंगलवार से होगी। इसके साथ ही हिन्दू नवसंवत्सर-2081 की शुरुआत भी होगी। अगले नौ दिन देवी उपासना के लिए खास रहेंगे। कालयुक्त संवत्सर रेवती-अश्विनी नक्षत्र, वैधृति योग, सर्वार्थसिद्धि, कुमार योग, अमृतसिद्धि योग में शुरू होगा। मुख्य मार्ग, चौराहे भगवा पताका से सजे नजर आएंगे। मंदिरों में आज सुबह शंख-घंटा, घडियाल बजाकर महाआरती की जाएगी। ठाकुर जी का अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण कराकर नवीन पंचांग पढ़कर सुनाया जाएगा। आमेर रोड शिला माता मंदिर, स्थित मनसा माता मंदिर, दुर्गामाता मंदिर, कालक्या माता मंदिर, राजपार्क वैष्णोदेवी माता मंदिर सहित अन्य मंदिरों में कई कार्यक्रम होंगे। खरीददारी के चलते बाजार में ग्राहकों की रौनक दिखने के साथ ही धनवर्षा होगी। वाहन, प्रापर्टी सहित नवीन कार्य शुरू करने के लिए नौ दिन बेहतर रहेंगे।
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
IIT Patna: अब आईआईटी से ऑनलाइन BBA, BSc कर सकते हैं, जानिए इस कोर्स की फीस Monday 08 April 2024 10:38 AM UTC+00 | Tags: career-courses IIT Patna: 12वीं पास छात्रों के लिए काम की खबर है। आईआईटी पटना ने तीन साल के हाईब्रिड ऑनलाइन अंडरग्रेजुएट कोर्सेज बीबीए, बीएससी (ऑनर्स) कंप्यूटर साइंस एवं डेटा एनालिटिक्स के लिए आवेदन मांगे हैं। नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखकर आईआईटी ने शुरू किया कोर्स (IIT Patna Courses)
बीबीए, बीएससी कोर्स की फीस (IIT Patna Fees)आईआईटी पटना की ओर से बीबीए (BBA Course) की फीस करीब 50 हजार रुपये प्रति सेमेस्टर तय की गई है। वहीं बीएससी (ऑनर्स) कंप्यूटर साइंस की फीस करीब 40 हजार रुपये प्रति सेमेस्टर निर्धारित की गई है। योग्यता (IIT Patna Eligibility)
Tags:
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Lok Sabha Elections 2024 : राजस्थान के इस लोकसभा सीट पर 72 साल में पहली बार चुनाव नहीं लड़ेगी कांग्रेस Monday 08 April 2024 10:42 AM UTC+00 Lok Sabha Elections 2024 : बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट पर काफी सोच विचार के बाद आखिरकार कांग्रेस ने यह घोषणा की कि अब वह इस लोकसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ेगी। राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कांग्रेस और BAP के गठबंधन की घोषणा की है। रंधावा ने लिखा, कांग्रेस बांसवाड़ा लोकसभा और बागीदौरा विधानसभा सीट पर उप चुनाव में भारतीय आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी का समर्थन करेगी। कांग्रेस के इस एलान के बाद बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट पर एक नया इतिहास बन गया। राजस्थान के इस लोकसभा सीट पर 72 साल में पहली बार कांग्रेस चुनाव नहीं लड़ेगी। यह क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ रहा है। अब इस सीट पर भाजपा और बीएपी में सीधा मुकाबला होगा। कांग्रेस के दिग्गज नेता परेशान
बागीदौरा विधानसभा उप-चुनाव का प्रत्याशी भी है गायब
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Career Options: 12वीं के बाद पढ़ना चाहते हैं कॉमर्स तो इन कोर्सेज में लें एडमिशन Monday 08 April 2024 10:43 AM UTC+00 | Tags: career-courses Career Options After 12th In Commerce: 12वीं की पढ़ाई के बाद छात्रों के मन में भविष्य को लेकर कई सवाल आते हैं। उनके मन में सबसे बड़ी दुविधा यह होती है कि 12वीं के बाद कौन से विषय का विकल्प चुनें, जिससे उनका करियर बन सके। कई छात्र कंफ्यूजन में रहते हैं कि वो 12वीं के बाद अगर अपने मन का विषय चुनते हैं तो किस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं। ऐसा ही कंफ्यूजन कॉमर्स स्ट्रीम चुनने वालों को भी होता है। ऐसे में कॉमर्स विषय को ध्यान में रखकर हम कुछ कोर्स (Career Courses After 12th) बताने जा रहे हैं, जिसमें आप अपना करियर बना सकते हैं। 12वीं में कॉमर्स लिया है तो कौन सा कोर्स करें (Career Courses In Commerce)
बीबीए कोर्स के फायदे (BBA Karne Ke Fayde)
Tags:
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
आपकी बात...भूकंप से होने वाले नुकसान को कम कैसे किया जा सकता है ? Monday 08 April 2024 11:24 AM UTC+00 | Tags: opinion सावधानी व सुरक्षा के उपाय अपनाएं प्रभावी आपातकालीन योजना हो खुले स्थान पर पहुंचें भूकंप अवरोधी मकानों का निर्माण हो बड़े बांधों के निर्माण को टाला जाना चाहिए प्रकृति से छेडछाड बंद हो .................................................................................................... सतर्कता जरूरी है Tags:
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Weather Update : 9 अप्रेल को होगी बारिश, जानें 11-12-13 अप्रेल को कैसा रहेगा मौसम Monday 08 April 2024 11:47 AM UTC+00 weather update : राजस्थान में अप्रैल का दूसरा सप्ताह शुरू हो चुका है। कुछ जिलों में गर्मी अपने शबाब पर है तो कुछ जिलों में मौसम लगातार बदल रहा है। मौसम विभाग के नए अलर्ट के अनुसार 9 अप्रैल से पूर्वी हवाओं के प्रभाव से पूर्व व दक्षिणी-पूर्व राजस्थान में कहीं-कहीं मेघ गर्जन, बारिश की गतिविधियों होने की संभावना है। आंधी-बारिश की गतिविधियां 11-12 अप्रैल को भी कहीं-कहीं जारी रहने की संभावना है। पर 13 अप्रैल से राजस्थान में एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना बलवती है। जिसके प्रभाव से प्रदेश के कुछ जिलों में आंधी-बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। साथ ही अधिकतम तापमान में एक बार फिर 2-3 डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज होने की संभावना है। बीते 24 घंटों में राजस्थान के अधिकांश भागों में अधिकतम तापमान में 1-2 डिग्री बढ़ोतरी दर्ज हुई है। सर्वाधिक अधिकतम तापमान फलोदी में 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। आगामी 72 घंटों में 2-3 डिग्री बढ़ोतरी होने की संभावना है। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
राजस्थान में कांग्रेस ने इस सीट पर प्रत्याशी को पार्टी से किया निष्कासित, जानिए वजह Monday 08 April 2024 12:04 PM UTC+00 लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के नामांकन वापसी के अंतिम दिन सोमवार को राजस्थान की बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर बड़ा रोचक घटनाक्रम देखने को मिला। कांग्रेस ने रविवार रात को बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के लिए छोड़ने का फैसला किया था। इसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद डामोर को अपना नामांकन वापस लेना था, लेकिन अरविंद डामोर ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया। इसके बाद कांग्रेस ने बड़ा एक्शन लेते हुए अरविंद डामोर को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। बता दें कि कांग्रेस ने रविवार को बासंवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट और बागीदौरा विधानसभा सीट पर उप-चुनाव के प्रत्याशी के नाम वापसी का ऐलान कर भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) को समर्थन देने का ऐलान किया था। इसके बाद से ही दोनों प्रत्याशी अचानक और रहस्यमयी ढंग से गायब हो गए। दोनों प्रत्याशी कहां 'लापता' हो गए किसी को कोई खबर नहीं लगी। लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद डामोर का फोन देर रात से स्विच ऑफ बता रहा है। 'लापता' प्रत्याशी का मैसेज बांसवाड़ा सीट पर रोचक हुआ चुनाव | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अजब-गजब! राजस्थान के इन जगहों का नाम सुनकर अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे आप Monday 08 April 2024 12:24 PM UTC+00 राजाओं की धरती कहा जाने वाला राजस्थान खुद में भी बेहद अनोखा है। हमारा प्यारा - सा राजस्थान जहां कुछ जगहों के नाम बेहद निराले हैं। अगर आपको हम इन जगहों के नाम बताएंगे तो यकीन मानिए आपकी हंसी नहीं रुकेगी। खास बात तो यह है कि इन जगहों का नाम लेने से लोग खुद में शरमा जाते हैं। यहां हम आपको राजस्थान के कुछ ऐसे ही गांव, ढाणी, व रेलवे स्टेशन से रू-ब-रू करा रहे हैं।
1. झूठों की ढाणी- पुष्कर के गनाहेड़ा में स्थित "झूठों की ढाणी" नामक ढाणी का नाम लेते हुए यहां रहने वाले लोगों को लोग हंसी मजाक में झूठा कह देते हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां कई लोगों के झूठों का खुलासा हुआ होगा जिसके बाद यहां का नाम "झूठों की ढाणी" पड़ा। हालांकि असली वजह कोई नहीं जानता।
2. "रेल" गांव- करेड़ा क्षेत्र में एक गांव का नाम ही "रेल" है।
3. "रंगीली" और "मेहंदी" गांव- गंगापुर का "रंगीली" और "मेहंदी" नामक गांव।
4. पापड़बड़ा - बिजौलिया में स्थित गांव पापड़बड़ा, लोग अकसर गांव के लोगों को इस नाम से चिढ़ाते हैं।
रेलवे स्टेशन के नाम भी अजब-गजब
यह भी पढ़ें : राजस्थान में भारत-PAK बॉर्डर से 40 किमी दूर हाईवे पर उतरे Fighter Planes, दुश्मन को ऐसे देंगे मुंहतोड़ जवाब
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
जयपुर का गणगौर उत्सव विश्वभर में है विख्यात,11-12 अप्रैल को निकलेगी सवारी; जिला कलक्टर अलर्ट, विभागों को सौंपी जिम्मेदारियां Monday 08 April 2024 12:37 PM UTC+00 Gangaur Utsav Jaipur : गणगौर उत्सव के लिए जयपुर विश्वभर में विख्यात है। उत्सव के तहत 11 अप्रैल को गणगौर की सवारी एवं 12 अप्रैल को बूढ़ी गणगौर की सवारी शाम 6 बजे जनानी डयोढ़ी सिटी पैलेस से रवाना होकर त्रिपोलिया बाजार, छोटी चौपड़, गणगौरी बाजार होती हुई पालका बाग पहुंचेगी। जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि गणगौर की सवारी को देखने के लिए देश-विदेश से सैलानी जयपुर पहुंचते हैं। अतः दर्शकों की सुरक्षा एवं उत्सव में जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। आयुक्त नगर निगम हैरिटेज को सवारी मार्ग पर सफाई, पेयजल व्यवस्था, रोशनी की व्यवस्था, पर्यटकों के बैठने की व्यवस्था, अग्निशमन वाहन मय आवश्यक उपकरण एवं स्टाफ तैनात करवाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
जैनधर्म के 18वें तीर्थंकर अर नाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक मनाया Monday 08 April 2024 12:44 PM UTC+00 जनकपुरी में जैनधर्म के 18वें तीर्थंकर अर नाथ भगवान का वरदान दिवस के रूप में मोक्ष कल्याणक मनाया गया। जनकपुरी ज्योतिनगर जैन मन्दिर में सोमवार को भगवान के श्री चरणों में अपने समस्त दुखों की निर्वृत्ति हेतु अर्थात निर्वाण की भावना के साथ अठारहवे तीर्थंकर भगवान श्री 1008 अर नाथ के मोक्ष कल्याण पर निर्वाण लाडू समर्पित किया गया। प्रबंध समिति के अध्यक्ष पदम जैन बिलाला ने बताया कि भगवान अरनाथ का जन्म कुरुक्षेत्र के हस्तिनापुर में हुआ था। इस राज्य के महाराजा सुदर्शन उनके पिता थे और महारानी श्रीदेवी, जिन्हें महादेवी भी कहा गया है, इनकी माता थीं। इनका चिन्ह मीन है तथा इनका निर्वाण ,नाटक कूट से सम्मेद शिखर पर हुआ था।मन्दिर में अभिषेक वृहत शान्तिधारा व पूजन के बाद आचार्य समंतभद्र गाथा का तथा निर्वाण काण्ड का वाचन किया गया। इसके बाद भगवान के मोक्ष कल्याण का अर्घ बोलते हुए जयकारो के साथ देवेंद्र मीना कासलीवाल परिवार द्वारा 18 किलो का लाडु मय श्रीफल व दीपक के उपस्थित श्रावकों के साथ चढ़ाया गया । | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
प्रांतीय कार्यकारिणी का दायित्व ग्रहण समारोह संपन्न Monday 08 April 2024 12:50 PM UTC+00 भारत विकास परिषद राजस्थान उत्तर पूर्व प्रांत की, नव निर्वाचित प्रांतीय कार्यकारिणी 24-25 का दायित्व ग्रहण समारोह का अयोजन भारत विकास परिषद रीजन भवन, जय सिंहपुरा जयपुर में किया गया। जिसमें राजीव शरण सक्सेना को प्रांतीय अध्यक्ष व रणवीर सिंह त्यागी को प्रांतीय महासचिव एवं कार्यकारिणी के अन्य सदस्यों को भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय प्रोजेक्ट चेयरमैन मुकन सिंह राठौड़ द्वारा दायित्व ग्रहण कराया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय संघचालक डॉ. रमेश अग्रवाल ,भारत विकास परिषद के संगठन सचिव विक्रांत खंडेलवाल एवं रीजन संरक्षक डॉ कृष्ण कुमार गुप्ता उपस्थित रहें। अपने उद्बोधन में डॉ रमेश अग्रवाल ने सामाजिक समरसता के माध्यम से समाज में परिवर्तन लाने,कुटुंब प्रबोधन के माध्यम से परिवार व्यवस्था को मजबूत करने पर जोर दिया एवं पर्यावरण संरक्षण पर अपने विचार रखें। संगठन सचिव विक्रांत खंडेलवाल ने अहंकार रहित निस्वार्थ सेवा को ही सच्ची सेवा बताया। उन्होंने भारतीय संविधान में नागरिकों के मूल अधिकारों की चर्चा करते हुए कहा कि नागरिकों को अपने कर्तव्य के बारे में भी जागरूक होना चाहिए। कार्यक्रम में शाखा विस्तार,सदस्यता विस्तार एवं आगामी योजनाओं के बारे में भी चर्चा की गई। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Exam Tips: नीट परीक्षा में बचे हैं बहुत कम दिन, फॉलो करें ये टिप्स, एक भी गलती से करियर हो सकता है बर्बाद Monday 08 April 2024 12:52 PM UTC+00 | Tags: exam-tips-tricks NEET UG Exams Tips & Tricks: नीट यूजी परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवार के पास अब एक महीने से भी कम का समय बचा है। ऐसे में सभी छात्र अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। छात्रों के लिए ये समय बहुत महत्वपूर्ण है। इस समय वे मुख्यत: रिवीजन पर ध्यान दे रहे हैं। हालांकि, कुछ ऐसे छात्र भी हैं जो अपनी तैयारियों को लेकर कंफ्यूज हैं कि कम-से-कम समय में किस प्रकार से तैयारी की जाए। अगर आप भी परेशान हैं तो हम आपको बताएंगे नीट यूजी परीक्षा (NEET UG Exams Tips & Tricks) की तैयारी के लिए कुछ टिप्स एंड ट्रिक। एनसीईआरटी की किताबों को देखें (NCERT Revision For NEET UG Exam 2024)
यह भी पढ़ें- क्या आपके बच्चे भी नकली किताबों से पढ़ रहे हैं? हर विषय के लिए समय निर्धारित करें (NEET UG Exam Tips And Tricks)हर विषय के लिए समय बांट लें और जितने दिन बचे हुए हैं, उन्हें कुछ इस प्रकार बांट लें कि सभी विषय कवर हो जाएं। कोई भी विषय या टॉपिक को छोड़ें नहीं। ये ट्रिक (Exam Tips and Tricks) आपके काम आएगी। मॉक टेस्ट और रिवीजन को समय दें
कमियों को पहचानें
फोकस करें (Focus On Your Goals)
भरपूर नींद लें और सेहत का ध्यान रखें (Exam Tips For NEET Students)
Tags:
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Sarkari Naukri: इंजीनियर हैं तो इस पद के लिए करें अप्लाई, मिलेगी 1 लाख तक की सैलरी Monday 08 April 2024 01:29 PM UTC+00 | Tags: jobs MPBDC Bharti 2024: ऐसे छात्र जिन्होंने इंजनीयरिंग की डिग्री प्राप्त की है और अब सरकारी नौकरी का वेट कर रहे हैं, उनके लिए काम की खबर है। मध्य प्रदेश बिल्डिंग डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड ने कुल 55 पदों पर भर्ती निकाली है। योग्य और इच्छुक उम्मीदवार जल्द अप्लाई करें। मध्य प्रदेश बिल्डिंग डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड ने कुल 55 पर भर्ती निकाली है। यह पद असिस्टेंट मैनेजर के हैं। इस भर्ती के माध्यम से असिस्टेंट मैनेजर टेक्निकल और इलेक्ट्रिकल के कुल 55 पद भरे जाएंगे। आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन है। ऐसे में उम्मीदवार एमपीबीडीसी के आधिकारिक वेबसाइट mpbdc.mp.gov.in पर जाएं। यहां आपको इस भर्ती के संबंध में सभी जानकारी भी मिल जाएगी। यह भी पढ़ें- नीट परीक्षा में बचे हैं बहुत कम दिन, फॉलो करें ये टिप्स आवेदन तारीख (Sarkari Naukri)इस सरकारी नौकरी (Sarkari Naukri) के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 30 अप्रैल है। 40 पद असिस्टेंट मैनेजर टेक्निकल के हैं तो वहीं 15 असिस्टेंट इलेक्ट्रिकल मैनेजर के हैं। योग्यता (Eligibility For MPBDC Bharti 2024)उम्मीदवार के पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से बीटेक की डिग्री (Btech Degree) होनी चाहिए। साथ ही उनके गेट परीक्षा पास करना भी जरूरी है। यदि आपके पास ये डिग्री नहीं है तो आप इस पद के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं। राहत की बात यह है कि इस सरकारी नौकरी (Sarkari Naukri) के लिए कोई परीक्षा पास करने की जरूरत नहीं है। केवल गेट स्कोर (Gate Score) के आधार पर चयन होगा। यह भी पढ़ें- क्या आपके बच्चे भी नकली किताबों से पढ़ रहे हैं? उम्र सीमा (Age Limit MPBDC Bharti 2024)वहीं उम्र सीमा की बात करें तो उम्मीदवार की उम्र 21 से 35 साल के बीच निर्धारित की गई है। वहीं आरक्षित वर्ग के उम्मीदवार को उम्र सीमा में छूट दी गई है। उम्र सीमा संबंधित अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। बता दें, चयन प्रक्रिया की पहली लिस्ट 5 जून को जारी की जाएगी। वहीं डॉक्यूमेंट्स वेरीफिकेशन 25 जून को किया जाएगा। चयनित उम्मीदवार को कुछ दिन प्रोबेशन पीरियड में रखा जाएगा। सैलरी (Salary In Sarkari Naukri)एमपीबीडीसी द्वारा निकाली भर्ती (MPBDC Bharti 2024) पर यदि किसी उम्मीदवार का सेलेक्शन होता है तो उसे 42,700 रुपये प्रति माह सैलरी के रूप में मिलेगी। हालांकि, ये सैलरी सिर्फ प्रोबेशन पीरियड के लिए तय की गई है। प्रोबेशन पीरियड के खत्म होने के बाद उम्मीदवार को 42,700 रुपये से लेकर 1,35,100 रुपये तक की सैलरी मिल सकती है। Tags:
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
प्रत्याशियों के लिए मुश्किल भरा सफर, 'खफा' मतदाता की सिर्फ माहौल पर नजर Monday 08 April 2024 01:44 PM UTC+00 जयपुर से दौसा, सिकंदरा, बांदीकुई होते हुए करीब 115 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद सीधे अलवर लोकसभा क्षेत्र के राजगढ़ कस्बे में कदम रखा। थाने से कुछ कदम पहले ही चाय की दुकान पर पांच-छह लोगों को बैठे देखकर वाहन रोका। राजा भृर्तहरि की भूमि के इस चुनावी दंगल के बीच लोकसभा चुनाव की चर्चा छेड़ते ही इस बार मतदाता की उदासी की झलक साफ नजर आई। लल्लूराम, रामजीलाल, मंगतूराम और कजोड़मल को तो कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी तक की जानकारी नहीं थी। क्षेत्र की समस्याओं पर चर्चा करते ही उन्होंने कहा कि इन कामों की परवाह किसे है ? सरपंच हो..विधायक हो या सांसद..। सब चुनाव के समय ही घूमते हैं। जीतने के बाद कोई जनप्रतिनिधि नहीं आता। राजगढ़ से अलवर की ओर चलने पर छोटूलाल ने कहा कि उनके यहां रोजगार के साधन ही नहीं है। कोई भी सरकार आए, इन मुद्दों पर बात करने वाला कोई है ही नहीं। यहीं उनके साथ बैठी सीमा ने कहा कि उनके घरों में एक बूंद पानी नहीं आता। चुनाव में बात कहते हैं मगर जीतने के बाद वो उनके..और हम हमारे जैसा माहौल हो जाता है। लोकसभा चुनाव में माहौल के लिए पूछने पर इन्होंने कहा कि इसका इंतजार मतदान के दिन तक करना होगा। अंतिम दिनों में इसी आधार पर वोट देंगे...उम्मीद इन्हें किसी से नहीं है। लक्ष्मणगढ़ विधानसभा के मालाखेड़ा कस्बे से तीन किलोमीटर आगे सड़क किनारे एक छोटी दुकान पर बैठे कलसाणा गांव के विजेन्द्र, हरिकिशन और शैलेन्द्र ने कहा कि गांवों में जाकर देखिये नाली भी साफ नहीं होती, सड़कें नहीं है। कोई गिरे...चाहे कुछ भी हो..सब वोट लेने ही आते हैं। फिलहाल किसे मतदान करना है, इसका मानस इन्होंने भी नहीं बनाया। किशनगढ़ बास उपखण्ड कार्यालल में खेरथल से आये लक्ष्मीनारायण, हरिकिशन, सरपंच प्रतिनिधि अशोक कुमार आदि ने बताया की आठ साल से पेयजल की समस्या का समाधान नहीं हुआ है। यहां ओवरब्रिज की जरूरत है। माहौल के बजाय स्थानीय राजनीति और जातिगत समीकरण का असर नजर आया। तिजारा में माहौल का चुनाव है।जनता में जोश नहीं है। इस चुनाव में विकास के मुद्दों की बात नहीं है लेकिन गाँवो की सड़कों, अस्पतालो में डॉक्टर्स, जांच और प्रसव सुविधाओं की कमी यहां है। भिवाड़ी में नगर परिषद की उठापटक का असर देखने में आया। हरियाणा की ओर से पानी रोकने, ओद्योगिक क्षेत्र में जल के शोधन, जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण और टोल के यहां मुद्दे हैं। अलवर शहर के गांधी चौक पर लोगों ने कहा की शहर के लोगों में मुद्दों की बात नहीं हो रही। लोग बोले ये बातें तो स्थानीय चुनाव में होती है, यह तो देश का चुनाव है, जो देश के मुद्दों पर ही लड़ा जाता है। ... रोचक रहेगा चुनावी दंगल अलवर जिले में11 विधानसभा सीट हैं। जिसमें छह कांग्रेस और पांच भाजपा के पास है। अलवर लोकसभा सीट में कुल आठ विधानसभा सीट आती है। इनमें पांच पर कांग्रेस और तीन पर भाजपा का कब्जा है। शेष तीन सीटों में बानसूर सीट जयपुर ग्रामीण, कठूमर सीट भरतपुर और थानागाजी सीट दौसा लोकसभा क्षेत्र में आती है। विधानसभा चुनाव के नतीजों को देखें तो इस बार यहां चुनावी दंगल रोचक नजर आ सकता है। भाजपा से यहां केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव और कांग्रेस से मुंडावर विधायक ललित यादव चुनावी मैदान में है। जूली, जितेन्द्र, संजय शर्मा की प्रतिष्ठा भी दांव पर भाजपा जहां पेपर लीक पर हुई कार्रवाई, ईआरसीपी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कामों के दम पर जनता के बीच जा रही है। तो वहीं कांग्रेस स्थानीय बनाम बाहरी उम्मीदवार के साथ ही राजस्थान की मौजूदा भाजपा सरकार को विफल बताते हुए जनता से वोट की अपील कर रही है। मतदाता मौन है, ऐसे में दोनों ही पार्टियां अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही है। यह चुनाव भले ही भूपेन्द्र यादव और ललित यादव के बीच हो लेकिन जहां कांग्रेस के दिग्गज नेता राष्ट्रीय महासचिव भंवर जितेन्द्र और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित भाजपा के दिग्गज नेता राजस्थान सरकार में मंत्री संजय शर्मा की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
शिक्षा-प्रौद्योगिकी पर जोर, विकास पर अपने-अपने दावे और वादे Monday 08 April 2024 02:10 PM UTC+00 जयपुर शहर लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रताप सिंह खाचरियावास और भाजपा की मंजू शर्मा चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस ने पूर्व मंत्री प्रताप सिंह को इस सीट पर उतारकर चौंकाया तो भाजपा ने नए चेहरे के तौर पर मंजू शर्मा को चुना। राजस्थान पत्रिका ने दोनों से बात कर दोनों का विजन जाना। पेश है उनसे बातचीत के अंश। युवाओं को यहीं मिले रोजगार, लाएंगे बड़ी कंपनियां-एम्स : मंजू शर्मा, भाजपा प्रत्याशी सवाल : प्रदेश के होनहार युवाओं को जयपुर में ही रोजगार मिले, आप किस तरह के प्रयास करेंगे? जयपुर को आइटी हब बनाएंगे, एम्स लाने को जान लगा देंगे : प्रताप सिंह खाचरियावास, सवाल : प्रदेश के होनहार युवाओं को जयपुर में ही रोजगार मिले, आप किस तरह के प्रयास करेंगे? | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट पर आलाकमान ने जनहित में लिया फैसलाः डोटासरा Monday 08 April 2024 02:45 PM UTC+00 जयपुर। डूंगरपुर-बांसवाड़ा सीट पर नाम वापसी से एक दिन पहले रविवार रात भारतीय आदिवासी पार्टी(बीएपी) को समर्थन देने को लेकर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि इस सीट पर पार्टी आलाकमान ने जनहित में बहुत सोच-समझकर फैसला लिया है। डोटासरा ने सोमवार को पीसीसी में मीडिया से बातचीत में कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए हमने इंडी गठबंधन के तहत सभी पार्टियों को जोड़कर लड़ाई शुरू की है। बांसवाड़ा-डूंगरपुर में भी गठबंधन के सामूहिक प्रयासों से ये सीट हम जीतेंगे। प्रदेश की तीन सीटों पर गठबंधन किया है। बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए छोटे-मोटे स्वाद छोड़ने पड़ते हैं,इसलिए हमने समान विचारधारा वालों को गठबंधन में साथ लिया है। डोटासरा ने कहा कि हनुमान बेनीवाल भी भाजपा विचारधारा के विरोधी हैं और किसानों के हक की लड़ाई के लिए हमारे साथ आना चाह रहे थे तो हम साथ क्यों नहीं लेंगे।
हिमाचल में ओपीएस की गारंटी,अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की गारंटी पूरी कर दी। राजस्थान की गहलोत सरकार ने 10 गारंटी दी थी वो 10 गारंटी हमने पूरी की। सिलेण्डर दाम, नरेगा और शहरी रोजगार गारंटी, कामधेनु पशुधन योजना, चिरंजीवी, इंदिरा गांधी स्मार्ट फोन योजना की गारंटी को हमने पहले ही पूरा कर दिया था। इसलिए हमारे कांग्रेस का वचनपत्र की गारंटी पर लोगों को भरोसा है। मोदी तो झूठे भाषण देकर चले जाते हैं लेकिन वादे पूरा नहीं कर पाते। डोटासरा ने कहा कि मोदी की गारंटी काठ की हांडी जैसी है, जो बार बार नहीं चढ़ेगी। वीडियो देखेंः- जयपुर में कांग्रेस की चुनावी घोषणा पत्र रैली,खरगे,सोनिया और प्रियंका ने साधा मोदी सरकार पर निशाना | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अब कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं की जनसभाओं में भीड़ जुटाने के लिए जिम्मेदारी होगी तय Monday 08 April 2024 02:56 PM UTC+00 जयपुर। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव प्रचार के बीच शनिवार को कांग्रेस की जयपुर रैली में उम्मीद के मुताबिक भीड़ नहीं जुटने को कांग्रेस थिंक टैंक ने गंभीरता से लिया है। आगे से केंद्रीय नेताओं की जनसभाओं में प्रदेश कांग्रेस की किरकिरी नहीं हो, इसके लिए अब जिम्मेदारी तय करने का फैसला लिया गया है। रैली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के सामने 6 लोकसभा क्षेत्रों के कांग्रेस नेता भीड़ जुटाने में असफल रहे। रैली के बाद पार्टी के शीर्ष नेताओं ने नाराजगी भी व्यक्त की और नेताओं की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए थे। कौन कितनी भीड़ लाया, दिखाना होगा पार्टी सूत्रों की माने तो प्रदेश में केंद्रीय नेताओं की आगे से जितनी भी जनसभाएं होंगी, उसके लिए पहले ही नेताओं को भीड़ लाने की जिम्मेदारी तय की जाएगी। कौन नेता कितनी भीड़ लाया इसके लिए बाकायदा लिखित में एंट्री होगी।जहां भी जनसभा होगी उसके आसपास तीन से चार किलोमीटर पहले पार्टी की ओर से अलग-अलग चेक पोस्ट बनाए जाएंगे जहां पर किस नेता के साथ कितनी बसें और गाड़ियां आई हैं और उनमें कितने लोग हैं उसकी वीडियोग्राफी भी होगी। बाद यह रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को भेजी जाएगी। विशेषकर भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी पार्टी के विधायकों, जिलाध्यक्षों और लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों की होगी। 6 जिलों के 19 विधायक और लोकसभा प्रत्याशी नहीं जुटा पाए भीड़ जयपुर रैली में जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, दौसा,सीकर, अलवर और अजमेर जिले में कांग्रेस के 19 विधायक हैं और 6 लोकसभा प्रत्याशियों के साथ ही विधानसभा प्रत्याशी रहे नेता भी भीड़ जुटा पाए थे। गौरतलब है कि पहले चरण के चुनाव के तहत कांग्रेस ने शनिवार को खरगे, सोनिया और प्रियंका की चुनावी सभा के जरिए प्रचार अभियान को गति देने के प्रयास किया था, लेकिन रैली स्थल पर उम्मीद के मुताबिक भीड़ नहीं आ पाई। वीडियो देखेः- Lok Sabha Election 2024 : Jyotiraditya Scindia के बेटे Mahanaaryaman की धमाकेदार एंट्री | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Weather News : मौसम विभाग का नया अपडेट, राजस्थान में फिर बदलेगा मौसम, बारिश का अलर्ट Monday 08 April 2024 03:24 PM UTC+00 weather news : जयपुर। राजस्थान में मंगलवार से एक परिसंचरण तंत्र के कारण मौसम में बदलाव रहेगा। प्रदेश के आठ शहरों में इसका असर देखने का मिलेगा। इसके बाद 10 अप्रेल से प्रदेश के अधिकतर जिलों में पश्चिमी विक्षोभ का असर रहेगा। जयपुर मौसम केन्द्र के अनुसार, 9 अप्रेल से पूर्वी हवाओं के प्रभावी होने से पूर्वी व दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में कहीं-कहीं मेघगर्जन, बारिश की गतिविधियां होने की संभावना है। आंधी-बारिश की गतिविधियां 11-12 अप्रेल को भी कहीं-कहीं जारी रहने की संभावना है। 13 अप्रेल से राज्य में एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से आंधी-बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने और अधिकतम तापमान में पुन: 2-3 डिग्री सेल्सियस गिरावट होने की संभावना है। इधर, गर्मी का असर सोमवार रहा। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान फलौदी में 41.6 डिग्री दर्ज किया गया। इसके बाद बाड़मेर में अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री दर्ज किया गया। राजधानी जयपुर में दिन का तापमान 37.6 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं सीकर में मौसम शुष्क रहा। दिन का तापमान सामान्य से ज्यादा रहा। बादल छंटने के कारण शाम को भी गर्मी का अहसास हुआ। फतेहपुर में अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री व न्यूनतम तापमान 16.5 डिग्री और सीकर में अधिकतम तापमान डिग्री व न्यूनतम तापमान डिग्री दर्ज किया गया। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
जयपुर में 101 साल की पूरण कंवर ने दिया वोट Monday 08 April 2024 03:30 PM UTC+00 लोकतंत्र के महापर्व में अपना योगदान किस प्रकार दिया जाए इसकी मिसाल पेश की है पूरण कंवर ने। 101 वर्षीय पूरण कंवर ने होम वोटिंग सुविधा का लाभ उठाते हुए अपने घर से ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस दौरान पूनम कंवर काफी उत्साहित नजर आई। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने बुजुर्गों के लिए यह काफी अच्छी सुविधा दी है। गत विधानसभा चुनाव में पूरण कंवर ने मतदान केन्द्र में जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। वहीं, होम वोटिंग के चौथे दिन सोमवार को जयपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 95.45 फीसदी और जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट में 96.73 फीसदी 85 वर्ष से अधिक आयुवर्ग व 40 फीसदी से अधिक दिव्यांग मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उप जिला निर्वाचन अधिकारी नीलिमा तक्षक ने बताया कि जयपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में होम वोटिंग के चौथे दिन पंजीकृत कुल 440 में से 420 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। 5 मतदाता निधन होने के कारण और 15 मतदाता अनुपस्थित होने के कारण मतदान नहीं कर पाए। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Rajasthan : जानिए क्यों मेल खाती है माया और अनामिका की घटना, एक में पति ने आत्महत्या की तो दूसरे में पत्नी की हत्या Monday 08 April 2024 04:06 PM UTC+00 सोशल मीडिया पर इन दिनोें काफी संख्या में लोग रील के आदी हो चुके हैं। इसमें दो तरह के लोग हैं, एक वो जो इसे बनाने के आदी हैं..दूसरे वो जो इसे देखने के। रील जैसे वीडियो पर हजारों-लाखों की संख्या में व्यूज आते हैं। जिसके कारण लोगों के बीच लोकप्रिय होने की होड़ सी मची हुई है। आप देखेंगे कि जमीन से लेकर आसमान, सड़क से लेकर पानी और घर से लेकर दुकान तक लोग रील के वीडियो को शूट कर रहे हैं। खासकर युवाओं के बीच इसको लेकर गजब का क्रेज हो गया है। हाल में एक घटना सामने आई जब एक रील क्रिएटर ट्रेन के पटरी पर रील्स बना रहा था, तभी ट्रेन आ गई और युवक अपनी जान से हाथ धो बैठा। हाल में इसी रील ने राजस्थान में दो जानें ली हैं। एक में पति ने आत्महत्या कर ली तो दूसरे में पति ने पत्नी की हत्या कर दी। आइए दोनोें केस को जानते हैं..
अलवर में पति ने सुसाइड कियाहाल की खबर राजस्थान के अलवर की है जहां रील की वजह से पति ने आत्महत्या कर ली। जानकारी के अनुसार पत्नी रील बनाने की आदी थी। पत्नी के सोशल मीडिया पर रील बनाने और उस पर आने वाले भद्दे कमेंट से पति और ससुराल जन परेशान थे। इस बात को लेकर पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। जिससे दोनों में मारपीट हुई और महिला ने पति के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया। मना करने के बावजूद भी पत्नी द्वारा सोशल मीडिया पर रील बनाने से परेशान और आहत होकर पति ने आखिर आत्महत्या कर ली।
फलोदी में पति ने ली पत्नी की जानदूसरी घटना इसी साल फरवरी महीने में हुई जब पत्नी की रील बनाने की आदत से परेशान होकर पति ने उसकी जान ले ली। मृतक अनामिका विश्नोई रील बनाती थी। जिससे पति अक्सर परेशान रहता था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच अक्सर विवाद होता, पति उसे रील बनाने से मना करता था। लेकिन पत्नी ने रील बनाने की आदत जारी रखी। समय के साथ-साथ इनके रिश्ते के बीच दूरियां भी बढ़ने लगीं। रील्स बनाने के बाद लोग बड़ी संख्या में अनामिका को फॉलो करने लगे। कई तरह के कमेंट्स आते। जांच में पता चला कि अनामिका किसी दूसरे लड़के से शादी करना चाहती थी। इससे पहले ही उसके पति ने उसकी जान ले ली। यह भी पढ़ें : सुसाइड करने वाले युवक की पत्नी के 57 हजार फॉलोअर, भद्दे कमेंट से परेशान पति ने किया था सुसाइड | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
जमीन के लिए परिवार को पत्थरों से मारा, पति-पत्नी और बेटा घायल, जयपुर से सामने आया खौफनाक वीडियो Monday 08 April 2024 04:10 PM UTC+00 सांगानेर में दादाबाड़ी जैन मंदिर के नजदीक एक जमीन पर कब्जा लेने की बात को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। इस दौरान सोमवार को जमीन पर कब्जा लेने आए पक्ष के पन्द्रह बीस लोगों ने दूसरे पक्ष पर जमकर पथराव कर दिया। जिसमें एक परिवार को निशाना बनाया गया। जिसमें पति-पत्नी और बेटा शामिल थे। सरेआम पथराव को देखकर क्षेत्र में दहशत फैल गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और पथराव करने वाले पक्ष के दो लोगों को हिरासत में लिया। जबकि दो को गिरफ्तार किया। पथराव करने वाले अन्य लोग भाग गए। पथराव में चार लोग घायल हो गए। पुलिस मौके से भागे अन्य बदमाशों को तलाश रही है। पथराव का भयावह कर देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से लोगों में दहशत है। एसीपी विनोद ने बताया कि जमीन खुद की होने का दावा करने वाले दूसरे पक्ष के भरतपुर के बयाना निवासी सुभाषचंद व नंदकिशोर को शांति भंग करने के मामले में गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी विवादित जमीन में से 600 वर्गगज जमीन खरीदना बताया है और पहले भी दोनों पक्षों में कब्जा लेने की बात को लेकर झगड़ा हो चुका है। मौके पर रहने वाले पक्ष के शंकर सुईवाल ने दूसरे पक्ष के खिलाफ पथराव करने के संबंध में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पथराव करने वाले अन्य बदमाशों की तलाश में पुलिस टीम जुटी है। मामले की जांच की जा रही है। आरोप घर पर महिलाएं थीं, तब आए आरोपी पथराव में घायल हुए लोगों का कहना है कि बदमाश सोमवार दोपहर को घरों में महिलाएं थीं, तब जमीन पर कब्जा करने पहुंचे और विरोध करने पर महिलाओं पर पथराव कर दिया। बाद में पुरुष पहुंचे तो उन पर भी जमकर पथराव किया। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
डिंकर पिकलबॉल ओपन चैंपियनशिप का आयोजन, वंश रूहेला को मिला स्वर्ण पदक Monday 08 April 2024 04:54 PM UTC+00 जयपुर। डिंकर पिकलबॉल ओपन में छात्र वंश रुहेला ने स्वर्ण पदक हासिल किया है। एथलेटिक कौशल के चमकदार प्रदर्शन में रुहेला ने 29 से 31 मार्च तक अहमदाबाद में आयोजित डिंकर पिकलबॉल ओपन चैंपियनशिप में बेहतर प्रदर्शन कर जीत हासिल की। धारव हाई स्कूल की प्रिंसिपल सीमा सहजपाल ने कहा कि वंश रुहेला की उपलब्धि दृढ़ता और समर्पण का सार प्रस्तुत करती है। उनकी सफलता न केवल गौरवान्वित करती है बल्कि हमारे पूरे छात्र समुदाय के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनती है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि न केवल रुहेला की असाधारण क्षमताओं को रेखांकित करती है, बल्कि देश भर के महत्वाकांक्षी एथलीटों के लिए एक प्रेरणा भी है। खेल के प्रति उनके दृढ़ समर्पण ने उन्हें पिकलबॉल महिमा के शिखर पर पहुंचा दिया है, जो किसी के जुनून की खोज में निहित असीमित क्षमता की पुष्टि करता है। उन्होंने कहा कि सभी छात्र छात्राओं को खेलों में रूचि लेनी चाहिए और जीवन में चाहे जो खेल हो, उसमें बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करनी चाहिए। ताकी सफलता के शिखर तक पहुंचा जा सके। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
ये है दुनिया का सबसे खतरनाक पदार्थ, 300 सेकंड संपर्क में रहे तो दो दिन में मौत Monday 08 April 2024 05:29 PM UTC+00 | Tags: miscellenous-world नई दिल्ली. धरती पर एक से एक खतरनाक पदार्थ पाए जाते हैं, लेकिन आपने यूक्रेन के पिपरियात में मौजूद 'हाथी पांव' के बारे शायद ही कभी सुना हो। विज्ञान पत्रिका नॉटिलस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक इसे धरती की सबसे खतरनाक वस्तु माना जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक यदि कोई 30 सेकंड इसके संपर्क में आ गया तो कोशिकाओं में रक्तस्राव शुरू हो जाएगा। चार मिनट तक इसके पास रुके तो उल्टी-दस्त और बुखार हो सकता है, जबकि 300 सेकंड यदि इसके संपर्क में रहे तो दो दिन के भीतर जान जा सकती है। दरअसल हाथी पांव वह आकृति है जो, परमाणु विस्फोट के बाद पिघले हुए द्रव्यमान से बनी। ये स्थान चेर्नोबिल के हादसे वाले स्थान पर बताया जाता है। 10 हजार रेंटजेन मापा गया विकिरण का स्तर हजारों वर्षों तक डरावनी रहेंगी चीजें Tags:
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
लोकसभा चुनाव डयूटी में लगे सहायक कर्मचारी से लेकर एरिया मजिस्ट्रेट का मानदेय बढ़ाया,,,किसे कितना मिलेगा पढें पूरी खबर Monday 08 April 2024 06:28 PM UTC+00 जयपुर। गुप्ता ने बताया कि चुनाव डयूटी के तहत मतदान के दिन बूथ पर नियुक्त माइक्रो ऑब्जर्वर को अब प्रथम दो दिवस के लिए 1,000 रुपये तथा दो दिवस से अधिक ड्यूटी पर 500 रुपये प्रतिदिवस (अधिकतम 3,000 रुपये) पारिश्रमिक दिया जाएगा। इससे पहले माइक्रो ऑब्जर्वर को पारिश्रमिक के रुप में एकमुश्त 1,000 रुपये दिए जाते थे। उन्होंने बताया कि होम वोटिंग के कारण कई माइक्रो ऑब्जर्वर की चुनाव ड्यूटी दो दिवस से अधिक होती है। अब इस वृद्धि से उन्हें लाभ मिल सकेगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान और मतगणना दल के साथ नियुक्त सहायक कर्मचारी का दैनिक भत्ता 250 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये किया गया है। इसी प्रकार, मतदान दल, जोनल मजिस्ट्रेट, एरिया मजिस्ट्रेट के साथ नियुक्त कार्मिक, होम गार्ड, फॉरेस्ट गार्ड, ग्राम रक्षक दल, एनसीसी सीनियर कैडेट, भूतपूर्व सैनिक आदि का मानदेय 350 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये किया गया है। साथ ही, वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के कार्य में नियुक्त कार्मिकों का मानदेय भी 250 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये किया गया है। गुप्ता ने बताया कि राज्य विधानसभा चुनाव-2023 के दौरान भी चुनाव कार्य में नियुक्त अधिकारियों और कर्मचारियों के मानदेय एवं पारिश्रमिक में वृद्धि की गई थी। मंहगाई दरों में वृद्धि को दृष्टिगत निर्वचान विभाग द्वारा इन कार्मिकों के मानदेय और पारिश्रमिक में वृद्धि की गई है। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
होलानी ग्रुप का SME फोकस्ड फंड लॉन्च Monday 08 April 2024 07:19 PM UTC+00 मुंबई . निवेश क्षेत्र में एक जाने-माने नाम, होलानी ग्रुप द्वारा प्रमोटेड(प्रचारित) होलानी वेंचर कैपिटल फंड को अपने वैकल्पिक निवेश फंड के पंजीकरण के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI-सेबी) से एक सरकारी विज्ञप्ति प्राप्त हुई है, जो इसे इक्विटी फंड हाउस के तौर पर संचालित करने में सक्षम बनाती है। यह ऐतिहासिक संचार होलानी समूह के लिए एक महत्वपूर्ण सीमाचिह्नरुप है, जो फंड प्रबंधन और निवेश के क्षेत्र में इसके प्रवेश का संकेत देता है। वेंचर कैपिटल फंड (VCF) - होलानी वेंचर कैपिटल फंड श्रेणी I AIF (ऑल्टरनेटीव इन्वेस्टमेंट फंड-वैकल्पिक निवेश फंड) - एक भारतीय विकास पूंजी निजी इक्विटी फंड है, जिसे होलानी कैपिटल एडवाइजर्स LLP द्वारा प्रबंधित और प्रायोजित किया जाता है। यह फंड अब SEBI के तहत श्रेणी I AIF - वेंचर कैपिटल फंड के रूप में विधिवत पंजीकृत हो गया है। SEBI की हरी झंडी के साथ, होलानी वेंचर कैपिटल फंड अब गतिशील भारतीय इक्विटी बाजारों में निवेशकों के 300 करोड़ रुपये जुटाने और निवेश करने के लिए सशक्त है। फंड के पास अतिरिक्त ₹100 करोड़ बनाए रखने का ग्रीनशू विकल्प भी है। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at rajasthanews12@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription. |