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Nav Samvatsar 2024 : रियायत काल की परंपरा आज भी कायम, 70 साल पुरानी चांदी की पोशाक पहनेंगे ठाकुरजी Tuesday 09 April 2024 02:08 AM UTC+00 Nav Samvatsar 2024 : जयपुर शहर स्थापना के समय के 130 साल पुराने चांदपोल बाजार स्थित ठिकाना रामचंद्र जी मंदिर पूरे देश में अपनी भव्यता के लिए विख्यात है। नवसंवत्सर- 2081 की शुरुआत के मौके पर पत्रिका ने मंदिर से जुड़ी विशेष पंरपराओं के निर्वहन की पुरानी चीजों को जाना। राजपरिवार के जमाने की परंपरा आज भी कायम महंत नरेंद्र तिवाड़ी ने बताया कि कलश पूजन के साथ ठाकुर जी के मंगला दर्शन शुरू होंगे। ठाकुर जी और शालिग्राम जी को पूजन के कलश से ही स्नान कराया जाता है केतकी, बेला गुलाब आदि नववर्ष के फूलों से श्रृंगार किया जाएगा। ठाकुर जी को 70 साल पुरानी चांदी के तार एवं रेशम से निर्मित पोशाक धारण कराई जाएगी। बालभोग में केसर दूध, लड्डू परोसे जाएंगे। मुख्य रूप से मिश्री, काली मिर्च और नीम की कोपल को मिलाकर भोग लगाया जाएगा। ताकि सब पूरे साल निरोगी रहे। श्रृंगार आरती के बाद ठाकुर जी को पंचांग सुनाया जाएगा। जिसमें पूरे वर्ष की ग्रह नक्षत्र की गणना, मुख्य चौघड़िया बताया जाएगा ताकि रामचंद्र प्रजा की रक्षा कर सके। महंत ने बताया कि राजपरिवार के जमाने से मंदिर में नवसंवत्सर पूजन, मिश्री, काली मिर्च और नीम का प्रसाद का भोग लगाया जाता है। पुराने समय में जयपुर के राजा यहां रामजी के दरबार में आते थे उनके साथ बहुत मात्रा में मिश्री, नीम और काली मिर्च का प्रसाद भेजा जाता था जो उनके पूरे परिवार में सेवकों और सैनिकों में बांटा जाता था जिससे वह निरोग रहकर प्रजा की सेवा कर सके। मंदिर में आज भी वर्ष 1901 सहित अन्य पंचाग सुरक्षित हैं। अयोध्या के कनक भवन की तर्ज पर बना मंदिर यह भी पढ़ें : Photos : जोधपुर में बोले बाबा बागेश्वर, धर्म से राजनीति चलती है, राजनीति से धर्म नहीं; देखें फोटो होगी विशेष सजावट 31 हजार दीपकों से होगी आरती यह भी पढ़ें : आज हवा-बादल देंगे तपिश से राहत, राजस्थान में मौसम विभाग ने जारी किया आंधी और बारिश का अलर्ट |
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