सरदारशहर. विद्युत समस्या को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले भानीपुरा गांव में धरना मंगलवार को भी जारी रहा। बड़ी संख्या में उपस्थित किसानों ने सहायक अभियंता कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान विद्युत वितरण निगम के खिलाफ जमकर नारे लगाए। सूचना मिलते ही एसडीएम रीना छिंपा व जोधपुर डिस्कॉम के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। किसानों को समझाइश की लेकिन वार्ता विफल रही। अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश महामंत्री छगनलाल चौधरी ने कहा कि पिछले एक साल से छह में से तीन घण्टे बिजली मिल रही है। इसके चलते किसानों की फ सलें चौपट हो रही है। वहीं कम वोल्टेज के चलते कुओं की मोटरें फुंक रही है। इससे किसानों को दोहरा नुकसान है। बिजली निगम के अधिकारियों को कई बार अवगत कराने के बावजूद भी समस्या का निराकरण नहीं हो रहा। इससे आक्रोशित किसानों ने आंदोलन शुरू किया है। चौधरी ने चेतावनी दी कि यदि समस्या का शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो 1 अक्टूबर को बड़ा आंदोलन किया जाएगा। किसान सभा राज्य कमेटी सदस्य निर्मल प्रजापत ने किसान विरोधी तीनों अध्यादेशो वापस लेने की मांग की। 25 सितम्बर को को भारत बंद में ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपनी भागीदारी निभाने का आह्वान किया। इस अवसर पर जिला मंत्री उमराव सारण ने बीमा क्लेम को लेकर किसानों को उनकी समस्याओं से अवगत कराया। माकपा नेता रामकृष्ण छिंपा ने धरने का संचालन करते हुए कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होगी। यहां से नहीं उठेंगे। निवर्तमान बीडीसी सदस्य समुन्द्र हुड्डा ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर एसएफआई तहसील अध्यक्ष महेंद्र मेघवाल, मानाराम पोटलिया, बलवीर भारती, सांवरमल मेघवाल, किसान सभा के जीवनराम मेघवाल, अध्यक्ष भगवानाराम जाखड़, मंत्री काशीराम सारण, लूणानाथ सिद्ध, उमाराम पोटलिया, रूपचंद सारण ने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर प्रभुनाथ, पन्नानाथ, किशनलाल, पूर्णराम, विकास बाजीगर, प्रभुराम, डूंगरराम, बनवारीलाल, शंकरनाथ आदि किसान धरने पर बैठे।
September 23, 2020 at 06:08AM