जयपुर। आलू, टमाटर, प्याज के साथ-साथ हरी सब्जियों के दाम घटने का नाम नहीं ले रहे है। सबसे ज्यादा लोगों को आलू और प्याज में आई तेजी रूला रखा है। प्याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने इसके निर्यात पर रोक लगा दी है, फिर भी मंडियों में आवक में सुधार नहीं आया है। प्याज का खुदरा भाव 40 से 50 रुपए प्रति किलो चल रहा है। बीते तीन महीने में प्याज का दाम तकरीबन दो से तीन गुना बढ़ गया है। कुछ राहत के बाद उक बार फिर तमाम सब्जियों के दाम आसमान चढ़ गए हैं, जिससे आम उपभोक्ता परेशान हैं। खासतौर से आलू और प्याज की महंगाई ने उनकी परेशानी और बढ़ा दी है और सब्जी कारोबारी बताते हैं कि सब्जियों की नई फसल की आवक जब तक शुरू नहीं होगी, तब तक कीमतों में नरमी आने की संभावना नहीं है।
लौकी, भिंडी, खीरा, करेला, गोभी समेत तमाम सब्जियों के दाम में बीते सप्ताह के मुकाबले 10 रुपए से 20 रुपए किलो की बढ़ोतरी हुई है। वर्तमान में बाजार में ऐसी कोई सब्जी नहीं है जो ४0 रुपए किलो से कम हो और आलू, टमाटर और प्याज की महंगाई ने तो मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। सब्जी कारोबारियों का कहना है कि टमाटर स्टॉक से आ रहा है और सब्जी मंडियों में जितनी मांग है उससे कम आवक हो रही है। मुहाना मंडी अध्यक्ष राहुल तंवर ने बताया कि सब्जियों की खपत के मुकाबले आपूर्ति कम होने से कीमतों में इजाफा हुआ है, जबकि फलों की आवक बढऩे से कीमतों में नरमी आई है। नई फसल की आवक हालांकि अक्टूबर में शुरू हो जाएगी, लेकिन नवंबर से पहले आवक जोर पकडऩे लगेगी।
सब्जियों के खुदरा दाम (रुपए प्रति किलो)
आलू 30 से 40
प्याज 40 से 50
टमाटर 60 से 70
फूलगोभी 150
बंदगोभी 60 से 70
लौकी/घीया 50
तोरई 50
भिंडी 60
खीरा 50 से 60
बैंगन 50
शिमला मिर्च 100 से 120
पालक 60
धनिया पत्ता 450
हरी मिर्च 120
October 01, 2020 at 08:58AM