>>: Digest for August 18, 2021

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Table of Contents

Jaipur निदेशालय स्वास्थ्य भवन में स्वाधीनता दिवस के अवसर पर निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. केके शर्मा ने ध्वजारोहण किया। उन्होंने टीकाकरण में उत्कृष्ट कार्य करने पर प्रोजेक्ट डायरेक्टर टीकाकरण डॉ. रघुराज सिंह, सहायक औषधि नियंत्रक दिनेश तनेजा, स्टेट कोविड-19 चिकित्सा मंत्री हेल्पलाइन पर कार्यरत राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री सुनील शर्मा, राज्य नियंत्रण कक्ष प्रभारी रमेश कुमार गौतम को भी सम्मानित किया। इस मौके पर निदेशक आरसीएच डॉ. लक्ष्मण ओला, डॉ. रवि प्रकाश शर्मा, संयुक्त निदेशक राजपत्रित डॉ. ओपी शर्मा सहित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

बस्तियों में उल्लास से मनाया स्वतंत्रता दिवस
सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स एंड सोशल वेलफेयर की ओर से काबा आईटी सेंटर औलिया मस्जिद हसनपुरा और बंदा बस्ती में स्वतंत्रता दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। औलिया मस्जिद पर झंडारोहण हाफिज मोहम्मद मुफीद ने और बंदा बस्ती नाहरी का नाका में झंडारोहण पार्षद नवाब अली चिरानिया, कारी ईसाक ने किया। संस्था सचिव सरोज खान ने कहा कि सांप्रदायिक हिंसा देश के सकल घरेलू उत्पाद को नुकसान पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा कि संस्थान द्वारा दिया गया कंप्यूटर आईटी प्रमाण पत्र रोजगार के भी विभिन्न अवसर देगा, जिससे परिवार व देश को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा सकती है।

राष्ट्र निर्माण में योगदान की अपील
खोह नागौरियान स्थित मदरसा जामिया रहमानिया में राजस्थान के चीफ काजी खालिद उस्मानी की अध्यक्षता में स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया गया। यहां चीफ काजी खालिद उस्मानी ने झंडारोहण करते हुए सभी से राष्ट्र निर्माण में योगदान की अपील की।

रक्तदान शिविर का आयोजन
भारत विकास परिषद चित्रकूट नगर शाखा की ओर से रक्तदान कार्यक्रम का आयोजन मुख्य अतिथि पूर्व जस्टिस दीपक माहेश्वरी के सानिध्य में हुआ। कार्यक्रम में 108 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। इस अवसर पर परिषद के उत्तर पूर्व रीज़न के अध्यक्ष आरए सक्सेना, ओपी रावत, ओपी गुप्ता, शाखा अध्यक्ष संजीव भार्गव, सचिव सुनील दीक्षित, वित्त सचिव लोकेश अग्रवाल, कार्यक्रम संयोजक अनुज चांडक, महानगर संघचालक चैन सिंह राजपुरोहित, जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा, ग्रेटर नगर निगम जयपुर मेयर शील धाबाई सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

जयपुर। निदेशालय स्वायत्त शासन विभाग में निदेशक दीपक नन्दी ने ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर उत्कृष्ट एवं श्रेष्ठ कार्य करने वाले तथा कोरोना काल में इंदिरा रसोई योजना में बेहतर सेवाएं देने वाले कर्मचारी-अधिकारियों का राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया। इंदिरा रसोई योजना के लिए तीन संस्थाओं को पुरस्कृत किया। पेन्थर एज्यूकेशन सोसायटी, जोधपुर को प्रथम पुरस्कार के रूप में 21 हजार रुपए नगद व प्रशस्ति पत्र, विधा जन जागरण संस्थान, धौलपुर को द्वितीय पुरस्कार के रूप में 15 हजार रुपए और श्रीनाथ शिक्षण प्रशिक्षण स्वास्थ्य एवं सोशल वेलफेयर सोसायटी, रावतसर (हनुमानगढ़) को तृतीय पुरस्कार के रूप में 11 हजार रुपए व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक संजीव कुमार पाण्ड़ेय, विभागीय समन्वय समिति के अध्यक्ष विमलेश शर्मा, महामंत्री रामूलाल शर्मा व पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

इन्हें किया सम्मानित
निदेशक दीपक नन्दी ने स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए कहा कि आज हम उन्हीं के त्याग व बलिदान के कारण स्वतंत्र हैं। हमें उनके दिखाए गए मार्ग पर चलना है एवं देश को पूर्ण सत्य एवं निष्ठा के साथ आगे बढ़ाना है। इस अवसर पर उत्कृष्ट एवं उल्लेखनीय राजकीय सेवाओं के लिये स्टेट नोड़ल ऑफिसर, इंदिरा रसोई योजना नरेश गोयल, कविता चौधरी, सचिव, राज्य भर्ती आयोग, मदन कुमार शर्मा, सलाहकार, सतीश गुप्ता व एन. के. वर्मा, अधिशाषी अभियन्ता, अंजु शर्मा व कैलाश व्यास, निजी सचिव, प्रमोद शर्मा, सहायक लेखाधिकारी, कयामुददीन, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी, श्रीराम मीणा, सहायक प्रोग्रामर, अल्पेश माथुर व अमित शर्मा, कनिष्ठ अभियन्ता, विक्रम वर्मा, स्वास्थ्य निरीक्षक, पवन शर्मा एवं तरूण मिश्रा, कनिष्ठ अभियन्ता को प्रशस्ति प्रमाण-पत्र प्रदान किए।

राखी बाजार सजकर तैयार, इस बार दिनभर बंधेंगी राखी
— रक्षा बंधन का त्योहार 22 अगस्त को
— इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं
— बाजार में 5 रुपए से 200 रुपए तक की राखी

जयपुर। श्रावण शुक्ल पूर्णिमा पर 22 अगस्त को रक्षा बंधन का त्योहार (Raksha Bandhan Festival) मनाया जाएगा। इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं होने से दिनभर राखी बंध सकेगी। वहीं रक्षाबंधन को लेकर शहर में राखी बाजार (Rakhi Bazaar) सजकर तैयार है। बाजारों में राखियों की दुकानों पर भीड़ भी नजर आने लगी है। राखी का त्योहार नजदीक आने के साथ ही सुबह से देर रात तक राखी बाजारों में रोनक देखने को मिल रही है।

परकोटा क्षेत्र में नाहरगढ़ रोड, झालानियों का रास्ता, चांदपोल बाजार, किशनपोल बाजार, त्रिपोलिया बाजार सहित अन्य बाजारों और गलियों में राखियों की दुकानें है, जहां सुबह से देर शाम तक ग्राहकी हो रही है। पिछले साल के मुकाबले इस बार ग्राहकी अच्छी होने से दुकानदार भी खुश नजर आ रहे है। झालानियों के रास्ते में एक माह पहले से ही दुकानें खुली हुई है। हालांकि दुकानदारों की मानें तो शुरुआत में गिने—चुने ही ग्राहक आते थे, अब ग्राहकी ने रफ्तार पकड़ी है। झालानियों का रास्ता में दुकानदार श्याम मोदी ने 5 रुपए से लेकर 200 रुपए तक की राखी है, हालांकि महिलाएं 5 रुपए से 30 रुपए तक की ही राखी अधिक पसंद कर रही हैं।

प्रदोषकाल में राखी बांधना श्रेष्ठ
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि 22 अगस्त को पूर्णिमा तिथि शाम 5 बजकर 32 मिनट तक है, जो तीन मुहूर्त्त से अधिक होने से रक्षाबन्धन इसी दिन मनाया जाएगा। रक्षाबन्धन पर इस वर्ष भद्रा सुबह 6 बजकर 13 मिनट तक ही है। ऐसे में इस बार दिनभर राखी बांधी जा सकेगी। हालांकि अपराह्न काल समय दोपहर एक बजकर 46 मिनट तक और प्रदोष काल के समय शाम 6 बजकर 54 मिनट से रात 9 बजकर 08 मिनट तक राखी बांधने का समय शास्त्र सम्मत होगा। साथ ही अभिजित मुहूर्त दोपहर 12.04 बजे से 12.55 बजे के अलावा चौघडियों के अनुसार भी राखी बांधी जा सकेगी।

Jaipur प्रदेश में कोरोना (Corona Virus) के नए मामलों में उतार-चढ़ाव जारी है। सोमवार को सिर्फ 5 जिलों में 11 नए संक्रमित दर्ज किए गए। जबकि एक दिन पहले ही रविवार को 18 नए कोरोना पॉजिटिव मिले थे। इससे पहले 10 अगस्त को भी सिर्फ 11 मामले ही मिले थे। उसके बाद पांच दिनों तक इनमें बढ़ोतरी देखी गई, अब एक बार फिर संख्या में कमी से राहत सी है। वहीं कोरोना से मौत पर भी लगाम जारी है। अब ऐसे जिलों की संख्या भी दिन-ब-दिन कम होती जा रही है, जहां से संक्रमित मिले रहे हैं। सोमवार को भी राज्य के 28 जिलों में नए मामलों की संख्या शून्य दर्ज हुई है। एक्टिव केस (Corona Active Case) कम होकर अब 180 रह गए हैं।
यह रहा कोरोना का गणित
कोरोना के जयपुर में 4, सवाईमाधोपुर में 3, अलवर 2, सीकर 1 और झालावाड़ में 1 नया कोरोना संक्रमित दर्ज किया गया है।

अब तक का कुल आंकड़ा
प्रदेश में कोरोना की दोनों लहर की बात करें तो अब तक कुल 1,33,52,791 लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है। इनमें से 953954 लोग संक्रमित (corona Positive) पाए गए। कुल 944820 मरीज इस संक्रमण से रिकवर हो चुके हैं तो अब 8954 लोगों की कोरोना महामारी के कारण जान जा चुकी है।
जयपुर में चार क्षेत्रों में मिले नए मरीज
जयपुर जिले में कोरोना संक्रमण में दो दिनों से फिर कमी दिखाई दी, लेकिन अब भी संख्या स्थिर नहीं हुई है। सोमवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक जिले में 4 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। जबकि एक दिन पहले रविवार का यह संख्या तीन थी। जबकि शनिवार को जिले में 8 नए मामले दर्ज किए गए थे। सोमवार को जिले के जगतपुरा, जमवारामगढ़, राजापार्क और अचिन्हित क्षेत्र से एक-एक नया मरीज मिला है।

जयपुर। बंगाल की खाड़ी के पास नया दबाव क्षेत्र बनने से मानसून बारिश का थमा हुआ चक्र दोबारा शुरू होगा। मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे के दौरान मानसूनी गतिविधियों में फिर तेजी आने लगेगी। मानसून के सक्रिय होने से प्रदेश कुछ जिलो में भारी बारिश के संकेत है। गौरतलब है कि प्रदेश में दो सप्ताह से मौसम शुष्क बना हुआ है।

आगे क्या
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार 20-21 अगस्त को पूर्वी तथा 21-22 अगस्त को पश्चिमी राजस्थान में बरसात की संभावना है। स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार 17-18 अगस्त को भी पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में बरसात हो सकती है।

रिपोर्ट के अनुसार 17 व 18 अगस्त को कोटा, बूंदी, भीलवाड़ा, चित्तोडगढ़़, उदयपुर, झालावाड़ व टोंक में बरसात हो सकती है। जबकि मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बरसात की गतिविधियां 18 अगस्त से शुरू होगी। 18 को करौली, सवाईमाधोपुर, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, चित्तोडगढ़़, उदयपुर, प्रतापगढ़, डूंगरपुर व बांसवाड़ा तथा पश्चिमी राजस्थान के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, नागौर व पाली जिलों में एक दो स्थानों पर मेघ गर्जन व हल्की बरसात के साथ बिजली चमक सकती है। जबकि डूंगरपुर व बांसवाड़ा जिलों में एक दो स्थानों पर भारी बरसात की संभावना है।

19 अगस्त को अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तोडगढ़़, धोलपुर, दौसा, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमन्द, सवाईमाधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक व उदयपुर जिलों तथा पश्चिमी राजस्थान के हनुमानगढ, श्रीगंगानगर, चूरू, नागौर व पाली में में एक दो स्थानों पर मेघगर्जन के साथ आकाशीय बिजली देखने को मिल सकती है। इनमें कोटा, बारां, झालावाड़, चित्तोडगढ़़, उदयपुर, प्रतापगढ़, डूंगरपुर व बांसवाड़ा में एक दो स्थानों पर भारी बारिश के संकेत है।

—22 अगस्त तक 20 और ट्रेनें बिजली से दौडेंगी
जयपुर
जयपुर रेलवे स्टेशन अब विद्युतीकरण में भी मध्य भारत और दक्षिण भारत से जुड गया है। इससे अब पूणे, इंदौर, भोपाल, हैदराबाद, मुंबई सहित कई मध्य और दक्षिण भारत जाने के लिए अब रास्ता आसान हो जाएगा। उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर मंडल के सवाई माधोपुर से जयपुर रेलमार्ग पर बिजली इंजन से चली पहली ट्रेन 02939 पुणे जयपुर सुपरफास्ट सोमवार 16 अगस्त को जयपुर पहुंची। इस दौरान ट्रेन की गति 110 किलोमीटर प्रतिघंटा की रही।
जयपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक नरेंद्र ने कहा कि पहली ट्रेन का संचालन सफलतापूर्वक हो गया है। अब जयपुर मंडल का लक्ष्य है कि 22 अगस्त तक जयपुर से सवाई माधोपुर रेलमार्ग पर 20 ट्रेनों को इलेक्ट्रिक इंजन का संचालन किया जाए। इसके अलावा बहुत तेजी से हम 50 ट्रेनों को इलेक्ट्रिक इंजन पर ले जाने की तैयारी कर रहे हैं।
गौरतलब है कि जयपुर से सवाई माधोपुर के 131 किलोमीटर के इस रेलखंड और जयपुर रेलवे यार्ड को 30 जुलाई को सीआरएस की अनुमति मिली थी। इसके तुरंत बाद ही इस रेलमार्ग बिजली से मालगाडी का परिचालन शुरू कर दिया गया था। 16 अगस्त को बिजली से चलने वाली पहली यात्री गाडी जयपुर पहुंची है।
इस रूट के विद्युतीकरण में रेलवे ने 142 करोड रुपए खर्च किए हैं। इलेक्ट्रिक ट्रेन डीजल ट्रेन के मुकाबले मालगाड़ियों के लिए लगभग 1/4 गुणा और यात्री गाड़ियों के लिए लगभग 1/ 2.5 गुणा किफायती होती है।


पिछले कई दिनों से गर्मी और उमस से परेशान प्रदेशवासियों को जल्द ही राहत मिलने वाली है। मौसम विभाग के मुताबिक आगामी 24 घंटों में बंगाल की खाड़ी व उड़ीसा-आंध्रप्रदेश से लगते हुए क्षेत्र के निकट प्रेशर एरिया बनने की संभावना है। जिसके प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में बारिश की गतिविधियों में 17 और 18 अगस्त से बढ़ोतरी होने की संभावना है। इस दौरान तीव्र मेघगर्जन के साथ वज्रपात होने की संभावना बनी रहेगी। मौसम विभाग ने 17 और 18 अगस्त को पूर्वी राजस्थान के कोटा और उदयपुर संभाग में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की वर्षा और एक दो स्थानों पर भारी बारिश भी होने की संभावना जताई है। 19 और 20 अगस्त को जयपुर और भरतपुर संभाग में भी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। वहीं पश्चिमी राजस्थान में अगले तीन दिन तक मौसम शुष्क रहेगा। इसके बाद छुटपुट स्थानों पर हलके से मध्यम बारिश की सम्भावना है।
तापमान में हुई बढ़ोतरी
बरसात नहीं होने के कारण राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के विभिन्न भागों में तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। सोमवार को राजधानी जयपुर का दिन का तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो रविवार की तुलना में 1.2 डिग्री अधिक था। इसी तरह अजमेर के दिन के तापमान में 1.7 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। प्रदेश में चूरू का दिन का तापमान सबसे अधिक 40.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो रविवार की तुलना में 1.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। हालांकि श्रीगंगानगर के दिन के तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस की कमी भी हुई है।
प्रदेश के विभिन्न भागों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान
अजमेर 35.4 25.4
जयपुर 36.0 26.0
कोटा 35.4 25.6
डबोक 33.2 23.4
बाड़मेर 36.6 26.5
जैसलमेर 37.0 24.8
जोधपुर 37.1 27.5
बीकानेर 39.0 27.1
चूरू 40.3 24.6
श्रीगंगानगर 35.4 29.7
भीलवाड़ा 34.0 23.0
वनस्थली 36.1 25.8
अलवर 37.6 27.8
पिलानी 37.6 24.9
सीकर 36.5 23.5
चित्तौडगढ़़ 34.9 23.6
फलौदी 37.8 28.4
सवाई माधोपुर 37.2 27.0
धौलपुर 37.0 27.0
पाली 38.1 27.2
नागौर 37.2 25.9
टोंक 37.4 26.0
बूंदी 35.4 25.5

जयपुर
75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर परिवहन भवन में परिवहन आयुक्त महेंद्र सोनी ने ध्वजारोहण किया। राज्यस्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में सोनी ने कोविड-19 की विकट स्थितियों के दौरान प्रदेश में ऑक्सीजन परिवहन में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले 30 अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिंह देकर सम्मानित किया।

इनमें प्रादेशिक परिवहन अधिकारी (आरटीओ) राकेश शर्मा, संयुक्त परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा) निधि सिंह, उप परिवहन आयुक्त (प्रशासन) अमृता चौधरी, उप वित्तीय सलाहकार श्री मनोज गर्वा, अलवर आरटीओ रानी जैन, आरटीओ अजमेर अर्जुन सिंह राठौड़, निजी सचिव (परिवहन आयुक्त) विजय कुमार मल्होत्रा, जिला परिवहन अधिकारी (डीटीओ) भीलवाड़ा डॉ. वीरेंद्र सिंह राठौ़ड़, डीटीओ जोधपुर गणपत पूनड़, डीटीओ भिवाड़ी सुमन डेलू, डीटीओ उदयपुर डॉ. कल्पना शर्मा, डीटीओ आबू रोड़ पीआर जाट, डीटीओ (प्रर्वतन) जयपुर आरके चौधरी, अतिरिक्त निजी सचिव (अतिरिक्त परिवहन आयुक्त) बृजमोहन चूलेट, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी सुरेंद्र कुमार शर्मा को सम्मानित किया गया।

परिवहन निरीक्षक राजेश स्वामी, आशीष जैन, रजनीश विद्यार्थी, झाबर सिंह, सहायक लेखा अधिकारी द्वितीय जयपुर संदीप लुहाड़िया, सहायक प्रशासनिक अधिकारी हनुमान सहाय शर्मा, परिवहन उप निरीक्षक अनिल कुमार मीणा, हंसराज टैपण, दीपक शर्मा, सूचना सहायक रेखा शर्मा, कृतिका शर्मा, यमन खंडेलवाल, वाहन चालक किशोर सिंह, रामप्रकाश, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी प्रीतम सिंह को भी परिवहन आयुक्त और अपर परिवहन आयुक्त ने सम्मानित किया गया। समारोह में मुख्यालय के अधिकारी-कर्मचारी सहित प्रदेष के कई आरटीओ-डीटीओ, निरीक्षक और अन्य कर्मचारी शामिल रहे


31 अगस्त तक कर सकेंगे आवेदन

राजस्थान विश्वविद्यालय (Rajasthan University) के बाद अब प्रदेश (State) के सरकारी कॉलेजों (Gove colleges) में एडमिशन प्रक्रिया (Admission Process) शुरू हो रही है। बुधवार से यूजी फस्र्ट ईयर (Ug First Year) में एडमिशन(Admission) के लिए फॉर्म (form) भरे जाएंगे। फॉर्म 31 अगस्त तक भरे जाएंगे और 6 सितंबर को अंतिम वरीयता सूची व प्रतीक्षा सूची (Waiting list) प्रकाशित (Publish) की जाएगी। प्रदेशभर के 300 से ज्यादा सरकारी कॉलेजों में 1.91 लाख सीटें हैं। राजस्थान यूनिवर्सिटी (Rajasthan University) के संघटक कॉलेजों में एडमिशन के लिए 19 अगस्त तक छात्र ऑनलाइन आवेदन (Online Apply) कर सकते हैं। इसके बाद कट ऑफ लिस्टें (Cut of lists) जारी की जाएगी। राजस्थान विश्वविद्यालय (Rajasthan University) में यूजी में करीब 7 हजार सीटें हैं।

05 यूनिट रक्त एकत्रित

जयपुर।

महावर वैश्य नवयुवक सेवा संस्था की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। मोतीडूंगरी रोड स्थित महावर वैश्य छात्रावास में आयोजित शिविर में 105 यूनिट रक्त संकलित किया गया।

जेडीए में बदले उपायुक्त, 21 उपायुक्तों का किया कार्य विभाजन

— जेडीसी गौरव गोयल ने जारी किए आदेश
— जेडीए में आए 6 उपायुक्तों को दी जिम्मेदारी

जयपुर। जेडीए में सोमवार को कई उपायुक्तों को बदल (Deputy Commissioner transferred) दिया, वहीं जेडीए में नवपदस्थापित उपायुक्तों को जोन की जिम्मेदारी सौंपी गई। जेडीसी गौरव गोयल ने जेडीए के 21 उपायुक्तों का कार्य विभाजन किया। इनमें जेडीए में आए 6 उपायुक्तों को जिम्मेदारी दी गई। जबकि कई उपायुक्तों के जोन बदल दिए गए। जिन उपायुक्तों के पास दो या उससे अधिक जोनों की जिम्मेदारी थी, उनको अब एक ही जोन की जिम्मेदारी दी गई है। हालांकि 7 उपायुक्तों को यथावत रखा है।

जेडीसी गौरव गोयल ने एक आदेश जारी कर 21 उपायुक्तों का कार्य विभाजन किया है, उनमें 7 उपायुक्तों पर भरोसा जताते हुए उन्हें यथावत रखा गया है। इनमें पृथ्वीराज नगर के चारों उपायुक्तों के साथ जोन 5, जोन 6 और जोन 9 के उपायुक्तों को यथावत रखा गया है। हालांकि रामरतन शर्मा का जोन 2 का अतिरिक्त चार्ज हटा दिया गया है। वहीं उपायुक्त नरेश सिंह तंवर को भी एक जोन की जिम्मेदारी दी गई है।


किस को क्या दी जिम्मेदारी

उपायुक्त — कार्य
सुरेन्द्र सिंह यादव — जोन एक
बनवारी लाल — जोन 2
शैफाली कुशवाहा — उपायुक्त जांच
ममता यादव — जोन 4
बलवंत सिंह लिग्री — जोन 3
नानूराम सैनी — जोन 5
अशोक कुमार योगी — जोन 6
जगत राजेश्वर — जोन 7
शेर सिंह लुहाडिया — जोन 8
विजेन्द्र कुमार — जोन 9
हरफूल पंकज — जोन 10
ओमप्रकाश थानवी — जोन 14
नरेन्द्र सिंह तंवर — जोन 12
निशा — जोन 13
प्रवीण कुमार अग्रवाल — जोन 11
रामरतन शर्मा — उपायुक्त पीआरएन उत्तर प्रथम
मुकेश कुमार — उपायुक्त पीआरएन उत्तर द्वितीय
अंजू वर्मा — उपायुक्त पीआरएन दक्षिण प्रथम
मानसिंह मीणा — उपायुक्त पीआरएन दक्षिण द्वितीय
वीरेन्द्र सिंह द्वितीय — उपायुक्त प्रशासन, स्टोर
चन्द्र कुमार — उपायुक्त एसएम

जयपुर
सीमा सुरक्षा बल, राजस्थान फ्रंटियर ने धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस मनाया। इस मौके पर बीएसएफ के महानिरीक्षक पंकज गूमर ने तनोट पोस्ट पर उपस्थित सभी सीमा प्रहरियों तथा भारी मात्रा में आये जनमानस के साथ ध्वजारोहण किया। इसके साथ ही 11 से 17 अगस्त तक चल रहे सात दिवसीय आपरेशन अलर्ट एक्सरसाइज का भी जायजा लिया।
75वीं वर्षगांठ के मौके पर'आजादी के अमृत महोत्सव'' के तहत फ्रंटियर मुख्यालय, सीमा सुरक्षा बल, राजस्थान द्वारा लगभग 850 मिलोमीटर लम्बी एक मोटरसाईकिल रैली फ्रंटियर मुख्यालय सीमा सुरक्षा बल, जोधपुर से पोकरण और जैसलमेर होते हुए सीमावर्ती विश्व विख्यात तनोट माता मन्दिर से होते हुए सीमा चौकी बवलियान तक निकाली गई।
इस रैली के दौरान आमजन को भारत सरकार के 'फिट इण्डि़या मिशन' और अधिकाधिक पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रेरित किया गया। मोटरसाईकिल रैली द्वारा रामगढ़-तनोट रोड़ पर 1500 वृक्षों का वृक्षारोपण राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के साथ मिलकर किया गया। गौरतलब है कि तनोट माता मंदिर बीएसएफ के लिए एक विशेष स्थान रखता है।

जयपुर। 15 वीं राजस्थान विधानसभा के मानसून सत्र का आगाज 9 सितंबर को सुबह 11 बजे से होगा। सत्र बुलाने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने सोमवार को अधिसूचना जारी कर दी है। सूत्रों के मुताबिक कोरोना संक्रमण के चलते मानसून सत्र छोटा रह सकता है। बताया जा रहा है कि 4 से 5 दिन तक चलने वाले मानसून सत्र में गहलोत सरकार लगभग एक दर्जन बिल लाने की तैयारी में है, जिसमें जवाबदेही कानून भी शामिल है।

कैबिनेट की बैठक में लगेगी सत्र बुलाने के प्रस्ताव पर मुहर
सूत्रों की माने तो बुधवार को कैबिनेट की बैठक बुलाकर विधानसभा के मानसून सत्र बुलाए जाने के प्रस्ताव पर कैबिनेट की मुहर लग सकती है। गौरतलब है कि 15 वीं विधानसभा के छठे सत्र जो बजट सत्र के रुप में बुलाया गया था उसका सत्रावसान नहीं होने की स्थिति में इस इसे षष्टम सत्र ही कहा जाएगा। दरअसल 19 मार्च को विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था। 6 महीने के प्रावधान के चलते 19 सितंबर से पहले सत्र बुलाना जरूरी था, जिसके बाद 9 सितंबर से मानसून सत्र शुरू करने का फैसला लिया गया।

सत्ता पक्ष विपक्ष करेंगे एक दूसरे को
वहीं दूसरी ओर मानसून सत्र में जहां विपक्ष फसल खराबा-बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरेंगे तो वहीं सत्ता पक्ष देश में किसान आंदोलन, बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर भाजपा का घेरने की तैयारी में हैं।

जयपुर। राज्य विधानसभा का सत्र 9 सितम्बर से शुरू होने जा रहा है। विधानसभा ने इस सम्बन्ध में सोमवार को अधिसूचना जारी कर दी। यह मानसून सत्र छठा सत्र ही कहलाएगा। 19 मार्च को छठा सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया था, लेकिन सत्रावसान नहीं हुआ था। इस सत्र में सरकार 11—12 बिल ला सकती है।

लोकसभा के मानसून सत्र के हंगामेदार रहने के बाद विधानसभा के मानसून सत्र के भी हंगामेदार ही रहने की संभावना बन रही है। विपक्षी दल और कांग्रेस इस सत्र में पेगेसस, प्रदेश में कानून व्यवस्था और किसान आंदोलन को लेकर आमने सामने हो सकते हैं। दोनों मुख्य राजनीतिक दलों कांग्रेस और भाजपा ने विधानसभा सत्र को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है। सत्र शुरू होने से पहले छह जिलों के पंचायत राज चुनाव के परिणाम भी आ जाएंगे, एेसे में इसकी छायां भी नजर आएगी। भाजपा किसान कर्ज माफी, कानून व्यवस्था, बेरोजगारी भत्ते समेत अन्य मुद्दों पर सत्ता पक्ष को घेरने की कोशिश करेगी, वहीं सत्ता पक्ष ने भी विपक्ष की संभावित रणनीति को देखते हुए अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। भाजपा की रणनीति नेता प्रतिपक्ष नेता गुलाब चंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ और सतीश पूनिया मिलकरर बनाएंगे, वहीं सत्ता पक्ष सत्ता पक्ष में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अन्य प्रमुख नेताओं के साथ विपक्ष और केंद्र को घेरने की रणनीति तैयार करेंगे। पहले ये कयास लगाए जा रहे थे कि अगस्त के अंतिम सप्ताह में मानसून सत्र की शुरूआत हो सकती है, लेकिन अब यही तय किया गया है कि पंचायत चुनाव बाद ही सत्र बुलाया जाएगा।

जयपुर. जेडीए की प्रवर्तन शाखा ने सोमवार को जोन—05 में मोहन नगर पार्क और द्रव्यवदी नदी के किनारे जेडीए स्वामित्व की जमीन से अतिक्रमण हटाया।
यहां अवैध रूप से 15 फीट लंबी और 2.5 फीट ऊंची दीवार का निर्माण कर लिया था। करीब 37.5 फीट पर कब्जा कर लिया था। इस अवैध निर्माण को जेडीए की टीम ने हटाया। इसी तरह त्रिवेणी पुलिया के पास भी सरकारी जमीन से अवैध कब्जे हटाए।

ये भी की कार्रवाई
—जोन-12 में सीकर रोड स्थित राधाविहार कॉलोनी में सड़क सीमा से 25 स्थानों से अवैध कब्जे हटाए। यहां 12 चबूतरे और 11 स्थानों पर लाहे की जालियां लगाकार पेड़ पौधे लगा रखे थे।

—पीआरएन, उत्तर के महाराणा प्रताप रोड स्थित सूरज नगर विस्तार में भी कार्रवाई करते हुए 10 स्थानों से अतिक्रमण हटाए।

लोहे की एंगल लगा रोक दिया रास्ता, नहीं हो रही कोई सुनवाई

न्यू सांगानेर रोड स्थित असींद नगर और जैम विहार को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर लोहे की एंगल लगाकर रास्ता रोक दिया। ऐसे में स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लोगों का कहना है कि कई बार जेडीए और निगम में शिकायत कर चुके, लेकिन कोई कार्रवाई करने नहीं आ रहा है। लोगों को बेवजह चक्कर काटकर जाना पड़ता है।
स्थानीय निवासी सतीश वासवानी ने बताया कि सड़क निर्माण के दौरान यह लोहे की एंगल कुछ लोगों ने लगवा दी। तक दिया था कि वाहन निकलने की वजह से मिट्टी उड़ती है, लेकिन कुछ लोग कॉलोनी में व्यवसायिक गतिविधियां करते हैं। लोडिंग वाहन रात को खड़े होते हैं।

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जयपुर। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने पुलिस महानिदेशक की ओर से अपराध को लेकर गिनाए गए आंकड़ों पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जनता की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता नहीं है। जनघोषणा पत्र में जनता की सुरक्षा शामिल नहीं थी। सरकार यह बताए कि आगे के ढाई साल में राज्य की जनता को सुरक्षा का भरोसा मिलेगा क्या ?
पूनिया ने सोमवार को यहां पत्रकारों से कहा कि एफआइआर के आंकड़े बढऩे और अपराधों पर कार्रवाई होने में बड़ा फर्क है। कानून व्यवस्था राज्य सरकार की प्राथमिकता में नहीं है। इनकी प्राथमिकता कुर्सी बचाना है।

रणनीति के तहत भरतपुर में कई जगह नहीं दिए टिकट
पंचायत चुनाव में कई जगहों पर प्रत्याशी घोषित नहीं करने को पूनियां ने सोची-समझी रणनीति का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि मैनेजमेंट के अलावा डेमेज कन्ट्रोल भी विषय है। भरतपुर में कुछ में टिकट नहीं दिए, बाकी सब जगह 100 प्रतिशत टिकट दिए हैं।

मैं हवाई नहीं जमीनी दौरे करता हूं

हाड़ौती का हवाई दौरा करने को लेकर सतीश पूनिया से किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं जमीनी दौरे करता हूं, हवाई दौरे नहीं करता।

जयपुर। प्रदेश के 6 जिलों में पंचायत-जिला परिषद चुनाव में नामांकन के अंतिम दिन सोमवार को भी कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की सूची जारी करने से परहेज किया। कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय की ओर से तय किए गए प्रत्याशियों को फोन करके नामांकन भरने के आदेश दिए, जिस पर कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों ने अपने अपने नामांकन दाखिल किए।

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की हो, इससे पहले बीते साल हुए पंचायत चुनावों, निकाय चुनावों और नगर निगम चुनाव में भी कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की सूची नामांकन भरने से पहले जारी नहीं की थी।

सूची जारी नहीं करने की एक वजह यह भी
पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की माने तो कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची जारी करने की एक वजह यह भी है कि अगर सूची पहले जारी की जाए तो इससे टिकट नहीं मिलने से नाराज कार्यकर्ता बगावत का रूप अख्तियार कर लेते हैं और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में आ जाते हैं, जिससे कि कांग्रेस प्रत्याशी को चुनाव में नुकसान उठाना पड़ता है।

ऐसे में नामांकन से 1 घंटे पहले ही प्रत्याशियों को नामांकन भरने के आदेश दिए गए थे। हालांकि जिन प्रत्याशियों के नाम फाइनल किए गए थे उन्हें एक दिन पहले ही अपनी तमाम तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए गए थे।

अब बगावत का डर
नामांकन की तारीख बीतने के बाद अब कांग्रेस को बगावत का डर सता रहा है। जानकारों की माने तो टिकट नहीं मिलने से नाराज बागी नेताओं निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया है। हालांकि कहा जा रहा है कि नाम वापसी तक कांग्रेस अपने बागियों को मन बना कर उनके परिचय वापस ले लेगी लेकिन इसकी संभावना कम ही नजर आती है। पूर्व में हुए पंचायत और जिला परिषद चुनाव में भी बागियों की वजह से कांग्रेस प्रत्याशियों को खासा नुकसान उठाना पड़ा था।

बसपा व निर्दलीय विधायकों से नाराजगी
वहीं दूसरी ओर बसपा और निर्दलीय विधायकों की राय से कांग्रेस में टिकट दिए जाने से भी विधानसभा चुनाव हारे प्रत्याशियों में नाराजगी है। ऐसे में विधानसभा चुनाव हारे प्रत्याशियों ने भी अपने समर्थकों को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतार दिया है।

गौरतलब है कि जयपुर, जोधपुर, सवाई माधोपुर, दौसा, सिरोही और भरतपुर जिले में पंचायत जिला परिषद के चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन का आखिरी दिन था। दोपहर 3 बजे तक नामांकन दाखिल किए गए। भाजपा कांग्रेस ने अंतिम दिन अपने प्रत्याशियों के नामांकन दाखिल करवाए।

पंचायत चुनाव में जीत दर्ज करेगी कांग्रेसः डोटासरा
जयपुर। प्रदेश में 6 जिलों में हो रहे पंचायत और जिला परिषद चुनाव में नामांकन के अंतिम दिन सोमवार को कांग्रेस प्रत्याशियों की ओर से नामांकन करने के बाद प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पंचायत जिला-परिषद चुनाव में जीत का दावा किया है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए डोटासरा ने कहा कि पंचायत चुनाव में कार्यकर्ताओं के जोश को देखते हुए हम चुनाव बहुमत से जीतेंगे।

सत्ता और संगठन के बेहतर समन्वय से अच्छे परिणाम सामने आएंगे। डोटासरा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा अंदरूनी कलह से जूझ रही है। ऐसे में कांग्रेस कार्यकर्ता संगठित होकर बेहतर प्रदर्शन करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार के ढाई साल के कार्यकाल में हुए ऐतिहासिक कार्यों से जनता खुश है और पंचायत चुनाव में जनता अपना आशीर्वाद को कांग्रेस पार्टी को देगी।

जयपुर। जिला-ब्लाक और प्रदेश स्तर पर मौजूद प्रदेश कांग्रेस की तमाम संपत्तियां अब अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अधीन होंगी। प्रदेश में राजस्थान कांग्रेस की संपत्तियां कहां-कहां पर हैं, इस पर चर्चा करने के लिए सोमवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव नीलेश पटेल उर्फ लाला भाई जयपुर पहुंचे और प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में संपत्तियों का डेटा तैयार करने के लिए बनी 3 सदस्यीय कमेटी के साथ बैठक की।

बैठक में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, कमेटी के सदस्य और पीसीसी उपाध्यक्ष गोविंद मेघवाल, एडवोकेट कुलदीप पूनिया और एडवोकेट कमल माथुर शामिल हुए।

बताया जा रहा है कि जहां-जहां भी प्रदेश कांग्रेस की संपत्तियां हैं उन सभी का डेटा एकत्रित करके नीलेश पटेल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को उसकी रिपोर्ट सौंपेंगे। साथ ही जिला और ब्लॉक स्तर पर उन संपत्तियों का भी डाटा एकत्रित किया जाएगा जिन पर विवाद चल रहा है, उसे अदालत के जरिए क्लियर कराकर उस पर कब्जा लिया जाएगा।

जहां कांग्रेस के भवन नहीं वहां बनेंगे भवन
इससे पहले प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जिला-ब्लॉक लेवल पर पार्टी की कई संपत्तियां विवादित है तो कुछ जगह कोर्ट में मामले लंबित हैं। ऐसे मामलों पर भी हम काम कर रहे हैं। इसके लिए पीसीसी की ओर से 3 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है।

डोटासरा ने कहा कि पार्टी है चाहती है कि जिलों और ब्लॉक स्तर पर बने पार्टी कार्यालय पर किसी तरह का अतिक्रमण नहीं हो और यह संपत्तियां पार्टी ट्रस्ट के अधीन बनी रहे। इस मुद्दे पर हम ने मुख्यमंत्री से भी चर्चा की है जिन जिलों और ब्लॉक स्तर पर हमारे कार्यालय नहीं है वहां पर कांग्रेस पार्टी के भवन बनाने का काम जल्द शुरू किया जाएगा।

गौरतलब है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से पूर्व में सभी प्रदेशों को एक सर्कुलर जारी किया गया है, जिसमें उनकी तमाम संपत्तियों का डेटा एकत्रित करके एआईसीसी को भिजवाने के निर्देश दिए गए थे।



जयपुर, 16 अगस्त
प्रदेश में इस बार पिछले साल की तुलना में अधिक बरसात हुई है फिर भी कई जिले ऐसे हैं जो अब भी सूखे रह गए। पूरे प्रदेश में आमतौर पर एक जून से 16 अगस्त तक 357.70 मिमी बरसात होती है लेकिन इस बार 358.21 मिमी बरसात हुई जो 0.1 फीसदी अधिक है लेकिन अब भी प्रदेश के 11 जिलों में सूखे की स्थिति बनी हुई है। जल संसाधन विभाग से प्राप्त आकड़ों के मुताबिक इस बार प्रदेश के 4 जिलों में सामान्य की तुलना में 60 फीसदी बरसात अधिक हुई, जबकि 4 जिले ऐसे भी हैं जहां बरसात 20 से 59 फीसदी अधिक हुई। गत वर्ष केवल एक जिले में इतनी बरसात हुई थी। प्रदेश के 14 जिलों में सामान्य से 19 फीसदी अधिक से 19फीसदी कम बरसात हुई। गत वर्ष ऐसे जिलों की संख्या 15 थी।
पूर्वी राजस्थान में इस बार मानसून में जमकर बारिश हुई है, लेकिन पश्चिमी राजस्थान के कई जिले बरसात के लिए तरस रहे हैं। नतीजा आधे राज्य में बाढ़ तो आधे राज्य में सूखे की स्थिति बनी हुई है। पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, बीकानेर संभाग में बेहद कम बारिश हुई है। वहीं कोटा सहित पूर्वी राजस्थान में मानसून मेहरबान रहा। मौसम की इस बार का असर अब फसलों पर पडऩे की पूरी संभावना है क्योंकि पानी की अधिकता या कमी दोनों ही फसलों के लिए नुकसानदायक है।

बीकानेर संभाग में श्रीगंगानगर पानी के लिए तरसा
बीकानेर संभाग में कहीं सामान्य से अधिक तो कहीं कम बरसात हुई। संभाग में सामान्य की तुलना में 7.5 फीसदी बरसात कम हुई। संभाग में 183.08 मिमी की तुलना में 169.34 मिमी बरसात हुई। संभाग में चूरू में 226.30 मिमी की तुलना में 258.06 मिमी पानी बरसा जो 14.0 फीसदी अधिक है। श्रीगंगानगर अब भी पानी के लिए तरस रहा है। यहां एक जून से 16 अगस्त तक 147.20 मिमी बरसात होती है लेकिन इस वर्ष अब तक केवल 72.56 मिमी बरसात हुई है जो 50.7 फीसदी कम है। इसी तरह बीकानेर जिले में 152.44 मिमी की तुलना में 152.44 मिमी बरसात हुई जो 7.4 फीसदी कम है और हनुमानगढ़ में 194.10 मिमी की तुलना में 194.29 फीसदी बरसात हुई जो 0.1 फीसदी अधिक है।
जोधपुर में सूखे के हालात
बरसात की कमी जोधपुर संभाग में बनी हुई है। यहां सूखे के हालात हो सकते हैं। संभाग में 43.5 फीसदी बरसात कम हुई है। संभाग में केवल जैसलमेर में जमकर पानी बरसा। यहां 54.2 फीसदी बरसात अधिक हुई। जैसलमेर में एक जून से 16 अगस्त तक 118.00 मिमी की तुलना में 145.83 मिमी बरसात हुई जबकि शेष सभी जिलों बाड़मेर, जालौर, पाली, सिरोही और जोधपुर पानी के लिए तरस रहे हैं। सिरोही में 575.30 मिमी की तुलना में 236.67 मिमी बरसात हुई जो 58.9 फीसदी कम है। पाली में 312.60 मिमी की तुलना में 220.94 मिमी पानी बरसा जो 29.3 फीसदी कम है। इसी तरह जोधपुर जिले में 197.20 मिमी की तुलना में 117.43 मिमी पानी बरसा जो 40.5फीसदी कम है। बाड़मेर में भी175.30 मिमी की तुलना में केवल 86.50 मिमी बरसात हुई जो 50.7 फीसदी कम है।
भरतपुर संभाग में बरसा पानी
भरतपुर संभाग में आमतौर पर 16 अगस्त तक 401.60 मिमी बारिश होती है जो इस बार 516.18 मिमी हो चुकी है। जो 28.5 फीसदी अधिक है। संभााग में सवाई माधोपुर में सबसे अधिक बरसात हुई। सवाई माधोपुर में 16 अगस्त तक 427.50 मिमी बरसात होती है लेकिन अब क 706.50 मिमी बरसात हो चुकी है जो 65.3 फीसदी अधिक है। वहीं करौली में 20.7 फीसदी अधिक बरसात हुई। यहां 424.40 मिमी की तुलना में 512.25 मिमी बरसात हुई है। धौलपुर में 397.30 मिमी की तुलना में 449.50 मिमी बरसात हुई जो 13.1फीसदी अधिक है। इसी प्रकार भरतपुर में 357.20 मिमी की तुलना में 396.46 मिमी बरसात हुई जो 11 फीसदी अधिक है।
अजमेर में सामान्य बारिश
अजमेर में इस बार भी सामान्य बरसात हुई है, एक दो जिलों को छोड़कर यहां अन्य जिलों में अच्छी बरसात हुई। अजमेर संभाग में 16 अगस्त तक 334.40 मिमी बरसात होती है इस बार अब तक 347.75 मिमी बरसात हो चुकी है। संभाग के टोंक जिले में सबसे अधिक 33.0 फीसदी पानी अधिक बरसा। यहां 16 अगस्त तक517.63 मिमी बरसात हुई जबकि सामान्य बरसात का आकड़ा 389.20 मिमी है। अजमेर में 294.40 मिमी की तुलना में 309.78 मिमी बरसात हुई तजो 5.2फीसदी अधिक है। भीलवाड़ा और नागौर में बरसात कुछ कम हुई। भीलवाड़ा में 401.10 मिमी की तुलना में 314.52 मिमी पानी बरसात जो 21.6 फीसदी कम है। वहीं नागौर में 252.90 मिमी की तुलना में 249.08 मिमी ही पानी बरसा जो 1.5 फीसदी कम रहा।

जयपुर संभाग में 4.2 फीसदी बरसात अधिक
जयपुर संभाग में झुंझुनू में सबसे अधिक बरसात दर्ज की गई। यहां 18.0 फीसदी अधिक बरसात रिकॉर्ड की गई। यहां 287.40 मिमी की तुलना में 297.50 मिमी बरसात हुई। वहीं दौसा में एक जून से 16 अगस्त तक 412.60 मिमी बरसात होती है लेकिन इस बार अब तक 484.13 फीसदी अधिक बरसात हुई तो 17.3 फीसदी अधिक है। जयपुर में 35.48 मिमी की तुलना में 398.63 मिमी पानी बरसा जो 12.4फीसदी अधिक है। सीकर में 288.80 मिमी की तुलना में 297.50 मिमी बरसात हुई जो 4.2 फीसदी अधिक है। इसी प्रकार अलवर में 372.90 मिमी की तुलना में 372.70 मिमी पानी बरसा।
कोटा संभाग में जमकर बरसा पानी
प्रदेश में कोटा संभाग में जमकर पानी बरसा जिसके चलते संभाग में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई।यहां सामान्य की तुलना में 71.7 फीसदी बरसात अधिक हुई। कोटा संभाग में आमतौर पर 501.83 मिमी बरसात होती है लेकिन इस बार अब तक 861.39 मिमी बरस चुका है। संभाग में सबसे अधिक बरसात बारां में हुई जहां सामान्य की तुलना में 93.1 फीसदी पानी अधिक बरसा। बारां में सामान्य रूप से इतने दिनों में 531.10 मिमी बरसात होती है लेकिन अभी 1025.38 फीसदी बरसात हो चुकी है। इसी तरह कोटा में 79.4 फीसदी बरसात अधिक हुई। यहां सामान्य तौर पर 490.50 मिमी बरसात होती है लेकिन इस बार अब तक 879.89 मिमी पानी बरसा। बूंदी में 63.2 फीसदी, झालावाड़ में 50.7 फीसदी अधिक पानी बरसा।
उदयपुर संभाग को पानी ने तरसाया
उदयपुर संभाग में आमतौर पर 1 जून से 16 अगस्त तक 459.15 मिमी बरसात होती है लेकिन इस बार अब तक 359.55 मिमी ही बरसात हुई हैं जो सामान्य की तुलना में 21.7 फीसदी कम है। उदयपुर में आमतौर पर 395.70 मिमी बरसात होती है लेकिन इस बार अब तक 228.60 मिमी बरसात ही हो सकी है। जो सामान्य की तुलना में 42.2 फीसदी कम है। इसी तरह बांसवाड़ा में 29.2 फीसदी बरसात कम हुई है। यहां आमतौर पर 560.20 मिमी बरसात होती है लेकिन इस बार 396.79 मिमी ही हो सकी है। चित्तौडगढ़़ में भी सामान्य की तुलना में 10.5 फीसदी कम बरसात हुई है। डूंगरपुर में 44.1 फीसदी कम पानी बरसा है। राजसमंद में सामान्य की तुलना में 31.5 फीसदी बरसात कम हुई है। केवल प्रतापगढ़ एकमात्र जिला है जहां सामान्य की तुलना में 31.5 फीसदी अधिक पानी बरसा है।

- शहरी बेरोजगार युवा स्वरोजगार के लिए बिना ब्याज ले सकेंगे 50 हजार

- निगम क्षेत्र के थड़ी-ठेले वाले व दिहाड़ी काम करने वाले जरूरतमंद भी ले सकेंगे ये राशि

जयपुर। बेरोजगार युवा स्वरोजगार के लिए और थड़ी-ठेला लगाने वाले जरूरत मंद खुद के व्यवसाय को बढ़ाने के लिए 50 हजार रुपए बिना ब्याज के ले सकेंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शहरी क्षेत्र के स्ट्रीट वेण्डर्स तथा सर्विस सेक्टर के युवाओं एवं बेरोजगारों को स्वरोजगार तथा रोजमर्रा की जरूरतों के लिए 'इन्दिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना-2021' के प्रारूप को मंजूरी दे दी है।

मुख्यमंत्री ने कोरोना को देखते हुए शहरी क्षेत्रों में रोजगार, स्वरोजगार तथा रोजमर्रा की जरूरतों के लिए वित्तीय संसाधन उपलब्ध करवाने के लिए इस वर्ष के बजट में 'इन्दिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना' लागू करने की घोषणा की थी। सरकार का मानना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए मनरेगा जैसी योजनाएं हैं, लेकिन शहरी क्षेत्र में अब 'इन्दिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना' संबल देगी।

बिना गारंटी सालभर के लिए मिलेगी राशि
योजना एक वर्ष के लिए लागू रहेगी और 31 मार्च, 2022 तक नए ऋण स्वीकृत किए जा सकेंगे। लाभार्थी को बिना किसी गारंटी के एक साल के लिए 50 हजार रुपए तक का ब्याज मुक्त ऋण मिलेगा। योजना का क्रियान्वयन स्वायत्त शासन विभाग के माध्यम से किया जाएगा। ऋण के मोरेटोरियम की अवधि 3 माह तथा ऋण पुनर्भुगतान की अवधि 12 माह होगी। योजना के प्रभावी क्रियान्वयन एवं समीक्षा के लिए जिला कलक्टर नोडल अधिकारी होंगे।

शहरी क्षेत्र के 5 लाख लोगों को मिलेगा फायदा
योजना का लाभ नगरपालिका, नगर परिषद एवं नगर निगम की सीमा में रह रहे 5 लाख लाभार्थियों को प्रदान किया जाएगा।

एससी, एसटी एवं ओबीसी के लिए
शहरी क्षेत्र के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के लाभार्थियों के लिए अनुसूचित जाति निगम की ओर से योजना का लाभ दिलवाया जाएगा।

कौन-कौन ले सकेगा राशि
स्ट्रीट वेण्डर्स, हेयर ड्रेसर, रिक्शा चालक, लकड़ी का काम करने वाले, मिट्टी के बर्तन बनाने वाले, चप्पल-जूते ठीक करने वाले, निर्माण कार्य में लगे मजदूर, कपड़े सिलने वाले, कपड़े धोने वाले, रंगाई-पुताई करने वाले, इलेक्ट्रीशियन, प्लम्बर सहित असंगठित क्षेत्र के अन्य लोग एवं बेरोजगार युवा।

जयपुर।
कांग्रेस ने देशभर की अपनी जमीनों को ऑल इण्डिया कांग्रेस कमेटी ट्रस्ट के अधीन करने का काम तेज कर दिया है। इस काम में जुटे एआइसीसी संयुक्त सचिव नीलेश पटेल ने सोमवार को जयपुर का दौरा किया और प्रदेश में जमीनों की जानकारी जुटाने को लेकर बने कमेटी की प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में बैठक ली।

जानकारी के मुताबिक पटेल ने प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा के साथ राजस्थान कांग्रेस की प्रोपर्टियों को लेकर बनाई गई विधायक गोविंद मेघवाल, एडवोकेट कुलदीप पूनिया और एडवोकेट कमल माथुर के साथ प्रदेश, जिला और ब्लॉक स्तर पर कार्यालय व खाली पड़ी जमीनों की सूची तैयार किए जाने को लेकर चर्चा की।

प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी की जिला और ब्लॉक स्तर पर जितनी जमीनें हैं, उनका डाटा तैयार किया जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस पार्टी की कुछ जमीनों को लेकर विवाद है तो कई मामले न्यायालय में लंबित हैं। ऐसे में इन प्रोपर्टियों को विवाद रहित बनाने के लिए न्यायालय में अब बेहतर तरीके से पैरवी की जाएगी। हमारा प्रयास है कि कांग्रेस के जिला और ब्लॉक दफ्तर पर किसी प्रकार अतिक्रमण नहीं हो। जिस जिले और ब्लॉक में कार्यालय भवन नहीं हैं, वहां सरकार की नीति के हिसाब से जमीनें खरीद कर भवन बनाए जाएंगे।

जयपुर। अजमेर जिले में अमृतकौर चिकित्सालय की मदर चाइल्ड विंग में रविवार रात एक सांप आ गया। इसकी जानकारी मिलने पर पीएमओ डॉ. आलोक श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे। सांप के शिशु वार्ड की ओर जाने की आशंका को लेकर उसे लकड़ी से नीचे गिराया एवं उठाकर उसे एक ओर छोड़ा। इस दौरान अचानक सांप ने उन्हें डस लिया। बाद में उनकी तबीयत खराब होने पर उन्हें अमृतकौर चिकित्सालय के ट्रोमा वार्ड में भर्ती कराया गया, जहां पर उनका उपचार चल रहा है। इसकी जानकारी मिलने पर उपखंड अधिकारी रामप्रकाश पहुंचे। पीएमओ से बात कर मामले की जानकारी ली।

चार दिन से लापता युवक की जली लाश व कार जंगल में मिली

कोटा| पिछले 4 दिनों से लापता सिंधी कॉलोनी निवासी निखिल टेकवानी की जली हुई लाश व कार सोमवार को दाढ़देवी के जंगल में अलग-अलग जगहों पर मिली। मुखबिर से मिली सूचना के बाद पुलिस हरकत में आई और मौके पर पहुंची। एफसीएल टीम व डॉग स्क्वायड की भी मदद ली गई।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण जैन ने बताया कि सोमवार शाम 5 बजे जंगल में एक जली हुई कार मिलने की सूचना मिली थी। कुछ देर बाद ढाड़देवी क्षेत्र में जली लाश की भी सूचना मिली। सूचना पर पुलिस अधीक्षक डॉ. विकास पाठक सहित पुलिस अधिकारियों ने मौका मुआयना किया। दोनों जगहों बारिकी से निरीक्षण किया। एफएसएल टीम व डॉग स्क्वॉयड टीम को मौकेपर साक्ष्य जुटाए गए। एएसपी ने बताया कि मृतक की शिनाख्त परिजनों ने की है। इस पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है। मामले में पुलिस अधीक्षक ने 5 वृत्ताधिकारियों के नेतृत्व में टीम बनाई है। टीम आरोपियों की सघन तलाशी के प्रयास शुरू कर दिए हैं।

पुलिस को लाश और कार अलग-अलग जगहों पर मिले। लाश दो-तीन दिन पुरानी है, लेकिन संभवत: लाश और कार को सोमवार सुबह जलाया गया। निखिल के हाथ पर नाम गुदा हुआ था, लेकिन बॉडी जलने से साफ से नजर नहीं आया। संभवत: साक्ष्य मिटाने के लिए भी उसके नाम को मिटाने की कोशिश की गई।

जयपुर। विप्र फाउंडेशन (Vipra foundation) के जयपुर में बनने वाले सेंटर फॉर एक्सिलेंस (center for excellence building jaipur) का भूमिपूजन समारोह 20 अगस्त को होगा। मानसरोवर में शिप्रा पथ पर शिक्षा, संस्कार व स्वावलंबन के लिए बनने वाले भवन की पहली शिला सलेमाबाद पीठ के श्यामशरण देवाचार्य श्रीजी महाराज रखेंगे।

इस आयोजन में प्रमुख राजनेता, उच्च प्रशासनिक, पुलिस एवं न्यायिक अधिकारी तथा देशभर से विप्र फाउंडेशन (Vipra foundation) के पदाधिकारी भी शामिल होंगे। दस करोड़ रुपए की लागत से 47 हजार स्क्वायर फुट में लोवर बेसमेंट, अपर बेसमेंट, ग्राउण्ड के साथ ३ मंजिला भवन में वैदिक शोध, कन्या छात्रावास, कौशल विकास, प्रशासनिक सेवाओं के लिए ट्रेनिंग एवं कोचिंग केंद्र, गेस्ट हाउस व सभागार बनना प्रस्तावित है।

निर्माण स्थल का निरीक्षण किया
विप्र फाउंडेशन जोन-1 के प्रदेशाध्यक्ष राजेश कर्नल ने बताया कि भूमि पूजन समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। तैयारियों का जायजा लेने विप्र फाउंडेशन के संस्थापक संयोजक सुशील ओझा कोलकाता से सोमवार को जयपुर पहुंचे। ओझा व राजेश कर्नल ने पदाधिकारियों के साथ भवन निर्माण स्थल का भी निरीक्षण किया। उनके साथ विफा जोन के प्रदेश महामंत्री सतीश शर्मा, योगेश शर्मा, अजय पारीक, नरेंद्र हर्ष, युवा प्रदेशाध्यक्ष पवन शर्मा नटराज, सुशील शर्मा, अजीत गौड़, पार्षद मुकेश शर्मा, वार्ड 54 पार्षद अंशु शर्मा, मनोज पांडे, ज्योतिषाचार्य धीरज भारद्वाज आदि मौजूद थे। विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष महावीर प्रसाद शर्मा तथा अन्य पदाधिकारी भी जयपुर पहुंचेंगे।

जयपुर। सरहद से जिंदा लौट आए, लेकिन पेंशन की जंग लड़ते—लड़ते जीवन से हार गए। द्वितीय विश्व युद्ध में जख्मी हुए 85 वर्षीय बलवंत सिंह भी पेंशन की समस्या को लेकर 8 साल से सैन्य न्यायाधिकरण (एएफटी) से न्याय का इंतजार कर रहे हैं। वजह पांच साल से सैन्य न्यायाधिकरण (एएफटी) में जज ही नहीं है। सैन्य न्यायाधिकरण बनने के बाद से सैनिक और पूर्व सैनिकों के लिए समस्या यह है कि वे अपनी पीड़ा लेकर हाईकोर्ट भी नहीं जा सकते।
इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को न्यायाधिकरणों में नियुक्तियां नहीं होने पर चिंता जताई। इसको लेकर सैन्य न्यायाधिकरण, राजस्थान की बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट एस वी सिंह का कहना है कि वर्तमान में प्रदेश में इस न्यायाधिकरण में करीब 5 हजार पूर्व सैनिक या उनके आश्रितों के मामले लंबित हैं और पांच साल से तो जज (न्यायिक सदस्य व सैन्य सदस्य) के दोनों पद खाली होने से फैसले ही नहीं हो पा रहे। केवल नए मामलों में नोटिस जारी हो रहे हैं। उन्होंने कहा, पांच साल में करीब 15 पूर्व सैनिकों को जीते जी न्याय नहीं दिला पाए, इसका मलाल है। रींगस के पूर्व सैनिक रविकांत ने सेवानिवृति व झुंझुनूं जिले के गडानिया के सुलतान सिंह ने पेंशन की समस्या को लेकर पांच साल पहले केस दायर किया, लेकिन न्याय का इंतजार करते—करते करीब चार साल पहले दम तोड़ दिया।

आरटीडीसी की 36 होटलों को देना था लीज पर
उदयपुर के जयसमंद लीज प्रकरण को देख कलक्टरों ने भी लीज निर्धारण को लेकर अपने कदम पीछे खींच लिए
किसी भी कलक्टार ने एक माह में भी नहीं दी रिपोर्ट
अब 500 करोड का कर्ज लेने की कवायद तेज
पुनीत शर्मा
राजस्थान राज्य पर्यटन निगम घाटे में चल रही 36 होटलों को लीज पर देने की तैयारी कर रहा है। लेकिन इसी बीच उदयपुर में लीज पर दी गई जयसमंद होटल का खराब अनुभव सामने आ गया है। अब उदयपुर के जयसमंद होटल लीज प्रकरण में सामने आई अनियामितताओं को देखते हुए निगम और जिलों के कलक्टरों ने होटलों की न्यूनतम लीज दर निर्धारण को लेकर भी अपने कदम पीछे हटा लिए हैं। आरटीडीसी के अफसरों के अनुसार होटलों को लीज पर देने का मामला फिलहाल ठंडे बस्ते में चला गया है। उधर अब निगम प्रशासन पर्यटन विकास के लिए लिए जाने वाले 500 करोड रुपए का कर्ज लेने की कवायद में में जुट गया है।
10 हजार में होटल लीज पर,खराब कर दिया हेरिटेज लुक
उदयपुर में होटल जयसमंद समेत 4 होटलों को आरटीडीसी प्रशासन को प्रतिमाह 10—10 हजार रुपए की लीज पर दिया। लेकिन जयसमंद होटल को लीज पर लेने वाली फर्म ने होटल में अनुबंध की शर्तों के परे जाकर अपने हिसाब से स्विमिंग पूल बना लिया और होटल के हेरिटेज लुक को नुकसान पहुंचाया।

अनिमितताएं सामने आई तो कलक्टरों हटे एक कदम पीछे
13 अगस्त को पर्यटन राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें 36 होटलों को लीज पर देने पर सहमति बनी और 15 दिन में कलक्टरों से न्यूनतम लीज राशि के निर्धारण करने के आदेश दिए गए। लेकिन उदयपुर की जयसमंद होटल का मामला सामने आया तो कलक्टरों ने लीज निर्धारण से अपने कदम पीछे खींच लिए। एक महीने बाद भी किसी भी कलक्टर ने अपनी रिपोर्ट पर्यटन निगम को नहीं दी।

अब 500 करोड का कर्ज लेने की कवायद
होटलों को लीज पर देने का मामला खटाई में पड़ने के बाद अब पर्यटन निगम ने पर्यटन विकास के तहत आरटीडीसी के पुर्नगठन के लिए 500 करोड का कर्ज लेने की कवायद तेज कर दी है। सोमवार को आरटीडीसी एमडी निकया गोहाएन ने सभी यूनिट प्रभारियों को 20 अगस्त तक बेलेंस सीट पूरी करने के निर्देश दिए। कर्ज लेने के लिए निगम के चाटर्ड अकाउंटेंट को कंसलंटेंट नियुक्त कर अधिकृत किया है।


जयपुर।
प्रदेश में जल जीवन मिशन के तहत 9 लाख से ज्यादा घरों में सरकारी नल से पानी पहुंच गया है। वहीं अब मिशन समेत अन्य सभी पेयजल परियोजनाओं के माध्यम से 20 लाख परिवारों को पेयजल कनेकशन जारी कर दिए गए हैं।
जल जीवन मिशन के अधिकारियों ने बताया कि
वर्तमान में प्रदेश के 43 हजार 323 गांव और ढ़ाणियों में एक करोड़ एक लाख 32 हजार 274 परिवारों में से 20 लाख 74 हजार 753 से अधिक परिवारों को पेयजल कनेक्शन जारी किए गए हैं। जल जीवन मिशन की शुरूआत से पहले प्रदेश में घर घर पेयजल कनेक्शन की संख्या 11 लाख 74 थी। वर्तमान सरकार में 9 लाख 622 परिवारों तक सरकारी नल से पानी पहुंच गया है। वर्तमान में करीब 5 लाख 45 हजार घरों में सरकारी नल से पानी पहुंचाने का कार्य चल रहा है। पेयजल कनेक्शन के काम को गति देने के लिए 43 हजार गांवों में स्वच्छता समितियां गठित कर दी गई हैं।

जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पंत ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में 30 लाख घरों में सरकारी नल से पानी पहुंचाने की राज्य सरकार की तैयारी हैं। पेयजल परियोजनाओं की वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृतियां तेजी से जारी की जा रही हैं। घर घर सरकारी नल से कनेक्शन देने के काम में लापरवाही करने वाले अफसरों पर एक्शन लिया जा रहा है।

जयपुर। सरकारी तेल कंपनियों ने मंगलवार को देश में पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार 32वें दिन कोई बदलाव नहीं किया। हालांकि घरेलू गैस सिलेंडर के दाम में 25 रुपए की बढ़ोत्तरी कर दी है। तेल कंपनियों ने लगातार 31वें दिन पेट्रोल और लगातार 32वें दिन डीजल के भावों में कोई परिवर्तन नहीं किया है। इससे पहले शनिवार (17 जुलाई) को कंपनियों ने पेट्रोल के दाम 31 पैसे बढ़ाए थे और डीजल के दामों में स्थिरता रखी थी। जयपुर में अभी पेट्रोल 108.71 रुपए प्रति लीटर और डीजल 99.02 रुपए प्रति लीटर है। 30 जुलाई को समाप्त सप्ताह में अमेरिका के तेल भंडार में वृद्धि होने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की जा रही है। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की रोजाना समीक्षा होती है और उसके आधार पर हर दिन सुबह छह बजे से नई कीमतें लागू की जाती हैं। इस साल कंपनियों ने 67वीं बार बढ़े पेट्रोल के दाम बढ़ाए है। इस बढ़ोतरी के बाद जुलाई माह के 17 दिनों में ही जयपुर में पेट्रोल 3.17 रुपए महंगा हो चुका है, जबकि डीजल के दाम 73 पैसे बढ़ चुके हैं। इस तरह साल 2021 में डीजल के दाम 63 बार बढ़े हैं, तो 5 बार कम भी हुए हैं और पेट्रोल के दाम 67 बार बढ़ चुके हैं और 5 बार कम हो चुके हैं। तेल कंपनियों ने 67 बार में पेट्रोल के दाम 20.14 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए हैं और 63 बार में 18.71 रुपए की बढ़ोतरी डीजल के भावों में की है। साथ ही 5 बार में पेट्रोल के दाम 95 पैसे घटाए भी हैं और पांच बार में डीजल के दाम भी 92 पैसे घटाए हैं।
देश के महानगरों में पेट्रोल-डीजल का हाल
दिल्ली में पेट्रोल के दाम 101.84 रुपए व डीजल के दाम ८9.87 रुपए प्रति लीटर, मुंबई में पेट्रोल 107.83 रुपए व डीजल के दाम 97.45 रुपए प्रति लीटर, कोलकाता में पेट्रोल 102.08 रुपए और डीजल 93.02 रुपए प्रति लीटर, चेन्नई में पेट्रोल 102.49 रुपए और डीजल के दाम 94.39 रुपए प्रति लीटर पहुंच गए।
प्रति दिन छह बजे बदलती है कीमत
बता दें कि प्रति दिन सुबह छह बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। सुबह छह बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं। पेट्रोल व डीजल के दाम में कीमत में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोडऩे के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है।
जानिए आपके शहर में कितना है दाम
पेट्रोल-डीजल की कीमत आप एसएमएस के जरिए जान सकते हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, आपको आरएसपी और अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको आईओसीएल की वेबसाइट से मिल जाएगा।

जयपुर। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सोमवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती से मना करने के बाद, दूसरे दिन ही सरकारी तेल कंपनियों ने घरेलू गैस सिलेंडर के दाम एक बार फिर बढ़ा दिए। इस बार 25 रुपए की बढ़ोत्तरी हुई है। बीते आठ महीने में घरेलू गैस सिलेंडर पर 168 रुपए महंगा हो चुका है। कमर्शियल गैस सिलेंडर के दामों में कोई बदलाव नहीं किया गया।
राजस्थान एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन के महासचिव कार्तिकेय गौड़ का कहना है कि अभी तक 14.20 किलोग्राम के सिलेंडर के दाम 838.50 रुपए था, जो 25 रुपये की बढ़ोत्तरी के बाद 863.50 रुपए हो गया है। इस साल जनवरी में सिलेंडर की कीमत 707 रुपए के आसपास थी, जो आठ महीने में बढ़कर 863.50 रुपए हो गई है। नई दर मंगलवार से लागू होगी। एक अगस्त को ही व्यावसायिक सिलेंडर पर 72.50 रुपए की बढ़ोत्तरी हुई थी। अभी सब्सिडी कितनी खाते में पहुंचेगी यह तय नहीं है। 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल गैस सिलेंडर 1644.50 रुपए में उपलब्ध होगा।
सरकार 12 गैस सिलेंडर पर सब्सिडी देती है
सरकार एक साल में प्रत्येक गैस कनेक्शन के लिए 14.2 किलोग्राम के 12 सिलेंडरों पर सब्सिडी देती है। ग्राहक को हर सिलेंडर पर सब्सिडी समेत कीमत चुकानी होती है। बाद में सब्सिडी का पैसा खाते में वापस आ जाता है। अगर ग्राहक इससे ज्यादा सिलेंडर लेना चाहते हैं तो उन्हें बाजार मूल्य पर खरीदना होता है।
मुफ्त में मिले सिलेंडर का भी इस्तेमाल नहीं
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2015 में 88 फीसदी घरों का कहना था कि एलजीपी कनेक्शन का इस्तेमाल न करने की वजह इसका महंगा पडऩा है। 2018 में ये तादाद बस एक फीसदी घटकर 87 फीसदी रह गई। यानि महंगा होने की वजह से मुफ्त में मिले सिलेंडर का भी लोग इस्तेमाल नहीं कर रहे।
रसोई गैस पर 5 और कमर्शियल पर १८ फीसदी जीएसटी
रसोई गैस पर 5 फीसदी जीएसटी वसूला जाता है, जिसमें 2.5 फीसदी केन्द्र के खाते में और 2.5 फीसदी राज्य के खाते में जाते है। यानि 19.20 रुपए केन्द्र और राज्य के खाते में प्रति सिलेंडर जाते है। कमर्शियल गैस पर १८ फीसदी जीएसटी वसूला जाता है, जिसमें 9 फीसदी केन्द्र के खाते में और 9 फीसदी राज्य के खाते में जाते है। यानि 124.70 रुपए केन्द्र और राज्य के खाते में प्रति सिलेंडर जाते है।

जयपुर। खनन मसलों को लेकर खान विभाग की वीडियो कॉन्फ्रेंस आज दोपहर में हो रही है। एसीएस डॉ.सुबोध अग्रवाल की अध्यक्षता में हो रही इस वीसी में महत्वपूर्ण विषयों पर बिंदुवार समीक्षा की जानी है। खान निदेशक केबी पण्ड्या, उप सचिव नीतू बारुपाल और अन्य खनिज अभियंता भी वीसी में मौजूद रहेंगे।

अफसरों का दल लौटा

इससे पहले ओडीशा, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश खनन ब्लॉकों की नीलामी प्रक्रिया और ऑनलाईन डाटा अपलोड करने की प्रक्रिया के लिए टीम भेजी गई थी। खान विभाग के निदेशक सहित दस अधिकारियों की चार टीम बनाई गई थी। यह चारों दल दौरे पर जाकर आ चुके है। अब इन अफसरों के दल की रिपोर्ट पर मंथन होगा। इनमें खान माफियाओं की ओर से अवैध खनन पर रोक लगाने को लेकर भी नई कार्य योजना बनाई जानी है।

सीएम ने दिए थे निर्देश

मुख्यमत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान राज्य में खनन व खोज कार्य को गति देते हुए राजस्व बढ़ाने की आवश्यकता बताई थी। खान विभाग के मंत्री प्रमोद जैन भाया ने अन्य प्रदेशों की प्रक्रियाओं का अध्ययन कर प्रक्रिया के सरलीकरण के निर्देश दिए थे। विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया राज्य सरकार ने ओडीशा, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में खनन ब्लॉकों की नीलामी प्रक्रिया का अध्ययन कराया है।

जयपुर। जयपुर जिले में पंचायत चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारियों को आज से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण कल भी चलेगा। प्रशिक्षण से अकारण अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।

जिला निर्वाचन अधिकारी अन्तर सिंह नेहरा ने बताया कि पंचायत चुनाव तीन चरणों में कराए जाएंगे। इसके लिए नियुक्त अधिकारियों को मतदान कराने तीन सत्रों में कराया जा रहा है। इनमें सवेरे 10 से ये शुरू हो गया है। इसके बाद दोपहर 1 से सायं 3 बजे तक और सायं 4 से सायं 8 बजे तक दिया जाएगा। प्रशिक्षण जेएलएन मार्ग पर एचसीएमरीपा (ओटीएस) स्थित पटेल भवन, मेहता सभागार एवं इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान, पोद्दार इन्सटीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट तथा पोद्दार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में दिया जाएगा।

इनको भी मतदान कराने का प्रशिक्षण—

ग्रामीण क्षेत्रों में यह प्रशिक्षण विभिन्न सत्रों में 10 उपखण्डों पर दिया जा रहा है।इनमें विराटनगर में मतदान दलों को प्रशिक्षण राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय विराटनगर में, दूदू उपखण्ड में संत कबीर महाविद्यालय नरैना रोड दूदू, बस्सी में आनन्द इंजीनियरिंग कॉलेज आगरा रोड कानोता , जमवा रामगढ में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जमवा रामगढ़, फागी उपखण्ड में स्टेनी मेमोरियल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी रामपुरा फागी में प्रशिक्षकों की ओर से मतदान के बारे में बताया जा रहा है। इसी तरह चौमूं में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय राधास्वामी बाग चौमूं में, सांभरलेक में राजकीय दरबार उच्च माध्यमिक विद्यालय सांभरलेक, शाहपुरा में श्री कल्याणसिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय शाहपुरा में प्रशिक्षण चलेगा। इसके अलावा चाकसू में गोस्वामी विद्या मंदिर टोंक रोड कोटखावदा बाइपास, चाकसू एवं कोटपूतली उपखण्ड में राजकीय सरदार उच्च माध्यमिक विद्यालय कोटपूतली में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

जयपुर
दस साल की एक मासूम बच्ची के साथ जबरदस्ती करने का मामला सामने आया है। जबकि बच्ची हमेशा की तरह अपने परिवार की सुरक्षा में थी लेकिन उसके बाद भी जरा सी देर के लिए वह बाहर क्या आई, बदमाश का शिकार हो गई। घटना मानसरोवर पुलिस ने दर्ज की है। जांच कर रही पुलिस ने बताया कि जयपुर के जौहरी बाजार का मूल निवासी परिवार कुछ समय से मानसरोवर में किराये के मकान में रह रहा है।

परिवार में दस साल की बच्ची है जो हमेशा माता-पिता के साथ रहती है। लगातार बढ़ रहे अपराधों के चलते बच्ची को बाहर अकेले तक नहीं भेजा जाता। लेकिन उसके बाद भी परिवार को जिसका डर था बच्ची का साथ वही हुआ। दस साल की मासूम दो दिन पहले घर के बाहर सिर्फ कचरा डालने के लिए आई थी। कचरा डालने के बाद जब वह घर में वापस जा रही थी तो वहां एक युवक आया और उसे बच्ची को जकड लिया।

उसके साथ अश्लील हरकतें की और उसका मुंह तक दबा दिया। जिस समय वह ये सब कर रहा था उस समय वहां कोई मौजूद नहीं था। उसने बच्ची के कपड़े तक फाड दिए और अपने साथ ले जाने की कोशिश की। लेकिन अचानक कुछ लोग वहां से गुजरे तो बदमाश बच्ची को वहीं छोड़कर भाग गया। बच्ची जब अपने माता-पिता के पास रोते हुए पहुंची और पूरी घटना बताई तो परिवार दंग रह गया।

तुरंत बाहर जाकर आसपास के क्षेत्र में आरोपी की पहचान करने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। आखिर पुलिस को इसकी सूचना दी गइ और केस दर्ज कराया गया। पुलिस ने पोक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। उधर इस पूरे घटनाक्रम के बाद बच्ची सदमे में है और मां के आंचल में दुबकी है।

जयपुर। जयपुर जिला परिषद की 51 सीटों के लिए भी कांग्रेस और भाजपा में कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी। इसके अलावा पंचायत समितियों में गोविंदगढ़ पंचायत समिति में सबसे ज्यादा उम्मीदवारों ने पर्चे भरे है। आज इनमें भी अब नामांकन जांच का काम चल रहा है।
22 पंचायत समितियों में 446 वार्ड— जयपुर जिले की 22 पंचायत समितियों के 446 वार्डो में चुनाव हो रहे है। इनमें सदस्य के लिए सदस्यों के 1692 उम्मीदवारों ने पर्चे दाखिल किए है। कुल नामांकन संख्या 1846 है। इसी प्रकार जिला परिषद के 51 वार्ड के लिए 170 उम्मीदवार है।

पंचायत समितियों में खूब आए आवेदन
इसी प्रकार आमेर पंचायत समिति में 80, आंधी पंचायत समिति से 59, बस्सी से 112, चाकसू से 62, दूदू से 47, गोविन्दगढ से 148, जालसू से 87, जमवारामगढ से 88, झोटवाड़ा पंचायत समिति से 49 उम्मीदवारों ने पर्चे भरे है। इसी तरह किशनगढ रेनवाल से 64, माधोराजपुरा पंचायत समिति से 54, पावटा पंचायत समिति से 83, फागी से 47, सांभरलेक से 71, तूंगा से 62, विराटनगर पंचायत समिति से 74, मौजमाबाद से 53, कोटपूतली पंचायत समिति से 136 उम्मीदवार है। इसके अलावा शाहपुरा से 123, जोबनेर पंचायत समिति से 59, कोटखावदा पंचायत समिति से 70 एवं सांगानेर पंचायत समिति से 64 उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी रखी है।

जयपुर में इन विधायकों की चली

जयपुर जिले में झोटवाड़ा से विधायक और मंत्री लालचंद कटारिया, कोटपूतली से विधायक और मंत्री राजेंद्र यादव, विराटनगर से कांग्रेस विधायक इंद्राज गुर्जर, शाहपुरा से निर्दलीय विधायक आलोक बेनीवाल, दूदू से निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर, बस्सी से निर्दलीय विधायक लक्ष्मण मीणा ने अपने अपने समर्थकों को मैदान में उतारा है। वहीं हारे हुए कांग्रेस प्रत्याशियों को टिकट वितरण में ज्यादा हिस्सेदारी नहीं मिल पाई है। भाजपा में चौमूं से विधायक रामलाल और आमेर से सतीश पूनिया ने अपने समर्थकों को टिकट दिलाए है। ऐसे में दोनों दलों में मुकाबला देखने को मिलेगा।

जयपुर
राजधानी में एक महिला के यौन शोषण का बड़ा मामला सामने आया है। पीडिता की शिकायत पर हरमाड़ा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और अब आरोपी की तलाश शुरु कर दी गई है। आरोप है कि किराये के कमरे में रहने वाले एक किरायेदार ने अश्लीलता की हदें पार की और मकान मालकिन की अस्मत पर हमला कर दिया। एक साल तक डरा धमकाकर मालकिन का यौन शोषण करता रहा और वह बदनामी होने के डर से सब कुछ चुपचाप सहती रही। लेकिन जब पानी सिर के उपर से गुजर गया तो इस बारे में पुलिस को बताया और बाद में केस दर्ज कराया गया।

एक साल पहले आया था, नहाते समय वीडियो बना लिया मकान मालकिन का
हरमाड़ा पुलिस ने बताया कि क्षेत्र में रहने वाली 35 वर्षीय विवाहिता ने नरेन्द्र नाम के आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराया है। आरोप है कि करीब एक साल पहले आरोपी किराये का कमरा लेने आया था। उसे कमरे का किराया बताया गया तो किराया चुकाने की हांमी भरकर वह वहां रहने लगा। लेकिन कुछ दिनों के बाद ही उसने कमरा किराये पर देने वाली मकान मालकिन को ही शिकार बना लिया।

नहाने के दौरान एक दोपहर महिला का वीडियो बना लिया और बाद में उसे उसके ही मोबाइल नंबर पर भेज दिया। इसे वायरल करने की धमकी देकर आरोपी ने पीडिता के साथ जबरन संबध बनाए। संबध बनाने के बाद जब पीडिता ने वीडियो डिलिट करने की गुहार की तो वह नहीं माना और उसके बाद यौन शोषण का सिलसिला शुरु हो गया जो एक साल तक चलता रहा। पीडिता ने पुलिस को बताया कि एक साल के दौरान आरोपी ने कई बार उसकी आत्मा पर चोट की।

वह अकेली रोती रहती और परिवार को इस बारे में बता तक नहीं पाती। आखिर जब सब्र का बांध टूट गया तो परिजनों को इसकी जानकारी दी। इस बीच आरोपी लगातार शोषण करता रहा। लेकिन आरोपी को भी इसका अंदाजा हो गया कि वह अब पकडा जा सकता हैं। इसके चलते वह फरार हो गया। पुलिस को पीडिता ने बताया कि आरोपी के मोबाइल में अभी भी उसके वीडियो हैं। जो उसने नहाने समय और यौन शोषण के समय छुपकर बनाए थे।

उसे ये वीडियो वायरल होने का डर है। उधर पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है। उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। उसके कुछ परिचितों से भी इस बारे में पूछताछ की गई है।

जयपुर। पंचायत चुनाव में नामांकन का काम पूरा हो चुका है। कांग्रेस और भाजपा सहित अन्य उम्मीदवारों ने मैदान में ताल ठोक दी है। राज्य चुनाव आयोग ने आज सवेरे नामांकन के कुल आंकड़े जारी किए। इनमें जिला परिषद के दो सौ सदस्यों के लिए 1093 उम्मीदवारों ने पर्चे भरे है वहीं पंचायत समिति के 1564 सदस्यों के लिए 7887 उम्मीदवारों ने पर्चे दाखिल किए है।

जयपुर जिले में 51 सीटों के लिए 170 उम्मीदवार— जयपुर जिला परिषद सदस्य की 51 सीटों के लिए 170 उम्मीदवार मैदान में है। ऐसे में हर सीट के लिए कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। कांग्रेस और भाजपा के साथ— साथ यहां आरएलपी ने भी उम्मीदवार उतारे है। ऐसे में कई सीटों पर त्रिकोणीय संघर्ष देखने को मिलेगा। ऐसे में सभी दल चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत लगाएंगे ताकि जिला परिषद सदस्य बन कर अपनी राजनीति को आगे बढ़ा सके।
भरतपुर में सबसे ज्यादा उम्मीदवार— जिला परिषद भरतपुर की 37 सीटों के लिए सर्वाधिक 376 उम्मीदवार मैदान में है। ऐसे में सबसे ज्यादा संघर्ष यहीं देखने को मिलेगा। कांग्रेस और भाजपा ने यहां पर कई सीटों पर सिंबल भी नहीं दिए है। ऐसे में जो निर्दलीय जीतेगा वे उसे ही अपने साथ लेने की कोशिश करेंगे ताकि उनकी पार्टी का जिला प्रमुख बन सके।

आज होगी नामांकन की जांच— चुनाव कार्यक्रम के अनुसार नामांकन पत्रों की जांच का कार्य आज किया जाएगा। यदि किसी नामांकन में कोई कमी पाई गई तो उसे खारिज कर दिया जाएगा। इसके बाद 18 अगस्त को अपरान्ह 3 बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। नाम वापसी के तुरंत बाद प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह का आवंटन कर दिया जाएगा और उम्मीदवारों की सूची का प्रकाशन भी कर दिया जाएगा।

तीन चरणों में डलेंगे वोट—
प्रदेश में छह जिलों में पंचायत चुनाव हो रहे है। इनमें भरतपुर, दौसा, जयपुर, जोधपुर, सवाईमाधोपुर, सिरोही शामिल है। इनके जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव होंगे। इनके लिए 26 अगस्त, 29 अगस्त और 1 सितंबर को तीन चरणों मेे वोट पडेंगे। इसके बाद 4 सितंबर को संबंधित जिला मुख्यालयों पर सभी की मतगणना करा कर नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। इसके बाद जिला प्रमुख, प्रधान का चुनाव 6 सितंबर को होगा और उप प्रमुख, उप प्रधान का चुनाव 7 सितंबर को कराया जाएगा। इस चुनाव प्रक्रिया के लिए अफसरों को बतौर पर्यवेक्षक लगाया गया है।

इन दस्तावेजों से भी डाल सकेंगे वोट—
राज्य चुनाव आयोग ने इन चुनाव के लिए सभी मतदाताओं को मतदाता फोटो पहचान पत्र जारी किए हैं। मतदान के दौरान मतदाताओं को अपनी पहचान बताने के लिए फोटो पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा। फिर भी यदि कोई मतदाता किसी भी कारण से फोटो पहचान पत्र नहीं दिखा पाता है तो मतदान के लिए उसे आयोग की ओर से अनुमोदित किए गए 12 वैकल्पिक फोटोयुक्त दस्तावेजों में से कोई एक दस्तावेज दिखाना होगा। इसके बाद वो अपना वोट डाल सकेगा।

घर घर जनसंपर्क की छूट—

राज्य चुनाव आयोग ने निर्देश दिए हैं कि कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए उम्मीदवारों की चुनावी रैलियां नहीं की जाएगी। यदि किसी उम्मीदवार ने रैली की तो आयोग की ओर से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आयोग के अनुसार उम्मीदवार को सिर्फ पांच समर्थकों के साथ घर-घर जाकर जनसंपर्क करने की छूट दी गई है। इसके साथ ही ज्यादा भीड़ से बचने के लिए आयोग की ओर से मतदान का समय भी बढाया गया है। मतदाता प्रातः 7.30 बजे से सायं 5.30 बजे तय वोट डाल सकते है।

जिला परिषद चुनाव की तस्वीर

जिला सीट उम्मीदवार
भरतपुर 37 376
दौसा 29 109
जयपुर 51 170
जोधपुर 37 154
सवाई माधोपुर 25 141
सिरोही 21 143
कुल 200 1093

पंचायत समिति सदस्य कुुल उम्मीदवार
1564 7887

जयपुर
प्रदेश में सवेरे सवेरे छह बजे भीषण सड़क हादसे में चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। चारों लोग बचाने के लिए चीख पुकार मचाते रहे लोग बचाने की कोशिश में भी जुटे रहे। लेकिन जब तक मदद पहुंची तब तक चारों दम तोड़ चुके थे। उनके शरीर पूरी तरह से जल चुके थे। हादसा अजमेर मंे अजमेर-ब्यावर नेशनल हाइवे पर हुआ। मौके पर पहुंची आदर्श नगर थाना पुलिस ने बताया कि राजीव गांधी स्मृति वन के नजदीक हाइवे पर वाहनों की रेलमपेल जारी थी।

एक ट्रक ब्यावर से अजमेर की ओर अपनी लेन में जा रहा था और दूसरी ओर से अपनी लेन में एक ट्रक अजमेर की ओर से आ रहा था। इसी दौरान अजमेर की ओर से आ रहे ट्रक के चालक ने ट्रक से संतुलन खो दिया और वह ट्रक डिवाईडर लांघता हुआ दूसरी ओर से आ रहे ट्रक से जा टकराया। दोनो ट्रकों के केबिन एक दूसरे मे फंस गए और वायरिंग में शाॅर्ट सर्किट हो गया। मदद मिल पाती इससे पहले ही आग डीजल टैंकों तक जा पहुची और और टैंक धमाके के साथ फट गए।

उसके बाद दोनो ट्रकों में इतनी जबदरस्त आग लगी कि उसे काबू पाने के लिए कई दमकलें दो घंटे तक प्रयास करती रही। इस बीच दोनो ट्रकों में सवार चालक और खलासी बचाने के लिए लगातार चीख पुकार मचाते रहे लेकिन जब तक आग पर काबू पाया जा सका उनकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने क्रेन की मदद से दोनो ट्रकों को अलग किया। हाइवे को वनवे किया गया है और चारों शवों को बेहद क्षतिग्रस्त हालत में बरामद कर मुर्दाघर में रखवाया गया है।

दोनो ट्रकों के नंबर और चेचिस नंबर से मृतकों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस का मानना है कि संभव है हाइवे पर अचानक आ गए किसी मवेशी को बचाने या फिर चालक को नींद की झपकी आ जाने के कारण यह हादसा हुआ है।

जयपुर. प्रदेश में दीनी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अल्पसंख्यक मामलात विभाग की ओर से लंबे समय बाद मदरसों की हालत सुधरेगी। राजस्थान मदरसा बोर्ड में पंजीकृत मदरसों में आधुनिक सुविधाएं देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री मदरसा आधुनिकीकरण योजना के तहत प्रदेश के 19 मदरसों के भवन निर्माण के लिए कार्यकारी एजेंसियों को प्रथम किश्त की 50 प्रतिशत राशि विभाग ने जारी की है।

मुख्यमंत्री मदरसा आधुनिकीकरण योजना वर्ष 2020-21 के अंतर्गत 36 मदरसों में विनिर्माण कार्यों के लिए स्वीकृति दी थी। अजमेर, अलवर, भीलवाड़ा, चितौड़गढ़, चूरू, धौलपुर, हनुमागढ़, जैसलमेर, कोटा, पाली एवं सीकर के मदरसों की प्रथम किश्त की 50 प्रतिशत राशि जारी की गई है।पहले चरण मदरसों में आधारभूत संरचना का विकास, फर्नीचर, कम्प्यूटर आदि भिजवाए जाएंगे। ताकि मदरसों में अध्ययनरत बच्चों को आधुनिक शिक्षा का लाभ प्राप्त हो सकेगा।

दीनी और दुनियावी तालीम बच्चों की प्रभावित न हो, इसके लिए पंजीकृत मदरसों में जल्द अंग्रेजी माध्यम और उर्दू की पुस्तकों का अगले महीने से नि:शुल्क वितरण किया जाएगा। ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो। इसके साथ ही मदरसा पंजीकरण की प्रक्रिया को सरल किया जाएगा। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक लोन आदि नहीं मिलने पर सीधी विभाग की वेबसाइट पर शिकायत करने की कवायद भी विभाग कर रहा है।

जयपुर। राजस्थान में मानसून के दूूसरे दौर की बारिश का पूर्वानुमान लगतार बदल रहा है। मौसम विभाग की माने तो कुछ दिन पहले तक दूसरे दौर की बारिश में राजस्थान के पूर्वी और पश्चिमी जिलों में अच्छी बारिश की स्थितियां बन रही थीं। यह भी संभावना जताई जा रही थी कि 17 व 18 अगस्त को उदयपुर संभाग में अच्छी बारिश होगी और उसके बाद पश्चिमी राजस्थान पर भी मेहर बरसेगी। लेकिन अब परिस्थितियाें में बदलाव दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग की माने तो राजस्थान में मंगलवार व बुधवार को उदयपुर और कोटा के कुछ स्थानों पर छिटपुट बारिश ही हो सकेगी। राजस्थान में हवाओं के जोर के चलते दो दिन तक कम दबाव का क्षेत्र आगे नहीं बढ़ सकेगा। राजस्थान में 19 अगस्त से दूसरे दौर की झमाझम बारिश की संभावना जताई जा रही है।

मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन तो गया है, लेकिन राजस्थान की तरफ बढ़ने में अभी दो दिन लग सकते हैं। राजस्थान में हवाओं के जोर के चलते इसके 19 अगस्त को राजस्थान में बढ़ने की संभावना है। इससे पूर्व मंगलवार को पूर्वी राजस्थान में उदयपुर संभाग के प्रतापगढ़ व बांसवाड़ा और कोटा संभाग के कुछ भागों में छिटपुट बारिश ही हो सकेगी। मौसम विभाग की माने तो राजस्थान में 19 व 20 अगस्त को जयपुर एवं भरतपुर संभाग में भी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है।

गर्मी व ऊमस बढ़ी
राजस्थान मे दूसरे दौर की बारिश के इंतजार में कुछ जिलों में गर्मी और ऊमस बढ़ गई है। जिन इलाकों में पहले दौर की बारिश असर नहीं दिखा सकी थी, वहां लोग ज्यादा परेशान हो रहे हैं। ऐसे में दूसरे दौर की बारिश का इंतजार चंद घंटों में खत्म हो जाएगा, लेकिन पश्चिमी इलाकों में बारिश की झमाझम का इंतजार बना रहेगा। बीते 24 घंटों के अधिकतम तापमान की बात की जाए तो चूरू और गंगानगर 40 डिग्री के पार रहे। गंगानगर में 40.8 और चूरू में 40.3 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। बीकानेर 39 और पाली 38 डिग्री पर रहा।

जयपुर।

जयपुर स्थित आमागढ़ की पहाड़ियों के बाद अब जयपुर के ही खोहगंग के दुर्ग पर मीन समाज का झंडा फहराने की कवायद शुरू हो गई है। राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा की अगुवाई में 21 अगस्त को यहां झंडा फहराए जाने का कार्यक्रम घोषित किया गया है। फिलहाल इस कार्यक्रम को भव्य और सफल बनाने की तैयारियां जारी हैं।

 

ज़्यादा से ज़्यादा भीड़ जुटाने की कवायद
सांसद डॉ मीणा के आवास पर आज भी एक तैयारी बैठक बुलाई गई, जिसमें पूर्व विधायक कन्हैया लाल मीणा के अलावा स्थानीय पंच पटेल शामिल हुए। इस दौरान रामगढ़ पचवारा से खोहगंग तक मोटरसाइकिल और तिरंगा यात्रा निकाले जाने के संदर्भ में चर्चा हुई। आयोजन के दौरान ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को एकजुट करने और विभिन्न पहलुओं को लेकर बातचीत हुई।

इन 7 मांगों को लेकर हो रहा आंदोलन
- प्रतिवर्ष जन्माष्टमी को चंदा मीना आसावरी माता की झांकी खोहगंग स्थित माताजी के मंदिर में लेकर आते हैं, जिसे बाहर ही रोक दिया जाता है। आसावरी माता को खोहगंग दुर्ग और मंदिर में प्रवेश दिया जाए
- खोहगंग के दुर्ग पर मीन समाज का झंडा फहराने दिया जाए
- मीणा समाज के चांदा गोत्र की कुलदेवी आसावरी माता और शिवालय आदि के स्थान पर पूजा-अर्चना करने दिया जाए। मूर्ती तोड़ने वालों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करके कानूनी कार्रवाई की जाए
- खोहगंग में मीणा समाज के पूर्वजों की ऐतिहासिक किले, बावड़ियों, छतरियों, पितृ तरपान करने वाली तलाई, मंदिरों और शमशानों से अतिक्रमण को हटाकर करीब 88 हेक्टेयर ज़मीन को मीणा समाज को उपलब्ध करवाया जाए।
- आमागढ़ में मीणा समाज का झंडा फहराया जाए और आमेर के शासकों के पितृ तरपान वाली तलाई और अन्य ऐतिहासिक स्थलों को सुरक्षित रखा जाए।
- सम्पूर्ण राजस्थान में मीणा समाज से सम्बंधित सभी ऐतिहासिक राजवंशों की सम्पतियों को सूचीबद्ध करके उनका संरक्षण किया जाए।
- खोहगंग, आमागढ़, आमेर सहित राज्य में जहां भी मीणा शासक हुए हैं, उनकी याद में पैनोरमा निर्माण करके इतिहास को सुरक्षित और संरक्षित रखा जाए।


पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर
आमागढ़ के बाद अब खोहगंग में मीन समाज का झंडा फहराए जाने की सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा की घोषणा के बाद से पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। स्थितियां काबू में रहे इसके लिए अधिकारियों की भी तैयारी बैठकों का सिलसिला जारी है।

 

खोहगंग अब है खो नागोरियान
दरअसल, जयपुर स्थित खो नागोरियान की पूर्व में खोहगंग के नाम से पहचान हुआ करती थी। बताया जाता है कि वर्षों पहले खोहगंग पर मीणा शासक राजा आलम सिंह का शासन हुआ करता था। जानकारों की मानें तो उस दौरान ही यहां कई किलों, बावड़ियों, छतरियों आदि का निर्माण हुआ था। यहीं पर आशावरी माता का मंदिर भी स्थित है। हालांकि मौजूदा स्थिति में चुका है। कई जगहों पर वैद्य तो कई जगहों पर अवैध निर्माण भी हो चले हैं।

जयपुर. जेडीए की प्रवर्तन शाखा ने मंगलवार को जगतपुरा के इकॉलोजिकल जोन में कार्रवाई की। नीलेश्वर कॉलोनी में अवैध रूप से दो भूखंडों को जोड़कर बिल्डिंग बाइलॉज का उल्लंघन कर निर्माण किया जा रहा है। कोर्ट से स्टे होने के बाद भी निर्माणकर्ता ने निर्माण जारी रखा। इतना ही नहीं, प्रवर्तन शाखा की ओर से गार्ड लगाए जाने के बाद भी पांच फ्लैटों में परिवारों ने रहना शुरू कर दिया।
प्रवर्तन शाखा के मुख्य नियंत्रक रघुवीर सैनी ने बताया कि भूखंड संख्या 6 और 7 को जोड़कर 515 वर्गगज क्षेत्रफल में यह अवैध निर्माण किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि निर्माणकर्ता हेमराज और जितेंद्र सिंह के साथ—साथ फ्लैट मालिकों को भी नोटिस जारी किए गए हैं।

नोटिस दिया फिर भी होता रहा निर्माण
—अवैध निर्माण के खिलाफ जेडीए ने नोटिस जारी किया। इसके अलावा मामला कोर्ट में भी चला और निर्माणकर्ता ने स्टे ले लिया। इसके बाद भी अवैध निर्माण नहीं रुका और यह चलता रहा।
—निगरानी की लिए गार्ड लगाए गए, लेकिन उसके बाद भी परिवारों ने फ्लैटों में रहना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस के जवान तैनात किए गए।
—कार्रवाई के दौरान 11 अवैध फ्लैटों के प्रवेश द्वारों पर ईंटों की दीवारें बनाकर सील लगा दी।

जयपुर।

पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने वाले बागियों और निर्दलीयों को मनाने की कवायद में प्रदेश भाजपा भी सक्रीय दिखाई दे रही है। मान-मनव्वल के लिए प्रदेश नेतृत्व की ओर से सम्बंधित चुनाव प्रभारियों और पर्यवेक्षकों के साथ ही स्थानीय क्षेत्रों के वरिष्ठ नेताओं को ज़िम्मेदारी दी गई है। वहीं भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी और उनके समर्थक भी ज़्यादा से ज़्यादा बागियों के नाम वापसी कराने की कोशिशों में जुट गए हैं। हालांकि ये कवायद आज नामांकनों की समीक्षा के बाद शेष रहे प्रत्याशियों की सूची सामने आने के बाद ही रफ़्तार पकड़ेगी।

 

गौरतलब है कि पंचायत राज संस्थाओं के आम चुनाव 2021 के अन्तर्गत नाम निर्देशन भरे जाने के अंतिम तिथि कल थी। आज नामांकन पत्रों की जांच प्रक्रिया पूरी होगी जिसमें नामांकन में कमियां या किन्हीं कारणों से उन्हें अवैध पाए जाने पर खारिज कर दिया जाएगा। चुनाव कार्यक्रम के तहत नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख बुधवार 18 अगस्त दोपहर तीन बजे तक की रहेगी।

 

24 घंटे में मान-मनौव्वल की चुनौती !
कांग्रेस और भाजपा के पास बागियों को मनाने के लिए लगभग 24 घंटे का समय रहेगा। दरअसल, नामांकन जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव प्रतीकों का आवंटन एवं चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची का प्रकाशन होगा। इसके बाद से नाम वापसी की तय तारीख और समय में लगभग 24 घंटे तक का फासला रहेगा। ऐसे में दोनों दलों के पास इस अलप समय में अपने-अपने बागियों को मनाने की चुनौती रहेगी।

 

नाम वापस नहीं लिया तो कार्रवाई
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने पहले ही ये साफ़ निर्देश दिए हुए हैं कि पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के समक्ष यदि पार्टी के ही किसी नेता या कार्यकर्ता ने ताल ठोकी, तो उसे अनुशासनहीनता की श्रेणी में माना जाएगा। नामांकन वापसी की आखिरी तारिख निकलने के बाद भी चुनाव मैदान में बरकरार रहे बागियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी।

 

गांव की सरकार: आज हो रही नामांकन जांच

चुनाव कार्यक्रम के अनुसार नामांकन पत्रों की जांच का कार्य आज किया जाएगा। यदि किसी नामांकन में कोई कमी पाई गई तो उसे खारिज कर दिया जाएगा। इसके बाद 18 अगस्त को अपरान्ह 3 बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। नाम वापसी के तुरंत बाद प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह का आवंटन कर दिया जाएगा और उम्मीदवारों की सूची का प्रकाशन भी कर दिया जाएगा।

 

इससे पहले पंचायत चुनाव में नामांकन का काम पूरा हो चुका है। कांग्रेस और भाजपा सहित अन्य उम्मीदवारों ने मैदान में ताल ठोक दी है। राज्य चुनाव आयोग ने आज सवेरे नामांकन के कुल आंकड़े जारी किए। इनमें जिला परिषद के दो सौ सदस्यों के लिए 1093 उम्मीदवारों ने पर्चे भरे है वहीं पंचायत समिति के 1564 सदस्यों के लिए 7887 उम्मीदवारों ने पर्चे दाखिल किए है।

 

जयपुर जिले में 51 सीटों के लिए 170 उम्मीदवार

जयपुर जिला परिषद सदस्य की 51 सीटों के लिए 170 उम्मीदवार मैदान में है। ऐसे में हर सीट के लिए कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। कांग्रेस और भाजपा के साथ— साथ यहां आरएलपी ने भी उम्मीदवार उतारे है। ऐसे में कई सीटों पर त्रिकोणीय संघर्ष देखने को मिलेगा। ऐसे में सभी दल चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत लगाएंगे ताकि जिला परिषद सदस्य बन कर अपनी राजनीति को आगे बढ़ा सके।


भरतपुर में सबसे ज्यादा उम्मीदवार

जिला परिषद भरतपुर की 37 सीटों के लिए सर्वाधिक 376 उम्मीदवार मैदान में है। ऐसे में सबसे ज्यादा संघर्ष यहीं देखने को मिलेगा। कांग्रेस और भाजपा ने यहां पर कई सीटों पर सिंबल भी नहीं दिए है। ऐसे में जो निर्दलीय जीतेगा वे उसे ही अपने साथ लेने की कोशिश करेंगे ताकि उनकी पार्टी का जिला प्रमुख बन सके।


तीन चरणों में डलेंगे वोट—
प्रदेश में छह जिलों में पंचायत चुनाव हो रहे है। इनमें भरतपुर, दौसा, जयपुर, जोधपुर, सवाईमाधोपुर, सिरोही शामिल है। इनके जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव होंगे। इनके लिए 26 अगस्त, 29 अगस्त और 1 सितंबर को तीन चरणों मेे वोट पडेंगे। इसके बाद 4 सितंबर को संबंधित जिला मुख्यालयों पर सभी की मतगणना करा कर नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। इसके बाद जिला प्रमुख, प्रधान का चुनाव 6 सितंबर को होगा और उप प्रमुख, उप प्रधान का चुनाव 7 सितंबर को कराया जाएगा। इस चुनाव प्रक्रिया के लिए अफसरों को बतौर पर्यवेक्षक लगाया गया है।

जयपुर।

कोरोना की पहली और दूसरी लहर की बेकाबू विपरीत स्थितियों से निपटने के बाद गहलोत सरकार तीसरी लहर की आशंकाओं के मद्देनज़र तैयारियों में जुटी हुई है। चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव की पूरी तैयारी रखें। वैक्सीनेशन, ऑक्सीजन प्लांट, अस्पतालों में शिशु रोग वार्डो व अन्य आईसीयू से संबंधित कामकाज तथा अन्य जरूरी उपायों को समय रहते पूरा कर लिया जाए। मेडिकल कॉलेज व सर्जीकल वार्ड का काम 18 महीने में पूरा किया जाए।

 

चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने सोमवार को मेडिकल कॉलेज के सेमीनार हॉल में जिला प्रशासन, अजमेर विकास प्राधिकरण, स्मार्ट सिटी योजना तथा चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों ने कोरोना महामारी की तीसरी लहर की भी आशंका जताई है। अधिकारी समय रहते सभी तरह की तैयारियां पूरी कर लें।

 

चिकित्सा मंत्री ने अजमेर विकास प्राधिकरण, स्थानीय निकाय एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को कहा कि अजमेर में बनने वाले नये ऑक्सीजन प्लांटों का काम समय रहते पूरा करवाएं। नये ऑक्सीजन प्लांट, स्टोरेज टैंक तैयार हो जाने के बाद अजमेर जिले में 4 हजार 500 सिलेन्डर प्रतिदिन से अधिक की क्षमता हो जाएगी।



उन्होंने जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय प्रशासन और चिकित्सा विभाग को निर्देश दिए कि अस्पतालों में आईसीयू वार्ड, ऑक्सीजन बैड, शिशु रोग वार्ड, एसएनसीयू, नीकू और पीकू वार्ड सहित सभी आवश्यक सुविधाओं को अतिशीघ्र पूरा कर लिया जाए। तीसरी लहर से बचाव के लिए सीएचसी स्तर पर भी चिकित्सा सुविधाओं का भी विस्तार किया जाना है। इन सभी को भी समय रहते पूरा कर लिया जाए।

 

डॉ. शर्मा ने कहा कि कायड़ में 200 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाला नया मेडिकल कॉलेज भवन और जेएलएन चिकित्सालय के बाहर 50 करोड रूपए की लागत से बनने वाला सर्जीकल व ट्रोमा वार्ड अजमेर के चिकित्सा इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा। अजमेर विकास प्राधिकरण को कार्यकारी एजेन्सी चुना गया है। इसे 18 महीने में पूरा करवाया जाए। उन्होंने अस्पताल में स्मार्ट सिटी योजना के तहत बनने वाले मेडिसिन ब्लॉक, मोर्चरी व अन्य निर्माण कार्यों को भी निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश दिए।

 

चिकित्सा मंत्री ने डेडीकेटेड कोविड हॉस्पीटल, जिला व सीएचसी स्तर के अस्पतालों, मातृ शिशु रोग ईकाइयों, ऑक्सीजन बेड, वेंटीलेटर व बाईपेप की उपलब्धता तथा ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर आदि के बारे में जानकारी लेते हुए इनके अधिकतम उपयोग के निर्देश दिए।

 

चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव वैभव गालरिया ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना की तीसरी लहर से बचाव की तैयारी तथा अजमेर में होने वाले विकास कार्यों को लेकर पूरी गंभीरता एवं संवेदनशीलता के साथ काम किया जाए। राज्य सरकार द्वारा जो डेड लाईन निर्धारित की गई है उसके अनुसार ही काम किया जाए। चिकित्सा मंत्री डॉ. शर्मा व गालरिया ने जिला कलक्टर श्री प्रकाश राजपुरोहित को निर्देश दिए कि इन सभी कामों की नियमित मॉनिटरिंग करें।

 

जिला कलक्टर राजपुरोहित ने कहा कि अजमेर में नियमित रूप से कोरोना प्रबंधन व अन्य कार्य किया जा रहे हैं। इन सभी को योजनाबद्ध ढंग से पूरा किया जाएगा। बैठक में अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त अक्षय गोदारा, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीबी सिंह एवं चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. अनिल जैन, चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. इन्द्रजीत सिंह एवं सीएमएचओ डॉ. के.के. सोनी ने प्रजेन्टेशन के जरिए विभागीय कार्ययोजना की जानकारी दी।

जयपुर।

रबी फसल वर्ष 2020-21 में ओलावृष्टि से 33 प्रतिशत या उससे अधिक फसल खराबा होने की गिरदावरी रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार ने प्रदेश के 11 जिलों के 85 गांवों को अभावग्रस्त घोषित कर दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खराबे से प्रभावित इन 85 गांवों को अधिसूचित कर प्रभावित किसानों को कृषि आदान-अनुदान देने के लिए जारी की जाने वाली अधिसूचना के प्रारूप का अनुमोदन कर दिया है।

 

गिरदावरी रिपोर्ट बना आधार

राज्य सरकार ने रबी फसल वर्ष 2020-21 में ओलावृष्टि से फसलों में खराबे की गिरदावरी के निर्देश दिए थे। जिला कलेक्टरों से प्राप्त नियमित एवं विशेष गिरदावरी रिपोर्ट के आधार पर झुंझुनूं जिले के 28, हनुमानगढ़ के 19, भरतपुर के 9, कोटा के 8, सवाईमाधोपुर के 6, टोंक एवं बीकानेर के 4-4, चूरू, चित्तौड़गढ़ एवं बाड़मेर के 2-2 तथा अलवर जिले के एक गांव को अभावग्रस्त घोषित किया गया है।

 

इधर, भाजपा बोली, '100 प्रतिशत खराबा घोषित करे सरकार'

हाड़ौती में बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां को रिपोर्ट मिल गई है। पार्टी की ओर से गठित कमेटी ने राज्य सरकार से 100 प्रतिशत खराबा घोषित करने के साथ ही बारिश से मरने वाले लोगों के परिजनों को 4 लाख रुपए आर्थिक सहायता देने की मांग की है।

 

जनवरी में भी 48 ग्राम थे अभावग्रस्त
राज्य सरकार ने इसी साल जनवरी माह में भी एक अधिसूचना जारी करते हुए प्रदेश के तीन जिलों के 48 ग्रामों को अभावग्रस्त घोषित किया था। जिला कलेक्टरों से प्राप्त सूचना के आधार पर खरीफ फसल 2020 में ओलावृष्टि एवं कीट आक्रमण (टिड्डी) से फसलों को हुए नुकसान को देखते हुए तब यह निर्णय लिया गया था।

 

तब गंगानगर जिले के 20 ग्राम ओलावृष्टि से और बीकानेर जिले के 18, राजसमंद जिले के 10 ग्राम कीट आक्रमण (टिड्डी) से फसलों को हुए नुकसान के कारण अभावग्रस्त घोषित किये गए थे। अभावग्रस्त ग्रामों में का प्रावधान 31 मार्च तक लागू रहा।

 

जनवरी से एक महीने पहले ही यानी दिसंबर 2020 को राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी कर प्रदेश के 4 जिलाें के 74 ग्रामों को भी अभावग्रस्त घोषित किया था। तब जयपुर जिले के 60, झुंझुनू जिले के 3 और सवाईमाधोपुर जिले के 6 ग्राम ओलावृष्टि से और प्रतापगढ़ जिले की धरियावद तहसील के देवला, उल्टन अम्बाव धोलीमंगरी एवं अन्तारेल ग्रामों में कीट आक्रमण (टिड्डी) से फसलों को हुए नुकसान के कारण अभावग्रत घोषित किये गए थे।

जयपुर।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां के 'मैं हवाई नहीं जमीनी दौरे करता हूं' के बयान पर भाजपा से निष्कासित रोहिताश्व शर्मा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि पूनियां की टिप्पणी ओछी मानसिकता को दर्शाती है। क्या पूनियां को प्रशासनिक अनुभव नहीं है। इसलिए मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मांग करता हूं कि की पूनियां का बयान अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है इसलिए उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाया जाए।

शर्मा ने कहा कि पूनिया ने बयान दिया है कि वह जमीनी दौरा करते हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि बाढ़ और बारिश में अगर वह जमीन पर चलकर दौरे करेंगे तो उनका दौरा कितने वर्षों में जाकर पूरा होगा। होना तो यह चाहिए था की पूनियां मांग करते कि मुख्यमंत्री को बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा कर लोगों को सहायता पहुंचानी चाहिए। मगर अपनी ही पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पर उनका तंज उनकी छोटी सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है। सतीश पूनियां अनुशासनहीनता के आदी रहे हैं। इनको सपने में भी वसुंधरा राजे से डर लगता है। ऐसे प्रदेशाध्यक्ष को हटाकर निडर और नॉलेजेबल व्यक्ति को इस पद बैठाना चाहिए, ताकि भविष्य में भाजपा को इसका फायदा मिल सके।


पहली से आठवीं तक पूरे साल होंगे
शिक्षा विभाग ने जारी किए आदेश

जयपुर, 17अगस्त
राज्य के सभी स्कूलों में कक्षा नौं से बारहवीं तक 31 अगस्त तक एडमिशन (Admission ) हो सकते हैं, वहीं कक्षा एक से आठवीं तक के स्टूडेंट्स () को पूरे सेशन में कभी भी एडमिशन दिया जा सकता है। शिक्षा निदेशक ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। गौरतलब है कि 9वीं से 12वीं (class IX to XII till ) तक के स्कूलों में एडमिशन की अंतिम तिथि 16 अगस्त थी। इस बीच शिक्षा निदेशालय ने नया आदेश जारी करते हुए लास्ट डेट 16 अगस्त से बढ़ाकर 31 अगस्त कर दी। वहीं क्लास एक से आठ तक के स्टूडेंट्स को पूरे सेशन में कभी भी एडमिशन की छूट दी है।
एक सितम्बर से खुलेगी स्कूल
शिक्षा विभाग ने एक सितम्बर से स्कूल खोलने का निर्णय किया हुआ है। ऐसे में स्कूल खुलने से एक दिन पहले तक सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में एडमिशन हो सकेगा।

जयपुर।

प्रदेश में पंचायत चुनावों का बिगुल बज चुका है। पहले चरण के लिए नामांकन भी भरे जा चुके हैं। चुनाव की वजह से प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में आदर्श आचार—संहिता लगी हुई है। यानि ना कोई तबादले किए जा सकते हैं और ना ही किसी तरह के लोकार्पण व शिलान्यास। मगर राजस्थान सरकार ने कई जिलों में कार्मिकों के तबादले कर दिए, जिसे लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखा है।

कटारिया ने पत्र में लिखा है कि जयपुर, भरतपुर, सवाईमाधोपुर, सिरोही, दौसा व जोधपुर में जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव के चलते आदर्श आचार संहिता लगी हुई है। इन 6 जिलों में स्थानांतरण एवं पदस्थापन पर पूर्ण प्रतिबन्ध है। इसके बावजूद आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। इन जिलों में बड़ी संख्या में स्थानांतरण/पदस्थापन आदेश जारी किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि संयुक्त शिक्षा निदेशक स्कूल शिक्षा जयपुर ने 372 द्वितीय वेतन श्रृंखला के अध्यापकों के स्थानांतरण किए हैं। निदेशक माध्यमिक शिक्षा में विभिन्न पदों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्थानांतरण, निदेशक संस्कृत शिक्षा विभाग द्वारा इन जिलों में स्थानांतरण आदेश जारी किए गए हैं। इसके अलावा जलदाय विभाग ने इंजीनियर्स व कर्मचारियों, चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सा अधिकारियों के स्थानांतरण आदेश जारी किए हैं। कई अन्य विभागों में भी स्थानांतरण आदेश जारी कर आचार संहिता को ठेंगा बताया जा रहा है। उन्होंने निर्वाचन अधिकारी से तुरंत प्रभाव से स्थानांतरण आदेशों को निरस्त करने की मांग की है।



जयपुर, 17 अगस्त
राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजीव जैन ने मंगलवार को विश्वविद्यालय की टेलीफोन डायरेक्ट्री का कुलपति सचिवालय में विमोचन किया गया। इस अवसर पर विवि के कुलसचिव केएम दूडिय़ा सहित डायरेक्ट्री संकलन समिति के सदस्य डॉ. राजीव सक्सेना, डॉ.नीलिमा गुप्ता, डॉ. शैलेंद्र कुमार गुप्ता, सामान्य प्रशासन अनुभाग के उप कुलसचिव डॉ. महेश चंद गुप्ता, सहायक कुलसचिव डॉ. नीलम भाटिया उपस्थित थे। विश्वविद्यालय की ओर से तैयार की गई इस 165 पेज की टेलीफोन डायरेक्ट्री में विश्वविद्यालय से संबंधित सभी अधिकारियों, शिक्षकों और अन्य सभी संबंधित महत्वपूर्ण टेलीफोन नंबरों की सूचना से प्रकाशित किया गया है।

एसीएस स्कूल शिक्षा को संस्कृत शिक्षा का अतिरिक्त कार्यभार
कार्मिक विभाग ने जारी किए आदेश

जयपुर, 17 अगस्त
स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पवन कुमार गोयल अब संस्कृत शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की जिम्मेदारी भी संभालेंगे। कार्मिक विभाग के संयुक्त शासन सचिव डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं जिसके मुताबिक गोयल संस्कृत शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव का अतिरिक्त कार्यभार आगामी आदेशों तक संभालेंगे।

जयपुर।

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का दो साल से ज्यादा कार्यकाल पूरा हो चुका है। ऐसे में जनता के मन में सरकार के प्रति क्या सोच है। इसकी टोह लेने के लिए मोदी मंत्रिमंडल के 39 नए मंत्री आशीर्वाद यात्रा निकालेंगे।

राजस्थान में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री व केन्द्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव 19 से 21 अगस्त तक तीन दिवसीय जन आशीर्वाद यात्रा के तहत अलवर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर शहर व अजमेर प्रवास पर रहेंगे। यह यात्रा लगभग 417 किलोमीटर की होगी, जिसमें 40 से अधिक स्थानो पर जनसंवाद के कार्यक्रम होंगे। यादव यात्रा 19 अगस्त को सुबह 8.30 बजे भिवाड़ी से शुरू होगी। जिसमें भिवाड़ी, तिजारा, किशनगढबास, बानसूर, कोटपुतली, शाहपुरा में स्वागत सभा होंगी। 20 अगस्त को दूदू, किशनगढ, पुष्कर, अजमेर में स्वागत सभा रहेंगी।

यात्रा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां, प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, प्रदेश के तीनों केन्द्रीय मंत्री, राष्ट्रीय एवं प्रदेश पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे। आपको बता दें कि केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर पहली बार मोदी मंत्रिमंडल में शामिल 39 मंत्री यह यात्रा निकाल रहे हैं। नए मंत्री देशभर में करीब 20 हजार किलोमीटर की यात्रा करके जनता का आशीर्वाद लेने के साथ ही मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा और प्रचार-प्रसार भी करेंगे।



जयपुर
ट्रांसफर सर्टिफिकेट यानी टीसी (Transfer Certificate (TC)) को लेकर शिक्षा विभाग (education department) ने यू टर्न (U turn) ले लिया है। शिक्षा विभाग (Education department) ने आदेश जारी किए हैं ऐसे स्टूडेंट्स जिन्होंने निजी स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूल में एडमिशन लिया है उनके लिए टीसी जमा करवाना अनिवार्य होगा। यानी बिना टीसी यदि वह सरकारी स्कूल में एडमिशन लेते हैं तो उन्हें स्थायी एडमिशन नहीं मिल सकेगा। शिक्षा विभाग के इस निर्णय से पेरेंट्स की परेशानी बढ़ गई है क्योंकि कोविड के कारण वह पहले से ही आर्थिक परेशानी से जूझ रहे हैं।
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने पहले आदेश जारी किया था कि कोई भी विद्यार्थी किसी भी स्कूल में बिना टीसी एडमिशन ले सकता है। यह आदेश किसी सरकारी या गैर सरकारी स्कूल के लिए नहीं था बल्कि सभी के लिए था। जिसका नतीजा यह हुआ कि पूरे प्रदेश में बड़ी संख्या में विद्यार्थी निजी स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में चले गए लेकिन अब केवल दो माह में ही शिक्षा विभाग ने यू टर्न ले लिया। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने आदेश जारी किए हैं जिसके मुताबिक पहली से आठवीं तक दिए गए अस्थाई एडमिशन वाले स्टूडेट्स को एसआर नंबर नहीं दिए जाएं। स्कॉलर नंबर देने से पहले उनसे टीसी ली जाएगी। बिना टीसी उन्हें स्कूल में स्थाई एडमिशन नहीं मिल सकेगा।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि निजी स्कूलों को 15 दिन में स्कूल छोडऩे वाले स्टूडेंट्स की टीसी देना जरूरी होगा साथ ही वह उसी सत्र की फीस इन स्टूडेंट्स से ले सकेंगे जब तक वह उस स्कूल में थे। अगर किसी स्टूडेंट ने निजी स्कूल को सूचना दिए बिना अप्रेल में ही सरकारी स्कूल में एडमिशन ले लिया है और अब टीसी मांग रहा है तो स्कूल उससे इस सेशन की फीस नहीं ले सकेगा और 15 दिन में उसे फीस देगा।
इसे लेकर फोरम ऑफ प्राइवेट स्कूल ऑफ राजस्थान की हेमलता शर्मा का कहना है कि नियमों के मुताबिक स्टूडेंट जिस दिन टीसी लेने के लिए एप्लाई करता है उस दिन की फीस निजी स्कूल उससे ले सकते हैं जबकि विभाग ने आदेश दिए है कि उसके मुताबिक स्टूडेंट दूसरे स्कूल में एडमिशन लेने के दो तीन माह बाद भी टीसी लेने आता है तो स्कूल फीस नहीं ले सकेंगे यह सही नहीं है।

लंबे कोविड सिंड्रोम से बल जाता रक्त का थक्का
आरसीएसआई यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिसिन एंड हेल्थ साइंसेज का शोध

जयपुर। एक शोध में पाया गया है कि लॉन्ग कोविड सिंड्रोम वाले मरीजों में रक्त के थक्के जमने का इलाज उनके लक्षणों को पता लगाने मदद कर सकता हैं, जैसे कि कम शारीरिक फिटनेस और थकान। गंभीर तीव्र कोविड -19 के रोगियों में खतरनाक थक्के देखे गए हैं। लॉन्ग कोविड सिंड्रोम के बारे में बहुत कम जानकारी है, जहां लक्षण प्रारंभिक संक्रमण के हल होने के बाद हफ्तों से लेकर महीनों तक रहते हैं। इससे दुनिया भर में लाखों लोग प्रभावित हो सकते हैं।
आयरलैंड में आरसीएसआई यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिसिन एंड हेल्थ साइंसेज के शोधकतार्ओं ने लॉन्ग कोविड सिंड्रोम के लक्षणों वाले 50 रोगियों की जांच की ताकि यह बेहतर ढंग से समझा जा सके कि रक्त का थक्का क्यों बनता है। उन्होंने पाया कि स्वस्थ नियंत्रण की तुलना में लॉन्ग कोविड सिंड्रोम वाले रोगियों के रक्त में क्लॉटिंग का स्तर काफी बढ़ा हुआ है। ये क्लॉटिंग मार्कर उन रोगियों में अधिक थे, जिन्हें अपने प्रारंभिक कोविड -19 संक्रमण के साथ अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता थी, लेकिन उन्होंने यह भी पाया कि जो लोग घर पर अपनी बीमारी का प्रबंधन करने में सक्षम थे, उनमें भी लगातार उच्च थक्के पाए गए थे। जर्नल ऑफ थ्रोम्बोसिस एंड हेमोस्टेसिस में प्रकाशित अध्ययन में टीम ने देखा कि उच्च थक्के का सीधा संबंध लॉन्ग कोविड सिंड्रोम के अन्य लक्षणों से होता है, जैसे कि कम शारीरिक फिटनेस और थकान। भले ही सूजन के निशान सभी सामान्य स्तर पर लौट आए थे, लेकिन बढ़ी हुई थक्के की क्षमता अभी भी लॉन्ग कोविड रोगियों में मौजूद थी।

जयपुर।

आपको यह जानकर हैरानी होगी...राजस्थान में पहली बार विधानसभा के बजट सत्र को खत्म किए बिना साढ़े पांच माह बाद फिर से विधानसभा की कार्यवाही शुरू होगी। सचिन पायलट खेमे की बगावत के बाद विधानसभा सत्र बुलाने पर राज्यपाल और सरकार के बीच हुए टकराव की वजह से ऐसा किया गया था। सरकार के इस कृत्य को लेकर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने नाराजगी जताते हुए विधानसभा सचिव को पत्र लिखा है।

राठौड़ ने कहा कि बजट सत्र का सत्रावसान करने के लिए सरकार ने फाइल राजभवन को नहीं भेजी। सरकार के इस कृत्य से सीधे तौर पर राज्यपाल के अधिकारों का अतिक्रमण हो रहा है। यह लोकतंत्र का अपमान है। राठौड़ ने पत्र में संविधान के आर्टिकल 174 के साथ कई अन्य सवाल भी खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि सत्रावसान किए बिना सत्र आहुत करने से विधायक प्रश्न पूछने से भी वंचित रह जाएंगे। उन्होंने मांग की है कि विधानसभा का सत्रावसान कर राज्यपाल से विधानसभा आहुत करवाई जाए। आपको बता दें कि राज्यपाल से हुए टकराव के बाद सरकार ने दिल्ली की तर्ज पर सत्रावसान के लिए राज्यपाल को फाइल ही नहीं भेजने का नया रास्ता निकाला है।

18 सितम्बर से पहले सत्र बुलाना था जरूरी

बजट सत्र की कार्यवाही 19 मार्च को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित की गई थी। छह महीने के भीतर एक बार विधानसभा की बैठक बुलाना अनिवार्य होता है। इस हिसाब से 18 सितंबर तक विधानसभा की बैठक बुलाना जरूरी था। इसी को देखते हुए बिना सत्रावसान के विधानसभा की अगली बैठक 9 सितंबर को बुलाई गई है।

यूं हुआ था टकराव

सचिन पायलट खेमे की बगावत के वक्त सरकार 31 जुलाई 2020 से पहले विधानसभा सत्र बुलाना चाहती थी। इसके लिए कैबिनेट से प्रस्ताव पारित कर फाइल राज्यपाल को भेजी थी। मगर राज्यपाल ने 21 दिन पहले नोटिस देकर अचानक सत्र बुलाने का कारण पूछते हुए फाइल को लौटा दिया था। इसके बाद सरकार ने तीन बार राजभवन फाइल भेजी, तीनों बार फाइल लौटा दी। मुख्यमंत्री सहित उनके समर्थक कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों ने राजभवन में धरना दिया और नारेबाजी की। इसके बाद राज्यपाल ने 14 अगस्त 2020 से विधानसभा सत्र बुलाने की फाइल को मंजूरी दी थी।

संविधान के आर्टिकल 174 में राज्यपाल के अधिकार

—राज्यपाल, समय-समय पर, राज्य के विधान-मंडल के सदन या प्रत्येक सदन को ऐसे समय और स्थान पर, जो वह ठीक समझे, अधिवेशन के लिए आहूत करेगा, किंतु उसके एक सत्र की अंतिम बैठक और आगामी सत्र की प्रथम बैठक के लिए नियत तारीख के बीच छह मास का अंतर नहीं होगा।
—राज्यपाल, समय-समय पर,—
(क) सदन का या किसी सदन का सत्रावसान कर सकेगा
(ख) विधानसभा का विघटन कर सकेगा।



जयपुर, 17 अगस्त
प्रदेश के एमएड डिग्रीधारी बेरोजगारों (M.Ed degree holder unemployed ) ने मंगलवार को शहीद स्मारक पर धरना देते हुए सरकारी नौकरी में अवसर दिएज ाने, बीएड कॉलेजों के कोर्स में एकरूपता लाए जाने की मांग की। साथ ही चेतावनी भी दी कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो वह बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। एमएड संघर्ष समिति, राज स्ववित्तपोषित महाविद्यालय शिक्षक महासंघ और शिक्षक प्रशिक्षक प्रगतिशील समिति के बैनर तले एमएड योग्यताधानी बेरोजगार युवा मंगलवार को शहीद स्मारक पर एकत्र हुए और धरना दिया। एमएड संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामबाबू जांगिड़ ने बताया कि राजस्थान में पिछले कई सालों से एम एड की पढ़ाई करवाई जा रही है लेकिन सरकारी सेवा में इसका उपयोग नहीं हो रहा। प्रदेश में संचालित डाइट के साथ डीएलएड कॉलेजों में योग्यताधारी स्टाफ नहीं है और डाइट्स में एनसीटीई के मानदंडों के अनुसार कभी कोई भर्ती नही ंहुई है ऐसे में अब सरकार को इन कॉलेजों में योग्यताधारियों की सीधी भर्ती करनी चाहिए साथ ही सभी सरकारी कॉलेजों में चार वर्षीय एकीकृत बीए बीएड, बीएससी बीएड पाठ्यक्रम शुरू करने के साथ ही स्कूल और कॉलेज शिक्षा में शिक्षा शास्त्र विषय शुरू किया जाना चाहिए जिससे एमएड डिग्री धारकों के साथ न्याय हो सके साथ ही उच्च माध्यमिक व स्नातक स्तर से ही शिक्षा शास्त्र विषय पढऩे की सुविधा मिल सके।
इन युवाओं ने एनसीटीई के मानकों पर खरा नहीं उतरने के कारण बंद किए गए 5 राजकीय बीएड कॉलेजों को पुन: खोलने, डाइट्स में स्कूली शिक्षकों का डेपुटेशन रद्द कर सीधी भर्ती किए जाने की मांग की।

जयपुर। खनन गतिविधियों से उड़ीसा में सबसे अधिक 30 हजार करोड़ के राजस्व संग्रहण का लक्ष्य हैं, वहीं पारदर्शी और पूरी तरह से तकनीक व सूचना प्रोद्यौगिकी आधारित व्यवस्थाओं के चलते छीजत की संभावनाओं पर अंकुश लगा हुआ है। यह जानकारी मंगलवार को एसीएस माइंस एवं पेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल को उड़ीसा में खनन ब्लॉकों की नीलामी और ऑनलाइन डाटा प्रक्रिया का अध्ययन करके आए अतिरिक्त निदेशक मुख्यालय एनके कोठ्यारी और एमई सतर्कता जयपुर जीनेश उमड ने अध्ययन रिपोर्ट में दी है।
खनन की दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रदेशों उड़ीसा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक की नीलामी व डाटा व्यवस्था का अध्ययन करने के लिए चार दलों को भेजा गया था। राज्य में विपुल खनन संपदा को देखते हुए खनिज खोज व खनन के क्षेत्र में नवाचारों व आधुनिक तकनीक को अपनाने की आवश्यकता है। राज्य में खनिजों की खोज और वैज्ञानिक विधि से खनन पर जोर दिया जा रहा है।
एडीएम कोठ्यारी ने बताया कि उड़ीसा में उच्च आय के खनिज आयरन 8500 रुपए, क्रोमाइट 17,000 रुपए, मैगनीज 22,000 रुपए और ग्रेफाइट 36,000 रुपए टन की औसत दर वाले खनिजों के खनन से अधिक राजस्व प्राप्त होता है, जबकि प्रदेश में प्रमुख रुप से लाइमस्टोन के भण्डार की औसत दर 450 रुपए प्रतिटन होने से राजस्व कम प्राप्त होता है। उड़ीसा में खनिजों की गुणवत्ता व भण्डार की जांच के लिए गुणवत्तायुक्त प्रयोगशाला है और एक्सआरएफ एनालाइजर के माध्यम से प्रयोगशाला में त्वरित व त्रुटीपूर्ण जांच होती है। उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य में भी खनन गतिविधियों में आधुनिकतम तकनीक और प्रयोगशाला को इक्विपमेंट संपन्न बनाना चाहिए। इसी तरह से ड्रोन का उपयोग, परिवहन व तुलाई का भी तकनीक आधारित तंत्र विकसित है।

फिरोज सैफी/जयपुर।

विधानसभा-लोकसभा के बाद अब पंचायत चुनाव में भी परिवारवाद का बोलबाला है। प्रदेश के 6 जिलों में हो रहे पंचायत और जिला परिषद चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस के7 विधायकों ने अपने बेटे-बेटियों और निकट रिश्तेदारों को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है जिसे लेकर कांग्रेस के सियासी गलियारों में चर्चा खूब हैं।

चर्चा इस बात की है कि विधायक विधानसभा और लोकसभा चुनाव से पूर्व अपने उत्तराधिकारियों को तैयार करने में जुटे हैं। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि जब कांग्रेस में परिवारवाद का बोलबाला रहा हो इससे पहले विधानसभा चुनाव में भी तकरीबन दो दर्जन से ज्यादा नेता ऐसे हैं जिन्होंने अपने बेटे-बेटियों को चुनाव मैदान में उतार कर विधायक बनवाया।

हैरत की बात तो यह है कि इसमें कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं निर्दलीय विधायक भी पीछे नहीं है। निर्दलीय विधायकों ने भी अपने परिजनों को चुनाव मैदान में उतार दिया है। इसके अलावा पाली से कांग्रेस के पूर्व सांसद बद्री जाखड़ ने अपने बेटी मुन्नी देवी गोदारा और पोती सोनिया को पंचायत चुनाव में उतारा है।

प्रधान-जिला प्रमुख पर नजर
सूत्रों की माने तो विधायकों की ओर से बेटे-बेटियों और निकट रिश्तेदारों को चुनाव मैदान में उतारने की वजह यह भी है की विधायकों की नजर प्रधान और जिला प्रमुख पर है। विधायकों की मंशा है कि वह अपने बेटे बेटियों या निकट रिश्तेदारों को प्रधान और जिला प्रमुख बनवाए जिससे कि जिले की राजनीति की बागडोर उनके हाथों में हो। साथ ही आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी वह खुद की जगह बेटे-बेटियों और निकट स्थित दावेदारों को चुनाव मैदान में मजबूत दावेदार के तौर पर पेश कर सकें।

विधायक जाहिदा के तीन परिजन चुनाव मैदान में
प्रदेश के 6 जिलों में हो रहे विधानसभा चुनाव में सबसे दिलचस्प नजारा भरतपुर में देखने को मिल रहा है जहां पर कामां से कांग्रेस विधायक जाहिदा खान ने अपने बेटे-बेटियों और एक अन्य निकट रिश्तेदार को चुनाव मैदान में उतारा है।

इसके अलावा बसपा से कांग्रेस में आए नदबई से विधायक जोगिंदर अवाना ने अपने बेटे को उच्चैन पंचायत से चुनाव मैदान में उतारा है। गौरतलब है कि प्रदेश के जयपुर, जोधपुर, दौसा, भरतपुर, सिरोही और सवाई माधोपुर जिले में जिला परिषद और पंचायतों के चुनाव हो रहे हैं।

जयपुर। जोरावरसिंह गेट के बाहर मंगलवार दोपहर छज्जा और करीबन 25 फीट लंबी दीवार गिर गई। जिसके नीचे एक कार और दो मोटर साइकिल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। पार्किंग की जगह और उस वक्त गाड़ी में कोई नहीं होने से किसी को कोई चोट नहीं आई है।

ब्रह्मपुरी थाना इलाके में मंगवार दोपहर करीबन सवा दो बजे दीवार गिरने की सूचना पर हड़कंप मच गया। सूचना पर सिविल डिफेंस और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। करीबन 25 फीट लंबी दीवार और छज्जा नीचे गिरा हुआ था। जिसके नीचे एक कार और दो मोटरसाइकिलें दबी हुई थी।

पुलिस और सिविल डिफेंस ने सबसे पहले मलबे में किसी के दबे नहीं होने की बात को पुख्ता किया। इसके बाद क्रेन की सहायता से क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाया गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, दीवार में काफी बड़ी दरारे आ रही थी। इसी वजह से मंगलवार को अचानक गिर गई। जिस ओर दीवार गिरी वहां पर वाहन पार्क होते हैं जिसकी वजह से किसी को चोट नहीं आई है।

सिनेमा हॉल बंद था
दीवार गिरी ठीक उसके सामने पुराना सिनेमाघर है। सिनेमाघर बंद होने की वजह से ज्यादातर समय यह इलाका सूना रहता है। जिसकी वजह से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।

देश की तुलना में भूजल की मात्रा प्रदेश की सिर्फ 1.14 प्रतिशत
- अटल भूजल योजना पर दो दिवसीय कार्यशाला
- जलदाय मंत्री मंत्री बीड़ी कल्ला ने कहा, 200 वर्ग मीटर वाले घरों में बारिश का जल संरक्षण जरूरी

जयपुर। भूजल की मात्रा पूरे देश की तुलना में प्रदेश की सिर्फ 1.14 प्रतिशत ही है। इस स्थिति से राज्य को उबारने के लिए सभी स्तरों पर सामूहिक प्रयास की जरूरत है। यह जरूरत भूजल व जलदाय मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला (Minister Dr. B. D. Kalla) ने जताई है। डॉ. कल्ला मंगलवार को दुर्गापुरा स्थित राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान में अटल भूजल योजना Atal Ground Water Scheme पर दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। इस दो दिवसीय कार्यशाला के अलग-अलग सत्रों में 17 जिलों के प्रतिभागी, अटल भू-जल योजना (Atal Ground Water Scheme) की एनपीएमयू (नेशनल प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट), नई दिल्ली और एसपीएमयू (स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट), राजस्थान के विषय विशेषज्ञों के साथ जल संरक्षण गतिविधियों पर मंथन करेंगे।

डॉ. कल्ला ने कहा कि राज्य में निजी स्तर पर जो लोग नलकूप लगा रहे हैं, वे भी आवश्यक रूप से भूजल रिचार्ज संरचनाओं का निर्माण करें, इसके लिए भी प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। सरकार ने 300 वर्गमीटर के स्थान पर 200 वर्गमीटर के भूखण्ड पर बनने वाले परिसरों के लिए वाटर रिचार्ज स्ट्रक्चर बनाने को अनिवार्य किया है। इसी प्रकार प्रदेश में कृषि के क्षेत्र में भी ड्रिप इरिगेशन से कम पानी में अधिक उत्पादन लेने की पद्धतियों को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देने पर फोकस किया जाए। उन्होंने कहा कि अटल भूजल योजना के तहत प्रदेश के 17 जिलों के 38 ब्लॉक में 1144 ग्राम पंचायतों पर विशेष फोकस किया जा रहा है। इस योजना के क्रियान्वयन से जुड़े सभी विभाग टीम स्पिरिट से समन्वित प्रयास कर भूजल की स्थिति में सुधार के लिए जन सहभागिता को बढ़ावा दें।

भूजल एवं जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) सुधांश पंत ने कहा कि राज्य में भूजल रिचार्ज की तुलना में करीब डेढ़ गुना दोहन हो रहा है। यहां भूजल की दृष्टि से सुरक्षित ब्लॉक्स की संख्या में कमी आ रही है, ऐसे में अटल भूजल योजना राज्य के परिप्रेक्ष्य में बहुत महत्वपूर्ण योजना है। कृषि आयुक्त ओमप्रकाश ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में कैनाल वाटर का स्टोरेज कर सूक्ष्म सिंचाई को प्रोत्साहन देने के लिए 5 हजार डिग्गियों का निर्माण कराया जा रहा है। इसके अलावा फार्म पॉन्ड के निर्माण में भी कृषकों का अनुदान दिया जा रहा है।

जयपुर। प्रदेश के 6 जिलों में हो रहे पंचायत-जिला परिषद चुनाव के लिए में नाम वापसी बुधवार को है। दोपहर 3 बजे तक प्रत्याशी नाम वापस ले सकेंगे। इसी बीच टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर बागी होकर चुनाव मैदान में कूदे प्रत्याशियों ने सत्तारूढ़ कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है। नामांकन भरने के साथ ही विधायकों और पार्टी के अन्य नेता बागियों से संपर्क कर उन्हें मनाने में जुटे हुए हैं।

हालांकि कांग्रेस नेताओं का दावा है कि नाम वापसी का समय बीतने से पहले वह अपने-अपने बागियों को बनाने में कामयाब हो जाएंगे, लेकिन अगर पार्टी नेता बागियों को मनाने में कामयाब नहीं हो पाते तो फिर कांग्रेस प्रत्याशियों को बागियों से कड़ी टक्कर मिलने के साथ ही नुकसान भी भी उठाना पड़ सकता है।

पीसीसी के नेता भी संपर्क में
वहीं दूसरी और बागियों को मनाने में विधायकों के साथ-साथ प्रदेश कांग्रेस कंट्रोल रूम में तैनात नेता भी लगातार फोन के जरिए संपर्क कर नाम वापसी की अपील कर रहे हैं। साथ नामांकन पत्र वापस लेकर कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार करने की अपील भी कर रहे हैं।

संगठन और राजनीतिक नियुक्तियों का लालच भी
इधर बागी प्रत्याशियों को राजनीतिक नियुक्तियों, मनोनीत पार्षद बनाने और संगठन में अहमियत देने का लालच भी दिया जा रहा दिया जा रहा है, जिससे कि बागी प्रत्याशी अपना नामांकन वापस ले-लें।

निर्दलीय-बसपा विधायकों के क्षेत्र में बागियों का बोलबाला
दरअशल सबसे ज्यादा बगावत बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों और निर्दलीय विधायकों के क्षेत्र में हैं जहां टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बगावत का झंडा उठा लिया है। कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव हारे नेताओं ने अपने समर्थकों को बागी प्रत्याशियों के तौर पर चुनाव मैदान में उतारा है।

ऐसे में यहां कांग्रेस प्रत्याशियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। गौरतलब है कि बगावत के डर से प्रदेश कांग्रेस के प्रत्याशियों की सूची सार्वजनिक नहीं की थी और फोन के जरिए ही सूचना देकर प्रत्याशियों को नामांकन भरने का गया था।


नाम वापसी 18 अगस्त को
इधर पंचायत जिला परिषद चुनाव में सोमवार को नामांकन दाखिल करने के बाद अब नाम वापसी की आज है। दोपहर तीन बजे तक नाम वापसी हो सकेगी। उसके बाद शाम पांच बजे चुनाव मैदान में डटे प्रत्याशियों की फाइनल सूची जारी की जाएगी।

जयपुर. मानसरोवर में 38 वर्षीय नौकरानी सुमन की गोली लगने से मौत हो गई। घटना तब हुई किराएदार मालिक नौकरानी और उसकी बेटी को अवैध पिस्टल दिखा रहा था और अचानक गोली चल गई। गोली नौकरानी के सिर में लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पड़ोसियों की सूचना पर मानसरोवर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जयपुरिया हॉस्पिटल भिजवाया और मौके पर मिले किराएदार रामवीर को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने घटना स्थल से पिस्टल और चार जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।

डीसीपी हरेन्द्र महावर ने बताया कि कावेरी पथ निवासी सुमन स्वर्ण पथ किराए से रहने वाले रामवीर के घर कपड़े धोने और झाडू-पौंछा करने जाती थी। मंगलवार को भी सुमन अपनी करीब 12 वर्षीय बेटी के साथ रामवीर के घर पहुंची। पूछताछ में सामने आया कि यहां पर रामवीर अवैध पिस्टल मां-बेटी को दिखाने लगा, तभी अचानक पिस्टल का ट्रेगर दब गई और गोली सुमन के सिर में लग गई। धमाके की आवाज सुनकर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी, तब घटना का पता चला।

फू्रट का ठेला लगाता है आरोपी

पुलिस ने बताया कि मूलत : अलवर के गंज खेड़ली निवासी रामवीर (26) मानसरोवर में फू्रट का ठेला लगाता है। स्वर्ण पथ पर तीन मंजिला मकान में भूतल पर किराए से रहता है। घटना के बाद आरोपी मौके पर ही मिला। पुलिस को पूछताछ में बताया कि तीन दिन पहले ही पिस्टल अलवर निवासी एक दोस्त से मांगकर लाया था। आरोपी पिस्टल क्यों लाया था और पहले कोई वारदात की है, इस संंबंध में भी पुलिस पूछताछ कर रही है। मृतका सुमन के एक बेटा और बेटी है। वह पति के साथ यहां रहकर घरों में साफ सफाई करने का काम करती थी।

जयपुर। मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर हो रही देरी पर प्रदेश प्रभारी अजय माकन का बड़ा बयान सामने आया है। प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों में जो समय लग रहा है इससे देरी नहीं समझा जाए, बल्कि यह हमारी स्ट्रेटजी जी का हिस्सा है।

माकन ने मंगलवार को दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां वर्क इन प्रोग्रेस हैं, इन पर काम चल रहा है। हालांकि उन्होंने अबकी बार तारीख बताने से इनकार करते हुए कहा की तारीख तय करने का काम कांग्रेस आलाकमान है। मैं तारीख नहीं बता सकता हूं, मंत्रिमंडल विस्तार कब होगा इसका फैसला कांग्रेस आलाकमान ही लेंगे।

राजस्थान की स्थिति अंडर कंट्रोल
प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कहा कि राजस्थान की स्थिति अंडर कंट्रोल है। मैं राजस्थान के सभी नेताओं के संपर्क में हूं। सभी से लगातार बात करता हूं। उन्होंने कहा कि इन दिनों आपको कोई बयानबाजी सुनने को नहीं मिल रही है, राजस्थान में चुप्पी इसलिए है चूंकि कांग्रेस आलाकमान लगातार काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में अगर नेता शोर मचाते हैं तो भी दिक्कत होती है और चुप्पी है तब
भी दिक्कत हो रही है।

सचिन पायलट नाराज नहीं
प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कहा की पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट पार्टी से नाराज नहीं है। पायलट का कांग्रेस की विचारधारा में पूरा विश्वास है। पायलट ने सब जगह चुनाव प्रचार किया है। पायलट को जो नाराजगी थी उन्होंने मीडिया के समक्ष भी बताई और और कांग्रेस आलाकमान को भी बताई। उन्होंने जो सुझाव दिए हैं उस पर भी कांग्रेस आलाकमान काम कर रहे हैं।



जयपुर, 17 अगस्त
प्रदेश में पिछले कई दिनों से बरसात नहीं होने के कारण प्रदेश के कई जिलों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। प्रदेश में चूरू 41.6 डिग्री, श्रीगंगानगर 41.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किए गए। वहीं बीकानेर 39.9 डिग्री, बाड़मेर 39.0 डिग्री, पिलानी 39. डिग्री, फलौदी 39.4 डिग्री सेल्सियस रहे। राजधानी जयपुर में भी सुबह से ही तेज धूप निकली रही जिससे आमजन परेशान होते रहे। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी और ओडिशा आंध्रप्रदेश से लगते क्षेत्र के पास लो प्रेशर एरिया बन रहा है साथ ही मानसून की ट्रफ लाइन में बदलाव भी आ रहा है। इससे मानसून की गतिविधियां एक बार फिर जोर पकड़ सकती है। हालांकि मौसम विभाग ने फिलहाल प्रदेश में कहीं भी तेज बरसात की संभावना नहीं जताई है।
आगामी तीन दिनों के मौसम का पूर्वानुमान
18 अगस्त- पूर्वी राजस्थान में झालावाड़, चित्तौडगढ़़, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा में एक दो स्थानों पर मेघगर्जन और बिजली चमकने की संभावना
19 अगस्त : भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़़, प्रतापगढ़, अलवर, बारां, बांसवाड़ा, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, कोटा, बूंदी में एक दो स्थानों पर मेघगर्जन और बिजली चमकने की संभावना।
20 अगस्त : अलवर, भरतपुर, झुंझुनू, चित्तौडगढ़़, भीलवाड़ा, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़ जिलों में एक दो स्थानों पर मेघगर्जन और बिजली चमकने की संभावना।

प्रदेश के विभिन्न भागों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान
अजमेर 36.6 26.0
जयपुर 37.6 28.4
कोटा 36.5 26.9
डबोक 35.2 24.0
बाड़मेर 39.0 27.3
जैसलमेर 38.4 26.0
बीकानेर 39.9 28.0
चूरू 41.6 25.7
श्रीगंगानगर 41.7 29.9
भीलवाड़ा 36.0 24.0
अलवर 38.2 28.0
पिलानी 39.0 25.9
सीकर 37.5 24.5
चित्तौडगढ़़ 36.0 24.4
फलौदी 39.4 28.6
सवाई माधोपुर 38.6 27.6
धौलपुर 37.7 27.5
करौली 38.5 27.6
नागौर 38.6 25.9
टोंक 38.4 27.2
बूंदी 36.3 26.9

पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने मालवीय नगर थाना इलाके में कार्रवाई करते हुए एक वाहन चोर को पकड़ा हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से चोरी की एक बाइक बरामद कर ली।
डीसीपी (क्राइम) दिगंत आनंद ने बताया कि जयपुर शहर में वाहन चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सीएसटी की टीम बनाई गई। टीम ने आस-पास सीसीटीवी फुटेज निकलवाए। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी मोतीलाल वाल्मिकी (22) पुत्र बलवीर ग्राम सालोली राजगढ़ अलवर हाल कुण्ड बस्ती मालवीय नगर का रहने वाला हैं। पुलिस ने उसके कब्जे से चोरी की एक बाइक बरामद की हैं।

गांजा पीने का आदि है आरोपी-
एडिशनल डीसीपी सुलेश चौधरी ने बताया कि आरोपी 12 वीं कक्षा तक पढ़ा लिखा हैं। आरोपी मोतीलाल मादक पदार्थ गांजा और स्मैक का सेवन करने के आदि हैं। गांजा और स्मैक की लत को पूरा करने के लिए वह वाहन चुराने का काम करता हैं। पुलिस का मानना है कि आरोपी के और भी कई वारदातों का खुलासा हो सकता हैं। इस पूरे मामले में कांस्टेबल जितेन्द्र यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही हैं।

मालवीय नगर थाना पुलिस ने ऑपरेशन आग के तहत कार्रवाई करते हुए अवैध हथियार लेकर घूम रहे दो बदमाशों को पकड़ा हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से एक देशी पिस्टल और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर अन्य जानकारी जुटाने में लगी हुई हैं।
डीसीपी (पूर्व) प्रहलाद सिंह कृष्णियां ने बताया कि पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव की ओर से जयपुर शहर में ऑपरेशन आग के तहत अवैध हथियार रखने वालो और फायरिंग की घटनाओं को देखते हुए ऑपरेशन एक्शन अगेंस्ट गन चलाया जा रहा हैं। एडिशनल डीसीपी (पूर्व) भरत लाल मीणा, एसीपी महेन्द्र कुमार शर्मा और थानाप्रभारी धर्मराज चौधरी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम ने कार्रवाई करते हुए मताजी के मंदिर के पास मौजी कॉलोनी मालवीय नगर से तीन आरोपियों को पकड़ लिया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मुकेश योगी (21) पुत्र मेघनाथ खुनखुना नागौर, योगियो का मोहल्ला कालवाड निवासी विनोद योगी (21) पुत्र रामू योगी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से एक देशी पिस्टल और तीन कारतूस बरामद कर लिए।

Jaipur राज्य में कोरोना की संभावित तीसरी लहर की आशंका के चलते चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुटा है। इसी क्रम में मंगलवार को जयपुर के जेके लोन अस्पताल ( JK Lone Hospital) में ऑक्सीजन प्लांट (oxygen plant ) का शुभारंभ किया गया। वहीं सांगानेरी गेट स्थित महिला चिकित्सालय में आईसीयू का लोकार्पण भी किया गया। दोनों अस्पतालों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने यह लोकार्पण किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि सरकार प्रदेश के बड़े अस्पतालों से लेकर दूर-दराज में स्थित प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों के आधारभूत ढांचे को तेजी से मजबूत कर रही है। उन्होंने जेके लोन अस्पताल के सभी नवीनीकरण कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मेडिकल ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट, आईसीयू यूनिट, एचडीयू यूनिट व सीटी स्कैन मशीन का भी शुभारंभ किया।
जेके लोन अस्पताल में यह बढ़ी सुविधाएं
कोरोना की संभावित तीसरी लहर में बच्चों के लिए चिकित्सकीय सुविधाएं मजबूत करने का दावा भी चिकित्सा मंत्री ने किया। उन्होंने बताया कि जेके लोन अस्पताल में 20 बैड के एडवांस आईसीयू और 15 बैड के एचडीयू का भी शुभारंभ किया गया। इनके अलावा यहां 13 अतिरिक्त आईसीयू बैड की भी व्यवस्था की जाएगी। इस तरह अस्पताल में कुल 258 पीकू व 210 नीकू के बैड उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि एडवांस आईसीयू में वेंटिलेटर, मल्टीपेरा मॉनीटर एवं इन्फ्यूजन पंप की सुविधाएं उपलब्ध हैं। साथ ही अल्ट्रासाउंड मशीन व एक्स-रे मशीन के साथ अन्य अत्याधुनिक मशीनें भी उपलब्ध हैं।

हुए कई लोकार्पण
वहीं सांगानेरी गेट स्थित महिला चिकित्सालय का निरीक्षण कर वहां ब्लड बैंक कंपोनेंट लैब, आईसीयू, आईवीएफ सेंटर और मेडिकल ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यहां 24 मेट्रिक टन प्रतिघंटा ऑक्सीजन की क्षमता वाले मेडिकल ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट शुरू किया गया। सेंट गोबिन संस्था के सहयोग से बने इस प्लांट से 200 बैड को ऑक्सीजन की सप्लाई की जा सकती है। महिला चिकित्सालय में इससे पहले दो ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं। चिकित्सा मंत्री ने इस दौरान 3 करोड़ की लागत से तैयार 20 बैड की आईसीयू यूनिट का भी शुभारंभ किया। इस दौरान चिकित्सा एवं शिक्षा सचिव वैभव गालरिया, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसीपल डॉ. सुधीर भंडारी, अस्पताल अधीक्षक डॉ. आशा वर्मा सहित अन्य चिकित्साकर्मी उपस्थित रहे।

ब्रह्मपुरी थाना इलाके में आमेर रोड पर जोरावर सिंह गेट के पास एक मकान का छज्जा और करीब 25 फींट लंबी दीवार गिर गई। इससे नीचे खड़ी कार और दो बाइकों क्षतिग्रस्त हो गई। शुक्र यह रहा कि जिस समय छज्जा और दीवार गिरी उस समय कार और बाइक पर कोई बैठा नहीं था वरना बड़ा हादसा हो सकता था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सिविल डिफेंस को बुलवाकर दीवार के नीचे दबी कार और बाइक को बाहर निकलवाया। कार और बाइक दबने से वह क्षतिग्रस्त हो गई।
पुलिस के मुताबिक ब्रह्मपुरी स्थित जोरावर सिंह गेट के पास मंगलवार दोपहर करीबन सवा दो बजे दीवार गिरने की सूचना पर हड़कंप मच गया। सूचना पर सिविल डिफेंस और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। करीबन 25 फीट लंबी दीवार और छज्जा नीचे गिरा हुआ था। जिसके नीचे एक कार और दो मोटरसाइकिलें दबी हुई थी। पुलिस और सिविल डिफेंस ने सबसे पहले मलबें में किसी के दबे नहीं होने की बात को पुख्ता किया। इसके बाद क्रेन की सहायता से क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाया गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, दीवार में काफी बड़ी दरारे आ रही थी। इसी वजह से मंगलवार को अचानक गिर गई। जिस ओर दीवार गिरी वहां पर वाहन पार्क होते हैं जिसकी वजह से किसी को चोट नहीं आई है। दीवार गिरी ठीक उसके सामने पुराना सिनेमाघर है। सिनेमाघर बंद होने की वजह से ज्यादातर समय यह इलाका सूना रहता है। जिसकी वजह से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।


मोहर्रम के अवकाश के कारण लिया निर्णय

जयपुर, 17 अगस्त
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Rajasthan Board of Secondary Education) की वर्तमान में चल रही परीक्षा कार्यक्रम (exam schedule) में आंशिक परिवर्तन किया है। बोर्ड के सचिव अरविन्द कुमार सेंगवा ने बताया कि राज्य सरकार (State govt.) ने मोहर्रम के अवकाश में परिवर्तन (changes) करते हुए अब 20 अगस्त को अवकाश घोषित किया है। इस कारण 20 अगस्त को आयोजित होने वाली माध्यमिक व उच्च माध्यमिक (secondary and higher secondary) की परीक्षा अब 25 अगस्त को पूर्व घोषित पारी में होगी। पूर्व में घोषित 25 अगस्त के परीक्षा कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। गौरतलब है कि 20 अगस्त को सीनियर सैकेंडरी की सुबह की पारी में 8.30 बजे से 11.45 बजे तक सूचना प्रौद्योगिकी और प्रोग्रामिंग का पेपर और सैकेंडरी का दोपहर 1.45 बजे से 5 बजे तक समाजशास्त्र और व्यवसाय अध्ययन का पेपर होना था। साथ ही विज्ञान का पेपर भी होना था जो अब 25 अगस्त को होंगे।

Jaipur आंखों की बीमारी केवल आंखों तक की सीमित नहीं रहती है, बल्कि बीमारी की वजह कई बार दिमाग तक होती है। ऐसी ही एक बीमारी से ग्रसित भरतपुर निवासी 55 वर्षीय मरीज लालसिंह को पिछले कुछ समय से दोनों आंखों में दिखने में दिक्कत आ रही थी। परिजनों ने बताया कि सप्ताहभर पहले मरीज की दोनों आंखों की रोशनी पूरी तरह चली गई। इसके बाद जयपुर स्थित अस्पताल के सीनियर न्यूरोसर्जन डॉ. राजवेंद्र सिंह चौधरी ने उनकी जांच की तो पता चला कि मरीज को पिट्यूटरी मेक्रोएडिनोमा नामक ब्रेन ट्यूमर है, जो काफी बड़ा है और उसके कारण मरीज की दोनों आंखों से दिखना बंद हो गया है। उन्होंने बताया कि ऐसी बीमारी में अधिक समय तक ऑपरेशन नहीं होने पर आंखों की रोशनी हमेशा के लिये जाने का खतरा रहता है।
इस तकनीक का लिया सहारा
डॉ. चौधरी ने बताया कि नाक के रास्ते से एंडोस्कॉपी तकनीक से सर्जरी कर मरीज के सिर में बना तकरीबन पूरा ट्यूमर निकाला गया। ऑपरेशन के मात्र 6 घंटे बाद ही मरीज को दिखाई देने लगा। मरीज के परिजनों का कहना है कि उनको यह उम्मीद नहीं थी कि ऑपरेशन के बाद फिर से दिखना शुरू हो जाएगा। इस ऑपरेशन में डॉ. चौधरी के अलावा निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. सुनील एवं ओटी स्टाफ दयाराम का सहयोग रहा।

Jaipur कोरोना महामारी की दोनों लहर में नए संक्रमितों की संख्या में सबसे बड़ी कमी मंगलवार को दर्ज की गई। इस दिन प्रदेशभर में सिर्फ 6 नए कोरोना पॉजिटिव (corona Positive) दर्ज किए गए, वो भी पांच जिलों से। बड़ी राहत है प्रदेश को कि कोरोना का कहर न्यूनतम स्तर पर दर्ज किया गया है। एक मार्च 2019 से शुरू हुआ कोरोना संक्रमण का दौर अब जाकर थमता सा दिखाई दिया है। हालांकि तीसरी लहर की आशंका अब भी बनी हुई है, लेकिन जो न्यूनतम संख्या सामने आई है, उसे लेकर राहत की उम्मीद भी की जा सकती है। इस दिन कोरोना (Corona Virus) से कहीं भी मौत दर्ज नहीं की गई। वहीं एक्टिव केस 163 रह गए हैं। हालांकि जब तक एक्टिव केस खत्म नहीं होते, तब तक संक्रमण की चेन ना टूटने की संभावना ज्यादा रहती है।

पहले फरवरी में मिले थे न्यूनतम
कोरोना महामारी की पहली लहर फरवरी में धीमी पड़ी थी। तब 16 फरवरी को सबसे कम 60 नए मरीज दर्ज किए गए थे। लेकिन यह संख्या स्थिर नहीं रह सकी। दूसरे ही दिन 17 फरवरी को फिर नए मरीजों की संख्या 101 रही। लगातार उतार-चढ़ाव के बीच 3 मार्च को यह संख्या 215 पर पहुंची और उसके बाद से लगातार यह आंकड़ा बढ़ता ही रहा।

यह रहा कोरोना का गणित
कोरोना के मंगलवार को जयपुर में 2, नागौर में 1, जोधपुर 1, श्रीगंगानगर 1 और अलवर में 1 नया मरीज मिला है।


मिले सिर्फ दो नए कोरोना पॉजिटिव

जयपुर जिले में कोरोना संक्रमण का असर मंगलवार को और कम देखा गया। इस दिन जयपुर के सिर्फ दो क्षेत्रों में दो नए कोरोना पॉजिटिव दर्ज किए गए। हालांकि आंकड़े अभी स्थिर नहीं है, इसलिए संक्रमण का स्तर इतना कम ही रहेगा, अभी कहा नहीं जा सकता। जयपुर के गोविंदगढ़ में एक और अचिन्हित क्षेत्र में एक नया कोरोना संक्रमित मिला है।

देवेन्द्र सिंह राठौड़ / जयपुर। एक ओर जहां गत दिनों एक घायल बंदर को बाइक पर बैठाकर एक चिकित्सक का वीडियो वायरल हुआ। जिसे लोगों ने खूब सराहा। वहीं दूसरी ओर राजधानी में सैकड़ों बंदरों को लेकर नगर निगम और वन विभाग के अफसरों की घोर लापरवाही देखने को मिल रही है। कारण कि कदम्ब कुंड क्षेत्र में प्रवास कर रहे बंदर इन दिनों त्वचा की गंभीर बीमारी से जूझ रहे है। हालत यह है उनके हाथ और पांव बुरी तरह से खराब हो रहे है। इस बीमारी के प्रकोप से कई बंदरों की मौत होने की भी आशंका जताई है।

दरअसल, ब्रह्मपुरी, कदम्ब डूंगरी इलाके में काले मुंह के कई बंदरों के हाथ-पांव में गंभीर बीमारी देखी जा रही है। स्थानीय आशीष भट्ट ने बताया कि कंदम कुंड इलाके में छतरियों के पीछे बंदरों में ज्यादा दिक्कत देखने को मिल रही है। दो महीने से यह हालात बने हुए है। इसको लेकर वन विभाग के एसीएफ जगदीश गुप्ता से संपर्क किया तो, उन्होंने कन्नी काट ली।

स्थानीय सत्यनारायण शर्मा ने बताया कि यह त्वचा की बीमारी है। ज्यादा होने पर बंदरों के हाथ- पांच में खून बहने लगता है। इस गंभीर बीमारी से जूझकर कई बंदर मर भी चुके है। इसके बावजूद भी इन पर ध्यान नहीं दे रहे है। नगर निगम के अफसर भी अनदेखी कर रहे है। दोनों विभागों के अफसरों की आए दिन शिकायत कर रहे है लेकिन कोई भी सुध नहीं ले रहा है।

जिम्मेदार बोले, जानकारी नहीं, पता करवाएंगे
वन विभाग के वरिष्ठ पशु चिकित्सक अशोक तंवर ने बताया कि हाइपर केरोटोसिस नामक बीमारी से काले मुंंह के बंदर चपेट में आ रहे है। लोग उन्हें मीठा खाने को देते है। जिससे उन्हें इस तरह की बीमारी हो रही है। यह एक दूसरे से नहीं फैलती है। झुंड में कुछेक ही चपेट में आते है। कदम्ब कुंड इलाके में इसके प्रकोप की बात सामने नहीं आयी है। पता करवा लेते है।

शिकायत नहीं मिली, निस्तारण
नगर निगम के पशुधन सहायक राकेश गुप्ता का कहना है कि इस तरह की कोई शिकायत मिली नहीं है। टेंडर न होना और नहीं पकडऩे जैसी कोई बात नहीं है। अगर ऐसा मामला है तो दिखवा लेते है।



जयपुर, 17 अगस्त
उच्च शिक्षा विभाग ( Higher Education Department ) ने नए शिक्षा सत्र (new academic session) में कॉलेजों में एडमिशन के लिए पॉलिसी (policy for admission) भी जारी कर दी है। जिसके अनुसार जिन अभ्यर्थियों के मातापिता या दोनों की तथा जिन महिला अभ्यर्थियों के पति की कोरोना से मौत हो गई है, उन्हें कॉलेज में स्नातक प्रथम वर्ष एवं स्नातकोत्तर पूर्वार्ध में न्यूनतम उत्तीर्णांक पर प्रवेश दिया जाएगा। ये सीटें स्वीकृत सीटों के अतिरिक्त मानी जाएंगी।
एडमिशन 12वीं कक्षा के प्रतिशत के आधार पर ही होंगे। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सहशिक्षा कॉलेजों में छात्राओं को 3 प्रतिशत बोनस देने के साथ ही अंतराल संबंधी नियमों में छूट देने का प्रावधान भी कॉलेज शिक्षा ने किया है। जिन छात्रों ने 12वीं कक्षा अतिरिक्त विषय लेकर उत्तीर्ण की है, उनकी एडमिशन वरीयता निर्धारण के लिए सर्वाधिक अंकों वाले 5 विषयों के प्राप्तांकों को जोड़ा जाएगा, जिसमें एक भाषा को होना अनिवार्य है। ट्रांसजेंडर अभ्यार्थियों को उनके न्यूनतम उत्तीर्णांक पर प्रवेश दिया जाएगा।
दसवीं कक्षा पास करने के बाद दो या दो से अधिक वर्ष का नेशनल काउसिंलग फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग से मान्यता प्राप्त कोर्स उत्तीर्ण करने और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान और राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल से 12वीं के लिए निर्धारित कोर्स के अनुसार अंग्रेजी विषय की परीक्षा पास कर लेते हैं तो उन्हें आगे की शिक्षा में प्रवेश के लिए के लिए 12वीं उत्तीर्ण के समकक्ष माना जाएगा। यह समकक्षता उसी स्थिति में देय होगी जब अंग्रेजी और आईटीआई की अंतिम वर्ष की परीक्षा एक ही वर्ष में उत्तीर्ण की हो या अंग्रेजी की परीक्षा आईटीआई करने के बाद उत्तीर्ण की हो।


पंचायती राज चुनावों के कारण बदले गए केंद्र

पंचायतीराज चुनावों के चलते राजस्थान विश्वविद्यालय ने यूजी और पीजी सेमेस्टर के चार परीक्षा केंद्र बदल दिए हैं। 19 अगस्त के बाद होने वाली परीक्षाएं बदले हुए केन्द्रों पर होगी। जिन छात्रों को श्रीभवानी निकेतन कॉलेज फॉर बॉयज सेंटर अलॉट हुआ था उनकी सभी परीक्षाएं अलंकार महिला कॉलेज, श्रीभवानी निकेतन महिला कॉलेज में होने वाली परीक्षाएं बियानी गल्र्स कॉलेज, राजस्थान कॉलेज में होने वाली परीक्षाएं डिपार्टमेंट ऑफ ज्योग्राफी आरयू और कॉमर्स कॉलेज में होने वाली परीक्षाएं एलबीएस कॉलेज में होगी। नए केन्द्रों पर पूर्व में जारी एडमिट कार्ड ही मान्य होगा।

वन्यजीव संरक्षण के लिए मछली और वन्य प्राणि मित्र पुरस्कार

जयपुर, 17 अगस्त
वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिष्ठित मछली पुरस्कार रेंजर महेश शर्मा, वनपाल प्रेम सिंह, वनरक्षक मुकेश कुमार,पप्पू सिंह,वीरेंद्र सिंह अैर पंप ऑपरेटर मानसिंह को दिया गया। साथ ही रेंजर लखन सिंह ,सहायक वनपाल उमेश जाट और वनरक्षक रामवीर सिंह गुर्जर को भी यह सम्मान दिया गया। जबकि वन्य प्राणि मित्र पुरस्कार सहायक वनपाल प्रेम कंवर शक्तिवत और द्वारका प्रसाद शर्मा को दिया गया।
प्रभा खेतान फाउंडेशन और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया की ओर से मछली पुरस्कार में एक लाख रुपए नकद और प्रशस्ति पत्र दिए गए। जबकि वन्य प्राणि मित्र पुरस्कार में दो लाख रुपए नकद और एक प्रशस्ति पत्र दिया गया। पुरस्कार विजेताओं का चयन प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव राजस्थान की अध्यक्षता में गठित एक कमेटी,प्रभा खेतान फाउंडेशन और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया के प्रतिनिधियों ने किया। कार्यक्रम में पीसीसीएफ अरविदंम तोमर, सेंचुरी नेचर फाउंडेशन के संस्थापक बिट्टू सहगल, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया के सीईओ रवि सिंह इस वचुर्अल कार्यक्रम में उपस्थित थे।



जयपुर, 17 अगस्त
एक तरफ कोविड की मार तो दूसरी तरफ लगातार बढ़ती महंगाई। गैस सिलेंडर के दाम एक बार फिर बढ़ गए, घर चलाना भी अब मुश्किल हो गया है। कुछ ऐसा ही कहना है राजधानी जयपुर की महिलाओं का, जो लगातार बढ़ती कीमतों से परेशान हो गई हैं और अब उनके घर का पूरा बजट ही बिगड़ चुका है।
रसोई गैस की कीमतों में फिर इजाफा हुआ है। पिछले महीने 838.50 रुपए में जो सिलेंडर आता था अब उसके लिए 86.3 रुपए देने पड़ेगे।
कैसे चलेगा घर का खर्च
एलपीजी गैस के दाम बढऩे से घर का बजट बिगड़ गया है। घर के खर्च में कटौती करनी पड़ रही है। सरकार को गैस के सिलिंडर के दाम कम करने चाहिए। इतनी महंगाई में घर का खर्च कैसे चलेगा। कोरोना काल में पहले ही महंगाई ने कमर तोड़कर रख दी है। हर महीने रसोई गैस की कीमत बढऩे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की कमर टूट रही है। आज फिर कीमत बढ़ गई। रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में लगातार हो रही बढ़ोतरी से सभी परिवार दुखी और परेशान हैं। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए।
अर्शिया, रामगढ़ मोड

जरूरी सामानों की कटौती कर खरीद रहे हैं सिलेंडर
घरेलू महिलाओं का बजट बिगड़ गया है।अब किचन के साथ ही घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है। घर के जरूरी सामानों में कटौती करके गैस सिलेंडर की खरीदना पड़ रहा है। पहले कोविड की मार और अब उस पर गैस सिलेंडर, किसी भी चीज का दाम कम होने का नाम ही नहीं ले रहा। सरकार को दाम करने चाहिए लेकिन यहां उलटा हो रहा है। घरेलू काम की सभी चीजों आटा, दाल, सब्जी के साथ गैस सिलेंडर के दाम लगातार बढ़ रहे हैं।
रेखा शर्मा, गृहिणी, प्रतापनगर
घर का बजट बिगड़ा
पेट्रोल.डीजल की कीमत तो पहले से ही लगातार बढ़ी हुई थी और अब रसोई गैस ने हमारा सारा बजट ही बिगाड़ दिया है। पिछले साल के लॉकडाउन शुरू होने के बाद तो अभी तक रसोई गैस पर मिलने वाली सब्सिडी भी नहीं मिली है। रोजमर्रा की वस्तुओं के महंगी होने पर बोझ बढ़ गया है। आए दिन रसोई गैस सिलेण्डर की दाम बढऩे से घर का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। जब से कोरोना महामारी शुरू हुई है। हर चीज के दाम बढ़ गए हैं। घरेलू गैस के दामों में नियंत्रण पर सरकार पूरी तरह नाकाम है। कोरोना संक्रमण काल में बचत तो खत्म हो गई। अब व्यवस्था बनाना मुश्किल हो रहा है। रसोई गैस के दामों पर अंकुश लगाना चाहिए।
रूबी, गृहिणी, मानसरोवर
कर रहे हैं खर्च में कटौती
रसोई गैस सिलेण्डरों की दरों में लगातार वृद्धि की जा रही है। बच्चों की पढ़ाई से लेकर रसोई खर्च तक महंगा होते जा रहा है। रसोई गैस के दामों में कई बार बढ़ोतरी हो चुकी है। जब से कोरोना शुरू हुआ है, हर चीज के दाम बढ़ गए हैं। घर का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। सरकार को कुछ राहत देनी चाहिए। महंगाई के साथ लगातार बढ़ती गैस की कीमतों ने घर का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। दूसरी ओर सरकार ने इस पर मिलने वाली सब्सिडी भी बंद कर दी है। अब अन्य घर खर्च के साथ रसोई के खर्चों में कटौती करने के सिवाय और कोई चारा नहीं बचा है।
जयश्री पंडित, होम मेकर
आमजन का जीना हुआ मुहाल
बढ़ती महंगाई के कारण निम्न व मध्यम वर्ग के लोगों का जीना मुहाल हो गया है। गैस सिलेंडर के दाम में लगातार वृद्धि हो गई है। वहीं महिलाओं की रसोई गैस का बजट बिगड़ गया है। गैस सिलेण्डर पर सब्सिडी आना भी बंद हो गई। बढ़ती महंगाई ने कमर तोड़ कर रख दी है। घर के खर्च को पूरा करने में आर्थिक परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है।
हिना भटनागर, वर्किंग वुमन, मानसरोवर

अवैध निर्माण की शिकायतों को जेडीए करेगा ऑनलाइन
- जेडीसी ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश
- फौजी कच्ची बस्ती का होगा नामकरण

जयपुर। अवैध निर्माणों पर अब मिलीभगत का खेल बंद होगा। अवैध निर्माण की शिकायत मिलते ही जेडीए उन्हें ऑनलाइन (Illegal construction list online) करेगा। वहीं शिकायत की पहले प्रवर्तन शाखा की ओर से जांच की जाएगी, उसके बाद ही पत्रावलियों को संबंधित जोन में भेजा जाएगा। अवैध निर्माण पाया जाने पर जेडीए कार्रवाई करेगा। जेडीसी गौरव गोयल ने मंगलवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक (Review meeting) में अधिकारियों को इसके लिए निर्देश दिए। नाहरगढ़ इकोसेन्सिेटिव जोन का नक्शा भी जेडीए वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।

जेडीसी गौरव गोयल ने अधिकारियों को जय जवान कॉलोनी पार्ट-1 और अमृत कुंज योजना का रेरा रजिस्ट्रेशन करवाने के निर्देश दिए। वहीं फौजी कच्ची बस्ती का भी नामांकरण किया जाएगा, इसके लिए जोन उपायुक्त को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक में जेडीए की ओर से निजी खातेदारी की पुरानी योजनाओं में 12.5 प्रतिशत रहन रखे भूखण्डों की जोनवार समीक्षा की गई। विकासकर्ताओं की अेार से समयावधि में जवाब प्रस्तुत नहीं किए जाने पर उपायुक्तों की ओर से कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। इससे रहन रखे गये भूखण्डों को नीलाम किया जाएगा।

विधायक आवासों की भूमि को अक्टूबर तक नीलाम
जेडीए लालकोठी विधायक आवासों की भूमि को अक्टूबर तक नीलाम करेगा। बैठक में लालकोठी विधायक आवासों के ध्वस्तीकरण के लिए टेण्डर कर ध्वस्तीकरण कार्य शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए गए। ध्वस्तीकरण के बाद योजना में नीलामी से पहले सड़क बनाई जाएगी।

ये भी लिए निर्णय
— जेडीए जल्द ही विधायक आवास जमीन का पीडब्ल्यूडी से कब्जा लेगा। कब्जा मिलते ही जेडीए आवासों को ध्वस्तीकरण करेगा। इसके बाद वहां सड़क आदि सुविधाएं विकसित कर भूखंडों को जेडीए बेचेगा।
- वेस्ट-वे हाईट्स योजना अजमेर रोड में स्थित व्यावसायिक एवं मिक्स यूज भूखण्डों की बीएसपी तय कर नीलाम किए जाएंगे।

जयपुर। राजस्थान सचिवालय में सुरक्षा व्यवस्था कितनी लचर है, इसकी बानगी सोमवार को देखने को मिली, जब एक अनजान शख्स आईएएस टीना डाबी की गैर मौजूदगी में उनके दफ्तर में बैठा मिला। अनजान शख्स को अपने कमरे में बैठे देख टीना डाबी घबरा गईं और उन्होंने उसे शख्त को सिक्योरिटी वालों के हवाले कर दिया, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने बिना कोई जानकारी जुटाए उस शख्स को छोड़ दिया।

ऐसे में अब सचिवालय की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ये मामला मंगलवार को चर्चा में आने के बाद मुख्य सचिव तक पहुंचा तो तब जाकर सुरक्षाकर्मियों को सख्ती बरतने के निर्देश दिए गए।

दरअसल सोमवार को वित्त विभाग की सचिव के पद पर तैनात आईएएस टीना डाबी जब सुबह अपने दफ्तर पहुंची को वे अपने चैम्बर में एक अनजान शख्स को देखकर चौंक गईं। टीना ने पहले तो उसे ऑफिस का स्टाफ समझा लेकिन बाद में जब पूछताछ की तो वो संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया।

जिस पर टीना डाबी ने सुरक्षा अधिकारियों को बुलाकर उसे उनके हवाले कर दिया, लेकिन की बात तो यह है कि सुरक्षा प्रहरियों ने उस शख्स से कोई ठोस जानकारी जुटाए ही उसे छोड़ दिया। जबकि पूछताछ में उस व्यक्ति के पास सचिवालय का प्रवेश पत्र भी नहीं था।

वहीं इस मामले में जब टीना डाबी से सुरक्षा कर्मियों से उस शख्स के बारे में जानकारी मांगी तो वे भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए, जबकि टीना डाबी से सुरक्षा अधिकारियों को उस शख्स से अच्छी तरह जानकारी जुटाने के निर्देश दिए थे।


जिसके बाद ये मामले मुख्य सचिव निरंजन आर्य तक पहुंच गया। मुख्य सचिव के निर्देशों के बाद मंगलवार को सचिवालय में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। गहन जांच पड़ताल और सचिवालय प्रवेश पत्र देखकर आंगुतकों को प्रवेश दिया गया। गौरतलब है कि यूपीएससी की टॉपर रहीं टीना डाबी और उनके आईएएस पति अतहर आमिर खान का हाल ही में जयपुर के पारिवारिक न्यायालय में दोनों की सहमति से तलाक हुआ है।

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रक्षाबन्धन के दिन रविवार 22 अगस्त को जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (जेसीटीएसएल) की सभी बसों में महिला यात्री नि:शुल्क यात्रा के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। लेकिन जेसीटीएसएल के कर्मचारियों ने अपनी मांगों के चलते रक्षाबंधन पर एक दिन के ऐच्छिक अवकाश पर रहने की घोषणा कर दी है। जिससे महिला यात्रियों के नि:शुल्क यात्रा पर बड़ा संशय हो गया है। त्योहार पर जेसीटीएसएल की बसें नहीं चली तो महिलाओं और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

दो माह से नहीं मिला वेतन
जेसीटीएसएल के कर्मचारियों ने मंगलवार को लाल कोठी स्थित मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। कर्मचारियों को दो महीने से वेतन नहीं मिला है। जेसीटीएसएल एम्प्लाईज यूनियन के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन के बाद प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा। साथ ही प्रबंधन के साथ वार्ता की। जिसमें प्रबंधन ने रक्षाबंधन से पहले दो माह के वेतन का एकमुश्त भुगतान करने का आश्वासन दिया। अन्य मांगों का भी सकारात्मक समाधान जल्द किए जाने का आश्वासन दिया। यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि रक्षाबंधन से पहले सभी मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गई तो रक्षाबंधन को सभी कर्मचारी एक दिन के ऐच्छिक अवकाश पर रहेंगें।

इकॉलोजिकल जोन में 5 मंजिला इमारत में 11 फ्लेट्स सील

— जेडीए की कार्रवाई

जयपुर। जेडीए ने मंगलवार को नीलेश्वरी कॉलोनी सीबीआई फाटक जगतपुरा में इकॉलोजिकल जोन में जीरो सैटबैक पर बनी 5 मंजिला इमारत में 11 फ्लेट्स को सील (Jaipur JDA Illegal Action building sealed) किया। वहीं 5 फ्लेट्स में लोग रहने से उन्हें नोटिस दिया गया है।

मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन रघुवीर सैनी ने बताया कि जोन 10 में इकॉलोजिकल जोन में स्थित भूखण्ड संख्या 6 व 7, नीलेश्वरी कॉलोनी सीबीआई फाटक जगतपुरा में 515 वर्गगज में जीरो सेटबेक पर बने 5 मंजिल अवैध बिल्ड़िग-फ्लेट्स की सीलिंग की कार्रवाई की गई। निर्माणाधीन स्थिति में नोटिस देकर अवैध निर्माण को रूकवाया गया, लेकिन कोर्ट स्टे की आड़ में अवैध निर्माण हो गया। जेडीए ने 11 अवैध फ्लेट्स के प्रवेश द्वारों, बेसमेंन्ट के दरवाजों आदि को इजिनियरिग शाखा की मदद से ईटो की दीवार से चुनवाकर गेटो पर ताले सील चपड़ी लागकर नियमानुसार सीलिंग की कार्रवाई की गई। शेष 5 फ्लेट्स में रहवास करवाने व करने पर संबंधित बिल्डर व रहवासी को नोटिस देकर विधिसम्मत कार्रवाई की जा रही है।

इकॉलोजिकल जोन में 5 मंजिला इमारत में 11 फ्लेट्स सील

— जेडीए की कार्रवाई

जयपुर। जेडीए ने मंगलवार को नीलेश्वरी कॉलोनी सीबीआई फाटक जगतपुरा में इकॉलोजिकल जोन में जीरो सैटबैक पर बनी 5 मंजिला इमारत में 11 फ्लेट्स को सील (Jaipur JDA Illegal Action building sealed) किया। वहीं 5 फ्लेट्स में लोग रहने से उन्हें नोटिस दिया गया है।

मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन रघुवीर सैनी ने बताया कि जोन 10 में इकॉलोजिकल जोन में स्थित भूखण्ड संख्या 6 व 7, नीलेश्वरी कॉलोनी सीबीआई फाटक जगतपुरा में 515 वर्गगज में जीरो सेटबेक पर बने 5 मंजिल अवैध बिल्ड़िग-फ्लेट्स की सीलिंग की कार्रवाई की गई। निर्माणाधीन स्थिति में नोटिस देकर अवैध निर्माण को रूकवाया गया, लेकिन कोर्ट स्टे की आड़ में अवैध निर्माण हो गया। जेडीए ने 11 अवैध फ्लेट्स के प्रवेश द्वारों, बेसमेंन्ट के दरवाजों आदि को इजिनियरिग शाखा की मदद से ईटो की दीवार से चुनवाकर गेटो पर ताले सील चपड़ी लागकर नियमानुसार सीलिंग की कार्रवाई की गई। शेष 5 फ्लेट्स में रहवास करवाने व करने पर संबंधित बिल्डर व रहवासी को नोटिस देकर विधिसम्मत कार्रवाई की जा रही है।

जयपुर. कोरोना के बाद देश की राजधानी दिल्ली में अब स्थिति सामान्य होने लगी है। इसी वजह से राज्य सरकार ने मेट्रो ट्रेन में 100 फीसदी यात्रियों के बैठने की अनुमति दी थी। लेकिन यह मामला कोर्ट में चला गया और कोर्ट ने मंगलवार को साफ कह दिया कि इस मामले पर निर्णय लेना सक्षम अधिकारियों की जिम्मेदारी है। कोरोना की दूसरी लहर के बाद दिल्ली में मेट्रो 50 फीसदी यात्री भार के साथ चल रही थी।
वहीं, जयपुर की बात करें तो जुलाई से 100 फीसदी यात्री भार के साथ चल रही है, लेकिन अब तक मेट्रो को उम्मीद के मुताबिक यात्री नहीं मिल पाए हैं। अभी प्रतिदिन 16 हजार यात्री ही जयपुर मेट्रो में सफर कर रहे हैं। प्रति चक्कर मेट्रो में औसतन 89 यात्री ही सफर कर रहे हैं। मेट्रो अधिकारी खुद मान रहे हैं कि यह संख्या कम है और त्योहारी सीजन शुरू होने के साथ इसमें बढोत्तरी होगी।


बसें में भी चल रहीं 100 फीसदी क्षमता क साथ
—राज्य में यदि रोडवेज बसों की बात करें तो वे भी 100 फीसदी क्षमता के साथ चल रही हैं। इसी तरह राजधानी में सिटी बसों का संचालन भी 100 फीसदी क्षमता के साथ हो रहा है। हालांकि, निजी बसों को लेकर किसी भी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। इन बसों में यात्रियों को खड़े हुए भी देखा जा सकता है।
—सिटी बसों से लेकर अन्य बसों में यात्रियों की संख्या पहले जैसी ही दिखाई दे रही है। ये कह सकते हैं कि आवाजाही में लोग मेट्रो की बजाय बसों को बेहतर मान रहे हैं।

मुकेश शर्मा / जयपुर. पर्यटक युवतियों के अश्लील वीडियो बनाने के मामले में एक और चौकान्ने वाला खुलासा हुआ है। आरोपी सुरेश कुमार यादव ने जेएलएन मार्ग स्थित एक मॉल के बाहर ही करीब 200 से अधिक युवतियों के अश्लील वीडियो बना रखे हैं। एडिशनल डीसीपी सुनीता मीणा ने बताया कि आरोपी वन पीस, स्कर्ट और फ्राक पहनने वाली युवतियों के पैर और गर्दन के पास से अश्लील वीडियो बनाता था। वीडियो देखने से लगता है कि इसके लिए उसने काफी प्रशिक्षण लिया।

पूछताछ में आरोपी ने हर सप्ताह सीकर से जयपुर आकर विभिन्न स्थानों पर जाकर वीडियो बनाने की बात कबूली भी है। आरोपी के मोबाइल में कई पर्यटन स्थलों पर युवतियों के बनाए गए अश्लील वीडियो मिले हैं। मीणा ने आरोपी द्वारा बनाए गए वीडियो ऑनलाइन बेचने की संभावना से इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि आरोपी ने खुद के देखने के लिए ही वीडियो बनाना कबूला है। लेकिन आरोपी से वीडियो बेचने के संबंध में पूछताछ की जा रही है।


बसों में भीड़ होने पर भी बनाता था वीडियो

एडिशनल डीसीपी सुनीता मीणा ने बताया कि आरोपी बसों के अंदर खड़े रहकर सफर करने वाली लड़कियों के भी वीडियो बनाता था। आरोपी शादीशुदा और दो बच्चों का पिता भी है।

चाट खाने में व्यस्त युवतियों को बनाता शिकार

आरोपी ने बताया कि बड़े मॉल में चाट दुकानों पर स्टील की ऊंची टेबल पर चाट रखकर खाने वाली युवतियों के भी वीडियो बनाता था। युवतियां खाने में मशगूल रहती हैं और आरोपी वन पीस, स्कर्ट और फ्राक पहनी हुई युवतियों के वीडियो बना लेता था।


गुजरात के लड़कों से सीखा

आरोपी ने बताया कि माउंट आबू में गुजरात के लड़कों के साथ रूम शेयर किया था। तब उन्होंने इस तरह के वीडियो बनाकर बेचने की बात कही और आरोपी ने माउंट आबू में गुजरात के लड़कों से ही वीडियो बनाना सीखा था।

जयपुर. प्रदेश के विधायक अब अपने विधायक कोष में टीकाकरण के पेटे सुरक्षित रखी गई तीन करोड़ रुपए की राशि को निर्धारित नियमों के तहत विकास कार्यों पर खर्च कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की घोषणा के अनुसार राज्य सरकार ने सोमवार को इसके आदेश जारी कर दिए। नए आदेश के अनुसार हर विधायक के 5 करोड़ रुपए के कोष से 25 लाख रुपए की राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष के कोविड मिटिगेशन फंड में जमा होगी। इस राशि को कोविड काल में लॉकडाउन, जन अनुशासन पखवाड़ा, कफ्र्यू आदि से प्रभावित गरीब, असहाय, दिहाड़ी मजदूरों की सामाजिक, खाद्य सुरक्षा और जीवन यापन पर खर्च किया जाएगा। 1.75 लाख रुपए की राशि संबंधित विधानसभा क्षेत्र में विधायक की अनुशंषा पर चिकित्सा के आधारभूत ढ़ांचा विकास और सीएचसी की स्थापना पर खर्च होगी। शेष 3 करोड़ रुपए विधायक प्रचलित निर्देशों के अनुसार अन्य विकास कार्यों पर खर्च कर सकेंगे।

इसी वर्ष सरकार ने विधायक कोष की राशि को 2.25 करोड़ रुपए से बढ़ा कर 5 करोड़ रुपए प्रति विधायक किया था। लेकिन इस राशि में से प्रति विधायक 3 करोड़ रुपए की राशि 18 से 44 वर्ष के लोगों के लिए कोरोना टीके खरीदने के लिए सुरक्षित रख ली थी। केन्द्र ने जब सभी वर्गों के लिए मुफ्त वैक्सीन देने की घोषणा की तो विपक्ष और अन्य विधायकों की मांग पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 20 जून को 200 विधायकों के लिहाज से 600 करोड़ रुपए की यह राशि वापस लौटाने की घोषणा की थी।

जयपुर. श्याम नगर थाना अंतर्गत रेल नगर में भगवान के नाम के फेर में कारीगर की हत्या की गई। पुलिस ने हत्या का पर्दाफाश करते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया है। एडिशनल डीसीपी अवनीश शर्मा ने बताया कि सांगानेर रोड स्थित गणेश विहार निवासी महिपाल ढाका को गिरफ्तार किया है।

आरोपी ने हनुमान प्रजापत के सिर में बोथरे हथियार से हमला कर हत्या कर दी थी। एसीपी भोपाल सिंह भाटी ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि शमशान में बने मंदिर में दर्शन करने जाता है। भगवान का भक्त भी है। सोमवार को मंदिर गया, जब मजदूरों को बात करते सुना की हनुमान को भी साथ ले चलेंगे। तब हनुमान की मूर्ति चोरी कर ले जाने की आशंका हुई। चारों कारीगर बाहर चले गए और अकेला कारीगर अंदर ही था, तब मूर्ति उसके द्वारा ले जाने की आशंका पर सिर में वार कर हत्या कर दी थी।

फिर चिल्लाने लगा, क्या हो गया

आरोपी बचने के लिए चिल्लाने लगा, तब गेट पर हनुमान प्रजापत का इंतजार कर रहे परिजन अंदर आए तो वह लहूलुहान पड़ा था। परिजनों ने बाहर जाते समय हनुमान के पास महिपाल को घूमते देखना बताया था। आरोपी से सख्ती से पूछताछ की गई तब उसने वारदात कबूली।

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजसमंद जिले के कुरंज गांव में नए औद्योगिक क्षेत्र के लिए राजस्थान औद्योगिक विकास एवं विनियोजन निगम लिमिटेड (रीको) को 228.11 बीघा भूमि आवंटित करने की मंजूरी दी है।
मुख्यमंत्री की इस स्वीकृति से राजसमंद जिले की रेलमगरा तहसील के इस गांव में नवीन रीको औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जा सकेगा। इससे इस क्षेत्र के औद्योगिक विकास को गति मिल सकेगी।

राज्य सरकार ने इस वर्ष के बजट में प्रदेश में 147 ऐसे उपखंडों पर नए रीको एरिया विकसित करने की घोषणा की थी, जहां पर फिलहाल एक भी औद्योगिक क्षेत्र नहीं है। इनमें से 64 उपखंडों पर पहले चरण में औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे।

इनमें अलवर के चार, बांसवाडा के चार, बारां में तीन, बाडमेर में चार, भरतपुर में तीन, भीलवाड़ा में एक, बूंदी में तीन, चित्तौडगढ में एक, चूरू में एक, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर में तीन—तीन, गंगानगर में एक जयपुर में दो, जालौर व जैसलमेर में एक—एक, झुंझुनूं में चार, जोधपुर में तीन, करौली में तीन, कोटा में दो, नागौर में तीन, प्रतापगढ में एक, राजसमंद में दो, सवाई माधोपुर में पांच, सीकर व टोंक में दो—दो और उदयपुर में एक औद्योगिक क्षेत्र विकसित होना है।


जयपुर। परकोटे की मौजूदा हालात से उसका वर्ल्ड हेरिटेज साइट खिताब छीनने के हालात बन रहे हैं। राज्य सरकार को भी अब इसकी चिंता सताने लगी है। इसी आशंका को खत्म करने और वर्ल्ड हेरिटेज साइट खिताब को बचाने के लिए नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने इसकी जिम्मेदारी यूडीएच सलाहकार जीएस संधु को सौंप रहे हैं। धारीवाल ने इस बारे औपचारिक आदेश जारी करने के निर्देश दिए हैं।।वे जयपुर के परकोटे के संरक्षण के लिए जिम्मेदारी दी गई है। संधु पूरे मामले का परीक्षण कर समस्याओं के निदान के लिए सुझाव देंगे।धारीवाल ने सरकारी एजेंसियों के बीच तालमेल के अभाव पर चिंता भी जताई है। तालमेल के अभाव के कारण वर्ल्ड हेरिटेज के खिताब को कायम रखने में दिक्कत आ सकती है। धारीवाल ने स्वायत्त शासन सचिव को यह भी निर्देश दिए हैं कि जिम्मेदार संस्थाओं और कंसलटेंट से अपना योगदान देने के लिए कहा जाए।

जो वादा किया, वे पूरा नहीं
यूनेस्को ने परकोटा क्षेत्र को अगस्त 2019 में वर्ल्ड हेरिटेज साइट के तौर घोषित किया था। इसके संरक्षण के लिए राज्य सरकार ने यूनेस्को से कई वादे किए थे, लेकिन इनमें से ज्यादातर अब तक पूरे नहीं हुए। इसके उलट, अवैध निर्माण, अतिक्रमण की बाढ़ आ गई। यहां तक की हैरिटेज विरासत से छेड़छाड़ की जा रही है।इसके चलते वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा छीनने की आशंका है।

पीएम ने दी थी शुभकामना
राजस्थान की राजधानी और पिंकसिटी के नाम दुनियाभर में मशहूर परकोटे यूनेस्को की विश्व सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल है। अजरबैजान की राजधानी बाकू में आयोजित यूनेस्को की बैठक में जयपुर में विश्व सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल किए जाने का निर्णय लिया गया था।प्रधानमंत्री ने भी ट्विटर हैंडल पर इस बात की जानकारी शेयर करते हुए जनत शुभकामानाएं दी थीं।

जयपुर। मध्यम मार्ग स्थित मानसरोवर प्लाजा के नजदीक कार सवार प्रॉपर्टी डीलर उत्तरचंद जैन पर लाठी सरियों से हमला कर अपहरण कर लिया। वारदात के समय प्रॉपर्टी डीलर का निजी सुरक्षाकर्मी हमलावरों को देख कार से उतरकर दूर जाकर खड़ा हो गया।

सूचना पर पीडि़त प्रॉपर्टी डीलर के पुत्र ने शिप्रापथ थाने में अपहरण का मामला दर्ज करवाया और सांगानेर निवासी हरजेश नराणियां पर अपहरण की आशंका जताई। रिपोर्ट में पहले भी नराणियां द्वारा पिता को जान से मारने की धमकी देने और हमला कराने का आरोप लगाया। इसके बाद उत्तमचंद जैन निजी सुरक्षाकर्मी साथ रखने लग गए। पुलिस ने आरोपी हरजेश को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

थानाधिकारी महावीर सिंह ने बताया कि थड़ी मार्केट निवासी उत्तमचंद जैन को देर रात को अपहरणकर्ताओं ने छोड़ दिया। हालांकि पीडि़त प्रॉपर्टी डीलर अपने एक रिश्तेदार के यहां पहुंचकर संपर्क करेंगे। रात 11 बजे तक व्यापारी रिश्तेदार के यहां नहीं पहुंचे थे। पुलिस ने प्राथमिक जांच में मामला लेन-देन का बताया है।

ऑफिस जाते समय रुकवाई कार

पीडि़त उत्तरचंद जैन मंगलवार सुबह 11 बजे घर से ऑफिस जा रहे थे। तभी बाइक और कार में आए हमलावरों ने बीच सड़क पर कार रुकवाई और लाठी-सरियों से ताबड़तोड़ कार पर हमला कर दिया। सरेआम ऐसी घटना होने से आस-पास के क्षेत्र में दहशत फैल गई।

जयपुर। पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में जागरुकता का दायरा फैल रहा है। इसी के तहत अब स्थानीय स्तर पर लोग सजावटी की बजाय घने वृक्ष के लिए पौधे रोपने के लिए आगे आ रहे हैं। चारदीवारी के किशनपोल बाजार स्थित बोर्डी का रस्ता में कल्पवृक्ष का पौधा लगाया गया। अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच के अंतरराष्ट्रीय फोरम के संयोजक तथा मारवाड़ी युवा मंच जयपुर कैपिटल शाखा के सदस्य अभिषेक मेठी ने बताया कि मौजूदा हालात फलदार और घने वृक्ष वाले पौधे लगाने की जरूरत है। इसके लिए बच्चों को भी जागरुक किया जा रहा है, जिससे वे इसकी महत्ता समझ सकें।

यह है कल्पवृक्ष
ओलिएसी कुल के इस वृक्ष का वैज्ञानिक नाम ओलिया कस्पीडाटा है। भारत में इसका वानस्पतिक नाम बंबोकेसी है। यह यूरोप के फ्रांस व इटली में बहुतायत मात्रा में पाया जाता है। यह दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में भी पाया जाता है। इसको फ्रांसीसी वैज्ञानिक माइकल अडनसन ने 1775 में अफ्रीका में सेनेगल में सर्वप्रथम देखा था, इसी आधार पर इसका नाम अडनसोनिया टेटा रखा गया। इसे बाओबाब भी कहते हैं।

वेद पुराणों में उल्लेख
हमारे वेद और पुराणों में कल्पवृक्ष का उल्लेख है। कल्पवृक्ष स्वर्ग का एक विशेष वृक्ष है।पौराणिक धर्मग्रंथों और हिन्दू मान्यताओं के अनुसार यह माना जाता है कि इस वृक्ष के नीचे बैठकर व्यक्ति जो भी इच्छा करता है, वह पूर्ण हो जाती है, क्योंकि इस वृक्ष में अपार सकारात्मक ऊर्जा होती है। पुराणों के अनुसार समुद्र मंथन के 14 रत्नों में से एक कल्पवृ‍क्ष की भी उत्पत्ति हुई थी। समुद्र मंथन से प्राप्त यह वृक्ष देवराज इन्द्र को दे दिया गया था और इन्द्र ने इसकी स्थापना 'सुरकानन वन' (हिमालय के उत्तर में) में कर दी थी। पद्मपुराण के अनुसार पारिजात ही कल्पतरु है।

मुंबई. देश की सबसे बड़ी कॉपैक्ट कॉटन यार्न निर्माता एसवीपी ग्लोबल वेंचर्स लिमिटेड ने ओमान स्थित अपने बड़े टेक्सटाइल प्लांट में कमर्शियल संचालन शुरू करने की घोषणा की है। एसवीपी ग्रुप के निदेशक चिराग पिट्टी ने कहा कि समूह ने ओमान के सोहर फ्री ट्रेड जोन में 1.5 लाख स्पिन्डल्स और 3500 रोटर्स सुविधा की स्थापना में 150 मिलियन डॉलर (तकरीबन 1100 करोड़ रुपए) का निवेश किया है। उम्मीद है कि प्लांट सितबर 2021 तक अपनी चरम उपयोगिता तक पहुंच जाएगा और कंपनी के राजस्व में बड़ा योगदान देगा। एसवीपी ग्रुप मुय रूप से पॉलिस्टर, पॉलिस्टर एवं कॉटन ब्लेंड और 100 फीसदी कॉटन यार्न (कपास के धागे) के निर्माण में सक्रिय है, ये निर्माण कार्य झालावाड़ (राजस्थान), रामनद (कोयबटूर) और सोहर (ओमान) में किए जाते हैं। कंपनी ने यार्न, फैब्रिक एवं गारमेन्ट्स (धागा, कपड़ा और परिधान) के निर्माण में पूरी तरह से एकीकृत एवं विश्वस्तर पर अग्रणी कंपनी बनने का दृष्टिकोण तय किया है। कंपनी की ऑर्डर बुक वर्तमान में रु 5000 करोड़ पर है जो अगले 2-3 साल के राजस्व के समकक्ष है।

जयपुर। बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने अखिल भारतीय बार परीक्षा के आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन की तारीख 15 सितम्बर तक बढ़ा दी है। परीक्षा 24 अक्टूबर को आयोजित होगी। पहले यह परीक्षा 25 अप्रैल को होने वाली थी। राजस्थान में इस परीक्षा में साढ़े तीन हजार से अधिक विधि स्नातक शामिल होंगे, जो कि वकालत के लिए पंजीयन करा चुके हैं।
विभिन्न राज्यों की बार काउंसिल और विधि स्नातक छात्रों की ओर से कोरोना के कारण विधि महाविद्यालयों का शिड्यूल गडबड़ाने सहित अन्य परिस्थितियों का हवाला देकर इस परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने का आग्रह किया जा रहा था। प्रदेश में बार काउंसिल में एनरोलमेंट के लिए अब तक 3500 आवेदन मंजूर हो चुके हैं और कुछ प्रक्रियाधीन हैं। बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने हाल ही फैसला किया था कि इस बार परीक्षार्थियों को अखिल भारतीय बार परीक्षा के दौरान किसी किताब, नोट्स या अध्ययन सामग्री की अनुमति नहीं होगी। लेकिन बिना नोट्स के बेयर एक्ट्स ले जाने की अनुमति होगी।

जोधपुर/जयपुर। चर्चित भंवरी देवी अपहरण और हत्या के मामले में 9 साल 8 माह से जेल में बंद पूर्व विधायक मलखान सिंह बिश्नोई को मंगलवार को राजस्थान हाईकोर्ट ने जमानत दे दी, बुधवार को रिहाई की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इससे पहले 8 आरोपियों की जमानत पर रिहाई हो चुकी है। इसी मामले से संबंधित भंवरी देवी के पति अमर चंद व अपहरण के आरोपी बिशनाराम व एक अन्य आरोपी कैलाश जाखड़ की जमानत याचिका पर हाईकोर्ट ने 24 अगस्त तक सुनवाई टाल दी।
न्यायाधीश दिनेश मेहता ने मलखान सिंह विश्नोई के जमानत प्रार्थना पत्र पर मंगलवार को आदेश दिया। वर्ष 2013 में विश्नोई का जमानत प्रार्थना पत्र 2 बार खारिज हो गया था। मंगलवार को मंजूर विश्नोई के जमानत प्रार्थना पत्र में जोधपुर स्थित एससी—एसटी मामलात विशेष न्यायालय ने 11 अगस्त 2021 के जमानत खारिज करने के आदेश को चुनौती दी गई थी। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता हेमंत नाहटा और संजय बिश्नोई ने कहा कि समान मामले में एक आरोपी को सुप्रीम कोर्ट व 7 आरोपियों को हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है। सीबीआइ के अधिवक्र्ता एजाज खान ने जमानत का विरोध करते हुए कहा कि यह मामला परसराम के मामले से अलग है। कोर्ट ने दोनों पक्ष सुनने के बाद विश्नोई का जमानत प्रार्थना पत्र मंजूर कर लिया।
यह बोला हाईकोर्ट
कोर्ट ने कहा कि सीबीआइ के जमानत नहीं देने का तर्क स्वीकार किया गया तो वह आरोपी के जीवन व उसकी स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन होगा।
सुप्रीम कोर्ट के कथन का लिया सहारा
परसराम को जमानत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि इस मामले में बड़ी संख्या में आरोपी हैं। ट्रायल पूरा होने तक किसी व्यक्ति को अनिश्चितकाल के लिए हिरासत में नहीं रखा जा सकता। सुप्रीम कोर्ट के इस कथन को विश्नोई के जमानत प्रार्थना पत्र में भी शामिल किया गया।
ये भी जेल से बाहर
इस मामले में 17 आरोपी हैंं, जिनमें से परसराम विश्नोई को सुप्रीम कोर्ट तथा रेशमाराम, सहीराम विश्नोई, ओमप्रकाश, दिनेश, अशोक, उमेशाराम व पुखराज को हाईकोर्ट से पहले ही जमानत मिल चुकी। राज्य सरकार में मंत्री रहे महिपाल मदेरणा को भी अंतरिम जमानत मिल चुकी है और नियमित जमानत पर 23 को सुनवाई होनी है।

जयपुर। भिखारी, बेघर, वंचित वर्ग सहित समाज के अन्य कमजोर वर्गों की सामाजिक सुरक्षा के लिए निवेश करने वालों को सामाजिक सुरक्षा निवेश प्रोत्साहन योजना के तहत छूट विभिन्न तरह के शुल्क में छूट दी जाएंगी। इसके तहत राज्य सरकार प्रस्तावित प्रोजेक्ट की जानकारी भी लेगी।
राज्य सरकार ने इसके लिए योजना की शर्तों में संशोधन कर दिया है। योजना के तहत बच्चे, महिला, वरिष्ठ नागरिक, ट्रांसजेंडर, भिखारी, बेघर, नशे में लिप्त व एचआइवी पीड़ितों की सहायता और उनके विकास के लिए कार्य करने वालों को छूट का लाभ दिया जाएगा। संस्थागत देखरेख, डे केयर सेंटर, स्कूल, आवासीय विद्यालय, स्वयं सहायता समूह, महिला हेल्पलाइन, छात्रावास व शेल्टर होम सहित सामाजिक सुरक्षा से जुड़े अन्य कार्य दायरे में आएंगे। सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस योजना के तहत छूट का लाभ पाने के लिए प्रस्तावित प्रोजेक्ट की जानकारी भी देनी होगी।
इस पर मिलेगी शत—प्रतिशत छूट
— भू उपयोग परिवर्तन शुल्क
— आवंटित भूमि पर लीज
— नियमन शुल्क
— भवन निर्माण अनुज्ञा शुल्क
— स्टांप ड्यूटी
— वाहन पर टेक्स

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