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बाड़मेर.
धोरीमन्ना थाना क्षेत्र के लुम्बाणियों की ढाणी गांव में एक ही परिवार के 4 लोगों ने टांके में कूद कर शनिवार को आत्महत्या कर ली। ग्रामीणों की सूचना के बाद धोरीमन्ना थाना पुलिस मौके पर पहुंची और चारों शव ग्रामीणों की मदद से टांके से बाहर निकलवा कर धोरीमन्ना के राजकीय अस्पताल स्थित मोर्चरी में रखवाए।


पुलिस के अनुसार धोरीमन्ना थाना क्षेत्र के नेड़ीनाड़ी के लुम्बाणियों की ढाणी गांव में मृतक रूपाराम व उसकी पत्नी गायत्री के बीच झगड़ा हुआ, इसके बाद पत्नी धोरीमन्ना के बाजार चली गई और पीछे पति ने अपने दो बच्चों को उठा कर टांके में डाल व खुद भी टांके में कूद कर आत्महत्या कर ली। इसके बाद बाजार से लौटी पत्नी ने भी उसी टांके में कूद कर आत्महत्या कर ली। जानकारी के मुताबिक रूपाराम पुत्र हंसराज की करीब 10 वर्ष पहले शादी गायत्रीदेवी के साथ शादी हुई थी। शादी के बाद राधेश्याम (7) वर्ष व बजरंग (२) वर्ष का जन्म हुआ।


पुलिस पहुंची मौके पर
घटना की सूचना के बाद धोरीमन्ना थानाधिकारी हरचंदराम देवासी पुलिस ने मौके पर पहुंच कर चारों शव बाहर निकलवा कर मोर्चरी में रखवाए, जहां मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम होने के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों के सुपुर्द किए जाएंगे। प्रथम दृष्टया पारिवारिक कलह की वजह से सामने आ रही है। इस मामले की धोरीमन्ना थाना पुलिस जांच कर रही है।

बाड़मेर. पश्चिमी सरहद पर सैन्य बलों की सुगम आवाजाही और सीमावर्ती क्षेत्र के बाशिंदों को मूलभूत सुविधा मुहैया करवाने के लिए केन्द्र सरकार के भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत प्रस्तावित सुंदरा-म्याजलार के बीच हाईवे निर्माण कार्य डीएनपी के एतराज पर अटक गया था। दो साल का समय बीतने के बावजूद डीएनपी ने वन्यजीवों की सुरक्षा को खतरा बताते हुए एनओसी नहीं दी गई है। ऐसे में यह हाईवे बीच में अटका हुआ है।


देश की सुरक्षा के लिहाज से अहम माना जा रहा भारतमाला प्रोजेक्ट में डीएनपी ने रोड़ा अटकाया है। इसमें 36 किमी सड़क का निर्माण अटक गया है। डीएनपी से सड़क निर्माण की अनुमति नहीं मिल पाई है। अनुमति मिलती है तो 310 किमी के साथ 36 किमी डीएनपी क्षेत्र की सड़क बन सकेगी। हाईवे के बीच 36 किमी निर्माण नहीं होने पर आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।


यहां अटका है काम
एनएच-70 के मुनाबाव-सुंदरा-म्याजलार,धनाना-आसूतार-घोटारू-लोंगेवाला-तनोट खण्ड की कुल लंबाई 273 किमी है। इसका डीएनपी क्षेत्र में सुंदरा व म्याजलार के बीच 36 किमी कार्य अटका हुआ है। इसके अलावा सम्पूर्ण कार्य पूर्ण हो चुका है।


चालक परेशान, सड़क पर रेत जमा
मुनाबाव से तनोट के बीच सड़क का निर्माण हुआ है। इस बीच बाड़मेर के सुंदरा-म्याजलार के बीच 36 किमी अटका हुआ है। ऐसे में सड़क मार्ग पर रेत जमा हो गई है, ऐसे में चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।


- परेशानी झेल रहे है
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत सुंदरा-म्याजलार के बीच 36 किमी रास्ता करीब दो साल से अटका हुआ है। इससे यातायात प्रभावित हो रहा है। ग्रामीण भी परेशान है। हाईवे पूरा बन गया है, यह 36 किमी परेशानी का सबब बना हुआ है। - श्यामसिंह सोढ़ा, सरपंच, सुंदरा


- डीएनपी से एनओसी नहीं मिली
सुंदरा से आगे निर्माण की डीएनपी से एनओसी नहीं मिली है। प्रस्ताव दो साल से भेज रहे है। स्वीकृति मिलने के बाद ही आगे कुछ होगा। - जितेन्द्र चौधरी, निदेशक,एनएचएआइ, बाड़मेर

बाड़मेर. कोरोना संक्रमण कम जरूर हुआ है लेकिन अभी भी पॉजिटिव सामने आ रहे हैं। ऐसे में संक्रमण की अभी मौजूदगी है। ऐसे में सावचेती जरूरी है। वहीं संदिग्ध रोगियों की संख्या अभी भी औसतन 300 के करीब हो रही है। जिनके नमूनों की जांच की जा रही है। बाड़मेर के टाउन हॉल में ही 100-200 के करीब लोग नमूने की जांच के लिए पहुंच रहे हैं।
अस्पताल पहुंच रहे संक्रमण जैसे लक्षण होने पर चिकित्सक उनकी आरटीपीसीआर जांच करवा रहे है। इनमें से कुछ की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। ऐसे में रोजाना नमूनों देने वालों की टाउन हाल परिसर में कतारें लग रही है। वहीं अंतराल से कोविड के मामले भी सामने आ रहे हैं। एचआरसीटी जांच भी चिकित्सक करवा रहे हैं। इनमें से कई गंभीर स्थिति वाले मरीज सामने आए हैं। जिनको भर्ती किया गया है।
संक्रमितों की संख्या बहुत कम, सावचेती जरूरी
हालांकि इन दिनों मिलने वाले पॉजिटिव की संख्या बहुत ही कम है, लेकिन यह ध्यान रखना होगा कि पहली और दूसरी लहर में ही कुछ ऐसी ही स्थिति थी। तीसरी लहर की आशंका लगातार जताई जा रही है और चिकित्सा विभाग लोगों में जागरूकता के कार्यक्रम भी चला रहा है। इसलिए संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी, मास्क पहनना और गाइडलाइन का पालना करना आवश्यक है।
हरिद्वार जा रहे हैं तो जांच जरूरी
हरिद्वार जाने वालों के लिए वहां की सरकार ने आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य कर दी है। ऐसे में बिना जांच के वहां पर अस्थि विसर्जन को जाने वालों को परेशानी हो सकती है। इसके चलते कई लोग टाउन हाल में आकर आरटीपीसीआर रिपोर्ट लेकर जा रहे है। वहीं वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोग हरिद्वार जा रहे हैं तो उन्हें कोविड टेस्ट की जरूरत नहीं है।
पांच दिनों में कितने संदिग्ध नमूनों की जांच
जुलाई नमूने
26 220
27 472
28 318
29 298
30 448

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