>>: Digest for July 04, 2021

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Table of Contents

नैनवां. सरकार विमंदित महिलाओं को दी जाने वाली सहायता की योजनाओं का तो खूब ढिंढोरा पीटती है, लेकिन हकीकत में कई पात्रों को योजनाओं से वंचित रख दिया जाता है। ऐसा ही नैनवां कस्बेे के राजीव कॉलोनी की दो बहनें 40 वर्ष की शबनम व 35 वर्ष की सन्नू के साथ हो रहा है। जन्म से ही विमंदित होने के बाद भी उन तक राहत की कोई योजना नहीं पहुंच पाई। दोनों बहनें न चल सकती है और न ही बोल पाती। फिर भी विमंदितों को मिलनेे वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन सहायता से दूर कर रखा है।
दिव्यंागता प्रमाण पत्र नहीं बन पाने से न उनकी सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृत हो पाती और न ही अन्य योजनाओं को लाभ मिल पाता। मां शमा ने बताया कि दोनों बेटियों के प्रमाणपत्र बनाने के लिए समाज कल्याण द्वारा लगाए शिविरों में लेकर भी गई, लेकिन कभी चिकित्सक नहीं आने से तो कभी सक्षम अधिकारी नहीं आने से प्रमाणपत्र नहीं बना पाए।

वृद्ध मां ही सहारा...
विमंदित बेटियों की स्थिति को बताते हुए 60 वर्षीय मां शमा की आंखें छलक पड़ी। छलकती आंखों से बोली कि दोनों बेटियां जन्म से ही विमंदित होने से विवाह नहीं कर पाए। बुढ़ापे में सहारा बनती लेकिन उसके बजाए बेटियों को सहारा देना पड़ रहा है। दोनों ही बेटियों के जन्म सेे ही विमंदित व दिव्यांग होने से मां शमा बानो को चालीस वर्ष की शबनम व 35 वर्ष की सन्नू का शिशुओं की तरह ख्याल रखना पड़ रहा है। पिता असलम पंक्चर की दुकान लगाता है। जिसकी माली हालत ठीक नहीं है। एक कमरे के मकान में ही पूरा परिवार को बसर करना पड़ रहा है।

बूंदी. प्रियंका गांधी की वजह से ही हमारा बिछुड़ा हुआ बेटा मिल गया। शुक्रवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी के सहयोग से अपने बिछड़े हुये मूक विमंदित बेटे के पास वाराणसी से बूंदी पहुंची गरीब बेबस मां मीता सोनकर के यह कहते हुए रो पड़ी।
20 दिन से अधिक समय से अपनी मां से दूर वाराणसी के रहने वाले मूक विमंदित युवक राजेश सोनकर ने शुक्रवार को बूंदी जिला कांग्रेस कार्यालय में अपनी मां को देखा तो पहले तो एक बार तो वह ठिठक गया। फिर कुछ देर बाद जैसे ही मां ने उसका नाम पुकारा वह मां को पकडकऱ गले लग गया। हाथों के इशारे से ही जोर से अपनी बात को समझाने की कोशिश करने लगा। वाराणसी में जूस का ठेला लगाकर बमुश्किल गुजर-बसर करने वाली मीता सोनकर ने बताया कि कई दिनों पहले उनका इकलौता बेटा राजेश घर नहीं लौटा। बेटा राजेश बोल नहीं सकता था इसलिये उसके हाथ में नाम पते के साथ वाराणसी भी लिखवा दिया था।
कुछ दिनों पहले राजेश के बूंदी में होने की सूचना मिली थी। सहायता के लिये वीडियो के माध्यम से कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव गांधी से मदद मांगी थी। उनकी मदद से आज वह अपने बेटे से मिल सकी। कांग्रेस के प्रवासी सहायता प्रभारी चर्मेश शर्मा ने इसमें उनकी मदद की। बूंदी आई मां को कांग्रेस कार्यालय में साड़ी भी ओढाई। बाद में उसे बेटे के साथ घर भेजने का प्रबंध किया।

नो पार्किंग मेंं खड़े वाहनों को किया जब्त
पुलिस और नगर परिषद की संयुक्त कार्रवाई से मचा हडक़ंप
बूंदी के सहायक पुलिस उपअधीक्षक की अगुवाई में कार्रवाई
बूंदी. शहर के प्रमुख बाजारों में यातायात व्यवस्था बनाने को लेकर शुक्रवार को पुलिस ने नगर परिषद टीम के साथ मिलकर कार्रवाई की। नो पार्किंग मेंं खड़े वाहनों को पुलिस ने जब्त कर लिया। साथ ही सड़कों पर सामान फैलाने वाले दुकानदारों को चेतावनी दी।
कार्रवाई दोपहर को बूंदी के सहायक पुलिस उपअधीक्षक कुंदन कंवरिया की अगुवाई में गई। इस दौरान सब्जी मंडी रोड पर बड़ी संख्या में चौपहिया वाहन डिवाइडर के सहारे खड़े थे। कई वाहनों को चालकों ने बीच सड़क में पार्किंग कर रखा था। जिन्हें कोतवाली थाना पुलिस ने जब्त कर थाने में खड़ा करवा दिया। बाद में कोटा रोड और फिर इंद्रा मार्केट में पहुंचे, जहां पुलिस ने वाहन चालक और सडक़ों पर सामान फैलाने वाले दुकानदारों पर सख्ती दिखाई। यहां लंबे समय से शहर के लोग और व्यापारिक संगठन बाजारों में यातायात व्यवस्था को ठीक करने की मांग रहे थे। सहायक पुलिस उपअधीक्षक की अगुवाई में हुई कार्रवाई से बाजारों में हडक़ंप मच गया। पुलिस और नगर परिषद की टीम ने मिलकर वाहनों को ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में रखा और थाने ले गए। यहां चौपहिया वाहनों को भी जब्त किया गया। बाद में उन्हें चालान बनाकर छोड़ा। साथ ही दुकानदारों को चेतावनी दी गई कि फुटपाथ से आगे सामानों को फैलाने पर अब सीधे जब्ती की कार्रवाई की जाएगी।
10 फीट तक फैले मिले सामान
कोटा रोड बाजार में नगर परिषद आयुक्त महावीर सिंह की मौजूदगी में टीम पहुंची तो रोड पर कई दुकानदारों के 10 फीट तक सामान फैले दिखाई दिए। इस पर दुकानदारों से समझाइश की गई। उन्हें बताया गया कि सामानों को अपनी हद तक ही रखेंगे। फुटपाथ पर सामानों को फैलाने पर अब जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
व्यापारिक संगठन करें सहयोग
पुलिस और नगर परिषद ने कार्रवाई के दौरान व्यापारिक संगठनों से इसमें सहयोग की बात कही। कार्रवाई के दौरान सामने आया कि दुकानदार और उनमें काम करने वालों के वाहन दिनभर फुटपाथ पर खड़े रहते हैं। इसके बाद सामानों को बीच सड़क तक फैला देने के बाद आम आदमी को निकलने के लिए ठोस नहीं बचती। ऐसे में व्यापारिक संगठन भी ऐसे दुकानदारों से समझाइश करें। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने चेताया कि नहीं मानने पर प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।

प्रस्ताव बनाकर भेजें, बजट की कोई चिंता नहीं
स्वायत्त शासन एवं नगरीय विकास मंत्री धारीवाल से रामगंजबालाजी में मिले कांग्रेस नेता
बूंदी. स्वायत्त शासन एवं नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल शुक्रवार को रामगंजबालाजी रुके और कांग्रेस नेताओं से मिले।
कांग्रेस नेता सत्येश शर्मा एवं भगवान नुवाल ने उन्हें शहर के विकास की आगामी योजनाओं से अवगत कराते हुए बजट की मांग रखी। इस पर मंत्री धारीवाल ने कहा कि प्रस्ताव बनाकर भेजें, बजट की कोई चिंता नहीं रहेगी। इस दौरान शर्मा ने उन्हें बीते दिनों बूंदी में प्रभारी मंत्री परसादीलाल मीणा की मौजूदगी में सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं की नाराजगी से अवगत कराया। साथ ही अधिकारियों की कार्यशैली और राजनीतिक घटनाक्रम पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने नगर परिषद की वित्तीय स्थिति से अवगत कराते हुए पिछले बोर्ड में हुई वित्तीय अनियमितताओं की स्टेट लेवल कमेटी से जांच की मांग रखी। जिस पर मंत्री धारीवाल ने जल्द टीम भेजकर जांच के साथ ही भौतिक सत्यापन कराने का भरोसा दिया। इस दौरान मनवीर सिंह, हनीफ मोहम्मद, श्यामलाल, राजीव लोचन गौतम मौजूद थे।

बसें नहीं चलने से यात्री परेशान
खटकड़-केशवरायपाटन स्टेट हाइवे 34 का मामला
केशवरायपाटन. कोटा-जयपुर वाया टोंक-नैनवां मार्ग पर पडऩे वाले स्टेट हाइवे 34 के खटकड़ से केशवरायपाटन तक के सडक़ मार्ग पर लोकल यात्री बसों का संचालन नहीं होने से दो दर्जन से भी अधिक गांवों के यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
भाजपा खटकड़ मंडल के प्रवक्ता हरिमोहन चित्तौड़ा ने बताया कि पहले इस मार्ग पर निजी बसें चलती थी, लेकिन करीब 7-8 वर्षों से निजी बस मालिकों ने कोटा-खटकड़ वाया केशवरायपाटन मार्ग पर चलने वाली बसों का संचालन बंद कर रखा है। इस मार्ग पर रोडवेज बसें भी नहीं चलती। कोटा व झालावाड़ से जयपुर व दिल्ली जाने वाली रोडवेज की द्रुतगामी बसें भी इसी मार्ग से होकर निकलती है, लेकिन बीच के गांवों में इन द्रुतगामी बसों का ठहराव नहीं होने से यात्री परेशान है। यात्रियों को मजबूरन मार्ग पर अवैध रूप से संचालित ऑटो,जीप आदि में महंगा किराया चुकाकर यात्रा करनी पड़ती है।
बसें चलाने की मांग
भाजपा खटकड़ मंडल प्रवक्ता हरिमोहन चित्तौड़ा ने यात्री बसों के लिहाज से परिवहन विहिन हो चुके कोटा-खटकड़ वाया केशवरायपाटन मुख्य सडक़ मार्ग पर यात्रियों की सुविधा के लिए रोडवेज की पांच बसें चलाने की मांग की है।
जखाणा में बस स्टैण्ड, फिर भी नहीं देते यहां का टिकट
चित्तौड़ा ने कहा कि कार्यालय मुख्य प्रबंधक कोटा की ओर से कोटा जयपुर नैनवां मार्ग पर संचालित वाहन सेवाओं में जखाणा बस स्टैण्ड घोषित कर रखा है। जिसके तहत सभी चालक/परिचालक जखाणा में यात्रियों को उतारेंगे व बैठाएंगे। कोटा आगार के मुख्य प्रबंधक ने गत 9 अप्रेल को ही यह आदेश जारी कर दिया। इसके बावजूद कोटा डिपो के अतिरिक्त अन्य डिपो की बसों के चालक व परिचालक यात्रियों को जखाणा गांव का टिकट देने में आनाकानी करते हैं।
इन गांवों के यात्री परेशान
बसों के अभाव में खटकड़ केशवरायपाटन मार्ग पर पडऩे वाले लेसरदा, हालीड़ा, निमोदा, पादड़ा, बंजारों का झोपड़ा, करवाला, बरियाणी, कोड़ीजा, मायजा, छरक- वाड़ा, कान्हीहेड़ा, झुंवासा, ऐबरा, बन का खेड़ा, मंडित्या, पीपल्या, जखाणा, छावनी बोरदा का खेड़ा, बीचड़ी, देलून्दा, रिहाणा, ख्यावदा, अजेता, मायजा, रामपुरा आदि गांवों के यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ती है
दस वर्ष से बंद बस सेवा
सुवासा. बूंदी सुवासा लाडपुर बस सेवा करीब 10 वर्ष से बंद होने से ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। मजबूरन ग्रामीणों को निजी टैक्सियों में पैसा खर्च कर यात्रा करनी पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि इस मार्ग पर 10 साल पहले रोडवेज बस चला करती थी, लेकिन रोडवेज प्रबंधक ने घाटा बता कर सेवा बंद कर दी। डॉ परमेश्वर मीणा ने बताया कि बस सेवा फिर से चालू होनी चाहिए, ताकि ग्रामीणों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। रोडवेज प्रबंधक रेणु देवड़ा ने बताया कि विभाग के पास कंडक्टर और परिचालक की काफी कमी है। लंबे समय से इनकी भर्तियां नहीं हो रही है। जिसके चलते कई रुट बंद पड़े हुए हैं। नया स्टाफ आने पर बंद पड़े रुट चालू कर दिए जाएंगे।

अलोद मेज नदी बायपास पर बनी सुरक्षा दीवार
वाहन चालकों को रहेगी आवाजाही में सुविधा
हिण्डोली. क्षेत्र के अलोद स्थित बायपास पर मेज नदी किनारे 70 मीटर लंबी सुरक्षा दीवार का कार्य पूर्ण हो गया, इससे बारिश के दिनों में बायपास की मिट्टी का कटाव नहीं होगा।
सार्वजनिक निर्माण विभाग के जानकार सूत्रों की माने तो बायपास की सुरक्षा दीवार का कार्य गत माह से संवेदक ने शुरू कर दिया था। यहां पर करीब 70 मीटर लंबी सुरक्षा दीवार तैयार हो गई। उस पर मिट्टी डालकर रास्ता समतल करवाया। निर्माण विभाग के सूत्रों ने बताया कि अलोद कस्बे में बड़े वाहनों की आवाजाही नहीं होने से बरसों से वाहन बायपास से निकलते हैं, लेकिन मेज नदी किनारे बायपास पर सुरक्षा दीवार नहीं होने से बारिश के मौसम में मिट्टी कटकर रास्ता छोटा हो गया था। इससे खतरा बना रहता था। यहां पर सुरक्षा दीवार बनने से वाहन चालकों व ग्रामीणों को आवाजाही में सुविधा रहेगी।
सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता गोविंद मिश्रा ने बताया कि अलोद बायपास पर मेज नदी के पास 70 मीटर सुरक्षा दीवार का निर्माण करवा दिया।

पशुधन सहायक के भरोसे अस्पताल
ग्रामीणों ने की चिकित्सक लगाने की मांग
जजावर. कस्बे के राष्ट्रीय राजमार्ग 148 डी के पास स्थित राजकीय पशुधन चिकित्सालय एकमात्र पशुधन सहायक के भरोसे चल रहा है।
जानकारी के अनुसार मई 2007 को यह सब सेंटर के रूप में खुला था। 2 मई 2016 को क्रमोन्नत हो गया तब से लेकर अभी तक यह चिकित्सालय एकमात्र पशुधन सहायक पद से चल रहा है। यहां पर एक चिकित्सक, दो पशुधन सहायक एक पशुधन परिचर व एक सहायक कर्मचारी का पद स्वीकृत है। इनमें से सिर्फ पशुधन सहायक कार्य कर रहा है। अन्य पद रिक्त चल रहे हैं। चिकित्सक के अभाव में गुरुवार को मृत मोरों के पोस्टमार्टम के लिए बांसी पशुचिकित्सालय ले जाना पड़ा। ग्रामीण मधुसूदन नागर, पप्पू लखपति, महावीर नागर, सुनील जैन, विष्णु शर्मा, लालू गुर्जर ने क्षेत्रीय विधायक व राज्यमंत्री अशोक चांदना से चिकित्सालय में रिक्त पद भरने की मांग की।

 

अतिक्रमण हटवाकर आम रास्ते को बहाल करवाया
बडाखेडा. क्षेत्र की सखावदा ग्राम पंचायत के बिशनपुरा गांव में आम रास्ते पर सरकारी विद्यालय के रास्ते पर विगत कई वर्षों से अतिक्रमण हो रहा था, इस पीड़ा से सरपंच राजेश मीणा ने लाखेरी उपखण्ड अधिकारी प्रमोद कुमार को अवगत कराया था। जिसे बुधवार को साफ करा दिया।
ग्राम पंचायत प्रशासन की मौजूदगी में जेसीबी की मदद से अवरोध हटा दिए। सरपंच संघ अध्यक्ष बुद्धिप्रकाश मीणा, सखावदा सरपंच राजेश मीणा, हनुमान गुर्जर, धनराज गुर्जर, वार्ड पंच कन्हैयालाल, आशाराम व ग्रामीण मौजूद रहे।

छह जॉब कार्ड पर एक श्रमिक को कार्य
1394 जॉब कार्ड में से मात्र 274 श्रमिक कार्य में लगे
नमाना. नरेगा के तहत लोगों को रोजगार देने का दावा क्षेत्र में पूरा नहीं हो रहा। बूंदी पंचायत समिति के नमाना ग्राम पंचायत में मात्र 274 श्रमिक ही रोजगार पा रहे, जबकि पंचायत में 1394 जो कार्ड बने हुए हैं। एक मोटे अनुपात में देखा जाए तो 6 जॉबकार्ड पर मात्र एक श्रमिक कार्य पर लगा है। जबकि सरकार की ओर से प्रत्येक नरेगा श्रमिकों रोजगार देने के निर्देश बताए।
कोरोना काल के चलते ग्रामीण क्षेत्र में बेरोजगारी बढ़ गई उसके बाद यहां जॉब कार्ड दर्ज नामों के अनुसार रोजाना सैकड़ों लोग रोजगार मांगने के लिए पंचायत कार्यालय पहुंच रहे, लेकिन सरकार की ओर से कार्य स्वीकृत नहीं होने के चलते पंचायत प्रशासन श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध नहीं करा पा रहा। जिसके चलते अब लोगों के सामने रोजीरोटी का संकट खड़ा होने लगा है। श्रमिकों को रोजगार देने के लिए पंचायत प्रशासन ने 1 दर्जन से अधिक कार्यों की मस्टररोल जिला मुख्यालय पर भेज रखी है। स्वीकृत नहीं होने के कारण बेरोजगार श्रमिकों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है।
वन, सिंचाई व पीडब्ल्यूडी में नहीं मिल रही मस्टररोल
वन, सिंचाई व पीडब्ल्यूडी में मस्टररोल जारी नहीं होने के चलते पूरे नरेगा श्रमिकों को रोजगार नहीं मिल पा रहे। पंचायत प्रशासन की माने तो इन तीन विभागों में मस्टररोल जारी होती थी, जिसके चलते पंचायत के कई श्रमिक इन विभागों में कार्य करते थे। कुछ समय से इन विभागों ने मस्टररोल जारी करना बंद कर दिया जिसके चलते पंचायत में बने जॉब कार्ड के अनुसार श्रमिकों को रोजगार नहीं मिल पा रहा।
इनका कहना है
छह जॉब कार्ड पर एक श्रमिक कार्य पर लग रहा है। सरकार को चाहिए कि अधिक से अधिक कार्य स्वीकृत करें। पंचायत की तरफ से 1 दर्जन से अधिक नरेगा के कार्यों की स्वीकृति के लिए मस्टररोल जारी कराने की मांग की है।
गंगाबाई मीणा, सरपंच, नमाना

बुलडोजर से खाई खोदकर बंद किया आमरास्ता
ग्रामीणों ने ज्ञापन देकर बताई समस्या
नैनवां. उपखंड की जजावर ग्राम पंचायत के कालपुरिया गांव के ग्रामीणों ने शुक्रवार को उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर कालपुरिया से ताकला जाने वाले रास्ते को खुलासा करने की मांग की। सुबह ही कुछ दबंगों ने रास्ते में बुलडोजर से खाइयां खोदकर रास्ता बंद कर दिया। रास्ता बंद होने से परेशान पूरे गांव में लोग ज्ञापन देने नैनवां पहुंचे और प्रशासन से मांग की।
ज्ञापन देने आने के लिए भी चक्कर काटकर दूसरे रास्ते से नैनवां आना पड़ा। ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि कालपुरिया से नहर के सहारे-सहारे ताकला तक आने-जाने का वर्षों पुराना रास्ता है। जो राजस्व रिकॉर्ड में तरमीम शुदा दर्ज है। शुक्रवार सुबह आम रास्ते को बुलडोजर से खाइयां खोदकर बंद कर दिया। रास्ता बंद करने से मना किया तो लड़ाई-झगड़ा पर उतारू हो गए।
रास्ता आसपास के गांव के खेत, कुआं व खेत में आने-जाने के भी काम आता है। रास्ता बंद करने वालों के भी नाम लिखे। ग्रामीण नैनवां थाने पर भी पहुंचे और बंद किए रास्ते को शुरू कराए जाने की मांग की। इस दौरान रामप्रसाद, कैलाश, महावीर, भंवरलाल, देवकरण, कजोड़, सज्जन, कालू, रामनाथ आदि शामिल थे।

विधायक कोष से मिली एंबुलेंस, ग्रामीणों को मिली राहत
झालीजी का बराना. कस्बे के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार को विधानसभा क्षेत्र केपाटन की विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने एंबुलेंस का फीता काटकर उसे चिकित्सालय को सौंपा।
विधायक मेघवाल ने इस मौके पर कहा कि कोरोना काल में चिकित्सकों की ओर से किए गए कार्य का वर्णन शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। आमजन की समस्या समाधान के लिए सदैव तत्पर रहेंगे। कार्यक्रम में मौजूद पंचायत समिति केपाटन के प्रधान वीरेंद्र सिंह हाड़ा ने कहा कि विधायक कोष से एंबुलेंस मिलने से आसपास के ग्रामीणों को काफी लाभ होगा।जन सेवा के लिए सदैव तत्पर है। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र झालीजी का बराना परिसर में पंचायत समिति मद से हेडपंप लगाने की भी घोषणा की। इस दौरान गेंडोली सरपंच पद्मावती मीणा, भाजपा जिला मंत्री महेश चंद गौतम, राजकुमार बागला, बुद्धि प्रकाश गोचर, डॉक्टर रामसहाय प्रजापत, डॉक्टर रानू चौधरी, मेल नर्स प्रथम हरिओम शर्मा, मेल नर्स द्वितीय हीरेंद्र गौतम आदि मौजूद रहे।

शहर के विकास कार्यों का लिया जायजा, आय में वृद्धि के लिए की मांग
स्वायत शासन विभाग के सचिव बूंदी आए
बूंदी. स्वायत शासन विभाग के सचिव भवानी सिंह देथा शुक्रवार को बूंदी आए, यहां अधिकारियों के साथ शहर के विकास कार्यों का जायजा लिया।
देथा शहर के विभिन्न स्थानों पर गए। जहां उन्होंने जिला कलक्टर आशीष गुप्ता व नगर परिषद आयुक्त महावीर सिंह सियोदिया से विकास कार्यों के बारे में जानकारी ली। आयुक्त सिसोदिया ने सचिव देथा से परिषद की आय में वृद्धि के लिए शहर के मध्य स्थित पेच ग्राउंड की 11 बीघा जमीन को सब्जी मंडी के निर्माण के लिए, अहिंसा सर्किल के यहां स्थित पशु चिकित्सालय की 35 सौ वर्गमीटर भूमि, शहर के मध्य स्थित कृषि उपज मंडी की 28 बीघा 8 बिस्वा भूमि एवं बूंदी शहर में पीडब्ल्यूडी की संचालित 194 व्यावसायिक दुकानों को नगर परिषद को सौंपने की मांग रखी।
इस दौरान सभापति मधु नुवाल भी मौजूद रही। देथा से नेता प्रतिपक्ष मुकेश माधवानी भी मिले और आरयूआईडीपी की ओर से तैयार की जा रही डीपीआर पर आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि शहर में ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने से सडक़ें बेकार हो रही। उन्होंने शहर में हो रहे सीवरेज के कार्यों पर भी सवाल उठाए। इस दौरान पार्षद रमेश हाड़ा भी साथ थे।

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