>>: Digest for July 05, 2021

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself.

भीम. प्रदेश संगठन में मचे बवाल के बाद राजसमंद भाजपा में भूचाल आ गया है। भीम पंचायत समिति के प्रधान बीरम सिंह ने भीम-देवगढ़ के पूर्व भाजपा विधायक व पूर्व मगरा बोर्ड विकास अध्यक्ष हरि सिंह रावत पर प्रधान बनाने के नाम पर 27 लाख रुपए लेने का आरोप जड़ा है। प्रधान बीरम सिंह ने शनिवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के नाम जारी चिट्ठी में यह सनसनीखेज आरोप लगाते हुए पैसा वापस दिलाने और रावत को पार्टी से निष्कासित करने की गुहार भी लगाई है।
राजसमंद भाजपा में यह इस तरह का पहला मामला है, जब किसी पद पर बैठाने के लिए पैसों के लेन-देन का खुला आरोप लगा हो। फिलहाल जिला भाजपा इस मामले में चुप्पी साधे हुए है, वहीं विधायक ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।

प्रधान ने चिट्ठी में यह लिखा
मैंने भाजपा कार्यकर्ता के तौर पर पार्टी में कई वर्षों तक सेवा की। गत दिसम्बर, 2020 के पंचायत चुनावों में मैंने भाजपा से पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लड़ा व जीता। इसके बाद मुझे पूर्व विधायक ने प्रधान बनाने को कहा। मुझे कहा- 27 लाख रुपए लगेगा। मैंने पद मिलने की आस में मित्रों व रिश्तेदारों से उधार लेकर 27 लाख रुपए की व्यवस्था की और अज्ञानतावश पार्टी का नियम समझकर हरि सिंह रावत को यह पैसा दे दिया। बाद में पता चला कि भाजपा का कोई नियम नहीं है, बल्कि भाजपा तो नियम व सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी है। हरि सिंह ने यह राशि मुझसे भ्रष्टाचार व धोखा करते हुए ली। मैंने कई बार उनसे राशि लौटाने को कहा, पर हर बार मेरी बात को नजरअन्दाज किया। मैंने परेशान होकर सांसद दीया कुमारी को गत 29 मई को ब्यावार में उनके प्रवास के दौरान मिलकर व्यथा बताई एवं एक पत्र भी दिया। पार्टी का कर्मठ कार्यकर्ता होने के नाते मुझे 27 लाख रुपए दिलाएं। हरि सिंह को पार्टी से निष्कासित करें। मुझ पार्टी की रीति-नीति व सिद्धांतों पर पूरा भरोसा है।

---
पूर्व विधायक हरि सिंह ने मुझसे 30 लाख रुपए मांगे थे। मैंने किसी तरह जुटाकर 27 लाख दिए। मुझे अब जाकर पता चला है कि जिन पंचायत समिति सदस्यों व ऊपर पहुंचाने के नाम से पैसे लिए, उन तक तो पहुंचे ही नहीं। अब मैं उधारी लाकर फंस चुका हूं। मुझे पैसा चाहिए।
बीरम सिंह, प्रधान, पंचायत समिति, भीम

ऐसी तो कोई बात नहीं है। यह एक सोची-समझी साजिश है। ऐसा कभी इतिहास में भी नहीं हुआ है। पूर्व में भी जिला प्रमुख बनाने के लिए मुझे करोड़ों रुपए के ऑफर आए, लेकिन मैंने किसी से एक रुपए नहीं लिया है। यह एकदम झूठी बात है। मैं रुपए क्यों लूंगा। मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है। मुझे नकद पैसा दिया है तो साबित करें।
हरि सिंह रावत, अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक, मगरा विकास बोर्ड

प्रवास के दौरान कार्य के सम्बंध में कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि मिलते हैं। भीम प्रधान ने किस पर क्या आरोप लगाए हैं, मुझे नहीं मालूम। इस बारे में सम्बंधित ही कुछ कह पाएंगे।
दीया कुमारी, सांसद, राजसमन्द

मेरे पास कोई चिट्ठी नहीं आई है, न ऐसी कोई बात मेरी जानकारी में है। यह अनर्गल बात है। ऐसा नहीं हो सकता है।
वीरेन्द्र पुरोहित, भाजपा जिलाध्यक्ष, राजसमंद

आमेट. थाना क्षेत्र के बिकावास ग्राम पंचायत के गांव गादरोला में बीती रात को बदमाशों ने एक घर में घुसकर बुजुर्ग महिला से मारपीट कर उसे घायल करते हुए नाक की बाली तथा गले में पहनने के तीन सोने के मादलिए लूट लिए।
थानाधिकारी दलपत सिंह ने बताया कि थाना क्षेत्र के गादरोला गांव में शुक्रवार रात मथुरा बाई (55) पत्नी हरुलाल गुर्जर मकान के भीतर परिवार सहित सोई हुई थी। इसी दौरान रात करीब दो बजे 2 अज्ञात बदमाश घर में घुस आए और हमला करते हुए सोई हुई मथरा बाई के नाक से झपट्टा मारकर सोने की बाली 5 ग्राम वजनी तथा गले में पहनने वाले 8 ग्रामी वजनी सोने के तीन मादलिए लूट लिए। इससे महिला घायल हो गई। उसके द्वारा हो हल्ला से करने पर आसपास में जाग होने के बाद बदमाश भाग गए। किन्तु, आरोपी मोटर साइकिल वही छोड़ गए। बाइक को पुलिस ने कब्जे में लेकर मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच एएसआई निशार अहमद को सौंपी गई।
महिला से चाकू की नोक पर जेवरात लूटे
कुंवारिया. बिनोल गांव में शुक्रवार की दोपहर एक महिला के साथ चार बदमाशों ने रास्ते में चाकू की नोक पर लूट की वारदात को अंजाम देते हुए उसके पहने हुए जेवरात लूट लिए। बिनोल निवासी सोहनी देवी नरेगा की मजदूरी करने के बाद दोपहर को गांव में ही मक्का की खुदाई की मजदूरी करने जा रही थी। इसी दौरान गांव के पास में ही एक बाइक पर सवार चार नकाबपोश बदमाश आए। बदमाशों ने बाइक में हवा कम होने के बहाने महिला के पास बाइक रोकी और मौका देख महिला को चाकू दिखा कर डराते हुए उसके गले से मादलिया व कानों में पहने हुए आभूषणो को लूटकर फरार हो गए। अचानक हुई घटना से महिला काफी सहम गई। बाद में उसने घर पहुंचकर वारदात के बारे में बताया। लूट की वारदात की सूचना पर गांव के कई लोग महिला के घर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।

राजसमन्द. कोरोनाकाल में दाने-दाने को मोहताज हुए हजारों निर्धन और बेसहारा परिवारों के लिए इंदिरा रसोई योजना उम्मीद बनकर आई। राजसमंद और नाथद्वारा शहरी क्षेत्र में 'कोई भी भूखा ना सोएÓ संकल्प के तहत दो लाख से ज्यादा भोजन के पैकेट मुफ्त बांटे गए, जिनसे हजारों लोगों को दो वक्त का भोजन मिल सका।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की जयन्ती पर बीते साल 20 अगस्त से इन्दिरा रसोई योजना को शुरू किया था। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में लगाए जनअनुशासन पखवाड़े में राज्य सरकार ने लॉकडाउन अवधि पूरी होने तक इन्दिरा रसोई के जरिए नि:शुल्क भोजन देने की घोषणा कर दी थी। इसके तहत जो भी व्यक्ति जो दिहाड़ी निर्धन, मजदूर, ठेला चालक व अन्य इन्दिरा रसोई पर बैठकर भोजन करने या पैकेट लेने जाता था, उसे निशुल्क भोजन दिया गया। अब बाजार खुलने के बाद 30 जून से यह सुविधा फिर से बंद कर दी है।
- नाथद्वारा में 25 हजार थाली वितरित
नाथद्वारा में अब तक लगभग 25 हजार थाली व भोजन पैकेट बांटे गए। नाथद्वारा में संचालित इन्दिरा रसोई के संचालक प्रकाशचन्द्र ने बताया कि नगर पालिका के अन्तर्गत 21 हजार नि:शुल्क भोजन थाली तथा चार हजार थाली इन्दिरा रसोई में आने वाले जरूरतमंदों को मुफ्त दी गई। वहां भोजन करने वाले को भी सम्मान के साथ बैठाकर भोजन करवाया गया। भोजन में मैन्यू के अनुसार अलग-अलग सब्जी व रोटी उपलब्ध करवाई जाती थी।
- राजसमंद में 1.82 हजार पैकेट
नगर परिषद की ओर से अब तक एक लाख 81 हजार 89 पैकेट व भोजन थाली बांटी गई। आयुक्त जनार्दन शर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में 1 लाख 81 हजार 89 संयुक्त रूप से पैकेट व भोजन थाली इंन्दिरा रसोई के माध्यम से नि:शुल्क उपलब्ध करवाई गई। शहर में प्रतिदिन 700 भोजन पैकेट भी उपलब्ध करवाए गए। अस्पतालों, आइसोलेशन सेन्टर्स एवं कोविड केयर सेन्टर्स में उपचाराधीन कोरोना संक्रमितों को भी इन्दिरा रसोई से नि:शुल्क भोजन दिया गया।
आमेट 3100 पैकेट
आमेट उपखंड में इन्दिरा रसोई के माध्यम से 3100 भोजन पैकेट बांटे व भोजन खिलाया। देवगढ़ उपखंड में भी भोजन वितरण किया।
8 रुपए भी कर दिए माफ
योजना के तहत पहले 20 रुपए की लागत में भोजन करने वाले को केवल 8 रुपए देने होते थे और 12 रुपए उस पर अनुदान देय था। फिर लॉकडाउन अवधि तक पूर्ण रूप से नि:शुल्क कर दिया था। रसोई में भोजन, लंच और डिनर के रूप में निर्धारित स्थानों पर प्रात: आठ से दोपहर एक बजे तक तथा रात्रि भोजन में शाम 5 से रात्रि 8 व 9 बजे तक भी भोजन वितरण किया।

राजसमंद/कुंवारिया. सेगणवास निवासी युवक व उसकी मां को उपचार के लिए उदयपुर चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है, जहां पर उनका उपचार शुरू कर दिया गया है।

राजस्थान पत्रिका के 28 जून के अंक में गोपीलाल की जिन्दगी पर घिरे संकट के बादल, शीर्षक से समाचार प्रकाशित करने के बाद में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजसमंद व स्थानीय प्रशासन के द्वारा मामले को गंभीरता से लिया गया। पत्रिका ने समाचार के माध्यम से प्रमुखता से सेगंणवास निवासी गोपीलाल की समस्या से अवगत कराया गया था कि घर के मुखिया की पत्नी फेफी बाई मानसिक रूप से कमजोर हुई, जिसका उपचार शुरू ही किया था कि पुत्र की भी मानसिक स्थिति भी बिगड़ गई। इससे उन दोनों की देखरेख के कारण वह मजदूरी पर भी नहीं जा पा रहा।
इसको जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव मनीष कुमार ने गम्भीरता से लेकर प्रसंज्ञान लेते हुए थानाधिकारी पुलिस थाना आमेट एवं उपखण्ड अधिकारी आमेट को मानसिक स्वास्थ्य अधिनियम 2017 की धारा 100 से 102 के प्रावधानों के तहत आवश्यक कार्यवाही करने तथा पीडि़त परिवार में घर के मुखिया की पत्नी एवं पुत्र का ईलाज कराने के निर्देश दिए थे। इस पर उपखण्ड अधिकारी एवं थानाधिकारी आमेट द्वारा चिकित्सा विभाग के सहयोग से पुलिस बल की मौजूदगी में मानसिक अशक्तता से ग्रस्त उक्त महिला तथा उसके पुत्र को महाराणा भूपाल चिकित्सालय उदयपुर के मानसिक रोग विभाग में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

प्राधिकरण के जिला सचिव ने बताया कि उपखण्ड अधिकारी आमेट की रिपोर्ट के अनुसार गोपीलाल की पत्नी व उसके पुत्र को दिव्यांग पेंशन मिल रही है तथा खाद्य सुरक्षा योजना के तहत प्रतिमाह 30 किलोग्राम राशन मिल रहा है। गोपीलाल को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ भी मिल चुका है। प्राधिकरण के पेरालीगल वॉलेन्टियर धर्मेश खटीक ने भी प्राधिकरण के आदेश पर मौके पर जाकर प्रशासन एवं पुलिस के उक्त कार्य में सहयोग किया। पीएलवी को भविष्य में निरन्तर उक्त परिवार की जानकारी प्राप्त करने व प्राधिकरण को अवगत कराने के लिए निर्देशि किया गया।

Tags:
  • special
You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at abhijeet990099@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.