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Monday 05 July 2021 12:35 PM UTC+00 भण्डेड़ा. क्षेत्र के सादेड़ा गांव में एक वर्ष से मनरेगा कार्य नहीं चलने से ग्रामीणों के सामने रोजगार का संकट हो रहा है। कोरोनाकाल के चलते कई परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहे है । काम नहीं मिलने से परेशान श्रमिकों ने रविवार को ग्राम पंचायत मुख्यालय पर पहुंचकर रोष जताकर मनरेगा कार्य जल्द शुरू करवाने की मांग है। जानकारी के अनुसार सादेड़ा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर एक वर्ष से गांव के ग्रामीणों को रोजगार नहीं मिल रहा है। रविवार को दो दर्जन से अधिक ग्रामीण एकत्रित होकर पंचायत पहुंचे व काम की मांग को लेकर दो घंटे तक महिला एवं पुरुष श्रमिकों ने सरपंच को समस्या बताई। सरपंच ने पंचायत समिति नैनवां विकास अधिकारी को अवगत करवाया। जिस पर दो या तीन दिन में मनरेगा कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया है। रोजगार को लेकर महिला श्रमिक कंवरीबाई, सोनिया बाई, कैलाश बाई, आदि का कहना था कि परिवार के सभी सदस्यों को काम नहीं मिलने से एक वर्ष से परेशान है। परिवार का खर्च चलाने में बहुत परेशानी हो रही है। इधर पुरुष श्रमिक हनुमान सैनी, रामप्रसाद सैन, बनवारीलाल आदि का कहना है कि गांव में एकमात्र नरेगा ही काम का सहारा है। यह भी एक वर्ष से नहीं चलने से खेती में फसलों के लिए खाद-बीज खरीदने से लेकर खाने-पीने व जीविकोपार्जन में भी परेशानी हो रही है। इधर ग्राम पंचायत सरपंच कैलाश सैनी का कहना था कि पंचायत में हलका पटवारी नहीं है। इसलिए काम स्वीकृति में परेशानी आ रही है। इस समस्या से नैनवां पंचायत समिति में कार्य की सूचना दे रखी है फिर भी श्रमिकों को जल्द कार्य शुरू करवाने का आश्वासन दिया है। |
Monday 05 July 2021 12:39 PM UTC+00 बूंदी. द वॉयस ऑफ इंडिया फाउंडेशन बूंदी शाखा की जिला स्तरीय बालिका सशक्तिकरण व मोटिवेशनल प्रशिक्षण कार्यशाला रविवार को यहां पेच ग्राउंड स्थित स्काउट गाइड भवन में हुई। मुख्य अतिथि महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक भैरूप्रकाश नागर थे। अध्यक्षता फ्री बीइंग मी अंतरराष्ट्रीय व्यक्तित्व उन्नयन कार्यक्रम के जिला समन्वयक व मुख्य वक्ता सर्वेश तिवारी ने की। विशिष्ट अतिथि संगठन के सरंक्षक कमलेश सैनी रहे। बालिकाओं को कोरोना से उत्पन्न तनाव प्रबंधन, समाज सेवा व व्यक्तित्व उन्नयन के लिए प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। संगठन के जिला संयोजक चेतन पंचोली ने कार्यशाला पर प्रकाश डाला। संगठन की जिला प्रवक्ता प्रतिज्ञा जैन ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस दौरान जिलाध्यक्ष प्राची शर्मा, कार्यकारिणी सदस्य मधु बैरवा, संरक्षक कमलेश सैनी, टीना शर्मा, दीपक पंचोली आदि मौजूद रहे। सेव बड्र्स परिंडा फोटो कांटेस्ट का परिणाम जारी बूंदी. उमंग संस्थान द्वारा आयोजित सेव बड्र्स परिंडा फोटो कांटेस्ट का परिणाम रविवार को संस्था की मार्गदर्शिका रेखा शर्मा द्वारा जारी किया गया। प्रतियोगिता में कोरिया छत्तीसगढ़ के बिसेलाल गायकवाड़ विजेता रहे। वहीं बूंदी की आव्या माहेश्वरी का चयन रनरअप के लिए किया गया है। वहीं सैकेंड रनरअप के लिए बूंदी की उम्मे हबीबा का चयन किया गया है। सेवबड्र्स कार्यक्रम प्रभारी अनुराधा जैन व संयोजक विनोद गौतम ने बताया कि इस फोटो कांटेस्ट के तहत 129 संभागियों की प्रविष्टियों को 11 लाख से ज्यादा लोगों के द्वारा ऑनलाइन देखा गया। इस प्रतियोगिता के तहत 5280 परिंडे लगाए और वितरित किए गए। कार्यक्रम में विशिष्ट योगदान के लिए अनिल मेहर, अक्षिता सिंह, पार्थ जैन, श्रुति शर्मा, पूजा शर्मा, नमिता जिंदल, पार्थ तोषनीवाल और दुव्र्यसन मुक्ति मंच संगठन को भी सम्मानित किया गया। इस दौरान संस्था के संरक्षक अनिल शर्मा, सचिव कृष्णकांत राठौर, उपाध्यक्ष लोकेश जैन, समन्वयक सर्वेश तिवारी, आतिश वर्मा, जयसिंह सोलंकी आदि मौजूद रहे। |
Monday 05 July 2021 03:15 PM UTC+00 लाखेरी. दिल्ली मुंबई रेलमार्ग के लाखेरी रेलवे स्टेशन पर रविवार रात इंजन में आई तकनीकी खराबी से एक यात्री गाड़ी काफी देर तक खड़ी रही। जिसे दूसरा इंजन मंगवाकर रवाना किया गया। जानकारी के अनुसार उदयपुर से दिल्ली निजामुद्दीन जाने वाली मेवाड़ एक्सप्रेस के इंजन में देर रात घाट का बराना रेलवे स्टेशन से आगे तकनीकी खराबी आ गई। चालक दल ने रात 11.40 बजे यात्री गाड़ी को लाखेरी रेलवे स्टेशन पर खड़ा कर दिया। चालक दल के सदस्यों ने इंजन की खामी ढूंढने का प्रयास भी किया लेकिन उनके समस्या पकड़ में नहीं आई। इस दौरान स्टेशन प्रभारी ने कंट्रोल रूम को फोन कर तत्काल यात्री गाड़ी के लिए दूसरा इंजन भेजने का संदेश भेजा। दूसरा इंजन आने में काफी समय लग गया। इस दौरान यात्री गाड़ी रेलवे स्टेशन पर भी खड़ी रही और यात्री परेशान होते रहे। 12.55 पर एक अन्य गाड़ी का इंजन पहुंचा तब ट्रेन को रवाना किया गया। |
Monday 05 July 2021 04:20 PM UTC+00 अब ऑनलाइन पढ़ेंगे विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थी पढ़ाई के लिए हर जिले में बनेे त्रि-स्तरीय सोशल ग्रुप पढ़ाई बाधित ना हो इसके लिए शुरू किया लर्निंग कार्यक्रम बूंदी. विशेष आवश्यकता वाले (मूक बधिर) विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित ना हो इसके लिए शिक्षा विभाग अब उन्हें समर्थ बनाएगी। सामान्य विद्यार्थियों के लिए शुरू किए गए स्माइल की तर्ज पर अब विशेष आवश्यकता वाले बालक-बालिकाओं के लिए स्पेशल लर्निंग कार्यक्रम तैयार किया गया है, ताकि दिव्यांग बालक-बालिकाओं का शिक्षण कार्य बाधित न हो और अच्छी तरह अध्ययन कर सके। इस कार्यक्रम के तहत विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को पढ़ाने, कार्य देने आदि के बारे में बताया जाएगा। इसके साथ ही अलग-अलग कैटेगिरी के बच्चों के लिए खाका दिया जा रहा है। हर प्रकार के बच्चों के पाठ्यक्रम तैयार कर वीडियो के माध्यम से पहुंचाए जा रहे हैं। इसमें मुख्य कैटेगिरी मूक बधिर, मानसिक कमजोर, दृष्टि बाधित श्रेणी है। मूक बधिर विद्यार्थी को साइन लैग्वेज, दृष्टि बाधित को ब्रेललिपी तथा मानसिक कमजोर विद्यार्थियों को बिहेवियर थैरेपी से शिक्षण कार्य करवाया जा रहा है। कोविड-19 के चलते पिछले 15 महिनों से विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है। वहीं विशेष शिक्षा से जुड़े छात्र-छात्राओं के लिए भी सुचारू शिक्षण एक चुनौती बना हुआ था। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों के लिए समर्थ अभियान शुरू किया है। विभाग ऐसे विद्यार्थियों की समस्याओं को देखते हुए बड़े स्तर पर ब्रेल लिपी व साइन लैग्वेज में कक्षा एक से बारहवीं तक के लिए इ-कंटेंट तैयार करवा रहा है। गौरतलब है कि पिछले दिनों ही शिक्षा मंत्रालय ने ई-विद्या योजना के अन्तर्गत दिव्यांग बच्चों के लिए ऑनलाइन, डिजिटल, ऑन-एयर शिक्षण में समानता लाने के उद्देश्य से एक गाइडलाइन भी जारी की है। इन दिशाओं में हो रहा काम नामांकन अभियान-प्रदेशभर में सामान्य बच्चों के साथ विशेष विद्यार्थियों को भी सरकारी स्कूलों से जोडऩे के लिए विशेष नामांकन अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए विशेष शिक्षक और सामान्य शिक्षक निर्धारित क्षेत्रों के पीइइओ, वार्ड पंच, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आदि से संपर्क कर ड्रॉप आउट बच्चों को स्कूलों से जोड़ रहे हैं। स्माइल गु्रप के अलावा है समर्थ गु्रप दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए प्रदेश के सभी जिलों में अलग से सोशल मीडिया गु्रप बनाए गए हैं। इनमें नियमित रूप से अलग-अलग कक्षा व विषयवार कंटेंट भेजा जा रहा है। इसके साथ ही बच्चों को नियमित रूप से गृह कार्य भी दिया जाएगा। वीडियो लाइब्रेरी पर एक क्लिक से पूरी जानकारी मूक बधिर सहित अन्य श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए वीडियो लाइब्रेरी भी तैयार कराई जा रही है। इसमें कक्षा एक से बारहवीं तक के विद्यार्थियों को यदि ई-कक्षा के बाद भी कोई शंका रहती है तो वह एक क्लिक पर पूरी जानकारी ले सकता है। यह मिलती है सुविधा, नामांकन बढ़ाने के प्रयास राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत दिव्यांग बालक-बालिकाओं को सरकार की ओर से कई सुविधा भी दी जा रही है। जिले के विशेष आवश्यकताओं वाले बालक-बालिकओं को इस वर्ष ट्रांसपोर्ट भत्ता 566, एस्कोर्ट भत्ता 379 व स्टाईपेंड भत्ता 132 बालिकाओं को मिलता है। वहीं अब तक 176 बालक-बालिकाओं को गत सत्र में अंग उपकरण किए गए है। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के दिशा-निर्देश पर विशेष आवश्यकता वाले बालक-बालिकाओं की पहचान कर उन्हें शिक्षा की मुख्यद्वारा से जोडऩे के लिए विशेष प्रयास अभियान चलाया जा रहा है। जिले एवं ब्लॉकवार एवं पीईईओ स्तर पर सोशल मीडिया गु्रप तैयार किए जा रहे है, ताकि दिव्यांग बालक-बालिकाओं को शिक्षण कार्य करवाकर मुख्यद्वारा से जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। डॉ.महेश गोस्वामी, सह नोडल प्रभारी, मिशन समर्थ कार्यक्रम एवं समावेशित शिक्षा समन्वयक, समग्र शिक्षा, बूंदी कोविड-19 संक्रमण के दौरान दिव्यांग बालक-बालिकाओं को पाठ्यक्रम अनुसार सुलभ शिक्षा देने के लिए मिशन समर्थ योजनान्तर्गत कक्षावार पाठ्य सामग्री तैयार कर सोशल मीडिया के माध्यम से राज्य, जिला एवं ब्लॉक स्तर पर विशेष शिक्षा के शिक्षकों को अध्यापन के लिए सामग्री पहुंचाई जा रही है। इससे बूंदी जिले में सक्रिय पांच गु्रप बना दिए गए हैं। जिससे कार्यक्रम का सफलत संचालन हो रहा है। राजेंद्र कुमार भारद्वाज, कार्यक्रम अधिकारी, समावेशित शिक्षा, बूंदी |
Monday 05 July 2021 04:22 PM UTC+00 मरम्मत को तरसा अस्पताल का पुराना भवन मरम्मत नहीं होने से होने लगा क्षतिग्रस्त नमाना. नमाना अस्पताल का पुराना भवन आज अपने उपचार को तरस रहा है। कस्बे के मध्य में स्थित लाखों रुपए की लागत से बना भवन अब कचरा पात्र बन गया है। कस्बे के लोग अस्पताल परिसर को अब गंदा कचरा डालने के काम में ले रहे हैं। जिससे सरकारी संपत्ति को नुकसान हो रहा है। जानकारी के अनुसार 1982 में नमाना उप स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा बढ़ाकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कर दिया था। उसके बाद पंचायत ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को संचालित करने के लिए अपने दो कमरों व खाली पड़े परिसर को चिकित्सा विभाग के सुपुर्द कर दिया। उसके बाद चिकित्सा विभाग में धीरे धीरे लाखों रुपए की लागत से एक भर्ती वार्ड व चिकित्सा क्षेत्र में काम आने के लिए 4 कमरों का निर्माण करवाया, लेकिन खुद की जमीन नहीं होने के चलते आवश्यकता के अनुसार निर्माण कार्य नहीं हो सका। फरवरी 2012 में तत्कालीन सरकार ने अस्पताल भवन के निर्माण के लिए नमाना बायपास के पास 3 बीघा के लगभग जमीन आवंटन कर बजट स्वीकृत कर दिया। उसके बाद चिकित्सा विभाग ने नए भवन निर्माण का कार्य करवा दिया। जनवरी 2015 में अस्पताल नए भवन में संचालित हो गया। उसके बाद से ही अस्पताल का पुराना भवन वीरान पड़ा हुआ है। जिसके चलते आप यहां जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होने लगा है। दरवाजे खिड़कियां व मेन गेट तक हुए गायब पुराने अस्पताल के भवन के दरवाजे खिड़कियां मेन गेट की फाटक विद्युत इलेक्ट्रिकल के बोर्ड सहित कई अन्य सामग्री गायब हो चुकी हैं। पिछले कुछ वर्षों से भवन की देखरेख नहीं होने के चलते असामाजिक तत्व यहां स्थित दरवाजे खिड़कियां वह मेन गेट की फाटक को ले जा चुके हैं। अधिकारियों ने देखा पर आगे नहीं बड़ी कार्रवाई कस्बे में अभी भी कई सरकारी कार्यालय या तो किराए के भवनों में या फिर सरकारी भवनों में चल रहे हैं। जिन्हें इस अस्पताल के पुराने भवन में शिफ्ट किया जा सकता है। इसके लिए जिला कलक्टर व सहायक पुलिस अधीक्षक कुंदन कांवरिया ने भी अस्पताल के पुराने भवन का निरीक्षण किया था। सहायक पुलिस अधीक्षक ने इसकी मरम्मत करवाकर थाना परिसर को संचालित करने के काम में लेने की बात कही थी, लेकिन निरीक्षण के बाद आज तक बात आगे नहीं बढ़ी। कचरा पात्र बना परिसर भवन का परिसर लोगों के लिए कचरा पात्र बना हुआ है। आसपास के लोग घर के कचरे को अस्पताल के परिसर में डालने लगे हैं। पुराना अस्पताल भवन अब पंचायत के अधीन आ गया है। इसकी मरम्मत के लिए दो लाख का प्रस्ताव लिया है। मरम्मत कराने के बाद किराए व सरकारी भवनों में चल रहे सरकारी कार्यालयों को पुराने भवन में शिफ्ट किया जाएगा, ताकि भवन का उपयोग हो सके। गंगाबाई मीणा, सरपंच नमाना |
Monday 05 July 2021 04:24 PM UTC+00 अंडरपास की दीवार हुई क्षतिग्रस्त, निकले सरिये कंपनी के कार्मिक लगे मरम्मत में मार्ग किया वन-वे हिण्डोली. हिण्डोली कस्बे के राष्ट्रीय राजमार्ग 148 डी बायपास पर लोकड़ेश्वर महादेव के नाले में बनी पुलिया के नीचे अंडरपास की दीवार क्षतिग्रस्त होने से वाहन चालकों को खतरा होने की संभावना बन गई है। फिलहाल कंपनी के कार्मिकों ने दीवार की सुरक्षा कर दो दिन में मरम्मत करवाने को कहा है। जानकारी के अनुसार एन एच 148 डी मार्ग शुरू से ही चर्चित रहा है। यहां पर नए नए संवेदक द्वारा सड़क का कार्य करवाया गया था। ऐसे में लगातार दो साल तक सडक़ काफी क्षतिग्रस्त रही थी। 3 वर्ष पूर्व बनी पुलिया के नीचे के अंडरपास की दीवार में एक तरफ से क्षतिग्रस्त हो गई है। वहां पर लोहे के सरिए निकल गए हैं। जिसकी जानकारी ग्रामीणों ने एनएचआई के अधिकारियों को दी। जिस पर कंपनी के कार्मिक रविवार को मौके पर पहुंचे एवं अंडरपास में नीचे की दीवार पर सेफ्टी कर एक तरफ का रास्ता बंद कर दिया। अमरत्या के लोगों ने बताया कि यहां पर काफी समय से अंडरपास की दीवार क्षतिग्रस्त हो रही थी एवं इसका धीरे-धीरे सीमेंट निकलकर लोहे के सरिए नजर आने लगे। पूर्व में भी अधिकारियों को शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों ने बताया कि यहां से भारी वाहन भी गुजरते हैं। दुर्घटना होने का अंदेशा रहता है। वहीं कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि जिस स्थान पर दीवार से सरिए निकले हैं। उसकी तीन चार दिन में मरम्मत की जाएगी। फिलहाल रास्ता वन-वे कर दिया है। |
Monday 05 July 2021 04:26 PM UTC+00 ब्राह्मण समाज ने दी कोरोना से मृतकों को श्रद्धांजलि बूंदी. अखिल राजस्थान ब्राह्मण महासभा जिला बूंदी के तत्वावधान में रविवार को परशुराम वाटिका जैतसागर सागर रोड बूंदी में श्रद्धांजलि सभा हुई। इसमे बूंदी शहर में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में 49 दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी गई। महामंत्री घनश्याम दुबे द्वारा कार्यक्रम का संचालन करते हुए दिवंगत आत्माओं के कार्य पर प्रकाश डाला। इसके बाद गायत्री मंत्र का उच्चारण हुआ तथा ब्राह्मण समाज बंधुओं द्वारा 2 मिनट का मौन धारण किया। इस दौरान बूंदी विधायक अशोक डोगरा, जिलाध्यक्ष मिथलेश दाधीच, सतीश शर्मा ने शोक जताया। इस दौरान जिला मंत्री राम दत्त जोशी, वाटिका अध्यक्ष लोकेश दाधीच, जिला प्रवक्ता नूतन तिवारी, सुनील बॉबी, धनंजय शर्मा, लोकेश सुखवाल, अवधेश शर्मा, युवा जिलाध्यक्ष अंकित गौतम, युवा शहर अध्यक्ष पीयूष शर्मा, संतोष कटारा, राजकुमार दाधीच आदि मौजूद थे। बरसों पुराने रास्ते की बहाली शुरू खटकड़ . आजादी पूर्व अजेता गांव की ओर से खेतों के मध्य होकर खटकड़ आने वाले लगभग 60 वर्ष से भी अधिक पुराने रास्ते की बहाली के प्रयास प्रशासन द्वारा शुरू कर दिए गए है। हलका पटवारी सतीश दुबे ने बताया कि खटकड़-केपाटन सडक़ निर्माण के बाद उक्त रास्ते से लोगों का आना जाना बन्द सा हो गया था। ऐसे में किसानों द्वारा राजस्व नक्शे के अनुसार पगडंडी को हांक कर खेतों में शामिल कर लिया था। अब इसे बहाल किया जा रहा है। रास्ता बहाली के चलते किसानों को अपने खेत तक ट्रैक्टर ट्रॉली व अन्य साधन ले जाने में आने वाली समस्या से निजात मिल सकेगी। |
Monday 05 July 2021 04:28 PM UTC+00 रोजगार नहीं मिल रहा, ग्रामीणों ने जताया रोष महिला व पुरुष श्रमिकों ने बताई पीड़ा सरपंच के आश्वासन पर वापस लौटे श्रमिक भण्डेड़ा. क्षेत्र के सादेड़ा गांव में एक वर्ष से मनरेगा कार्य नहीं चलने से ग्रामीणों के सामने रोजगार का संकट हो रहा है। कोरोनाकाल के चलते कई परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहे है। काम नहीं मिलने से परेशान श्रमिकों ने रविवार को ग्राम पंचायत मुख्यालय पर पहुंचकर रोष जताकर मनरेगा कार्य जल्द शुरू करवाने की मांग है। जानकारी के अनुसार सादेड़ा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर एक वर्ष से गांव के ग्रामीणों को रोजगार नहीं मिल रहा है। रविवार को दो दर्जन से अधिक ग्रामीण एकत्रित होकर पंचायत पहुंचे व काम की मांग को लेकर दो घंटे तक महिला एवं पुरुष श्रमिकों ने सरपंच को समस्या बताई। सरपंच ने पंचायत समिति नैनवां विकास अधिकारी को अवगत करवाया। जिस पर दो या तीन दिन में मनरेगा कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया है। रोजगार को लेकर महिला श्रमिक कंवरीबाई, सोनिया बाई, कैलाश बाई, आदि का कहना था कि परिवार के सभी सदस्यों को काम नहीं मिलने से एक वर्ष से परेशान है। परिवार का खर्च चलाने में बहुत परेशानी हो रही है। इधर पुरुष श्रमिक हनुमान सैनी, रामप्रसाद सैन, बनवारीलाल आदि का कहना है कि गांव में एकमात्र नरेगा ही काम का सहारा है। यह भी एक वर्ष से नहीं चलने से खेती में फसलों के लिए खाद-बीज खरीदने से लेकर खाने-पीने व जीविकोपार्जन में भी परेशानी हो रही है। इधर ग्राम पंचायत सरपंच कैलाश सैनी का कहना था कि पंचायत में हलका पटवारी नहीं है। इसलिए काम स्वीकृति में परेशानी आ रही है। इस समस्या से नैनवां पंचायत समिति में कार्य की सूचना दे रखी है फिर भी श्रमिकों को जल्द कार्य शुरू करवाने का आश्वासन दिया है। |
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