>>: Digest for July 06, 2021

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself.

Table of Contents

भीलवाड़ा. प्रतापनगर पुलिस ने पटेलनगर स्थित मानसरोवर झील के निकट हथियार रखने के आरोप में पकड़े गए मूलत: उत्तरप्रदेश हाल पटेलनगर निवासी दिलीपसिंह राजपूत को अदालत में पेश किया। जहां से उसे दो दिन के रिमाण्ड पर भेजा गया।
थानाप्रभारी भजनलाल ने बताया कि मानसरोवर झील के निकट से दिलीप को पकड़ा था। उससे एक पिस्टल व चार कारतूस बरामद हुए थे। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी ने मध्यप्रदेश से हथियार खरीद कर लाया था। पिस्टल १५ हजार में खरीदी थी और २५ हजार में आगे बेचना था। दस हजार रुपए के मुनाफे के चक्कर में दिलीप मानसरोवर झील के निकट खरीदार का इंतजार करते धरा गया। पुलिस आरोपी को हथियार सप्लाई करने वाले का पता कर रही है। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश से बड़ी संख्या में हथियारों की सप्लाई हो रही है। वहां से सस्ते हथियार खरीद कर इसे महंगे में बेचा जाता है। कोई स्टेटस सिम्बल तो कोई धमकाने के लिए हथियार रखता है।

भीलवाड़ा. फूलियाकलां थाना क्षेत्र के गणपतिया खेड़ा में पुश्तैनी जमीन को लेकर दो परिवार भिड़ गए। उनमें खूनी संघर्ष हुआ, जिसमें १३ जने घायल हो गए। इन्हें फूलियाकलां अस्पताल लाए, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद शाहपुरा रैफर कर दिया। दोनों पक्षों ने हमले की रिपोर्ट थाने में दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
थानाप्रभारी कुलदीपसिंह गुर्जर के अनुसार गणपतिया खेड़ा में रहने वाले गुर्जर और वैष्णव समाज के दो परिवारों के बीच पुश्तैनी जमीन के तीन बीघा को लेकर विवाद है। विवाद कोर्ट में विचाराधीन था। जमीन को लेकर दोनों गुट कई बार आमने-सामने हो चुके। दोनों गुट जमीन पर अपना दावा कर रहे हैं। रविवार को भी दोनों पक्षों में जमीन पर बुवाई को लेकर विवाद हो गया। विवाद ने इतना तूल पकड़ा कि दोनों पक्षों में लाठी-भाटा जंग हो गई। इसमें १३ जने घायल हो गए। घायलों में महिलाएं शाामिल है। झगड़ से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। फूलियाकलां पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के अनुसार रामकिशन गुर्जर ने हेमराज वैष्णव समेत २०-२५ जनों के खिलाफ तथा हेमराज ने भी रामकिशन समेत २० जनों के खिलाफ हमले का मामला दर्ज कराया।

भीलवाड़ा. बड़लियास थाना क्षेत्र के चांदगढ़ के निकट बजरी के अवैध दोहन के खिलाफ कार्रवाई करने गई खनिज विभाग की टीम से माफिया ने बदसलूकी की। जब्त बजरी भरे ट्रैक्टर को माफिया टीम से धक्का-मुक्की व मारपीट कर बजरी खाली कर गाड़ी भगा ले गए। खनिज विभाग ने मारपीट कर राजकार्य में बाधा पहुंचाने का मामला बड़लियास थाने में दर्ज कराया। पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।

थानाप्रभारी राजेन्द्र ताड़ा ने बताया कि खनिज अधिकारी ललित कुमार के नेतृत्व में टीम चांदगढ़ के निकट नदी में बजरी के अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करने गई। वहां बजरी से भरे दो ट्रैक्टर जब्त कर ला रहे थे कि रास्ते में माफिया ने जब्त ट्रैक्टर रुकवा लिए। टीम ने विरोध किया तो उनसे धक्का-मुक्की व मारपीट की। इस दौरान जब्त एक ट्रैक्टर से बजरी खाली कर माफिया वाहन भगा ले गया व एक को विभागीय टीम जब्त कर बड़लियास थाने ले आई। ललितसिंह ने आकोला निवासी बाबूलाल मेवाड़ा व चांदगढ़ निवासी उदयलाल जाट समेत ३० से ४० जनों के खिलाफ मारपीट व राजकार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज कराया।

भीलवाड़ा. वस्त्रनगरी में सबसे ज्यादा आदतन अपराधी प्रतापनगर थाना इलाके में पनप रहे हैं। अपराध नियंत्रण के दावे से इतर पुलिस की सच्चाई खुद उनके आंकड़े बयां कर रहे हैं। प्रदेश में अपराध को लेकर शीर्ष दस में शुमार जिले में हर साल हिस्ट्रीशीटरों की सूची बढ रही है। पुलिस ने आदतन अपराधियों पर नजर रखने के लिए भले नया फार्मूला बनाया हो, लेकिन बढ़ते अपराध और बेलगाम होते अपराधी आमजन में दहशत पैदा कर रहे हैं।

पुलिस के आंकड़ों पर नजर डाले तो वर्ष-२०१२ में जिले में २६३ हिस्ट्रीशीटर थे। नौ साल में बढ़कर संख्या २८९ पहुंच गई है। इनमें सबसे ज्यादा प्रतापनगर में ३० हिस्ट्रशीटर है जबकि सबसे कम पारोली थाना क्षेत्र में महज एक हिस्ट्रीशीटर है। उधर, शहर पुलिस उपाधीक्षक सर्किल में सबसे ज्यादा हिस्ट्रीशीटर है।

प्रतापनगर में बाहरी श्रमिक ज्यादा, इलाका भी बड़ा
प्रतापनगर थाना क्षेत्र में फैक्ट्री श्रमिक वर्ग की संख्या ज्यादा है। उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों के लोग थाना इलाके में रह रहे हैं। उनके साथ बाहरी क्षेत्र से कई अपराधियों ने इस क्षेत्र को ठिकाना बना लिया है। प्रतापनगर थाने का क्षेत्राधिकार इलाका भी बड़ा है।

इनको राहत, उनकी मुसीबत कम नहीं
पुलिस चौकी से भीमगंज थाना बनने के बाद कोतवाली थाने को राहत मिली है। कोतवाली में २२ और भीमगंज में २१ हिस्ट्रीशीटर है। पुर थाना बनने के बावजूद प्रतापनगर को राहत नहीं मिली। नया थाना बनने के बाद पुर में ५ और मंगरोप में ४ हिस्ट्रीशीटर है।

कोई पैमाना नहीं, नजर बड़ा कारण
हिस्ट्रीशीटर घोषित करने के लिए पुलिस के पास कोई पैमाना नहीं है। कम मुकदमे में भी हिस्ट्रीशीटर बनाया जा सकता है। पुलिस आदतन अपराधी पर नजर रखने को उसे हिस्ट्रीशीटर बनाती है। किसी भी तरह की बड़ी वारदात के बाद हिस्ट्रीशीटर को बुलाकर पूछताछ की जाती है। निरंतर थाने पर हाजिरी देनी होती है। हालांकि पांच साल तक एक भी मुकदमा दर्ज नहीं होने और चाल-चलन ठीक होने पर पुलिस अधिकारी चाहे तो हिस्ट्रीशीटर की फाइल बंद कर सकते हैं।

अजमेर अव्वल, भीलवाड़ा तीसरे नंबर पर
अजमेर रेंज में कुल १३५९ हिस्ट्रीशीटर है। इनमें अजमेर में सर्वाधिक ४८६, नागौर में ३८४, भीलवाड़ा में २८९ तथा टोंक में २०० हिस्ट्रीशीटर हैं।

भीलवाड़ा. रायपुर थाना क्षेत्र के कलाल खेड़ी में विस्फोट से महिला का घर क्षतिग्रस्त करने वालों पर पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। पीडि़ता ने छह पूर्व रायपुर थाने में मामला दर्ज कराया। इसके बावजूद आरोपी अभी तक हत्थे नहीं चढ़े है। पुलिस आरोपी की तलाश करने की बात कह रही है।

जानकारी के अनुसार कलाल खेड़़ी की सत्तू देवी योगी का मंगरी पर चद्दर डालकर मकान बनाया था। २५ जून की रात को कुछ लोगों ने विस्फोट से उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। पीडि़ता ने गांव के कैलाश नाथ, देवानाथ समेत कुछ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दी लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। गंगापुर पुलिस उपाधीक्षक से गुहार के बाद मामला दर्ज हुआ। इसके बाद भी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का बहाना बना रही है। हैड कांस्टेबल के पास जांच बताई जा रही है। उधर, तत्कालीन थानाप्रभारी एवं उपनिरीक्षक प्रेमसिंह का तबादला राजसमंद हो गया। उसके बाद मामला ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया। कार्यवाहक थानाप्रभारी इन्द्रसिंह के जांच अधिकारी के बाहर होने की बात कह रहे हैं।

भीलवाड़ा. मांडलगढ़ थाना क्षेत्र के नीम का खेड़ा में मामूली बात को लेकर जेठ ने बहू के साथ मारपीट की। घायल महिला को मांडलगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया। जेठ के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दी गई है। पुलिस कार्रवाई कर रही है।
पुलिस के अनुसार नीम का खेड़ा निवासी विष्णुदेवी वैष्णव ने आरोप लगाया कि वह रविवार को खेत पर खुदाई कर रही थी। फसलों को मवेशियों से बचाने के लिए सुरक्षा दीवार का गेट बंद कर रखा था। जेठ गोपाललाल वैष्णव खेत आया। फाटक खुला छोड़ दिया। इससे मवेशी खेत में घुस गए और फसल को नुकसान पहुंचाया। इस बात को लेकर विष्णु देवी ने जेठ को उलाहना दिया। इससे नाराज होकर गोपाल ने कुदाली बहू के सिर पर दे मारी। इससे महिला लहूलुहान हो गई। इसका जानकारी महिला के पति रमेश को मिली। वह तत्काल खेत पर गया और विष्णु को अस्पताल लाया। यहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने पीडि़तया के बयान कलमबद्ध कर लिए है। आरोपी की तलाश की जा रही है।

भीलवाड़ा।
केंद्र सरकार ने करदाताओं को राहत देते हुए आयकर रिटर्न भरने की समय सीमा दो माह बढ़ा दी। वर्ष 2020-21 की व्यक्तिगत आयकर रिटर्न 30 सितंबर तक जमा करा सकते हैं। पहले डेडलाइन 31 जुलाई थी। कर सलाहकार प्रकाश गंगवाल ने बताया कि यदि आपकी एक वित्त वर्ष में कुल सालाना आय 2.50 लाख रुपए से ज्यादा है तो इनकम टैक्स रिटर्न भरना जरूरी है। नौकरी, कारोबार या पेशे से टैक्स छूट की सीमा से अधिक आमदनी होती है तो आपके लिए आयकर रिटर्न भरना जरूरी है। थोड़ी सी लापरवाही से आयकर विभाग का नोटिस मिल सकता है। किसी वित्त वर्ष में आपकी कुल आमदनी सिर्फ कृषि और उससे जुड़े कार्य से होती है तो आईटीआर भरने की जरूरत नहीं है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने भी कंपनियों के लिए आईटीआर फाइल करने की समय सीमा एक महीने बढ़ाकर 30 नवंबर कर दी है। इनकम टैक्स ऑडिट की आखिरी तिथि 31 अक्टूबर से बढ़ाकर 30 नवंबर की गई है। जिन व्यक्तियों के अकाउंट का ऑडिट करने की आवश्यकता नहीं है और जो आम तौर पर आईटीआर-1 या आईटीआर-4 का उपयोग करके अपना आयकर रिटर्न दाखिल करते हैं। उनके लिए आईटीआर फाइल करने की अंतिम तारीख 31 जुलाई होती है। टैक्सपेयर्स के लिए समय सीमा, जैसे कंपनियां या फर्म, जिनके खातों का ऑडिट होना आवश्यक है उनके लिए 31 अक्टूबर होती है।
रिटर्न लिए जरूरी कागजात
- कर्मचारिओं के लिए नियोक्ता से 16 ए फॉर्म, सभी बैंक की स्टेटमेंट या पास बुक
- ट्रेडिंग एकाउंट्स, प्रॉफिट एंड लोस अकाउंट्स, ब्याज खाते की नकल, डेप्रिसिएशन चार्ट, कैपिटल अकाउंट्स, सेविंग अकाउंट की ब्याज, टीडीएस, टीसीएस की लिस्ट, बैलेंस शीट इत्यादि।
- इनकम टैक्स में छूट के लिए कागजात जैसे की एलआईसी की रसीदें, म्यूच्यूअल फंड, मेडिकल इंश्योरेंस की रसीदें, चंदे की रसीदें, स्कूल फीस की रसीदें, हाउसिंग लोन का सटिफिकेट इत्यादि।
- वित्तीय वर्ष 2020-2021 की जीएसटी की कुल बिक्री (टैक्सेबल और फ्री मिलाकर)।
- आपके जितने भी बैंक अकाउंट्स (सेविंग और करंट दोनों) जो चल रहें है सभी बैंक अकाउंट्स की डिटेल जैसे बैंक का नाम, अकाउंट नंबर, आईएफसी कोड।

भीलवाड़ा।
नगर विकास न्यास चोरी की बिजली से शहर के पार्क रोशन हो कर रखे थे। यह काम बेरोकटोक चल रहा था। हालांकि रोडलाइट की बिजली का भार जनता पर 15 पैसे प्रति यूनिट पड़ रहा है। नगर परिषद के सभापति के पास शिकायत पहुंची तो न्यास के उन पार्कों की बिजली काट दी गई, जहां चोरी छुपे लोड लाइट से पार्क रोशन किया जा रहा था।
शहर में ऐसे कई दुकानदार भी रोड लाइट से बिजली चुरा रहीे हैं। परिषद ने दो दिन से अभियान चलाकर शहर में न्यास के जितने पार्क है और उनमें बिजली का कनेक्शन अवैध रूप से ले रखा है, उसे काट दिया गया। शहर के आरसी व्यास, आरके कॉलोनी, विजयसिंह पथिक नगर, आजाद नगर तथा पटेल नगर के पार्क चोरी की बिजली से रोशन हो रहे थे। चोरी के कारण परिषद का खर्चा लगातार बढ़ रहा है जबकि सरकार बिजली बचाने के लिए एलईडी लाइट लगवाई थी।
इस मामले की निकाय के विद्युतकर्मियों को जानकारी है। परिषद अधिकारियों को शिकायत हो चुकी है। अब धीरे-धीरे नगर विकास न्यास के अधिकारी एक पार्क के साथ अन्य पार्क में भी रोडलाइट के पोल से बिजली चोरी कर रहे हैं।
लाखों के बिल परिषद दे रही
शहर में रोडलाइट के बिल के रूप में नगर परिषद को हर माह लाखों रुपए का भार पड़ता है। यह बिल रोडलाइट के रूप में खर्च होने वाली बिजली का है। असल में बड़े स्तर पर बिजली चोरी हो रही है। दूसरी और आमजन से 15 पैसे प्रति यूनिट वसूला जाता है।
अवैध कॉलोनी में भी अवैध लाइट
शहर में कई अवैध कॉलोनियों में विद्युत कनेक्शन अवैध है। कई घरों में रोड लाइट से कनेक्शन ले रखे है। इसका भार भी आम जनता पर पड़ रहा है।
जोधड़ास चौराहे तक लाइट
शहर में बड़ी संख्या हाई मास्क लाइटे लगा रखा है। ऐसे क्षेत्र में भी रोड़ लाइटें लगा दी है जहां एक भी मकान नहीं है। जोधड़ास चौराहे पर भी भारी भरकम लाइटे है। न्यास ने अपने पैरा-फेरी में भी रोड लाइट लगा रखी है जिसका बिल नगर परिषद भर रही है। जबकि न्यास की ओर से मिलने वाला १५ प्रतिशत विकास शुल्क भी नहीं मिल रहा है। ऐसे में रोड लाइटों के नाम पर परिषद को लाखों रुपए बिल के चुकाने पड़ रहे है। इसलिए शहर के जिस पार्क में अवैध कनेक्शन ले रखे है तो उसे हटाने के आदेश दिए है।
राकेश पाठक, सभापति नगर परिषद भीलवाड़ा
कुछ पार्कों में ले रखे है कनेक्शन
कई पार्को में रोड़ लाइट परिषद ने लगा रखी है तो वे कैसे काट सकते हैं। बिना सूचना के कैसे काट रहे हैं। फिर भी हम बिजली के कनेक्शन लेकर १५ प्रतिशत जो राशि परिषद को न्यास देता है उससे यह राशि काट ली जाएगी। अरबन शेष की क्रेडिट भी नगर परिषद को मिल रही है। बिना सूचना के ही लाइट काटना गलत है, कोई अनहोनी होती है तो उसकी जिम्मेदारी परिषद की होगी।
तेजमल शर्मा, प्रभारी रोशनी शाखा नगर विकास न्यास भीलवाड़ा

भीलवाड़ा।
प्रज्ञा भारती में साध्वी कनक, उर्मिला, साध्वी शुभ प्रभा साध्वी संपूर्ण यशा के सानिध्य में तेरापंथ महिला मंडल की नव निर्वाचित अध्यक्ष मीना बाबेल व उनकी टीम का शपथ समारोह हुआ। साध्वी सम्पूर्ण यशा ने कहा कि दुनिया में अच्छाई और बुराई साथ चलती है। व्यक्ति को अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करते निरंतर गतिमान रहना चाहिए। साध्वी शुभप्रभा ने कहा कि महिला वर्किंग वुमन एवं हाउस वाइफ का दायित्व निभाती है। इसलिए आज उसके विकास के कदम विश्व क्षितिज की ओर है। साध्वी निर्मल यशा ने आज महिला विकास का ये रूप आचार्य तुलसी की देन बताया। साध्वी उर्मिला ने कहा कि आचार्य महाश्रमण के आगमन पर जिसको जो दायित्व मिला उसे भार नही उपहार समझें।
चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति अध्यक्ष प्रकाश सुतरिया, महामंत्री निर्मल गोखरू, निर्वतमान अध्यक्ष विमला रांका, सभा अध्यक्ष भेरूलाल चोरडिय़ा ने बाबेल की टीम को बधाई दी। नीलम लोढ़ा ने बताया कि अध्यक्ष बाबेल की कार्यकारिणी मेंं उपाध्यक्ष मैना कांठेड़, यशवंत सुतरिया, मंत्री रेणु चोरडिय़ा, कोषाध्यक्ष सुमन दुगड़, सहमंत्री मनाली चोरडिय़ा, प्रेक्षा मेहता, प्रचार प्रसार मंत्री नीलम लोढ़ा हैं। संचालन मैना कांठेड़ व आभार रेणु चोरडिय़ा ने जताया।

भीलवाड़ा।
होटलों में मेहमान पहुंचाने वाले ऑटो या टैक्सी चालक को मिलने वाले कमीशन की तरह निजी अस्पताल भी ऑफर देने लगे हैं। बाहर से मरीज लाने पर निजी अस्पताल अच्छा खासा कमीशन देते हैं। निजी अस्पतालों का यह ऑफर एम्बुलेंस चालकों के लिए है। इस ऑफर का खमियाजा मरीज व उसके तिमारदार को भुगतना पड़ रहा है। एम्बुलेंस चालक अभी जिले के आसपास के मरीजों को सीधे निजी अस्पताल ले जाते हैं और उसकी एवज में कमीशन पाते हैं। होने को तो यह खेल पुराना है लेकिन कोरोना काल में धुआंधार तरीके से खेला गया।
जिले में मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में मरीजों के इलाज के लिए कई अस्पतालों को स्वीकृति दे रखी है। महात्मा गांधी चिकित्सालय व निजी बड़े चिकित्सालय के अलावा छोटे अस्पताल भी शामिल हैं। इन छोटे अस्पतालों के प्रबंधकों ने मरीज बढ़ते ही सेवा की बजाय कमाई शुरू कर दिया। स्थानीय मरीज के लिए बेड फुल का बहाना बनाते, वहीं जिले के अन्य जगहों से आने वाले मरीज को सीधा भर्ती करते रहे।
---
अस्पताल के पास मंडराते
जिले के सबसे बड़े एमजी अस्पताल में सामान्य मरीज बढऩे पर कई परिजन निजी अस्पतालों की ओर दौड़े। ऐसे में कई एम्बुलेंस चालक वार्ड या अस्पताल के आसपास घूमते दिखते हैं। वे मरीज की स्थिति को देखकर निजी अस्पताल ले जाते है। एेसे में मरीज के परिजनों से केवल एम्बुलेंस का किराया लेते हैं, लेकिन जिस अस्पताल में मरीज ले जाते हैं, वहां के प्रबन्धक उसे कमीशन की राशि देते हैं। फिर मरीज से मोटी राशि ली जाती है।
गुमराह कर ले जाते
सरकारी अस्पताल में सभी सुविधा होने के बावजूद एम्बुलेंस चालक मरीजों को गुमराह कर निजी अस्पताल ले जाते हैं। जिले में आसपास के जिले के लोग भी आते हैं। भीलवाड़ा में ऑर्थो व हार्ट का ढंग से इलाज होने से बाहर से काफी मरीज भीलवाड़ा आते हैं। मरीज यहां आने पर निजी अस्पताल संचालकों ने अपने एजेंट खड़े कर रखे हैं, जो कुछ जगह एम्बुलेंस चालकों को यह जिम्मा दे दिया। ये एजेंट वहां अस्पतालों के आसपास खड़े रहते हैं। आने वाले मरीजों को गुमराह करते हैं। फोन पर इधर-उधर जानकारी लेकर बेड फुल होने का बहाना करते हैं फिर कमीशन वाले अस्पताल में बुकिंग करा सीधा मरीज को वहीं पहुंचा देते हैं।
चालकों को हाथोंहाथ पेटीएम
बाहर से आने वाले मरीज के भर्ती होते ही अस्पताल प्रबंधक के आदमी हाथोंहाथ एम्बुलेंस संचालक को भुगतान करते हैं। उसे अलग से खर्चा पानी भी देते हैं। इस 'खेलÓ में हर छोटे अस्पताल ने कमीशन की रेट बढ़ा दी। यह पैसा मरीज के बिल में जोड़ दिया जाता है। इन अस्पतालों में भर्ती मरीज का तीन से चार दिन में डेढ़ से दो लाख बिल जा रहा है, जबकि उससे गंभीर हालत में भर्ती मरीज सरकारी अस्पताल में निशुल्क ठीक होकर आ रहे हैं।
-------------
एम्बुलेंस वाले को हटा दिया
सबसे ज्यादा शिकायतें एमसीएच ईकाई से आती थी कि मरीज को यहां से अन्य अस्पताल में ले जाते हैं। इसकी जांच भी करवाई थी तो बात सही निकलने पर सभी एम्बुलेंस चालकों के एमसीएच परिसर से ही निकाल दिया। मरीज आने या घर जाते समय ही एम्बुलेंस को अन्दर आने देते हैं। कमीशन के खेल में गरीब आदमी की जेब ढीली हो रही है। फिर भी ऐसी कोई शिकायत मिलती है को कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. अरुण गौड़, अधीक्षक एमजीएच भीलवाड़ा
-----------
ऐसा कोई करता है तो गलत है
मरीज को लाने पर किसी भी एम्बुलेंस चालक को अलग से राशि नहीं दी जाती है। फिर भी ऐसा कोई करता है तो गलत है। कोई शिकायत मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. दुष्यन्त शर्मा, अध्यक्ष आईएमए, भीलवाड़ा

भीलवाड़ा।
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर सरकार ने सतर्कता बरतने की हिदायत दी। स्थानीय निकाय विभाग ने गाइडलाइन जारी की। विभाग के शासन सचिव भवानीसिंह देथा के परिपत्र में बताया गया कि कोरोना का खतरनाक डेल्टा प्लस वेरिएंट बीकानेर के रास्ते राज्य में घुस चुका। ये ज्यादा तेजी से फैलता है। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील के बावजूद कोविड प्रोटोकॉल की पालना करनी होगी। नए वेरिएंट वैक्सीनेशन के बाद भी लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के लिए वैक्सीन ट्रायल फेज में है, जब तक वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो जाती या उसके बाद भी सार्वजनिक स्थानों, भीड़.भाड़ वाले क्षेत्रों में 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को ऐसे स्थानों से दूर रखें।
बचाव के लिए बरतें सतर्कता
पूर्व में जारी गाइडलाइन की पालना कराने के साथ कोरोना के खिलाफ जागरूकता अभियान के तहत संचालित सभी गतिविधियों पूर्व की भांति जारी रखनी है।
- निकाय क्षेत्र के नागरिकों को वैक्सीनेशन के लिए प्रोत्साहित एवं मोबिलाइज करना।
- निर्धारित पम्पलेट वितरण जारी रखना।
- विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं जनप्रतिनिधियों से संवाद कर लोगों को गाइडलाइन की पालना व वैक्सीनेशन को प्रेरित करना।
- सार्वजनिक परिवहन के साधनों यथा ई-रिक्शा, साइकिल रिक्शा, ऑटो रिक्शा आदि के माध्यम से माइक द्वारा वैक्सीनेशन व गाइडलाइन की पालना का प्रचार।
- प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर नागरिकों, वाणिज्यिक स्थलों, विवाह स्थलों, सार्वजनिक कार्यक्रम स्थलों पर सीज या शास्ती की कार्रवाई।
- कचरा वाहनों पर नई जिंगल टोन बजाना। टीकाकरण बढ़ाने के लिए जनजागरण अभियान तेज करना। एंटी कोविड टीम के निर्देशन में सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता बढ़ाना। नगर परिषद यह सुनिश्चित करे कि प्रतिबंध हटाने के दौरान गाइड लाइन का उल्लंघन करने पर नागरिक, वाणिज्यिक स्थल, विवाह स्थल, सार्वजनिक कार्यक्रम स्थलों पर सीज या शास्ती की कार्रवाई की जाए।

भीलवाड़ा ।
अपने उपदेशों से जन-जन के अज्ञान को दूर करने वाले व अहिंसा यात्रा प्रणेता आचार्य महाश्रमण राजस्थान की सीमा की ओर निरंतर गतिमान हैं। आचार्य रविवार को मल्हारगढ़ से मंगल विहार किया। लगभग 14.5 किलोमीटर का विहार कर गुरुदेव भातखेडा के राधादेवी रामचंद्र मंगल इंस्टीट्यूट में प्रवास के लिए पधारे। सोमवार को आचार्य का नीमच व 6-7 को जावद, 11 व 12 जुलाई को चित्तौडग़ढ़ में संभावित प्रवास रहेगा।
आचार्य महाश्रमण ने कहा कि दो प्रकार की चेतना होती है। विशुद्ध चेतना एवं अशुद्ध चेतना। हमारी चेतना अशुद्ध है। जो सिद्ध होते हैं, सर्वकर्म मुक्त होते हैं उनकी चेतना ही विशुद्ध चेतना होती है। बाकी जितने भी संसारी हैं उनकी आत्मा कर्मयुक्त है, अशुद्ध चेतना है। किसी में कर्मों का हल्कापन भी हो सकता है, परंतु सिद्धों में कोई तारतम्य में नहीं होता। अवीतराग हैं, चेतना अशुद्ध है तो उसमें कषाय का भी योग रहता है। क्रोध, मान, माया, लोभ रूपी कषाय व्यक्ति में होते हैं। माया के द्वारा व्यक्ति यथार्थ को आवृत करने का प्रयास करता है।
आचार्य ने कहा कि व्यक्ति छलना, माया के द्वारा बात को छुपाने का प्रयास करता है। किसी को ठगना, धोखाधड़ी करना, अपनी चेतना को और अशुद्ध बनाना है। माया के साथ मृषा जुड़ी हुई है। वैसे ही सरलता के साथ सच्चाई जुड़ी हुई है। हर बात प्रकट करना जरूरी नहीं हो सकता परंतु जो प्रकट करें उसमें छल नहीं होना चाहिए। झूठ और सत्य में लक्ष्य क्या है, दृष्टिकोण क्या है उसका बड़ा महत्व होता है। व्यक्ति यह ध्यान दें की सच्चाई के सामने परेशानी तो आ सकती है पर भविष्य सच्चाई का ही अच्छा होता है। जीवन में सरलता बढे और जितना हो सके उतना माया, छल-कपट का परिहार हो तो आत्मा उन्नति की ओर बढ़ सकती है।
-------
भीलवाड़ा में जैन संतों का प्रवास
- स्थान-नागौरी गार्डन तेरापंथ भवन
मुनि राजकुमार, मुनि पुलकित कुमार ठाणा-3
- स्थान- आरके कॉलोनी दिनेश कांठेड़
मुनि कुलदीप कुमार ठाणा-२
- स्थान- आरसीव्यास जयाचार्य भवन
मुनि अजय प्रकाश, अतुल कुमार ठाणा-2
- स्थान-काशीपुरी रांका निवास
साध्वी चांद कुमारी ठाणा-10
- स्थान- महावीर कॉलोनी प्रज्ञा भारती
साध्वी कनक, साध्वी उर्मिला, साध्वी शुभ प्रभा, साध्वी सम्पुर्ण यशा ठाणा-17
- स्थान- एलएनटी रोड़ गोखरू भवन
साध्वी साधना ठाणा-8
- स्थान-बंसत बिहार
साध्वी कमल प्रभा, साध्वी मधुबाला ठाणा-११

भीलवाड़ा।
डॉक्टर्स डे सप्ताह के तहत गवर्मेंट डॉक्टर्स फोरम ने मेडिकल कॉलेज में कार्यक्रम में कोरोना से दिवंगत चिकित्सक व मेडिकल स्टाफ को श्रद्धांजलि दी। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शलभ शर्मा, एमजीएच पीएमओ डॉ. अरुण गौड़, सीएमएचओ डॉ. मुस्ताक खान, फोरम चेयरमैन डॉ. जगदीश जीनगर, अतिरिक्त प्राचार्य डॉ एमएल आसेरी उपस्थित थे। सीएमएचओ ने कोरोना की पहली व दूसरी लहर के अनुभव बांटे। डॉ. गौड़ ने तीसरी लहर की तैयारियों के बारे में बताया। फोरम सचिव डॉ राजेंद्र सोमानी ने बताया कि वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. जेपी गर्ग, डॉ. अरविंद गुरावा व डॉ. फरियाद मोहम्मद का सम्मान किया। उत्कृष्ट कार्य के लिए डॉ. अमूल पारीक, डॉ. कपिल शर्मा, डॉ. वीरभान चंचलानी, डॉ. मुकेश सुवालका, डॉ. सरिता काबरा, डॉ. विनोद अहीर, डॉ. प्रवीण ओझा, डॉ. दौलत मीणा, डॉ. पूजा गंगराड़े, डॉ. सुरेंद्र मीणा, डॉ. शैशव सोमानी, डॉ. रमाकांत सेठी, डॉ. अनुराग शर्मा, डॉ. आनंद अग्रवाल, डॉ. त्रिवेंद्र चौहान, डॉ. महेंद्र छापरवाल, डॉ. गौरव पहाडिय़ा, डॉ. संजीव शर्मा, डॉ.दीपक गोयल, डॉ. रोहित सचदेव, डॉ. जयराज वैष्णव का अभिनंदन किया। जूनियर व सीनियर रेजिडेंट का भी सम्मान किया गया। क्रिकेट प्रतियोगिता व सुरक्षित मातृत्व पर पोस्टर प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया। संचालन डॉ. पूजा गंगराड़े ने किया।

भीलवाड़ा।
जिले चार दिन बाद सोमवार को कोरोना से संक्रमित एक व्यक्ति मिला। आरआरटी प्रभारी डॉ. घनश्याम चावला ने बताया कि सोमवार को ६४२ लोगों की सेम्पलिंग की गई थी, इनमें एक जना संक्रमित पाया गया है। अब जिले में १० एक्टिव केस है। जिले में अब तक कोरोना के 31,74७ पॉजिटिव आ चुके हैं, जबकि 30,71१ ठीक हो गए। अब तक 814 लोगों की कोरोना उपचार के दौरान मौत हो चुकी है।
------------
वैक्सीन हुई खत्म, दिन भर रही मारामारी
भीलवाड़ा . कोरोना से बचाव के टीके खत्म होने से लोगों में जिला प्रशासन के प्रति रोष देखने को मिल रहा है। सोमवार को दिन भर में २५ सेन्टरों पर ५ हजार ९६६ लोगों को पहली व दूसरी डोज लगाई गई। कई सेन्टरों पर दोपहर बाद ही वैक्सीन समाप्त हो गई। इसके कारण लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।
आरसीएचओ डॉ. संजीव शर्मा ने बताया कि सोमवार को जितनी भी वैक्सीन थी, वह लगा दी गई है। अब स्टॉक समाप्त हो चुका है। ऐसे में मंगलवार को किसी भी सेन्टर पर वैक्सीनेशन का काम नहीं होगा। नई डोज आने के बाद ही वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई जाएगी।

भीलवाड़ा।
महात्मा गांधी अस्पताल में कार्यरत करीब 150 ठेकाकर्मियों ने सोमवार को नारेबाजी व प्रर्दशन के बाद कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। महात्मा गांधी अस्पताल के पार्क में बैठक के बाद कलक्ट्रेट पहुंच कलक्टर को दिए ज्ञापन में कर्मचारियों ने उन्हें राज्य सरकार के आदेशानुसार एनजीओ से हटाकर राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसायटी में नौकरी देने की मांग रखी। संविदा व निविदा कार्मिक संघ की जिलाध्यक्ष माधुरी देवी चौहान ने बताया की राज्य सरकार ने वर्ष २०१५ में आदेश पारित कर अस्पतालों में एनजीओं के माध्यम से कार्यरत कर्मचारियों को राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसायटी में लेने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद कई स्थानों पर आदेश की पालना में कर्मचारियों को राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसायटी में ले लिया गया।
भीलवाड़ा के एमजीएच में इस आदेश की अवहेलना की गई जबकि एमजीएच में करीब १५० कर्मचारी एनजीओं के
तहत कार्यरत है। दूसरा निदेशालय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने राजस्थान में ८००० से अधिक खाली पड़े चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पदों पर अब तक भर्ती नहीं निकाली है। पिछलें २० वर्षो से कर्मचारी इस भर्ती का इंतजार कर रहे है। कर्मचारियों ने जब तक भर्ती नहीं निकलती है तब तक एनजीओं के तहत कार्यरत कर्मचारियों को यूटीबी या आरएमआरएस से नौकरी देने की मांग की है।
प्रयोगशाला सहायक संघ के पत्र पर जारी हुआ आदेश
ठेकाकर्मियों के लिए भर्ती निकालने व तब तक उन्हें आरएमआरएस में नौकरी देने की मांग को लेकर अखिल राजस्थान
प्रयोगशाला सहायक संघ ने १७ जून को संयुक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा था। पत्र में जिलाध्यक्ष रामपाल भांड ने मांग की थी एमएनजेवाई, एमएनडीवाई, डीईओ, भामाशाह, एआरजी, ईसीजी, फार्मासिस्ट, एलए, एलटी, हेल्पर, वार्ड बॉय, स्वीपर सहित तमाम प्लेसमेंट एजेंसी के तहत लगे कार्मिकों को भर्ती नहीं निकलने तक आरएमआरएस में सीधा रखा जाए। भांड द्वारा भेजे गए पत्र के बाद ३० जून को संयुक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं अजमेर ने आदेश जारी कर सीएमएचओ व पीएमओ को उक्त कार्मिकों को सीधा आरएमआरएस में रखने के निर्देश दिए। संघ ने इससे पूर्व भी कर्मचारी हितों के लिए सरकार को कई पत्र लिखे। सरकार ने भी स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिए लेकिन पालना नहीं हुई। यहीं कारण है की कर्मचारी अब तक प्लेंसमेंट एजेंसी के तहत ही अल्प वेतन में कार्य करने को मजबूर है।

भीलवाड़ा ।
आचार्य महाश्रमण चातुर्मास व्यवस्था समिति के प्रतिनिधि मण्डल ने सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी एवं माण्डल विधायक रामलाल जाट से मुलाकात करते हुए 18 जुलाई को आचार्य महाश्रमण के चातुर्मासिक मंगल प्रवेश पर आने का आमंत्रण दिया। साथ ही पूरे चातुर्मास की रूपरेखा पर विस्तार चर्चा हुई। जोशी ने चातुर्मास की मंगल कामना व्यक्त की। प्रतिनिधी मण्डल में प्रवास समिति अध्यक्ष प्रकाश सुतरिया, संरक्षक लादु लाल हिरण, अनिल तलेसरा, प्रशासनिक संयोजक राजेंद्र भलावत, दिनेश गांधी, प्रमोद पीतलीया, सौरभ चौरडिया, सुष्मित दक, रेखा हिरणए उपस्थित थे।
---------
मेडिकल टीम को वेंटीलेटर मैनेजमेंट की दी ट्रेनिंग
भीलवाड़ा . कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर के बेहतर प्रबंधन के लिए विडियों कांफे्रसिंग के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के समस्त स्टाफ को वेंटीलेटर मैनेजमेंट की ट्रेनिंग डिप्ची सीएमएचओ डॉ. घनश्याम चावला ने दी है। ट्रेनिंग में आईसीयू में काम आने वाले उपकरणों और बाईपेप वेंटीलेटर का कब और कैसे उपयोग करना है, कौनसे मरीज के लिए उपयोगी है और इसके उपयोग करने पर क्या सावधानी रखनी है। सामान्यत: व्यक्ति का ऑक्सीजन लेवल कितना कम होने पर उसको वेंटीलेटर पर रखना होता है और किस हिसाब से वेंटीलेटर का प्रेशर सेट किया जाता है। इन सबके बारे में विस्तार से बताया गया। साथ ही बाईपेप वेंटीलेटर का डेमो देकर स्टाफ को बताया। सिलेण्डर का संचालन कैसे करने है इसके बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।

भीलवाड़ा।
राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डा. सीपी जोशी ने कहा कि भीलवाड़ा में रेलवे की मेमू कोच फेक्ट्री लगाने की योजना मूर्त रूप ले इसके लिए सभी को सामूहिक प्रयास करने चाहिए। राजस्थान में भाजपा के २५ सांसद है उन्हें भी इसके लिए अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। सभी को मिलकर केंद्र पर दबाव बनाना चाहिए ताकि राजस्थान में एक बड़ा कारखाना लगने के साथ केंद्र से विकास की योजनाए ये प्रदेश को मिल सके।
डा. जोशी सोमवार को भीलवाड़ा डेयरी में अध्यक्ष रामलाल जाट के साथ आपसी चर्चा में यह बात कही। उन्होंने कहा कि अगर भीलवाड़ा में रेलवे कोच बनाने का कारखाना लगता है तो इसका लाभ प्रदेश को मिलेगा। प्रदेश ने योजना के लिए रेलवे को करोड़ों रुपए की भूमि निशुल्क दी है और रेलवे ने तकनीकी आधार पर भीलवाड़ा के समीप इस योजना को स्वीकृत किया था। केन्द्र सरकार ने इस योजना पर कोई बजट भी नहीं दिया है।
भीलवाड़ा में आयरन ओर के भंडार
जोशी ने कहा कि वे जब केन्द्रीय मंत्री थे तब जहाजपुर क्षेत्र में हमने इस्पात कारख़ाना लगाने के लिए देश की बड़ी कम्पनियों को बुलाया था। लेकिन इस स्तर पर भी कोई प्रयास नहीं किए। हालांकि यह जानकारी सभी को है कि यहां पर लॉ कैटेगरी का आयरन ओर है। लेकिन इसे भी निकालने के लिए चीन ने नई तकनीक को अपनाया है।
जनता की भवना को पूरा किया
भीलवाड़ा की जनता की जो भावना थी वह मैने पूरा करने का काम किया है। कई बार कठिन निर्णय भी लेने पड़ते है। लेकिन जब तक जनता की गुडविल नहीं होती तब तक कोई काम नहीं कर सकते है। भीलवाड़ा की जनता की गुडविल मेरे लिए ही लिखी थी। मुझे सांसद व मंत्री बनने का मौका मिला। यह सारा श्रेय भीलवड़ा की जनता को जाता है। डॉ. जोशी ने कहा कि भीलवाड़ा की जनता ने काम करने का मुझे मौका दिया था। भीलवाड़ा के लोग मुझे सांसद नहीं बनाते तो क्या करता। पानी दिया, सड़क बनाई अच्छा काम किया। सीपी जोशी आज भी जीरो है। कांग्रेस की सरकार नहीं बनती और मंत्री नहीं बनाता। यह सब श्रेय भीलवाड़ा की जनता को जिन्होंने मुझे सांसद बनाया।
भीलवाड़ा से पुन: चुनाव लडऩे के सवाल पर उन्होंने कहा की मुझे केवल भीलवाड़ा की सीमा में मत बाँधो। में राज्य और केंद्र में सभी पदों पर रह चुका हूँ सत्ता और संगठन में भी उच्च पदों पर काम कर चुका हूँ। सौर ऊर्जा का सबसे बड़ा सेन्टर भीलवाड़ा बन सकता है। गैस पाइप लाइन आए तो सिरेमिक जोन बन सकता है। फैल्सपार यहां से मोरवी जा रहा है। इसे रोकना चाहिए।

You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at rajisthanews12@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.