>>: Digest for July 07, 2021

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बारां. जिले में नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक योजना के तहत इस सत्र में सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए प्रथम चरण में दो करोड़ 41 लाख 41 हजार 504 रुपए मूल्य की 4 लाख 80 हजार 892 नई पुस्तकों का वितरण किया जाएगा। ब्लॉक स्तरीय वितरण केंद्रों से मंगलवार से नोडल विद्यालयों को पाठ्यपुस्तकों का वितरण शुरू कर दिया गया। पहले दिन कुल 51 नोडल विद्यालयों को पुस्तकें वितरित की गई।

मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रामनारायण मीणा व सहायक निदेशक रामपाल मीणा ने बताया कि जिले में पाठ्य पुस्तकों का वितरण दो चरणों में किया जाएगा। प्रथम चरण में 12 जुलाई तक सभी नोडल विद्यालयों को पुस्तकें उपलब्ध करा दी जाएगी। इसके तहत सभी 8 ब्लॉक स्तरीय नोडल विद्यालयों में स्थापित वितरण केंद्रों से जिले के 226 पीईईओ व यूसीईईओ विद्यालयों तक यह पुस्तकें पहुंचाई जा रही है, जहां से इन्हें जिले के 1233 विद्यालयों तक पहुंचाया जाएगा। विद्यार्थियों को पुस्तकों का वितरण आगामी आदेश के बाद किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले के सरकारी विद्यालयों में कक्षा 1 से 12 तक नामांकित एक लाख 30 हजार 302 बालक-बालिकाओं को यह पुस्तकें वितरित की जाएगी। इसके लिए जिले से कुल 9 लाख 92 हजार 143 पुस्तकों की डिमांड की गई है। प्रथम चरण में शेष रही पुस्तकों का वितरण द्वितीय चरण में 27 जुलाई से 5 अगस्त तक किया जाएगा। पुस्तकों का वितरण शाला दर्पण से प्राप्त मांग पत्र के आधार पर ऑनलाइन प्रक्रिया से किया जा रहा है। ब्लॉक वितरण केंद्रों से नोडल विद्यालयों तक पुस्तकों को भिजवाने के लिए विभाग की ओर से वाहन की व्यवस्था की गई है।

बारां ब्लॉक में बंटेंगी 25 लाख की पुस्तकें
बारां सीबीईओ संजय गर्ग के अनुसार ब्लॉक में 29 नोडल विद्यालयों को पुस्तकों का वितरण किया जा रहा है। प्रथम चरण में करीब 25 लाख 30 हजार मूल्य की 52 हजार पुस्तकों का वितरण किया जाएगा। बारां ब्लॉक नोडल प्रभारी प्रधानाचार्य अर्चना मीणा ने बताया कि प्रथम दिन बारां नोडल से संबंधित पांच नोडल विद्यालयों को पुस्तकें दी गई। प्रथम चरण में 6 जुलाई से 12 जुलाई तक बारां ब्लॉक नोडल के अंतर्गत आने वाले 29 विद्यालयों को पुस्तकें वितरित की जाएगी।

Jhalawar.भवानीमंडी. नगर पालिका ने करीब एक माह पहले जिसे बहुत बड़ी उपलब्धि बताते हुए और बहुत जोर-शोर के साथ कचरा छनाई संयंत्र लगवाया था, उसे सोमवार को काम पूरा जाने पर ठेकेदार खोल ले गया। मशीन तो चली गई, लेकिन कंपनी ने कचरा छनाई के लिए जो 12.75 लाख रुपए का बिल पेश किया है, उससे यह पूरा कचरा छनाई कार्य चर्चा में आ गया है। कचरा डंपिंग के लिए पचपहाड़ में एक यार्ड बनाया गया था। उसमें ही शहर भर का कचरा ले जाकर डाला जा रहा है। जिसकी छनाई के लिए करीब एक माह पहले इंदौर की एक्सपर्ट डस्ट इंडस्ट्रीज को ठेका दिया था। उसके कर्मचारियों ने वहां पर छनाई के लिए एक गोलाकार संयंत्र लगाकर कचरे की छंनाई-सफाई की थी। इस दौरान कचरे में से मिट्टी और पॉलीथिन को अलग किया। मिट्टी को वहीं गड्ढों में डाल दिया और वेस्ट पॉलीथिन को पास में ही पटक दिया। वहां मौजूद ठेकेदार के कर्मचारियों का कहना था कि इस संयंत्र को लगाए रखने के लिए रोज का करीब तीन सौ टन कचरा चाहिए, जबकि भवानीमंडी में करीब तीन-चार टन कचरा ही रोज निकल पा रहा है। यहां पर इतना ही काम था, जो आज पूरा हो जाने पर संयंत्र खोलकर ले जा रहे हैं। संयंत्र से निकली मिट्टी कंकड़ को डंपिग यार्ड के आस-पास ही डाल दिया गया। वेस्ट पॉलीथिन मौके पर ही पड़ी थी। इस पर सवाल किया तो कार्यकर्ता बोले इसे तो नगर पालिका को किसी बायलर वाले को बेचना था, उसने नहीं बेचा। इससे पूर्व शहर के कचरे को मुक्तिधाम मार्ग आदि जगह डाला जाता रहा है, जो बिना किसी खर्च के समय के साथ ही खुद ही दबता चला गया। इंदौर की छनाई ठेका कंपनी को बुलाकार उससे भी यही काम 12.75 लाख रुपए में करवाया जाना सबकी चर्चा में आ गया है कि आखिर यह खर्च क्यों किया गया डंपिंग यार्ड के गड्ढे ही भरे जाने थे तो वे तो वहां पर रोलर चलाकर भी भरे जा सकते थे। इस पर संयंत्र के कर्मचारियों का कहना था कि कचरे में से पॉलीथिन अलग कर देने से वहां जमीन में दबकर भुगर्भीय संरचना नहीं बिगाड़ पाती है, इससे ही कचरे में से पॉलीथिन अलग की जाती है। उधर, छनाई नहीं करके कचरे को यूं ही दबा दिया जाता तो भी वह छोटे गड्ढे वाले भाग में ही तो रहती जिससे सब दूर की भूगर्भीय संरचना थोड़ी बेकार होती।

Jhalawar.भवानीमंडी. नगर पालिका ने करीब एक माह पहले जिसे बहुत बड़ी उपलब्धि बताते हुए और बहुत जोर-शोर के साथ कचरा छनाई संयंत्र लगवाया था, उसे सोमवार को काम पूरा जाने पर ठेकेदार खोल ले गया। मशीन तो चली गई, लेकिन कंपनी ने कचरा छनाई के लिए जो 12.75 लाख रुपए का बिल पेश किया है, उससे यह पूरा कचरा छनाई कार्य चर्चा में आ गया है। कचरा डंपिंग के लिए पचपहाड़ में एक यार्ड बनाया गया था। उसमें ही शहर भर का कचरा ले जाकर डाला जा रहा है। जिसकी छनाई के लिए करीब एक माह पहले इंदौर की एक्सपर्ट डस्ट इंडस्ट्रीज को ठेका दिया था। उसके कर्मचारियों ने वहां पर छनाई के लिए एक गोलाकार संयंत्र लगाकर कचरे की छंनाई-सफाई की थी। इस दौरान कचरे में से मिट्टी और पॉलीथिन को अलग किया। मिट्टी को वहीं गड्ढों में डाल दिया और वेस्ट पॉलीथिन को पास में ही पटक दिया। वहां मौजूद ठेकेदार के कर्मचारियों का कहना था कि इस संयंत्र को लगाए रखने के लिए रोज का करीब तीन सौ टन कचरा चाहिए, जबकि भवानीमंडी में करीब तीन-चार टन कचरा ही रोज निकल पा रहा है। यहां पर इतना ही काम था, जो आज पूरा हो जाने पर संयंत्र खोलकर ले जा रहे हैं। संयंत्र से निकली मिट्टी कंकड़ को डंपिग यार्ड के आस-पास ही डाल दिया गया। वेस्ट पॉलीथिन मौके पर ही पड़ी थी। इस पर सवाल किया तो कार्यकर्ता बोले इसे तो नगर पालिका को किसी बायलर वाले को बेचना था, उसने नहीं बेचा। इससे पूर्व शहर के कचरे को मुक्तिधाम मार्ग आदि जगह डाला जाता रहा है, जो बिना किसी खर्च के समय के साथ ही खुद ही दबता चला गया। इंदौर की छनाई ठेका कंपनी को बुलाकार उससे भी यही काम 12.75 लाख रुपए में करवाया जाना सबकी चर्चा में आ गया है कि आखिर यह खर्च क्यों किया गया डंपिंग यार्ड के गड्ढे ही भरे जाने थे तो वे तो वहां पर रोलर चलाकर भी भरे जा सकते थे। इस पर संयंत्र के कर्मचारियों का कहना था कि कचरे में से पॉलीथिन अलग कर देने से वहां जमीन में दबकर भुगर्भीय संरचना नहीं बिगाड़ पाती है, इससे ही कचरे में से पॉलीथिन अलग की जाती है। उधर, छनाई नहीं करके कचरे को यूं ही दबा दिया जाता तो भी वह छोटे गड्ढे वाले भाग में ही तो रहती जिससे सब दूर की भूगर्भीय संरचना थोड़ी बेकार होती।

झालावाड़. झालरापाटन. दो पक्षों के बीच आपसी रंजिश के चलते एक जुलाई को हल्दीघाटी रोड पर जानलेवा हमले में गंभीर रूप से घायल हुए कृष्णा वाल्मीकि की मंगलवार को उपचार के दौरान जयपुर में मृत्यु हो गई। मामला संवेदनशील होने के कारण मृत्यु की सूचना आने के बाद झालावाड़ व झालरापाटन में जगह जगह एतिहात के तौर पर पुलिस बल तैनात किया है। उधर, कोतवाली पुलिस ने जानलेवा हमले के शेष पांच आरोपियों को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है। झालरापाटन के मोची मोहल्ला निवासी कृष्णा वाल्मिकी पर सूरजपोल दरवाजा क्षेत्र निवासी सागर कुरैशी ने उस पर हुए हमले का बदला लेने के लिए हल्दीघाटी रोड पर एक दर्जन साथियों के साथ हथियारों से जानलेवा हमला किया था। जिससे कृष्णा को गंभीर अवस्था में झालावाड़ राजकीय जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया था। जहां हालत में सुधार नहीं होने से चिकित्सकों ने उसे जयपुर रैफर कर दिया था। उपचार के चलते मंगलवार को कृष्णा की मृत्यु हो गई। जिला पुलिस अधीक्षक ने डॉ.किरण कंग सिद्धू ने बताया कि एक जुलाई को शहर के हल्दी घाटी रोड पर झालरापाटन निवासी कृष्णापर जान से मारने की नियत से हमला किया था। हमले में मुख्य आरोपी सागर कुरैशी को पूर्व में गिरफ्तार कर लिया था, शेष को मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। सहायक पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने मंगलवार को बताया कि झालरापाटन में एक गुट द्वारा सागर कुरैशी पर हमला किया। वह ठीक होने के बाद दूसरे गुट पर हमला किया। इसके बाद फिर सागर कुरैशी द्वारा कृष्णा गुट पर हल्दी घाटी रोड पर हमला किया। सभी छह अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। हमले में घायल कृष्णा की जयपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई है। अमित कुमार ने बताया कि रंजिश को लेकर झालरापाटन निवासी कृष्णा पर सागर कसाई ने अपने 4-5 साथियों के साथ मिलकर बदला लेने के लिए जानलेवा हमला किया था। इस संबंध में पीडित कृष्णा ने दिए पर्चा बयान के आधार पर कोतवाली पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की थी। इस मामले में 5 आरोपियों को जो कृष्णा व उसके परिजनों पर पुन: जान से मारने की हमले की योजना बनाते हुए को थाना झालरापाटन द्वारा को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। कृष्णा की इलाज के दौरान मौत हो गई है। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर प्रकरण में हत्या करने की धारा जोड़कर अनुसंधान किया जाएगा। पूरे घटनाक्रम के आरोपी गंभीर अपराध करने के आदतन अपराधी है। मुलजिम सागर कुरैशी, रईस उर्फ कालू, इमरान उर्फ शानू, अख्तर अली, रवि, इशु उर्फ बुरहान कुरैशी की हिस्ट्रीशीट खोलने की प्रक्रिया चल रही है घटना के शेष पांच आरोपी रईस उर्फ कालू निवासी सूरज पोल झालरापाटन, इमरान उर्फ शानू निवासी सूरजपोल झालरापाटन, सोहेल निवासी मिर्ची गली बड़ा बाजार झालावाड़, शाहिद कुरैशी निवासी कसाई मोहल्ला गागरोन रोड झालावाड़, अख्तर अली निवासी निम्बारी गेट झालरापाटन को गिरफ्तार कर लिया। घटना को देखते हुए झालरापाटन व झालावाड़ में पुलिस सर्तक है।
मारपीट कर आरोपियों ने एक वीडियो भी वायरल किया था। जिसमें पीडि़त कृष्णा को कार से उतार कर बुरी तरह से मारपीट कर अधमरा कर आरोपी भाग गए थे। मृत्यु की सूचना मिलने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया। आपसी रंजिश को देखते हुए प्रशासन ने बस स्टैंड, सूरजपोल गेट, मौची मोहल्ला सहित कस्बे के विभिन्न चौराहों पर पुलिस बल तैनात किया। उपखंड अधिकारी और पुलिस अधिकारियों ने कस्बे में घूमकर हालात का जायजा लिया। उधर झालावाड़ में भी विशेष जाप्ता तैनात किया गया है। सहायक पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया किझालरापाटन के कृष्णा हरिजन पर हल्दी घाटी रोड पर हमले के आरोपियों को पुलिस जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है। सभी आरोपी पुलिस की कस्टडी में है। उनसे गहनता से पूछताछ की जा रही हैए घटना में जो भी व्यक्ति शामिल होंगेए उन्हे गिरफ्तार किया जाएगा। वीडिया बनाकर वायरल करने वाले की प्रहचान की जा रही हैए उसके खिलाफ भी 302 का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया जाएगा।

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