>>: Digest for July 08, 2021

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Table of Contents

अमित सिंह

धौलपुर. शहर में यातायात पुलिसकर्मियों की अवैध वसूली को लेकर बार-बार मामले उजागर होने का सिलसिला जारी है। ऐसे में यातायात पुलिसकर्मियों की अवैध वसूली को रोकने और यातायातकर्मियों को आधुनिक तर्ज पर तैयार करने के लिए जयपुर मुख्यालय से जिला मुख्यालय पर यातायातकर्मियों बॉडी कैमरे भेजे गए थे, लेकिन इस कैमरों को आए एक साल से अधिक का समय हो चुका है, लेकिन इसका उपयोग अभी तक शुरू नहीं हो सका है।

पुलिस स्टोर में बॉडी कैमरे धूल फांक रहे है। उल्लेखनीय है कि ड्यूटी पर मुस्तैद रखने के लिए यातायात पुलिसकर्मियों के लिए बॉडी कैमरे लगाने के मद्देनजर पुलिस मुख्यालय से जिला के यातायात पुलिसकर्मियों के लिए दो दर्जन से अधिक बॉडी कैमरे मंगवाए गए थे। यह व्यवस्था जयपुर-जोधपुर पुलिस आयुक्तालय के अलावा बड़े शहरों में ही लागू थी। जिले में इस प्रकार की व्यवस्था से यातायात पुलिस को एक नई दिशा मिलने वाली थी। लेकिन सालभर से अधिक का समय गुजर जाने के बाद अभी तक यातायातकर्मियों की ओर से इनका उपयोग नहीं किया जा रहा है। कैमरे हाल में पुलिस स्टोर में ही रखे हुए है। अवैध वसूली रोकना था मुख्य उद्देश्ययातायातकर्मियों के बॉडी कैमरे लगने से जहां चालान काटने के दौरान वाहन चालक को उलझना भारी पड़ेगा। वहीं यातायातकर्मियों द्वारा अवैध वसूली पर भी रोक लगाना उद्देश्य था। बॉडी कैमरे में वीडियो के साथ ऑडियों सिस्टम भी है, कई बार वाहन चालक किसी से फोन पर बाते कराने का प्रयास करता है या चालान कटवाने में आनाकानी करता या उलझ जाता है। वहीं जुर्माना भरने के बजाय यातायातकर्मी को लालच देने पर उसकी रिकॉर्डिंग होगी। वहीं पुलिसकर्मी भी वाहन चालकों से अवैध वसूली नहीं कर पाएंगे।
एक दर्जन यातायात प्वाइंट

जिला मुख्यालय पर एक दर्जन यातायात प्वाइंट हैं। जहां पर अधिक यातायात पुलिसकर्मियों का जाप्ता रहता है, वहां पर चालान काटने वाले हैडकांस्टेबल की बॉडी पर कैमरा लगाने की योजना थी। इससे सभी की मॉनिटरिंग होती रहे। वहीं अब यातायात पुलिसकर्मी प्वॉइंट छोडकऱ इधर-उधर नहीं बैठ सकेंगे। इससे यातायात संचालन भी सुगम रहेगा।
उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय पर वर्तमान में जिला मुख्यालय पर बनाए गए यातायात प्वॉइंट पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी तो लगाई जाती है। लेकिन यातायातकर्मी इधर-उधर बैठे रहते हैं। इससे यातायात बाधित होने के बावजूद उठकर नहीं जाते हैं। इंटरसेप्टर पर दो कैमरे लगने थेयातायात पुलिसकर्मियों के अलावा के जिला मुख्यालय पर उपलब्ध इंटरसेप्टर गाड़ी में भी दो बॉडी कैमरे लगाए जाने थे। इसके तहत एक अंदर तथा एक बाहर रहेगा। इससे अंदर बैठे पुलिसकर्मियों की गतिविधियों की जानकारी भी रिकॉर्ड होगी। मौका स्थिति के बारे में जानकारी मिल सकेगी।

उल्लेखनीय है कि इंटरसेप्टर गाड़ी पर भी राष्ट्रीय राजमार्गों पर चलने वाले वाहन चालकों से अवैध वसूली की शिकायतें पूर्व में आ चुकी हैं।
ड्यूटी पर आते ही चालू करना होगा कैमरा

व्यवस्था के तहत यातायात पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर आते ही बॉडी कैमरा चालू करना पड़ेगा। साथ ही जब तक ड्यूटी पर तैनात हैं, तब तक चालू ही रखना पड़ेगा। अगर बीच में कुछ देर के लिए बंद कर दिया तो तुरंत जांच कराई जाएगी और जानबूझकर बंद करते मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। इसकी सीधी मॉनिटरिंग अभय कमाण्ड सेंटर की जानी थी। इनका कहना....
पुलिस मुख्यालय से प्राप्त बॉडी कैमरे के बारे में जानकारी नहीं है। इस संबंध में जानकारी जुटाई जाएंगी। केसर सिंह शेखावत, जिला पुलिस अधीक्षक, धौलपुर.

धौलपुर. राज्य अल्पसंख्यक मामलात एवं जन अभाव अभियोग निराकरण विभाग मंत्री शाले मोहम्मद ने मंगलवार को जिले के जन अभाव अभियोग सम्बंधी प्रकरणों की समीक्षा में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की जमकर क्लास ली। इस दौरान बिजली, महिला एवं बाल विकास विभाग, चिकित्सा विभाग सहित अन्य अधिकारियों के समक्ष समय पर कार्य नहीं करने पर नाराजगी जाहिर की। साथ ही लोगों को त्वरित लाभ देने के निर्देश दिए।

उन्होंने अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में जन अभाव अभियोग के निराकरण की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने विद्युत निगम एसई के प्रति असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि परिवादी ग्राम लुहारी द्वारा विद्युत कनेक्शन के लिए आवेदन किया। उसका डिमांड नोटिस की राशि भी जमा करा दी गई है। एक माह का समय बीत चुका है। ट्रांसफॉर्मर रखने के बाद भी विद्युत कनेक्शन नहीं किया गया जो घोर लापरवाही का द्योतक है। विद्युत कनेक्शन अविलम्ब कर समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री राजश्री योजना की पहली किश्त के लिए परिवादी जीतेन्द्र सिंह द्वारा पहली किश्त के लिए आवेदन किए हुए कई माह का समय गुजरने के बाद भी परिवादी को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जिसके ममता कार्ड और आधार कार्ड जुड़े हुए है। अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कहा कि परिवादी की द्वितीय किश्त का भुगतान कर परिवादी की समस्या का समाधान किया जाए।

इसी प्रकार प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना के लिए कमलेश पत्नी वासुदेव ने 2019 में आवेदन किया। 11 माह हो जाने के बाद् भी दो किश्तों का भुगतान नहीं किया। परिवादी का बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक में खाता है। बैंक खाते में एन्ट्री करवाने पर भुगतान नहीं आया। इस पर मंत्री की ओर से शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए उप निदेशक महिला एवं बाल विकास को राशि को तुरंत बैंक खाते में जमा करवाने के निर्देश दिए।
गाडिय़ा लुहार हाऊसिंग बोर्ड के पास 100-125 परिवार निवास करते है। उनके राशन को उचित मूल्य दुकानदार अंगूठा लगवाकर कालाबाजारी कर रहा है। इसको गंभीरता से लेते हुए उन्होंने उचित मूल्य दुकानदार के लाइसेंस को निरस्त करने के निर्देश दिए। जरुरतमंद परिवारों को राशन समय पर देने के लिए कहा है। उन्होंने परिवादों के निस्तारण के संबंध में सन्तुष्टिपूर्ण स्तर देखें एवं समय से लॉगिन कर जिन मामलों को चिन्हित किया गया है। उन पर तुरन्त प्रभाव से कार्यवाही कर निस्तारण के निर्देश दिए। दर्ज प्रकरणों को गम्भीरता से लेकर उनका निस्तारण करना चाहिए।

उन्होंने अल्पसंख्यक विभाग द्वारा आरएसएलडीसी तकनीकी शिक्षा में डेडिकेटेड बैच शुरू करने के निर्देश दिए। वक्फ की सम्पत्ति से अतिक्रमण हटाने एवं खाद्य सुरक्षा का पोर्टल बन्द होने के कारण नए आवेदन प्राप्त नहीं किए जा रहे है। पोर्टल शुरू होने के बाद ही नए आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। उन्होंने अल्पसंख्यकों के हितार्थ चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की तथा संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए।
जिला कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में मंत्राी शाले मोहम्मद ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा पिछड़े तथा अल्पसंख्यकों के कल्याण की है। इसलिए अल्पसंख्यक तथा अन्य वर्गों से जुड़े मामलों को प्रारंभिक स्तर पर ही निस्तारण किया जाना सुनिश्चित करें।

जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने जिले में अल्पसंख्यकों के हितार्थ चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी दी। राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा ने राजाखेड़ा सहित संपूर्ण जिले में अल्पसंख्यक के हितों में काम करने का आश्वासन दिया। पूर्व मंत्री अब्दुल सगीर खान ने यूनानी चिकित्सालय के पटपरा इलाके में स्थानांतरण की मांग की। जिससे अल्पसंख्यकों को इसका लाभ मिल सके। बैठक का संचालन अतिरिक्त जिला कलक्टर नरेंद्र कुमार वर्मा ने किया। बैठक में एएसपी बचन सिंह मीणा, उपखंड अधिकारी भारती भारद्वाज, तहसीलदार भगवतशरण त्यागी, बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता बीएल वर्मा, महिला एवं बाल विकास विभाग के सहायक निदेशक भूपेश गर्ग तथा जिला शिक्षा अधिकारी सियाराम मीणा सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

Ajmer अजमेर. जिला मुख्यालय पर नकली घडिय़ां बेचकर ग्राहकों को ठगने का धंधा कोई पुराना नहीं है। इसी साल पुलिस ने कई दुकानों पर छापा मार बड़ी संख्या में नकली घडिय़ा बारमद की थी। इसमें कई व्यवसायी पुलिस शिकंजे में आ गए थे। मंगलवार को कोतवाली थाना पुलिस ने मूंदड़ी मोहल्ला स्थित घड़ी की दुकान पर कार्रवाई कर ब्रांडेड कम्पनी के नाम से नकली घडिय़ां बेचने के आरोप में दुकानदार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने 338 से ज्यादा नकली घडिय़ां जब्त की है। पुलिस ने कॉपी राइट एक्ट में प्रकरण दर्ज कर लिया।

एंट्री ट्राइसी ग्रुप सर्विस लि. के प्रतिनिधि ने की थी शिकायत

थानाप्रभारी शमशेर खां ने बताया कि एंट्री ट्राइसी ग्रुप सर्विस लि. के प्रतिनिधि कंवलजीत ने पुलिस अधीक्षक जगदीशचन्द्र शर्मा को मूंदड़ी मोहल्ला में एक दूकान पर असली घडिय़ों के नाम पर नकली बेचने की शिकायत दी थी। एसपी के आदेश पर कोतवाली थाना पुलिस की टीम ने मूंदड़ी मोहल्ला आहता मोहल्ला स्थित नीलमकल वॉच कम्पनी पर दबिश दी।

पुलिस ने यहां डीजल, अरमानी, फॉर्सिल कम्पनी के नाम से बेची जा रही 338 घडिय़ां बरामद की। पुलिस ने स्टोर संचालक अजय नगर निवासी रमेश बगतानी के खिलाफ कॉपी राइट एक्ट में प्रकरण दर्जकर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है।

मूंदड़ी मोहल्ला, डिग्गी बाजार में हडक़म्प

थानाप्रभारी खां ने बताया कि पूर्व में भी मूंदड़ी मोहल्ला आहता मोहल्ला में तीन माह पहले भी नकली घडिय़ों के अवैध कारोबार की कार्रवाई की थी। हालांकि पूर्व में घंडिय़ों की संख्या हजारों में थी। मंगलवार की कार्रवाई से मूंदड़ी मोहल्ला, डिग्गी बाजार में हडक़म्प मच गया।

Ajmer अजमेर. जिले में नशे का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। पुलिस भी सख्ती बरत रही है। कानून के आगे कोई नहीं बच सकता। पिछले माह से अब तक पुलिस ने नशे के कारोबारियों पर शिकंजा कसा है। खासकर नशीले पदार्थोंं के व्यापार में भगवान गंज सांसी बस्ती सुर्खियों में हैं।

यहां के तार महाराष्ट्र के नन्दनपुर से जुड़े हैं। बस्ती में सप्लाई होने वाले मादक पदार्थ की खेप भी वहीं से आती है। तस्कर परबतपुरा बायपास तक निजी बस से पहुंचता है और यहां 15 से 20 किग्रा का पैकेट थमाने के बाद आगे निकल जाता है। क्लॉक टावर थाना पुलिस महाराष्ट्र नन्दपुर से अजमेर की सांसी बस्ती तक गांजे की खेप पहुंचाने वाले अशोक सांसी के नेटवर्क को खंगालने में जुटी है।

महाराष्ट्र के नन्दपुर से आपूर्ति

अनुसंधान अधिकारी व थानाप्रभारी दिनेश कुमावत की पड़ताल में सामने आया कि सांसी बस्ती निवासी अरविन्द उर्फ करण सांसी, मुकेश उर्फ साहिल सांसी तक गांजे की खेप महाराष्ट्र के नन्दपुर से पहुंच रही है। उन्हें महाराष्ट्र में बसा अशोक सांसी अजमेर तक गांजे की सप्लाई देकर जाता है। वह जब भी आता है कम से कम 15 से 20 किग्रा का पैकेट उतार कर जाता है।

लंबी दूरी का सफर

पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि अशोक महाराष्ट्र से अजमेर तक लम्बी दूरी की प्राइवेट बस में सफर करता है। वह अरविन्द व मुकेश को अजमेर के परबतपुरा बायपास पर पार्सल थमाने के पश्चात आगे निकल जाता है या फिर महाराष्ट्र की तरफ लौट जाता है। वह पूर्व में भी कई मर्तबा अजमेर आ चुका है।

पुलिस तस्दीक में जुटी

पुलिस प्रकरण की पड़ताल में अरविन्द उर्फ करण सांसी, मुकेश उर्फ साहिल सांसी के बयानों की तस्दीक के लिए उनके मोबाइल फोन की सीडीआर खंगाल रही है। पुलिस दोनों की सीडीआर से महाराष्ट्र नन्दपुर निवासी अशोक सांसी के नम्बर और उसके अजमेर आने की तस्दीक में जुटी है।

यह है मामला

अलवर गेट थाना पुलिस ने 3 जुलाई की रात जिला स्पेशल टीम की सूचना पर सांसी बस्ती निवासी अरविन्द उर्फ करण, मुकेश उर्फ साहिल सांसी व आदर्शनगर निवासी पुनीत शर्मा को 4.900 किग्रा गांजे के साथ गिरफ्तार कर उन्हें तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया था।

रक्तिम तिवारी/अजमेर.

चार साल में दो बार आवेदन और एक मर्तबा साक्षात्कार लेने के बावजूद राज्य के 11 इंजीनियरिंग कॉलेज को स्थाई प्राचार्य नहीं मिल पाए हैं। शिक्षकों को अस्थाई प्रभार देने का कामचलाऊ जुगाड़ जारी है। कानूनी अड़चनों, एनआईटी या इनके समकक्ष संस्थानों के शिक्षकों की अरुचि और विभागीय अड़ंगों के चलते स्थाई नियुक्तियां नहीं हो रही हैं।
अजमेर, भरतपुर, बारां, झालावाड़ और अन्य इंजीनियरिंग कॉलेज में स्थाई प्राचार्यों की नियुक्ति के लिए तकनीकी शिक्षा विभाग ने फरवरी-मार्च 2020 में ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। विभाग ने आवेदनों की छंटनी भी कर ली। लेकिन लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण से मामला अटक गया। इससे पहले साल 2018 में भी विभाग ने आवेदन भरवाए थे।

चार साल से कागजी घोड़े...
स्थाई प्राचार्यों की नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर चार साल से कागजी घोड़े दौड़े हैं। सबसे पहले तकनीकी शिक्षा विभाग ने अप्रेल 2016 में तकनीकी शिक्षा विभाग ने जयपुर में साक्षात्कार कराए, पर कोर्ट केस के चलते नियुक्ति नहीं हो सकी। 2018 में आवेदन लेने के बाद भी साक्षात्कार नहीं हो सके। अब 2020 में दोबारा आवेदन लिए गए हैं। साक्षात्कार का अता-पता नहीं है।

आवेदन में नहीं रुचि....
प्राचार्य पद के लिए आईआईटी, एमएनआईटी और इनके समकक्ष सरकारी-निजी संस्थानों के प्रोफेसर और रीडर आवेदन करते हैं। लेकिन 2018 और 2020 में लिए गए आवेदनों में ज्यादा शिक्षकों ने रुचि नहीं दिखाई। अव्वल तो आईआईटी-एनआईटी में वेतन और भत्ते आकर्षक हैं। दूसरी ओर राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेज में सरकारी दखलंदाजी ज्यादा है।

चार साल से सिर्फ जुगाड़...
इंजीनियरिंग कॉलेज चार साल से कामचलाऊ प्राचार्यों के भरोसे हैं। अजमेर सहित अन्य कॉलेज में वहीं के रीडर को अतिरिक्त प्रभार सौंपना जारी है। पिछली भाजपा और मौजूदा कांग्रेस सरकार स्थाई प्राचार्य नहीं तलाश पाई है।

सभी कॉलेज में हैं ये परेशानियां
-स्टाफ और कर्मचारियों के वेतन-भत्तों में दिक्कतें
-सरकार से नहीं मिल रहा नियमित अनुदान
-कॉलेज में नहीं उपाचार्यों का पद सृजित-शिक्षकों की नियुक्तियों
-भर्तियों पर उठते रहे हैं सवाल
-1996-97 और इसके बाद खुले कॉलेज में नहीं हैं प्रोफेसर

अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग ने प्रवक्ता (तकनीकी शिक्षा विभाग) प्रतियोगी परीक्षा-2020 के तहत उत्तर कुंजी पर आपत्तियां मांगी है। अभ्यर्थी शुक्रवार तक ऑनलाइन आपत्ति दे सकेंगे। इसके बाद उन्हें अवसर नहीं मिलेगा।

उप सचिव एस.एन. शर्मा ने बताया कि आयोग ने 12 से 19 मार्च तक प्रवक्ता (तकनीकी शिक्षा विभाग) प्रतियोगी परीक्षा- 2020 का आयोजन किया था। अभ्यर्थी बुधवार से उत्तरकुंजियों पर ऑनलाइन आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। आपत्तियां आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध मॉडल प्रश्न पत्र और वांछित पुस्तकों के प्रमाण सहित देनी होगी।


चार साल में दो बार फॉर्म भरे, रिजल्ट फिर भी नहीं.....
रक्तिम तिवारी/अजमेर. चार साल में दो बार आवेदन और एक मर्तबा साक्षात्कार लेने के बावजूद राज्य के 11 इंजीनियरिंग कॉलेज को स्थाई प्राचार्य नहीं मिल पाए हैं। शिक्षकों को अस्थाई प्रभार देने का कामचलाऊ जुगाड़ जारी है। कानूनी अड़चनों, एनआईटी या इनके समकक्ष संस्थानों के शिक्षकों की अरुचि और विभागीय अड़ंगों के चलते स्थाई नियुक्तियां नहीं हो रही हैं।
अजमेर, भरतपुर, बारां, झालावाड़ और अन्य इंजीनियरिंग कॉलेज में स्थाई प्राचार्यों की नियुक्ति के लिए तकनीकी शिक्षा विभाग ने फरवरी-मार्च 2020 में ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। विभाग ने आवेदनों की छंटनी भी कर ली। लेकिन लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण से मामला अटक गया। इससे पहले साल 2018 में भी विभाग ने आवेदन भरवाए थे।

अजमेर.

केंद्र सरकार में अजमेर को तीन साल बाद प्रतिनिधित्व मिलेगा। बुधवार शाम नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी।। इससे अजमेर सहित राज्य के विकास को पंख लगने की उम्मीद है।
राजस्थान से लगातार दूसरी मर्तबा राज्यसभा सांसद बने डॉ. भूपेंद्र यादव शपथ ग्रहण करेंगे। इसके साथ तीन साल बाद केंद्र सरकार में अजमेर का फिर से प्रतिनिधित्व हो जाएगा।

पायलट और जाट भी रहे मंत्री

तत्कालीन मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में विधायक सचिन पायलट (तब सांसद) को मंत्री बनाया गया था। वे 2009 से 2012 तक संचार राज्य मंत्री रहे। इसके बाद 2012 से 2014 तक वे कॉरपॉरेट अफेयर्स मामलात मंत्री रहे। उनके बाद अजमेर से सांसद बने सांवरलाल जाट केंद्र सरकार में मंत्री बने। नरेंद्र मोदी सरकार में वे 2014 से 2016 तक केंद्रीय जल संसाध राज्यमंत्री रहे थे।

अजमेर में पले-बढ़े यादव
30 जून 1969 को जन्मे डॉ. भूपेंद्र यादव का अजमेर सहित राजस्थान से गहरा नाता है। भूपेंद्र ने अजमेर के सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल की। साल 2000 में उन्हें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का महासचिव नियुक्त किया गया। साल 2010 में भाजपा का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया। साल 2012 में वे पहली बार राजस्थान से राज्यसभा सांसद बने। साल 2018 में उन्हें दोबारा राज्यसभा सांसद बनाया गया। यादव का कुंदन नगर में आवास हैं।

Ajmer अजमेर. कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर बुधवार को महिला कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल और गैस की बढ़ती कीमतों के खिलाफ कलक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान महिलाओं ने चूल्हे पर रोटी, राबड़ी और चाय बनाई। साथ ही सब्जियों की माला पहनकर महंगाई के खिलाफ गुबार निकाला।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष मंजू बलाई, रागिनी चतुर्वेदी, पार्षद रश्मि हिंगोरानी, अरुणा कच्छावा, अभिलाषा विश्रोई सहित कई महिला कार्यकर्ता कलक्ट्रेट पहुंची। उन्होंने चूल्हा जलाकर रोटी, चाय और राबड़ी बनाई। सिलेंडर को सफेद कपड़ा-माला पहनाकर श्रद्धांजलि दी गई।

देखो पुराना वक्त आया. . .
महिलाएं हाथ में बैनर और तख्तियां लेकर कलक्ट्रेट पहुंचीं। इसमें देखो-देखो पुराना वक्त आया...महंगाई की मार, जनता लाचार... जैसे नारे लिखे थे। महिलाओं ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार के कार्यकाल में महंगाई चरम पर पहुंच गई। पेट्रोल-डीजल और एलपीजी के बढ़ते दाम ने जनता की कमर तोड़ दी है। गरीबों-श्रमिकों और आमजन पर इसका सीधा असर पड़ रहा है। जो भाजपाई यूपीए सरकार के वक्त महंगाई को मुद्दा बनाते थे, वह आज खामोश हैं।

पहुंचे कांग्रेस नेता

निवर्तमान शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन, डॉ. श्रीगोपाल बाहेती, डॉ. राजकुमार जयपाल, विजय नागौरा सहित कांग्रेस नेता भी धरनास्थल पर पहुंचे। कांग्रेस नेताओं ने मोदी सरकार को जनविरोधी और आर्थिक मोर्चे पर विफल बताया।

महिलाओं का दो घंटे प्रदर्शन

मदनगंज-किशनगढ़. महिला कांग्रेस की किशनगढ़ इकाई की ओर से बुधवार को गैस सिलेंडर, पेट्रोल, तेल और खाद्य सामग्री के दाम बढऩे पर प्रदर्शन किया। महिलाओं ने करीब दो घंटे तक धरना प्रदर्शन किया। महिलाओं ने मुख्य चौराहे पर तपती दोपहरी में सडक़ पर चूल्हा जलाकर रोटियां सेकी। गैस सिलेंडर को महिलाओं ने माला पहनाई और अच्छे दिन लौटाने की मोदी सरकार से मांग की।
प्रदेश महिला कांग्रेस के बैनर तले प्रदेश उपाध्यक्ष हमीदा बानो के नेतृत्व में विरोध स्वरूप हाथों में चूल्हे, गोबर की थापडिय़ां, लकडिय़ों के साथ माला पहनाए गैस सिलेंडर लेकर महिलाएं गांधीनगर से मुख्य चौराहे के लिए सुबह करीब १० बजे रवाना हुई। अच्छे दिन लौटाने की मांग करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष हमीदा बानो समेत सभी महिलाएं करीब १०.१५ बजे मुख्य चौराहे पर पहुंची और देश में बढ़ती महंगाई पर नारेबाजी की और केन्द्र सरकार को आड़े हाथों लिया। इस दौरान सभी महिलाएं सडक़ पर बैठ गई। गोबर की थापडिय़ों और लकडिय़ों की सहायता से चूल्हे जलाए और रोटियां सेकी। महिलाओं ने सब्जी नहीं बनाई।

प्रदर्शन में वरिष्ठ कांग्रेस नेता नाथूराम सिनोदिया, नगर परिषद के नेता प्रतिपक्ष प्रदीप अग्रवाल, पार्षद सुनीता चौधरी, जन्नत बेगम, अंजू मेघवाल, महेंद्र यादव, तक्की मोहम्मद, किरण अग्रवाल, अजीज मोहम्मद, जगदीश जीनगर, राकेश शर्मा, उमराव बाकलीवाल, सलीम कुरैशी, सुनील मारू, मनसुख शर्मा, मोहित खंडेलवाल, राहुल चौरडिय़ा, रामेश्वर सोलंकी, युवा कांग्रेस अध्यक्ष तेजपाल बजाड, राजीव चौधरी, बरकत, खेमाराम चौधरी, सलीम, कलसुम शेख, कमलादेवी, गीतादेवी, लक्ष्मा, हंसमल, मायादेवी, खुर्शीदा बानो, लाली, रईसा, हाजरा बानो, बिलकिस, आशा, मधुदेवी, उल्फत बानो आदि कार्यकर्ता शामिल हुए।

Ajmer अजमेर. राज्यसभा सांसद डॉ. भूपेंद्र यादव ने बुधवार को नरेंद्र मोदी सरकार में केबिनेट मंत्री पद की शपथ लेने पर जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। इस दौरान आतिशबाजी की गई। मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया।

यादव को श्रम मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी है। यादव के केबीनेट मंत्री बनने से अजमेर का गौरव बढ़ा है। यादव अजमेर में ही पले-बढ़े हैं। अजमेर से नाता रखने वाले किसी नेता को पहली बार केंद्रीय केबिनेट में स्थान मिला है। खास बात यह है कि छात्र जीवन में शुरू की राजनीतिक पारी में अब उन्हें बेहतर मुकाम हासिल होने पर उनके शुभचिंतकों व मित्रों में भी खुशी की लहर है।

अभाविप से राजनीति की शुरुआत

डॉ. भूपेंद्र यादव का अजमेर से गहरा नाता रहा है। उनका यहां कुंदननगर में आवास है। उन्होंने अजमेर के सेंट पॉल स्कूल में स्कूली शिक्षा प्राप्त की और सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल की। यादव कॉलेज में छात्र संघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के उपाध्यक्ष भी चुने गए। साल 2000 में उन्हें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का महासचिव नियुक्त किया गया। वर्ष 2010 में भाजपा का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया। साल 2012 में वह पहली बार राजस्थान से राज्यसभा सांसद बने। साल 2018 में उन्हें दोबारा राज्यसभा का सदस्य बनाया गया।

1992 में गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में राजपथ पर परेड में शामिल हुए थे यादव

सांसद यादव के सहपाठी मित्र हरीश बैरी ने बताया कि भूपेन्द्र यादव की याददास्त बहुत अच्छी थ,ी जिससे एक बार मिल लिए वे हमेशा नाम से पुकारते। वर्ष 1992 में नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में राजपथ पर परेड में भाग लिया। अजमेर से एनएसएस के अंतर्गत दो छात्र यादव व उनका (बैरी) का ही चयन हुआ। करीब एक माह तक उनके साथ रहा। इस परेड़ में देशभर के 144 वॉलिंटियर्स का चयन हुआ था। बैरी ने बताया कि राजकीय महाविद्यालय में रहते हुए राजस्थान में होने वाली सभी डिबेट (वाद-विवाद) प्रतियोगिता में जीत हासिल की।

कॉलेज मैंगजीन के छात्र संपादक भी रहे यादव : बैरी ने बताया कि भूपेन्द्र यादव राजकीय महाविद्याल की मैगजीन के छात्र संपादक भी रहे। साहित्य मंच के अध्यक्ष रहे हैं।

रेलवे हॉस्पिटल में जन्मे, रेलवे क्वार्टर में बरसों तक रहे

यादव के साथ स्कूल व कॉलेज में साथ पढऩे वाले उनके मित्र जे. जे. शर्मा ने बताया कि उनके पिता रेलवे कर्मचारी रहे। करीब 40 साल की सेवाओं के दौरान भूपेन्द्र यादव का जन्म भी अजमेर के रेलवे हॉस्पिटल में 1969 में हुआ। उनका परिवार रेलवे कॉलोनी (2 नम्बर) में बरसों तक रहा। करीब 13 वर्ष पूर्व कुंदननगर स्थित मकान में वह रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे जब बी चुनाव होते हैं। तब अजमेर में मतदान करने आते हैं। शर्मा ने बताया कि यादव की खेलों में रूचि कम थी, लेकिन डिबेट में उनका नाम था। पॉलिटिकल विषय के नाते राजनीतिक विषयों पर अच्छी पकड़ थी।

लोकसभा से पायलट और जाट रह चुके हैं मंत्री

अजमेर लोकसभा क्षेत्र से चुने सचिन पायलट और सांवरलाल जाट को केंद्रीय मंत्रीमंडल में राज्यमंत्री के रूप में मौका मिल चुका है। पायलट मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में वर्ष 2009 से 2012 तक संचार राज्य मंत्री रहे। इसके बाद 2012 से 2014 तक उन्हें कॉरपॉरेट अफेयर्स मामलात मंत्री की जिम्मेदारी दी गई। उनके बाद नरेंद्र मोदी सरकार में दिवंगत सांवरलाल जाट वर्ष 2014 से 2017 तक केंद्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री रहे।

भाजपाइयों ने बांटी मिठाइयां

पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने कहा है कि अजमेर में पले-बड़े और शिक्षा पाकर राष्ट्रीय राजनीति में महत्ती जगह बनाने वाले राज्यसभा सदस्य भूपेंद्र यादव के केंद्रीय सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने से अजमेर में विकास को पंख लगेंगे।

देवनानी ने कहा कि यादव राजस्थान की सभी स्थितियों-परिस्थितियों से अच्छी तरह वाकिफ है। इसलिए उनके मंत्री बनने का लाभ राजस्थान को भी मिलेगा। देवनानी ने उम्मीद जताई कि चूंकि यादव के पास विकास का विजन हैं,इसलिए वे अजमेर के चहुंमुखी विकास में कोई कमी नहीं आने देंगे।
देवनानी ने कहा कि यादव का छात्र जीवन अजमेर में ही बीता और उन्होंने अजमेर को अपनी कर्मस्थली बनाया। यहीं से वे छात्र राजनीति करते हुए भाजपा की राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय हुए और देखते ही देखते अपने व्यवहार, कार्यशैली और पार्टी के प्रति निष्ठा के कारण राष्ट्रीय राजनीति में अच्छी-खासी जगह बना ली।

खुशी मनाने वालों में शहर भाजपा महामंत्री रमेश सोनी, उपाध्यक्ष आनंदसिंह राजावत, सीताराम शर्मा, सुलोचना शुक्ला, जयकिशन पारवानी, वरिष्ठ भाजपा नेता सीताराम शर्मा, राजकुमार ललवानी, राजेश शर्मा,भारती श्रीवास्तव, राहुल जयसवाल, दीपेंद्र लालवानी, महेंद्र जादम, प्रकाश बंसल, ज्ञान सारस्वत, अजय वर्मा, मनोज मामनानी, सुभाष जाटव,राजकुमार साहू, जे.के. शर्मा, राजेंद्र राठौड़, गंगाराम सैनी, रमेश चैलानी,रूबी जैन, अतीश माथुर, वीरेंद्र वालिया,धर्मेन्द्रसिंह चैहान, धर्मेश जैन, अरविंद यादव, श्रीकिशन सोनगरा, अनीश मोयल, रचित कच्छावा, संदीप गोयल, शफी क खान आदि शामिल रहे।

धौलपुर. पहले जहां दुकानदार ट्रेड लाइसेंस के लिए परिषद के चक्कर लगाते थे, वहीं अब शहर में दुकानदारों को ट्रेड लाइसेंस देने के लिए नगरपरिषद दुकान-दुकान जा रही है। लाइसेंस देने की प्रक्रिया को ऑफलाइन से बदलकर ऑनलाइन कर दिया गया है। इसके तहत शहरी दुकानदारों को वाणिज्यिक अनुज्ञा-पत्र दिए जाएंगे। इसके बाद वैध तथा अवैध दुकानों की पहचान हो सकेगी। हर टे्रड की दुकानों की गिनती भी हो सकेगी। इसकी प्रक्रिया नगर परिषद की ओर से शुरू कर दी गई है। इसके लिए परिषद की ओर से सर्वे कराया जा रहा है। कुछ आवेदन परिषद में आए भी हैं, जिनकी जांच के बाद जारी करने की प्रक्रिया जारी है।

पहले समझाइश, फिर नोटिस

परिषद की ओर से शुरू की गई ट्रेड लाइसेंस देने के लिए प्रक्रिया के तहत परिषद कार्मिक दुकानदारों को आवेदन करने के साथ इसके फायदे बता रहे हैं। वहीं समझाइश के बाद भी आवेदन नहीं करने पर नोटिस भी भेजे जा रहे हैं। दस्तावेजों की जानकारी भी दी जा रही है। कुछ दुकानदारों को आ रही ऑनलाइन आवेदन की समस्या के समाधान के लिए परिषद ने ई-मित्र भी परिषद कार्यालय में खुलवा दिया है। साथ ही एक कार्मिक को भी उनके साथ लगाया है, जो दुकानदारों की मदद करेगा। साथ ही सभी दस्तावेजों की पूर्ति कराएगा।
क्यों पड़ रही जरूरत ..

राज्य सरकार ने इसी वर्ष से ट्रेड लाइसेंस देने की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया है। जिससे हर दुकानदार को लाइसेंस दिया जा सके। इससे दुकानों की पहचान होगी। साथ ही वे वैध रूप से कार्य कर सकेंगे। शहर में अधिकांश दुकान बिना लाइसेंस ही चल रही है, जिनका कोई रिकॉर्ड परिषद के पास ही नहीं है।
क्या होगा फायदा..

ट्रेड लाइसेंस लेने से दुकानदार वाणिज्यिक गतिविधि करने के लिए अधिकृत होगा। साथ ही वह किसी सरकारी मदद के लिए भी पात्र होगा। इसके अलावा बैंक से ऋण लेने के लिए भी उसे आवश्यकता होगी। इसके साथ ही एक आंकड़ा नगरपरिषद में भी जमा होगा, जिससे हर किस्म के व्यापार की जानकारी परिषद के पास होगी।

यह दुकानदार होंगे शामिल

ट्रेड लाइसेंस लेने के लिए सभी दुकानदार आवेदन कर सकते हैं। इनमें होटल, रेस्ट्रोरेंट, ढाबा, मिठाई दुकानदार, नाई, बढई, चाट-पकौड़ी, किराना व खाद्य सामग्री विक्रेता सहित अन्य सभी दुकानदार ट्रेड लाइसेंस ले सकते हैं।


अब खुद निकाल सकेंगे प्रमाण-पत्र ...

नगरपरिषद में विभिन्न प्र्रकार के प्रमाण-पत्र लेने के लिए अब कार्मिकों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके लिए परिषद ने कार्यालय में ही ई-मित्र की सुविधा शुरू की है। इससे कोई भी व्यक्ति जन्म प्रमाण-पत्र, मूल निवास प्रमाण-पत्र आधार कार्ड, राशन, पेंशन, जाति प्रमाण पत्र निकाल सकता है। इसके लिए भी परिषद की ओर से कार्मिक को लगाया गया है।

अजमेर/खरवा. क्षेत्र में अवैध खनन बड़े पैमाने पर हो रहा है। ऐसे में खनिज सामग्री परिवहन करने वाले भारी वाहनों की आवाजाही बढ़ गई है। मसूदा-खरवा मार्ग पर बुधवार दोपहर खरवा में एक तेज गति से आए डम्पर ने स्कूटी सवार एक युवक को कुचल दिया। सडक़ दुर्घटना में डम्पर की चपेट में आए युवक की मौके पर ही मौत हो गई। खरवा-पीपलाज क्षेत्र में गत 18 दिनों के अंतराल में डम्पर से युवक को कुचलने की बुधवार को दूसरी घटना है।

ग्रामीणों में रोष,सडक़ मार्ग रोका

अवैध खनन के बिना नम्बरी डम्परों से युवकों की मौत व प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं करने से गुस्साए लोगों ने दुर्घटना के बाद खरवा में प्रशासन के खिलाफ रोष जताते हुए रास्ता जाम कर दिया। मौके पर पहुंची सदर थाना पुलिस ने लोगों से समझाइश कर पोस्टमार्टम के लिए शव ब्यावर पहुंचाकर यातायात सुचारू कराया। युवक के साथ स्कूटी पर सवार रिजवान ने बताया कि वह मसूदा के रहने वाला है। मृतक युवक का नाम सत्तू कुम्हार था। दोनों खरवा से मसूदा जा रहे थे। इसी दौरान खरवा के पास सामने से आ रहे डम्पर ने स्कूटी को चपेट में ले लिया। दुर्घटना में रिजवान स्कूटी सहित सडक़ के साइड में कीचड़ में गिर गया, जबकि सत्तू को डम्पर ने कुचल दिया। दुर्घटना के बाद डम्पर चालक मौके से भाग गया। उल्लेखनीय है कि खरवा, पीपलाज व कानाखेड़ा क्षेत्र की पत्थरों की अवैध खदानों में चलने वाले करीब-करीब सभी डम्पर बिना नम्बर व नम्बरों के साथ छेड़-छाड़ किए होते हैं।

खनन विभाग की नाकामी

दुर्घटना के बाद गोपालसागर व लहरी के ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में दो दिन पूर्व पत्थर चोरों में सरकारी जमीन पर पत्थर चोरी करने को लेकर झगड़ा हुआ। तब गांव में माहौल खराब हो गया और पत्थर चोरों ने आपस में डम्परों पर पत्थर वर्षा कर डम्परों के शीशे फोड़ दिए। इसकी सूचना खनन विभाग को दी गई, लेकिन मौके पर आज तक खनन विभाग की टीम नहीं पहुंची।

दूसरी ओर श्याम कापड़ी, माइनिंग इंजीनियर, ब्यावर का कहना है कि रोजाना क्षेत्र में गश्त करा रहे हैं। पीपलाज में चौकी का प्रस्ताव भिजवाया हुआ है। खनन के डम्पर से किसी की मौत हुई इसकी जानकारी नहीं है। टीम को भेजता हूं। एसडीएम मोहनलाल खटनावलिया का कहना है कि अवैध खनन के खिळाफ कार्रवाई करना खनन विभाग का है। अवैध खनन व बिना नम्बरी वाहनों के खिलाफ कार्रवाई के अभी आदेश करा रहा हंू। खनन कार्य की जांच व जल्द ही क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई कराता हूं।

धौलपुर. पूर्व दस्यु जगन गुर्जर ने मंगलवार की रात बाड़ी क्षेत्र में तीन स्थानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग व मारपीट की वारदात को अंजाम देते हुए दशहत फैला दी। बाड़ी कस्बे में वारादात के बाद पूर्व दस्यु जगन घायलावस्था में पुलिस थाने भी पहुंचा, लेकिन पुलिस ने मामला घरेलू होने की बात कह कर उसे टरका दिया।

थाने से निकलने के बाद पूर्व दस्यु ने अपने गिरोह के साथ गांव इब्राहिमपुर में ताबड़तोड़ फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया, यहां से करीब ३० किलोमीटर दूर स्थित गांव सोने की गुर्जा में ग्रामीण व महिलाओं व बच्चों के साथ मारपीट की। इस दौरान पूर्व दस्यु की ओर से ताबड़तोड़ फायरिंग किए जाने से ग्रामीण घरों को छोड़कर खेतों में छुप गए। हालांकि पूर्व दस्यु की तीनों वारदातों को लेकर पुलिस किसी भी प्रकार की फायरिंग की घटना को लेकर इंकार करती रही। जबकि ग्रामीणों ने कारतूस के खाली खोखे व मारपीट के निशान दिखा कर घटनाक्रम की पुष्टि की। जिले के पुलिस अधिकारी जानकारी देने में टालमटोल करते रहे। हुआ यूं कि मंगलवार रात जगन की प्रेमिका पूर्व दस्यु सुंदरी कोमेश गुर्जर के भाई रवि गुर्जर को पकडऩे के लिए पुलिस ने बाड़ी स्थित एक मकान पर दबिश दी। यहां रवि के नहीं मिलने के बाद पुलिस बैरंग लौट आई।
घर पर मौजूद रवि की मां अतरबाई व पत्नी कृष्णा ने पूर्व दस्यु जगन को फोन कर पुलिस भेजने का आरोप लगाया। फोन करने के कुछ समय बाद पूर्व दस्यु जगन बनियान व साफी पहन कर गाड़ी से अपने पुत्र आसाराम, एक अन्य प्रेमिका के भाई जग्गा गुर्जर के साथ बाड़ी पहुंच गया। यहां उसका अतरबाई व ममता से कहासुनी के बाद झगड़ा हो गया। अतरबाई ने जगन के सिर पर पत्थर मार कर घायल कर दिया। इस पर जगन ने ममता से मारपीट कर दी और फायरिंग कर भाग निकला। इसके बाद जगन घायलाावस्था में बाड़ी सदर थाने पर पहुंचा और पुलिस को घटनाक्रम की जानकारी दी। थाने पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने मामला घरेलू होने की बात कहते हुए रवाना कर दिया।

जगन की मारपीट से घायल कृष्णा देवी को इलाज के लिए धौलपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। सदर थाना पुलिस ने जब पूर्व दस्यु जगन को थाने से घायलावस्था में टरका दिया, तो वह शराब के नशे में धुत्त होकर अपनी प्रेमिका की मां अतरबाई के पीहर गांव इब्राहिमपुर पहुंच गया। यहां अतरकौर के भाईयों के घरों पर ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए गाली गलौच की। लेकिन काफी समय बाद भी गांव में किसी भी व्यक्ति के बाहर नहीं आने पर जगन अपने गिरोह के साथ यहां से रवाना होकर अतरबाई की पुत्रवधू कृष्णा के पीहर गांव सोने की गुर्जा पहुंच गया। रात करीब डेढ़ बजे एक घर के बाहर छप्पर में सो रहे पूर्व सरपंच के पुत्र सज्जन सिंह पर ताबड़तोड़ लाठियों से हमला करना शुरू कर दिया। यहां से जान बचाकर जब सज्जन सिंह गांव के अंदर भागा तो इस दौरान जगन ने फायरिंग करना शुरू कर दिया और पीछा कर गांव के एक घर के बाहर से सज्जन को पकड़कर मारपीट करना शुरू कर दी। इस दौरान बचाव में आई महिलाओं व बच्चियों से भी पूर्व दस्यु ने मारपीट की।
गांव को खाली कर भागे लोग ...

गांव सोने की गुर्जा में पूर्व दस्यु की फायरिंग की वारदात के बाद गांव में रहने वाले लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर दूर जाकर खेतों में जाकर छुप गए। करीब आधा घंटे तक चले घटनाक्रम के बाद जगन अपने साथियों के साथ गाड़ी से रवाना हो गया। इस दौरान उसके साथ उसका पुत्र आसाराम व एक अन्य प्रेमिका का भाई जग्गा व गाड़ी चालक मौजूद होने की बात सामने आ रही
इनका कहना....

पीडि़तों की शिकायत पर मामले दर्ज कर लिए गए है। आरोपी पूर्व दस्यु व उसके साथियों को पकडऩे के प्रयास किए जा रहे है। आरोपी का मोबाइल भी स्वीच ऑफ आ रहा है।
बचन सिंह मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, धौलपुर

अजमेर/हिण्डौनसिटी (करौली). शहर के सैनिक नगर में दहेज की खातिर विवाहिता की हत्या कर गुपचुप तरीके से अंतिम संस्कार करने मामला सामने आया है। मृतका निशा पत्नी हरगोविन्द गुर्जर है।

मामले में मृतका के चाचा ने बुधवार को नई मंडी थाने पर ससुराल पक्ष पर भतीजी की हत्या का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। थानाधिकारी दिनेश चंद मीणा ने बताया कि चांदनगांव निवासी अजबसिंह ने प्राथमिकी में बताया कि उसकी भतीजी निशा की शादी 28 फरवरी 2017 को मूलत: महवा के गांव कांवर पहाड़ी व हाल सैनिक नगर निवासी हरगोविन्द गुर्जर के साथ हुई थी। शादी में दहेज के रूप में 21 लाख रुपए नकद व सोने चांदी के जेवरात दिए थे।

डेढ़ साल पहले निकाला था घर से

इसके बावजूद ससुराल पक्ष निशा को कम दहेज का ताना देकर पिता से कार और पांच लाख रुपए लेकर आने की मांग करने लगे। आरोप है कि लगभग डेढ़ साल पहले भी निशा को मारपीट कर घर से निकाल दिया था, लेकिन छह माह बाद ससुराल पक्ष के लोग माफी मांग कर उसे ले गए। पिछले माह 19 जून को वह चाचा अजब सिंह की शादी में पीहर चांदनगांव आई, तब भी उसने ससुराल पक्ष द्वारा प्रताडि़त करने की शिकायत की। शादी के बाद 24 जून को निशा अपने पति हरगोविन्द के साथ ससुराल आ गई।

पुलिस के पहुंचने से पहले अंतिम संस्कार

आरोप है कि बीती रात आरोपी पति हरगोविन्द, सास लक्षमा, ससुर निर्भयसिंह ने निशा की हत्या कर दी। इतना ही नहीं आरोपी शव को कार में रख अपने गांव कांवर पहाड़ी ले गए, जहां पीहर पक्ष को बिना सूचना दिए गुपचुप तरीके से अंतिम संस्कार कर दिया। परिजन ने महवा थानाधिकारी व पुलिस उपाधीक्षक को इसकी सूचना दी। इस पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक विवाहिता के शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

अमित सिंह

धौलपुर. जगन ते हमाऔ कोऊ रिश्तों ना ने...हम्मने ना पतौ...ऐसौ नाटक है जावेगौ....रात को गाम में सब सौ रहे...तबई एक गाड़ी आई और वा में उतरवे वारे गोलिन ने चलावै लग परै.... जब गोली चलावै वारे गाली दै रहै...तब पतौ चलौ कि इतौ जगन है....गाम में कोऊ ना बौरो...सब दुबक गए....जगन के जावै के बाद गाम में पुलिस तौर आई हती...और...इ कै गई कि सुबह थानै पर आ जईऔ...वहीं अपनी शिकायतन दियौ....भईया रात भर हम सबई परेशान रहै.....सुबह तै थानै पै बैठे है...पुलिस कै रई है अपनी शिकायतें वकील तै लिकवा कै दैओ...हम्मे ते एक जनौ वकील के पास शिकायत लिकवावे गयौ है।

यह कहना है कि बाड़ी सदर थाने पर पूर्व दस्यु जगन की शिकायत लेकर पहुंचे गांव इब्राहिमपुर निवासी हथियार सिंह का। हथियार सिंह ने बताया कि सुबह से थाने पर पहुंच तो गए, लेकिन पूरी रात जगन की फायरिंग के बाद सभी लोगों की नींद उड़ गई, यहां पुलिस ने सुरक्षा के लिए कोई भी इंतजाम नहीं किए। गांव के लोग पूरी रात सुबह होने का इंतजार करते रहे कि सुबह होने पर थाने पहुंच कर शिकायत देंगे। लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और पीडि़त को वकील के पास शिकायत लिखवाने के लिए भेज दिया।
हर चेहरे पर जगन का खौफ

इब्राहिमपुर के वारदात के बाद जगन ने गांव सोने की गुर्जा पहुंच कर ग्रामीणों से मारपीट की। यहां पहुंचने पर कुछ ग्रामीण एकत्र होकर छप्पर के नीचे बैठे मिले। पत्रिका के पहुंचते हुए ग्रामीणों ने आपबीती घटना बताई। ग्रामीणों ने बताया कि घटना की सूचना पुलिस को भी दे दी गई है, लेकिन कोई भी पुलिस यहां नहीं पहुंची है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बाड़ी सदर थाने की पुलिस चौकी भी बनी हुई है, लेकिन यहां पर कोई भी पुलिसकर्मी तैनात नहीं है। ऐसे में जगन गिरोह की ओर से फायरिंग के बाद गांव के बच्चे-बच्चे में खौफ का माहौल है। ग्रामीण से बातचीत में उनकी पीड़ा साफ नजर आ रही थी, महिलाएं भी किसी भी बात को बताने से कतरा रही है। जिस बच्ची के साथ जगन से मारपीट की, उसकी बच्ची किसी भी अजनबी को देखकर रोने लग पड़ी। बच्ची के परिजन ने बताया कि रात को जगन ने इसके साथ भी मारपीट की है, तभी से यह सहम गई है। परिजन ने बच्ची की चोटें दिखाने का प्रयास किया, लेकिन बच्ची के रो जाने पर चुप कराने में लग गए।

अजमेर/ हिण्डौनसिटी (करौली). एक युवक किस्मत से बच गया। हमलावर ने जान से मारने की मंशा से फायर किया था,लेकिन गोली उसके पैर में जा धंसी। अचानक हुए हमले से घबरार युवक ने सात किमी दूर भागकर जान बचाई। हिण्डौन समीप भोपुर-बहादुरपुर गांव में बुधवार दोपहर रंजिश को लेकर कुछ लोगों ने एक युवक के पैर में गोली मार दी। किसी प्रकार युवक वहां से भाग निकला। सात किलोमीटर दूर खेडीशीश गांव में घर पहुंच जान बचाई। रिश्तेदारों ने उसे राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने उसे गंभीर हालत में जयपुर रैफर कर दिया।

बालघाट थाना पुलिस ने चिकित्सालय पहुंच घायल की स्थिति देखी, लेकिन अचेतावस्था में होने की वजह से बयान दर्ज नहीं हो सके। ड्यूटी चिकित्सक डॉ. ओपी मीणा व डॉ. जेपी मीना ने बताया कि गांव भोपुर बहादुरपुर निवासी मुनेश मीना को रंजिश के चलते गांव के कुछ लोगों ने हनुमान मंदिर पर बुलाया, जहां उसे घेरकर पैर में गोली मार दी। जांघ में छर्रे लगने के बाद भी वह मोटरसाइकिल लेकर भाग निकला और खेड़ीशीश गांव पहुंच जान बचाई।

स्मैक तस्करी के आरोपी को रिमांड पर सौंपा

हिण्डौनसिटी. नई मण्डी थाना पुलिस व साइबर सैल द्वारा ५० लाख रुपए की स्मैक के साथ दबोचे अवैध नशे के चार सौदागरों को बुधवार को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया। यहां से उन्हें तीन दिन के रिमांड पर सौंपा गया है। सदर थाना पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है।
अनुसंधान अधिकारी कृपाल सिंह ने बताया कि आरोपी स्मैक तस्कर प्रतापगढ़ जिले के अरनोद थाना क्षेत्र के कोटरी गांव निवासी आलम खान एवं अमान खान व हिण्डौन के झारेड़ा रोड़ की इस्लाम कॉलोनी निवासी ताजुउद्ीन खान व चौबेपाड़ा निवासी त्रिलोक चंद शर्मा हैं। जिनकों ऑपरेशन 'फ्लश आऊट' के तहत हिण्डौन के नई मंडी थाने की पुलिस व साईबर सैल करौली की टीम ने महूं चौकी के पास नाकाबंदी में मंगलवार को दबोचा था। आरोपियों के कब्जे से ५० लाख रुपए कीमत की ४१० ग्राम स्मैक , ८६३० रुपए की नकदी व बाइक को भी जब्त किया गया था।

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