>>: Digest for July 10, 2021

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हनुमानगढ़ में वैक्सीनेशन केन्द्रों के चयन में सुविधाओं की अनदेखी से बढ़ी परेशानी
- जिले में 7771 नागरिकों का वैक्सीनेशन
- आज मिलेगी कोविशील्ड की 10 हजार डोज, रविवार को होगा वैक्सीनेशन
हनुमानगढ़. जिले में शुक्रवार को 18 से अधिक आयु वर्ग के नागरिकों का द्वितीय डोज का कोविड-10 वैक्सीनेशन किया गया। जिले में कई जगहों पर वैक्सीनेशन केन्द्रों के चयन में सुविधाओं की अनदेखी लोगों पर भारी पड़ी। पानी, छांव से लेकर बैठने तक के लिए लोगों को परेशान होना पड़ा। जंक्शन के खुंजा स्थित बावरियों की धर्मशाला में सुविधाओं की कमी के चलते लोगबाग परेशान हुए।
आरसीएचओ डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि जिले को कोविशील्ड 6850 डोज प्राप्त हुई थी। 48 टीकाकरण केन्द्रों पर वैक्सीनेशन किया गया। इसमें 18 से अधिक आयु के 7771 नागरिकों का दूसरी डोज का कोविड-19 वैक्सीनेशन किया गया। उन्होंने बताया कि निदेशालय से हनुमानगढ़ को कोविशील्ड की 10 हजार डोज शनिवार को प्राप्त होगी, जो शनिवार को ही खण्ड स्तर पर वितरित करवा दी जाएगी। रविवार को जिले में 18 से अधिक आयु के नागरिकों का प्रथम व द्वितीय डोज का कोविड वैक्सीनेशन किया जाएगा। जिले के वे नागरिक जिन्हें प्रथम वैक्सीनेशन के बाद 84 अथवा इससे अधिक दिन हो गए हैं, वे रविवार को वैक्सीनेशन करवा सकते हैं।
अल सुबह कतारबद्ध होने के बाद भी नसीब नहीं वैक्सीन, मनमर्जी के नियमों ने बढ़ाई परेशानी
नोहर. वैक्सीनेशन केन्द्रों पर मनमर्जी के नियमों व अव्यवस्था ने आमजन को परेशानी में डाल दिया है। शुक्रवार को अनेक वैक्सीनेशन केन्द्रों पर अव्यवस्था के चलते आमजन ने आक्रोश व्यक्त करते हुए व्यवस्था सुधार की मांग की। प्राप्त जानकारी के अनुसार कस्बे के वाल्मीकि मोहल्ला स्थित राजकीय उप्रावि संख्या तीन में वैक्सीनेशन के लिए नागरिक अल सुबह ही कतारबद्ध हो गए। सुबह करीब साढ़े सात बजे विद्यालय प्रबंधन ने वहां स्कूल के बाहर ही टोकन बांटने का कार्य शुरू कर दिया। इससे कतारबद्ध भीड़ झुंड के रूप में उमड़ पड़ी। इसके बाद विद्यालय प्रबंधन ने अपनी गलती छिपाने के लिए टोकनधारी नागरिकों को नौ बजे वैक्सीन लगाने का समय बताकर घर भेज दिया। परंतु जब नौ बजे नागरिक मौके पर पहुंचे तो वहां बिना टोकन प्राप्त नागरिकों की लाइन लगाकर वैक्सीनेशन शुरू किया जा चुका था।
ऐसे में विद्यालय प्रबंधन की अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जताते हुए नागरिकों ने स्कूल के समक्ष विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत किया। इतना ही नहीं स्कूल परिसर में छाया, पानी व बैठने की व्यवस्था नहीं होने से नागरिक कड़ी धूप में प्यास से व्याकुल होते रहे। कोरोना गाइडलाइन को भूल वैक्सीन के लिए पहुंचे लोग बिना मास्क झुंड के रूप में उमड़े। एसडीएम श्वेता कोचर ने बताया कि वैक्सीनेशन केन्द्र के रूप में स्कूल का चयन करने में चिकित्सा विभाग से चूक हुई। इससे परेशानी का सामना करना पड़ा। चिकित्सा विभाग को वैक्सीनेशन केन्द्र चयन में संवेदनशीलता बरतने के निर्देश दिए हैं। इसी प्रकार गांव मेघाना के राजकीय उमावि में शुक्रवार सुबह वैक्सीनेशन के दौरान वहां मौजूद स्टाफ की ओर से पहले से करीब तीन दर्जन व्यक्तियों की सूची तैयार कर वैक्सीन लगाने पर विवाद की स्थिति बन गई। स्कूल परिसर में कतारबद्ध नागरिकों ने ऑन स्पॉट पंजीयन के आधार पर वैक्सीन लगाने की मांग करते हुए हंगामा किया। इसके बाद वहां पहुंचे ग्रामीणों ने वैक्सीनेशन शुरू किया। ग्रामीणों ने बताया कि वैक्सीनेशन में पारदर्शिता नहीं बरते जाने से केन्द्रों पर लगातार विवाद व विरोध की स्थिति पैदा हो रही है। वहीं नागरिकों ने जिला कलक्टर को ज्ञापन भेजकर बीसीएमओ कार्यालय की ओर से वैक्सीनेशन व्यवस्था की उचित मॉनिटरिंग नहीं करने के आरोप लगाए हैं।

खुले नाले में दो बच्चों के डूबने की घटना को लेकर नप आयुक्त से मांगा जवाब
- जिला कलक्टर ने जारी किया नोटिस
- पीडि़त परिवार को सहायता दिलाने की मांग को लेकर दिया ज्ञापन
हनुमानगढ़. टाउन स्थित खुले नाले में दो बच्चों की डूबने से मौत की घटना को लेकर जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने नगर परिषद आयुक्त को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। तीन दिन के भीतर नोटिस का जवाब देकर इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों की जानकारी देनी होगी। साथ ही लापरवाही बरतने वालों पर कार्यवाही का निर्देश भी आयुक्त को दिया गया है। जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि नगर परिषद आयुक्त से तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा है कि इस हादसे के लिए कौन-कौन जिम्मेदार हैं और उनकी क्या गलती रही। यह बात सामने आई है कि शहर में कई जगहों पर नाले कवर नहीं हैं। जबकि कुछ नालों की सफाई करने के दौरान उनके ढक्कन हटा दिए जाते हैं। भविष्य में इस तरह की घटना होने पर आयुक्त की व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी ताकि वह प्रभावी निगरानी करे।
मिले सहायता, नालों की हो सफाई
मृतक बच्चों के परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाने, शहर के नालों एवं नालियों की साफ-सफाई तथा उनको कवर करने की मांग को लेकर भाजपा पदाधिकारियों के नेतृत्व में जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। भाजपा नेता अमित सहू ने कलक्टर को बताया कि शहर में जितने भी नाले हैं, उनकी नगर परिषद से नियमित साफ-सफाई करवाई जाए। नालों में सिल्ट जमा होने के कारण बच्चे उनमें गिरते ही फंस जाते हैं। बरकत कॉलोनी के दोनों बच्चे भी नाले में जमा सिल्ट में पैर फंसने के कारण डूबे। ज्ञापन में दोनों मृतक बच्चों के परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने तथा घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग की गई। जिला कलक्टर ने मुख्यमंत्री सहायता कोष से पीडि़त परिवार को आर्थिक सहायता देने का प्रस्ताव भेजने का भरोसा दिलाया। साथ ही अन्य मांगों पर भी नियमानुसार कार्यवाही की बात कही। प्रतिनिधिमण्डल में भाजपा नेता अमित सहू, भाजपा नगर मण्डल टाउन अध्यक्ष प्रदीप ऐरी, जंक्शन नगर मंडल अध्यक्ष पवन श्रीवास्तव, दीपक खाती, महादेव भार्गव आदि शामिल रहे।
क्या था घटनाक्रम
बुधवार को टाउन की बरकत कॉलोनी में खेल रहे राजन (6) पुत्र बबलू एवं देवदास (8) पुत्र श्रवणदास निवासी वार्ड 46 गंदे पानी की निकासी के लिए बने नाले में गिर गए थे। सुबह करीब 11 बजे घर से गायब बच्चों को दोपहर बाद ढंूढ़ते हुए परिजन नाले पर गए। वहां दोनों बच्चे नाले में डूबे हुए मिले। उनको जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
अधिकारियों पर मामला दर्ज कराने को लेकर सौंपा परिवाद
उधर, मृतक बच्चों के परिजनों ने शुक्रवार को टाउन थाने में परिवाद सौंपकर नगर परिषद सभापति, आयुक्त व एईएन सहित अन्य अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की। मृतक बालक के पिता बबलूदास व श्रवणदास की ओर से सौंपे परिवाद में बताया कि बुधवार को उसका पुत्र राजन तथा देवदास खेल रहे थे। घर के नजदीक नगर परिषद की ओर से करीब आठ फीट गहरा गंदे पानी का नाला बनाया गया है। लेकिन नगर परिषद अधिकारियों ने लापरवाही बरतते हुए महीनों गुजरने के बावजूद नाले को ढका नहीं। दोनों बच्चों की उसमें गिरकर मौत हो गई। बच्चों के पोस्टमार्टम व पुलिस कार्रवाई के लिए शिकायत दर्ज करवानी चाही तो मौके पर नगर परिषद के कुछ अधिकारियों ने दबाव डालकर मना करवा दिया। नगर परिषद की शिकायत करने पर घरों को तुड़वाने की धमकी दी। अत: घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर मामला दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जाए।

मलसीसर ग्राम सेवा सहकारी समिति व्यवस्थापक व ढंढ़ेला पटवारी निलंबित, बीमा कंपनी का कॉर्डिनेटर बर्खास्त
-प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में गड़बड़ी का मामला
हनुमानगढ़. नियम विरुद्ध तरीके से चहेतों को फसल बीमा का लाभ दिलाने मामले में अब आरोपियों के खिलाफ प्रशासन स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इससे दूसरे कार्मिकों को भी सबक लेने की जरूरत है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत भादरा की मलसीसर ग्राम पंचायत में गड़बड़ी पाए जाने पर दर्ज पुलिस केस के बाद मलसीसर ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक दुलीचंद को निलंबित कर दिया गया है। सहकारी समितियों के उप रजिस्ट्रार दीपक कुक्कड़ ने मलसीसर ग्राम सहकारी समिति के अध्यक्ष को पत्र जारी कर दुलीचंद को आगामी तीन महीनों के लिए मलसीसर ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक पद से निलंबित करने के लिए कहा है। पत्र के आधार पर मलसीसर ग्राम सहकारी समिति के अध्यक्ष ने व्यवस्थापक को निलंबित कर दिया है। अध्यक्ष एवं संचालक मंडल मलसीसर ग्राम सेवा सहकारी समिति को लिखे पत्र में उप रजिस्ट्रार ने लिखा है कि मलसीसर ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक दुलीचंद ने फसल बीमा का अनुचित लाभ प्राप्त करने को स्वयं अन्य काश्तकार की भूमि का बीमा ने करते हुए पोर्टल पर अन्य भूमि का इंद्राज किया गया और बीमा दावों का लाभ स्वयं के खातों में प्राप्त किया गया जो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत जारी अधिसूचना के प्रावधानों के विपरित है। समिति व्यवस्थापक होने के नाते आंवटित कर्तव्यों एवं दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने के तहत ग्राम सहकारी सोसायटी नियम 2003 के नियम के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए दुलीचंद को आगामी तीन माह की अवधि के लिए व्यवस्थापक पद से निलंबित कर सूचित करने के निर्देश दिए गए थे। फसल बीमा योजना मेें नोहर तहसील में पाई गई गड़बडिय़ों और कृषि विभाग के उपनिदेशक के द्वारा फसल बीमा कंपनी को लिखे पत्र के आधार पर फसल बीमा कंपनी ने नोहर के ब्लॉक कॉर्डिनेटर त्रिलोक कड़वासरा को बर्खास्त कर दिया है। कृषि विभाग के उपनिदेशक दानाराम गोदारा ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसी भी स्तर पर कहीं भी गड़बड़ी मिलती है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश जिला कलक्टर के द्वारा दिए गए हैं। इसी के अंतर्गत बीमा कंपनी ने भी नोहर के ब्लॉक कॉर्डिनेटर त्रिलोक कड़वासरा को तत्काल बर्खास्त कर दिया है।

पत्रिका ने लगातार प्रकाशित की खबरें
पीएम फसल बीमा योजना में हुए घोटाले को सबसे पहले पत्रिका ने उजागर किया था। 14 जून को Óफसल बीमा योजना में गड़बड़ी का आरोप, जांच के लिए कमेटी गठितÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित होने के बाद लगातार इस मामले की परतें खुलती गई। जांच रिपोर्ट आने के बाद इस बीमा घोटाले में लिप्त आरोपियों की पहचान कर ली गई। जिले के कुछ जागरूक किसानों की ओर से की गई शिकायत को पत्रिका ने लगातार आवाज देने का प्रयास किया। इसके बाद अब दोषियों के खिलाफ निलंबन व बर्खास्ती की कार्रवाई हुई है।

ढंढ़ेला पटवारी को किया निलंबित
हनुमानगढ़. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में गड़बड़ी को लेकर नोहर थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद कलक्टर नथमल डिडेल ने नोहर के ढंढ़ेला मंडल पटवारी देवीलाल को निलंबित कर दिया है। आदेश में कलक्टर ने लिखा है कि नोहर तहसील के मंडल ढंढ़ेला के पटवारी देवीलाल की ओर से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ 2020 में पूर्व नियोजित षडयंत्र से सिस्टम को हैक कर अनुचित लाभ प्राप्त करवाने का आपराधिक कृत्य करने, कूटरचित जमाबंदी का प्रयोग करते हुए फसल बीमा का अनुचित लाभ प्राप्त करवाने, फसल कटाई प्रयोग विहित मानदंडो के अनुरूप आयोजित नहीं करने के आरोप पर पुलिस थाना नोहर की ओर से कार्मिक के विरूद्ध एफआईआर दर्ज किया गया है।
इसके बाद राजस्थान सिविल सेवा नियम 1958 के नियम 13(2) की ओर से प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए उक्त कार्मिक देवीलाल पटवारी, पटवार मंडल ढंढ़ेला तहसील नोहर को निलंबित किया गया है। साथ ही आदेश में लिखा है कि निलंबन काल में उक्त पटवारी का मुख्यालय कार्यालय तहसील रावतसर रहेगा। निर्देश में जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने बताया है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किसी भी स्तर पर गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जांच में दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि फसल बीमा योजना को लेकर बैंक, कृषि विभाग, राजस्व विभाग या बीमा कंपनी के प्रतिनिधियों में से किसी की भी अगर मिलीभगत पाई जाती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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