>>: Digest for July 11, 2021

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भरतपुर . रूठे मानसून ने किसानों की कराह निकाल दी है। बिन पानी अन्नदाता के अरमान पानी-पानी होकर रह गए हैं। खरीफ की फसल की अब तक बुवाई नहीं हो सकी है, जबकि इसकी बुवाई का समय 15 जुलाई तक है। ऐसे में खरीफ की फसल का रकबा घटना तय माना जा रहा है। कई फसलों की बुवाई तो आधी ही रह सकती है। खास बात यह है कि खरीफ की बुवाई का असर आगामी रबी की फसल पर भी पड़ेगा। इसके चलते किसानों में मायूसी नजर आ रही है।
अमूमन देरी की बोई जाने वाली फसलों का उत्पादन बेहतर नहीं मिल पाता है। जिले में करीब-करीब पहली जुलाई से मानसून की बारिश शुरू हो जाती हैं, जबकि इससे पहले होने वाली प्री मानूसन की बारिश में बुवाई का काम हो जाता था, लेकिन इस बार प्री मानसून बारिश का अभाव रहने के कारण किसानों खेतों की जुताई भी नहीं कर सके हैं। मानसून के लगातार लेट होने से किसानों में मायूसी छा रही है। हालांकि कुछ स्थानों पर जहां नहर या बोरिंग का पानी है। वहां चारे की बुवाई की गई है, लेकिन वह भी बिन बारिश के पानी के मुरझाने लगी हैं। अब विभाग का मानना है कि किसान ज्वार-बाजरे की फसल पर दांव नहीं खेलेगा। किसान चारे के रूप मेें ही ज्वार की बुवाई करेगा, जबकि बाजरे की बुवाई नहीं होने से इसका रकबा घटेगा। खरीफ की फसल की बुवाई की बात करें तो जिले में करीब साढ़े हजार हैक्टेयर में कपास की बुवाई हुई है। वह भी ऐसे स्थानों पर है, जहां नहर के पानी की व्यवस्था है।

अब नहीं ले सकेंगे दोहरी फसल

मानसून की देरी के चलते अब किसान दोहरी फसल का लाभ नहीं ले सकेंगे। यदि तय समय पर बारिश आती तो किसान ज्वार-बाजरा के साथ आगामी रबी के लिए किसान को खेत तैयार करने का समय मिल जाता, लेकिन अब इसकी संभावना कम नजर आ रही है। ऐसे में किसान अब ज्यादातर खेत खाली रखकर सरसों और चना की फसल की बुवाई को प्राथमिकता देगा, जबकि तय समय पर मानसून आने से किसान को दोनों फसलों का लाभ मिल सकता था।

घटेगा बाजरे का रकबा, सरसों का बढ़ेगा

कृषि विभाग का मानना है कि मानसून की देरी निश्चित रूप से जिले में बाजरे की फसल का रकबा घटाएगी। ऐसे में इस बार सरसों की फसल जिले में ज्यादा होगी। बाजरा नहीं होने की स्थिति में किसान सरसों के लिए खेतों को खाली छोड़कर सरसों और चना की फसल केा प्राथमिकता देंगे। हालांकि यह भी भले ही देरी से आए, लेकिन मानसून पर ज्यादा निर्भर करेगा।

जिले में रकबा और पडऩे वाला असर

- 1 लाख 30 हजार हैक्टेयर में बाजरा बोने का लक्ष्य है, जो अब सिमटकर करीब 1 लाख पर आ सकता है।

- 55 हजार हैक्टेयर में ज्वार की बुवाई का लक्ष्य है, लेकिन यह फसल के रूप में नहीं होकर चारे तक ही सिमट जाएगी।

- 12 हजार हैक्टेयर में ग्वार का रकबा तय था, जो सिमटकर करीब आधे पर 6 हजार हैक्टेयर तक आ सकता है।

- 8 हजार हैक्टेयर तिल का लक्ष्य निर्धारित था, जो सिमटकर आधे पर करीब 4 हजार हैक्टेयर आ सकता है।

- 12 से 15 हजार में सब्जी सहित अन्य फसल की बुवाई का लक्ष्य था। यह भी सिमटना तय माना जा रहा है।

इनका कहना है

मानसून की देरी का असर खरीफ की फसल पर पड़ेगा। ऐसे में बाजरे का रकबा घटना तय माना जा रहा है। जिले में 15 जुलाई तक खरीफ की फसल बुवाई का समय माना जाता है, लेकिन इस बार यह काफी लेट है। ऐसे में खरीफ की फसलों का रकबा घटेगा। इसके चलते जिले में इस बार रबी की सरसों और चना की फसल का रकबा बढ़ सकता है।

- डॉ. धर्मपाल सिंह, उपनिदेशक कृषि भरतपुर

यह बोले किसान

आषाढ़ का आधा महीना बीतने के बाद भी बारिश का नाम नहीं है। खरीफ की फसल के लिए खेत तैयार हैं, लेकिन बिना पानी के सब बेकार है। इससे किसान आहत हैं।

- कप्तान सिंह, किसान माड़ापुरा

एक सप्ताह पूर्व दाहिना एवं महलपुर चूरा क्षेत्र में बारिश होने के बाद लोगों ने बुवाई कर दी, लेकिन इसके बाद बारिश नहीं होने और तेज गर्मी होने से बीज खराब होने का खतरा बना हुआ है।

- राकेश गुर्जर, किसान दाहिना गांव।

भरतपुर. बी-नारायण गेट के समीप वार्ड नंबर 41 में गंदा एवं बदबूदार पानी आने से लोग परेशान हैं। मोहल्ले वासियों का कहना है कि यह समस्या कई महीनों से हो रही है। पानी गंदा एवं इतना बदबूदार है कि पीना तो दूर की बात नहाने के काम भी नहीं आ रहा है। लोगों ने सैकड़ों की संख्या में घरों में बोरिंग करा रखी है। इस कारण एक दूसरे के घर से पानी भर कर नहाने के काम में ले रहे हैं। वहीं आरओ से पानी खरीद कर पानी पी रहे हैं। कई जगह पानी नहीं आ रहा है जहां आ रहा है वहां गटर का पानी आ रहा है न तो नहा सकते हैं और न टंकी में पानी चढ़ा सकते हैं। अगर भूलवश टंकी में पानी चल गया तो टंकी को पूरी तरह से साफ करना पड़ेगा। बार-बार शिकायत करने का भी विभाग पर कोई असर नहीं हो रहा है।

लोग बोले: हाल हो रहे खराब, अफसरों ने साधी चुप्पी

-वार्ड नंबर 41 में गंदे पानी की समस्या कई दिनों से लगातार बनी हुई है। प्रशासन को कई बार समस्या से अवगत कराया जा चुका है लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।

दिनेश शर्मा, बुध की हाट

-जलदाय विभाग शहर में चंबल का पानी देने का पूर्व से वादा कर रहा है, लेकिन यहां गंदा पानी आ रहा है। पानी की पाइप लाइन सीवरेज से मिल रही है। इससे गंदा पानी एवं बदबूदार गटर का पानी आ रहा है। जलदाय विभाग जल्द से जल्द सही करें। वरना आंदोलन करेंगे।

कप्तान गुर्जर, बी-नारायण गेट

-जलदाय विभाग को कई बार अवगत करा दिया गया है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है। बदबूदार एवं गंदा पानी आ रहा है।

माया, बी नारायण गेट मोहल्ला

-गली में मकान थोड़ा ऊंचा होने पर थोड़ी बहुत देर ही पानी आता हैं। वह भी गंदा एवं बदबूदार पानी आता है।

लक्ष्मी, बुध की हाट

-इतना बदबूदार पानी है कि बोरिंग से पानी लेकर आना पड़ता है। पीने के लिए बाजार से पानी खरीदना पड़ रहा है।

बबीता गर्ग, बी नारायण गेट मोहल्ला

-गंदा बदबूदार पानी मजबूरी में पीना पड़ रहा है। ऐसा लगता है सीवरेज से पानी की पाइपलाइन अटैच हो गई है। इससे गंदा पानी आ रहा है। पड़ोसी की बोरिंग से पानी भरकर लेकर आना पड़ रहा है।

ममता यादव, बी-नारायण गेट

-जलदाय विभाग की ओर से पानी की पाइप लाइन में सीवरेज से कनेक्ट हो रही है। इससे गंदा पानी आ रहा है। बाजार से पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है।

सोनिया, बी-नारायण गेट मोहल्ला

-काफी समय से गंदा एवं बदबूदार पानी आ रहा है। परेशान होकर घर में बोरिंग लगवाई। इसके बाद कुछ राहत मिली है।

विमला देवी, बीनारायण गेट मोहल्ला


-पीने के लिए बाजार से खरीद कर पानी लाते हैं। वहीं नहाने के लिए बोरिंग से पानी भरकर लाना पड़ता है।

बसंती धोबी, बी-नारायण गेट मोहल्ला

-वार्ड में गंदा एवं बदबूदार पानी आ रहा है। जलदाय विभाग को कई बार अवगत कराया जा चुका है लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

मिथलेश पण्डा, बी-नारायन गेट मोहल्ला

भरतपुर. जिले में दूसरा जामताड़ा बन रहे मेवात को देखते हुए अब संभाग मुख्यालय पर साइबर क्राइम थाना खोलने की स्वीकृति दी गई है। प्रदेश में साइबर क्राइम पर नियंत्रण के लिए जयपुर के बाद अब भरतपुर में भी साइबर पुलिस थाना खुलेगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस संबंध में भेजे गए गृह विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। उल्लेखनीय है कि साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए जोधपुर कमिश्नरेट एवं भरतपुर में पहले से ही साइबर क्राइम यूनिट बनी हुई है, इसमें एक उप अधीक्षक, दो निरीक्षक एवं तीन उप निरीक्षक सहित 15-15 पद स्वीकृत हैं। साइबर क्राइम यूनिट के इन 15 पदों को शामिल करते हुए जोधपुर एवं भरतपुर में साइबर पुलिस थाना खोलने का प्रस्ताव गृह विभाग की ओर से भेजा गया था।
संभाग स्तर पर साइबर थाना खुलने की स्वीकृति जारी होने के बाद अब बड़े आर्थिक अपराधों की जांच साइबर थाना करेगा। इसमें 5 लाख रुपए से बड़े अपराध समेत अन्य मामले में साइबर थाने में दर्ज होंगे। जबकि अन्य प्रकरण संबंधित रेंज के थाने अपने स्तर पर संभालेंगे। हालांकि, अनुसंधान में साइबर थाना उनकी मदद करेगा। वर्तमान में रेंज स्तर पर यहां आईजी कार्यालय में साइबर यूनिट संचालित है। इसका इंचार्ज सीओ स्तर के अधिकारी महेश हैं जिनका हाल में तबादला हो चुका है। साइबर थाना खुलने पर नफरी की संख्या करीब 30 होगी। इसमें एक सीओ, 2 से 3 सीआई, 4-5 एसआई और हैड कांस्टेबल और कांस्टेबल शामिल होंगे। इसके अलावा अलग से संसाधन होंगे। वहीं, मदद के लिए प्रोग्रामर, डाटा एनालिस के लिए विशेषज्ञ कर्मचारी होंगे। रेंज कार्यालय में संचालित साइबर यूनिट अभी जिलों की साइबर टीम की मदद करती है।

फिलहाल न एक्सपर्ट न केसों पर ध्यान

अभी तक ठगी के ऐसे किसी बड़े केस में पुलिस को सफलता नहीं मिल पाई है। इसका बड़ा कारण है कि पुलिस के पास न एक्सपर्ट हैं न ऐसे केसों पर ध्यान देने के लिए संसाधन। साइब्रर क्राइम थाना खुलने के बाद संसाधन विकसित होंगे। इससे उन पर ध्यान दिया जा सकेगा।

भरतपुर. कोतवाली पुलिस ने फर्जी आईडी बनाकर परिचितों से रुपए मांगने के मामले में कार्रवाई करते हुए उत्तरप्रदेश के फिरोजाबाद जिला निवासी एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
थाना प्रभारी रामकिशन यादव ने बताया कि मुखर्जी नगर निवासी बृजेश पुत्र नत्थीलाल वैश्य ने 8 जुलाई को अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध उसकी फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर उसके सोशल मीडियो के दोस्तों से रुपए मांग कर ठगी कर लेने का मामला दर्ज कराया था। थाना प्रभारी ने बताया कि संदिग्ध नम्बरों की जांच गई और ऑनलाइन हुए भुगतान का रिकॉर्ड लिया गया। लोकेशन के आधार पर आरोपी प्रेमचन्द उर्फ पप्पू पुत्र गीतमसिंह बघेल निवासी उम्मेदपुर थाना एका जिला फिरोजाबाद को पकड़ कर उससे पूछताछ की गई। उसके कब्जे से मिले दो मोबाइलों की जांच की गई। जिसमें पीडि़त ब्रजेश अग्रवाल के परिचितों से वार्ता कर उसकी आईडी से चैटिंग करने की जानकारी हुई। जिस पर उसे गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई में एएसआई शिवलाल, कांस्टेबल सुशील कुमार व टिंकू शामिल थे।


दो साल से फरार वारंटी गिरफ्तार


भरतपुर. महिला थाना पुलिस ने दो साल से फरार चल रहे स्थाई वारंटी को गांव नगला तेहरियां से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर आरोपी नरेश पुत्र रोहिताश उर्फ सोरान भोपा निवासी करनी कोट नन्दीपार थाना मण्डावर जिला अलवर को गिरफ्तार किया है। कार्रवाई में हैड कांस्टेबल गजेन्द्र सिंह, कांस्टेबल साहब सिंह व चंद्रशेखर शामिल थे।

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